अन्नपूर्णा स्तुति | Annapoorna Stotram With Lyrics | 108 Times | Prem Parkash Dubey
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- เผยแพร่เมื่อ 5 ก.พ. 2025
- Singer : Prem Parkash Dubey
Copyright - Shubham Audio Video
#mantra #dhanteras #spritual #dhandaulat
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अन्नपूर्णा माताय नमः 🙏🙏🌹तुम्हारा आशीर्वाद मुझ पर सदा बना रहे
He annapurna mata mi tula ek magane magate mazya parivaar la nonveg pasun dur thev. Tuzi seva mazya hatun hou de. An Tu charanashi mala jodun thev. Tuzi krupa asude. Tula koti koti pranam.
Jai Maa Annapurna
Jai Maa Annpurna
Jay mata annapurna koti naman
Maa anpurna ki jai...maa hamare ghar mein dudh,our baki rashion ki buhat Kami rehti hai barkat nhi hai hamare rasoi Ghar mein kirpa kro maa dhanya luxmi ji...maa dhana luxmi ji....
🙏🙏🌹 Jay mata Annapurna ki Jay 🙏🙏🌹 Annapurna Mata ji ko sader koti koti pranam 🤚🤚🍌🥯🥞🍩🧁🎂🥥 Jay Mata shree parwati ji baba bholenath ki Jai 🤚🤚🍇🍍🍎🍲🥭🍏🍈🍅🍿🍞🥜🍐🥐🍛
श्री गुरुमहाराजकी चरणोमे कोटी कोटी नमस्कार
*MATA SHRI PARVATI KE KAMALVAT CHARANO ME KOTI KOTI NAMAN*
and th-cam.com/video/ENmxP_2wduw/w-d-xo.html
जय मां अन्नपूर्णा मातामेरीबेटीयोको और मेरे बेटोंको और मुझे पाककलामे उत्तीर्ण और अवगत करो
मां सबको रोजी रोटी देना कोई न भूखा रहे मां अन्नपूर्णा माता की जय
Jai maa,,, jai maa,, jai maa❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
જય માં અન્નપૂર્ણા
जय मां अन्नपूर्णा माताजी देश मे और परदेशमे भूखे और प्यासे अनाथ और बंधक और अकाल पीडीत हिंदू भाई बहनोको खाना पानी बरसात करो दिलवा दो
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏माँ अन्नपूर्णा
JAI MATA DI🙏❤
BLESS ME AND MY FAMILY🙏❤
NAVLEEN SARANSH HUMESHA SATH RHA🙏❤
BLESSINGS❤🧿
W
मां अन्नपूर्णा हमारा घर मैं भी धन धन धन्य से भंडार भरो
Jai maa Annapurna 😊
Sankat harne wali ma annpurna aapko koti koti mera pranam 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🌹🌹
🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Maa, hamari, barkat, nahi, ho, rahi, maa, aashirvad, do, men, bahut, paresan, hain, sab, ne, saath, chod, diya, maa, krpaa, karo, Jay, maata, di
Om jai jai shree Maha Gauri om jai shree Maha Laxmi Maata koti pranam 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🙏🌹🌹🙏🙏🙏🌹🙏🙏
Jai Maa anpurne Maa🌺🌺🌺🌺🍌🍌🍎🥥🥥🚩🚩
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻Krupali PritenPratiksha Kashiben Kantibhai punjabhai 🕉️🙏🏻🌹🌹👏🏻👏🏻🔱🔱🔱🔱🔱🔱🔱
आननपुरने सदा पुरन्नाे शंकर पारनवललभे ज्ञान वैराग्य सिद्ध रथं भिक्षां देहीज पारवतीच🙏🌹❤🌹🙏🍎🚩 ं
❤❤❤❤❤❤ॐ अन्नपूर्णा मातायै नमो नम: ❤❤❤❤❤❤
Amme Narayana Devi Narayana Lakshmi Narayana Bhadre Narayana 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🙏🙏 जय मां अन्नपूर्णा मां
जय माता दी
🌹🌹🙏🙏🌹🌹 जय आनपूर्ण मां 🌹🌹
Jai maaa meri jai.pita ji ❤️😍🥰🙏🕉🕉✝️
🙏🏻🌹🕉️👏🏻🔱Krupali PritenPratiksha Kashiben Kantibhai punjabhai 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻🕉️🕉️🔱🔱🔱🔱🔱🔱🔱🔱🔱🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️
🙏🙏Krupali Priten Pratiksha Kashiben Kantibhai Punjabhai 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
आदिशक्ति मां को कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏
Hare Krishna 🙏🙏🙏❤❤❤
अन्नपुर्णा माता कि जय
जय माता दी
JAI ANNAPURNA MAA🙏❤
BLESS ME AND MY FAMILY🙏❤
SARANSH NAVLEEN HUMESHA SATH RAHA FAMILY MANN JAYA SHADDI K LIYA HUMESHA SATH RAHA🙏❤
BLESSINGS❤🧿
ॐ अन्नपुर्णाय देवीयाय नमो नम!
॥ अन्नपूर्णा-कवचम् , शङ्कराचार्य ॥
Part 2 of 2, (Easy To Learn)
॥ मूल माला मन्त्र ॥
ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं नमो भगवति माहेश्वरि
अन्नपूर्णे ! ममाऽभिलषितमन्नं देहि स्वाहा ।
(* ममा-अभिलषितम्-अन्नं )
ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं मन्दार-कल्प-हरि-चन्दन-
पारिजात-मध्ये शशाङ्क-मणि-मण्डित-वेदि-संस्थे ।
अर्धेन्दु-मौलि-सु-ललाट-षड्-अर्ध-नेत्रे भिक्षां प्रदेहि गिरिजे!
क्षुधिताय मह्यं क्लीं श्रीं ह्रीं ऐं ॐ ॥१॥
ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं केयूर-हार-कनक-अङ्गद-कर्णपूरे
काञ्ची-कलाप-मणि-कान्ति-लसद्-दुकूले ।
दुग्धा-ऽन्न (दुग्ध-अन्न )-पात्र-वर-काञ्चन-दर्वि-हस्ते भिक्षां
प्रदेहि गिरिजे! क्षुधिताय मह्यम् ॐ क्लीं श्री ह्रीं ऐं ॐ ॥२॥
ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं आली कदम्ब-परि-सेवित-पार्श्व-भागे
शक्रादिभि(शक्र-आदिभि)-र्मुकुलित-अञ्जलिभिः पुरस्तात् ।
देवि! त्वदीय-चरणौ शरणं प्रपद्ये भिक्षां प्रदेहि गिरिजे!
क्षुधिताय मह्यं ॐ क्लीं श्रीं ह्रीं ऐं ॐ ॥३॥
ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं गन्धर्व-देवऋषि-नारद-कौशिकाऽत्रि-
व्यासा-ऽम्वरीष-कलशोद्भव-कश्यपाद्याः।
( *गन्धर्व-देव-ऋषि-नारद-कौशिक-आत्रि-
-व्यास-अम्वरीष-कलशोद्-भव-कश्यप्-आद्याः। )
भक्त्या स्तुवन्ति निगमा-ऽऽगम (*निगम-आगम)-
सूक्त-मन्त्रै-र्भिक्षा प्रदेहि गिरिजे!
क्षुधिताय मह्यं क्लीं ॐ श्रीं ह्रीं ऐं ॐ ॥४॥
ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं लीला-वचांसि तव देवि!
ऋग्-आदि-वेदाःसृष्ट्य्-आदि-कर्म-रचना भवदीय-चेष्टा ।
त्वत्-तेजसा जगद्-इदं प्रतिभाति नित्यं भिक्षां प्रदेहि गिरिजे!
क्षुधिताय मह्यं क्लीं श्रीं ह्रीं ऐं ॐ ॥५॥
ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं शब्द्-आत्मिके शशिकला-भरणार्ध-देहे
शम्भो-रुर (?शम्भोः-उर)-स्थल-निकेतन-नित्य-वासे ।
दारिद्र्य-दुःख-भय-हारिणि का त्वदन्या भिक्षां प्रदेहि गिरिजे !
क्षुधिताय मह्यं क्लीं श्रीं ऐं ॐ ॥६॥
ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं सन्ध्या-त्रये सकल-भू-सुर-सेव्यमाने
स्वाहा स्वधासि(? स्वधा-असि) पितृ-देव-गणार्ति-हन्त्री ।
जाया सुताः परिजना-अतिथयोऽन्नकामाः(*अतिथयो-अन्न-कामाः)
भिक्षां प्रदेहि गिरिजे! क्षुधिताय मह्यं क्लीं श्रीं ह्रीं ऐं ॐ ॥७॥
ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं सद्-भक्त-कल्प-लतिके भुवनं
कवन्द्-ये भूतेश-हृत्कमल-मग्न-कुचाग्र(* कुच-अग्र)-भृङ्गे ।
कारुण्य-पूर्ण-नयने किम्-उपेक्षसे मां भिक्षां प्रदेहि गिरजे
क्षुधिताय मह्यं क्लीं श्रीं ह्रीं ऐं ॐ ॥८॥
ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं अम्ब! त्वदीय-चरण-अम्बुज-संश्रयेण
ब्रह्मा-आदयो-ऽप्य-विकलां श्रियम्-आश्रयन्ते ।
तस्माद्-अहं तव नतोऽस्मि पद-अरविन्दे
भिक्षां प्रदेहि गिरिजे! क्षुधिताय मह्यं क्लीं श्रीं ह्रीं ऐं ॐ ॥९॥
ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं एकाग्र-मूल-निलयस्य महेश्वरस्य प्राणेश्वरि!
प्रणत-भक्तजनाय शीघ्रम् । कामाक्षि-रक्षित-जगत्-त्रितये-अन्नपूर्णे
भिक्षां प्रदेहि गिरिजे! क्षुधिताय मह्यं क्लीं श्रीं ह्रीं ऐं ॐ ॥१०॥
ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं भक्त्या पठन्ति गिरिजा-दशकं प्रभाते
मोक्षार्थिनो (*मोक्ष-अर्थिनो) बहुजनाः
प्रथितान्न*-कामाः। *?प्रथिता-अन्न
प्रीता महेश-वनिता हिम-शैल-कन्या तेषां ददाति सुतरां
मनसेप्सितानि (*मनस-इप्सितानि ) क्लीं श्रीं ह्रीं ऐं ॐ ॥११॥
इति श्रीशङ्कराचार्यविरचितमन्नपूर्णाकवचं समाप्तम् ।
( इति श्री-शङ्कराचार्य-विरचितम्-अन्नपूर्णा-कवचं समाप्तम् )
To repeat kavach 3/11/21/51/101 - repeat only Main Part .
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Jai annpurna maa sabke bhandar bhar do
Jai Annapurna Di
Ja Ma Anpurne
Anapurana maa ta ki jay
Jai Maa Annpurna Maa💗💖💗
जय मा अन्नपूर्णा
मां अन्नपूर्णा माता की जय हो
Jai maa annpurna maa ki jai
Jai annpurna mata
ॐनमःशिवाय
जयमाँ
अन्नपूर्णा माता की जय 🌹🙏🙏
॥ अन्नपूर्णा-कवचम् , शङ्कराचार्य ॥
(Easy To Learn)
Part 1 of 2
द्वात्रिंशद्वर्णमन्त्रोऽयं* शङ्कर-प्रति-भाषितः।
*द्वात्रिंशद्-वर्ण-मन्त्रो-अयं (३२-अक्षर मन्त्र)
अन्नपूर्णा महाविद्या सर्वमन्त्रोत्तमोत्तमा* ॥१॥
*सर्व-मन्त्र-उत्तम-उत्तमा
पूर्वमुत्तरमुच्चार्य सम्पुटीकरणमुत्तमम् ।
(*पूर्वम्-उत्तरम्-उच्चार्य, सम्पुटी-करणम्-उत्तमम्।)
स्तोत्र-मन्त्रस्य ऋषि-र्ब्रह्मा छन्दो त्रिष्टुब्*-उदाहृतः॥२॥ *त्रिष्टुप्
देवता अन्नपूर्णा च ह्रीं बीजम्-अम्बिका स्मृता ।
स्वाहा शक्तिर्-इति ज्ञेयं, भगवति कीलकं मतम् ॥३॥
धर्माऽर्थ*-काम-मोक्ष्-एषु विनियोग उदाहृतः। *धर्म-अर्थ
ॐ ह्रीं भगवति माहेश्वरि अन्नपूर्णायै स्वाहा ।
सप्तार्णव-मनुष्याणां जप-मन्त्रः समाहितः॥४॥
अन्नपूर्णे इमं मन्त्रं, मनु-सप्त-दश-अक्षरम् ।
सर्व सम्पत्-प्रदो नित्यं सर्व-विश्वकरी तथा ॥५॥
भुवनेश्वरि-इति विख्याता सर्वाऽभीष्टं* प्रयच्छति । *सर्व-अभीष्टं
हृल्लेखेयमिति ज्ञेयमोङ्काराक्षररूपिणी ॥६॥
(*हृल्लेखेयम्-इति ज्ञेयम्-ओङ्कार-अक्षर-रूपिणी॥६॥)
कान्ति-पुष्टि-धन-आरोग्य यशांसि लभते श्रियम् ।
अस्मिन् मन्त्रे रतो नित्यं वशयेदखिलं* जगत् ॥७॥ *वशयेद्-अखिलं
अङ्गन्यासः-
ॐ अस्य श्री-अन्नपूर्णा-माला-मन्त्रस्य ब्रह्मा
ऋषये नमः शिरसि । ॐ अन्नपूर्णा-देवतायै नमः हृदये ।
ॐ ह्रीं बीजाय नमः नाभौ । ॐ स्वाहा शक्तये नमः पादयोः।
ॐ धर्माऽर्थ*-काम-मोक्षेषु विनियोगाय नमः सर्वाङ्गे । *धर्म-अर्थ
करन्यासः-
ॐ ह्रां अङ्गुष्ठाभ्यां नमः। ॐ ह्रीं तर्जनीभ्यां नमः।
ॐ ह्रँ मध्यमाभ्यां नमः। ॐ ह्रैं अनामिकाभ्यां नमः।
ॐ ह्रीं कनिष्ठिकाभ्यां नमः।
ॐ ह्रः करतल-कर-पृष्ठाभ्यां नमः।
हृदयादिन्यासः ( हृदय्-आदि-न्यासः) -
ॐ ह्रां हृदयाय नमः। ॐ ह्रीं शिरसे स्वाहा ।
ॐ इह(?ह्रूं) शिखायै वषट् । ॐ ह्रैं कवचाय हुम् ।
ॐ ह्रौं नेत्रत्रयाय वौषट् । ॐ ह्रः अस्त्राय फट् ।
॥ ध्यानम् ॥
रक्तां विचित्रवसनां नवचन्द्रचूडां
अन्नप्रदान-निरतां स्तनभारनम्राम् ।
नृत्यन्तमिन्दु सकलाभरणं विलोक्य
हृष्टां भजे भगवतीं भव-दुःख-हन्त्रीम् ।
॥ ध्यानम् (सरल शब्दों में) ॥
रक्तां विचित्र-वसनां नव-चन्द्र-चूडां
अन्न-प्रदान-निरतां स्तन-भार-नम्राम् ।
नृत्यन्तम्-इन्दु सकल्-आभरणं विलोक्य
हृष्टां भजे भगवतीं भव-दुःख-हन्त्रीम् ।
॥ मूल माला मन्त्र ॥
Contd. 2 of 2..
Jai maa annpurna 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 🙏🙏🙏🎉🎉🎉🎉
Annapurna devi mata 🙏🌹
Jai jai om shree saraswati namo 🙏🌹❤🌹🙏🍎🚩
Jai Mata di
Jai anpurna mata ki jai 🙏🙏🌹🌹
जय देवी अन्नपूर्णा 🙏
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🙏आदिशक्ति मां को कोटि-कोटि प्रणाम🙏🙏
Nice song
Jai Maa Annapurna 🙏🙏🙏
Jay man Purna Mata Hai Hamare ghar mein Kripa Karo Man
अनंपुर्णा देवी की बराबरी कोई भी देवी या देवता नही कर सकता
Annpurna Devi barabari koi bhi Devi ya Devta Nahin gana
@@Natverahir4:21 4:23
@@Natverahir4:45 5:31 5:43
@@Natverahir6:20 6:48 s
@@Natverahir9:07 9:08 9:13
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Nice
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Jaiaanprnamata
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जय अन्नपूर्णा माता🙏🙏
मध्येच ऍड कशाला हवी 👎👎
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Jai maa aanpurna ki 🙏🌹
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Jay man Purnima Mera kam and Dhan ke Bhandar Banna Hamare ghar mein kisi chij ki Kami Na Dena man
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Manoj Kumar
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Kichan me kis disha me annapurna mata ki puja karna bataiye
Too good mantra.pronam.
Bahut sundar prastuti. Jai maa Annapurna
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DOG
MAA ANNAPURNA KI JAI HO
Jai mata ji mere jai pita ji mere🙏🥰🕉✝️❤️❤️🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🥰🕉✝️❤️🙏🥰🕉✝️❤️
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જય શ્રી અન્નપૂર્ણા માં
जय जय श्री मां अन्नपूर्णा जी सरकार 🙏😍😍
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MAA ANNAPURNA MAA
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