करूँ बेनती दोउ कर जोरी l अर्ज सुनो राधास्वामी मोरी । ॥ १ ॥ सत्तपुरुष तुम सतगुरु दाता । सब जीवन के पितु और माता ॥ २ ॥ दया धार अपना कर लीजे । काल जाल से न्यारा कीजे ॥ ३ ॥ सतजुग त्रेता द्वापर बीता । काहू न जानी शब्द की रीता ॥ ४ ॥ कलजुग में स्वामी दया बिचारी । परघट करके शब्द पुकारी ॥ ५ ॥ जीव काज स्वामी जग में आये । भौसागर से पार लगाये ॥ ६ ॥ तीन' छोड़ चौथा पद दीन्हा । सत्तनाम सतगुरु गति चीन्हा ॥ ७ ॥ जगमग जोति होत उजियारा । गगन सोत पर चंद्र निहारा ॥ ८ ॥ सेत सिंघासन छत्र बिराजै । अनहद शब्द रौब धुन गाजै ॥ ६ ॥ क्षर' अक्षर निहअक्षर पारा । बिनती करै जहाँ दास तुम्हारा ॥१०॥ लोक अलोक पाऊँ सुखधामा । चरन सरन दीजे बिसरामा ॥११॥ R.S
परम पुरुष पूरन धनी, राधास्वामी नाम । तिनके चरन पद्म पर, कोटि कोटि परनाम ॥ १ ॥ जग जीवन को अति दुखी, देख ढ्या उमगाय । संत रूप औतार धर, जग में प्रगटे आय ॥ २ ॥ कुल मालिक दातार कृपासिंध गुरु रूप , धर । सुरत शब्द मत गाय', भेद दिया निज अधर घर ॥ ३ ॥ बड़भागी वे जीव, चरन सरन जिन दृढ़ करी । कर्म भर्म को छोड़, प्रीति प्रतीति हिरदे धरी ॥ ४ ॥ उसँग सहित गुरु सेव सतसँग कर तिरपत भए l तन मन भेंट चढ़ाय , प्रेम दान गुरु से लए ॥ ५ ॥ गुरु मूरत हिरदे बसी , देखें नित्त बिलास । जगत बासना जार' कर, पावें चरन निवास ॥ ६ ॥ प्रेम सहित नित गावईं, राधास्वामी नाम । सुरत डोर चरनन लगी , विसर गए सबकाम ॥ ७ ॥ गुरु आरत कर मगन होय, छिन छिन प्रीति बढ़ाय । मन को मोड़ा जगत से, सूरत शब्द लगाय ॥ ८ ॥ राधास्वामी दयाल दया करी, सबको लिया अपनाय । शब्द जहाज चढ़ाय कर, दीना पार लगाय ॥ ६ ॥ भौजल गहिर' गँभीर है, खेवट सतगुरु पूर । राधास्वामी चरनन ध्यान धर, पहुँचे निज घर सूर ॥१०॥ बार बार बिनती करूँ, बँदगी करूँ अनन्त । छिन छिन जाउँ बलिहारियाँ, राधास्वामी पूरे संत ॥११॥ R.S
Radha Swami 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Radhaswami
Radha Swami 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Ra dha swa aa mi dayal ki daya 🙏🙏 ra dha swa aa mi sahay🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Radha swami Dayal ki Daya Radha soami sahay 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Ra dha sva Aa mi
राधा स्वामी दयाल ,,दया करो
Radha swami da 9:20 yal ki days karo
Radhasoami
ਰਾ ਧਾ ਸਵਾ ਆ ਮੀ
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 sarvottam Gupta and Aarat satsangi
सप्रेम सहिर्दय रा धा स्व आ मी बारम्बार रा धा स्व आ मी समस्त जीवात्माओं को रा धा स्व आ मी
Rads Swamiji,,
Ra Dha Sva Aa Mi dayal ki daya
Ra Dha Sva Aa Mi ki sahaay
Mere to Radha swami dayal doosro na koi.
B kul Malik data Mere Daya karo
Radha svami ji dyal dya kro
🙏🌷🙏 राधास्वामी दयाल की दया राधास्वामी दयाल🙏🌷🙏
RADHASOAMI DAYAL KI DAYA RADHASOAMI SAHAY
DATA KA SHARNAGAT
SAVAK P B KULBHUSHAN KASHYAP
SHAHADARA BRANCH DELHI INDIA
🌹❤😂🎉RAA DHAA/ DHA: SAA VAA MII JII 🌹BAHUTBAHUT SUBHAAKAANCHALU 🌹&CHAALAACHAALAA DHANYAVAADAALU 🌹SUBHASAAYAMKAL 🎉🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
करूँ बेनती दोउ कर जोरी l
अर्ज सुनो राधास्वामी मोरी । ॥ १ ॥
सत्तपुरुष तुम सतगुरु दाता ।
सब जीवन के पितु और माता ॥ २ ॥
दया धार अपना कर लीजे ।
काल जाल से न्यारा कीजे ॥ ३ ॥
सतजुग त्रेता द्वापर बीता ।
काहू न जानी शब्द की रीता ॥ ४ ॥
कलजुग में स्वामी दया बिचारी ।
परघट करके शब्द पुकारी ॥ ५ ॥
जीव काज स्वामी जग में आये ।
भौसागर से पार लगाये ॥ ६ ॥
तीन' छोड़ चौथा पद दीन्हा ।
सत्तनाम सतगुरु गति चीन्हा ॥ ७ ॥
जगमग जोति होत उजियारा ।
गगन सोत पर चंद्र निहारा ॥ ८ ॥
सेत सिंघासन छत्र बिराजै ।
अनहद शब्द रौब धुन गाजै ॥ ६ ॥
क्षर' अक्षर निहअक्षर पारा ।
बिनती करै जहाँ दास तुम्हारा ॥१०॥
लोक अलोक पाऊँ सुखधामा ।
चरन सरन दीजे बिसरामा ॥११॥
R.S
परम पुरुष पूरन धनी,
राधास्वामी नाम ।
तिनके चरन पद्म पर,
कोटि कोटि परनाम ॥ १ ॥
जग जीवन को अति दुखी,
देख ढ्या उमगाय ।
संत रूप औतार धर,
जग में प्रगटे आय ॥ २ ॥
कुल मालिक दातार
कृपासिंध गुरु रूप , धर ।
सुरत शब्द मत गाय',
भेद दिया निज अधर घर ॥ ३ ॥
बड़भागी वे जीव,
चरन सरन जिन दृढ़ करी ।
कर्म भर्म को छोड़,
प्रीति प्रतीति हिरदे धरी ॥ ४ ॥
उसँग सहित गुरु सेव
सतसँग कर तिरपत भए l
तन मन भेंट चढ़ाय ,
प्रेम दान गुरु से लए ॥ ५ ॥
गुरु मूरत हिरदे बसी ,
देखें नित्त बिलास ।
जगत बासना जार' कर,
पावें चरन निवास ॥ ६ ॥
प्रेम सहित नित गावईं,
राधास्वामी नाम ।
सुरत डोर चरनन लगी ,
विसर गए सबकाम ॥ ७ ॥
गुरु आरत कर मगन होय,
छिन छिन प्रीति बढ़ाय ।
मन को मोड़ा जगत से,
सूरत शब्द लगाय ॥ ८ ॥
राधास्वामी दयाल दया करी,
सबको लिया अपनाय ।
शब्द जहाज चढ़ाय कर,
दीना पार लगाय ॥ ६ ॥
भौजल गहिर' गँभीर है,
खेवट सतगुरु पूर ।
राधास्वामी चरनन ध्यान धर,
पहुँचे निज घर सूर ॥१०॥
बार बार बिनती करूँ,
बँदगी करूँ अनन्त ।
छिन छिन जाउँ बलिहारियाँ,
राधास्वामी पूरे संत ॥११॥
R.S
Radha swami Dayal ki Daya Radha soami sahay 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Radhaswami
Ra dha sva Aa mi
Radha swami Dayal ki Daya Radha soami sahay 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Ra dha sva Aa mi
Ra dha sva Aa mi
Ra dha sva Aa mi
Ra dha sva Aa mi
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