महाकुम्भ माहात्म्य 2025/आस्था का संगम/ विचारों की भगदड़ से मुक्ति/सन्त महात्मा साधुजन संगम/
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- เผยแพร่เมื่อ 6 ก.พ. 2025
- महाकुम्भ माहात्म्य 2025
“परिदृश्य और प्रसंग “
संदर्भ- वेद, रामकथा, महाभारत, पुराण और लौकिक काव्य
प्रो. राजेश कुमार गर्ग इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्रयागराज
अद्भुत 🙏
अदभुत प्रस्तुति
अद्भुत सराहनीय व्याख्यान गुरू जी
Jai Shree Ram 🙏...Naman hai aapke gyan aur aap dono ko
उत्कृष्ट
🙏
वाह
प्रणाम गुरुवर 🙏
रोचक शैली
अद्भुत
Jai jai guru dev
🙏🎉
अति सुन्दर 🙏
🙏🙏❤
Very nice sir
ज्ञानवर्धक व्याख्यान!
Bahut sunder. Praiseworthy. Satam jiwet sukham jiwet.
बहुत सुंदर व्याख्यान सर
अर्थपूर्ण
प्रणाम 🙏
आदरणीय सर सादर प्रणाम
Bahut aacha sir ji
अद्भुत सराहनीय व्याख्यान
सुंदर वर्णन और प्रस्तुति
🙏🌹🙏
बहुत खूब
सादर प्रणाम गुरु जी 🙏🙏🙏🙏🙏
बहुत ही सुंदर 🙏🙏
बहुत सुन्दर गुरूजी 🙏
बहुत ही सुन्दर सर ❤
Pranam Sir
गुरुदेव का सादर चरण स्पर्श 🙏
बहुत बहुत बधाई
धन्यवाद भी
महाकुंभ पर जानकारी के लिए
Sir ji🙏🙏🙏🙏
बहुत खूब सर 💐
प्रभावी व्याख्यान सर 🙏
अति सुंदर आख्यान
बहुत sundar सर🎉🎉
शानदार सर 🙏
अति सुंदर व्याख्या सर 🙏
..किसी ने तंत्र साधना की
किसी ने इडा-पिंगला की साधना की
किसी ने आहार साधना की, कोई वायु पर ही जीवित है;ऐसे ही अनेक साधकों द्वारा 12 वर्षों के चिंतन-मनन और साधना के द्वारा अर्जित ज्ञान को एक-दूसरे तक और जनसामान्य तक संप्रेषित करने के लिए प्रयाग में संतों और साधकों का आगमन होता है ; अगर अर्जित ज्ञान को बाँटा नहीं यानी इस सृष्टि के कल्याण के लिए प्रयुक्त नहीं किया तो ' ब्रह्मराक्षस' बनेंगे ऐसा 'ऋग्वेद' कहता है ..
ऐसी बहुत सी महत्वपूर्ण बातें इस व्याख्यान को सुनकर जानने को मिलीं!
धन्यवाद सर!🙏🌻
कुम्भ पर बहुत सुन्दर व्याख्यान 🌸🤗🙏🏻
हार्दिक बधाई, प्रोफेसर गर्ग जी!
आपने कुंभ महापर्व, तीर्थराज प्रयाग और सनातन-वैदिक संस्कृति-परंपरा की जानकारी सुंदर-सुरुचिपूर्ण-आकर्षक ढंग से दी है।
🎉🎉🎉🎉
सर 🙏🙏
सभी संदर्भों के साथ बहुत सुंदर ,सटीक व्याख्या । हार्दिक बधाई। 💐
गुरुदेव को सादर प्रणाम 🙏🙏
सादर चरण स्पर्श गुरुजी, बहुत सुंदर विचार गुरु जी
सारगर्भित व्याख्यान
*" को कहि सकै प्रयाग प्रभाऊ "*
तथापि *"साहित्य समाज का दर्पण होता है"* के बौद्धिक आलोक में _ऋग्वैदिक काल_ से लेकर _तुलसीदास जी के रामचरितमानस_ तक के साहित्यिक वांग्मय के समग्र अध्ययन से प्रयागराज व कुम्भ की दैदीप्यमान ऊर्जा पुंज की महत्ता को समझना चाहते हैं तो जीवन के 30 मिनट निवेश करके संगम में मानसिक डुबकी अवश्य लगाएं।
अति सुन्दर
Very nice
Brother
🙏🏻🙏🏻
गुरूदेव प्रणाम
गुरुदेव को सादर प्रणाम
महत्त्वपूर्ण प्रासंगिक विषय पर बहुत सुन्दर और प्रभावशाली प्रस्तुति मित्र! बधाई!
Excellent interpretation.
आवश्यक था आप का यह व्याख्यान । बहुत ही सराहनीय-महत्वपूर्ण 💐👌😊
अति सुन्दर और विस्तृत विवरण
Main is Vani ko 30 varshon se sun raha hun❤
भाई साहब प्रणाम!दिव्य एवं आलौकिक व्याख्यान हेतु भाई साहब को कोटिश आभार।
सादर
डाॅ.रामकृपाल
गुरु जी प्रणाम आप सार व्याख्यान देती हुए ज्ञान वर्धक रहा
अति सुंदर,
आप और आपकी सभी क्लास बहुत ही याद आती है,
सादर चरण स्पर्श प्रणाम
,🙏🙏💐
बहुत सुंदर व्याख्यान, भाई प्रोफेसर गर्ग 💐💐💐👍🏻🙏🏻
बहुत सुंदर व्याख्यान है सर 😊
महाकुम्भ के संदर्भ में अद्वितीय ज्ञानप्रद प्रभावी व्याख्यान।
बहुत बहुत धन्यवाद सर
Great
❤❤
अद्भुत, अद्वितीय, अति सुंदर व्याख्यान गुरुदेव...🙏🏻🎉
बहुत ही सुन्दर और सारगर्भित व्याख्यान गुरूवर ।
अति सुंदर सर
बहुत सुन्दर व्याख्यान मेरे गुरु जी के द्वारा ❤❤
बहुत सुंदर आख्यान👏
सादर प्रणाम सर 👏👏
अप्रतिम व्याख्यान सर
💐💐
आदरणीय गुरुदेव द्वारा सुंदर व्याख्यान❤❤
उत्कृष्ट और प्रभावी व्याख्यान सर, हार्दिक बधाई 🎉🎉
मित्रवर राजेश जी बहुत बढिय़ा।धन्यवाद
बहुत ही सारगर्भित व्याख्यान सर ....🌻🙏
सादर चरण स्पर्श सर।
अत्यंत महत्वपूर्ण जानकारी को समाहित करते हुए शानदार प्रसंग❤
एक निवेदन है कि आप अपने सुंदर मुखार बिंदु से पूरी हिंदी को समाहित करते हुए एक - एक वीडियो के माध्यम से पूर्ण करने की कृपा करें।
🙏🙏
अति सुन्दर
अप्रतिम व्याख्यान सर
💐💐
🙏🙏
🙏🙏🙏🙏
अद्भुत व्याख्यान सर 🎉