Sahitya Aaj Tak 2023 | 14 प्रधानमंत्रियों में सबसे ज्यादा आलोचना सिर्फ Modi की हुई... Vijay Trivedi
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- เผยแพร่เมื่อ 25 พ.ย. 2023
- #nilanjanmukhopadhyay #rasheedkidwai #anjanaomkashyap #vijaitrivedi #sahityaaajtak23 #sahityatak
'साहित्य आजतक' के मंच पर 'हमारे प्रधानमंत्री' सत्र में पत्रकार, लेखक नीलांजन मुखोपाध्याय, रशीद किदवई, विजय त्रिवेदी और लेखक शशि शेखर वेम्पति ने शिरकत की. सभी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर अपनी-अपनी बात रखी.
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शास्त्रीजी ने सप्ताह में एक दिन उपवास का आवाहन किया था तब सारे देश ने उसका स्वयं पालन किया था । उसी प्रकार मोदी जी ने कोरोना काल में थाली बजाना , टार्च जलाना और स्वयं लाॅकडाऊन का आवाहन किया उसका जनता ने स्वयमेव बढ़चढ़कर पालन किया इससे सिद्ध होता है वे जनमानस के मन में बसे हुए हैं। मुझे उन पर गर्व है। हम भाग्यशाली हैं हमें ऐसा प्रधानमन्त्री मिला है।
बंदे में , दम तो है।
तभी तो सारी चर्चा का केंद्र बिंदु मोदी जी ही है।
इस किदवई को किसने लेखक और एक्सपर्ट बना दिया यह कह रहा है कि मोदी जी की लोकप्रियता अंतरराष्ट्रीय पल में 62% 70% दिखाई जाती है, लेकिन भारत में इलेक्शन हुए थे उसमें सिर्फ 38% है vote share.
पहली बात तो 38% नहीं है 40% था और बीजेपी ने अपनी सीट एनडीए के दलों को दी थी तो उनको मिला ले तो 45% वोट था, क्या इस बात को छोड़ते हैं , यह जी अंतर्राष्ट्रीय पल की बात कर रहे हो मॉर्निंग स्टार कंपनी करती है और वह मल्टीप्ल पार्टी सिस्टम के हिसाब से नहीं करती है वह उनका यह मानना होता है कि मोदी जी कितने लोगों को पसंद है या पसंद नहीं एक प्रधानमंत्री के tor par और उन्हें देखना चाहते हैं, इसका सीधा मतलब यह है कि अगर भारत में ऐसे चुनाव हो अमेरिकन प्रेसिडेंट की तरह जहां आपको सिर्फ दो पार्टी में से एक पार्टी को चुना है, इंडिया इंग्लैंड की तरह चुनाव हो जहां दो ही पार्टी सिस्टम है वहां पर अगर वोट डाले जाए उसे तरह से मोदी जी को कितने मिलेंगे, इंडिया में मल्टीप्ल पार्टी सिस्टम है और फेडरल स्ट्रक्चर है जहां रीजनल पार्टी भी होती हैं, ऐसे सिस्टम में वोट 50 पार्टी को पढ़ते हैं ना कि दो पार्टी को पढ़ते हैं, तो मोदी जी को पढ़े हुए 45% वोट 75% वोट के बराबर है तू पार्टी सिस्टम होता, यह आवश्यक है जानना कि अगर बीजेपी को 45% वोट मिले, तो दूसरे नंबर की पार्टी को तो 25% वोट भी नहीं mile,
पहले नंबर की पार्टी बीजेपी और दूसरे नंबर की पार्टी कांग्रेस में वोट का प्रतिशत का difference 20% se bhi jyada tha, तो यह साबित होता है कि मोदी जी को दो पार्टी सिस्टम में 70% लोग पसंद करते हैं
हमारे पंतप्रधान मोदीजी जैसा इमानदार हिंम्मतवान बेडर और सिर्फ और सिर्फ देश, जनता-जनार्दन के विकास और विश्वास पर विचार-विमर्श करते है।ऐसा पंतप्रधान हमारे जीवन काल मे हिन्दुस्तान को मिलना यही हमारा भाग्य है।
नेहरू को वो लोग देखते रह गए और कोई कुछ नहीं बोले; नेहरू का सम्मान था - यह सब सही है लेकिन नेहरू के चलते देशवासियों का सम्मान नहीं बढ़ा था, मोदी के चलते देशवासियों का सम्मान बढ़ा है।
Nice comment
😂😂😂😂
नेहरू का नाम लेकर भाजपाकी रोजीरोटी चल रही है 😂😅
आज के जो डिसिप्लिन और डिसिशन जो मोदीजी लेते हैं। वह कोई और नहीं ले सकते हैं 🙏😉💪
मोदी जी का समर्पण भारत देश के लिए आज तक के किसी भी राजनेता के पास हमने नहीं देखा है।
भारत की जमीन की गहराइयों तक की गहराईयां हैं मोदी जी के विजन में।
आज के किसी भी राजनेता में भी नहीं है न पहले के राजनेताओं में रहा है।
Modi ji,
He is different than other leaders! He is very dedicated towards India and citizens 🙏 NAMO🙏❤️
"सांस्कृतिक राष्ट्रवाद" निस्संदेह भारत एक राष्ट्र के पहचान के रूप अनिवार्य आवश्यकता है। सेक्युलरिज्म के चक्कर में भारत एक खोज बन कर रह गया था। अब हम "भारत माता की जय" कहने में संकोच नहीं करते हैं बल्कि ये हमारे लिए "गर्वोक्ति" है, और ये हम सब मानते हैं। अंजना जी आप का प्रयास सराहनीय है।
ताजमहल वस्तुत एक कब्रिस्तान है ,कब्रिस्तान न तो घुमने की जगह है ,न उसे देश मे आने वाले हर मेहमान को गिफ्ट के रूप मे दिया जाय , 65 साल ये गलती रही है ,
देश का विभाजन धर्म के आधार पर हुआ, संख्या के हिसाब जमीन व संसाधन दे दिये फिर भारत मे मुस्लिम क्यो ?ये मुस्लिम भारत मे रहना चाहते है तो,अपने हिस्से की जमीन वापस लाऔ, कांग्रेस ने परिवार वाद चलाया ,ये भाजपा मे नही है,इसलिए ऐसी रिस्क की बात नही है
१९४७ पुर्व भारत विश्वगुर ही था😅😂 हजार वर्ष गुलाम बनकर😂 वह भी बीना आरक्षण 😅 only श्रेष्ठों के बल वर गुलाम 😅😂
मोदी जी उनके विरोधीयोंको प्राॅब्लेम ये है के वो चतुर है. और अपने एजेंडे से हिलते नही जो देश का विकास है. खाउंगा नही खाने दूंगा नही.
इस किदवई को किसने लेखक और एक्सपर्ट बना दिया यह कह रहा है कि मोदी जी की लोकप्रियता अंतरराष्ट्रीय पल में 62% 70% दिखाई जाती है, लेकिन भारत में इलेक्शन हुए थे उसमें सिर्फ 38% है vote share.
पहली बात तो 38% नहीं है 40% था और बीजेपी ने अपनी सीट एनडीए के दलों को दी थी तो उनको मिला ले तो 45% वोट था, क्या इस बात को छोड़ते हैं , यह जी अंतर्राष्ट्रीय पल की बात कर रहे हो मॉर्निंग स्टार कंपनी करती है और वह मल्टीप्ल पार्टी सिस्टम के हिसाब से नहीं करती है वह उनका यह मानना होता है कि मोदी जी कितने लोगों को पसंद है या पसंद नहीं एक प्रधानमंत्री के tor par और उन्हें देखना चाहते हैं, इसका सीधा मतलब यह है कि अगर भारत में ऐसे चुनाव हो अमेरिकन प्रेसिडेंट की तरह जहां आपको सिर्फ दो पार्टी में से एक पार्टी को चुना है, इंडिया इंग्लैंड की तरह चुनाव हो जहां दो ही पार्टी सिस्टम है वहां पर अगर वोट डाले जाए उसे तरह से मोदी जी को कितने मिलेंगे, इंडिया में मल्टीप्ल पार्टी सिस्टम है और फेडरल स्ट्रक्चर है जहां रीजनल पार्टी भी होती हैं, ऐसे सिस्टम में वोट 50 पार्टी को पढ़ते हैं ना कि दो पार्टी को पढ़ते हैं, तो मोदी जी को पढ़े हुए 45% वोट 75% वोट के बराबर है तू पार्टी सिस्टम होता, यह आवश्यक है जानना कि अगर बीजेपी को 45% वोट मिले, तो दूसरे नंबर की पार्टी को तो 25% वोट भी नहीं mile,
पहले नंबर की पार्टी बीजेपी और दूसरे नंबर की पार्टी कांग्रेस में वोट का प्रतिशत का difference 20% se bhi jyada tha, तो यह साबित होता है कि मोदी जी को दो पार्टी सिस्टम में 70% लोग पसंद करते हैं.....
Dusre kha jae!apne vale chahe desh loot ke kha jaen?
😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂Adani.
Ha satya kha👍 magar dikkat to muglo ki nazayaz oulado santi duto muglo ki nazayaz oulado ko ho rhi hai eye sachai hai muglo ki nazayaz oulado ab mano ya na mano jante to tum bhi ho magar sachai eye hai apne Baap muglo ki tariff karna tumhari mazburi hai eye sachai hai muglo ki nazayaz oulado ko dikkat ho rhi hai Bass our kisi ko nhi ho rhi hai jo des Bhakt hai use koi dikkat nhi hai eye sachai hai
Ridiculous
Yes, all PMs were good but I have never heard Pakistanis praising India so much before, our foreign relations were never so good specially with middle east, pakistan was never so scared of India, Dr Jaishankar has so much respect even in USA.
किसी देश के pm के पास हर तरह के गुण होने चाहिए । ईमानदारी चल कपट क्रोध सभी गुणों में निपुण होने चाहिए ।
इस किदवई को किसने लेखक और एक्सपर्ट बना दिया यह कह रहा है कि मोदी जी की लोकप्रियता अंतरराष्ट्रीय पल में 62% 70% दिखाई जाती है, लेकिन भारत में इलेक्शन हुए थे उसमें सिर्फ 38% है vote share.
पहली बात तो 38% नहीं है 40% था और बीजेपी ने अपनी सीट एनडीए के दलों को दी थी तो उनको मिला ले तो 45% वोट था, क्या इस बात को छोड़ते हैं , यह जी अंतर्राष्ट्रीय पल की बात कर रहे हो मॉर्निंग स्टार कंपनी करती है और वह मल्टीप्ल पार्टी सिस्टम के हिसाब से नहीं करती है वह उनका यह मानना होता है कि मोदी जी कितने लोगों को पसंद है या पसंद नहीं एक प्रधानमंत्री के tor par और उन्हें देखना चाहते हैं, इसका सीधा मतलब यह है कि अगर भारत में ऐसे चुनाव हो अमेरिकन प्रेसिडेंट की तरह जहां आपको सिर्फ दो पार्टी में से एक पार्टी को चुना है, इंडिया इंग्लैंड की तरह चुनाव हो जहां दो ही पार्टी सिस्टम है वहां पर अगर वोट डाले जाए उसे तरह से मोदी जी को कितने मिलेंगे, इंडिया में मल्टीप्ल पार्टी सिस्टम है और फेडरल स्ट्रक्चर है जहां रीजनल पार्टी भी होती हैं, ऐसे सिस्टम में वोट 50 पार्टी को पढ़ते हैं ना कि दो पार्टी को पढ़ते हैं, तो मोदी जी को पढ़े हुए 45% वोट 75% वोट के बराबर है तू पार्टी सिस्टम होता, यह आवश्यक है जानना कि अगर बीजेपी को 45% वोट मिले, तो दूसरे नंबर की पार्टी को तो 25% वोट भी नहीं mile,
पहले नंबर की पार्टी बीजेपी और दूसरे नंबर की पार्टी कांग्रेस में वोट का प्रतिशत का difference 20% se bhi jyada tha, तो यह साबित होता है कि मोदी जी को दो पार्टी सिस्टम में 70% लोग पसंद करते हैं...
शास्त्रों जी का नाम कोई नहीं लेता। सबसे ऊंचा कद था उनका लेकिन उनको किसी पार्टी ने अपना आदर्श नहीं बनाया क्योंकि उनकी ईमानदारी से सब पार्टी डरती है।
सम्पूर्ण विश्व में कोई भी राजनेता ऐसा नहीं हुआ है जिसने सत्ता में आने के बाद सरकारी सुविधाओं का दुरूपयोग नही किया।
एकमात्र शास्त्री जी ही ऐसे नेता थे जिन्होंने देश और देश की जनता के लिए नि:स्वार्थ भाव से कार्य किया।
सब पार्टी नहीं सिर्फ कॉंग्रेस डरथी थी 😂
Sh. Modi ji believes in sabka sath - sabka Vikas but doesn't believe in appeasement policy. He delivered benefits to all communities with out any discrimination.
इस किदवई को किसने लेखक और एक्सपर्ट बना दिया यह कह रहा है कि मोदी जी की लोकप्रियता अंतरराष्ट्रीय पल में 62% 70% दिखाई जाती है, लेकिन भारत में इलेक्शन हुए थे उसमें सिर्फ 38% है vote share.
पहली बात तो 38% नहीं है 40% था और बीजेपी ने अपनी सीट एनडीए के दलों को दी थी तो उनको मिला ले तो 45% वोट था, क्या इस बात को छोड़ते हैं , यह जी अंतर्राष्ट्रीय पल की बात कर रहे हो मॉर्निंग स्टार कंपनी करती है और वह मल्टीप्ल पार्टी सिस्टम के हिसाब से नहीं करती है वह उनका यह मानना होता है कि मोदी जी कितने लोगों को पसंद है या पसंद नहीं एक प्रधानमंत्री के tor par और उन्हें देखना चाहते हैं, इसका सीधा मतलब यह है कि अगर भारत में ऐसे चुनाव हो अमेरिकन प्रेसिडेंट की तरह जहां आपको सिर्फ दो पार्टी में से एक पार्टी को चुना है, इंडिया इंग्लैंड की तरह चुनाव हो जहां दो ही पार्टी सिस्टम है वहां पर अगर वोट डाले जाए उसे तरह से मोदी जी को कितने मिलेंगे, इंडिया में मल्टीप्ल पार्टी सिस्टम है और फेडरल स्ट्रक्चर है जहां रीजनल पार्टी भी होती हैं, ऐसे सिस्टम में वोट 50 पार्टी को पढ़ते हैं ना कि दो पार्टी को पढ़ते हैं, तो मोदी जी को पढ़े हुए 45% वोट 75% वोट के बराबर है तू पार्टी सिस्टम होता, यह आवश्यक है जानना कि अगर बीजेपी को 45% वोट मिले, तो दूसरे नंबर की पार्टी को तो 25% वोट भी नहीं mile,
पहले नंबर की पार्टी बीजेपी और दूसरे नंबर की पार्टी कांग्रेस में वोट का प्रतिशत का difference 20% se bhi jyada tha, तो यह साबित होता है कि मोदी जी को दो पार्टी सिस्टम में 70% लोग पसंद करते हैं
Exactly!
किसी भी क्षेत्र में जो जितना अधिक काम करेगा, उसकी उतनी ज्यादा आलोचना होगी,l यही बात मोदी जी के साथ है। आलोचना उन्हें ऊर्जावान कर देती है। मोदीजी राष्ट्रीय सम्मान का प्रतीक बन गए हैं। चुनौती को अवसर..... kase
Modi is always great & will be greatest in Indian political scenario.
Disagree!
झुठा PM😅
अंजना ओम कश्यप ने जिस तरह से इस वार्तालाप का संचालन किया है उससे 'एंकरिंग' स्वयं को गौरवान्वित महसूस करेंगी ।जिस निष्पक्षता के साथ मन मस्तिष्क को छू जाने वाली सटीक टिप्पणियां करते हुए वो दिख रही हैं ,वो प्रशंसनीय है। स्वयं निरपेक्ष रहते हुए वार्तालाप संचालन का यह सर्वश्रेष्ठ नमूना है।ईश्वर अंजना को स्वस्थ, दीर्घायु और यशस्वी बनाये रखें।
"आपने जिस मंशे से माइक मांगा था उसी से समझ में आ गया देश को चलाना वाकई मुश्किल है" Savage Anjana Mam.
इस किदवई को किसने लेखक और एक्सपर्ट बना दिया यह कह रहा है कि मोदी जी की लोकप्रियता अंतरराष्ट्रीय पल में 62% 70% दिखाई जाती है, लेकिन भारत में इलेक्शन हुए थे उसमें सिर्फ 38% है vote share.
पहली बात तो 38% नहीं है 40% था और बीजेपी ने अपनी सीट एनडीए के दलों को दी थी तो उनको मिला ले तो 45% वोट था, क्या इस बात को छोड़ते हैं , यह जी अंतर्राष्ट्रीय पल की बात कर रहे हो मॉर्निंग स्टार कंपनी करती है और वह मल्टीप्ल पार्टी सिस्टम के हिसाब से नहीं करती है वह उनका यह मानना होता है कि मोदी जी कितने लोगों को पसंद है या पसंद नहीं एक प्रधानमंत्री के tor par और उन्हें देखना चाहते हैं, इसका सीधा मतलब यह है कि अगर भारत में ऐसे चुनाव हो अमेरिकन प्रेसिडेंट की तरह जहां आपको सिर्फ दो पार्टी में से एक पार्टी को चुना है, इंडिया इंग्लैंड की तरह चुनाव हो जहां दो ही पार्टी सिस्टम है वहां पर अगर वोट डाले जाए उसे तरह से मोदी जी को कितने मिलेंगे, इंडिया में मल्टीप्ल पार्टी सिस्टम है और फेडरल स्ट्रक्चर है जहां रीजनल पार्टी भी होती हैं, ऐसे सिस्टम में वोट 50 पार्टी को पढ़ते हैं ना कि दो पार्टी को पढ़ते हैं, तो मोदी जी को पढ़े हुए 45% वोट 75% वोट के बराबर है तू पार्टी सिस्टम होता, यह आवश्यक है जानना कि अगर बीजेपी को 45% वोट मिले, तो दूसरे नंबर की पार्टी को तो 25% वोट भी नहीं mile,
पहले नंबर की पार्टी बीजेपी और दूसरे नंबर की पार्टी कांग्रेस में वोट का प्रतिशत का difference 20% se bhi jyada tha, तो यह साबित होता है कि मोदी जी को दो पार्टी सिस्टम में 70% लोग पसंद करते हैं
1976 में हमारे देश के संविधान में सेकुलर शब्द जोड़ने का क्या जरुरी था, संविधान सभा ने नहीं लिखा था।तो क्या हुआ। यह केबल तुष्टिकरण है। जिस से हमारी संस्कृति को खत्म करने का काम था।
@@vinodmahajan1553kitne mahan log aa gye h ab es desh m had h mtlb
रसीद पहिले बार भारत का इतना मान हो रहा ना नेहरु के समय था ना इंदिरा के समय था.. तू काँग्रेस का पेड जर्नलिस्ट हैं.. शाश्त्री सबसे अलग PM और ग्रेट PM थे और उनके जैसे ही आज मोदीजी कुछ कहते हैं तो पुरी जनता मानती हैं..
Right
फीरभी मोदीजीसे कीसीकी भी बराबरी नही हो सकती .लगातार काम और काम करनेवाले और तीन बार यशस्वी मुख्यमंत्री और दो बार बहूमतसे चूनके आनेवाले और तिसरी बार भी आनेवाले है .ईतने बडे देशका लगातार काम करना और लोकप्रिय रहना अचरज वाली बात है .
सही बोल रहे हो .ए काँग्रेसीही लग रहा
कांग्रेस में व्यक्तिवाद के साथ परिवार वाद था, लेकिन भाजपा में व्यक्तिवाद नहीं है क्योंकि यहां परिवार वाद नहीं है, यहां मोदी जी नयी पीढ़ी तैयार कर रहे हैं जो आगे चलकर पार्टी का नेतृत्व करने में सक्षम होंगे।
परिवार का शिका र तो RSS के साथ भाजपा भी है आंखे खोलो तो जानो 😮 राजनाथ का बेटा , शाह का बेटा और लिस्ट लंबी है😅
सांस्कृतिक राष्ट्रवाद ना सिर्फ RSS का बल्कि भारत की पहचान है. सावरकर, हेडगेवार & पंडित दीनदयाल उपाध्याय उसके प्रतीक है.
मनुवादी फिरस सत्ता मे है १९४७ पुर्व जैसे😢
Our PM Dedicated for Nation Full Time.
रशीद जी नौकरों की चर्चा नहीं होती प्रधानमंत्रियो की होती है मैडम का नौकर होने से प्रंशंसा नहीं हो सकती
Har PM janta ka naukar hota hai, koi kisi Madam ka naukar nahi
@@R.Ritesh24लेकिन मनमोहन जनता का नही बल्कि सोनिया का नौकर था
@@R.Ritesh24था नहीं थे .... गोबर भक्त पनौती पुत्र
इस किदवई को किसने लेखक और एक्सपर्ट बना दिया यह कह रहा है कि मोदी जी की लोकप्रियता अंतरराष्ट्रीय पल में 62% 70% दिखाई जाती है, लेकिन भारत में इलेक्शन हुए थे उसमें सिर्फ 38% है vote share.
पहली बात तो 38% नहीं है 40% था और बीजेपी ने अपनी सीट एनडीए के दलों को दी थी तो उनको मिला ले तो 45% वोट था, क्या इस बात को छोड़ते हैं , यह जी अंतर्राष्ट्रीय पल की बात कर रहे हो मॉर्निंग स्टार कंपनी करती है और वह मल्टीप्ल पार्टी सिस्टम के हिसाब से नहीं करती है वह उनका यह मानना होता है कि मोदी जी कितने लोगों को पसंद है या पसंद नहीं एक प्रधानमंत्री के tor par और उन्हें देखना चाहते हैं, इसका सीधा मतलब यह है कि अगर भारत में ऐसे चुनाव हो अमेरिकन प्रेसिडेंट की तरह जहां आपको सिर्फ दो पार्टी में से एक पार्टी को चुना है, इंडिया इंग्लैंड की तरह चुनाव हो जहां दो ही पार्टी सिस्टम है वहां पर अगर वोट डाले जाए उसे तरह से मोदी जी को कितने मिलेंगे, इंडिया में मल्टीप्ल पार्टी सिस्टम है और फेडरल स्ट्रक्चर है जहां रीजनल पार्टी भी होती हैं, ऐसे सिस्टम में वोट 50 पार्टी को पढ़ते हैं ना कि दो पार्टी को पढ़ते हैं, तो मोदी जी को पढ़े हुए 45% वोट 75% वोट के बराबर है तू पार्टी सिस्टम होता, यह आवश्यक है जानना कि अगर बीजेपी को 45% वोट मिले, तो दूसरे नंबर की पार्टी को तो 25% वोट भी नहीं mile,
पहले नंबर की पार्टी बीजेपी और दूसरे नंबर की पार्टी कांग्रेस में वोट का प्रतिशत का difference 20% se bhi jyada tha, तो यह साबित होता है कि मोदी जी को दो पार्टी सिस्टम में 70% लोग पसंद करते हैं
@@AjaySingh-vg6yd😅😅
मोदी है तो मुमकिन है जलने वाले जलते रहे. जय श्री राम 🚩
Anjana is superb as an anchor.Comes prepared with conviction.
I leave in Sydney
I m totally agree with Anjana we feel more respect here, as compared to last decade?
Wapis aa jao bhakto. Amrit kaal me Bharat me nahi rahoge Sydney walo
Yeah thanks
Sometimes too busy, and couple beers too.
इस किदवई को किसने लेखक और एक्सपर्ट बना दिया यह कह रहा है कि मोदी जी की लोकप्रियता अंतरराष्ट्रीय पल में 62% 70% दिखाई जाती है, लेकिन भारत में इलेक्शन हुए थे उसमें सिर्फ 38% है vote share.
पहली बात तो 38% नहीं है 40% था और बीजेपी ने अपनी सीट एनडीए के दलों को दी थी तो उनको मिला ले तो 45% वोट था, क्या इस बात को छोड़ते हैं , यह जी अंतर्राष्ट्रीय पल की बात कर रहे हो मॉर्निंग स्टार कंपनी करती है और वह मल्टीप्ल पार्टी सिस्टम के हिसाब से नहीं करती है वह उनका यह मानना होता है कि मोदी जी कितने लोगों को पसंद है या पसंद नहीं एक प्रधानमंत्री के tor par और उन्हें देखना चाहते हैं, इसका सीधा मतलब यह है कि अगर भारत में ऐसे चुनाव हो अमेरिकन प्रेसिडेंट की तरह जहां आपको सिर्फ दो पार्टी में से एक पार्टी को चुना है, इंडिया इंग्लैंड की तरह चुनाव हो जहां दो ही पार्टी सिस्टम है वहां पर अगर वोट डाले जाए उसे तरह से मोदी जी को कितने मिलेंगे, इंडिया में मल्टीप्ल पार्टी सिस्टम है और फेडरल स्ट्रक्चर है जहां रीजनल पार्टी भी होती हैं, ऐसे सिस्टम में वोट 50 पार्टी को पढ़ते हैं ना कि दो पार्टी को पढ़ते हैं, तो मोदी जी को पढ़े हुए 45% वोट 75% वोट के बराबर है तू पार्टी सिस्टम होता, यह आवश्यक है जानना कि अगर बीजेपी को 45% वोट मिले, तो दूसरे नंबर की पार्टी को तो 25% वोट भी नहीं mile,
पहले नंबर की पार्टी बीजेपी और दूसरे नंबर की पार्टी कांग्रेस में वोट का प्रतिशत का difference 20% se bhi jyada tha, तो यह साबित होता है कि मोदी जी को दो पार्टी सिस्टम में 70% लोग पसंद करते हैं.....
Anjanaji, Mr Modi clearly understands that nobody including himself, is above the interest of the country and it's people. If you understand that, every body will be with you, for which he says one earth, one family and one future and belives in sabka sath, sabka viswas, sabka prayas and sabka bikash.
पहले लोग खाली अल्लाह अकबर का नारा लगाते थे आज हिम्मत आ गई है जय श्री राम का नारा लग रहे हैं यही अंतर आया है 😊
अगर नेहरू इंदिरा, राजीव गांधी के समय जादा TV mobail नहीं थे अगर होते तो कॉंग्रेस सरकार कभी नहीं बनती क्योंकी ऊस समय बहुत बुरी घटना घटती थी जैसे की कश्मिरी हिंदू हत्या,वक्फ बोर्ड,370 ये जनता को मालुम नहीं पडा
जय श्रीराम 🚩🚩🙏
व्यक्तिवाद चुनाव की मजबूरी है, संघ चाहे या न चाहे!
Now a days non-secular and non-communist doesn't hesitate 😢or feel proud to declare that he or she is Hindu.
Sh. Modi ji is also one of the great PM and always think of country. He will be known for years.
मोदी जी स्वामी विवेका नंद जैसे ही दिखते है मुझे ,मोदी जी बहुत बुद्धिमान है उन्हे आप किसी भी क्षेत्र की जानकारी लोगे वो बिना किसी कागज बिना किसी स्टेटमेंट बिना मोजबानी बता देते है ये वाकई बहुत बड़ा बुद्धिमान व्यक्ति ही कर सकता है जय हो मोदी जी की
Duniya mai Bharat ka samman dilane bala ----Modi
Anjana ji बहुत दिनों बात एक सार्थक विमर्श देखने को मिला धन्यवाद
जो सही में काम करता है, उसकी ही आलोचना होती है और उसीकी प्रशंसा भी होती है...
जो निकम्मा होता है, उसकी आलोचना या प्रशंशा नहीं होती...
Again Modi ji ❤❤❤
समय और परिस्थिति के अनुसार जो खुद को प्रदर्शित करता है वह लोकप्रिय हो जाता है, लाल बहादुर शास्त्री 60 के दशक की परिस्थितियों में सर्वश्रेष्ठ नेतृत्व देने बाले प्रधानमंत्री है
Why cant Rashid Ali and other muslim journalists accept Modi? Why do they have inherent jealousy with Modi?
Kapron se pahchanne wala ye shabd itihas se logon ko prernna dega, musalmano ka to dakhal hi nhi mger hinduwo bada secular smoh desh ka sambidhan bachane ki chesta se abhi tak safal hain
भारत के सभी प्रधानमंत्री अच्छे थे लेकिन मैंने पहले कभी नहीं सुना भारत की प्रशंसा करते हुए जबकि हमारे संबंध पाकिस्तान से कभी अच्छे नहीं रहे मिडिल ईस्ट और अमेरिका मैं हमारे विदेश मंत्री को जो सम्मान आज मिल रहा है वह पहले कभी नहीं मिला। जय श्री 30:28 30:28 30:28 30:28 30:28
राम।
कानून ही ऐसा होना चाहिए कि 50% से ऊपर वोट वाला ही विजयी माना जाये
भाई जब देश का विभाजन धर्म के आधार पर हुआ
तो उसके बाद जय श्री राम बोलने में संकोच नहीं, कतई नहीं
Modi jaisa lokpriya koi pradhanmantri nahi hua desh me .hame garv hai apne pradhanmantri par,unki durdarshita ,unki imandari ,unke deshprem par jo ham sabko prerna deti hai.long live our modiji.
मोदी का जो समर्पण है देश के लिए है वो किसी भी पीएम के पास नही है। अटल बिहारी ने अच्छा प्रयास किया लेकिन उनकी सेहत ने उनका साथ नहीं दिया।
Patni ko chodd dena hi 😂😂 त्याग है....
I agree with you
Panauti😂😂😂😂😂😂
आप जानते ही क्या हैं?
लाल बहादुर शास्त्री जी और चौधरी चरण सिंह जी की सादगी और ईमानदारी।
इंदिरा गांधी का साहस
जवाहरलाल नेहरु का राष्ट्र निर्माण
अटल बिहारी वाजपेयी जी की कूटनीति
Bilkul sahi
29:16 Ok Bush stood up for MMS once that what a great man he is. When Modi gave speech in US Congress, the whole congress gave standing avation. Modi gave his speech in Congress 2 times and was invited on State dinner by the POTUS.
I hope Rashid ji would be happy now that I discussed MMS.
People talking abiut strategies of Modi but not talking g about his sacrifice for the country. He didn't promoted his family members in politics and did nothing for himself.. that is his biggest strength.
Madam, every PM has different time and situations. But it is true that Modiji utilised all the technologies and tools to progress Bharat.
सनातन हमेशा शाश्वत रहा है इसलिए बहुत संकट होकर भी हमेशा सबको आदर किया है
मैं समझता हू नेहरू जी और मोदी जी की लोकप्रियता में काफी अंतर है क्योंकि नेहरू के समय ८० प्रतिशत लोग अनपढ़ थे योग योग का माध्यम नही था दूर संचार नही लोग जानते ही नहीं थे की देश में क्या हो रहा है भुखमरी थी लोगो में अपनी रोजी रोटी की चिंता थी किसी दूसरे चाय से मतलब नहीं था पर आज मोदी जी की लोकप्रियता आधुनिक समय में नेहरू जी किसी तरह मोदी के सामने नही टिकते नेहरू जी ने सिर्फ हिंदू विरोधी कानून बनाए हिंदुओ कोमजोर किया जातिवाद की कभी ना मिटने वाली घाव दिया
Modi ji jaisa koi nahin ❤
आदरणीय अंजनाजी, आज आपका ॲन्करिंग The Best, महसूस होता है.
Suberb discussion ❤❤must watch 😮😮
Modi जी को कोटी कोटी प्रणाम..
Tere ghar leja tere liye acha unpath hoga
यह रजनीगंधा साहित्य हो गया है ना कि आज तक का साहित्यअब यह वैसा ही हाल है जैसे मानिकचंद फिल्मफेयर अवार्ड
Bharat ki culture Sanatan Hinduism hai . Modi ji ne Bharat washion ki apne Desh ki gourabh ko jagaya yaad dilaya.We are very lucky that Narendra Modi ji is our PM.we proud Bharat washi. Bharat Mata ki Jai
मोदी जैसा कोई नहीं है
मोदीजी का विश्वास और आत्मविश्वास देश के लिए "पत्थर की लकीर बन गये!
यूपी पर कांग्रेस की आइडियोलॉजी का ज्यादा प्रभाव रहा हैजिसकी वकालत अटल जी करते थे लेकिन गुजरात में इसका प्रभाव गांधी जी के राम राज्य और सादा जीवन का प्रभाव ज्यादा रहा
नेहरू ने अपने व्यक्तिगत जीवन में रॉयल जीवन जिया जहां पर गरीब की भावना का कोई ज्यादा आदर नहीं दिखा और न ही साहस दिखा उसमें सिर्फ अवसरवाद ही झलकता है जिसकी वजह से हमने पाकिस्तान और चीन से न लड़ पाने को ही अपना राजनैतिक लक्ष मान लिया
कुख्यात भूमाफिया दामाद ने सनसनीखेज खुलासा किया कि मेरे सुसरे ने भी भोपाल गैसकांड में हजारों भारतीयों के कातिल "वारेन एंडरसन" को बिना एक खरौंच आये सकुशल बाहर निकलने के लिए सारे संसाधन झोंक दिए थे तथा रेस्क्यू ऑपरेशन कामयाबी रहा !
अंजना, मैं तो तुम्हारे पूछने के ढंग से इतना प्रभावित हो गई हूँ की पूछो मत! वाह -वाह किए बिना नहीं रह सकती! सभी पत्रकार की भी !
कोई बताये कि सांस्कृतिक राष्ट्रवाद में संस्कृति क्या है। वर्ग और जातीय श्रेष्ठता और अत्याचार , नारी पर अत्याचार , ८० % जनता को शिक्षा और सम्पति के अधिकार शोषित रखना - क्या यह संस्कृति की बात हो रही है।
दलवी साहब 10जनपथ के मुरीद हैं, उस समय तो यह प्रवचन नहीं दिया था
मोदी जी की तुलना में भारत में कोई नेता आज तक नहीं हुआ है । नेहरू जब अमेरिका आते थे तो वो भारत की गौरव गाथा नहीं करते थे। भारत की उन्नति की चर्चा नहीं करते थे । केनेडी का कहना था कि नेहरू जेकलिन से बात करने में ज़्यादे रुचि रखते बशर्ते की देश की उन्नति की बात । मैं तिरपन साल से अमेरिका में रह रही हूँ । आज मोदी जी की सरकार आने के बाद जो भारत की गौरव बढ़ी है ,यहाँ हम भारतीय की इज़्ज़त हज़ार गुणा बढ़ गया है । 🙏❤️🙏🇮🇳🙏
Good
The most innovative idea of Modi is building of toilets for all houses in the country, as no one PM has the ability to think of this as being a very small matter but of the highest importance.
You are right sir but you is ignoring his swachhata abhiyan.Waste management is going to be proved historical step.It is not only provide employment but wealth.
कांग्रेस से सहानुभूति रखने वाले वक्ता कांग्रेस की बात करते समय केवल नेहरूऔर इंदिरा गांधी की बात करते हैं जैसा कि आज कांग्रेसी और और गांधी परिवार करते है। उनके विचारों मे कांग्रेस के अन्य नेताओ का कोई स्थान दिखाई नही पड़ता।" Indira is India & Indira is India " आज भी मौजूद है ।
किदवई साहब कह रहें कि वह माननीय मोदी साहब की अलोचना नहीं कर रहें हैं जब कि वह कर रहें हैं किदवई साहब मनमोहन सिंह जी के बारे में अमरीका मे वहां के राष्टरपति से मिलने के बारे में बता रहें है और कह रहैं कि लोग उन्हे या😮द नहीं कर रहे जह इस लिए ऐसा है कि जिस पी एम के साशन काल में साठ लाख करोड़ का घोटाला हुआ हो उस पी एम को कौन याद करेगा धन्यवाद ।
हमारी समस्या पॉलिसी या प्रोग्राम नहीं थी, समस्या उनकी उनका धरती पर उतारना या implementation था जिसे मोदी ने कर दिया, एक नहीं बल्कि अनेक क्षेत्रों में!
छोटा चाय देता बच्चा भी फ़ोनपे से पेमेन्ट लेता है
Vaidic sanatan Dharma ki JAY
बिते गये दस साल मे मोदी सरकार किसान विरोधी गतविधियां करती रही है!
अंजनाजी और तमाम लेखकों से गुजारिश है की आप कृषी और किसान की बातों पर थोडीसी चर्चा करें देश कृषीप्रधान देश है!
हिंदुत्व के brand embassador मोदीजी 🚩🚩🚩
President Kennedy was most disappointed man after meeting Nehruji. And it is mentioned in few books as well.
अंजना कश्यप जी के कितने बेतुके सवाल है
Modiji is great!
One biggest thing in Modiji that he doesn't believe in appeasement policy as before congres was doing .Started from Nehru so no comparison with Modiji . He is in top
मुसढा कितना भी बड़ा पत्रकार क्यों न बन जाए। अपना हिन्दू विरोधी चेहरा छुपा नही सकता।
संस्कृति और धर्म एक ही है 🛂💐👉🎉😂
मोदीजी ने शेष से बड़ी लाइन खींची है पल सबके कार्यकाल में बने होंगें पर दुनिया का सबसे ऊंचा पल चिनाब पर अभी बना है हम जीके में सबसे ऊंचा सबसे लंबा सब अन्य देशों में पड़ते है पर ऐसा कुछ हमारे देश मे भी है पड़ेंगे
चर्चा के दौरान आप या तो मोदी के सपोर्ट में हो सकते हैं या मोदी के विरोध में लेकिन चर्चा के केंद्रबिंदु मोदी ही हैं।
Rehashing शब्द से उनकी शक्ति को कम नही की जा सकती । यह सबसे बड़े सच मोदी साहब को आखिरी मिल तक डिलीवरी में इंटरेस्ट है वह तब तक संतुष्ट नहीं होते । अन्य पी एम अपने प्रयत्न से संतुष्ट होते थे जबकि मोदी परिणाम से ही संतुष्ट होते हैं।
देश में भी एक गैंग हो जो देश की सुरक्षा के लिए उनका भी एन काउंटर करे जो देश के खिलाफ kaam करे जिस तरह आज बाहर एन काउंटर हो रहा है अंदर हो या बाहर डर होना चाहिए देश हित में कानून अपना भी काम करे और देश हित के लिए हर trah
देश के विकास को गति देने में मोदी जी से ज़्यादा आज तक कोई भी प्रधानमंत्री नहीं आया है।
Modiji is a rooted politician. He has gained experience through travelling all over Bharat and understanding the pulse and culture of India. Hence he is unique in his persona and way of life.
अटल जी के समय स्थितियां विपरीत थी जब उनकी सरकार बनी तब बहुत से छोटे छोटे अलग अलग विचारधारा वाले दलों की सरकार थी, जैसे सचिन आज खेलते तो 1लाख रन बनाते, मोदीजी के पास एकमत सरकार है विपक्ष न के बराबर है, हिंदुत्व खुलकर बोल रहा है, इसलिए अपनी अपनी जगह दोनों महान है संत है,
AyegaToModiHi ❤🧡
Phir ek baar 300 paar❤❤
मोदी है तो मुमकिन है
कुछ लोग मोदी की प्रसंसा न सुन सकते है न कर सकते है
इस किदवई को किसने लेखक और एक्सपर्ट बना दिया यह कह रहा है कि मोदी जी की लोकप्रियता अंतरराष्ट्रीय पल में 62% 70% दिखाई जाती है, लेकिन भारत में इलेक्शन हुए थे उसमें सिर्फ 38% है vote share.
पहली बात तो 38% नहीं है 40% था और बीजेपी ने अपनी सीट एनडीए के दलों को दी थी तो उनको मिला ले तो 45% वोट था, क्या इस बात को छोड़ते हैं , यह जी अंतर्राष्ट्रीय पल की बात कर रहे हो मॉर्निंग स्टार कंपनी करती है और वह मल्टीप्ल पार्टी सिस्टम के हिसाब से नहीं करती है वह उनका यह मानना होता है कि मोदी जी कितने लोगों को पसंद है या पसंद नहीं एक प्रधानमंत्री के tor par और उन्हें देखना चाहते हैं, इसका सीधा मतलब यह है कि अगर भारत में ऐसे चुनाव हो अमेरिकन प्रेसिडेंट की तरह जहां आपको सिर्फ दो पार्टी में से एक पार्टी को चुना है, इंडिया इंग्लैंड की तरह चुनाव हो जहां दो ही पार्टी सिस्टम है वहां पर अगर वोट डाले जाए उसे तरह से मोदी जी को कितने मिलेंगे, इंडिया में मल्टीप्ल पार्टी सिस्टम है और फेडरल स्ट्रक्चर है जहां रीजनल पार्टी भी होती हैं, ऐसे सिस्टम में वोट 50 पार्टी को पढ़ते हैं ना कि दो पार्टी को पढ़ते हैं, तो मोदी जी को पढ़े हुए 45% वोट 75% वोट के बराबर है तू पार्टी सिस्टम होता, यह आवश्यक है जानना कि अगर बीजेपी को 45% वोट मिले, तो दूसरे नंबर की पार्टी को तो 25% वोट भी नहीं mile,
पहले नंबर की पार्टी बीजेपी और दूसरे नंबर की पार्टी कांग्रेस में वोट का प्रतिशत का difference 20% se bhi jyada tha, तो यह साबित होता है कि मोदी जी को दो पार्टी सिस्टम में 70% लोग पसंद करते हैं
जैसे रशीद
Anjanaji you are a very popular anchor. Still at times you need not impose your perception on the participants in the discussion...
इस किदवई को किसने लेखक और एक्सपर्ट बना दिया यह कह रहा है कि मोदी जी की लोकप्रियता अंतरराष्ट्रीय पल में 62% 70% दिखाई जाती है, लेकिन भारत में इलेक्शन हुए थे उसमें सिर्फ 38% है vote share.
पहली बात तो 38% नहीं है 40% था और बीजेपी ने अपनी सीट एनडीए के दलों को दी थी तो उनको मिला ले तो 45% वोट था, क्या इस बात को छोड़ते हैं , यह जी अंतर्राष्ट्रीय पल की बात कर रहे हो मॉर्निंग स्टार कंपनी करती है और वह मल्टीप्ल पार्टी सिस्टम के हिसाब से नहीं करती है वह उनका यह मानना होता है कि मोदी जी कितने लोगों को पसंद है या पसंद नहीं एक प्रधानमंत्री के tor par और उन्हें देखना चाहते हैं, इसका सीधा मतलब यह है कि अगर भारत में ऐसे चुनाव हो अमेरिकन प्रेसिडेंट की तरह जहां आपको सिर्फ दो पार्टी में से एक पार्टी को चुना है, इंडिया इंग्लैंड की तरह चुनाव हो जहां दो ही पार्टी सिस्टम है वहां पर अगर वोट डाले जाए उसे तरह से मोदी जी को कितने मिलेंगे, इंडिया में मल्टीप्ल पार्टी सिस्टम है और फेडरल स्ट्रक्चर है जहां रीजनल पार्टी भी होती हैं, ऐसे सिस्टम में वोट 50 पार्टी को पढ़ते हैं ना कि दो पार्टी को पढ़ते हैं, तो मोदी जी को पढ़े हुए 45% वोट 75% वोट के बराबर है तू पार्टी सिस्टम होता, यह आवश्यक है जानना कि अगर बीजेपी को 45% वोट मिले, तो दूसरे नंबर की पार्टी को तो 25% वोट भी नहीं mile,
पहले नंबर की पार्टी बीजेपी और दूसरे नंबर की पार्टी कांग्रेस में वोट का प्रतिशत का difference 20% se bhi jyada tha, तो यह साबित होता है कि मोदी जी को दो पार्टी सिस्टम में 70% लोग पसंद करते हैं.....
नेहरू कनैडी की पत्नी के पीछे पड़ा हुआ था। कनैडी की पत्नी को दिल्ली बुलाया अपने घर में रखा ये रशीद को नहीं पता क्या? एक अय्याश की प्रशंसा एक मुस्लिम ही कर सकता है।
भारत जनता मोदीछजीको श्रेष्ठ मानती है.लेकीन कुछ तथाकथित बुद्धीजीवी पंतप्रधान मोदीजीका जनतासे सीधा संवादभी इनकोश नॕरेटीव्ह लगता है.इनकी पूरी जिंदगी नॕरेटीव्ह बनातेही गुजरी है.जनता ऐसे तथाकथित बुद्धीजिवींयोंका खेल जान गयी है.
#best conclusion started with 42:00-43:15 🙏.
Vah uncle ji
Ye scene TV me nahi dikahya gya Aaj 🤡
मोदीजी देश ने बोलने करने का अवसर प्रदान कियाहै।
जय माँ भवानी जय श्री परशुराम जय श्रीराम जय श्रीकृष्ण हर हर महादेव शिवांश मोदी जी की जय हो
अंजना भी नेरेटिव सेट करती है, इसको केवल पूछना चाहिए नाकि मोदी के कामों को गिनाकर सवाल पूछना चाहिए।
Vijay ji you have very rightfully differentiated the difference between PM Shri Narendra Modi ji and late PM Shri Atal ji. Modi ji’s Religious-Cultural Nationalism is MODIJI’s own.Unlike Modiji Atal ji’s conscious hesitation to practice and even too accept that RELIGIOUS CULTURAL NATIONALISM because Atal ji was not free of Baggage and UNATTACHED PERSON like Modi ji. I claim here RELIGIOUS CULTURAL NATIONALISM as of MODI ji’s own because in INDEPENDENT lINDIA none other than ModiJi any leader across all parties any where in India had ever spoke about this. Not only this but it was only Modi ji can speak of about country’s OPEN DEFACE and made alert the whole country’s GRAM PANCHAYATS, MUNICIPALITIES, AND STATE GOVERNMENTS to work for cleanliness. In whole world how many countries there SECULAR in principe. So there is nothing wrong to support our own religion in our own country. JAI HIND JAI BHARAT 🇮🇳🌹🌹🌹🌹🌹
In brief Modi ji is a unique P.M.of India and a unique leader of the world.
29:25 another savage one liner by Anjana
Anjana ji! Hindu is most secular but was suppressed a lot in previous governments due to appeasement in name of secularism!! How is it ok that a country after freedom doesn’t erase black scars of slavery instead glorify its rulers
अंत में अंकल जी ने सारी किया धरा पर पानी फेर दिया 😂😂
अंजना जी श्रोताओं में जो सज्जन अपनी बात कहना चाह रहे थे आपके चेहरे का भाव और आपका बोलने का तरीका? इसके लिए पर्याप्त था कि मंचासीन बुद्धिजीवी सामने वालों की बात सुनना ही नहीं चाहते हैं। अपनी कहेंगे और ताली बजबा कर सिर्फ सहमति चाहते हैं। इसलिए ही वे तमाम चेहरे मंच से गायब हो गये जो चाहते थे वही सुनो जो वो सुनाएँ। ये नया भारत है मोदी का भारत!
काहे की सबसे कम पढ़ा लिखा प्रधानमंत्री भी तो यहीं है काम ही ऐसा करता है तो आलोचना तो होगी
Kejrudeen गुजरात के कोर्ट से भगा भगा फिर raha है अब तेरा नंबर है
@@baldevgautam8023
सच करवा होता है
Modi
Kuch bhi bhoko....aayega to modi hi🚩🚩❤
सब सबका सम्मान करतें हैँ, लाल बहादुर शास्त्री जी का हर भारतीय सम्मान करता है 🙏