Katha satyavan savitri# nathu Singh shekhawat,सत्यवान सावित्री, गायक नाथू सिंह शेखावत

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  • เผยแพร่เมื่อ 24 ส.ค. 2024
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    / @satsangganga1

ความคิดเห็น • 1K

  • @shantikaam3795
    @shantikaam3795 2 ปีที่แล้ว +237

    संकल्प का प्रभाव
    🔸🔸🔹🔸🔸
    न जाने क्यों, वह भगवान के नाममात्र से ही भड़क उठता था। यहाँ तक कि किसी आस्तिक से बात करना भी वह गुनाह समझता था। एक बार उसके गाँव में एक बड़ महात्मा प्रवचन देने के लिये आए। पूरा गाँव उनका प्रवचन सुनने के लिए उमड़ पड़ा। कई दिनों तक महात्मा जी का प्रवचन चलता रहा। मगर उसने उधर जाना तक उचित न समझा।
    एक दिन वह संध्या के समय अपने खेत से लौट रहा था, सभी प्रवचन दे रहे महात्मा जी का स्वर उसके कानों से टकराया, “ अगर तुम जीवन में सफल होना चाहते हो तो मन में कुछ न कुछ दृढ़ संकल्प कर लो और पूर्ण निष्ठा से उसे पूरा करने में लगे रहो। एक न एक दिन तुम्हें उसका सुफल जरूर मिलेगा।
    न चाहते हुए भी आखिर यह बात उसके कानों टकरा ही गयी। उसने इस बात को भूल जाना चाहा, लेकिन जब रात में सोया तो रह- रहकर महात्मा जी के कहे शब्द उसके दिमाग में गूँजने लगे। लाख कोशिश करके भी वह उनसे अपना पीछा नहीं छुड़ा पाया। आखिर थक-हारकर उसने इस कथन की सत्यता को परखने का निश्चय किया। लेकिन वह क्या दृढ़ संकल्प करें? उसने ऐसी बात सोचनी चाही जिससे कभी भी कोई प्रतिफल न मिलने वाला हो। उसका मंतव्य सिर्फ इतना था कि किसी भी तरह महात्मा जी का कथन असत्य सिद्ध हो जाए।
    काफी सोच विचार में उलझे रहने के बाद उसका ध्यान अपने घर के सामने रहे वाले कुम्हार पर गया। उसने संकल्प किया वह प्रतिदिन कुम्हार का मुँह देखे बिना भोजन नहीं करेगा। अपनी इस सोच पर वह मन ही मन खूब हँसा, क्योंकि वह जानता था कि इसका किसी तरह कोई भी सुफल नहीं मिल सकता है। अगले ही दिन से उसने अपने संकल्प पर अमल करना शुरू कर दिया। अब वह अंधेर में ही उठकर अपने घर के बाहर चबूतरे पर बैठ जाता जब कुम्हार उठकर बाहर आता जाता तो वह उसका मुँह देख लेता, फिर अपने काम में लग जाता। कभी-कभी ऐसे भी अवसर आते, जब कुम्हार बाहर चला जाता तो उसके एक दो दिन तक उपवास करना पड़ता। लेकिन न तो वह इससे विचलित हुआ और नहीं उसने अपने संकल्प की भनक कुम्हार अथवा अपने किसी परिवार जन को लगने दी।
    धीरे धीरे छह महीने बीत गए। किंतु उसे कुछ भी लाभ न हुआ। फिर भी अपने संकल्प पर अटल एवं अडिग रहा। उस पर तो नास्तिकता का भूत सवार था। कुछ भी करके वह महात्मा जी की बात झूठी साबित करना चाहता था। एक दिन उसकी नींद देर से खुली। तब तक कुम्हार मिट्टी लेने के लिए गाँव के बाहर खदान में चला गया था। जब उसे इसका पता चला तो वह भी घूमते-घूमते उधर जा निकला ताकि कुम्हार का मुँह देख ले।
    उसने थोड़ी खड़े होकर कुम्हार को देखा। वह मिट्टी खोदने में तल्लीन था। अतः वह चुपचाप वापस चल पड़ा उधर मिट्टी खोदते-खोदते कुम्हार के सामने सोने की चार ईंटें निकल आयीं। उसने गरदन उठाकर चारों तरफ देखा कि कोई उसे देख तो नहीं रहा है। तभी उसकी नजर कुछ दूर तेज कदमों से जाते उस पर पड़ी। उसने अपनी घबराहट पर नियंत्रण किया और उसे पुकारा अरे भाई शिवराम किधर से आ रहे हो और कहाँ जा रहे हो? और कहा जा रहे हो? वह किधर से आया था, पूछकर कुम्हार तसल्ली कर लेना चाहता था।
    उसने रुककर जवाब दिया, “ बस इधर ही आया था। जो देखना था सो देख लिया। अब वापस घर जा रहा हूँ।” उसके कहने का तो मतलब था कि उसने कुम्हार का मुँह देख लिया था। लेकिन कुम्हार घबरा गया। उसे पक्का विश्वास था कि उसने सोना देख लिया है। कहीं उसने रियासत के राजा से शिकायत कर दी तो हाथ आयी लक्ष्मी निकल जायेगा। उसने तुरंत कुछ निर्णय किया और उससे बोला “अरे भाई शिवराम देख लिया है तो तुम भी आधा ले जाओ। लेकिन राजा से शिकायत न करना”
    उसने सोचा कि कुम्हार मजाक कर रहा है। वह मना करते हुए चल पड़ा। अब तो कुम्हार एकदम घबरा गया। उसने दौड़कर उसे पकड़ लिया और हाथ जोड़ते हुए बोला, भाई तुम्हें आधा ले जाने में क्या हर्ज है?” अब तो वह थोड़ा चकराया। कुम्हार उसे अपने साथ खदान में ले गया। वहाँ सोने की ईंटें पड़ी देखकर वह सारा माजरा समझ गया उसने चुपचाप चार में दो ईंटें उठा ली। ईंटें उठाते समय महात्मा जी के वाक्य की महिमा समझ में आ रही थी। वहां से लौट कर उसने वह सारा सोना गाँव वालों के हित में लगा दिया। इसी के साथ उसने शेष जीवन कठोर तप एवं भगवद्भक्ति में लगान का निश्चय किया। संकल्प के इसी प्रभाव के कारण अब उसे लो नास्तिक नहीं परम आस्तिक, महान तपस्वी महात्मा शिवराम के नाम से जनने लगे थे ।❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️

    • @Satsangganga1
      @Satsangganga1  2 ปีที่แล้ว +3

      बहुत ही ज्ञानवर्धक लेखनी रोचकता से भरपूर
      बहुत बहुत आभार जी 🚩🚩🚩🚩🚩🙏🙏🙏

    • @balram2492
      @balram2492 2 ปีที่แล้ว

      Pp00

    • @bhupeshmeena3767
      @bhupeshmeena3767 2 ปีที่แล้ว +3

      बहुत अच्छी कहानी है , प्रेरणादायक

    • @rajeshmeena2495
      @rajeshmeena2495 2 ปีที่แล้ว +2

      ,

    • @krishnasaini4623
      @krishnasaini4623 2 ปีที่แล้ว +2

      जंय

  • @shantikaam3795
    @shantikaam3795 2 ปีที่แล้ว +13

    🔥बहुत सुन्दर और ज्ञान वर्धक प्रसंग...🔥
    पहली बात: हनुमान जी जब संजीवनी बूटी का पर्वत लेकर लौटते है तो भगवान से कहते हैं :-
    "प्रभु आपने मुझे संजीवनी बूटी लेने नहीं भेजा था..बल्क़ि मेरा भ्रम दूर करने के लिए भेजा था..औऱ आज मेरा ये भ्रम टूट गया कि मैं ही आपका राम नाम का जप करने वाला सबसे बड़ा भक्त हूँ''।
    भगवान बोले:- वो कैसे ...?
    हनुमान जी बोले :- "वास्तव में मुझसे भी बड़े भक्त तो भरत जी हैं.. मैं जब संजीवनी लेकर लौट रहा था तब मुझे भरत जी ने बाण मारा और मैं गिरा तो भरत जी ने न तो संजीवनी मंगाई, न वैध बुलाया।
    कितना भरोसा है उन्हें आपके नाम पर.. उन्होंने कहा कि यदि मन, वचन और शरीर से श्री राम जी के चरण कमलों में मेरा निष्कपट प्रेम हो, यदि रघुनाथ जी मुझ पर प्रसन्न हों तो यह वानर थकावट और पीड़ा से रहित होकर स्वस्थ हो जाए।
    उनके इतना कहते ही मैं उठ बैठा।
    सच कितना भरोसा है भरत जी को आपके नाम पर।
    🔥शिक्षा :- 🔥
    हम भगवान का नाम तो लेते हैं पर भरोसा नहीं करते..भरोसा करते भी हैं तो अपने पुत्रों एवं धन पर.. कि बुढ़ापे में बेटा ही सेवा करेगा, धन ही साथ देगा।
    उस समय हम भूल जाते हैं कि जिस भगवान का नाम हम जप रहे हैं वे हैं.. पर हम भरोसा नहीं करते।
    बेटा सेवा करे न करे पर भरोसा हम उसी पर करते हैं।
    🔥दूसरी बात प्रभु...! 🔥
    बाण लगते ही मैं गिरा.. पर्वत नहीं गिरा..क्योंकि पर्वत तो आप उठाये हुए थे और मैं अभिमान कर रहा था कि मैं उठाये हुए हूँ।
    मेरा दूसरा अभिमान भी टूट गया।
    🔥शिक्षा :- 🔥
    हमारी भी यही सोच है कि..अपनी गृहस्थी के बोझ को हम ही उठाये हुए हैं। जबकि सत्य यह है कि हमारे नहीं रहने पर भी हमारा परिवार चलता ही है।
    जीवन के प्रति जिस व्यक्ति कि कम से कम शिकायतें हैं.. वही इस जगत में अधिक से अधिक सुखी है।🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉

    • @Satsangganga1
      @Satsangganga1  2 ปีที่แล้ว +1

      जय श्री राम 🚩🚩🚩🙏🙏🙏

  • @shantikaam3795
    @shantikaam3795 2 ปีที่แล้ว +11

    पार्थिव विकास का महत्व गुप्त रूप से निवास करने वाली आत्मा की इस धीमी और प्रगतिशील मुक्ति में निहित है।
    श्री ओरोबिन्दो

    • @Satsangganga1
      @Satsangganga1  6 หลายเดือนก่อน

      जय श्री राम जी 🚩🚩🙏🙏

  • @pawansaini7711
    @pawansaini7711 หลายเดือนก่อน +5

    M inke bhajan bar bar sunta rahta hu. Inko sat sat naman

  • @user-of9ht1qg2q
    @user-of9ht1qg2q 4 ปีที่แล้ว +64

    स्वर्गीय श्री नाथू सिंह जी शेखावत जैसे गायक कलाकार आज इस दुनिया में कहां है ना ही होंगे वह तो वही थे

  • @Madanlal-hm6os
    @Madanlal-hm6os หลายเดือนก่อน +7

    नाथू सिंह जी शेखावत बाड़ीजोड को सत सत नमन

  • @ashokgoswami3197
    @ashokgoswami3197 2 ปีที่แล้ว +4

    Nathu Singh JI jesa koi nhi ga skta bahut achha gaya h mere fevrit h

  • @sanjayghintala4708
    @sanjayghintala4708 3 ปีที่แล้ว +22

    स्व श्री नाथू सिंह धार्मिक कथाओं को गा कर अमर हो गए। जिनको सुनकर आमजन का कल्याण हो रहा।

  • @mukeshmeena2431
    @mukeshmeena2431 3 ปีที่แล้ว +67

    आज भी महान आदमी को दिल से याद करते है इनका भजन का स्वर आत्मा को शांत कर देता है बहुत अच्छा लगता है जय हो

    • @Satsangganga1
      @Satsangganga1  3 ปีที่แล้ว +3

      Thanks for your feedback sir Ji 🙏🙏

    • @HsJat-rv1ty
      @HsJat-rv1ty 3 ปีที่แล้ว +5

      @@Satsangganga1 आपको नमन करता हूं ,आपने सिंह साहब की आवाज और उनके ज्ञान को ,आज कि नई पीढ़ी तक फैलाया ,हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम हमारे बच्चों को भी इस अमर आवाज और ज्ञान से अवगत कराएं ,मेरा बच्चा आई आई टी ,में है ,मैंने उसको समझाया ,सुनाया बाद में उसने अपने कॉलेज के पूरे कैम्पस में सबको बताया की ,सुनकर देखो । आश्चर्य है कि जिन्होंने भी सुना ,अब अक्सर आईआईटी के कैम्पस में भी सिंह साहब को सुना जाता है ।।

    • @Satsangganga1
      @Satsangganga1  3 ปีที่แล้ว +2

      हर एक माता-पिता का यही कर्तव्य होता है जो आपनी आने वाली पीढ़ी को सत मार्ग का रास्ता दिखलाएं।
      आपने भी वही उचित कार्य किया है आपको मैं कोटि-कोटि प्रणाम करता हूं नमन करता हूं आपके माता-पिता को जो आपमें ऐसे संस्कार विद्यमान किए
      🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏

    • @vikashkatariya4332
      @vikashkatariya4332 ปีที่แล้ว +1

      🙏🙏🙏

  • @mukeshkumar1508
    @mukeshkumar1508 3 ปีที่แล้ว +22

    आप महान है। आप अपने भजनों में अमर है। संगीत जगत सदा आपका ऋणी रहेगा।

  • @gsbunker1201
    @gsbunker1201 4 ปีที่แล้ว +47

    नाथूसिंह जी के भजन बहुत ही आकर्षक,विश्वसनीय एवं वर्तमान की आवश्यकता न्यायसंगत है।
    साक्षात् उनके मुख से सरस्वती के उद्गार स्त्रावित होते थे।
    लेकिन आज वे महा मानव हमारे बीच नहीं रहे।
    दुनियां उन्हें श्रद्धा से याद करती है।
    मैं निशब्द हूं की आज ऐसे महान संगीतकार हमारे बीच नहीं हैं।।।।।

    • @Satsangganga1
      @Satsangganga1  2 ปีที่แล้ว +2

      Thank for your feedback sir Ji 🙏🙏

  • @BabuLal-yo6vq
    @BabuLal-yo6vq 3 ปีที่แล้ว +4

    Bahut hi sunder bhajan hai nathu shingh j ka bhagvan unki aatma ko shanti de babu lal kumawat

  • @pawansaini7711
    @pawansaini7711 หลายเดือนก่อน +1

    Nathu singh shekhawat ji ke bhajan
    Bahut hi achchhe lagte h mujhe

  • @kishorpuri21
    @kishorpuri21 ปีที่แล้ว +3

    नाथू सिंह जी के भजन हम बचपन से सुनते आ रहे हैं
    इनके भजन सुनते ही मन में तृप्त हो जाता है

  • @shantikaam3795
    @shantikaam3795 2 ปีที่แล้ว +3

    सभी आध्यात्मिक पथ उच्च चेतना और भगवान के साथ एकता की ओर ले जाते हैं और कई रास्तों में से एक सबसे बड़ा है कर्म का मार्ग: यह भक्ति के मार्ग या ज्ञान के मार्ग जितना ही महान है।
    श्री अरविंद

  • @anilkumarsharma3185
    @anilkumarsharma3185 11 หลายเดือนก่อน +9

    मुझे जिंदगी भर इस बात का अफसोस रहेगा कि मैं कभी नाथू सिंह को लाइव नहीं सुन सका
    नाथू सिंह को मेरे दिल मेरी आत्मा से बहुत बहुत श्रंधाजली

    • @Satsangganga1
      @Satsangganga1  11 หลายเดือนก่อน

      😭😭🚩🚩🙏🙏

  • @ashokkumarsarswat4559
    @ashokkumarsarswat4559 3 ปีที่แล้ว +7

    बहुत ही शानदार प्रस्तुति 👍👍

  • @user-ln3it1ub3y
    @user-ln3it1ub3y หลายเดือนก่อน +3

    नाथु सिंह जी को सत् सत् नमन

  • @MukeshMukesh-zg3tb
    @MukeshMukesh-zg3tb 3 ปีที่แล้ว +10

    Nice bhajan

  • @shantikaam3795
    @shantikaam3795 2 ปีที่แล้ว +6

    ((( प्रेम व भक्ति का मार्ग ))))
    👌बहुत सुंदर भक्ति कथा👌
    चांगदेव नाम के एक हठयोगी थे इन्होंने योग सिद्धि से अनेको सिद्धियाँ प्राप्त कर रखी थी तथा मृत्यु पर भी विजय प्राप्त कर ली थी उनकी उम्र 1400 वर्ष हो गई थी।
    .
    चांगदेव को यश-प्रतिष्ठा का बहुत मोह था। वह अपने आप को सबसे महान मानते थे।
    .
    इन्होंने जब संत ज्ञानेश्वर की प्रशंसा सुनी तो उनका मन संत ज्ञानेश्वर के प्रति ईर्ष्या से भर उठा...
    .
    उन्होंने सोचा की 16 वर्ष की उम्र में संत ज्ञानेश्वर क्या मेरे से बड़े सिद्ध हो सकते है ऐसा उनकों मानने में न आया...
    .
    क्योंकि इन्होंने 1400 वर्ष साधना करके मृत्यु को जीता था तथा प्रत्येक जीव जंतु उनके वश में थे तथा एक सोलह साल का व्यक्ति उनसें सिद्धि में बड़ा हो सकता है यह बात उनके गले न उतरी...
    .
    परन्तु जब बार-बार संत ज्ञानेश्वर की प्रशंसा सुनी तो उन्होंने मन में सोचा की संत ज्ञानेश्वर से मिला जाए इसलिए उन्होने संत ज्ञानेश्वर को पत्र लिखने का सोचा।
    .
    जब वह पत्र लिखने बैठे तो सोच में पड़ गए कि संत ज्ञानेश्वर को क्या संबोधन करू।
    .
    पुज्य ,आदरणीय आदि से संबोधन भी नहीं कर सकते थे क्योंकि वह तो 1400 वर्ष के थे तथा संत ज्ञानेश्वर सोलह वर्ष के तो चिरंजीव भी नहीं लिख सकते थे..
    .
    क्योंकि ज्ञानी पुरूष जिसकी प्रसिद्धि चारो ओर फैली हो उसके लिए यह लिखने पर वह अपना अपमान न समझ बैठे तथा उन्होंने अंत में कोरा कागज ही भेज दिया।
    .
    चांगदेव का कोरा कागज देखकर मुक्ताबाई ने जवाब दिया ति तुम 1400 वर्ष के हो गये तथा कोरे के कोरे रह गये।
    .
    ऐसा जवाब सुनकर चांगदेव का अहंकार कम हो गया तथा उनके मन में संत ज्ञानेश्वर से मिलने की इच्छा बलवती होने लगी...
    .
    इन्हें अपनी सिद्धियों पर बहुत अभिमान था इसलिए संत ज्ञानेश्वर के सामने अपनी सिद्धियों के प्रदर्शन के लिए शेर की सवारी करके तथा हाथ में सर्प की लगाम लेकर संत ज्ञानेश्वर से मिलने चल पड़े।
    .
    रास्तें में जो भी लोग उनको देखते उनकी सिद्धियों की प्रशंसा करते उनकी जय-जयकार करते यह देखकर उनका मन अहंकार से भर उठा।
    .
    जब संत ज्ञानेश्वर ने सुना की चांगदेव उनसे मिलने आ रहे है तो उन्होंने सोचा की मेहमान का स्वागत करने के लिए जाना चाहिये।
    .
    वह प्रातःकाल उठकर पत्थर से बनी चार दिवारी पर बैठकर दातुन कर रहे थे।
    .
    उन्होंने संकल्प किया तथा जैसे ही आज्ञा दी पत्थर का चबुतरा सरकने लगा तथा चांगदेव की ओर बढ़ने लगा ..
    .
    चांगदेव ने जैसे ही संत ज्ञानेश्वर को पत्थर के चबुतरे की सवारी करते हुए अपनी ओर आते देखा तो उनका अहंकार चुर-चुर हो गया।
    .
    उन्होंने सोचा की में तो प्रत्येक जीव जंतु पर अपना वश रखता हूं परन्तु संत ज्ञानेश्वर तो निर्जीव वस्तु को भी वश में कर सकते है ये निश्चित ही मुझसे महान है ।
    .
    ऐसा सोचते ही चांगदेव का अहंकार दुर हट गया उनकीं आँखो में आसु बहने लगे मन करूणा से भर उठा।
    .
    उन्होंने सांप की लगाम को फेंक दिया तथा शेर की सवारी को छोड़कर संत ज्ञानेश्वर के पैर पकड़ लिए।
    .
    संत ज्ञानेश्वर ने जैसे ही देखा चांगदेव उनके चरण पकड़कर विलाप कर रहे है उन्होंने उसे गले से लगा लिया।
    .
    जो सिद्धियाँ चांगदेव ने 1400 वर्षो की योग साधना से प्राप्त कि थी उनसे अधिक सिद्धियों को संत ज्ञानेश्वर ने 16 वर्ष की उम्र में प्रेम व भक्ति के मार्ग पर चलकर प्राप्त किया था।
    ~~~~~~~~~~~~~~~~~
    ((((((( जय जय श्री राधे )))))))
    ~~~~~~~~~~~~~~~~~*

  • @chetansinghshekhawat4597
    @chetansinghshekhawat4597 11 หลายเดือนก่อน +3

    भजन गायक तो आज भी बहुत हैं लेकिन जो मजा नाथू सिंह जी के गाए भजन में है वो कहीं नहीं है

  • @pawankumarverma9638
    @pawankumarverma9638 2 ปีที่แล้ว +10

    Superb

  • @Lokendra_Narwal
    @Lokendra_Narwal 28 วันที่ผ่านมา +1

    Sweetest Voice & music 🎶
    Great Songs !!!!

  • @raviprakashchawla3288
    @raviprakashchawla3288 4 ปีที่แล้ว +31

    मधुर वाणी मे ज्ञानरूपी भजन की प्रस्तुति सुनने से मनुष्य प्राणी को ज्ञान की प्राप्ति ही नहीं समाज को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाता है। गायक कलाकर महोदय जी को धन्यवाद

    • @bhadursingh403
      @bhadursingh403 2 ปีที่แล้ว +2

      नाथू सिंह जी की जय हो

  • @asrathore5264
    @asrathore5264 ปีที่แล้ว +3

    नाथू सिंह जी और राजकुमार स्वामी जी का हर भजन सुना है मैने ऐसे महान गायक कलाकार अब नहीं है

  • @RadheShyam-xd1ds
    @RadheShyam-xd1ds 4 ปีที่แล้ว +8

    नमस्ते जी जयगणेशा जयगणेशा जयगणेशा जयगणेशा जयगणेशा जयगणेशा जयश्रीहनुमान विजय भवो भारत ।भजन।गायक।को।हादिकशुभकामनाए देतेहै जी ।राधे श्याम ।सिहाग।चूरू

  • @RkSaini-hy5ri
    @RkSaini-hy5ri หลายเดือนก่อน +1

    Sat sat naman kavi nathu singh ji ko

  • @shantikaam3795
    @shantikaam3795 2 ปีที่แล้ว +6

    बहुत ही सुन्दर कथा
    〰️〰️〰️〰️〰️〰️
    मान्यता है ठाकुर जी से यदि प्रेम करना हो तो उनसे कोई न कोई सम्िबन्ध स्थापित कर लो, ऐसा ही एक सम्बन्ध ठाकुर जी से जोड़ा बाबा विट्टल दास किशोरी जी ने, बाबा ठाकुर जी के अनन्य भक्त थे। बाबा हर वक्त उनकी निकुंज लीलाओं का ही स्मरण किया करते थे एवं किसी भी सांसारिक व्यक्ति से ज्यादा देर बात नहीं किया करते थे क्योंकि उन्हें लगता था कि किसी भी सांसारिक व्यक्ति से ज्यादा देर तक बोलना ठाकुर जी से ध्यान हटाने के बराबर है इसलिए हमेशा आंख मूंदे श्री राधा कृष्ण की युगल छवि का ध्यान करते थे।
    बाबा श्री कृष्ण भगवान को पुत्र भाव से मानते थे और हमेशा उन्हें मेरा लाला और किशोरी जी को मेरी लाडली कहकर पुकारते थे। एक दिन बाबा विट्टलदास जी अपने घर के बाहर बैठे किशोरी जी का ध्यान कर रहे थे। तभी एक चूड़ी बेचने वाली आती है बाबा उसे बुलाते है और कहते है,"कि जा अन्दर जाकर मेरी बहूओं को चूड़ी पहना कर आ और जो पैसे हो वो मुझसे आकर ले लेना।"
    तब चूड़ी बेचने वाली अंदर चली गयी और थोड़ी देर बाद बाहर आई और बोली,"बाबा 8 रुपये हुए?"
    बाबा ने पूछा,"8 रुपये कैसे हुए?"
    चूड़ी बेचने वाली ने कहा,"बाबा तुम्हारी 8 बहुएं थी और हर एक को मैंने 1 रुपये की चूड़ी पहनाई।"
    लेकिन बाबा बोले,"मेरे तो 7 बेटे हैं और उनकी 7 बहुएं है फिर ये 8 बहुएं कैसे?"
    चूड़ी बेचने वाली ने कहा,"बाबा मैं तुझसे झूठ क्यों बोलूंगी?"
    अब बाबा का ज्यादा बहस करने का मन नहीं था उन्हें लगा की अब इससे बहस करूंगा तो ठाकुर के ध्यान में विघ्न पड़ेगा इसलिए उन्होंने उस मनिहारिन को 8 रुपये ही देकर विदा कर दिया और अपने युगल सरकार का ध्यान करने लगे लेकिन उन्हें मन ही मन इस बात का दु:ख था की चूड़ी बेचने वाली ने झूठ बोलकर उनसे ज्यादा पैसे ले लिए थे क्योंकि पूरे गांव में बाबा जी से कोई भी झूठ न बोलता था।
    वो इसी बात की चिंता में थे कि मुझसे उस चूड़ी बेचने वाली ने झूठ क्यों कहा? रात्रि में बाबा को सोते हुए स्वप्न में किशोरी जी आती है और कहती है,"बाबा!ओ बाबा!"
    बाबा मंत्रमुग्ध हो कर किशोरी जी को प्रणाम करते है।
    तब किशोरी जी कहती है कि, " बाबा तू ठाकुर जी को अपना पुत्र मानते हो ?"
    बाबा बोले,"ठाकुर जी तो मेरे बेटे है मेरा लाला है वो तो।"
    तब किशोरी जी कहती है,"यदि ठाकुर जी तुम्हारे बेटे है तो मैं भी तो तुम्हारी बहु हुई न? "
    बाबा बोले,"हां हां बिलकुल बिलकुल मेरी लाली।"
    फिर किशोरी जी कहती है,"फिर तुम दुखी क्यों होते हो जब चूड़ी बेचने वाली ने मुझे भी चूडियां पहना दी तो?"
    तभी बाबा फूट-फूट कर रोने लग जाते है और कहते है कि,"हाय कितना अभागा हूं मैं मेरी किशोरी जी ने खुद मेरे घर आकर चूडियां पहनी और मैं पहचान भी न पाया?"
    तभी किशोरी जी अंतर्धान हो जाती है और बाबा कि नींद खुल जाती है और फिर अगले दिन वो चूड़ी बेचने वाली उनके घर पर फिर से आती है और बाबा कहते है कि,"आगे से 8 जोड़ी चूडियां लेकर आना और मेरी सबसे छोटी बहु के लिए नीले रंग कि चूडियां लाना।"
    ➖👣➖👣➖👣➖
    धन्य है ऐसे भक्त जो किशोरी जी से, ठाकुर जी से अपना सम्बन्ध स्थापित करते है और उसे पूरी तरह से निभाते है।
    ➖👣➖👣➖👣➖
    🐾जय जय श्री राधे राधे🐾**

  • @jitendravarma615
    @jitendravarma615 3 ปีที่แล้ว +15

    बचपन की खूबसूरत यादें नाथू सिंह जी की दिलकश आवाज़ ने पूरा चित्रण को सजीव कर दिया है । वाकई में शानदान

  • @narshiyadav2038
    @narshiyadav2038 4 ปีที่แล้ว +22

    बहुत ही अच्छी कर्म निष्ठा की शिक्षा प्रदान करनेवाली कथा है हमारी भगवान से यही दुआ है सिंह साहेब महापुरुष गायक की अमर्त वाणी सदा सदा के लिए अमर रहे🌷🌷🌹🌹🙏🙏

    • @Satsangganga1
      @Satsangganga1  4 ปีที่แล้ว +2

      🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻

    • @anilgourgour3427
      @anilgourgour3427 3 ปีที่แล้ว +1

      👏👏👏

  • @tarachandkaloya8834
    @tarachandkaloya8834 2 ปีที่แล้ว +7

    नाथू सिंह जी शेखावत एक बहुत ही सुन्दर गायक हुए जिसकी प्रशंसा करते है उतनी ही कमी है।

  • @ramavatarjangid9829
    @ramavatarjangid9829 2 ปีที่แล้ว +6

    ऐसे महान कवि को बार-बार प्रणाम

  • @lokeshgujjar4357
    @lokeshgujjar4357 ปีที่แล้ว +9

    ❗❗बहुत ही प्यारा भजन है। नाथू सिंह शेखावत को बहुत बहुत बधाई।।। मै लोकेश गुर्जर् । खेतड़ी तेशील
    जिला झुंझनू गाँव माधोगढ़ की
    तरफ से बधाई हो।। ❗

  • @lokeshjhajharia123
    @lokeshjhajharia123 ปีที่แล้ว +5

    बहुत ही प्यारी राग में गाया सत्यवान सावित्री का भजन ऐसी आवाज सुन के तो तबीयत ही खुश हो जाती है

  • @varunbhardwaj9395
    @varunbhardwaj9395 2 ปีที่แล้ว +7

    Mahan gayak apko bar bar naman🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @jagdishpalawat4570
    @jagdishpalawat4570 3 ปีที่แล้ว +22

    नाथु सिंह जी ने सभी भजन व ख्ताओं को पूरा सास्त्र युक्त गाये हैं और आप ने पूर्ण रूप से समर्पित भाव में स्थित हो कर आत्म विभौर हो कर कथाओ को जीवित रूप दिया है,में आप को नमन करते हुए हार्दिक साधुवाद देता हूं

    • @HsJat-rv1ty
      @HsJat-rv1ty 3 ปีที่แล้ว +2

      आप से अनुरोध है ,सिंह साहब द्वारा गाई, गई कथा " राजा भ्रथरी भी अवस्या सुनें,उसको गाते हुए ,जैसे जैसे कथा आगे बढ़ती है आवाज बहुत ही सुरीली हो जाती है ,अगर एकांत में सुनेंगे तो इतना खो जायेंगे की ,ऐसा लगेगा जैसे मेडिटेशन में चले गए हों ।

  • @dharmendrayadavshahpurajai5103
    @dharmendrayadavshahpurajai5103 2 ปีที่แล้ว +4

    बहुत ही बढ़िया भजन। सिंह जी द्वारा गाई गयी बेस्ट कथा।।।

  • @shantikaam3795
    @shantikaam3795 2 ปีที่แล้ว +3

    “चैत्य हमेशा विश्वास, आनंद और आत्मविश्वास के साथ ईश्वर की ओर उन्मुख रहता है उसकी जो भी - अभीप्सा होती है वह विश्वास और आशा से भरी होती है। श्री अरविंद

  • @mukeshkumaryadav-bu1lc
    @mukeshkumaryadav-bu1lc 3 ปีที่แล้ว +8

    बहुत ही ज्ञान वर्धक कथा सुनाई नाथूसिंह जी ने मै उनका तह दिल से आभार व्यक्त करता हूं।

  • @rajendrabairwa6530
    @rajendrabairwa6530 2 ปีที่แล้ว +10

    मै बचपन से ही नाथू सिंह जी के भजन पसन्द करता हूँ ।बहुत ही सुंदर और सटीक प्रस्तुति है ।सुनकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं । सादर नमन

    • @Satsangganga1
      @Satsangganga1  2 ปีที่แล้ว

      Thanks for your feedback sir Ji 🙏🙏

    • @mohanlalsharma3909
      @mohanlalsharma3909 2 ปีที่แล้ว

      मै बचपन से ही ना थू सिंह जी के बजन पसन्द करता हु सुनकर प्रसन्न होते ह

    • @subhashchand1398
      @subhashchand1398 2 ปีที่แล้ว

      @@mohanlalsharma3909 .mohalal0

  • @user-ue3dw3kn3n
    @user-ue3dw3kn3n 2 ปีที่แล้ว +7

    महान् ‌ आत्मा को ‌ लांखो‌ प्रणाम ‌ ते‌ दील‌ से,, 👋👌☝️🙏🌺🍓🍎

    • @Satsangganga1
      @Satsangganga1  2 ปีที่แล้ว +1

      बहुत बहुत आभार जी 🙏🙏🙏

  • @ramkishorbanshiwal2650
    @ramkishorbanshiwal2650 3 ปีที่แล้ว +5

    में इस कथा से अति प्रसन्न हूं इस कथा में मुझे पूरी तरह से सच्चाई नजर आईं रामकिशोर बंशीवाल ग्राम हापास पापडदा दौसा नाथूसिंह जी को सत सत नमन करता हूं

    • @Satsangganga1
      @Satsangganga1  3 ปีที่แล้ว

      Thanks for your feedback sir Ji 🙏

  • @user-se5vi7vr2q
    @user-se5vi7vr2q ปีที่แล้ว +4

    बहुत बढ़िया कथा गाया है नाथूसिह शेखावत साहब आपकी मधूर आवाज सुनते ही पुरा दिन की थकान दूर हो जाती है आपका कोई भी भजन व कथा सुनने पर आप जैसा कलाकार नहीं पहले हुआ था और ना अब आगे होगा

  • @BHOLENATH_LOVE
    @BHOLENATH_LOVE 3 ปีที่แล้ว +7

    Bhut hi sandar 🙏🏼

  • @VijaySingh-vd5hn
    @VijaySingh-vd5hn 3 ปีที่แล้ว +5

    वाह सा भजन सुनकर धन्य हो गय

  • @shantikaam3795
    @shantikaam3795 2 ปีที่แล้ว +5

    "पहले एक अभिषेक, फिर हमारी मानवीय व्यक्तिगत इच्छा का समर्पण और अधीनता, फिर उसका एक महान दिव्य या महानतम सर्वोच्च इच्छा में विलय कर्मयोग के इरादे का केंद्रीय रहस्य और मूल है।"
    --श्री ओरोबिंदो

  • @baluram2484
    @baluram2484 2 ปีที่แล้ว +1

    Bhut aache shingar the shiree maan nuthu shing ji shekhawat

    • @Satsangganga1
      @Satsangganga1  2 ปีที่แล้ว

      Thanks for your feedback sir Ji 🙏🙏

  • @KamleshKumar-dm3di
    @KamleshKumar-dm3di 4 ปีที่แล้ว +5

    बहुत ही सुन्दर ढंग से सुनाई है कथा है भाई

  • @shantikaam3795
    @shantikaam3795 2 ปีที่แล้ว +5

    *🙏🌷जय श्री राधे कृष्णा 🌷🙏
    💐राधा नाम की महिमा 💐
    👉एक संत थे वृन्दावन में रहा करते थे, श्रीमद्भागवत में बड़ी निष्ठा थी उनकी, उनका प्रतिदिन का नियम था कि वे रोज एक अध्याय का पाठ किया करते थे, और राधा रानी जी को अर्पण करते थे , ऐसे करते करते उन्हे 55 वर्ष बीत गए, पर उनका एक दिन भी ऐसा नही गया जब राधारानी जी को भागवत का अध्याय न सुनाया हो। एक रोज वे जब पाठ करने बैठे तो उन्हें अक्षर दिखायी ही नहीं दे रहे थे और थोड़ी देर बाद तो वे बिलकुल भी नहीं पढ़ सके। अब तो वे रोने लगे और कहने लगे - हे प्रभु ! में इतने दिनों से पाठ कर रहा हूँ फिर आपने आज ऐसा क्यों किया अब मै कैसे राधारानी जी को पाठ सुनाऊंगा। रोते-रोते उन्हें सारा दिन बीत गया। कुछ खाया पिया भी नहीं क्योकि पाठ करने का नियम था और जब तक नियम पूरा नहीं करते, खाते पीते भी नहीं थे। आज नियम नहीं हुआ तो खाया पिया भी नहीं। तभी एक छोटा-सा बालक आया और बोला , बाबा ! आप क्यों रो रहे हो ? क्या आपकी आँखे नहीं है? इसलिए रो रहे हो ? बाबा बोले- नहीं लाला ! आँखों के लिए क्यों रोऊंगा मेरा नियम पूरा नहीं हुआ इसलिए रो रहा हूँ। बालक बोला - बाबा ! मै आपकी आँखे ठीक कर सकता हूँ। आप ये पट्टी अपनी आँखों पर बाँध लीजिए। बाबा ने सोचा लगता है वृंदावन के किसी वैध का लाला है, कोई इलाज जानता होगा। बाबा ने आँखों पर पट्टी बांध ली और सो गए,जब सुबह उठे और पट्टी हटाई तो सब कुछ साफ दिखायी दे रहा था। बाबा बड़े प्रसन्न हुए और सोचने लगे देखूं तो उस बालक ने पट्टी में क्या औषधि रखी थी और जैसे ही बाबा ने पट्टी को खोला तो पट्टी में राधा रानी जी का नाम लिखा था। इतना देखते ही बाबा फूट फूट कर रोने लगे और कहने लगे - वाह ! किशोरी जी आपके नाम की कैसी अनंत महिमा है..!!
    मुझ पर इतनी कृपा की और श्रीमद्भागवत से इतना प्रेम करती हो की रोज़ मुझ से श्लोक सुनने मे राधा रानी जी आपको भी आनंद आता है।
    लाड लडेती राधिके मांगू गोद पसार ...
    दीजीय मोहे चरणरज और वृन्दावन को वास #
    🙏राधे राधे 🙏*

  • @laxmanrashmi
    @laxmanrashmi 3 ปีที่แล้ว +10

    शेखावाटी के महान कलाकारों में से एक चमकता सितारा थे श्री नाथूसिंह जी। मेरे शहर चिङावा के पास ही इनका गाँव है ।

  • @mahaverprasadbansidharkuma3622
    @mahaverprasadbansidharkuma3622 4 ปีที่แล้ว +4

    Bhahut sundar bhajan gaya nathushig jine inki aavaj hmesa ki amar rhti

  • @bhagirathsinghchoudhary4143
    @bhagirathsinghchoudhary4143 3 ปีที่แล้ว +12

    समय समय का फेर है समय समय की बात किसी समय में दिन बड़ा तो किसी समय में रात अपने समय के बहुत ही अच्छे गायकार थे मैं उनके भजनों का बचपन से प्रेमी हूं आज के बॉलीवुड वाले सब उनके सामने फेल हैं उनको शत-शत नमन

    • @Satsangganga1
      @Satsangganga1  3 ปีที่แล้ว

      Thanks for your feedback sir Ji 🙏🙏🙏🙏 you are correct

  • @shantikaam3795
    @shantikaam3795 2 ปีที่แล้ว +9

    Hinduism is no sect or dogmatic creed, no bundle of formulas , no set of social rules , but a mighty , eternal and universal truth . It has learned the secret of preparing man's soul for the divine consummation of identity with the infinite existence of God .
    SRI AUROBINDO ❤️

  • @PrinciBnnaji
    @PrinciBnnaji 4 หลายเดือนก่อน +1

    Very nice bhajan 🙏🙏🙏🙏🙏

  • @ritujat5892
    @ritujat5892 3 ปีที่แล้ว +8

    Very nice

  • @Singer_Rajendra_Yadav1008
    @Singer_Rajendra_Yadav1008 4 ปีที่แล้ว +43

    धन्य हो श्री मूलचंद जी स्वामी
    जो आज गजबन के इस जमाने में
    भजनों का प्रचार प्रसार करने में लगे हो।
    यकीनन उस दिव्यात्मा सिंह जी आशीष
    आपके साथ है ।
    एक सतसंगति प्रेमी
    राजेन्द्र यादव, भानीपुरा

  • @PratapSingh-hd4rz
    @PratapSingh-hd4rz 3 ปีที่แล้ว +4

    Swargiy Shree Naathu Singh Ji KiJay

  • @ramsinghyadav9738
    @ramsinghyadav9738 4 ปีที่แล้ว +4

    Very nice bhajan😊😊👍👍👍👍👍👍👌👌👌🙏🙏👏👏i like it

  • @shyammeena4778
    @shyammeena4778 4 ปีที่แล้ว +13

    Nathu Singh jese nato huye na hoge. Lakho me ek the. 🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @mahavir4239
    @mahavir4239 ปีที่แล้ว +3

    श्री नाथू सिंह जी हमेशा अमर रहेंगे मैं महावीर पारीक सूरतगढ़ से

  • @vikramsinghmeena6795
    @vikramsinghmeena6795 4 ปีที่แล้ว +7

    Very nice singer

  • @sonujangir2117
    @sonujangir2117 4 ปีที่แล้ว +4

    मेरे बेसट कथा गायक कलाकार नाथु सीगजी

  • @birbalmeena1245
    @birbalmeena1245 3 หลายเดือนก่อน +1

    Very nice voice of Bhajan and story

  • @harpalvaishnav8642
    @harpalvaishnav8642 2 ปีที่แล้ว +4

    Very nice 👏👏 Jai Ho

  • @Sushil_most_funny_vedio
    @Sushil_most_funny_vedio 3 ปีที่แล้ว +6

    बहुत अच्छा भजन

  • @girirajsinghmeena3018
    @girirajsinghmeena3018 4 ปีที่แล้ว +32

    अति मधुर एवं सुरीली आवाज में कथा का भक्तों के लिए विमोचन किया है, उनको कोटि कोटि नमन |

  • @rajendrajoshi1059
    @rajendrajoshi1059 3 ปีที่แล้ว +9

    आज तीस साल बाद त्रिस्पृशा मंजुला द्वादशी ओर मोहिनी एकादशी को श्री हरि की कृपा से पुनः आदरणीय पुरुष की आवाज सुनने को मिली ! आपको सादर धन्यवाद

    • @Satsangganga1
      @Satsangganga1  3 ปีที่แล้ว +2

      हार्दिक अभिनंदन जी।
      नाथू सिंह follower क्लब में आपका स्वागत है।🙏🙏🌹🌹🙏🙏

  • @mhaveersharma9796
    @mhaveersharma9796 4 ปีที่แล้ว +11

    ये तो मन को समझाने वाला बात हुई है

    • @Satsangganga1
      @Satsangganga1  4 ปีที่แล้ว

      मैं आपके भाव अच्छी तरह से समझ सकता हूं जी 🙏🙏🙏🙏🙏

  • @rss.8661
    @rss.8661 2 ปีที่แล้ว +16

    मैंने यह कथा मेरे बचपन में सुना था आज 30 वर्ष बाद सुनकर बचपन याद आ गया धन्यवाद नाथूसिंह जी 🙏🙏

    • @Satsangganga1
      @Satsangganga1  2 ปีที่แล้ว

      Thanks for your feedback Ji 🙏🙏

    • @VIPIN4528
      @VIPIN4528 ปีที่แล้ว

      Bas mere mann ki baat keh di aapne

    • @shankargoswami6726
      @shankargoswami6726 ปีที่แล้ว

      Shi me mere sath bhi ye hi hua

    • @user-bt1uk3xf6t
      @user-bt1uk3xf6t 6 หลายเดือนก่อน

      Bhagwaan assa veer dobara peda kre Shekhawtti me
      Aapko koti koti naman 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @shantikaam3795
    @shantikaam3795 2 ปีที่แล้ว +2

    The Gita is undoubtedly true that selflessness , courage , a free and noble activity have been preached as the kernel of the ethics of the Gita . That teaching has in no country been condemned as ignoble , criminal or subversive of morality , nor is a philosophy of any value to any sensible being if it is only transcendental and cannot be lived. We strongly protest against the brand of suspicion that has been sought to be placed in many quarters on the teaching and possession of the Gita our chief national heritage , our hope for the future , our great force for the purification of the moral weaknesses that stain and hamper our people .
    Sri Aurobindo ,(Feb .12, 1910)

  • @pradeepparik6116
    @pradeepparik6116 3 ปีที่แล้ว +13

    बहुत ही सुंदर कथा सुनाई नाथू सिंह जी ने उनको मैं तह दिल से याद करता हूं जब भी यह कथा सुनता हूं तो सादर नमन

    • @Satsangganga1
      @Satsangganga1  3 ปีที่แล้ว +1

      Thanks for your feedback sir Ji 🙏🙏

  • @Singer_Rajendra_Yadav1008
    @Singer_Rajendra_Yadav1008 4 ปีที่แล้ว +19

    नाथू सिंह जी गायक महान, मां भगवती की कृपा पात्र।
    ऐसी सुनहरी आवाज के, वो गायक थे एकमात्र।।
    स्वर्गीय सुर सम्राट नाथू सिंह जी
    का एक फैन
    राजेंद्र यादव भानीपुरा

  • @MukeshSharma-kw1rl
    @MukeshSharma-kw1rl 4 ปีที่แล้ว +5

    Bhot Sundar Katha

  • @VishnuSharma-ss8lw
    @VishnuSharma-ss8lw ปีที่แล้ว +2

    बहुत बहुत सुंदर किस्सा धन्यवाद नाथु सिंह जी❣️

  • @durveshsingh5066
    @durveshsingh5066 2 ปีที่แล้ว +1

    Bhot bdiya

  • @maheshbanjara7191
    @maheshbanjara7191 3 ปีที่แล้ว +2

    Bahot badeeya bhajan

  • @ashokpanwar9182
    @ashokpanwar9182 3 ปีที่แล้ว +8

    Bahut hi achha lagta h jab nathu ji ki jubha se ye bajan sunte h 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @user-sc7fz7gi1u
    @user-sc7fz7gi1u ปีที่แล้ว +1

    Nathu Singh ji naman

  • @pnyogi5381
    @pnyogi5381 ปีที่แล้ว +4

    जय हो जय हो जय हो नाथू सिंह जी की 🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹

  • @RKMANDARKHUDERABARA
    @RKMANDARKHUDERABARA 4 ปีที่แล้ว +5

    बहुत ही बढ़िया गाया जी आपने । आप के सभी भजन सुनते ह आनंद आ जाता ह ।

  • @EagleAnkitGamingYt
    @EagleAnkitGamingYt 2 ปีที่แล้ว +3

    Kya hi bhajan hai maja aa gya

  • @AmarSingh-if6cn
    @AmarSingh-if6cn 2 ปีที่แล้ว +2

    Suragiya Shri Nathu Singh Ji Shekhawat apni samay ke itne mahan gayak kalakar thi Jo Aaj Tak duniya mein ne koi vah aur nai aage hoga unko baar baar Mera pranam🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @shantikaam3795
    @shantikaam3795 2 ปีที่แล้ว +15

    “मनुष्य की सर्वोच्च अभीप्सा हमेशा ईश्वर, पूर्णता, स्वतंत्रता, एक परम सत्य और आनंद एवं अमरता की खोज ही रही है । ”
    - श्री अरविंद

  • @user-sf1wd9up4l
    @user-sf1wd9up4l 2 ปีที่แล้ว +4

    जय सियाराम

  • @ramratanjat7989
    @ramratanjat7989 3 ปีที่แล้ว +7

    Very nice Katha

  • @sanjaychouhn1385
    @sanjaychouhn1385 4 ปีที่แล้ว +8

    Miss you sekhawat ji

  • @vijaykumaratal6938
    @vijaykumaratal6938 2 หลายเดือนก่อน +2

    Aap hamesa amar rahoge

  • @shersinghkhudaniya
    @shersinghkhudaniya 4 ปีที่แล้ว +14

    Super hit duper hit

  • @maheshyadavdivralasikar1522
    @maheshyadavdivralasikar1522 4 ปีที่แล้ว +6

    Very very very very good Nathu Singh Ji

  • @anilmeel1175
    @anilmeel1175 2 ปีที่แล้ว +5

    Good

  • @singeranandsinghsas3553
    @singeranandsinghsas3553 4 ปีที่แล้ว +6

    जय श्री सती सावित्री माता की 🎤🎤🎧🎧🎹🎹🙏🙏🙏🙏🙏🙏🏻🙏👌👌👌👌👌🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹

    • @Satsangganga1
      @Satsangganga1  4 ปีที่แล้ว

      Thanks your feedback sir Ji 🙏 🙏

    • @bs3702
      @bs3702 4 ปีที่แล้ว +1

      Jay Shree Nath ji

  • @Rishabhmeena-tc2ji
    @Rishabhmeena-tc2ji 4 ปีที่แล้ว +14

    Super khata I miss you

  • @chhotelalbalai1902
    @chhotelalbalai1902 4 ปีที่แล้ว +16

    Nathu Singh Jaise kalakar is duniya mein dobara nahin hoga

  • @user-gx3go2hk5t
    @user-gx3go2hk5t 4 ปีที่แล้ว +8

    Best bhajan
    Ram ram

  • @sunilkulhari9016
    @sunilkulhari9016 4 ปีที่แล้ว +27

    यह कथा सुनकर परम आननंद का अनुभव हुआ

  • @tejpalbadsiwal9017
    @tejpalbadsiwal9017 4 ปีที่แล้ว +4

    Jai ho nathu singh ji

  • @jaishreeradhekrishnajaishr8636
    @jaishreeradhekrishnajaishr8636 4 ปีที่แล้ว +10

    Hare Krishna

  • @nationalmusicbhainsawahanu1201
    @nationalmusicbhainsawahanu1201 4 ปีที่แล้ว +15

    बहुत बहुत साधुवाद
    घणा घणा धन्यवाद जी

  • @sadhuramsolanki9440
    @sadhuramsolanki9440 3 ปีที่แล้ว +5

    Savrgiye shree nathu sing shekhawat ji ki shandar aavaj ko sat sat naman aasa karta hu ki inke jaisa Gayak kalakar hame jaldi hi mil jaye Jai hind

  • @gopalkarehan7319
    @gopalkarehan7319 4 ปีที่แล้ว +21

    नाथू सिंह जी की शब्दों में व्याख्या नहीं कर सकता । प्रणाम