#GodKabir_CreatorOfUniverse हम सुनते आए हैं कि परमात्मा अंधों को आँख, कोढ़ी को काया, बाँझन को पुत्र और निर्धन व्यक्ति को धन देता है। वर्तमान समय में यह सर्व सुख संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताई गई सतभक्ति करने से लोगों को मिल रहे हैं जोकि स्वयं पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी के अवतार हैं। कबीर साहेब जी ने भी कहा है - मम संत मुझे जान, मेरा ही स्वरूपं।
#ReadGyanGanga आज से 600 वर्ष पहले कबीर परमेश्वर जी से उपदेश लेकर लाखों लोगों ने सतभक्ति की थी और उस भक्ति के करने से जो आश्चर्यजनक लाभ कबीर परमेश्वर ने अपने शिष्यों को दिए थे, ठीक उसी तरह वर्तमान में कबीर परमेश्वर के अवतार संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताई गई सतभक्ति करने से लाखों लोगों को आश्चर्यचकित लाभ मिल रहे हैं।
संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग वचन सुनकर उनसे नाम उपदेश प्राप्त करके जुड़ने के बाद जीवन के सभी दुःख समाप्त हो जाऐंगे। सत्संग से मनुष्य को जीवन के मूल कर्त्तव्य का ज्ञान होता है, मनुष्य सारे विकार त्याग देता है। उसके जीवन में सुखों की बहार आ जाती है, किसी भी प्रकार का दुःख नहीं रहता।
भक्तों की सच्ची आपबीती सुने,आधे से ज्यादा शरण ग्रहण करने वाले पहले घोर बिरोध करते थे।कई तो दूसरे पंथों में नामदीक्षा भी दे रहे थे। लेकिन खुद पंथ के ज्ञान से सन्तुष्ट नहीं थे। दूसरों को मार्ग बता रहे थे। अब तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज की शरण में आकर अपने को धन्य समझ रहे हैं। सभी अमर ग्रंथ से प्रमाणित सतसंग सुने फिर जल्दी से निर्णय लें,जीवन का अन्त कब हो जाये किसी को पता नहीं।
संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा बताई गई सतभक्ति से हमारे पापों का नाश होता है। जिससे हमारे दुःख दूर होते हैं। और हमें परमात्मा से लाभ मिलना शुरू हो जाते हैं।
कबीर, मांस मछलियां खात है, सुरापान से हेत। ते नर नरकै जाहिंगे, मात पिता समेत।। इस वाणी द्वारा कबीर साहेब ने बताया है कि, जो मांस मछली खाते हैं, शराब आदि पीते हैं। वह इंसान माता पिता के साथ नरक में जाएगा। ये परमात्मा का विधान है।
मानव शरीर प्राप्त प्राणी को सत्संग के माध्यम से ही पूर्ण संत की शरण मिलती है। पूर्ण संत ही परमेश्वर का संविधान बताता है जिसमें उसे सत्संग के माध्यम से यथार्थ आध्यात्मिक ज्ञान दिया जाता है 'कि यदि पूर्ण संत से नाम दीक्षा लेकर भक्ति, पुण्य, दान, धर्म, शुभ कर्म नहीं किए। तो पूर्व जन्म के पुण्य मानव जीवन में खर्च करके परमात्मा के दरबार में जाओगे और फिर पशु आदि के जीवन ही भोगने पड़ेंगे। अवश्य सुनें संत रामपाल जी महाराज के अमृत वचन साधना टीवी पर प्रतिदिन 7:30 p.m. से 8:30 p.m.
गरीब, गाड़ी बाहो घर रहो, खेती करो खुशहाल। सांई सिर पर राखिये, सही भगत हरलाल।। भावार्थ:- परमात्मा प्राप्ति के लिए घर त्यागने की आवश्यकता नहीं है। अपना खेती का कार्य तथा गाड़ी बाहने (ट्रांसपोर्ट) का कार्य खुशी-खुशी करो। घर पर रहो। परमात्मा की भक्ति जो मैं बताऊँ, वह करते रहो। आप सही भक्त कहलाओगे।
🌿कबीर परमेश्वर जी की साखी:- कबीर, हरि के नाम बिना, नारी कुतिया होय। गली-गली भौंकत फिरे, टूक ना डाले कोय।। कबीर परमेश्वर जी ने अध्यात्म का विधान बताया है। कहा है कि जो स्त्री भक्ति नहीं करती, वह अगले जन्म में कुतिया का जीवन प्राप्त करके गली-गली भौंकती फिरती है। कोई उसको भोजन का ग्रास भी नहीं डालता। मानव जीवन में सब भोजन समय पर मिल रहा था। भक्ति न करने से यह दशा होगी।
#सृष्टि_रचना_की_जानकारी 600 वर्ष पहले कबीर परमेश्वर ने मृत कमाल, कमाली, सेउ तथा स्वामी रामानंद जी को जीवित किया था। वहीं कबीर परमेश्वर वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज जी के रूप में धरती पर अवतरित हैं जिनके द्वारा बताई गई सतभक्ति करने से उनके अनुयायियों को ऐसे ही लाभ मिल रहे हैं। उनके एक शिष्य ईशूराम साहू (छत्तीसगढ़) ने बताया कि संत रामपाल जी महाराज जी से नामदीक्षा लेने के बाद उसके मृत बालक को जीवनदान मिला व उनकी माताजी की बीमारियां भी दूर हो गईं।
पवित्र शास्त्र परमात्मा का बनाया संविधान है जो व्यक्ति संविधान का उल्लंघन करता है, वह दंडित होता है। उसे न सुख प्राप्त होता है, न कार्य सिद्ध होते हैं न उसका मोक्ष (गति) होता है। प्रमाण- गीता अध्याय 16 श्लोक 23, 24 में है।
Bandi chhod sat guru rampal ji maharaj ki jay ho 🙏 🙏 🙏
संत रामपाल जी की बताए हुए सत भक्ति से अनेकों प्रकार की बीमारियां ठीक होती है तथा मोक्ष की प्राप्ति होती है
Kabir is Supreme God🙏🏻🙏🏻🙏🏻
#GodKabir_CreatorOfUniverse
हम सुनते आए हैं कि परमात्मा अंधों को आँख, कोढ़ी को काया, बाँझन को पुत्र और निर्धन व्यक्ति को धन देता है। वर्तमान समय में यह सर्व सुख संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताई गई सतभक्ति करने से लोगों को मिल रहे हैं जोकि स्वयं पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी के अवतार हैं। कबीर साहेब जी ने भी कहा है -
मम संत मुझे जान, मेरा ही स्वरूपं।
#ReadGyanGanga
आज से 600 वर्ष पहले कबीर परमेश्वर जी से उपदेश लेकर लाखों लोगों ने सतभक्ति की थी और उस भक्ति के करने से जो आश्चर्यजनक लाभ कबीर परमेश्वर ने अपने शिष्यों को दिए थे, ठीक उसी तरह वर्तमान में कबीर परमेश्वर के अवतार संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताई गई सतभक्ति करने से लाखों लोगों को आश्चर्यचकित लाभ मिल रहे हैं।
संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग वचन सुनकर उनसे नाम उपदेश प्राप्त करके जुड़ने के बाद जीवन के सभी दुःख समाप्त हो जाऐंगे। सत्संग से मनुष्य को जीवन के मूल कर्त्तव्य का ज्ञान होता है,
मनुष्य सारे विकार त्याग देता है। उसके जीवन में सुखों की बहार आ जाती है, किसी भी प्रकार का दुःख
नहीं रहता।
भक्तों की सच्ची आपबीती सुने,आधे से ज्यादा शरण ग्रहण करने वाले पहले घोर बिरोध करते थे।कई तो दूसरे पंथों में नामदीक्षा भी दे रहे थे। लेकिन खुद पंथ के ज्ञान से सन्तुष्ट नहीं थे। दूसरों को मार्ग बता रहे थे। अब तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज की शरण में आकर अपने को धन्य समझ रहे हैं। सभी अमर ग्रंथ से प्रमाणित सतसंग सुने फिर जल्दी से निर्णय लें,जीवन का अन्त कब हो जाये किसी को पता नहीं।
संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा बताई गई सतभक्ति से हमारे पापों का नाश होता है। जिससे हमारे दुःख दूर होते हैं। और हमें परमात्मा से लाभ मिलना शुरू हो जाते हैं।
कबीर, मांस मछलियां खात है, सुरापान से हेत।
ते नर नरकै जाहिंगे, मात पिता समेत।।
इस वाणी द्वारा कबीर साहेब ने बताया है कि, जो मांस मछली खाते हैं, शराब आदि पीते हैं।
वह इंसान माता पिता के साथ नरक में जाएगा। ये परमात्मा का विधान है।
कबीर, ये तन विष की बेलड़ी, गुरु अमृत की खान।
शीश दिए जो गुरु मिले, तो भी सस्ता जान।।
🌷🌷🌷
सद्भक्ति से लाभ ❤
Bahut acha gyan hai
True news
Very nice
The real true story
Amazing knowledge
Sat Saheb ji
मानव शरीर प्राप्त प्राणी को सत्संग के माध्यम से ही पूर्ण संत की शरण मिलती है। पूर्ण संत ही परमेश्वर का संविधान बताता है जिसमें उसे सत्संग के माध्यम से यथार्थ आध्यात्मिक ज्ञान दिया जाता है 'कि यदि पूर्ण संत से नाम दीक्षा लेकर भक्ति, पुण्य, दान, धर्म, शुभ कर्म नहीं किए। तो पूर्व जन्म के पुण्य मानव जीवन में खर्च करके परमात्मा के दरबार में जाओगे और फिर पशु आदि के जीवन ही भोगने पड़ेंगे।
अवश्य सुनें संत रामपाल जी महाराज के अमृत वचन साधना टीवी पर प्रतिदिन 7:30 p.m. से 8:30 p.m.
कबीर साधु दर्शन राम के, मुख में बसे सुहाग।
दर्श उन्हीं को होते हैं , जिनके पूर्ण भाग्य।।
Bandi chhod satguru Rampal Ji Bhagwan Ji ki Jay Ho
🎉
🎉❤
#GodEveningTuesday
#Noidagbnup16
सत साहेब जी।।
दिल अन्दर दीदार दर्शन, बाहर अन्त न जाइये।
काया माया कहां बपुरी, तन मन शीश चढ़ाइये।।
सत साहेब जी।।
पूर्ण संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा बताई गई शास्त्र प्रमाणित भक्ति को मर्यादा में रहकर करने से अद्भुत लाभ मिलते हैं।।
सत भक्ति करने से मनुष्यों को दैविक शक्तियां पूर्ण लाभ देती हैं और साधक परमेश्वर पर आश्रित रहने से बगैर किसी चिंता के जीवन जीता है।
गरीब, गाड़ी बाहो घर रहो, खेती करो खुशहाल।
सांई सिर पर राखिये, सही भगत हरलाल।।
भावार्थ:- परमात्मा प्राप्ति के लिए घर त्यागने की आवश्यकता नहीं है। अपना खेती का कार्य तथा गाड़ी बाहने (ट्रांसपोर्ट) का कार्य खुशी-खुशी करो। घर पर रहो। परमात्मा की भक्ति जो मैं बताऊँ, वह करते रहो। आप सही भक्त कहलाओगे।
तत्वज्ञान के अभाव से हम गलत राह पर चलते हैं।तत्वज्ञान को समझने के लिए अवश्य सुने संत रामपाल जी महाराज के मंगल प्रवचन विभिन्न चैनलों पर।
🌿कबीर परमेश्वर जी की साखी:-
कबीर, हरि के नाम बिना, नारी कुतिया होय।
गली-गली भौंकत फिरे, टूक ना डाले कोय।।
कबीर परमेश्वर जी ने अध्यात्म का विधान बताया है। कहा है कि जो स्त्री भक्ति नहीं करती, वह अगले जन्म में कुतिया का जीवन प्राप्त करके गली-गली भौंकती फिरती है। कोई उसको भोजन का ग्रास भी नहीं डालता। मानव जीवन में सब भोजन समय पर मिल रहा था। भक्ति न करने से यह दशा होगी।
#सृष्टि_रचना_की_जानकारी
600 वर्ष पहले कबीर परमेश्वर ने मृत कमाल, कमाली, सेउ तथा स्वामी रामानंद जी को जीवित किया था। वहीं कबीर परमेश्वर वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज जी के रूप में धरती पर अवतरित हैं जिनके द्वारा बताई गई सतभक्ति करने से उनके अनुयायियों को ऐसे ही लाभ मिल रहे हैं।
उनके एक शिष्य ईशूराम साहू (छत्तीसगढ़) ने बताया कि संत रामपाल जी महाराज जी से नामदीक्षा लेने के बाद उसके मृत बालक को जीवनदान मिला व उनकी माताजी की बीमारियां भी दूर हो गईं।
sadbhakti se srv labh sambhav hae
True knowledge
कबीर परमात्मा पाप का शत्रु है, पाप विनाशक हैं।
कबीर परमात्मा सम्पूर्ण शांति दायक है - यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32
पवित्र शास्त्र परमात्मा का बनाया संविधान है जो व्यक्ति संविधान का उल्लंघन करता है, वह दंडित होता है। उसे न सुख प्राप्त होता है, न कार्य सिद्ध होते हैं न उसका मोक्ष (गति) होता है।
प्रमाण- गीता अध्याय 16 श्लोक 23, 24 में है।
Satya vachan 😢
Sabhi bhaiyon se pahle sant Rampal Ji Maharaj ka gyan ko ek bar jarur sune aur samjhe aur unke Naam Diksha lekar apna jivan ka moksh Karen
True interview
मासा घटे न तिल बढ़े विधना लिखें जो लेख सच्चा सतगुरु मेंट कर ऊपर मारे मेख
Sarv sukh aur mox marg, sirf sant rampalji Maharaj ke charno me, adhik jankari ke liye padhe pustak Gyan gangaa.
Garib jal thal Prithvi Gagan mein bahar bhitar ek purn Braham Kabir hai aukat purush aalekh
True interview