अलंकार समाज के साथ शास्त्रार्थ का एक दृश्य : वैदिक धर्मी : श्रीमद्भागवत पुराण में लिखा है कि ... अलंकार समाजी : हम पुराणों को नही मानते मिलावटी हैं । वैदिक धर्मी : नारद पांचरात्र में लिखा है कि ... अलंकार समाजी : ये क्या होता है ? ये तो पहली बार सुना , ये मिलावटी है । वैदिक धर्मी : रुद्रयामल तंत्र में लिखा है कि ... अलंकार समाजी : ये मिलावटी है । वैदिक धर्मी : विष्णुयामलतंत्र में लिखा है कि .... अलंकार समाजी : ये मिलावटी है । वैदिक धर्मी : सम्मोहन तंत्र में लिखा है कि ..... अलंकार समाजी : ये मिलावटी है । वैदिक धर्मी : अध्यात्म रामायण में लिखा है कि .... अलंकार समाजी : हम अध्यात्म रामायण को नही मानते ये मिलावटी है । वैदिक धर्मी : आनंद रामायण में लिखा है कि .... अलंकार समाजी : हम आनंद रामायण को नही मानते ये मिलावटी है । वैदिक धर्मी : कौशिक रामायण में लिखा है कि ... अलंकार समाजी : ये मिलावटी है । वैदिक धर्मी : श्रीरामचरितमानस में लिखा है कि ..... अलंकार समाजी : इसको हम नही मानते ये वेद विरुद्ध है । वैदिक धर्मी : योगवशिष्ठ में लिखा है कि ... अलंकार समाजी : ये सब रामायण मिलावटी हैं , हम केवल वाल्मीकि रामायण को मानते हैं ... वैदिक धर्मी : वाल्मीकि रामायण में लिखा है कि ..... अलंकार समाजी : वाल्मीकि रामायण में भी मिलावट हुई है , ये पूर्ण प्रामाणिक नही है । वैदिक धर्मी : अगस्त संहिता में लिखा है कि .... अलंकार समाजी : ये मिलावटी है । वैदिक धर्मी : गर्ग संहिता में लिखा है कि ... अलंकार समाजी : ये मिलावटी है । वैदिक धर्मी : शिव संहिता में लिखा है कि .... अलंकार समाजी : ये मिलावटी है । वैदिक धर्मी : मनुस्मृति में लिखा है कि .... अलंकार समाजी : मनुस्मृति में पंडो ने मिलावट कर दी ।। वैदिक धर्मी : विष्णु स्मृति में लिखा है कि ... अलंकार समाजी : ये मिलावटी है । वैदिक धर्मी : गौतम स्मृति में लिखा है कि ...... अलंकार समाजी : ये मिलावटी है । वैदिक धर्मी : याज्ञवल्क्य स्मृति में लिखा है कि .... अलंकार समाजी : ये मिलावटी है । वैदिक धर्मी : स्कंदोपनिषद में लिखा है कि ... अलंकार समाजी : ये मिलावटी है । वैदिक धर्मी : रामतापनियुपनिषद में लिखा है कि .... अलंकार समाजी : ये मिलावटी है । वैदिक धर्मी : सीतोपनिषद में लिखा है कि ...... अलंकार समाजी : ये मिलावटी है । वैदिक धर्मी : राधिकोपनिषद में लिखा है कि .... अलंकार समाजी : ये मिलावटी है । वैदिक धर्मी : छन्दोग्यउपनिषद में लिखा है कि ..... अलंकार समाजी : इसका अर्थ तुम लोगो ने गलत कर दिया । वैदिक धर्मी : बृहदारण्यक उपनिषद में लिखा है कि .... अलंकार समाजी : इसका अर्थ तुम लोगो ने गलत कर दिया । वैदिक धर्मी : शतपथ ब्राह्मण , गोपथ ब्राह्मण , ताण्डय ब्राह्मण , ऐतरेय ब्राह्मण , आदि ब्राह्मण ग्रंथो में लिखा है कि .... अलंकार समाजी : ब्राह्मण ग्रंथो को हम वेद नही मानते । वैदिक धर्मी : ऋग्वेद में लिखा है कि .... अलंकार समाजी : इसका सब ने गलत अर्थ किया है । वैदिक धर्मी : शुक्ल यजुर्वेद में लिखा है कि .... अलंकार समाजी : इसका भी सब ने गलत अर्थ किया है । वैदिक धर्मी : सामवेद में लिखा है कि .. अलंकार समाजी : इसका भी सब ने गलत अर्थ किया है । वैदिक धर्मी : अथर्ववेद में लिखा है कि ..... अलंकार समाजी : इसका भी गलत अर्थ हुआ है और अथर्ववेद का कुंताप सूत्त भी मिलावटी है । वैदिक धर्मी : कृष्ण यजुर्वेद में लिखा है कि .... अलंकार समाजी : कृष्ण यजुर्वेद में मिलावट हो चुकी है । वैदिक धर्मी : (अपने पुत्र को आवाज लगाते हुए ......बेटा जरा एक डंडा लाना तो ...) अलंकार समाजी : भागो ....भागो ...नही तो आज हड्डी टूट जाएगी । अलंकार समाजी घर आकर सबको कहता है .....देखा मैंने सारे आक्षेपो का खंडन कर दिया ।। पौराणिकों को शास्त्रार्थ में हरा दिया ।। जय हो अलंकार समाज आनंद कंद ऋषि दयानंद की जय ।। वेद की ज्योति जलती रहे । अलंकार समाज अमर रहे ।।
धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, प्राणियों में सद्भावना हो, विश्व का कल्याण हो, गौमाता की जय हो, गौहत्या बंद हो, भारत: अखंड हो, भारत: हिन्दूराष्ट्र हो, हर हिन्दू सेना हो, हर हिन्दू सनातनी हो, सैन्य प्रशिक्षण हर हिन्दू ले, सवा घंटा भजन हर हिन्दू करे, सर्वभूतहृदय यतिचक्र चूड़ामणि अनन्तश्री विभूषित अभिनव शङ्कर धर्मसम्राट स्वामी श्री करपात्री जी महाभाग की जय🌺 परम् पूज्य गुरुदेव श्री गोवर्धन मठ पुरी पीठाधीश्वर श्रीमद् जगद्गुरु शङ्कराचार्य भगवान की जय🌺 🌺नमः पार्वती पतये हर हर महादेव🙌🏻
अहवान जी आपका चैनल बहुत कम समय में बहुत तेजी से बढ़ रहा है आप धर्म की सही सही व्याख्या करते है इसलिए हिंदू आपसे जुड़ता जा रहा है और पाखंडी बिलबिला रहे है उन्हें बिलबिलाने दो आप अपना कार्य ऐसे ही ऊर्जा के साथ निरंतर करते रहे है
अजन्मा का अर्थ है जो शरीर रूप में जन्म नही लेता । इसलिए ईश्वर अजन्मा है , आत्मा अजन्मा नही है। ईश्वर सब जगह है , आत्मा के अंदर भी है , लेकिन ईश्वर और आत्मा अलग अलग सत्ता है, ईश्वर का वेद ज्ञान नित्य है लेकिन आत्मा में ज्ञान का गुण नित्य नही है। पहले नही था बाद में प्रयास करने से आ गया। एक ही जगह पर दो वस्तुएँ होने से समान नही हो जाती।
द्विवेदी जी आप एक धर्मनिष्ठ व्यक्ति है आपका काम हिंदू धर्म के लिए बहुत सराहनीय है आपके सारे वीडियो को मैं ध्यान से सुनता हूं। मैं एक बात की और आपका ध्यान दिलाना चाहूंगा कि आप अपने कई वीडियो में बार बार त्रिया चरित्र - त्रिया चरित्र कहते हैं। इससे ऐसा आभास प्राप्त होता है कि आप अधिकांश स्त्रियों को स्वभावत: दुराचारिनि मानते हैं। जबकि वैदिक वांगमय में पुराणों आदि का अध्ययन करने पर ऐसा नहीं प्रतीत होता। उपनिषद का वाक्य है जिसमें राजा ऋषि को अपने राज्य में रुकने के लिए कहता है और कहता है कि "मेरे राज्य में कोई भी पुरुष व्यभिचारी नहीं है तो स्त्री व्यभिचारिणी तो हो ही नहीं सकती।"कृपया आप इस पर ध्यान दें। सनातन धर्म में स्त्री का पवित्र और ऊंचा स्थान है। 🙏🏻
कामना करने का विधान तो शास्त्रों में सर्वत्र है। छांदोग्य उपनिषद में तो दुसरों के लिए कामना करने वाले उद्गीथ उपासक ऋषियों का वर्णन है जो दुसरों के लिए ईश्वर से कामना करते थे।
Agar kisi bhi Rampal ke chele me dum hai to aa jaye mere saath Bhagavad Gita ke upar debate karne ke liye. It's an open challenge. Edit :- Shivansh Bhaiya, ho sakte to mere iss comment ko please pin kar dijiye.
किसी सिख से कह के दिखाओ कि उनका गुरु गुरुनानक , गुरुगोविंद सिंह भगवान नही है , 2 मिनट जब होंगी , तुम्हारा शीश धड़ से अलग हो गया होगा । आज अगर तेग बहादुर और उनके गुरु ना होते , तुम सब लोगो की सुन्नत हो गई होती किसी मस्जिद में नमाज पड़ रहे होते ।।
आज तो इन लोगो ने आदि शंकराचार्य जी को कुछ अंशों में माना है , धैर्य रखिए कल ये आदि शंकराचार्य जी को पूर्णत अपनाएंगे और उन्हें अपना गुरु स्वीकार करेंगे । और फिर भविष्य में यही कुर्तेश बाकी सब शंकराचार्यों की भी जय बोलेगा । धर्म के साथ जुड़ेगा। ये सब अपने आप जुड़ेंगे हमे जोड़ने की जरूरत ही नही है। इनको स्वयं को उत्तर नही मिलते तो आदि शंकर की चरण में ही आना होता है।😂😂
Har har mahadev bhaiyaa 🙏🙏🙏bhaiyaa mujhe nischalanand ji ka jivan parichay ke bare me vistar se bataiye... Or unse dikhsa kaise mil skti hai.. Plz ye bhi bataye.. Me ek shiv upasak hu 🙏🙏
Sastra me to barmh ke liye likha bramh birat se birat hai aur sukshma se sukshma bhi hai.. Yeh bhi to opposite quality hai arya samaji kya kahenge.. 😂😂😂
Arya samaji bachane ke liye kisi chiz ka definition hi badal dete hai ek udharan deta hu.. Ek admi aapni 5 kilo sona bachne ke liye kisi sonar ke dukan me jata aur sonar ko 5 kilo koyla dekar kaheta mein bechna chahata hu gold. Tab dukan daar kaheta hai yeh to gold nhi. Tab bachne wala kaheta hai yehi gold hai. Gold matlab jo kala hai jisko jala kara energy utpan kiya jata. Isliye muje gold ke hisab se price do.😂🤣
Bhaiya jab paramatama sarvvyapak hai toh kya weh atma ke andar hai (traitavad ke anusar). Atma aur paramatama ek jagah kaise ho sakta hai, aur yadi ek jagah hai toh dono alag kaise huye? Toh phir woh toh ek huye na dayanand saraswati ne atma aur paramatama dono ko vishnu kaha hai aur dono sukshm se bhi sukshm hai Pls reply Pls reply
अच्छे डाक्टर से आप दिखाओ ..............अरे इतने प्रमाण दियें फिर भी रो रहे हो भाई राममंदिर पर जैसे प्रमाण दिखाने के बाद भी मुस्लिम रोते रहते वैसी हालत आप लोगो की हैं
@@sumitrarya471 लगता है वीडियों देखते नहीं आप जैसो कई आएँ इस तरह के प्रशन ले कर शिवांश जी ने सबका उत्तर दिया हैं लाईव आया करें चर्चा के लियें समझे क्या भाई बंधन में नहीं हैं मतलब आप लोग मोहर लगा देते हो बंधन की ...........इसका जवाब कई बार दिया हैं जा कर वीडियों देखो
Ved mein 20 hajar Richaye sakar bhagwan ki hain rig ved 1 156 2 vishnu ji is most ancient self born and creator of all rig ved 7 th mandal 156 sukt 100.sukt padh unhi bhagwan vishnu ne indra ki sahyta kar vrat asur ka vadh kiya
Clearly Vedas were there much before Bhagwat Gita. Sri Krishna has included many things from different Upanishads especially immortality of Soul/ Atman.
प्रकृति, सृष्टि जो है ओ किसने बनाई है इसका आप ने जवाब दिया है तो मैं आप जो बोलोगे ओ करूंगा..........कोई भी यहां बताओ कि प्रकृति किसने बनाई है जो मूल रूप प्रकृति है ओ बताओ
Prakriti bramh ka sakti hai jisko maya sakti kaha jata hai.. Wo bhi bramhroopi hi hai.. Bramh se alag nhi.. Jo hai ek bramh hi hai.. dusra koi nhi. To Prakriti ko kisi ne nhi banaya.
You take training from a competent person to understand Bhagawat Gita. You are totally confused and trying to confuse others. Stop spreading your wrong understanding.
Sun tere Guru ko Gyan nahin hai tu kya gyan tu kya gyan sunayga tu bus gane ga sakta hai aur tere bus ki kuchh jab tere se koi Gyani baithata hai to tu bakwas karne lag jata hai ulti Sidhi baten karta hai tere bus ki Gyan charcha karni
जब बात ना पता हो तो बोला ना करें श्री शंकराचार्य मठ श्री शारदापीठम् में जा कर माफि माँग कर आया हैं ................ गालियाँ दी थी उसने खुब गालियाँबाज से सावधान
ईश्वर यदि सब कुछ कर सकता है तो क्या ऎसा पत्थर वो बना सकता है जिसे वो स्वयं न उठा सके? दूसरे यदि ईश्वर सब कुछ कर सकता है तो क्या ईश्वर अपनी सीमा से हमें बाहर निकाल सकता है ??
मन में ईश्वर है पर मन ईश्वर नहीं है , ये कौन समझाये आपको, ईश्वर सदा एक सा रहता है उसका व्यवहार में आना कैसे घट सकता है ? और व्यवहार में आना घटाया भी तो उसका स्वरुप ही परिवर्तित कर दिया एक बिना आंख के देखता था अब व्यवहार में आंख से देखता है, जनकि व्यवहार का अर्थ उसे ठीक वैसे ही स्वरुप में जाना गया ऎसा होगा ज्ञान से
@@deadster1254 २०० साल पहले हम अपने दादा- परदादा का नाम नहीं बतला सकते , तो अन्य का क्या बतला पायेंगे ? चलो आप बता दो कि जो तीन परम्परायें हैं शैव,शाक्त,वैष्णव इनमें से इनका एक ही गुरु कौन सा थे, और उनके पश्चात् तीन प्रकार के मत क्यों बने? और तीनों में से श्रेष्ठ कौन है, सही कौन है? दूसरे वेदवती वेदों की ज्ञाता थी उनके गुरु का नाम बताओ,
अभी और दर्शन की गहराइओं में जाइये, जीव स्वरूप से अजन्मा हैं परन्तु कर्म के बंधन से प्रभावित होकर प्रकृति के साथ बंधता हैं। अब आपका ईश्वर भी कर्म से प्रभावित होता हो तो ऐसा स्थूल दर्शन आप अपने पास रखिये, किसी वैदिक दर्शन में ईश्वर को कर्म से प्रभावित होने को कहा हैं, जन्म की प्रवृत्ति कर्म ही है
Bhagwan gita mai kehte hai mai karm karte hue bhi unse lipt Prabhavit nahi hota Kyuki bhagwan ke liye ye satya nahi hai Par jeev swaroop se ajanma hai Toh kya Uska moksh possible hai ki nahi
अज्ञानियो के मध्य में ज्ञानी बनना आसान है, और उन्हें मूर्ख बनाना सरल , शिवांश जी क्या बे सिर पैर के तर्क कर रहे हो ईश्वर यदि जल के समान है तो जल तो अशुद्ध एवं शुद्ध दो प्रकार से युक्त होता है शुद्ध जल मनुष्य पीता है और अशुद्ध छोड़ देता है तो जरा ये बताओ ईश्वर परमार्थ में क्या अशुद्ध है जो व्यवहार में शुद्ध हो गया ?
Tera nirakar lula langda gunga behra apahich hain na dekh sakta na kisi ki sun sakta na kisi ka kalyan kar sakta hain jiska hona na hona ek Barbar hain samjha nirakar akarta hota hain jaise gunga boal nahi sakta behra sun nahi sakta waise hi nirakar kuch kar ho nahi sakta agar nirakar kuch kare to wo nirakar kaha raha sakar na ho gaya aise hi kahke shivji ke avatar adishankracharya ji ne nirakar ko tyaag sakar bhagwan ki sharan li charo dhaam mein murti sthapna ki apni maa ko updesh diya bina haribhakti ke mann tak suddh na hoga moksha Pana dur ki baat hain aur apne bhakto se kaha bhaj Govindam
Isko mene ek debate mein har jagah se bahut buri tarah haraya ek bhi proof references nahi hain iske paas puri tarah se brain washed hain arya namajio dwara unki andhbhakt hain
Kaahe ka Mahrishi.. wo to Rishi Tak nahi hai. Rishi ka arth hota hai मंत्र दृष्टा । दयानंद ने कब ध्यान किया??? गहरे ध्यान में उतर कर कौन सा मंत्र दयानंद ने खोजा ???
Shivansh Bhai ,ek aise hi Rampal ke Kisi acche chele ko betha kar ya Rampal ko hi aise Aage betha kar uski pol khulo ,Rampal to jail me he ye sayad hi sambhav ho par Avi Jo inke chele asramo ke adhikari bane Bethe he ,unko hi aise samne betha kar unki pol khulo
Veda aur upansihad ka nichod Gita ji hain aur bilkul bhagwad Gita to Bhagwan Krishna ne Dwapar mein diya kintu Veda apaurshay hain lekin Gita mein jo gyan hain wo to apaurushay hi hain.
अलंकार समाज के साथ शास्त्रार्थ का एक दृश्य :
वैदिक धर्मी : श्रीमद्भागवत पुराण में लिखा है कि ...
अलंकार समाजी : हम पुराणों को नही मानते मिलावटी हैं ।
वैदिक धर्मी : नारद पांचरात्र में लिखा है कि ...
अलंकार समाजी : ये क्या होता है ? ये तो पहली बार सुना , ये मिलावटी है ।
वैदिक धर्मी : रुद्रयामल तंत्र में लिखा है कि ...
अलंकार समाजी : ये मिलावटी है ।
वैदिक धर्मी : विष्णुयामलतंत्र में लिखा है कि ....
अलंकार समाजी : ये मिलावटी है ।
वैदिक धर्मी : सम्मोहन तंत्र में लिखा है कि .....
अलंकार समाजी : ये मिलावटी है ।
वैदिक धर्मी : अध्यात्म रामायण में लिखा है कि ....
अलंकार समाजी : हम अध्यात्म रामायण को नही मानते ये मिलावटी है ।
वैदिक धर्मी : आनंद रामायण में लिखा है कि ....
अलंकार समाजी : हम आनंद रामायण को नही मानते ये मिलावटी है ।
वैदिक धर्मी : कौशिक रामायण में लिखा है कि ...
अलंकार समाजी : ये मिलावटी है ।
वैदिक धर्मी : श्रीरामचरितमानस में लिखा है कि .....
अलंकार समाजी : इसको हम नही मानते ये वेद विरुद्ध है ।
वैदिक धर्मी : योगवशिष्ठ में लिखा है कि ...
अलंकार समाजी : ये सब रामायण मिलावटी हैं , हम केवल वाल्मीकि रामायण को मानते हैं ...
वैदिक धर्मी : वाल्मीकि रामायण में लिखा है कि .....
अलंकार समाजी : वाल्मीकि रामायण में भी मिलावट हुई है , ये पूर्ण प्रामाणिक नही है ।
वैदिक धर्मी : अगस्त संहिता में लिखा है कि ....
अलंकार समाजी : ये मिलावटी है ।
वैदिक धर्मी : गर्ग संहिता में लिखा है कि ...
अलंकार समाजी : ये मिलावटी है ।
वैदिक धर्मी : शिव संहिता में लिखा है कि ....
अलंकार समाजी : ये मिलावटी है ।
वैदिक धर्मी : मनुस्मृति में लिखा है कि ....
अलंकार समाजी : मनुस्मृति में पंडो ने मिलावट कर दी ।।
वैदिक धर्मी : विष्णु स्मृति में लिखा है कि ...
अलंकार समाजी : ये मिलावटी है ।
वैदिक धर्मी : गौतम स्मृति में लिखा है कि ......
अलंकार समाजी : ये मिलावटी है ।
वैदिक धर्मी : याज्ञवल्क्य स्मृति में लिखा है कि ....
अलंकार समाजी : ये मिलावटी है ।
वैदिक धर्मी : स्कंदोपनिषद में लिखा है कि ...
अलंकार समाजी : ये मिलावटी है ।
वैदिक धर्मी : रामतापनियुपनिषद में लिखा है कि ....
अलंकार समाजी : ये मिलावटी है ।
वैदिक धर्मी : सीतोपनिषद में लिखा है कि ......
अलंकार समाजी : ये मिलावटी है ।
वैदिक धर्मी : राधिकोपनिषद में लिखा है कि ....
अलंकार समाजी : ये मिलावटी है ।
वैदिक धर्मी : छन्दोग्यउपनिषद में लिखा है कि .....
अलंकार समाजी : इसका अर्थ तुम लोगो ने गलत कर दिया ।
वैदिक धर्मी : बृहदारण्यक उपनिषद में लिखा है कि ....
अलंकार समाजी : इसका अर्थ तुम लोगो ने गलत कर दिया ।
वैदिक धर्मी : शतपथ ब्राह्मण , गोपथ ब्राह्मण , ताण्डय ब्राह्मण , ऐतरेय ब्राह्मण , आदि ब्राह्मण ग्रंथो में लिखा है कि ....
अलंकार समाजी : ब्राह्मण ग्रंथो को हम वेद नही मानते ।
वैदिक धर्मी : ऋग्वेद में लिखा है कि ....
अलंकार समाजी : इसका सब ने गलत अर्थ किया है ।
वैदिक धर्मी : शुक्ल यजुर्वेद में लिखा है कि ....
अलंकार समाजी : इसका भी सब ने गलत अर्थ किया है ।
वैदिक धर्मी : सामवेद में लिखा है कि ..
अलंकार समाजी : इसका भी सब ने गलत अर्थ किया है ।
वैदिक धर्मी : अथर्ववेद में लिखा है कि .....
अलंकार समाजी : इसका भी गलत अर्थ हुआ है और अथर्ववेद का कुंताप सूत्त भी मिलावटी है ।
वैदिक धर्मी : कृष्ण यजुर्वेद में लिखा है कि ....
अलंकार समाजी : कृष्ण यजुर्वेद में मिलावट हो चुकी है ।
वैदिक धर्मी : (अपने पुत्र को आवाज लगाते हुए ......बेटा जरा एक डंडा लाना तो ...)
अलंकार समाजी : भागो ....भागो ...नही तो आज हड्डी टूट जाएगी ।
अलंकार समाजी घर आकर सबको कहता है .....देखा मैंने सारे आक्षेपो का खंडन कर दिया ।।
पौराणिकों को शास्त्रार्थ में हरा दिया ।।
जय हो अलंकार समाज
आनंद कंद ऋषि दयानंद की जय ।।
वेद की ज्योति जलती रहे ।
अलंकार समाज अमर रहे ।।
😂😂
😂👌👌👌👌🙏🙏🙏
यह सही लिखा है भाई मजा आ गया पहली बार किसी कमेंट में इतना मजा आया,, ये नियोग समाजी बिल्कुल ऐसे ही होते है😂😂😂😂😂😂
😂😂😂🤣🤣🤣
बहुत सही कही 😂😂😂😂
37:40 परमार्थ- व्यवहार के प्रमाण विवेकचूडामणि आदि शंकराचार्य द्वारा
Jagat guru sankracharya ki jai ho !! Shivansh ji sanatan dharam ka udhaye nischit hai. Aap bahut acha kaam kr rahe ho. Dharam ki jai ho !!
नमः पार्वती पतये हर हर महादेव ❤🙏🕉
बहुत सुंदर भैया जी आप जो समझते हो ना वह दिमाग में गुस्सा चला जाता है अति सुंदर जय हो जगत गुरु शंकराचार्य भगवान की जय🙏
जय श्री राम
जय गौमाता की
परम् पूज्य गुरुदेव पुरी शंकराचार्य भगवान की जय हो
40:52 स्वामी श्रीशंकराचार्यरचित 'मणिरत्नमाला' जो लोग बोलते हैं कि शंकराचार्य जी अवतार और कृष्ण भगवान को नहीं मानते थे उनके लियें प्रमाण
शिवांश जी आप सचमुच शिव के अंश है 🙏 इतने कम आयु में इतना अगाध ज्ञान...🙏💐🚩
शंकराचायॅ भगवान और परम्परा की जय 🎉
जय श्री राम, हर हर महादेव 🙏🌸
जय श्रीसीताराम , जय श्रीराधाकृष्ण , नमः पार्वती पतये हर हर महादेव ।। 🙏🙏🙏
🙏@@धर्म-अधर्म
Ajay ARYA per iski video Dekho
39:33 तुम्हारी ये दो आकृतियां अर्थात मूर्ति सच्चिदानंदाद्वितीय ब्रह्मरूपा हैं
श्वेताश्वतरोपनिषद श्रीशंकराचार्य 3.5
सभी सनातनी को संपूर्ण हृदय से सनातन शास्त्र पढ़ना चाहिए। अन्यथा आने वाले कुछ समय में बहुत ही बुरा हालात होने वाला है ।
वाह 👏👏👏शंकराचार्य जी की ज्ञान आर्य समाज के पास कैसे आया।यह आर्य समाज को ईश्वर ने wifi से दे दिया।
Unka iswar toh yeh bhi nahi kar sakta😂😂😂
Kyuki wo vyahvaar mai nahi aa sakta
Inka iswar idhar bhi badhit hi hai😂😂😂
जैसे जैनियों का ज्ञान शंकराचार्य जी के पास आया था😅
@@sushilarya1424 proof?
@@deadster1254 क्या शंकराचार्य जी के पास जैनियों का ज्ञान नहीं था
परापूजा के अन्त मैं भी भगवान श्री आदि शंकराचार्य जी ने पार्वती और शिव जी की वन्दना की है ❤❤ इसलिए परापूजा मैं भी निर्गुण निराकार और सगुण साकार है
निर्गुण क्या होवे है सगुण क्या होवे है। क्या पदार्थ भी गुण रहित होवे है।
@@धर्म्मभक्त 🤡🤣🤣🤣🤣
Jay Shri Krishna Jay Ho bhaiya aapki
वह सर्वव्यापक सर्वत्र पूर्ण है इसलिये जिस स्थान पर आवश्यकता हो वहाँ रचना करता है
धर्म की जय हो,
अधर्म का नाश हो,
प्राणियों में सद्भावना हो,
विश्व का कल्याण हो,
गौमाता की जय हो,
गौहत्या बंद हो,
भारत: अखंड हो,
भारत: हिन्दूराष्ट्र हो,
हर हिन्दू सेना हो,
हर हिन्दू सनातनी हो,
सैन्य प्रशिक्षण हर हिन्दू ले,
सवा घंटा भजन हर हिन्दू करे,
सर्वभूतहृदय यतिचक्र चूड़ामणि अनन्तश्री विभूषित अभिनव शङ्कर धर्मसम्राट स्वामी श्री करपात्री जी महाभाग की जय🌺
परम् पूज्य गुरुदेव श्री गोवर्धन मठ पुरी पीठाधीश्वर श्रीमद् जगद्गुरु शङ्कराचार्य भगवान की जय🌺
🌺नमः पार्वती पतये हर हर महादेव🙌🏻
अहवान जी आपका चैनल बहुत कम समय में बहुत तेजी से बढ़ रहा है आप धर्म की सही सही व्याख्या करते है इसलिए हिंदू आपसे जुड़ता जा रहा है और पाखंडी बिलबिला रहे है उन्हें बिलबिलाने दो आप अपना कार्य ऐसे ही ऊर्जा के साथ निरंतर करते रहे है
अजन्मा का अर्थ है जो शरीर रूप में जन्म नही लेता । इसलिए ईश्वर अजन्मा है , आत्मा अजन्मा नही है। ईश्वर सब जगह है , आत्मा के अंदर भी है , लेकिन ईश्वर और आत्मा अलग अलग सत्ता है, ईश्वर का वेद ज्ञान नित्य है लेकिन आत्मा में ज्ञान का गुण नित्य नही है। पहले नही था बाद में प्रयास करने से आ गया। एक ही जगह पर दो वस्तुएँ होने से समान नही हो जाती।
जय श्री राम
द्विवेदी जी आप एक धर्मनिष्ठ व्यक्ति है आपका काम हिंदू धर्म के लिए बहुत सराहनीय है आपके सारे वीडियो को मैं ध्यान से सुनता हूं। मैं एक बात की और आपका ध्यान दिलाना चाहूंगा कि आप अपने कई वीडियो में बार बार त्रिया चरित्र - त्रिया चरित्र कहते हैं। इससे ऐसा आभास प्राप्त होता है कि आप अधिकांश स्त्रियों को स्वभावत: दुराचारिनि मानते हैं। जबकि वैदिक वांगमय में पुराणों आदि का अध्ययन करने पर ऐसा नहीं प्रतीत होता। उपनिषद का वाक्य है जिसमें राजा ऋषि को अपने राज्य में रुकने के लिए कहता है और कहता है कि "मेरे राज्य में कोई भी पुरुष व्यभिचारी नहीं है तो स्त्री व्यभिचारिणी तो हो ही नहीं सकती।"कृपया आप इस पर ध्यान दें। सनातन धर्म में स्त्री का पवित्र और ऊंचा स्थान है। 🙏🏻
कामना करने का विधान तो शास्त्रों में सर्वत्र है। छांदोग्य उपनिषद में तो दुसरों के लिए कामना करने वाले उद्गीथ उपासक ऋषियों का वर्णन है जो दुसरों के लिए ईश्वर से कामना करते थे।
भईया ये जो बाबा है इन्होंने तो यह भी कहा है शंकराचार्य जी ने वेदों पर भाष्य नही लिखा इसलिए उन्होंने वेद नही पढ़ा।😅😂
किस जगह पर कहा है
Agar kisi bhi Rampal ke chele me dum hai to aa jaye mere saath Bhagavad Gita ke upar debate karne ke liye. It's an open challenge.
Edit :- Shivansh Bhaiya, ho sakte to mere iss comment ko please pin kar dijiye.
Aapane sahi kaha
किसी सिख से कह के दिखाओ कि उनका गुरु गुरुनानक , गुरुगोविंद सिंह
भगवान नही है , 2 मिनट जब होंगी , तुम्हारा शीश धड़ से अलग हो गया होगा ।
आज अगर तेग बहादुर और उनके गुरु ना होते , तुम सब लोगो की सुन्नत हो गई होती किसी मस्जिद में नमाज पड़ रहे होते ।।
गुरु ग्रंथ साहिब मे कबीर स्वयम को भगवान् राम का kutta बताते है:- 🛑🛑कबीर कुत्ता राम का, मुतिया मेरा नाउ गले में राम की जेवड़ी, जित खिचे तित जाऊं🛑🛑🛑
में शंकर संप्रदाय और आर्य समाज दोनों का सम्मान करता हूं। भारत की स्वतन्त्रता आंदोलन में सबसे बड़ा योगदान आर्य समाज का है जो कोइ भुला नहीं सकता 😊
भैया आपके विषयों की सूची में क्या जीव, ब्रह्म और आत्मा क्या है और अंतर क्या है ? ये विषय है अगर नहीं है तो कृपया जोड़ें @Ahvaan
Dhanyawad 🙏
देहविशिष्ट आत्मा को ही जीव बोलते है ।
@@user98031theek h pr jaise us Yash ne banaya tha shastra reference or tark ke saath bhi vaise hi bhaiya ek video bana dete toh acha hoga
@@irockleeClass join karo ahvaan ki
@@deadster1254 ok
जय हो भैया
आज तो इन लोगो ने आदि शंकराचार्य जी को कुछ अंशों में माना है , धैर्य रखिए कल ये आदि शंकराचार्य जी को पूर्णत अपनाएंगे और उन्हें अपना गुरु स्वीकार करेंगे । और फिर भविष्य में यही कुर्तेश बाकी सब शंकराचार्यों की भी जय बोलेगा । धर्म के साथ जुड़ेगा। ये सब अपने आप जुड़ेंगे हमे जोड़ने की जरूरत ही नही है। इनको स्वयं को उत्तर नही मिलते तो आदि शंकर की चरण में ही आना होता है।😂😂
जय वेद जय 🕉️
वेद आधारित पुराणिक बातें मान्य है
राजीव दीक्षित जी की फोटो लगाकर अपनी दिशाहीन विचारधारा को मत फैलाओ
@@gM_8TgCb7J_mq5Z क्या गलत बोला क्? या वेद के बिरुद्ध भि चल सक्ते है ?
आप मानते हैं या नहीं कि वेद ईश्वरीय वाणी है वेद वैज्ञानिक है मैंने तो यह कहा कि वेद विरुद्ध जो भी पौराणिक बातें हैं वे सभी काल्पनिक हैं
@@आर्यावर्तSanatanVedicभारतपुराण संपूर्ण मान्य है
@@आर्यावर्तSanatanVedicभारततू भी काल्पनिक है
Har Har Mahadev 🙏🔱
जय श्री राम शिवआंश भाई 🙏🙏
Jai shree ram❤❤
🌺हर हर शङ्कर, जय जय शङ्कर🌺
Wah bhaiya ❤❤❤❤❤
कभी पेरियार पर भी चर्चा कर लिया करो वह तो तुम्हारा खूब गुणगान करते हैं
Har har mahadev bhaiyaa 🙏🙏🙏bhaiyaa mujhe nischalanand ji ka jivan parichay ke bare me vistar se bataiye... Or unse dikhsa kaise mil skti hai.. Plz ye bhi bataye.. Me ek shiv upasak hu 🙏🙏
👍👍👍👍👍👍
अलंकार समाज अब क्या झूठ बोले शंकराचार्य के सिद्धांत का विरोध करने के लिए😅
Kya prove kar liya aisa?
@@jyotiswaroop9436 क्या prove करना बाकी रह गया बताना अलंकारी भाई😂
@@ShriShankaracharya-eq5bx ishwar avtar lene se pehle kahan tha
@@jyotiswaroop9436 ab kha hai
@@पाखंड_का_खंडन ye to avtaarvad vale hi bata sakte hei. Unko pata hona chahiye ki last avtar ke baad ishwar kahan gaya
Sastra me to barmh ke liye likha bramh birat se birat hai aur sukshma se sukshma bhi hai..
Yeh bhi to opposite quality hai arya samaji kya kahenge.. 😂😂😂
आधे ज्ञानी अपना ज्ञान बड़ा
Dayanand sarswati koi awtaar nahi hai. Agar pramatin guru shishya parmpra se nahi hai to rishi vi manya nahi.
अगर ये स्वीकार कर लेंगे तो इनकी दुकान बंद हो जाएगी
@@rajivbhalavi1864 हमने तो सब कुछ स्वीकार किया है न हम कहां अवतार को मन करते हैं
Kon tha vo TH-camr?
आपका कार्य श्लाघ्नीय है
Arya samaji bachane ke liye kisi chiz ka definition hi badal dete hai ek udharan deta hu..
Ek admi aapni 5 kilo sona bachne ke liye kisi sonar ke dukan me jata aur sonar ko 5 kilo koyla dekar kaheta mein bechna chahata hu gold.
Tab dukan daar kaheta hai yeh to gold nhi.
Tab bachne wala kaheta hai yehi gold hai.
Gold matlab jo kala hai jisko jala kara energy utpan kiya jata.
Isliye muje gold ke hisab se price do.😂🤣
8:04 Konsa Parlok ? Yeh Parlok mante kya ..
Inka
Dharm arth kaam moksh mai moksh hi nahi hai
@@deadster1254 धर्म , अर्थ , काम भी कहा है इनका 🤣 ।
16k subs guys 🔥☝️🚩
वो इस बात को अंत में कह ही चुके थे। कि हम अपने हिसाब से करेंगे। आप तर्क ओर शास्त्र से नहीं
Bhaiya jab paramatama sarvvyapak hai toh kya weh atma ke andar hai (traitavad ke anusar). Atma aur paramatama ek jagah kaise ho sakta hai, aur yadi ek jagah hai toh dono alag kaise huye? Toh phir woh toh ek huye na dayanand saraswati ne atma aur paramatama dono ko vishnu kaha hai aur dono sukshm se bhi sukshm hai
Pls reply
Pls reply
राधा कृष्ण
Arya samaji bhagwan ke liye vi niyam bnate hai. Yaar bhagwan ko to chod do. Bhagwan apni leela aap se pooch kr to krege nahi.
Kon tha wo youtuber ??
शास्त्रार्थ करो शास्त्रार्थ😂
tum log live me aate kyu nhi
Good Joke . 😂😂😂
Waah re kis se khud se kare kya koi aata hi nhi anarya samji 😂😂😂 phale thoda padho fir aana ok
Agle live mai aa jana
😂😂😂
Dekhte hai kitna aata hai tumko shastrath karna😂😂
@@deadster1254 ye dekho aur ek Andhbhakt
Shivansh bhai ye alankari Samaj wala video kaha hai?
भाई जी आप किसी अच्छे डा. को दिखाओ
अच्छे डाक्टर से आप दिखाओ ..............अरे इतने प्रमाण दियें फिर भी रो रहे हो भाई
राममंदिर पर जैसे प्रमाण दिखाने के बाद भी मुस्लिम रोते रहते वैसी हालत आप लोगो की हैं
@@NaveenSharma-gq9qj ye apni hi bato ko khud kat deta h jb iska iswar sukh dukh se alag h to phir सर्वशक्तिमान kasa
@@NaveenSharma-gq9qj aapka avtari bhagwan rota bhi h dukhi bhi hota h mar bhi sakta h kuch bhi हो sakta h bure karm bhi kar sakta h jay हो bhai
@@sumitrarya471 लगता है वीडियों देखते नहीं आप जैसो कई आएँ इस तरह के प्रशन ले कर शिवांश जी ने सबका उत्तर दिया हैं
लाईव आया करें चर्चा के लियें समझे क्या भाई
बंधन में नहीं हैं मतलब आप लोग मोहर लगा देते हो बंधन की ...........इसका जवाब कई बार दिया हैं जा कर वीडियों देखो
@@sumitrarya471 सर्वशक्तिमान का अर्थ क्या हैं जो कुछ भी कर सके समझे
आप राहुल आर्य के साथ शास्त्रार्थ कब करेंगे,, वो डंके की चोट पर व्यर्थ का प्रलाप करते रहते है ,, कृपया उनकी हर वीडियो का ज़वाब उनको दिजिए
भाई तुम्हारे ग्यान में मजे नहीं आया 🤔🤔🤔🙏🤔
iskcon brahmachari ke interview wla video banao aap tab log kuch shamjhega ki advaita sreshth he ❤
वेद पहले आए या गीता कृपा बताये
Gyan Anadi hai , Time Relation se Gyan ko Compare mat kro
Ved mein 20 hajar Richaye sakar bhagwan ki hain rig ved 1 156 2 vishnu ji is most ancient self born and creator of all rig ved 7 th mandal 156 sukt 100.sukt padh unhi bhagwan vishnu ne indra ki sahyta kar vrat asur ka vadh kiya
Clearly Vedas were there much before Bhagwat Gita.
Sri Krishna has included many things from different Upanishads especially immortality of Soul/ Atman.
Ved puran ek sat aye Hai
Vyas ji ne
Uska bahut sare bagoo ma vibhajit kar diya
Ved पहले aaye hi nahi hai
Ved anadi kaal se hai
aapke hisaab se ved kisne banaye
प्रकृति, सृष्टि जो है ओ किसने बनाई है इसका आप ने जवाब दिया है तो मैं आप जो बोलोगे ओ करूंगा..........कोई भी यहां बताओ कि प्रकृति किसने बनाई है जो मूल रूप प्रकृति है ओ बताओ
पुरुषतत्त्व ही कारण हैं ।।
@@धर्म-अधर्म 🤦
@SatyaItihas 💀
Prakriti bramh ka sakti hai jisko maya sakti kaha jata hai..
Wo bhi bramhroopi hi hai..
Bramh se alag nhi..
Jo hai ek bramh hi hai.. dusra koi nhi.
To Prakriti ko kisi ne nhi banaya.
@LordDajjal432 prakruti bramh nahi hai
Live video liya kr vha jaake edit kyo krta hai
Gadha samaj
आपके अनुसार ईश्वर को जन्म क्यों लेना पढ़ता है। कृपया ईश्वर के गुणों के बारे में बताएँ।
Uhi bina koi abshakta ke janm leta hai..
@LordDajjal432 प्रयोजनम् अनुद्दिश्य न मन्दोऽपि प्रवर्तते। इस श्लोक से ही समझ लेना।
Bhai aapka number milega ek sat saheb ke pagal hai
मैं यहां कमेंट क्यों किया ताकि तुम हमसे दूर चले😂
Kon tha vo TH-camr??
You take training from a competent person to understand Bhagawat Gita. You are totally confused and trying to confuse others. Stop spreading your wrong understanding.
Sun tere Guru ko Gyan nahin hai tu kya gyan tu kya gyan sunayga tu bus gane ga sakta hai aur tere bus ki kuchh jab tere se koi Gyani baithata hai to tu bakwas karne lag jata hai ulti Sidhi baten karta hai tere bus ki Gyan charcha karni
Samaji janm se hi pagal hote hain😅
Pita nhi janta dada ka janm bhai
अपने मूल स्वरूप में था , किस जगह था ये तो अवतरित होने वाले ईश्वर पर लागू होगा
किसने पुरी पीठ पर माथा टेका किसने क्षमा मांगी,, एक नंबर का झूठा व्यक्ति है भाई तू कुछ भी बोलता है
जब बात ना पता हो तो बोला ना करें
श्री शंकराचार्य मठ श्री शारदापीठम् में जा कर माफि माँग कर आया हैं ................
गालियाँ दी थी उसने खुब गालियाँबाज से सावधान
@@NaveenSharma-gq9qj क्या कुछ प्रमाण है इस बात का या बस हवा हवाई
@@ब्रह्मविद्या-ब6त are bhai usi ne post kiya tha
@@NaveenSharma-gq9qj kahna yutube ya facebook instagram kahan pe
@@ब्रह्मविद्या-ब6त अरे भाई जा कर उससे पुछो ना उसने अपने टेलिग्राम पर डाला था खुद उसने
तभी तो नया चैनल खोला हैं
यह पूरी तरह कंफ्यूज है।
दुऱ बैठ कर कुछ भी बोलो लाईव आएँ आप लोग
Aap kitna kuch kah lo bhayi
Tatwa darsi to rampal ji maharaj hi hai
ईश्वर यदि सब कुछ कर सकता है तो क्या ऎसा पत्थर वो बना सकता है जिसे वो स्वयं न उठा सके?
दूसरे यदि ईश्वर सब कुछ कर सकता है तो क्या ईश्वर अपनी सीमा से हमें बाहर निकाल सकता है ??
ji ha vo esa patthar bana sakata h
@@vinay40022 तो फिर वो सर्वशक्तिमान कहां रहा जब उठा नहीं सकता 😃😃
@@sushilarya1424Iswar Ek manusya ke roop mai aisa patthar bana sakta hai
Or fir usi roop mai woh use nahi bhi utha sakta
Simple
Or seema konsi
@@deadster1254 हां जिस रुप में नहीं उठा पाया वो कम से कम उसी रुप में तो सर्वशक्तिमान नहीं रहा , 😀
मन में ईश्वर है पर मन ईश्वर नहीं है , ये कौन समझाये आपको,
ईश्वर सदा एक सा रहता है उसका व्यवहार में आना कैसे घट सकता है ?
और व्यवहार में आना घटाया भी तो उसका स्वरुप ही परिवर्तित कर दिया एक बिना आंख के देखता था अब व्यवहार में आंख से देखता है,
जनकि व्यवहार का अर्थ उसे ठीक वैसे ही स्वरुप में जाना गया ऎसा होगा ज्ञान से
@@sushilarya1424 ye in logo ko samajh nahi aa sakta
@@jyotiswaroop9436 कैसे आ जायेगा गुरु परम्परा एक नहीं है न
Ek hi hai
Apki guru parampara kaha hai bhai
1000 saal pehle ke guru batao@@sushilarya1424
Kamse ka. 200 saal pehle ke guru ka naam hi bata do
@@deadster1254 २०० साल पहले हम अपने दादा- परदादा का नाम नहीं बतला सकते , तो अन्य का क्या बतला पायेंगे ?
चलो आप बता दो कि जो तीन परम्परायें हैं शैव,शाक्त,वैष्णव इनमें से इनका एक ही गुरु कौन सा थे, और उनके पश्चात् तीन प्रकार के मत क्यों बने?
और तीनों में से श्रेष्ठ कौन है, सही कौन है?
दूसरे वेदवती वेदों की ज्ञाता थी उनके गुरु का नाम बताओ,
अभी और दर्शन की गहराइओं में जाइये, जीव स्वरूप से अजन्मा हैं परन्तु कर्म के बंधन से प्रभावित होकर प्रकृति के साथ बंधता हैं।
अब आपका ईश्वर भी कर्म से प्रभावित होता हो तो ऐसा स्थूल दर्शन आप अपने पास रखिये,
किसी वैदिक दर्शन में ईश्वर को कर्म से प्रभावित होने को कहा हैं, जन्म की प्रवृत्ति कर्म ही है
Bhagwan gita mai kehte hai mai karm karte hue bhi unse lipt
Prabhavit nahi hota
Kyuki bhagwan ke liye ye satya nahi hai
Par jeev swaroop se ajanma hai
Toh kya
Uska moksh possible hai ki nahi
@@deadster1254 tyo oh manuShya hai ishwar nahi yasahi samajjana chahiye
Bhai tu to pagal bilkul hai
भगवान किस नियम के बाहर है
Bhayi diwas ji aapko har chij ka jwab mil jayega rampal maharaj ke saran me chale jaw
Karya samaji vaishnav hi hai, kyo ki "alankarah priyo vishnu " 😆
अज्ञानियो के मध्य में ज्ञानी बनना आसान है, और उन्हें मूर्ख बनाना सरल , शिवांश जी क्या बे सिर पैर के तर्क कर रहे हो ईश्वर यदि जल के समान है तो जल तो अशुद्ध एवं शुद्ध दो प्रकार से युक्त होता है शुद्ध जल मनुष्य पीता है और अशुद्ध छोड़ देता है तो जरा ये बताओ ईश्वर परमार्थ में क्या अशुद्ध है जो व्यवहार में शुद्ध हो गया ?
Agar unhone galat bola hai to yaha video banane se kuchh nhi hoga jakar unse debate karo
वह सबसे पहले क्षमा माँगे ।।
Sabhi tark tumhare chhote bachhe ke jaise hai🤦😅😅
Tera nirakar lula langda gunga behra apahich hain na dekh sakta na kisi ki sun sakta na kisi ka kalyan kar sakta hain jiska hona na hona ek Barbar hain samjha nirakar akarta hota hain jaise gunga boal nahi sakta behra sun nahi sakta waise hi nirakar kuch kar ho nahi sakta agar nirakar kuch kare to wo nirakar kaha raha sakar na ho gaya aise hi kahke shivji ke avatar adishankracharya ji ne nirakar ko tyaag sakar bhagwan ki sharan li charo dhaam mein murti sthapna ki apni maa ko updesh diya bina haribhakti ke mann tak suddh na hoga moksha Pana dur ki baat hain aur apne bhakto se kaha bhaj Govindam
@@underworldevolution4321 aap khud hi apne bhasha se apke charitra ka andaza laga lo😅😅😆😆
Aaiye form bhairye aur hamre chote bachho jaise tarko ko kahndit kar dijye aapke diggaj to na kar paae
Haa bas dayanand ke hi h bade jaise kyo 😂😂
@@Ekatva-c3j😂😂😂
यह केवल त्रिलोकी नाथ की बात कर रहे हैं इसके आगे कुछ जानते ही नहीं
tum log to sab kuch jante ho , kya ye nahi jante tumhare guru kisliye jail ki roti kha rahe hai.
Last time jail dhaam kab gaye the sunaa hain daal band ho gayi haain sirf paani mil rha hain.
Maharishi Dayanand ji ki jai 🙌🏻❤️
😂😂
Ye konsa Rishi hai😮😮😂
Isko mene ek debate mein har jagah se bahut buri tarah haraya ek bhi proof references nahi hain iske paas puri tarah se brain washed hain arya namajio dwara unki andhbhakt hain
Kaahe ka Mahrishi.. wo to Rishi Tak nahi hai.
Rishi ka arth hota hai मंत्र दृष्टा । दयानंद ने कब ध्यान किया???
गहरे ध्यान में उतर कर कौन सा मंत्र दयानंद ने खोजा
???
Don't call him Mahrishi he was as human as you are Swami Dayanand ji tk theek hain nhi to arthdrasta boliye
*_@Soham_* ??
🙋
@@tattvamashi See My
*Community
*Post
Who was Shiva ?
Avtaar lene se pehle ishwar kahan tha
Jaha avatar lene se pehle hota hai whi avatar lene ke baad bhi hota hai ..
Ishwar hamare andar hi hai bus hamen use pahchana hai aur uske liye Guru chahie
@@rajendra9314 ishwar hamhi hai bass mayaroopi chadar ko hatana hai... Apni bhakti aur Gyan se.. ishwar ke saakar roop ki madad se
वाह ! क्या प्रश्न हैं ।। 🤡🤡🤡😂😂😂🤣🤣🤣
@@DzienrRarthaat jahan avatar liya vahan pehle ishwar nahi tha?
Shivansh Bhai ,ek aise hi Rampal ke Kisi acche chele ko betha kar ya Rampal ko hi aise Aage betha kar uski pol khulo ,Rampal to jail me he ye sayad hi sambhav ho par Avi Jo inke chele asramo ke adhikari bane Bethe he ,unko hi aise samne betha kar unki pol khulo
Shivansh Bhai hum apno me ulajh ke rah gaye,aur vidharmiyo ko iska fayda Huwa,unko muka mil gaya sanatan ke uper katakachya Karne ka,
Bhai shivansh bhaiya yahi to kam kar rahe shivansh bhaiya ek sarvbhom siddhant ka pratipadan kar rahe he❤
Kuch katha wachako ke Karan hi vidharmi log sanatan par ungli utha Rahe he,humare katha wachako ko aise bayano se bachna chahiye
Jai shri ram ❤️
वेद पहले आए या गीता कृपा बताये
Veda aur upansihad ka nichod Gita ji hain aur bilkul bhagwad Gita to Bhagwan Krishna ne Dwapar mein diya kintu Veda apaurshay hain lekin Gita mein jo gyan hain wo to apaurushay hi hain.
वेद पहले आए या गीता कृपा बताये
Uttar de diya h
@@irocklee😂😂😂