Ye vote ka sajis nehin ye dhorom ka sajis hai. Adiwasi ko olog se dhorom code milna chahiye. Hinduonko kyun mirchi lagta hai ? Ogar mukhadhara se olog kehte hain to aap hindu, Muslim, isai kyun hain. Aap bharat me ek hi dhorom kardijiye. Wo bharat dhorom ho.
@@AnilSharma-yi2is kyo badal nam hindu nam hai kya? badal, pahad, nadi, jharna ,ped -paodhe, hawa, pani kab se hindu ho gaye? bhai nam to jiv -jantu ke bhi nam pr bhi rkha jata hai jaise sher singh, jisko jo nam pasand hai rakhta hai, isme dikkat kya hai?
Are brother naam se kuch bhi nahi hota hai chahe kuch bhi naam rakh le. Uske title se use pahchana jata hai. Aur mera title se mein sheer hoon.. aur hum adivasiyon bhasha mein sheer ko lakra kahate Hain. Aur mera title LAKRA hai. Yenuki sheer...
गणेश घोगरा जी ने कहा सही कहा आदिवासी आदिकाल से निवास करने वाले आदिवासी है हिंदु धर्म से सब कुछ अलग है बोली भाषा संस्कृति रीति रिवाज खान पान मोत मरन विदेशीयो आदिवासियों से पंगा मत लेना भारत के मूल 🌱 बीज है जय जोहार जय आदिवासी जय प्रकृति जय संविधान जय भीम जय भारत
आदिवासी हिंदू ना कभी था ना कभी रहेगा क्योंकि हमारी परंपराएं बोली रीति रिवाज संस्कृति सब अलग है आज भी हमारे विवाह जैसे कार्यक्रमों में ब्राह्मणों की जरूरत नहीं पड़ती है
Agor adiwasion ko olog colom mil hi gaya to samajhlo hinduon ka population pura niche girjayega. & Hindu Rastra kehne ka kuchh V nehin bacheka. Isliye to BJP & RSS ko mirchi lagrehi hai. Joy SARNA.
गणेश घोघरा जी को लाख-लाख जोहार सरकार कोई भी हो लेकिन अपना आदिवासी हक के लिए विधानसभा में बात उठाई आज पूरा देश के आदिवासी जाग उठा है जय जोहार जय आदिवासी जय भील प्रदेश
वनवासी नहीं आदिवासी है हम हमारे समाज का कोई विभाजन नहीं हो रहा है हमारे समाज की एकता हो रही यही दर्द है आप लोगों को हमें बेवकूफ बनाना छोड़ दो अब तो । जय जोहार जय आदिवासी ।
@@deepakrdaranga3079 ab tum kalyaan ka arth samjhayega chutiye. Chal nikal ja. Tum logo ki haramkhori ki wajah se dekh le aankh faad faad ke ki 10 caror log budhist bn rahe hai aur aadivashi apne ko hindu nahi maan rahe hai. Adivashi apne ko alag kr rahe hai. Tum log jo hindu mushlim ki jo raajniti kr rahe ho. Eski wajah se hindu dharm me babhan hi rahega kewal. Asal me hindu dharm ko khatra bharatiya jhuth party se hi hai.
@@himanshuyadav3504 पहले तो तमीज़ से बात कर नहीं तो तेरी ऐसी तैसी कराने में 1 दिन नहीं लगेगा । और मेने उसको कल्याण का मतलब इसलिए पूछा क्योंकि वो खुद को हिंदू से अलग बता रहा लेकिन दुकान का नाम कल्याण के नाम से है। और मेरे कमेंट में हिंदू- मुस्लिम, bjp-कांग्रेस कहा से दिखा तुझे,तुम लोगो की तरह किसी पार्टी का भक्त- चमचा नहीं हूं, और बामण नहीं आदिवासी हु औरइतनी मिर्ची क्यों लगी तुझे ? कौन है तू तो आदिवासी भी नहीं हैं। इस भाई ने बोला डिबेट करो तो मैंने सवाल किया ,तूझे क्यों दर्द हुआ?
@@deepakrdaranga3079 Aadiwasi prakritik puja karte hai.... Jai johar :---- prakriti me rahne Wale sajeev aur nirjeev ki jai Ho arthaath sabka kalyaan karne wale prakritik ki jai ho Ab tu bata Jai shree ramm ka earth kya hota hai
Jis tarah se Hindustan ka har nagrik Swatantra nagrik Hai usi tarah se aadivasi kisi bhi parampara se rah sakte hain per alag state ki mang unki najayaj hai unko एक-दो districton se hi alag state nahin banaya ja Sakta
सृष्टि पंच तत्वो से बनी है इस सृष्टि की प्रथम मानव जाति आदिवासी है आदिवासी पंच तत्वो को पुजता है पंच तत्वो मे ही समा जाता है आदिवासी का जन्म कब और अंत कब होंगा कोइ नहीं आदिवासी किसी मानव निर्मित धर्म के अधीन नहीं है मुझे आदिवासी होनै पर गर्व है जय जोहार जय आदिवासी जय भील प्रदेश
आदिवासी कभी हिन्दू हो नहीं सकता कयोकि आदिवासियों की संस्कृति हिंदू संस्कृति से बिलकुल अलग है इस लिए आदिवासियों को अपनी अलग धर्म कोड मिलना चाहिए जय जोहार 🙏
आदिवासी ही मूल मालिक है, हम प्रकृति पूजक है,हम हिन्दू नहीं है, हमारी संस्कृति हमारी पहचान है हमारा कोई धर्म नहीं है, हमारी महान सांस्कृतिक कोड हैं।।👍👍 जोहार जिन्दा बाद ✊✊✊ उलगुलान ज़िंदाबाद 🙏🙏
ऋषभदेव जैन मंदिर तो बाद में बना है पहले यहां आदिवासियों के धुला बावजी का मंदिर था यह धुला बावजी का मंदिर धीरे-धीरे प्रसिद्ध होता जा रहा था यहां बाहर से कई लोग दर्शन करने आते थे तब यहां एक भी जैन व्यक्ति नहीं था मंदिर की प्रसिद्धि को देखकर कानोड़ से जैन लोग यहां व्यापार करने आए और अपनी दुकानें लगाई एवं यहीं बस गए फिर इन जैन लोगों ने यहां धुला बावजी मंदिर की जगह अपने भगवान ऋषभदेव का मंदिर बनाया तब तक इस क्षेत्र को धुलेव के नाम से जाना जाता था इसके बाद इस क्षेत्र को केसरियाजी के नाम से जाना जाने लगा क्योंकि यहां के देव को केसर चढ़ता था और फिर धीरे धीरे आदिवासियों को मंदिर के अंदर जाने से रोका जाने लगा तब भी बिलख पाल के लोग लड़ने को उतारू हो जाते हैं यहां से शुरू हो जाती है मंदिर के लिए लड़ाई और मामला कोर्ट में चला जाता है वहां जैन समाज के लोग केस जीत जाते हैं क्योंकि आदिवासियों के पास कोई भी प्रमाण नहीं होता है जो कि साबित कर सके कि यहां मंदिर आदिवासियों का है कोर्ट ने आदेश दिया कि सभी मानने वाले लोग दर्शन कर सकते हैं किसी भी व्यक्ति को दर्शन करने से रोका नहीं जाए और इस क्षेत्र का नाम केसरिया जी से बदल कर ऋषभदेव रख दिया जाता है क्योंकि मंदिर में लगी मूर्ति जैन समाज के भगवान ऋषभदेव की है इसलिए आदिवासी समाज के लोग अपना मंदिर समझकर दर्शन करने जाते हैं बाकी पहले यहां जो मंदिर था वहां आदिवासियों का ही था
वोट के लोभ एवम् पद लेने के लिए सभी नेता भारत का पतन करेंगे। नेता जो टपरे से करोड़ो अरबों कामालिक बन जाता है। जनता मूर्ख बनती है। जो गरीब है उनको आरक्षण मिले। उनका जीवन स्तर सुधारे। सही बात कोई नही बोलता है। आदिवासी नेता सही में समाज का भला करना चाहते है। आरक्षण का लाभ उन लोगों को देवे जिन परिवार को एक बार भी लाभ नही मिला है। सत्य है पर कड़वा लगेगा।
स्टुडियो में बैठकर बात को भड़कीला बनाने के बजाय आदिवासियों से जनमत-संग्रह करवाया जाना चाहिए। यें अधिकार उन्ही को देना होगा कि वो अपने आपको किस धर्म या संप्रदाय से जोड़ना चाहते हैं।
मेरा आदिवासी समाज का। बूढ़ा आदमी सेठ साहूकारों के वहा जाता है दुकान पर सामान लेने तो वहा पर बैठा 30 वर्ष का सेठ जो बोलता है ऐ डोकरा जा वो पड़ा वो सामान लेआ l और बड़े बूढ़े आदमी ने तो वहा जा कर बोल सेठ सामान देदो। तो वो 30 वर्ष का सेठ कैसे बोला ।।क्या सेठ को तमीज नहीं है या फिर वो पैसे वाला है इसलिए ऐसा बोला । तो ऐसा बर्ताव क्यों किया जाता हैं
देश में भगवान किसी न किसी जाति में पैदा हुए है, तो जिस जाति में जो भगवान पैदा हुआ है, वह उसी का देवता भगवान है। जैसे परशुराम - ब्राहम्ण , राम - क्षत्रिय , कृष्ण - ग्वाल इत्यादि।और जिस जाति के भगवान नहीं है, वह स्वतन्त्र लोग है, मेरा तो संविधान ही धर्म ग्रंथ है और बाबा भीम राव अम्बेडकर जी मेरे महापुरूष है ।जय भीम ,जय संविधान ।
मा. सुप्रिम कोर्ट का निकाल, "गोंड," हिंदू नही,,त्रिलोक सिंह विरुद्ध गुलाब एस. ए./100/६६/दिनांक 15 जानेवारी1971 के सुप्रिम कोर्ट के निर्णय के मुताबीत ,",Gonds are Not Hindus"
आदिवासी हिन्दू नही है आर एस एस और बी जे पी क्या जाने आदिवासी प्रक्रति पूजक 1871 से 1941 तक हमारा धर्म कोड अलग था देश आजाद होने के बाद आदिवासियो हिन्दू बना दिया
जोहार का माने और जोहार प्रयोग को आदिवासी संताल समाज में जाकर समझो । संताल समाज विश्व की सबसे समृद्ध समाज है । संताली भाषा विश्व की सबसे समृद्ध भाषा है और विश्व की भाषा का आधार है।परिमल कुमार मिश्र ने लिखा है--Santali Language is the base of The World Language. सरना धोरोम स्थल- मान्झी थान और जाहेर थान तथा अन्य देखें । माराङ बुरु, जाहेर एरा, मोड़े कु, तुरुयकु, हापड़ामकु, सिञ चान्दु बोंगा आदि की बोंगा बुरु (पूजा) करते हैं । मूर्ति पूजा नहीं करते है
युवाऔ को आगे आकर मानव धर्म को मानना चाहिए तथा पाखंड को छोड़ देना चाहिए कयोकी इस पाखंड से एक वर्ग को फायदा हुआ है जो जन्म शादी मौत पर भीख मांगने आ जाते हैं
@Anil Kharadi यह sc-st का मसला नहीं है समस्त भारतीय समाज को पाखंड छोड़कर विज्ञान की तरफ लौटना चाहिए नहीं तो सदियों से जो लोग लूट रहे हैं वह लूटते रहेंगे भाई तुम पाखंड पर ओशो रजनीश को सुनो यह सारा भय निकल जाएगा
मेरा नाम विष्णू हैं लेकीन मैं बचपनसे कमी विष्णू भगवान या गणेश के कभी पुजा नहीं की और आदिवासी ऐसे भगवान को मानता है ऐसा.कभी नही देखा तो फीर आदिवासी हिंदू कैसा मानेगा
एक बात पक्की है हम आदिवासी ईस देश के मूल मालिक मूलबीज हे र ही बात धर्म की तो आदीवासी धर्मपूर्वी हे ईसका किसी भी धर्म से कोई वास्ता नहीं है ।जय आदिवासी ।।जय जोहार।।
आदिवासी कोअपनी ही जमीन में अपना पहचान बताना पड़ रहा है की आदिवासी हिन्दू है या नहीं । अरे आप सभी यह कहिए कि हम आदिवासीयों के बीच शरणार्थी है आदिवासीयो ने हमें यहाँ निवास करने जगह दि है आदिवासीयो को आदिवासी क्यों कहा जाता है क्यों कि ओ आदि काल के निवासी हैं जल जंगल जमीन के मालिक हैं । इसके अलावा बाकी सभी शरणार्थी है आदिवासी कभी न हिन्दू था न मुस्लिम ना अन्य था वह स्वतंत्र देश का मालिक है और अंग्रेजो ने स्वतंत्रता के समय यह देश आदिवासीयो को हस्तांतरित किया था किन्तु यहाँ के शरणार्थियों ने सत्ता के लालच में आदिवासीयो के हक पर कब्जा कर लिए और यहाँ के मूल मालिक आदिवासीयो को किनारे कर शरणार्थी के रुप में पेश कर दिया जिसका यही नतीजा निकला है कि आज आदिवासी अपना पहचान मांग रहा है । सत्ता पर बने रहने के लिए आदिवासीयो को हिन्दू बताया जा रहा है और आदिवासीयो का वोट हासिल करना चाहता है आदिवासी के देवी देवताओं का नाम बदलकर उनको एक मूर्त रुप दिये है और आज इसी को हिन्दू लोग आदिवासीयो को अपने साथ जोड़ने का आधार बताया जा रहा है । आदिवासी कभी हिन्दू नहीं था ना है ना रहेगा । आदिवासी आदि काल के वासी है हिन्दू बाद में यहाँ आकर कैसे अपने आप को आदिवासीयो के साथ जोड़ रहा है अरे भाई आप आदिवासीयो के संस्कृति परंपराओं के साथ नहीं जुड़ सकते । शरणार्थी शरणार्थी होता है मालिक मालिक होता है
जय जोहार जय आदिवासी जय भील प्रदेश आदिवासी हिंदू नहीं है आदि अनादि काल से वसा हुआ आदिवासी है आदिवासी प्रगति पूजा खेर जल जंगल जमीन हवा हवाई नदी नाले प्रगति पूजक जय जोहार जय आदिवासी
आदिवासी हिन्दू नहीं है, मै आदिवासी हूँ हमरे समाज सरहुल, माघ और अन्य पूजा मन्दिर में नहीं होता है। हमरे आदिवासी के रीति रिवाज अलग है ,हमरे विवाह का रीति रिवाज भी अलग हैं ।BJP आदिवासी को हिन्दू बनना जहता है, वोट के लिए।
आदिवासी ना तो हिन्दू धर्म में आता
और ना किसी दूसरे धर्म में आता हैं।
आदिवासियों रीति रिवाज परम्पराएं
सभी हिन्दू धर्म से अलग हैं।
जोहार-जोहार 🙏
Adiwasi. Jo. Sohray. Porb. Ya. Sarhu. Adi.kiyon.nahi.manate.hai.
Ye vote ka sajis nehin ye dhorom ka sajis hai. Adiwasi ko olog se dhorom code milna chahiye. Hinduonko kyun mirchi lagta hai ? Ogar mukhadhara se olog kehte hain to aap hindu, Muslim, isai kyun hain. Aap bharat me ek hi dhorom kardijiye. Wo bharat dhorom ho.
Adiwiasio ko bindu batakar binduo ko majority mein lae jae aur phir manuwadi desh par raj kare yeh hai saari politics
9
You told all right. Sarna dharm light gravity se juda hai arthaat prakriti shakti
गर्व से कहो हम आदिवासी हैं । हम हिन्दू कभी नहीं हो सकते। जय आदिवासी।
वनवासी नहीं है हम आदिवासी है आदीवासी ही नहीं हम इस देश के मुल मालिक है हम
आदिवासि हिन्दु नहीं हैं तो bjp के लागो कि क़्यों फट रही है ज़बरदस्त क़्यों हिन्दू बना रहे हो हमें
Apna.nam.badal.ka.ajmal.kasab.rakh.la
@@AnilSharma-yi2is kyo badal nam hindu nam hai kya? badal, pahad, nadi, jharna ,ped -paodhe, hawa, pani kab se hindu ho gaye? bhai nam to jiv -jantu ke bhi nam pr bhi rkha jata hai jaise sher singh, jisko jo nam pasand hai rakhta hai, isme dikkat kya hai?
Are brother naam se kuch bhi nahi hota hai chahe kuch bhi naam rakh le. Uske title se use pahchana jata hai. Aur mera title se mein sheer hoon.. aur hum adivasiyon bhasha mein sheer ko lakra kahate Hain. Aur mera title LAKRA hai. Yenuki sheer...
Naamse kuch v nehin badolta hai.
Raam naamse kya wo Raam bon jatahai!?
@@bhabaniproductionpresents4551 ADI.wasi.bagwan.ko.nahi.mante.wo.5000.saal.lsai.ha.hame.pata.ha
आदिवासी हिन्दु नही है ये इतिहास गवाह है जय जोहार जय आदिवासी जय भील प्रदेश
बिल्कुल नहीं है,
Agr aadivasi. Hindu. Nhi. He. To.jay.hid.jay.bharat.kiu.bolta.he.
गणेश घोगरा जी ने कहा सही कहा
आदिवासी आदिकाल से निवास करने वाले आदिवासी है
हिंदु धर्म से सब कुछ अलग है
बोली भाषा संस्कृति रीति रिवाज खान पान मोत मरन
विदेशीयो आदिवासियों से पंगा मत लेना
भारत के मूल 🌱 बीज है
जय जोहार
जय आदिवासी
जय प्रकृति
जय संविधान
जय भीम
जय भारत
हम तो ईसाई से नहीं और ना ही हमने उनसे पैसा लिया फिर भी मेरा मानना है कि मैं हिन्दू नहीं हूं जोहार।।
आदिवासी हिंदू ना कभी था ना कभी रहेगा क्योंकि हमारी परंपराएं बोली रीति रिवाज संस्कृति सब अलग है आज भी हमारे विवाह जैसे कार्यक्रमों में ब्राह्मणों की जरूरत नहीं पड़ती है
Tum kaab se aadibasi Ho haagayi tum to rajput paaribaar se belong kaarte ho
यह सही मांग है आदिवासी हिंदू नहीं हैं जय भीम जय भारत
आदिवासियों पर हिन्दू विवाह अधिनियम 1955 (2) में स्पष्ट लिखा है कि आदिवासियों पर लागू नही होता है
Wo isliye lagu nahi hota kyuki pta ni kab kiske sath😀dusri shaadi kar le koi bharosa nhi isliye
Sc..at.hindu.nahi.hai
Sar kucha aadivashi yoki final satiya Gaya he sar
@@gajbalsinghchouhan8412 matalab tu kahna kya chata h andbhatk
@@gajbalsinghchouhan8412 ye sab teri samaj me hota h is liye tuje pata h
आदिवासी नेता गणेश घोघरा और राजकुमार रोत की शुरुआत हुई है पिक्चर तो आनी बाकी है
बिल्कुल सही बात है
गणेश घोघरा को तो अधिकार ही लेना था आदिवासी में भी गूंज रहा है और कांग्रेस बीजेपी में भी खुश रहा है तो गुमराह करने के लिए वह आया है
राज कुमार rot सर को बहुत बहुत धन्यवाद देना चाहूंगा
Vo to h lekin abhi bat Kar RHA h usko malum h ki Meri bhi Chair nhi rahegi u lekin Ganesh Gogra bhi samaj gya h 🙏🙏🙏
Agor adiwasion ko olog colom mil hi gaya to samajhlo hinduon ka population pura niche girjayega. & Hindu Rastra kehne ka kuchh V nehin bacheka.
Isliye to BJP & RSS ko mirchi lagrehi hai.
Joy SARNA.
गणेश घोघरा जी को लाख-लाख जोहार सरकार कोई भी हो लेकिन अपना आदिवासी हक के लिए विधानसभा में बात उठाई आज पूरा देश के आदिवासी जाग उठा है जय जोहार जय आदिवासी जय भील प्रदेश
सही मैं हम आदिवासी समाज हिन्दु नहीं है
भंवर दादा को बुला लो स्टेट पर सब क्लियर कर कर देंगे जय जोहार जय भील प्रदेश
@Dev Meena you
Right
Right
Johar
Raita
वनवासी नहीं हम आदिवासी है
आदिवासी ही नहीं इस देश के मुल मालिक हैं हम
जोहार
Raet your help raeet sas purvju ke bume par kabjja pajneua hu Sava puja ke bume par kabjja
हमारी मांग वाजिब है हम आजाद भारत में रहते कोई भी किसी भी देवता को मान सकता है हमारी संस्कृति ,पूजा, पद्धति, रहन- सहन बिल्कुल अलग है 🙏🙏जय जोहार
वनवासी नहीं आदिवासी है हम हमारे समाज का कोई विभाजन नहीं हो रहा है हमारे समाज की एकता हो रही यही दर्द है आप लोगों को हमें बेवकूफ बनाना छोड़ दो अब तो । जय जोहार जय आदिवासी ।
आदिवासी हिन्दू नहीं हैं आदिवासी प्रकृति पूजक है हमसे डिबेट करो कभी
तुम्हारे दुकान के नाम में कल्याण का क्या अर्थ है??
@@deepakrdaranga3079 ab tum kalyaan ka arth samjhayega chutiye. Chal nikal ja.
Tum logo ki haramkhori ki wajah se dekh le aankh faad faad ke ki 10 caror log budhist bn rahe hai aur aadivashi apne ko hindu nahi maan rahe hai. Adivashi apne ko alag kr rahe hai.
Tum log jo hindu mushlim ki jo raajniti kr rahe ho. Eski wajah se hindu dharm me babhan hi rahega kewal.
Asal me hindu dharm ko khatra bharatiya jhuth party se hi hai.
@@himanshuyadav3504 पहले तो तमीज़ से बात कर नहीं तो तेरी ऐसी तैसी कराने में 1 दिन नहीं लगेगा ।
और मेने उसको कल्याण का मतलब इसलिए पूछा क्योंकि वो खुद को हिंदू से अलग बता रहा लेकिन दुकान का नाम कल्याण के नाम से है।
और मेरे कमेंट में हिंदू- मुस्लिम, bjp-कांग्रेस कहा से दिखा तुझे,तुम लोगो की तरह किसी पार्टी का भक्त- चमचा नहीं हूं, और बामण नहीं आदिवासी हु औरइतनी मिर्ची क्यों लगी तुझे ? कौन है तू तो आदिवासी भी नहीं हैं।
इस भाई ने बोला डिबेट करो तो मैंने सवाल किया ,तूझे क्यों दर्द हुआ?
@@deepakrdaranga3079
Aadiwasi prakritik puja karte hai....
Jai johar :---- prakriti me rahne Wale sajeev aur nirjeev ki jai Ho arthaath sabka kalyaan karne wale prakritik ki jai ho
Ab tu bata
Jai shree ramm ka earth kya hota hai
@@best_stock6276 जौहर का अर्थ तो मैने पूछा नहीं फिर क्यों बकवास कर रहा,जय कल्याण का अर्थ पूछा तुझे पता तो तू बता चल।
हम हिंदू नहीं आदिवासी हैं किसके कान में खुजली हो रहा है हमको हिंदू बनाने का हम आदिवासी हैं
Jis tarah se Hindustan ka har nagrik Swatantra nagrik Hai usi tarah se aadivasi kisi bhi parampara se rah sakte hain per alag state ki mang unki najayaj hai unko एक-दो districton se hi alag state nahin banaya ja Sakta
मुनेश अरोडा आप गलत आपका ब्यान गलत है आदिवासी हिन्दू नही है
आदिवासी हिन्दू नहीं है l हिन्दू एक गाली है उसको हम नहीं मानते है l जोहार
Hindu dhram chod de harmkhor
@@omkartele9315 छोड़ दिया
@@mangilalmeens1422 bhaut accha kiya
केवल ये ही मूल निवासी है बाकी सब चाँद से आये हैं
@@studenthelp1667 auro ka to pata nahi lekin ,brahman jaroor यूरेशिया से आए है
आदिवासी धर्मपूर्वी हे हम आदिवासियों का किसी भी धर्म से कोई वास्ता न ही हे आदीवासी परकरती पुजक मूलबीज मुल निवासी हे।।जय जोहार।।जय आदिवासी ।।
हिनदु धरम आदिबासियो पर थोपना गलत हैआदिबासी हिनदु नही है ऐ आर आर एस बी जेपी की चाल है सब पर हिनदु धरम थोप दो
आर सी चोधरी बिल्कुल सच कह रहे ये लोग जबरदस्ती हम पर धर्म थोप रहे है क्या हमको स्वतंत्र रहने का अधिकार नहीं है क्या ?
Agar ham kahe to hindu ko sarna me aawo kya manega
आदिवासी को जबरदस्ती हिन्दू धर्म मे सामिल करना चाहते है. ओर मोटा भाई इतिहास थोड़ा पड़ लो. आदिवासी यहाँ के मुल निवासी है. ओर हिन्दू बहार के है.
जोहार आदिवासी
आदिवासी ना इसाई हे ना हिंदू हे ना मुसलीम और ना ही अन्य किसी धर्म से संबंधित है आदिवासी प्रकृति पूजक है ।
जय भील प्रदेश
जोहार जय आदिवासी जय भीलप्रदेश ❤️👍👍👍👍 सभी आदिवासी नेताओं को एक साथ आवाज उठानी चाहिए
Adivasi jis jagah ki poja karte hai usehe sarna kahte hai ishliye sarna daram code lagu hone chahiye
आदिवासी प्रकृति पूजक है और वे अपने पूर्वजों की पूजा करते है
और वे पूजा भी अपने लोक देवता और कुलदेवता की धुणी और मताई में जाकर करते हैं।
जोहार दादा
Carrect
Hamlog ko jabarjasti Hindu banaya ja raha hai
Adivasi Hindu kavi nhi ho sakta h
जोहार
सृष्टि पंच तत्वो से बनी है इस सृष्टि की प्रथम मानव जाति आदिवासी है आदिवासी पंच तत्वो को पुजता है पंच तत्वो मे ही समा जाता है आदिवासी का जन्म कब और अंत कब होंगा कोइ नहीं आदिवासी किसी मानव निर्मित धर्म के अधीन नहीं है मुझे आदिवासी होनै पर गर्व है
जय जोहार जय आदिवासी जय भील प्रदेश
(आत्मगुण) सातगुण पांचतत्व निराकार(शून्य) 750 जय गोंडवाना
कोयतूर जन gondian
आदिवासी हिन्दू धर्म में नहीं आ ता है हम हिन्दू नहीं है जय जोहार जय आदिवासी
आदिवासी कभी हिन्दू हो नहीं सकता कयोकि आदिवासियों की संस्कृति हिंदू संस्कृति से बिलकुल अलग है
इस लिए आदिवासियों को अपनी अलग धर्म कोड मिलना चाहिए
जय जोहार 🙏
News 18 एक बार इस विषय पर डिबेट मे आदिवासी मसिहा भंवरलाल परमार (दादा ) को बुला लो सब साफ हो जाएगा।
आदिवासी ही मूल मालिक है, हम प्रकृति पूजक है,हम हिन्दू नहीं है, हमारी संस्कृति हमारी पहचान है हमारा कोई धर्म नहीं है, हमारी महान सांस्कृतिक कोड हैं।।👍👍 जोहार जिन्दा बाद ✊✊✊ उलगुलान ज़िंदाबाद 🙏🙏
ऋषभदेव जैन मंदिर तो बाद में बना है पहले यहां आदिवासियों के धुला बावजी का मंदिर था यह धुला बावजी का मंदिर धीरे-धीरे प्रसिद्ध होता जा रहा था यहां बाहर से कई लोग दर्शन करने आते थे तब यहां एक भी जैन व्यक्ति नहीं था मंदिर की प्रसिद्धि को देखकर कानोड़ से जैन लोग यहां व्यापार करने आए और अपनी दुकानें लगाई एवं यहीं बस गए
फिर इन जैन लोगों ने यहां धुला बावजी मंदिर की जगह अपने भगवान ऋषभदेव का मंदिर बनाया तब तक इस क्षेत्र को धुलेव के नाम से जाना जाता था
इसके बाद इस क्षेत्र को केसरियाजी के नाम से जाना जाने लगा क्योंकि यहां के देव को केसर चढ़ता था
और फिर धीरे धीरे आदिवासियों को मंदिर के अंदर जाने से रोका जाने लगा तब भी बिलख पाल के लोग लड़ने को उतारू हो जाते हैं यहां से शुरू हो जाती है मंदिर के लिए लड़ाई
और मामला कोर्ट में चला जाता है वहां जैन समाज के लोग केस जीत जाते हैं क्योंकि आदिवासियों के पास कोई भी प्रमाण नहीं होता है जो कि साबित कर सके कि यहां मंदिर आदिवासियों का है
कोर्ट ने आदेश दिया कि सभी मानने वाले लोग दर्शन कर सकते हैं किसी भी व्यक्ति को दर्शन करने से रोका नहीं जाए
और इस क्षेत्र का नाम केसरिया जी से बदल कर ऋषभदेव रख दिया जाता है क्योंकि मंदिर में लगी मूर्ति जैन समाज के भगवान ऋषभदेव की है
इसलिए आदिवासी समाज के लोग अपना मंदिर समझकर दर्शन करने जाते हैं बाकी पहले यहां जो मंदिर था वहां आदिवासियों का ही था
जोहार भाई
Bhi.abi.bi
To.ऋषभदेव को घुलेव के नाम से जाना जाता है
@@subhashkumarbhagora7207 apne log hi bolte h dhulev esa
Baki GOVT k record me nhi h
Govt. K record me to RISHABHDEO h
Johar Bhai hame purvajo ki galti ko dubara nahi hone de
वोट के लोभ एवम् पद लेने के लिए सभी नेता भारत का पतन करेंगे। नेता जो टपरे से करोड़ो अरबों कामालिक बन जाता है। जनता मूर्ख बनती है। जो गरीब है उनको आरक्षण मिले। उनका जीवन स्तर सुधारे। सही बात कोई नही बोलता है। आदिवासी नेता सही में समाज का भला करना चाहते है। आरक्षण का लाभ उन लोगों को देवे जिन परिवार को एक बार भी लाभ नही मिला है। सत्य है पर कड़वा लगेगा।
आदिवासी धर्म कोड होना चाहिए
आर,सी, चौधरी साहब को भील प्रदेश की धरा से जोहार 🙏🙏🏹🏹
स्टुडियो में बैठकर बात को भड़कीला बनाने के बजाय आदिवासियों से जनमत-संग्रह करवाया जाना चाहिए। यें अधिकार उन्ही को देना होगा कि वो अपने आपको किस धर्म या संप्रदाय से जोड़ना चाहते हैं।
Right.bro
इसलिए हम आदिवासियों को चाहिए इन प्राइम मीडिया में इंटरव्यू देने बजाये अपने ट्राइबल मीडिया के जरिए बात रखें !!
आदिवासी प्रकृति पूजक है
अपने मूल धर्म आदिवासी में लौटे और विभिन्न धर्मों में बैठे आदिवासियों का आरक्षण का लाभ नहीं
आदिवासी हिंदू नहीं आदिवासी पकृतिक पुजक हैं जय आदिवासी जय सरना
एक बार भंवर दादा को लाओ डिबेट में तब जाके आप को वास्तविकता पता चल जाएगा
मुदे सेभटकाने कि कोशिशमत करो हिनदु मुसलमान करके पूरा देश को बरबाद कर दिया बी जे पी ने
धर्म का सर्टिफिकेट बाटने वाले कोन है
हम चाहे वो धर्म अपनाए ये हमारा अधिकार है
वनवासी कहने वालों ने वनों का विनाश कर दिया है
जय जोहार जय आदिवासी जय बिरसा मुंडा 🏹🏹 आदिवासी कॉलम अलग बनाओ
मेरा आदिवासी समाज का। बूढ़ा आदमी
सेठ साहूकारों के वहा जाता है दुकान पर सामान लेने तो वहा पर बैठा 30 वर्ष का सेठ जो बोलता है ऐ डोकरा जा वो पड़ा वो सामान लेआ l
और बड़े बूढ़े आदमी ने तो वहा जा कर बोल सेठ सामान देदो। तो वो 30 वर्ष का सेठ कैसे बोला ।।क्या सेठ को तमीज नहीं है या फिर वो पैसे वाला है इसलिए ऐसा बोला ।
तो ऐसा बर्ताव क्यों किया जाता हैं
Bilkul sahi Baat he ye, sab maine dekha aur bahot dukh hota he, ab hme jaag jaana chahiye
Ķķ
Ok
Ye mang sahi hai jharkhand me bigari log raj karne chahte hain
Aap kon sa jat hote hain lagta tu bihari hoga
आदिवासियों के अस्तित्व का सवाल है इसलिए आदिवासी धर्म कोड मिले
देश में भगवान किसी न किसी जाति में पैदा हुए है, तो जिस जाति में जो भगवान पैदा हुआ है, वह उसी का देवता भगवान है। जैसे परशुराम - ब्राहम्ण , राम - क्षत्रिय , कृष्ण - ग्वाल इत्यादि।और जिस जाति के भगवान नहीं है, वह स्वतन्त्र लोग है, मेरा तो संविधान ही धर्म ग्रंथ है और बाबा भीम राव अम्बेडकर जी मेरे महापुरूष है ।जय भीम ,जय संविधान ।
हम आदिवासी है और आदीवासी ही रहेगे धमैं कोड भी आदिवासी होना चाहिए
आदिवासी नही सरना कोड (धरती माता)
मा. सुप्रिम कोर्ट का निकाल, "गोंड," हिंदू नही,,त्रिलोक सिंह विरुद्ध गुलाब एस. ए./100/६६/दिनांक 15 जानेवारी1971 के सुप्रिम कोर्ट के निर्णय के मुताबीत ,",Gonds are Not Hindus"
आदिवासी हिन्दू नही है आदिवासी धर्म कोड अलग पहचान होना चाहिए
Johar🙏🇦🇹
Veer Budhu,sidhu kanhu dharti putra veer Birsa munda, Eklavya,Sabri,kartik baba sada yaad rahe jai paal sigh munda.🙏🙏🙏
आदिवासी हिन्दू नही है आर एस एस और बी जे पी क्या जाने आदिवासी प्रक्रति पूजक 1871 से 1941 तक हमारा धर्म कोड अलग था देश आजाद होने के बाद आदिवासियो हिन्दू बना दिया
आदिवासी भारत के मूलनिवासी है
हम हिन्दू केसे माने।
सम्मान हेतु आदिवासी जोहार करते हैं
लाख लाख जोहार घोघरा जी ,
कोई कुछ भी माने ये उसकी मर्जी है।धर्म कोलाम दे दो आदिवासी खुद तय कर लेंगे वो हिन्दू है या नहीं
1000% सही
हम वनवासी नही है मनूवादी बंदरों हम हम आदिवासी है
हम आदिवासी है ईस देश के मूलमालिक है
हमारा नाम हमारे माता पिता ने रखा और वह अशिक्षित थे तो उनके ऊपर हिन्दु तव थोपा गया है और उन्होंने हमारे नाम रखे हैं
जोहार का माने और जोहार प्रयोग को आदिवासी संताल समाज में जाकर समझो । संताल समाज विश्व की सबसे समृद्ध समाज है । संताली भाषा विश्व की सबसे समृद्ध भाषा है और विश्व की भाषा का आधार है।परिमल कुमार मिश्र ने लिखा है--Santali Language is the base of The World Language. सरना धोरोम स्थल- मान्झी थान और जाहेर थान तथा अन्य देखें । माराङ बुरु, जाहेर एरा, मोड़े कु, तुरुयकु, हापड़ामकु, सिञ चान्दु बोंगा आदि की बोंगा बुरु (पूजा) करते हैं । मूर्ति पूजा नहीं करते है
मेरे घर कोई देवी देवतओं का फोटो नहीं न ही कभी होगा में आदिवासी हूं
U r great Aadiwasi
Always worship ur nature🙏🙏
आदिवासी हिन्दू नही है जय जोहार
आदिवासी हिंदू नहीं है आदिवासी प्राकृतिक पूजक है आदिवासियों के ऊपर हिंदू धर्म फालतू में ना थोपे
Nice patrakar ka question h
आदिवासी का अलग धर्म कोड होना चाइये में इसका समर्थन करता हु
ओर अलग से राज्य की भी मांग करता हु
आदिवासी हिंदू नहीं है सिर्फ आदिवासी आदिवासी होना चाहिए
वनवासी नहीं है आदिवासी है हम
युवाऔ को आगे आकर मानव धर्म को मानना चाहिए तथा पाखंड को छोड़ देना चाहिए कयोकी इस पाखंड से एक वर्ग को फायदा हुआ है जो जन्म शादी मौत पर भीख मांगने आ जाते हैं
@Anil Kharadi यह sc-st का मसला नहीं है समस्त भारतीय समाज को पाखंड छोड़कर विज्ञान की तरफ लौटना चाहिए नहीं तो सदियों से जो लोग लूट रहे हैं वह लूटते रहेंगे भाई तुम पाखंड पर ओशो रजनीश को सुनो यह सारा भय निकल जाएगा
@Anil Kharadi मैं मानवता के साथ हु
अगर ऐसा होता है तो हिन्दुस्तान मे 10 प्रतिशत ही हिन्दू रह जायेगे
आदिवासी जिंदाबाद
जय आदिवासी
जय जोहार
Aadivasi Bharat ka mulnivsi....jay johaar
मेरा नाम विष्णू हैं लेकीन मैं बचपनसे कमी विष्णू भगवान या गणेश के कभी पुजा नहीं की और आदिवासी ऐसे भगवान को मानता है ऐसा.कभी नही देखा तो फीर आदिवासी हिंदू कैसा मानेगा
वनवासी नहीं आदिवासी है हम इस देश के मूल मालिक है ।
आपकि डिबेट मे एक आदिवासी लिडर भी होता तब डिबेड पुरी ओर सहि होती
सर कट गया पर धड लड़ता रहा वो है भील..
जय ..राजाकोटिया भील Jay Adivasi 🏹❤️ Jo Bhi Takarayega Hamse Be Mout Mara Jayega 🏹
Jay johar
जय आदिवासी जय जोहार
एक बात पक्की है हम आदिवासी ईस देश के मूल मालिक मूलबीज हे र ही बात धर्म की तो आदीवासी धर्मपूर्वी हे ईसका किसी भी धर्म से कोई वास्ता नहीं है ।जय आदिवासी ।।जय जोहार।।
Debate आदिवासियो की करवाइए, गैर आदिवासियो की नहीं,, तब पता चलेगा।
आदिवासी कोअपनी ही जमीन में अपना पहचान बताना पड़ रहा है की आदिवासी हिन्दू है या नहीं । अरे आप सभी यह कहिए कि हम आदिवासीयों के बीच शरणार्थी है आदिवासीयो ने हमें यहाँ निवास करने जगह दि है आदिवासीयो को आदिवासी क्यों कहा जाता है क्यों कि ओ आदि काल के निवासी हैं जल जंगल जमीन के मालिक हैं । इसके अलावा बाकी सभी शरणार्थी है आदिवासी कभी न हिन्दू था न मुस्लिम ना अन्य था वह स्वतंत्र देश का मालिक है और अंग्रेजो ने स्वतंत्रता के समय यह देश आदिवासीयो को हस्तांतरित किया था किन्तु यहाँ के शरणार्थियों ने सत्ता के लालच में आदिवासीयो के हक पर कब्जा कर लिए और यहाँ के मूल मालिक आदिवासीयो को किनारे कर शरणार्थी के रुप में पेश कर दिया जिसका यही नतीजा निकला है कि आज आदिवासी अपना पहचान मांग रहा है । सत्ता पर बने रहने के लिए आदिवासीयो को हिन्दू बताया जा रहा है और आदिवासीयो का वोट हासिल करना चाहता है आदिवासी के देवी देवताओं का नाम बदलकर उनको एक मूर्त रुप दिये है और आज इसी को हिन्दू लोग आदिवासीयो को अपने साथ जोड़ने का आधार बताया जा रहा है । आदिवासी कभी हिन्दू नहीं था ना है ना रहेगा । आदिवासी आदि काल के वासी है हिन्दू बाद में यहाँ आकर कैसे अपने आप को आदिवासीयो के साथ जोड़ रहा है अरे भाई आप आदिवासीयो के संस्कृति परंपराओं के साथ नहीं जुड़ सकते । शरणार्थी शरणार्थी होता है मालिक मालिक होता है
ham hindu nhi he ham adivasi he ✌️
जय जोहार जय आदिवासी जय भील प्रदेश आदिवासी हिंदू नहीं है आदि अनादि काल से वसा हुआ आदिवासी है आदिवासी प्रगति पूजा खेर जल जंगल जमीन हवा हवाई नदी नाले प्रगति पूजक जय जोहार जय आदिवासी
History is my certificate, no comments adivasi is adivasi
Rc चौधरी भाई को जोहार।।
जय जोहार
उलगुलान जारी रहै........🏹🏹🏹🏹
चोधरी साहेब ने भी सही कहा सही बोलो जोहार धन्यवाद
Jai johar Jai aadiwasi hum Hindu Ni h hum Malik h Duniya ke
आदिवासियों के लिए विकास होना चाहिए भाई विकास की बात होनी चाहिए धर्म की नहीं भारत में मुस्लिम और हिंदू हो सबका आदिवासी हम सभी का हिंदू धर्म है
MP ke sabhi Aadivasi ki taraf se Seva Seva Seva Johar
आदेवासीयो को अब हीन्दु धर्म को त्याग करके अलग धर्म स्थापित करना चाहिए तब उन स्वर्ण जाती वाद को पत्ता चलेगा
भंवर दादा को बुलाओ ताकि सभी चैनल बालों तुम्हारी अकड़ निकल सके
आदिवासी हिन्दू नहीं है, मै आदिवासी हूँ हमरे समाज सरहुल, माघ और अन्य पूजा मन्दिर में नहीं होता है। हमरे आदिवासी के रीति रिवाज अलग है ,हमरे विवाह का रीति रिवाज भी अलग हैं ।BJP आदिवासी को हिन्दू बनना जहता है, वोट के लिए।
एक आदिवासी बुजुर्ग को वेद, पुराण, मंत्रों की जानकारी नहीं है, लेकिन एक ब्राहमण बुजुर्ग को है एसा क्यू
हम हिन्दू नहीं, पृकितक वाले हैं, ब्राह्मण पुजारी नहीं है, हमें अलग कौलम चाहिए।
जय जोहार जय आदिवासी जय भिलप्रदेश
आदिवासी ना हिंदू ना मुस्लिम ना ख्रिचन ना बोध्द ना जैन हैं ??? हिंदू विवाह कायदा आदिवासी को लागू नहीं होता
जय जोहार जय आदिवासी जय भील प्रदेश
आदिवासी सभी धर्मो का सम्मान करते हैं इसके मतलब यह नहीं है कि आदिवासी हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन है आदिवासी आदिवासियों को छेड़ने पर विरोध जताता है
हा आदिवासी हिन्दू नहीं है ये सिर्फ आदिवासी है
आदिवासी हिंदू नहीं है और आदिवासी का अलग बिल्कुल होना चाहिए जय मूलनिवासी
हम थेट आदिवासी और भारत के मुल्नेवासि हैं। हमे हिंदू बनाने की स्वपना ना देखे, बीजेपी को मिर्चि लग रहा है जो आदिवासी के..............! ०
जागो आदिवासी जागो अपने आपको बिरसा मुंडा सबित करो।
हम आदिवासी हिंदू नहीं हैं हम आदिवासी मूलनिवासी हैं जय भीम जय भारत नमो बुध्दाय