ठरकी और छिछोरा शब्द पूरी तरह से संचालक के ऊपर फिट बैठता है। ये केवल और केवल होली के अवसर पर संचालक बनने लायक है। सी ग्रेड के क़व्वालों को ख़ूब सुना हैं इसने।
Aakavi samelan hota nahi lagta jis kaviytriko bolatihe unke Alva kiseke pas spikar nahi hona chahie. Dusaribatvohe jokavikepas maekhe vo charithin hotahe vo bwiarthi bhasame bat karke mahilaka caritt annkarTahe 3 bat vohe ese gannde orjahamahila kavietriika apman aor charttr hannhotahe vaha har nariko Jana nahi chahie
कवियत्री बहन जी ये आपके पीछे पीछे बोल रहा है उनसे आप इतनी दबी हुई क्यों है ये आपकी इतनी बेइज्जती कर रहा है उनको नारी शक्ति का कुछ लिहाज नहीं है आपको इस मंच को छोड़कर चले जाना चाहिए
दोनो के बीच में हर जगह ऐसा ही होता है। दोनो की इसमें सहमति होती है। जनता भी यही सब सुनना पसंद करती है। कवि सम्मेलन में कविता बहुत ही कम हो रही है, केवल चूरन चटनी से काम चला रहे है।
कवि सम्मेलन में कविता क और बदतमीजियां ज्यादा हो रही है हिंदी मंचो की गरिमा समाप्त हो रही है ऐसी बकवास क्या संचालक और रचनाकार परिवार के साथ देख सुन सकता है अगर नहीं तो सार्वजनिक रूप से इनका प्रदर्शन कहां तक उचित है
ये सब पूर्व निर्धारित सा होता है। हर एक कवि सम्मेलन में कवियित्री संग ऐसी मसखरी होती है। जनता का मनोरंजन करने के लिए तगड़ी फीस लेते हैं ये फूहड़ कवि बिकाऊ है।
इंसानियत की हद करदी बेवकूब को संचालक बना दिया,, कवित्री बहुत ही अनुशासन में ही जवाब दिया है,,,, नारी सशक्तिकरण को नमन करते हैं,,
कमल मनोहर राजस्थान की किसी गली कुचे की पैदाइश है इसलिए मर्यादा नहीं है
સંચાલક ગધ્ધા કી તરહ બીચ બીચ મેં ભોક્તા હૈ. અચ્છા નહીં લગતા.
ऐसा संचालक कवि सम्मेलन को बोरियत कर देते हैं किसी की सुनते नहीं अपने को ही खैरियत समझते हैं
Jahil ho,hasya sammelan che.
ये सब पहले से तय होता है।
ठरकी और छिछोरा शब्द पूरी तरह से संचालक के ऊपर फिट बैठता है। ये केवल और केवल होली के अवसर पर संचालक बनने लायक है। सी ग्रेड के क़व्वालों को ख़ूब सुना हैं इसने।
धिक्कार है आपके संस्कारों को कमल जी!
क्या ये ही है आपकी सभ्यता।
इको धक्के मारकर बाहर निकाल ना चाहिए|
ek aur compliment for Kamal....Lakh Laanat Hai Tere Hone Pe !!!
व्यासपीठे जो बैठे है वो कमल को साथ दे रहे है... इसको निकालो|
एसे लोगो को मच संचालक किसने बनाया।
Un😮t😊
कमल जी मर्यादा में रहें, लक्ष्मण रेखा का उल्लघंन उचित नहीं | भारतीय संस्कृति का ध्यान रखना ही चाहिए |
Kamal ji kaa naam. B J P kaa nishan hai. Dono mahilaon ki ijjat kharab karte hai
छोटी है तो बहन है , बड़ी है तो मां है। अंत बहुत अच्छा लगा।
🙏🙏🙏
संचालक बहुत बदतमीज़ और जाहिल है।
Nihayt.he.bttmeej.hai
Pata nahi kaise aise sanchalkon ke Manch par maujood hone ke bad Manch par aana kavi sweekarate lete hain.
Chichora h yh kamal
ये जादाही कर रहा है|
कवि सम्मेलन में एक दायरा होना चाहिए इतनी फुहड़ता नही होना चाहिए नारी सम्मान होना चाहिए
कार्यक्रम हिन्दू युवा समिति के नाम और बेतुकी बातें ,संचालक ही करे क्या यह हिन्दू संस्कृत संस्कार का खुले मंच पर नारी काअच्छा सम्मान है।
aise murkh apnee hi nahi hinduo ki bhi badnaami karte hai...
ये नारी ही ऐसी ही हैं
ओछा कवि सम्मेलन हास्य की धज्जियाँ उड़ा रहे हो
इस तरह का मंच संचालन अच्छा नहीं लगता, कवियत्री जी को बहुत बहुत धन्यवाद
क्या कमल जी आपने कवियत्री को बुलाया है कि किसी मुजरे वाली को जो बार बार अश्लील कमेंट करके सिर खुजला रहे हो, बेशर्मी की भी हद है।
नारी शक्ति की सहनशीलता को नमन😮
सिनेमाघर के सामने बिकने वाली 10 रुपए की किताब पढ़ने का नतीजा हैं कमल जी😅
Social media Ane se ese tathakathit logo ki chandi ho gayi.
Comment keisa bhi ho , chahe dislike karo enke peise banege hi
संचालन की सीमा और दायित्व की गरिमा नहीं जानता है
नारी शक्ति को नमन संचालक कोई पागल खाना से तो नहीं है
पागल खाना से ही आया है, बेशर्म भी है।
ये कमलके दात शायद झुठे है|
यत्र नारी पूज्यंते रामन्ते त्यत्र देवता
महिला सीधी थी नहीं तो थोबड़ा सुजा देती
कवियत्री महोदया की प्रशंसा करता हूं।
कवियत्री के धैर्य की प्रशंसा करता हूँ।
संचालन करने वाला दारू पीकर आया है।एक महिला का अपमान कर रहा है ।
बार बार डिस्टर्ब कर रहा है।
Aakavi samelan hota nahi lagta jis kaviytriko bolatihe unke Alva kiseke pas spikar nahi hona chahie. Dusaribatvohe jokavikepas maekhe vo charithin hotahe vo bwiarthi bhasame bat karke mahilaka caritt annkarTahe 3 bat vohe ese gannde orjahamahila kavietriika apman aor charttr hannhotahe vaha har nariko Jana nahi chahie
@vireshwarsinghanil902
नारी शक्ति को सलाम।
कवियित्री जी को वेवजह परेशान कर रहा है शर्म नहीं आती
संचालक मुंह फट है, कवित्री सही जवाबदेही है, बाद में सही समझ आया।
अभिव्यक्ति की आजादी का इस्तेमाल करते वक्त इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि शब्दों के चयन में मर्यादा की सीमा का अतिक्रमण न हो।
Bahut hi khubsurat jabab Diya hai
यह कवि सम्मेलन या ............ ? ? ?
कवि सम्मेलन में केवल कविता होनी चाहिए।
संचालक की यह सब बातें बिल्कुल भी जरूरी नहीं है।
❤❤🙏🏻🙏🏻🙏🏻
No no no😊
लानत है ऐसे तथाकथित कवि सम्मेलन पर और संचालक के छिछोरापन पर , और अजब गजब आज के तथाकथित कवि ,सारी गरिमा गर्त में.....?
कवियत्री बहन जी ये आपके पीछे पीछे बोल रहा है उनसे आप इतनी दबी हुई क्यों है ये आपकी इतनी बेइज्जती कर रहा है उनको नारी शक्ति का कुछ लिहाज नहीं है आपको इस मंच को छोड़कर चले जाना चाहिए
Darte isliye kyu ki yehi sanchalak hota he jo apne kavi bulata he 😅😅😅
Ye kaviyatri. Is Kamal ko. Chhata kyo nahi Marti hai. Ye Kamal ghatiya admi hai. Ye sun kyo. Rahi hai
Take it lightly........🙏🙏🙏
Ek chappal muh pe fenkna tha, chappal bhi sambhal ke rakhte.
*ऐसे बेवकूफ , निर्लज्ज संचालक को अगली बार स्टेज पर चढ़ने भी मत देना।*
संचालक कुछ ज्यादा ही बोल रहा है। इसे झेलने वाली भीड़ कैसी है?
बैवकुफ
संचालन का स्तर निम्न है
नारी का सम्मान करना सीखें
संचालक महोदय असभ्यता का परिचय ना दें। किसी महिला का अपमान ठीक नहीं है।
Ye sakal se hi bewkoof h...
Kamal Apne ko bahut bada Kavi samajhta Hain
ईश्वर कमल को सदगति दें
संचालक को तमीज नहीं है बीच बीच में बोलते रहते हैं।
आप लोग मूर्ख हो,,,नोकझोक में ही तो आनन्द है।,,,यह हस ने के लिए ही आयोजित किया गया है।,
यह इनका पहले से ही सैट होता है
@@dataramgothwal3479
तो इसको कवि सम्मेलन मत बोलो
तुकबंदी का स्वांग बोलो 😄
संचालक साहेब को एक महिला का गरिमा का ख्याल रखना चाहिए 😢😢😢
Bhut sundr kavita ka istile h 🌹❤️❤️
ये कवि सम्मेलन नही भड़ैती है
Beautiful ❤️❤️ super excited कवि सम्मेलन कि नोक झोंक
भारतीय संस्कृति के तहत कमल जी को शोभा नहीं देता अभी के साथ साथ बहन का भी दर्जा दे सकता है सार्वजनिक स्थान पर राखी बांध देनी चाहिए
कवित्री का चीर हरण करने बैठे हैं क्या
मंच छोड़कर चली जाना चाहिए कवित्री जी।
दोनो के बीच में हर जगह ऐसा ही होता है। दोनो की इसमें सहमति होती है। जनता भी यही सब सुनना पसंद करती है। कवि सम्मेलन में कविता बहुत ही कम हो रही है, केवल चूरन चटनी से काम चला रहे है।
जय हो बधाई हो! आपका आशीर्वाद व अभिव्यक्ति मार्गदर्शन करते रहें।
मूर्खता की कोई हद होती है
कमल जी तो हिन्दू राष्ट्र बना कर ही छोड़गे भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता लगते है।
सवाल जवाब से पता चलता है कि आज के दौर में साहित्य और संगीत जगत सब स्क्रिप्टेड हो रहा है ।
Kamal bhai maryada ka ullanhgan na kare to jiada achcha hai.
घर वाली नहीं सुनती तो बाहर ऐसे ही भडास नीकालते है।
वाह😢वाह रे कवि 😊
आजकल , कवि दोर मे पैसे कमाने के धन्दे😂❤
संचालक कुछ भी कहे जवाब देने की बजाय अपना काव्य पाठ करना चाहिए ताकि आगे कुछ कहने की हिम्मत न हो ।
कमल जी मुरझा गए नारी शक्ति को हार्दिक शुभकामनाएं जी
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
आपने बहुत अच्छा मनोरंजन किया बहुत अच्छे मर्यादा में है आपने जो लास्ट में बोला छोटी है तो बहन है और बड़ी है तो मन है तू
छोटी है तो बहन है और बड़ी है तो मां है तू
नारी शक्ति की सहनशीलता को बहुत बहुत धन्यवाद।
सारं अगोदरच ठरलेले दिसतया.. कार्यक्रमात मजा आणण्याचा... मस्तच..शेवटचा शेर..
वाह नाम हिन्दू यूवा उत्सव समिति और काम ऐसे
मंच की गरिमा का ख्याल रखें कमल जी नारी का सम्मानकरें काव्य कविता का ख्याल करें
ये नोक झोंक पहले से तय होता है,महफिल जमाने के लिए
कविता के मंच में संचालक कविता की जगह खुल्लम खुल्ला एक नारी का अपमान करता है यहां पर मर्यादा नाम चीज ही नहीं हैऐसे संचालक सावधान रहे 😢
इतने सारे मर्द बैठे थे या ना मर्द ये मर्यादा पार कर दी 13:37
ऐसे भद्दे अमर्यादित टिप्पणियां करने वाले को मां शारदे के मंच कोसंचालित करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है
कवि सम्मेलन है या कवित्री की वेजती करनी है
🎉bahut bahutkhub
Bahut achha lga
इस बंधे को घर में कुछ नहीं मिलता
Kavitri G sat sat naman
संचालक ने तो मौज करदी 😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
Sanchalak mahoday badatamiz guy hai
Kamal ji vaha
ऐसे जोकर को किसने संचालक बना दिया
Joker nahi tukkebaj lampat😊
नजायज उलाद नजायज सम्पत्ती सरकार को सोप देना चाहिए
Sanchalak ko apni garima ka dhyan rakhna chahiye jay sriram😊
कवि सम्मेलन में कविता क और बदतमीजियां ज्यादा हो रही है हिंदी मंचो की गरिमा समाप्त हो रही है ऐसी बकवास क्या संचालक और रचनाकार परिवार के साथ देख सुन सकता है
अगर नहीं तो सार्वजनिक रूप से इनका प्रदर्शन कहां तक उचित है
Aise laffango ko kisne sanchalak banaya hai...
Hi@@kaluramjain3531
@@kaluramjain3531😊😊😊😊😊😊😊😊😊
ऐसा लगता है
संचालक महोदय के मां बाप ने,
बिल्कुल भी संस्कार नहीं सिखाया
बेवकुफ कमल, नारीशक्ती को सलाम.
कवियित्री म.शोश कर रही नही तो थोबड़ा तोड के हाथ मे देदेती।
कवित्री महोदया का हम स्वागत करते हैं।
ऐ मच सचालक है या बेहूदा .
कमल जी संचालक से ज्यादा कुचालक लगते हैं।
संचालक महोदय नारी का सम्मान करना सीखो ,बेशर्म की हिद होती है ।
ऐसे बैनर तले ऐसे कार्यक्रम नहीं होने चाहिए।दुःखद। सीता राम सीता राम ।।
Very good 💯
किसी को ईतना घिसना नही चाहीये
हर व्यक्ति की लक्ष्मण रेखा होती है
Hindi kavi sammelan, urdu shayri bahut khoob.
बहुत ही बेहूदा आदमी है यह, कविताओं का पूरा मजा किरकिरा कर दिया ।
GREAT ACTION 🚩🕉️🚩🕉️🚩🙏🏻👍
Bahut badhiya Kavi sammelan shyamlal Dharmendra Ranipur
यहां भी खुदा वहां भी खुदा जहां नहीं खुदा वहां अब खुदेंगे 😅😅
I listen first time this type of kavi sammelan............😊
कवीसमेलन है ज्यादा सीरियस मत लो बात को😅
Masha Allah jawab lajawab h
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Aasuo ko jo roku to kaise sbr ki imteha ho gayi h m.a.b.ed
Bahut der kr di jawab likhte 2 m.a.b.ed
बिल्कुल सही है
फूहड़पन युक्त कवि सम्मेलन, किसी भी संत के बारे में अशिष्टता कवियों के मध्य शोभा नही देती है। विद्वत् समाज में शालीनता अपरिहार्य होनी चाहिए। 🌹
कवि सम्मेलन का गिरता स्तर..........
Nari Shakti Ko Salam
यह संचालक कम कार्टन ज़यादा लगता है
Wah wah ❤
कवि सम्मेलन में यही होता है,😂😂😂😂
ये सब पूर्व निर्धारित सा होता है। हर एक कवि सम्मेलन में कवियित्री संग ऐसी मसखरी होती है। जनता का मनोरंजन करने के लिए तगड़ी फीस लेते हैं ये फूहड़ कवि बिकाऊ है।
Sahi kiya madam ne, sahi jawab diya🎉
पिए हैं जनाब