आज सुबह की प्रार्थना || परन्तु तू अपनी आंखों की दृष्टि करेगा और दुष्टों के अन्त को देखेगा। ||

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  • เผยแพร่เมื่อ 11 ต.ค. 2024
  • आज सुबह की प्रार्थना || परन्तु तू अपनी आंखों की दृष्टि करेगा और दुष्टों के अन्त को देखेगा। ||#yeshu आज सुबह की प्रार्थना || परन्तु तू अपनी आंखों की दृष्टि करेगा और दुष्टों के अन्त को देखेगा। ||#yeshu आज सुबह की प्रार्थना || परन्तु तू अपनी आंखों की दृष्टि करेगा और दुष्टों के अन्त को देखेगा। ||#yeshu आज सुबह की प्रार्थना || परन्तु तू अपनी आंखों की दृष्टि करेगा और दुष्टों के अन्त को देखेगा। ||#yeshu आज सुबह की प्रार्थना || परन्तु तू अपनी आंखों की दृष्टि करेगा और दुष्टों के अन्त को देखेगा। ||#yeshu आज सुबह की प्रार्थना || परन्तु तू अपनी आंखों की दृष्टि करेगा और दुष्टों के अन्त को देखेगा। ||#yeshu आज सुबह की प्रार्थना || परन्तु तू अपनी आंखों की दृष्टि करेगा और दुष्टों के अन्त को देखेगा। ||#yeshu आज रात की प्रार्थना || तू न रात के डर से डरेगा,और न उस तीर से जो दिन को उड़ेगा, आमीन || #yeshumasih तू सिंह और नाग को कुचलेगा, तू जवान सिंह और अजगर को लताड़ेगा।वे तुझ को हाथों हाथ उठा लेंगे, ऐसा न हो कि तेरे पांवों में पत्थर से ठेस लगे।हो कि तेरे पांवों में पत्थर से ठेस लगे। नक्योंकि वह अपने दूतों को तेरे निमित्त आज्ञा देगा, कि जहां कहीं तू जाए वे तेरी रक्षा करे।हे यहोवा, तू मेरा शरण स्थान ठहरा है। तू ने जो परमप्रधान को अपना धाम मान लिया है,इसलिये कोई विपत्तितुझ पर न पड़ेगी, न कोई दुःख तेरे डेरे के निकट आएगा।परन्तु तू अपनी आंखों की दृष्टि करेगा और दुष्टों के अन्त को देखेगा।हे यहोवा, तू मेरा शरण स्थान ठहरा है। तू ने जो परमप्रधान को अपना धाम मान लिया है,इसलिये कोई विपत्तितुझ पर न पड़ेगी, न कोई दुःख तेरे डेरे के निकट आएगा।तेरे निकट हजार, और तेरी दाहिनी ओर दस हजार गिरेंगे; परन्तु वह तेरे पास न आएगा।न उस मरी से जो अन्धेरे में फैलती है, और न उस महारोग से जो दिन दुपहरी में उजाड़ता है।।तू न रात के भय से डरेगा, और न उस तीर से जो दिन को उड़ता है,
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    Thanks ☺️ 😊 🫂 🙏

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