शानदार प्रश्नोत्तर से लाभान्वित करवाने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद, सर जी। 🙏 1. चित्तौड़ दुर्ग के साके - 1303 रतन सिंह, पद्मिनी/ अलाउद्दीन खिलजी।,,1534 विक्रमादित्य, कर्मवती/बहादुर शाह।,,1567 उदय सिंह/ अकबर 2. लूणी नदी का उद्गम नाग पहाड़, अजमेर, नागौर, पाली, जोधपुर, बालोतरा (बाड़मेर) तक मीठा, बाद में खारा हो जाता है। 3. देवनारायण का प्रमुख मंदिर आसींद, भीलवाड़ा में है। 4. महामहिम राजस्थान - श्री कलराज मिश्र जी है। 5. 1857 की क्रांति के समय राजस्थान में 6 सैनिक छावनियां थी - एरिनपुरा (पाली), नीमच (म.प्र.), ब्यावर (अजमेर), देवली (टोंक), खेरवाड़ा (उदयपुर), नसीराबाद (अजमेर)। पॉलिटिकल एजेंट - जयपुर(ईडन), भरतपुर(मॉरिसन), कोटा (बर्टन), मेवाड़ (शावर्स), जोधपुर(मेक मोसन)।
जल जाता है वो दिए की तरह, कई जीवन रोशन कर जाता है। कुछ इसी तरह से हर गुरु, अपना फर्ज निभाता है। sir Apki class live to nhi dekti but humesa night ko har class ke Nors jarur banati hu so thank you sir Ap Humare liye Itani mehant karte ho
चित्तौड़गढ़ मे 3 साके हुए 1=1303 मे (अलाउदीन ख़िलजी ने आक्रमण किया था रतन सिंह युद्ध मे वीरगति को प्राप्त हुए और रानी पद्मावती ने जोहर किया 2= 1535 मे गुजरात के बहादुर शाह ने आक्रमण किया चित्तोड़ के शासक विक्रमादित्य थे युद्ध की कमान बाघसिंह को सोपी बाघसिंह ने केसरिया किया ओर कर्मावती ने जोहर किया। 3=1568 मे अकबर ने आक्रमण किया जयमल फ्ता ने केसरिया किया और फत्ता की पत्नी फूलकंवर ने जोहर किया
😊 😊 देवनारायण जी 😊😊 @ देवनारायण जी का जन्म 1243 में आसींद गाँव भीलवाड़ा म हुआ @ मुलनाम - उदयसिंह @ पिता - सवाई भोज @ माता - सेढू खटानी @ पत्नी - पीपल दे ( धार नरेश जयचंद की पुत्री ) @ घोडे का नाम लीलागर था @ गुर्जर जाती के लोग अपना आराध्य देव मानते ह ।। @ देवनारायण की फड़ पर 2 सितंबर 1992 को 2 रुपये का डाकटिकट जारी हुआ था @ प्रशिद्ध मंदिर आशिंद गाँव भीलवाड़ा देवमाली पुष्कर अजमेर देवधाम जोधपुरिया निवाई टोंक देवडूंगरी चितोडघड 👍👍👍👍 जय हिंद जय भारत 👍👍
Aape bhut acha pdate boo sir 🙏🙏🙏👍👍👍❤️❤️❤️🙏🙏🙏Your study super helpful and very useful thank you sir me aapki class roj teta hu or aape mere fev..... Sir ho thank you for all the help class 🙏🙏🙏
चितोड़ में 3 साके हुए व्याख्या पूर्वक वर्णन नीचे देखे 😊 प्रथम साका - 28 जनवरी 1303 में (रावल रतनसिंह व अलाउद्दीन खिलजी के मध्य ) रानी पद्मिनी के द्वारा जौहर किया गया गोरा बादल सहीद हुए अलाउद्दीन युद्ध जितने के बाद चितोड़ का नाम बदलकर खिज्राबाद कर देता ह ।। ☺️ द्वितीय साका - 1534 में ( बहादुर शाह के द्वारा चितोड़ पर आक्रमण किया जाता ह ओर बाघसिंह के द्वारा केशरिया ओर रानी कर्मावती के द्वारा जौहर किया जाता ह ) ☺️ तृतीय साका - 1567 -68 में ( अकबर व उदयसिंह के मध्य ) इस साके म जयमल व फत्ता के द्वारा केशरिया किया व फूल कवँर के द्वारा जौहर किया जाता ह ।। 👍 जय हिंद जय भारत 👍
1- चितौड़ में तीन साके हुए थे पहला 1303 मैं रतनसिह / पद्मनी दुसरा 1534 तीसरा 1567-68 उदयसिह 2--- लूनी नदी 6 जिलों से गुजरती है अजमेर, नागौर, जोधपुर,पाली, बाड़मेर, जालौर - लूनी नदी बालोतरा ( बाड़मेर ) के बाद खारी हो जाती है 3- 1857 की क्रांति के समय 6 छावनियां थी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
चित्तौड़ दुर्ग का प्रथम साका-1303 आक्रमणकारी-अलाउदीन खिलजी केसरिया- गोरा बादल के नेतृत्व में रतन सिंह ने जौहर- रानी पद्मिनी के नेतृत्व में चित्तौड़ दुर्ग का द्वितीय साका- 5 मार्च 1535 आक्रमणकारी गुजरात का बहादुरशाह केसरिया- रावत बाघ सिंह के नेतृत्व में जौहर- रानी कर्मावती के द्वारा 13000 महिलाओं के साथ चित्तौड़ का तीसरा शाका-24 फरवरी 1568 केसरिया- जयमल राठौड़ व फत्ता सिसोदिया के नेतृत्व में जौहर- फत्ता सिसोदिया की रानी फूल कंवर के नेतृत्व में 7000 राजपूत महिलाओं द्वारा 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
तुलजा भवानी का मंदिर मेवाड़ में बनवीर ने बनवाया चित्तौड़गढ़ में तीन साके हुए थे पहला रावल रतन सिंह-पद्मनी के समय 1303 में दूसरा राणा विक्रमादित्य के समय 1534-35 कर्मावती ने जौहर किया, और तीसरा महाराणा उदय सिंह के समय 1567-68 में अकबर का आक्रमण था 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
महिलाएं सभा एवं विद्थ में भाग लेती थी। उत्तर वैदिक काल में विद्थ प्रचलन में नहीं थी। समिति में राजा का चयन किया जाता था। बलि कुल कमाई का 1/12 वां भाग कर के रूप में राजा को स्वेच्छा से दिया करते थे।
गुरु जी ऋग्वेद में सर्वाधिक बार उल्लेख सिंधु नदी का हुआ है गंगा का उल्लेख एक बार यमुना का उल्लेख 3 बार और पवित्र नदी सरस्वती है और महत्वपूर्ण नदी सिंधु है
1857 की क्रान्ति राजस्थान में 1857 की क्रांति के समय 6 सैनिक छावनी थी- एरिनपुरा, नीमच, नसीराबाद ,ब्यावर, देवली व खेरवाड़ा! 1857 की क्रांति के समय राजस्थान के ए जी जी- पैट्रिक लॉरेंस राजस्थान में 18 57 की क्रांति की शुरुआत 28 मई 1857 को नसीराबाद छावनी में हुई नीमच मैं विद्रोह है 3 जून 1857 को हुआ! एरिनपुरा छावनी में विद्रोह है 21 अगस्त 1857 को हुआ ब्यावर व खेरवाड़ा में विद्रोह नहीं हुआ! 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
👍लुणी नदी की मुख्य 5 बातें 👍👍 1 लुणी नदी अजमेर के नाग पहाड़ से निकलती ह ।। 2 यह नदी अजमेर से निकलकर नागौर जोधपुर पाली बाड़मेर जालौर बहती हुई गुजरात के कच्छ प्रदेश म विलुप्त हो जाती ह ।। 3 कुल लम्बाई - 495 km ह ।। 4 राजस्थान में इसकी लम्बाई 330 km ह ।। 5 यह नदी बालोतरा बाड़मेर के बाद खारी हो जाती ह ।। 👍👍 जय हिंद जय भारत 👍👍
1857 की क्रांति के समय राजस्थान मे 6 सैनिक छावनियां थी=नसीराबाद नीमच देवली एरीनपुर ब्यावर खेरवाड़ा। सबसे पहले क्रांति 28 मई को नसीराबाद मे हुई। खेरवाड़ा और ब्यावर ऐसी छावनियां थी जहा विद्रोह नही हुआ। मारवाड़ मे शासक =तख्त सिंह और pa= मेक मोशन। मेवाड़ मे शासक = स्वरूप सिंह ओर pa=शोवर्श। कोटा मे शासक = रामसिंह 2 और pa= मेजर बर्टन क्रांति के समय राजस्तान के A.G.G पेट्रिक लोरेंश थे
Ans. 1...... चित्तौड़गढ़ में सर्वाधिक 3 साके हुए थे। 1. पहला साका = 1303 में अलाउद्दीन खिलजी और चित्तौड़गढ़ के शासक रावल रतन सिंह के बीच युद्ध हुआ जिसमें अलाउद्दीन खिलजी की जीत होती है । 2. दूसरा साका = 1534 में गुजरात के शासक बहादुर शाह और राणा सांगा की विधवा पत्नी रानी कर्मावती के बीच युद्ध हुआ जिसमें बहादुर शाह की जीत होती है । 3. तीसरा साका = 1567 में अकबर तथा राणा सांगा के पुत्र उदयसिंह के बीच युद्ध हुआ जिसमें अकबर की जीत होती है। Ans. 2....... *लूणी नदी* लूणी नदी अरावली पर्वत के निकट अजमेर जिले के नगपहाड से उत्पन्न होकर दक्षिण पश्चिम क्षेत्र में नागौर , पाली , जोधपुर , बाड़मेर , जालोर , आदि ( राजस्थान ) में 330 किलोमीटर प्रवाहित होते हुए गुजरात ( कच्छ ) के रण में जाकर मिलती है । यह नदी जैतारण के लोटोती व रास से भी निकलती है । इस नदी का पानी उद्गम स्थान से लेकर बालोतरा ( बाड़मेर ) तक मीठा होता है लेकिन बालोतरा में पहुंचते ही पानी खारा हो जाता है । Ans. 3....... देवनारायण जी के प्रमुख मंदिर इनका भव्य मंदिर आसींद भीलवाड़ा में है । देवनारायण जी ने ब्यावर के पास मसूदा से 6 किलोमीटर दूर देहमाली गांव में भाद्रपद शुक्ल सप्तमी को अपनी देह त्यागी थी। आसींद व देवमाली के अतिरिक्त इनका प्रसिद्ध विशाल देवरा टोंक जिले की निवाई तहसील के जोधपुरीया गांव में है । चित्तौड़गढ़ में देव डूंगरी पर भी इनका मंदिर बना है। Ans. 4........ राज्यपाल के बारे में राज्यपाल की नियुक्ति राज्यो में होती है। राज्य की कार्यपालिका का प्रमुख राज्यपाल ( गवर्नर ) होता है जो कि मंत्रिपरिषद की सलाह पर कार्य करता है। कुछ मामलों में राज्यपाल को विशेषाधिकार दिए गए है ऐसे मामलों में वह मंत्रिपरिषद की सलाह के बिना भी कार्य करता है। राज्यपाल अपने राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति भी होते है । 7 वें संशोधन 1956 के तहत एक राज्यपाल एक से अधिक राज्यो के लिए भी नियुक्त किया जा सकता है । Ans. 5....... सैनिक छावनियां 6 थी 1 = नसीराबाद ( अजमेर ) 2 = नीमच ( मध्य प्रदेश ) 3 = देवली ( टोंक ) 4 = ब्यावर ( अजमेर ) 5 = एरिनपुरा ( पाली ) 6 = खेरवाड़ा ( अजमेर ) नोट = 2 सैनिक छावनियो ( ब्यावर और खेरवाड़ा ) ने क्रान्ति में भाग नहीं लिया था। ..............राजस्थान में क्रान्ति के समय पॉलिटिकल एजेंट 👇👇 1 = कोटा रियासत में मेजर बर्टन 2 = जोधपुर रियासत में मेक मैसन 3 = भरतपुर रियासत में मोरिशन 4 = जयपुर रियासत में ईडन 5 = उदयपुर रियासत में शावर्स 6 = सिरोही रियासत में जे.डी. हॉल
✍️चित्तौड़ में तीन साके हुए,,,,,, ✍️✍️ प्रथम साका 28 जनवरी 1303(रावल रतन सिंह Vs अलाउद्दीन खिलजी) ✍️जौहर-रानी पद्मिनी ✍️गोरा और बादल वीरगति को प्राप्त हुए। ✍️चित्तौड़ दुर्ग का नाम खिज्राबाद रखा गया। ✍️✍️द्वितीय साका---- 1334-35(बहादुर शाह ज़फ़र Vs बाघसिंह) ✍️जौहर -----रानी कर्मावती। ✍️✍️तृतीय साका 1567-68(अकबर Vs उदयसिंह) ✍️केसरिया-- जयमल व फत्ता सिसोदिया । ✍️जौहर- फूल कवर। ********जय हिंद गुरुदेव******** 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 ✍️✍️लूनी नदी,,,, अजमेर की नाक पहाड़ियों से उद्गम। ✍️अजमेर से निकलकर नागौर, जोधपुर, पाली, बाड़मेर, जालौर में बहती हुई गुजरात के कच्छ के रण में विलुप्त हो जाती है। ✍️बालोतरा बाड़मेर में खारी हो जाती हैं। 🤭🤭मेरे गांव से बहती है 😂🙈 ****जय हिंद**** 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 ✍️✍️ देवनारायण जी,,,जन्म 1243 आसींद, भीलवाड़ा। ✍️ मूलनाम,,, उदय सिंह। ✍️ पिता ,,,सवाई भोज, माता,,, सेढू खट्ठानी।। ✍️ घोड़ा ,,,लीलागर। ✍️ गुर्जर जाति के लोग अपना आराध्य देव मानते हैं।। ✍️2 सितंबर 1992 को 2 रूपए का डाक टिकट जारी हुआ।। ✍️ प्रसिद्ध मंदिर आसींद भीलवाड़ा व देवमाली पुष्कर अजमेर।। ******जय हिंद गुरुदेव***** 💐💐💐💐💐💐💐💐 ✍️✍️**1857**की क्रांति के समय राजस्थान में कुल छ: छावनियां थी।। 🇮🇳🇮🇳JAI HIND GURUDEV 🇮🇳🇮🇳
चित्तौड़गढ़ दुर्ग में तीन साके हुए 1 . 1303 में रत्न सिंह व अल्लाउद्दीन खिलजी जौहर रानी पद्मिनी 2. 1534 में बहादुर शाह ने आक्रमण रानी कर्मवती ने जौहर 3. 1567_68 जयमल फत्ता 2. प्राचीन नाम लवणवती उद्गम अजमेर की नागपहाडी़ से बालोतरा तक जल मीठा बाद में खारा है कालीदास ने इसे अंतः सलिला कहा है राजस्थान में लम्बाई 330 km देवनारायण जी का मन्दिर आसींद ( भीलवाड़ा) व देवधाम जोधपुरया टोंक में है मूर्ति की जगह बड़ी ईटों की पूजा करते हैं 2 सितम्बर 1992 को 5 रुपये का डाक टिकट जारी किया गया 1857 की क्रांति के समय 6 सैनिक छावनी थी नसीराबाद, नीमच, एरिनपुरा, ब्यावर, देवली, खेरवाड़ा थी जयपुर के पाॅलिटीकल एजेंट कर्नल ईडन मारवाड़ में मैक मैसन मेवाड़ में मेजर शाॅवर्स कोटा में मेजर बर्टन धौलपुर में मौरीसन थे
चितौड का पहला शाखा 26 aug 1303 ko ravel rathansing k time m hua ta Alahuddin kilji n aakrmn kiya tha 18jan 1303 s 26 aug 1303 tk gerabndi ki Badl v gora mary gy Ranipdmawti n anek raniyo k sath johr kiya Yh etihas ka dusra saka v sbsy bda saka khlaya 2.लूनी नदी -ajmer ki nagphadiyo s udgum -ajmer nagor pali jodhpur badmer jalor aagy gujrath k kach rn m vilupt ho jati h -495 km lmbi ndi - purnthya brsathi nadi h -udgum s mita pani aagy balothra badmer s aagy khara pani ho jata h - pchmi rajsthan ki gnga kha jata h -Mrusthl ki gnga kha jata h 3. देवनारायण जी का मूल मूल देवरागोटा दंडावत आसींद भीलवाड़ा - समाधि देवमाली ब्यावर मंदिर देवमाली ब्यावर, देव धाम जोधपुरिया निवाई टोंक, देव डूंगरी पहाड़ी चित्तौड़ में देवनारायण जी का मेला भाद्रपद शुक्ल छठ सप्तमी को लगता है 4 - राज्यपाल की नियुक्ति अनुच्छेद 155के तहत होती है - राज्यपाल की नियुक्ति राष्ट्रपति करता है- - राज्यपाल अपना त्यागपत्र भी राष्ट्रपति को देता है राज्यपाल का कार्यकाल सामर्थ्य 5 वर्ष होता है राष्ट्रपति के प्रसादपर्यंत रहता है राज्यपाल की शक्ति अनुच्छेद 154 में - राज्यपाल को शपथ शपथ उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश से लाता है अनुच्छेद 159 - वर्तमान में राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र 5. राजस्थान में 18 57 की क्रांति की शुरुआत नसीराबाद छावनी से हुई क्रांति के समय राजस्थान में 6 छावनी नसीराबाद छावनी नीमच छावनी एरिनपुरा छावनी देवली छावनी खेरवाड़ा छावनी ब्यावर छावनी _ poltical agent = जयपुर में कर्नल ईडन = मेवाड़ में मेजर सावरस mewad Mein make monson कोटा में मेजर बटन 30 मई 18 57 को नसीराबाद से शुरुआत हुई राजस्थान में खेरवाड़ा में ब्यावर छावनी में कोई गतिविधि नहीं हुई क्रांति की
चित्तौड़गढ़ दुर्ग दुर्गो की गिरी श्रेणी में आता है। ✍ चित्तौड़गढ़ दुर्ग की ऊंचाई 1810 फिट है। ✍ चित्तौड़गढ़ दुर्ग का कुल क्षेत्रफल 28 वर्ग किलोमीटर है। ✍ क्षेत्रफल कि दृष्टि से राजस्थान का सबसे बड़ा दुर्ग चित्तौड़गढ़ दुर्ग है। ✍ चित्तौड़गढ़ दुर्ग की परिधि 13 किलोमीटर है। ✍ चित्तौड़गढ़ दुर्ग राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित है। ✍ चित्तौड़गढ़ दुर्ग की आकृति व्हेल मछली के समान है। ✍ चित्तौड़गढ़ दुर्ग का वास्तविक नाम चित्रकुट दुर्ग है। ✍ चित्तौड़गढ़ दुर्ग मेसा के पठार पर स्थित है। ✍ चित्तौड़गढ़ दुर्ग गंभीरी तथा बेड़च नदियो के संगम या किनारे पर स्थित है। ✍ श्यामल दास कि पुस्तक वीर विनोद के अनुसार चितौड़गढ़ दुर्ग का निर्माण 7 वी शताब्दी मे चित्रांगद/चित्रांगन मौर्य ने करवाया था। ✍ चित्तौड़गढ़ दुर्ग का आधुनिक निर्माता महाराणा कुंम्भा था। ✍ चितौड़गढ़ दुर्ग मे कुल 7 दरवाजे है जिनमे से प्रथम दरवाजा पाण्डनपोल व अंतिम दरवाजा राम पोल के नाम से जाना जाता है। ✍ गढ़ तो चितौड़गढ़ है बाकी सब गढ़ेया है। ✍ राजस्थान का यह एकमात्र दुर्ग है जिसके अन्दर कृषि कि जाती है। ✍ यह राजस्थान का सबसे बड़ा लिविंग फोर्ट/रिहायसि दुर्ग है। ✍ चित्तौड़गढ़ दुर्ग के उपनाम- 1. राजस्थान का गौरव 2. गढ़ो का सिरमौर 3. मालवा का प्रवेश द्वार 4. दक्षिणी राजस्थान का प्रवेश द्वार 👉 बप्पा रावल- ✍ बप्पा रावल का वास्तविक नाम कालभोज था। ✍ बप्पा रावल के गुरु का नाम हारित ऋषि था। ✍ बप्पा रावल के इष्ट देव एकलिंग जी थे। ✍ बप्पा रावल का समाधि स्थल नागदा में है। ✍ नागदा चितौड़गढ़/मेवाड़ कि प्रथम राजधानी थी। ✍ 734 ई. मे बप्पा रावल ने अपने गुरु हारित ऋषि के वरदान से चितौड़गढ़ दुर्ग पर आक्रमण किया तथा यहा के शासक मानमोरी को प्राजीत कर इस दुर्ग पर अधिकार किया। 👉 दर्शनिय स्थल- 1. विजय स्तम्भ- ✍ विजय स्तम्भ का निर्माता महाराणा कुंम्भा ने सन् 1440 से1448 के बीच करवाया था। ✍ विजय स्तम्भ के वास्तुकार जैता, नापा, पोमा, पूँजा थे। ✍ विजय स्तम्भ की ऊँचाई 120 फिट है। ✍ विजय स्तम्भ कुल 9 मंजिला इमारत है। ✍ विजय स्तम्भ में कुल 157 सिढ़िया स्थित है। ✍ फगर्युसन के द्वारा विजय स्तम्भ की तुलना रोम के टार्जन से की गई है। ✍ विजय स्तम्भ का निर्माण महाराणा कुंम्भा ने सारंगपुर/मालवा विजय के उपलक्ष मे करवाया था। ✍ सारंगपुर/मालवा युद्ध 1437 ई. मे महाराणा कुंम्भा व महमूद खिलजी के मध्य हुआ था जिसमे महाराणा कुंम्भा विजय हुई। ✍ राजस्थान पुलिस व माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का प्रतिक चिन्ह विजय स्तम्भ से लिया गया है। ✍ भारत सरकार ने 15 अगस्त 1949 को विजय स्तम्भ के नाम पर 1 रुपये की डाक टिकट जारी कर रखी है। ✍ विजय स्तम्भ के उपनाम- 1. हिन्दू देवी देवताओ का अजायब घर 2. भारतीय मुर्तिकला का विश्व कोष 3. राजस्थानी मुर्तिकला का अनमोल खजाना 4. विष्णु ध्वज (विजय स्तम्भ पर भगवान विष्णु कि मुर्ति होने के कारण) 5. विष्णु स्तम्भ 2. किर्ति स्तम्भ- ✍ निर्माण- सन् 1170 मे जैन धर्म के व्यापारी बघेरवाल जीजा जैन ने करवाया ✍ ऊँचाई- 75 फिट ✍ मंजिला- 7 ✍ समर्पित- यह स्तम्भ भगवान आदीनाथ को समर्पित है ✍ जैन किर्ति स्तम्भ शिलालेख लिखने कि सुरूआत कवि अत्री ने कि थी लेकिन इसको पुरा उनके पुत्र महेश ने किया था 👉 चितौड़गढ़ दुर्ग के प्रसिद्ध मंदिर- 1. मीरा बाई का मंदिर 2. कुंभ स्वामी मंदिर 3. सतबीस देवरी मंदिर (27 छोटे-छोटे जैन मंदिरो का समुह) 4. तुलजा माता मंदिर- यह मंदिर पृथ्वीराज सिसोदिया के बेटे बनवीर ने बनवाया था तथा तुलजा माता मराठा शासक शिवाजी कि अराध्य देवी मानी जाती है 5. कालिका माता मंदिर- इस मंदिर का निर्माण मौर्य वंश के राजा मानमौरी ने करवाया था तथा यह मंदिर राजस्थान मे भगवान सूर्य का सबसे प्राचीनतम मंदिर है
1........3 साको का 1===1303( केसरिया....रतन सिंह , जौहर..... पद्मनी) 2====1534(केसरिया.... बाघसिंह, जौहर... कर्मावती) 3====1567-68(केसरिया.....जयमल मेड़तिया , जौहर..... फूल कंवर) 2.....उद्गम ... नाग पहाड़ (अजमेर) अन्त...…..कच्छ का रन कुल लंबाई____495km राजस्थान में लम्बाई-------330km बहाव क्षैत्र=गोड़वाड़ प्रदेश सहायक नदियां====जोजडी ,जवाई ,बान्डी सुकड़ी ,साड़ी 3=====आसिन्द (भीलवाड़ा)
1.चोचोड़घर्ड के सके। 1303,1534,1567 2.लूणी नदी अजमेर के नाग पहाड़ी से निकलती है। 3.देवनार्यन जी का मंदिर आसींद भीलवाड़ा में ह। 4.राज्यपाल का वरण सविधान के अनु. 153 में ह। राज्यपाल का गढ़न राष्ट्रपति cm की अनुसंसा पर पी कर करता ह। राज्यपाल को ओथ राष्ट्रपति दिलाता ह। और राज्यपाल अपने पद पीआर राष्ट्रपति चाहे तब तक बना रहता ह। 5. अरिनपुर, कुसलघर्ड , लावा, बायवर, निमराना, नसीराबाद
chittod ke sake 1st 1303 rani padmawati 2nd 1534 rani karmawati 3rd 1567 udaysingh ke time pe jaymal or fatta ki patniyo ke dwara लुनी नदी अजमेर की नाग पहाडी से निकलती है बहाव क्षेत्र- अजमेर नागौर पाली जोधपुर बाड़मेर जालोर कच्छ के रन मे विलुप्त 495km devnarayan ji- जन्म आसिन्द भीलवाड़ा घोड़ा लिलागर विष्णू के अवतार मेला- भाद्रपद शुक्ल 6 ओर 7 जोधपूरिया टोक मे मन्दिर 1857 मे 6 सेनिक छावनी थी एरिनपुरा ब्यावर नसिराबाद खेराबाद निमच देवली मारवाड़ मोक मेसन कोटा का बर्टन मेवाड का सावर्श जयपुर का ईडन
लूणी नदी उदगम- नाग पहाड़, अजमेर अजमेर में बहने के पश्चात नागौर ,पाली ,जोधपुर, बाड़मेर जालौर में बहती हुई कच्छ के रण में मिल जाती है! लूनी नदी का उद्गम स्थल पर सागरमती के नाम से जाना जाता है! लूनी नदी को नाग पहाड़ से गोविंदगढ़ तक साक्री नदी के नाम से जाना जाता है! लूनी नदी का जल बालोतरा, बाड़मेर तक मीठा होता है ! वह बाद में इसका जल खारा हो जाता है इसी कारण इस नदी को मिठी - खारी नदी के नाम से भी जाना जाता है! कालिदास ने लूनी नदी को अतं:सलीला की उपाधि दी है! कुल लंबाई -495 किलोमीटर है! राजस्थान में इसकी लंबाई 330 किलोमीटर है! 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
चित्तौड़ गड़ के साके- 1--1303 राणा रत्न सिंह v/s A-K जौहर- पद्मिनी 2--1534 राणा विक्रमादि्य v/s भाहादुर शा जफर। जौहर कर्मावती 3-1567-68 उदयशिंह v/s akbar Launi nadi - उदगम - अजमेर की नाग पहाड़ी राजस्थान में 330 और पूरी 495 KM समाप्त - कच्छ का रण बहाव क्षेत्र- अजमेर, नागौर, पाली, झोधपुर , बाड़मेर, जालोर उपनाम- आदि मीठी आदी खारी , अन्त सलिला देवनारायण मंदिर-1- देवधाम झोधपुरिया निवाई टोंक 2- मंडल भीलवाड़ा 3- मालपुरा टोंक 4- मसूदा अजमेर 5- आसींद भीलवाड़ा छावनी या-1 नसीराबाद 2- बयावर अजमेर 3- मेरवाड़ा उदयपुर 4- एरिनपुरा पाली 5- नीमच MP 6- dewali tonk Political एजेंट 1 कोटा -batan 2-भरतपुर मोरीसास,3- जयपुर इडन 4- मेवाड़ साएवर्स,5- मारवाड़ मैक मोशन राज्य पाल- 153 पद का उलेख 155- सफत -156- कार्य काल 5 साल राष्ट्रपति के पद प्रयंट 157-158- योग्यता 213 अदयादेस जारी कर सकता हैं (कोई गलती हो तो सॉरी)
राजस्थान का महामहिम राज्यपाल होता है, राज्यपाल राज्य का संवैधानिक प्रमुख होता है, राज्यपाल की नियुक्ति का प्रावधान अनुच्छेद एक सौ पचपन में किया गया है , राज्यपाल राज्य का प्रथम नागरिक होता है, राज्य सरकार के सभी कार्य राज्यपाल के नाम से किए जाते हैं, Raja ke Pratham rajyapal sardar guru mukh Nihal Singh bane।,,, लोनी नदी का उद्गम अजमेर के नाक पहाड़ियों से होता है, यह अरावली के समांतर बहने वाली नदी है, जिसका क्षेत्र राजस्थान में 330 किलोमीटर है, यह नदी पूर्णतया बरसाती है, इसका पानी बालोतरा (बाड़मेर) तक मीठा है बाद में खारा हो जाता है, यह है दाएं तरफ बहने वाली राजस्थान की एकमात्र नदी।
1.. चित्तौड़गढ़ में तीन sake हुए थे..1303..1534-35...1567 2..लुनी नदी राजस्थान के 6 जिलों से गुजरती है लूनी नदी का उद्गम स्थल नाग पहाड़िया अजमेर... नागौर जोधपुर पाली बाड़मेर जालौर 3.. आसींद भीलवाड़ा देवनारायण जी का मंदिर 5.. 1857 Ki Kranti ke Samay 6 Sainik Chawani
Sir सभा और समिति में स्त्रियों को अनुमति थी ऋग्वेदिक काल में लेकिन उत्तर वेदिक काल में सभा में स्त्रियों का प्रवेश वर्जित हो गया था यह पढ़ा है सर मेने to please reply
Sir mene ye Indian history की दृष्टि की book से conferm किया है जो mene comment kiya hai vo hi likh है book me bhi लेकिन आप ने तो सभा और विदध बताया था Please एक baar ese conform करके बताये
Aur sir भारतीय इतिहास में मुगलकाल सल्तनतकाल और important प्रश्नों का आयूर्वैदिक काढा वाले video की भी pdf telegram पर डाल देते तो बड़ी कृपा होगी आपकी Thank you sir for this you are a great teacher
सर जी मुझे आर एस एम एस एस बी जे ई का पेपर में कुछ प्रश्नों में डाउट है please 6 December 2020 ki morning shift ki answer ki ki dal do please TH-cam per
शानदार प्रश्नोत्तर से लाभान्वित करवाने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद, सर जी। 🙏
1. चित्तौड़ दुर्ग के साके - 1303 रतन सिंह, पद्मिनी/ अलाउद्दीन खिलजी।,,1534 विक्रमादित्य, कर्मवती/बहादुर शाह।,,1567 उदय सिंह/ अकबर
2. लूणी नदी का उद्गम नाग पहाड़, अजमेर, नागौर, पाली, जोधपुर, बालोतरा (बाड़मेर) तक मीठा, बाद में खारा हो जाता है।
3. देवनारायण का प्रमुख मंदिर आसींद, भीलवाड़ा में है।
4. महामहिम राजस्थान - श्री कलराज मिश्र जी है।
5. 1857 की क्रांति के समय राजस्थान में 6 सैनिक छावनियां थी - एरिनपुरा (पाली), नीमच (म.प्र.), ब्यावर (अजमेर), देवली (टोंक), खेरवाड़ा (उदयपुर), नसीराबाद (अजमेर)।
पॉलिटिकल एजेंट - जयपुर(ईडन), भरतपुर(मॉरिसन), कोटा (बर्टन), मेवाड़ (शावर्स), जोधपुर(मेक मोसन)।
सर मुझे लगता है कि आपने भारतीय इतिहास का अध्ययन सुखदेव महिया सर से किया हैं।
😊😊@@Hanu_choudhari
शानदार
जल जाता है वो दिए की तरह,
कई जीवन रोशन कर जाता है।
कुछ इसी तरह से हर गुरु,
अपना फर्ज निभाता है। sir Apki class live to nhi dekti but humesa night ko har class ke Nors jarur banati hu so thank you sir Ap Humare liye Itani mehant karte ho
चित्तौड़गढ़ मे 3 साके हुए 1=1303 मे (अलाउदीन ख़िलजी ने आक्रमण किया था रतन सिंह युद्ध मे वीरगति को प्राप्त हुए और रानी पद्मावती ने जोहर किया
2= 1535 मे गुजरात के बहादुर शाह ने आक्रमण किया चित्तोड़ के शासक विक्रमादित्य थे युद्ध की कमान बाघसिंह को सोपी बाघसिंह ने केसरिया किया ओर कर्मावती ने जोहर किया।
3=1568 मे अकबर ने आक्रमण किया जयमल फ्ता ने केसरिया किया और फत्ता की पत्नी फूलकंवर ने जोहर किया
Sir aapka jwab nhi pdane ka ek dam mst h thanks
Yes....sir...nice pdate ho ..great sir👌👌👌👌👌👌👍
vedic kal 📚📚 good questions 👍thanku 🙏🙏
सर आपका बहुत बहुत आभार अब आगे भारतीय समाज विवाह शहरीकरण ग्रामीण करण REET के according करवा दो 🙏🙏🙏😔😔😔😔
Plzzzzzz
गज़ब झकास क्लास ☺️☺️
😊 😊 देवनारायण जी 😊😊
@ देवनारायण जी का जन्म 1243 में आसींद गाँव भीलवाड़ा म हुआ
@ मुलनाम - उदयसिंह
@ पिता - सवाई भोज
@ माता - सेढू खटानी
@ पत्नी - पीपल दे ( धार नरेश जयचंद की पुत्री )
@ घोडे का नाम लीलागर था
@ गुर्जर जाती के लोग अपना आराध्य देव मानते ह ।।
@ देवनारायण की फड़ पर 2 सितंबर 1992 को 2 रुपये का डाकटिकट जारी हुआ था
@ प्रशिद्ध मंदिर
आशिंद गाँव भीलवाड़ा
देवमाली पुष्कर अजमेर
देवधाम जोधपुरिया निवाई टोंक
देवडूंगरी चितोडघड
👍👍👍👍 जय हिंद जय भारत 👍👍
कोटा का बरटन, सिरोही का हॉल, mewad ka showers, Marwar ka Max Morrison, जयपुर का ईडन
गुरु जी एक बार आप लॉक देवता और लॉक देविया कारवाह दो प्लीज 🙏🙏🙏🙏🙏
जरूर
@@ASHUGKTRICK सर मुझे लगता है कि आपने भारतीय इतिहास का अध्ययन सुखदेव महिया सर से किया हैं।
जय हिंद सर..🇮🇳
Thanks for this useful session
☺️☺️🇮🇳🇮🇳🇮🇳☺️☺️
B
D
51
Very very thanks Sir ji bhut hi acha padhate ho 👌👌👌👌👌👍👍👍👍👍🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Thankyou sir aap bhut bhut acha padate ho 👍👍👍🙏👍🙏
Aape bhut acha pdate boo sir 🙏🙏🙏👍👍👍❤️❤️❤️🙏🙏🙏Your study super helpful and very useful thank you sir me aapki class roj teta hu or aape mere fev..... Sir ho thank you for all the help class 🙏🙏🙏
चितोड़ में 3 साके हुए
व्याख्या पूर्वक वर्णन नीचे देखे
😊 प्रथम साका - 28 जनवरी 1303 में (रावल रतनसिंह व अलाउद्दीन खिलजी के मध्य )
रानी पद्मिनी के द्वारा जौहर किया गया
गोरा बादल सहीद हुए
अलाउद्दीन युद्ध जितने के बाद चितोड़ का नाम बदलकर खिज्राबाद कर देता ह ।।
☺️ द्वितीय साका - 1534 में
( बहादुर शाह के द्वारा चितोड़ पर आक्रमण किया जाता ह ओर बाघसिंह के द्वारा केशरिया ओर रानी कर्मावती के द्वारा जौहर किया जाता ह )
☺️ तृतीय साका - 1567 -68 में ( अकबर व उदयसिंह के मध्य )
इस साके म जयमल व फत्ता के द्वारा केशरिया किया व फूल कवँर के द्वारा जौहर किया जाता ह ।।
👍 जय हिंद जय भारत 👍
1- चितौड़ में तीन साके हुए थे
पहला 1303 मैं रतनसिह / पद्मनी
दुसरा 1534
तीसरा 1567-68 उदयसिह
2--- लूनी नदी 6 जिलों से गुजरती है
अजमेर, नागौर, जोधपुर,पाली, बाड़मेर,
जालौर
- लूनी नदी बालोतरा ( बाड़मेर ) के बाद
खारी हो जाती है
3- 1857 की क्रांति के समय 6 छावनियां
थी
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Thanku sir aap bhut achaa pdate hai jayhind sir ji
चित्तौड़ दुर्ग का प्रथम साका-1303
आक्रमणकारी-अलाउदीन खिलजी
केसरिया- गोरा बादल के नेतृत्व में रतन सिंह ने
जौहर- रानी पद्मिनी के नेतृत्व में
चित्तौड़ दुर्ग का द्वितीय साका- 5 मार्च 1535
आक्रमणकारी गुजरात का बहादुरशाह
केसरिया- रावत बाघ सिंह के नेतृत्व में
जौहर- रानी कर्मावती के द्वारा 13000 महिलाओं के साथ
चित्तौड़ का तीसरा शाका-24 फरवरी 1568
केसरिया- जयमल राठौड़ व फत्ता सिसोदिया के नेतृत्व
में
जौहर- फत्ता सिसोदिया की रानी फूल कंवर के नेतृत्व में 7000 राजपूत महिलाओं द्वारा
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Sir ji aap bahut achchh padhate ho
Gd evening...guruji..thanks ....vnc...🙏🙏🙏🙏💓💓💓
*NyC ♥️ session Sir*
*राख भरोसा बापू*
*तेरी सारी ख्वाइश पूरी कर दूंगी* *सितारों वाली वर्दी पहनकर* *पहला सैल्यूट तेरे नाम दूंगी!!*
*.!! ♥️ पापा♥️..!!*
Bast of lack
Nice sister ❤️😍
Nice sister
जीवन भर अविवाहित रही महिला को अमाजू कहा जाता था।
Very very nice and super
Nice ji👍👍
तुलजा भवानी का मंदिर मेवाड़ में बनवीर ने बनवाया
चित्तौड़गढ़ में तीन साके हुए थे पहला रावल रतन सिंह-पद्मनी के समय 1303 में दूसरा राणा विक्रमादित्य के समय 1534-35 कर्मावती ने जौहर किया, और तीसरा महाराणा उदय सिंह के समय 1567-68 में अकबर का आक्रमण था 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
महिलाएं सभा एवं विद्थ में भाग लेती थी।
उत्तर वैदिक काल में विद्थ प्रचलन में नहीं थी।
समिति में राजा का चयन किया जाता था।
बलि कुल कमाई का 1/12 वां भाग कर के रूप में राजा को स्वेच्छा से दिया करते थे।
उषा एवं सविता देवी सूर्य से संबंधित है एवं अदिति को देवताओं की माता माना गया है 🙏🏻🙏🏻
गुरु जी ऋग्वेद में सर्वाधिक बार उल्लेख सिंधु नदी का हुआ है गंगा का उल्लेख एक बार यमुना का उल्लेख 3 बार और पवित्र नदी सरस्वती है और महत्वपूर्ण नदी सिंधु है
Jai Hind sir
Super hero
❤❤
1303 ratan singh a.k
1534-35 bagh singh . Karmavati. Bhadur sah
1567-68 uday singh jaimal rathor. fatta sisodia. Ful knwar
2. Luni river 465 in raj.330
Ajmer nagor jodhpur pali badmer jalor 6)
5. 6 chavnia thi.
Jaipur iden
Kota burten
Jodhpur makmoshn
Udaipur shavrsh
...
1 nasirabad 2 arinpura 3 byavar4 devli5 kherwada 6nimach
Gr8class
Superb
सर राजस्थान पुलिस में टेटू कहा तक मान्य है इस के बारे में विडियो बनाओ प्लीज सर 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
😀😀😀😀😀🤣🤭
Aap lg gye kya Raj police m
@@mnukumawat9694 b
@@mnukumawat9694 d
@@PramodSharma-ri4yi matlb
Sir aap acha pdate ho thank you 😀😀😀😀😀
Ha sir ji
सर एक question हैं 🙋
महायान देव की उपाधि किसकी थी????
hensang ki
@@letsstudy7176 ha हर्षवर्धन ने ह्वेनसांग को महायान देव की उपाधि प्रदान की मैंने भी अभी सर्च किया🇮🇳
Thanks dear..☺️
Thanks sir ji🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Sir aap ki class live to nhi dekhti hu but night me notes bnati huuu guru jiii
Suman. Meena
1857 की क्रान्ति
राजस्थान में 1857 की क्रांति के समय 6 सैनिक छावनी थी- एरिनपुरा, नीमच, नसीराबाद ,ब्यावर, देवली व खेरवाड़ा!
1857 की क्रांति के समय राजस्थान के ए जी जी- पैट्रिक लॉरेंस
राजस्थान में 18 57 की क्रांति की शुरुआत 28 मई 1857 को नसीराबाद छावनी में हुई
नीमच मैं विद्रोह है 3 जून 1857 को हुआ!
एरिनपुरा छावनी में विद्रोह है 21 अगस्त 1857 को हुआ
ब्यावर व खेरवाड़ा में विद्रोह नहीं हुआ!
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
👍लुणी नदी की मुख्य 5 बातें 👍👍
1 लुणी नदी अजमेर के नाग पहाड़ से निकलती ह ।।
2 यह नदी अजमेर से निकलकर नागौर जोधपुर पाली बाड़मेर जालौर बहती हुई गुजरात के कच्छ प्रदेश म विलुप्त हो जाती ह ।।
3 कुल लम्बाई - 495 km ह ।।
4 राजस्थान में इसकी लम्बाई 330 km ह ।।
5 यह नदी बालोतरा बाड़मेर के बाद खारी हो जाती ह ।।
👍👍 जय हिंद जय भारत 👍👍
Thank you very much sir ji score 40/43
Good sir
Wawa gurudew ji 👌👌👌👌👏👏👏👏💕💕
1857 की क्रांति के समय राजस्थान मे 6 सैनिक छावनियां थी=नसीराबाद नीमच देवली एरीनपुर ब्यावर खेरवाड़ा।
सबसे पहले क्रांति 28 मई को नसीराबाद मे हुई। खेरवाड़ा और ब्यावर ऐसी छावनियां थी जहा विद्रोह नही हुआ।
मारवाड़ मे शासक =तख्त सिंह और pa= मेक मोशन।
मेवाड़ मे शासक = स्वरूप सिंह ओर pa=शोवर्श।
कोटा मे शासक = रामसिंह 2 और pa= मेजर बर्टन
क्रांति के समय राजस्तान के A.G.G पेट्रिक लोरेंश थे
Ans. 1...... चित्तौड़गढ़ में सर्वाधिक 3 साके हुए थे।
1. पहला साका = 1303 में अलाउद्दीन खिलजी और चित्तौड़गढ़ के शासक रावल रतन सिंह के बीच युद्ध हुआ जिसमें अलाउद्दीन खिलजी की जीत होती है ।
2. दूसरा साका = 1534 में गुजरात के शासक बहादुर शाह और राणा सांगा की विधवा पत्नी रानी कर्मावती के बीच युद्ध हुआ जिसमें बहादुर शाह की जीत होती है ।
3. तीसरा साका = 1567 में अकबर तथा राणा सांगा के पुत्र उदयसिंह के बीच युद्ध हुआ जिसमें अकबर की जीत होती है।
Ans. 2....... *लूणी नदी*
लूणी नदी अरावली पर्वत के निकट अजमेर जिले के नगपहाड से उत्पन्न होकर दक्षिण पश्चिम क्षेत्र में नागौर , पाली , जोधपुर , बाड़मेर , जालोर , आदि ( राजस्थान ) में 330 किलोमीटर प्रवाहित होते हुए गुजरात ( कच्छ ) के रण में जाकर मिलती है । यह नदी जैतारण के लोटोती व रास से भी निकलती है । इस नदी का पानी उद्गम स्थान से लेकर बालोतरा ( बाड़मेर ) तक मीठा होता है लेकिन बालोतरा में पहुंचते ही पानी खारा हो जाता है ।
Ans. 3....... देवनारायण जी के प्रमुख मंदिर
इनका भव्य मंदिर आसींद भीलवाड़ा में है ।
देवनारायण जी ने ब्यावर के पास मसूदा से 6 किलोमीटर दूर देहमाली गांव में भाद्रपद शुक्ल सप्तमी को अपनी देह त्यागी थी।
आसींद व देवमाली के अतिरिक्त इनका प्रसिद्ध विशाल देवरा टोंक जिले की निवाई तहसील के जोधपुरीया गांव में है । चित्तौड़गढ़ में देव डूंगरी पर भी इनका मंदिर बना है।
Ans. 4........ राज्यपाल के बारे में
राज्यपाल की नियुक्ति राज्यो में होती है।
राज्य की कार्यपालिका का प्रमुख राज्यपाल ( गवर्नर ) होता है जो कि मंत्रिपरिषद की सलाह पर कार्य करता है।
कुछ मामलों में राज्यपाल को विशेषाधिकार दिए गए है ऐसे मामलों में वह मंत्रिपरिषद की सलाह के बिना भी कार्य करता है।
राज्यपाल अपने राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति भी होते है ।
7 वें संशोधन 1956 के तहत एक राज्यपाल एक से अधिक राज्यो के लिए भी नियुक्त किया जा सकता है ।
Ans. 5....... सैनिक छावनियां 6 थी
1 = नसीराबाद ( अजमेर )
2 = नीमच ( मध्य प्रदेश )
3 = देवली ( टोंक )
4 = ब्यावर ( अजमेर )
5 = एरिनपुरा ( पाली )
6 = खेरवाड़ा ( अजमेर )
नोट = 2 सैनिक छावनियो ( ब्यावर और खेरवाड़ा ) ने क्रान्ति में भाग नहीं लिया था।
..............राजस्थान में क्रान्ति के समय पॉलिटिकल एजेंट 👇👇
1 = कोटा रियासत में मेजर बर्टन
2 = जोधपुर रियासत में मेक मैसन
3 = भरतपुर रियासत में मोरिशन
4 = जयपुर रियासत में ईडन
5 = उदयपुर रियासत में शावर्स
6 = सिरोही रियासत में जे.डी. हॉल
Ras k liye best of luck aapko jee
✍️चित्तौड़ में तीन साके हुए,,,,,,
✍️✍️ प्रथम साका 28 जनवरी 1303(रावल रतन सिंह Vs अलाउद्दीन खिलजी)
✍️जौहर-रानी पद्मिनी
✍️गोरा और बादल वीरगति को प्राप्त हुए।
✍️चित्तौड़ दुर्ग का नाम खिज्राबाद रखा गया।
✍️✍️द्वितीय साका---- 1334-35(बहादुर शाह ज़फ़र Vs बाघसिंह)
✍️जौहर -----रानी कर्मावती।
✍️✍️तृतीय साका 1567-68(अकबर Vs उदयसिंह)
✍️केसरिया-- जयमल व फत्ता सिसोदिया ।
✍️जौहर- फूल कवर।
********जय हिंद गुरुदेव********
🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
✍️✍️लूनी नदी,,,, अजमेर की नाक पहाड़ियों से उद्गम।
✍️अजमेर से निकलकर नागौर, जोधपुर, पाली, बाड़मेर, जालौर में बहती हुई गुजरात के कच्छ के रण में विलुप्त हो जाती है।
✍️बालोतरा बाड़मेर में खारी हो जाती हैं।
🤭🤭मेरे गांव से बहती है 😂🙈
****जय हिंद****
🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
✍️✍️ देवनारायण जी,,,जन्म 1243 आसींद, भीलवाड़ा।
✍️ मूलनाम,,, उदय सिंह।
✍️ पिता ,,,सवाई भोज, माता,,, सेढू खट्ठानी।।
✍️ घोड़ा ,,,लीलागर।
✍️ गुर्जर जाति के लोग अपना आराध्य देव मानते हैं।।
✍️2 सितंबर 1992 को 2 रूपए का डाक टिकट जारी हुआ।।
✍️ प्रसिद्ध मंदिर आसींद भीलवाड़ा व देवमाली पुष्कर अजमेर।।
******जय हिंद गुरुदेव*****
💐💐💐💐💐💐💐💐
✍️✍️**1857**की क्रांति के समय राजस्थान में कुल छ: छावनियां थी।।
🇮🇳🇮🇳JAI HIND GURUDEV 🇮🇳🇮🇳
Supper
Good
Very good
Thanks sir g sandar question
चित्तौड़गढ़ दुर्ग में तीन साके हुए
1 . 1303 में रत्न सिंह व अल्लाउद्दीन खिलजी
जौहर रानी पद्मिनी
2. 1534 में बहादुर शाह ने आक्रमण
रानी कर्मवती ने जौहर
3. 1567_68 जयमल फत्ता
2. प्राचीन नाम लवणवती
उद्गम अजमेर की नागपहाडी़ से
बालोतरा तक जल मीठा बाद में खारा है
कालीदास ने इसे अंतः सलिला कहा है
राजस्थान में लम्बाई 330 km
देवनारायण जी का मन्दिर आसींद ( भीलवाड़ा) व देवधाम जोधपुरया टोंक में है
मूर्ति की जगह बड़ी ईटों की पूजा करते हैं
2 सितम्बर 1992 को 5 रुपये का डाक टिकट जारी किया गया
1857 की क्रांति के समय 6 सैनिक छावनी थी नसीराबाद, नीमच, एरिनपुरा, ब्यावर, देवली, खेरवाड़ा थी
जयपुर के पाॅलिटीकल एजेंट कर्नल ईडन
मारवाड़ में मैक मैसन
मेवाड़ में मेजर शाॅवर्स
कोटा में मेजर बर्टन
धौलपुर में मौरीसन थे
Q. 27___3 hoga ___Nisk __ sone ka sikka
My hiro sir g
Jai johar
Thanku so much ❤️❤️
चितौड का पहला शाखा 26 aug 1303 ko ravel rathansing k time m hua ta
Alahuddin kilji n aakrmn kiya tha 18jan 1303 s 26 aug 1303 tk gerabndi ki
Badl v gora mary gy
Ranipdmawti n anek raniyo k sath johr kiya
Yh etihas ka dusra saka v sbsy bda saka khlaya
2.लूनी नदी
-ajmer ki nagphadiyo s udgum
-ajmer nagor pali jodhpur badmer jalor aagy gujrath k kach rn m vilupt ho jati h
-495 km lmbi ndi
- purnthya brsathi nadi h
-udgum s mita pani aagy balothra badmer s aagy khara pani ho jata h
- pchmi rajsthan ki gnga kha jata h
-Mrusthl ki gnga kha jata h
3. देवनारायण जी का मूल मूल देवरागोटा दंडावत आसींद भीलवाड़ा
- समाधि देवमाली ब्यावर
मंदिर देवमाली ब्यावर, देव धाम जोधपुरिया निवाई टोंक, देव डूंगरी पहाड़ी चित्तौड़ में देवनारायण जी का मेला भाद्रपद शुक्ल छठ सप्तमी को लगता है
4 - राज्यपाल की नियुक्ति अनुच्छेद 155के तहत होती है
- राज्यपाल की नियुक्ति राष्ट्रपति करता है-
- राज्यपाल अपना त्यागपत्र भी राष्ट्रपति को देता है
राज्यपाल का कार्यकाल सामर्थ्य 5 वर्ष होता है राष्ट्रपति के प्रसादपर्यंत रहता है
राज्यपाल की शक्ति अनुच्छेद 154 में
- राज्यपाल को शपथ शपथ उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश से लाता है अनुच्छेद 159
- वर्तमान में राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र
5. राजस्थान में 18 57 की क्रांति की शुरुआत नसीराबाद छावनी से हुई
क्रांति के समय राजस्थान में 6 छावनी
नसीराबाद छावनी
नीमच छावनी
एरिनपुरा छावनी
देवली छावनी
खेरवाड़ा छावनी
ब्यावर छावनी
_ poltical agent
= जयपुर में कर्नल ईडन
= मेवाड़ में मेजर सावरस
mewad Mein make monson
कोटा में मेजर बटन
30 मई 18 57 को नसीराबाद से शुरुआत हुई
राजस्थान में खेरवाड़ा में ब्यावर छावनी में कोई गतिविधि नहीं हुई क्रांति की
थैंक्स यू सर 🙏🙏🙏🙏🙏
Nice ques.
चित्तौड़गढ़ दुर्ग दुर्गो की गिरी श्रेणी में आता है।
✍ चित्तौड़गढ़ दुर्ग की ऊंचाई 1810 फिट है।
✍ चित्तौड़गढ़ दुर्ग का कुल क्षेत्रफल 28 वर्ग किलोमीटर है।
✍ क्षेत्रफल कि दृष्टि से राजस्थान का सबसे बड़ा दुर्ग चित्तौड़गढ़ दुर्ग है।
✍ चित्तौड़गढ़ दुर्ग की परिधि 13 किलोमीटर है।
✍ चित्तौड़गढ़ दुर्ग राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित है।
✍ चित्तौड़गढ़ दुर्ग की आकृति व्हेल मछली के समान है।
✍ चित्तौड़गढ़ दुर्ग का वास्तविक नाम चित्रकुट दुर्ग है।
✍ चित्तौड़गढ़ दुर्ग मेसा के पठार पर स्थित है।
✍ चित्तौड़गढ़ दुर्ग गंभीरी तथा बेड़च नदियो के संगम या किनारे पर स्थित है।
✍ श्यामल दास कि पुस्तक वीर विनोद के अनुसार चितौड़गढ़ दुर्ग का निर्माण 7 वी शताब्दी मे चित्रांगद/चित्रांगन मौर्य ने करवाया था।
✍ चित्तौड़गढ़ दुर्ग का आधुनिक निर्माता महाराणा कुंम्भा था।
✍ चितौड़गढ़ दुर्ग मे कुल 7 दरवाजे है जिनमे से प्रथम दरवाजा पाण्डनपोल व अंतिम दरवाजा राम पोल के नाम से जाना जाता है।
✍ गढ़ तो चितौड़गढ़ है बाकी सब गढ़ेया है।
✍ राजस्थान का यह एकमात्र दुर्ग है जिसके अन्दर कृषि कि जाती है।
✍ यह राजस्थान का सबसे बड़ा लिविंग फोर्ट/रिहायसि दुर्ग है।
✍ चित्तौड़गढ़ दुर्ग के उपनाम-
1. राजस्थान का गौरव
2. गढ़ो का सिरमौर
3. मालवा का प्रवेश द्वार
4. दक्षिणी राजस्थान का प्रवेश द्वार
👉 बप्पा रावल-
✍ बप्पा रावल का वास्तविक नाम कालभोज था।
✍ बप्पा रावल के गुरु का नाम हारित ऋषि था।
✍ बप्पा रावल के इष्ट देव एकलिंग जी थे।
✍ बप्पा रावल का समाधि स्थल नागदा में है।
✍ नागदा चितौड़गढ़/मेवाड़ कि प्रथम राजधानी थी।
✍ 734 ई. मे बप्पा रावल ने अपने गुरु हारित ऋषि के वरदान से चितौड़गढ़ दुर्ग पर आक्रमण किया तथा यहा के शासक मानमोरी को प्राजीत कर इस दुर्ग पर अधिकार किया।
👉 दर्शनिय स्थल-
1. विजय स्तम्भ-
✍ विजय स्तम्भ का निर्माता महाराणा कुंम्भा ने सन् 1440 से1448 के बीच करवाया था।
✍ विजय स्तम्भ के वास्तुकार जैता, नापा, पोमा, पूँजा थे।
✍ विजय स्तम्भ की ऊँचाई 120 फिट है।
✍ विजय स्तम्भ कुल 9 मंजिला इमारत है।
✍ विजय स्तम्भ में कुल 157 सिढ़िया स्थित है।
✍ फगर्युसन के द्वारा विजय स्तम्भ की तुलना रोम के टार्जन से की गई है।
✍ विजय स्तम्भ का निर्माण महाराणा कुंम्भा ने सारंगपुर/मालवा विजय के उपलक्ष मे करवाया था।
✍ सारंगपुर/मालवा युद्ध 1437 ई. मे महाराणा कुंम्भा व महमूद खिलजी के मध्य हुआ था जिसमे महाराणा कुंम्भा विजय हुई।
✍ राजस्थान पुलिस व माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का प्रतिक चिन्ह विजय स्तम्भ से लिया गया है।
✍ भारत सरकार ने 15 अगस्त 1949 को विजय स्तम्भ के नाम पर 1 रुपये की डाक टिकट जारी कर रखी है।
✍ विजय स्तम्भ के उपनाम-
1. हिन्दू देवी देवताओ का अजायब घर
2. भारतीय मुर्तिकला का विश्व कोष
3. राजस्थानी मुर्तिकला का अनमोल खजाना
4. विष्णु ध्वज (विजय स्तम्भ पर भगवान विष्णु कि मुर्ति होने के कारण)
5. विष्णु स्तम्भ
2. किर्ति स्तम्भ-
✍ निर्माण- सन् 1170 मे जैन धर्म के व्यापारी बघेरवाल जीजा जैन ने करवाया
✍ ऊँचाई- 75 फिट
✍ मंजिला- 7
✍ समर्पित- यह स्तम्भ भगवान आदीनाथ को समर्पित है
✍ जैन किर्ति स्तम्भ शिलालेख लिखने कि सुरूआत कवि अत्री ने कि थी लेकिन इसको पुरा उनके पुत्र महेश ने किया था
👉 चितौड़गढ़ दुर्ग के प्रसिद्ध मंदिर-
1. मीरा बाई का मंदिर
2. कुंभ स्वामी मंदिर
3. सतबीस देवरी मंदिर (27 छोटे-छोटे जैन मंदिरो का समुह)
4. तुलजा माता मंदिर- यह मंदिर पृथ्वीराज सिसोदिया के बेटे बनवीर ने बनवाया था तथा तुलजा माता मराठा शासक शिवाजी कि अराध्य देवी मानी जाती है
5. कालिका माता मंदिर- इस मंदिर का निर्माण मौर्य वंश के राजा मानमौरी ने करवाया था तथा यह मंदिर राजस्थान मे भगवान सूर्य का सबसे प्राचीनतम मंदिर है
Very nice sir ji
1........3 साको का
1===1303( केसरिया....रतन सिंह , जौहर..... पद्मनी)
2====1534(केसरिया.... बाघसिंह, जौहर... कर्मावती)
3====1567-68(केसरिया.....जयमल मेड़तिया , जौहर..... फूल कंवर)
2.....उद्गम ... नाग पहाड़ (अजमेर)
अन्त...…..कच्छ का रन
कुल लंबाई____495km
राजस्थान में लम्बाई-------330km
बहाव क्षैत्र=गोड़वाड़ प्रदेश
सहायक नदियां====जोजडी ,जवाई ,बान्डी सुकड़ी ,साड़ी
3=====आसिन्द (भीलवाड़ा)
Good morning sir
Sir ji me 36 no question please check
Because Raja ke bad 2no par senani hoga purohit ka asthan 3no par hai 🙏🙏
1.चोचोड़घर्ड के सके। 1303,1534,1567
2.लूणी नदी अजमेर के नाग पहाड़ी से निकलती है।
3.देवनार्यन जी का मंदिर आसींद भीलवाड़ा में ह।
4.राज्यपाल का वरण सविधान के अनु. 153 में ह।
राज्यपाल का गढ़न राष्ट्रपति cm की अनुसंसा पर पी कर करता ह।
राज्यपाल को ओथ राष्ट्रपति दिलाता ह।
और राज्यपाल अपने पद पीआर राष्ट्रपति चाहे तब तक बना रहता ह।
5. अरिनपुर, कुसलघर्ड , लावा, बायवर, निमराना, नसीराबाद
Sirrr plzz 1 bar History ki merathan lelijye puri history krwa dena complit usme plzzz sirr🙏🙏🙏
chittod ke sake
1st 1303 rani padmawati
2nd 1534 rani karmawati
3rd 1567 udaysingh ke time pe jaymal or fatta ki patniyo ke dwara
लुनी नदी अजमेर की नाग पहाडी से निकलती है
बहाव क्षेत्र- अजमेर नागौर पाली जोधपुर बाड़मेर जालोर
कच्छ के रन मे विलुप्त
495km
devnarayan ji- जन्म आसिन्द भीलवाड़ा
घोड़ा लिलागर
विष्णू के अवतार
मेला- भाद्रपद शुक्ल 6 ओर 7
जोधपूरिया टोक मे मन्दिर
1857 मे 6 सेनिक छावनी थी
एरिनपुरा
ब्यावर
नसिराबाद
खेराबाद
निमच
देवली
मारवाड़ मोक मेसन
कोटा का बर्टन
मेवाड का सावर्श
जयपुर का ईडन
Ashu sir,
इस चैप्टर का पीडीऍफ़ नही डाला अभी तक टेलीग्राम चैनल पर,
धन्यवाद्
अनिल
नमस्ते गुरू जी
सर 22 में ब्रह्म वादीनी भी अविवाहित रहती थी ।
अविवाहित विदुषी महिला ब्रह्मवादिनी
सर मुझे लगता है कि आपने भारतीय इतिहास का अध्ययन सुखदेव महिया सर से किया हैं।
8का 1
लूणी नदी
उदगम- नाग पहाड़, अजमेर
अजमेर में बहने के पश्चात नागौर ,पाली ,जोधपुर, बाड़मेर जालौर में बहती हुई कच्छ के रण में मिल जाती है!
लूनी नदी का उद्गम स्थल पर सागरमती के नाम से जाना जाता है!
लूनी नदी को नाग पहाड़ से गोविंदगढ़ तक साक्री नदी के नाम से जाना जाता है!
लूनी नदी का जल बालोतरा, बाड़मेर तक मीठा होता है ! वह बाद में इसका जल खारा हो जाता है इसी कारण इस नदी को मिठी - खारी नदी के नाम से भी
जाना जाता है!
कालिदास ने लूनी नदी को अतं:सलीला की उपाधि दी है!
कुल लंबाई -495 किलोमीटर है! राजस्थान में इसकी लंबाई 330 किलोमीटर है!
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18 2 or 3 dono shi hai
35/40 ☑️
ऋग्वैदिक काल में निष्क एक मुद्रा की इकाई थी ना कि गले का स्वर्ण आभुषण -question-27
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ऋग्वेदिक काल में निष्क एक स्वर्ण आभूषण था जो कि उतर वेदिक काल में मुद्रा माना जाता था
6 छावनी _नसीराबाद, ब्यावर, खैरवाडा, नीमच, देवली, ऐरिनपुरा. मेवाड़ के पोलिटिकल एजेंट मेजर शावरस, कोटा के मेजर बर्टन,मारवाड़ के मैकमोसन, जयपुर के मेजर ईडन
निस्क सोने का सिक्का
Q2. C
17. D
चित्तौड़ गड़ के साके-
1--1303 राणा रत्न सिंह v/s A-K
जौहर- पद्मिनी
2--1534 राणा विक्रमादि्य v/s भाहादुर शा जफर। जौहर कर्मावती
3-1567-68 उदयशिंह v/s akbar
Launi nadi - उदगम - अजमेर की नाग पहाड़ी
राजस्थान में 330 और पूरी 495 KM
समाप्त - कच्छ का रण
बहाव क्षेत्र- अजमेर, नागौर, पाली, झोधपुर , बाड़मेर, जालोर
उपनाम- आदि मीठी आदी खारी , अन्त सलिला
देवनारायण मंदिर-1- देवधाम झोधपुरिया निवाई टोंक
2- मंडल भीलवाड़ा
3- मालपुरा टोंक
4- मसूदा अजमेर
5- आसींद भीलवाड़ा
छावनी या-1 नसीराबाद 2- बयावर अजमेर
3- मेरवाड़ा उदयपुर 4- एरिनपुरा पाली
5- नीमच MP 6- dewali tonk
Political एजेंट 1 कोटा -batan
2-भरतपुर मोरीसास,3- जयपुर इडन
4- मेवाड़ साएवर्स,5- मारवाड़ मैक मोशन
राज्य पाल- 153 पद का उलेख
155- सफत -156- कार्य काल 5 साल
राष्ट्रपति के पद प्रयंट
157-158- योग्यता
213 अदयादेस जारी कर सकता हैं
(कोई गलती हो तो सॉरी)
4. D
राजस्थान का महामहिम राज्यपाल होता है, राज्यपाल राज्य का संवैधानिक प्रमुख होता है, राज्यपाल की नियुक्ति का प्रावधान अनुच्छेद एक सौ पचपन में किया गया है , राज्यपाल राज्य का प्रथम नागरिक होता है, राज्य सरकार के सभी कार्य राज्यपाल के नाम से किए जाते हैं, Raja ke Pratham rajyapal sardar guru mukh Nihal Singh bane।,,,
लोनी नदी का उद्गम अजमेर के नाक पहाड़ियों से होता है, यह अरावली के समांतर बहने वाली नदी है, जिसका क्षेत्र राजस्थान में 330 किलोमीटर है, यह नदी पूर्णतया बरसाती है, इसका पानी बालोतरा (बाड़मेर) तक मीठा है बाद में खारा हो जाता है, यह है दाएं तरफ बहने वाली राजस्थान की एकमात्र नदी।
14 C
11 B
Namaskar sir g
1.. चित्तौड़गढ़ में तीन sake हुए थे..1303..1534-35...1567
2..लुनी नदी राजस्थान के 6 जिलों से गुजरती है लूनी नदी का उद्गम स्थल नाग पहाड़िया अजमेर... नागौर जोधपुर पाली बाड़मेर जालौर
3.. आसींद भीलवाड़ा देवनारायण जी का मंदिर
5.. 1857 Ki Kranti ke Samay 6 Sainik Chawani
12ka2
1 B
3 ईयर डिप्लोमा पटवारी डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन मैं ग्रेजुएशन के बराबर है क्या प्लीज रिप्लाई🙏🙏
Papurabhati.आरणय
आरणयगरथ
22. B
2 C
👍🏻
22 B
29 A
Dev
Sir सभा और समिति में स्त्रियों को अनुमति थी ऋग्वेदिक काल में लेकिन उत्तर वेदिक काल में सभा में स्त्रियों का प्रवेश वर्जित हो गया था
यह पढ़ा है सर मेने to please reply
Book dekho aap
Sir mene ye Indian history की दृष्टि की book से conferm किया है जो mene comment kiya hai vo hi likh है book me bhi लेकिन आप ने तो सभा और विदध बताया था
Please एक baar ese conform करके बताये
@@ANKITYADAV-qn9fr उसके अलावा और भी बुक देखो
Aur sir भारतीय इतिहास में मुगलकाल सल्तनतकाल और important प्रश्नों का आयूर्वैदिक काढा वाले video की भी pdf telegram पर डाल देते तो बड़ी कृपा होगी आपकी
Thank you sir for this you are a great teacher
@@ASHUGKTRICKbook ka name बतावो please
Ans5 1857ki kranti m 6chawniya thi pol ag idan ,morishn,burtn,sawrs,makemosn
Thanks sir
सर जी मुझे आर एस एम एस एस बी जे ई का पेपर में कुछ प्रश्नों में डाउट है please 6 December 2020 ki morning shift ki answer ki ki dal do please TH-cam per
3 b
20c
Metrayi aur gargi