आत्मबोध शतक | Aatmbodh Shatak | आर्यिकारत्न १०५ पूर्णमति माता जी
ฝัง
- เผยแพร่เมื่อ 18 ต.ค. 2020
- #JainChannel #AadimGK #AadimGKchannel #AadimGKJainChannel #JainChennal
----------------------------------------------------------------------
जैन धर्म को समर्पित
निवेदन - आप सभी एक बार चैनल को जरूर सब्सक्राइब करें |
Please do Subscribe, Like, Share & Comment.
-----------------------------------------------------------------------
#JainChannel #AadimGK #AadimGKchannel #AadimGKJainChannel #JainChennal
----------------------------------------------------------------------
जैन धर्म को समर्पित
निवेदन - आप सभी एक बार चैनल को जरूर सब्सक्राइब करें |
Please do Subscribe, Like, Share & Comment.
-----------------------------------------------------------------------
*आत्मबोध शतक | Aatmbodh Shatak | आर्यिकारत्न १०५ पूर्णमति माता जी*
1008 चिंतामणि श्री पार्श्वनाथ भगवान की जय | 1008 अनन्तान्त श्री सिद्ध परमेष्ठि भगवान की जय|
परमपूज्य आचार्य गुरुवर १०८ श्री विद्यासागरजी महाराज की जय |
परम पूज्या आर्यिका रत्न १०५ श्री पूर्णमति माताजी की जय|
आचार्य गुरुवर १०८ श्री विद्यासागरजी महाराज की अनन्य कृपा से पूज्या आर्यिका रत्न १०५ श्री पूर्णमति माताजी द्वारा लिखित यह आत्मबोध शतक निज परमात्मा के लिए उदबोद्धित है|
------------------------------------------------------------------------
इन वीडियो को भी जरूर देखें -
TH-cam Jain Channel :
1. तत्त्वार्थ सूत्र आचार्य श्री उमास्वामी विरचित
• तत्त्वार्थ सूत्र | Tat...
2. भक्तामर स्त्रोत्र संस्कृत
• भक्तामर स्त्रोत्र |आर्...
3. प्रभु भक्ति शतक
• प्रभु भक्ति शतक | Prab...
4. आत्म बोध शतक
• आत्मबोध शतक | Aatmbodh...
5. जैन तीर्थ श्री कुंडलपुर वाले बड़े बाबा
• श्री कुंडलपुर वाले बड़...
6. मंगलाष्टक स्त्रोत्र
• मंगलाष्टक स्त्रोत्र | ...
7. श्रावक प्रतिक्रमण
• श्रावक प्रतिक्रमण | जै...
8. सभी बीमारियों से मुक्ति
• Video
9. भावना योग सुबह उठते ही ऊर्जावान दिन के लिए
• Video
10.भावना योग सोने से पूर्व शांतिपूर्ण नींद के लिए
• Video
----------------------------------------------------------------
11. सभी बीमारियों से मुक्ति,हथेली में है शक्ति
• Video
-----------------------------------------------------------------
#jainMuni #Jainmaharaj #jainpravachan #jaingyan #jainkatha
#jainguru #jaindiksha #MangalPravachan #jainguruvar
#AyurvedicGhareluUpay #acupressure
#AadimGK #GharKiSatvikRasoi
*****************************************************************
Thanks for Watching.
Please do Subscribe, Like, Share & Comment.
हम आपसे निवेदन करेंगे कि आप वीडियो को लाइक और चैनल को सब्सक्राइब करें ताकि आपको सबसे पहले मिल सके हमारे Latest वीडियो ।
Mata ji k charno me barambar Naman 🙏🙏🙏
🙏🙏🙏
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
जय...हो..माता.. की जय हो.. शत शत शत नमन. कर्म तैसे.फल.जन्म.से.लेकरं.अंत.तक.कर्म. कर्म. जय हो गुरु शिष्य की.
Mataji ko 🙏 naman vandna 🙏sakshat Kath me shrashuati mata virajman hai bahut hi sunder aatma ko santi mil gai 🙏🙏🙏🙏
Atmbodh shatak आध्यात्मिक उन्नति के लिए मोक्ष प्राप्ति के लिए सबसे अच्छा साधन है
Vandami mataji🙏🙏🙏
Jainam Jayatu Shashnam 🙏🏻
Vandami mataji barambar
Vndami mataji🙏🙏🙏🙏🙏🙏👍👍🌹🌹🌹🌹🌹🌹♥️♥️
Mamta lad vandami mataji
शुद्ध आत्मभावों से सराबोर करने वाली रचना
वन्दामि माताजी
😊
🙏🏻
Vandami Mataji aapko barmbar vandami 🙏
अध्यात्म का सागर
🙏 अति भावपूर्ण 🙏👌
माताजी के चरणों मे बारंबार वंदामि
Bandami mataji
vandaami Maa
.
. 🏵 संसार सागर पार करने की अनुपम विधि
Vandami mataji 🙏🙏
वंदामि माताजी 🙏🙏
🙏अति मार्मिक भावनात्मक गीत🙏
🙏 अति मधुर शिक्षाप्रद स्वयं का परिघय करवाने वाला गीत🙏👌
बहत सुन्दर रचना है मन प्रसन हो गया
VANDAMI🙏 VANDAMI🙏🙏 VANDAMI MATAJI🙏🙏🙏
वन्दामि माता जी
Bandami ma
आर्यिका पूर्णमती मताजींचे 'आत्मबोध शतक' मला खूप आवडते. अतिशय अर्थपूर्ण आहे.
त्या मधल्या 87व्या कडव्यातल्या खालच्या 3 ओळींचा अर्थ समजला. पण पहिल्या ओळीच्या अर्थाबद्दल संभ्रम वाटतो. कोणत्याही 'पर पदार्थांला' कसं काय शरण मानायचं ? 'पर' सगळं शरण जाण्याला अयोग्य आहे आणि केवळ निजातम्यालाच शरण जायला, त्याचा अवलंब करायला पाहिजे ना ?
अशरण भावना ही बारा भावनांमधली एक मुख्य भावना आहे. त्यात सर्व पर-पदार्थ शरण जाण्यास कसे अयोग्य आहेत ते सांगितले आहे. पण त्या पहिल्या ओळीत 'करना है' असं लिहिलंय, म्हणजे 'करायचं आहे', ते जरा मनाला खटकतंय.
इथं एकदम उलटं लिहिण्याचं काय प्रयोजन ?
मी बऱ्याच जणांना विचारलं....
कोणी म्हणलं हे असदभूत व्यवहार नयाचं कथन आहे. पण पुढचं-मागचं सर्व कथन अगदी निश्चय नायाचं असताना मधेच हे असं का ?
कोणी म्हणलं की टायपिंग मधली चूक असेल, पण ऑडिओ मध्ये पण तसंच आहे.
कोणी म्हणलं की पद्य लिखानाच्या नियमांमध्ये बसवण्यासाठी आणि त्याची गेयता टिकवण्यासाठी असे करावे लागत असते. पण पद्य लिहिण्याचे नियम पाळण्यासाठी तत्वर्थामध्ये तडजोड करून कसे चालेल ?
पाहिलं वाक्य समजायला माझा काय घोळ होतोय ? कोणी समजावून सांगितले तर बरं होईल...
प
Namostu gurudev 🙏🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🙏vandami - Rasila Gandhi
🙏🙏🙏
Vandami mataji🙏🙏🙏
Vandami vandami mataji tejpalbhai aapka yeh strotra sunkar aatma ko Anupam ras pine komila vandami bhayandar (west) mumbai
🙏🙏🙏
Vandami mataji🙏🙏🙏