हमारे शरीर में आत्मा कहाँ रहती है? आत्मा का स्थान

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  • เผยแพร่เมื่อ 29 ต.ค. 2024

ความคิดเห็น • 284

  • @nanhelalyadav1653
    @nanhelalyadav1653 2 หลายเดือนก่อน

    Jai shree radha krishna gurudevji aapko koti koti pranam .❤ Thankyou gurudevji for your nice knowledge .❤

  • @JassiSingh-rx8jv
    @JassiSingh-rx8jv 6 หลายเดือนก่อน +2

    सादर नमस्ते जी🌹🚩🙏🙏💐🌺🌹🌹♥️

  • @dayanandram888
    @dayanandram888 10 หลายเดือนก่อน +1

    ओउम् नमस्ते आचार्य जी

  • @SahebraoKadam-pv4xr
    @SahebraoKadam-pv4xr 11 หลายเดือนก่อน +1

    दंडवत प्रणाम

  • @SamshirbhaiVasava
    @SamshirbhaiVasava 10 หลายเดือนก่อน +1

    Dhanyvad

  • @shralendrakumar5687
    @shralendrakumar5687 11 หลายเดือนก่อน +1

    धन्यवाद आचार्य अंकित जी

  • @neelamthakur9750
    @neelamthakur9750 ปีที่แล้ว +1

    Ati sunder.

  • @surajbhandagar2017
    @surajbhandagar2017 9 หลายเดือนก่อน +1

    बहुत अछा परवचन धन्यवाद जी नमसते जी

  • @raxaparikh7669
    @raxaparikh7669 ปีที่แล้ว +1

    Dhanyavad good janakari

  • @rakeshmaurya7090
    @rakeshmaurya7090 ปีที่แล้ว +1

    Jai gurudev

  • @bachanoraon723
    @bachanoraon723 6 หลายเดือนก่อน

    सादर नमस्ते आचार्य जी

  • @SantaRai-j9k
    @SantaRai-j9k 3 หลายเดือนก่อน

    Jai Shree Ram

  • @kumudnigam7514
    @kumudnigam7514 ปีที่แล้ว +1

    great . i was not lntrested earlier to be frankjai Hind

  • @देवशर्माशास्त्री

    ओ३म्

  • @bikramsingh1730
    @bikramsingh1730 ปีที่แล้ว

    ओम् तत् सत् 🎉

  • @azadsingh7485
    @azadsingh7485 ปีที่แล้ว +1

    Ishar bhagati guru ki sewa gyan ki mala gal me
    Achha satsang, sadhu ki sewa dya rakhiye mnn me
    Tatav gyan se daag dho liye gyan rup ke jal me
    Laga smadhi turiye pad ki aaga suje pal me
    Dasme dwar pr khich kapali jit rok sas ki ho se.

  • @cherryshorts1770
    @cherryshorts1770 ปีที่แล้ว +2

    Super sir

  • @SamshirbhaiVasava
    @SamshirbhaiVasava 10 หลายเดือนก่อน

  • @shreeshkumarsingh607
    @shreeshkumarsingh607 ปีที่แล้ว +1

    Aacharya ji sadar pranam
    Aapne aatma kaa sthan bahut acche dhang se samjhaya aapko bahut bahut dhanyavad pranayam guru ji

  • @ganeshchandrasuyal3576
    @ganeshchandrasuyal3576 9 หลายเดือนก่อน

    🚩🙏

  • @GyanendraSingh-yv1rv
    @GyanendraSingh-yv1rv ปีที่แล้ว

    thankyou for investigste soul position

  • @sunitashekhawat8505
    @sunitashekhawat8505 ปีที่แล้ว

    Bahut achhi jankari mili

  • @sushiladhaka6900
    @sushiladhaka6900 11 หลายเดือนก่อน

    नमस्ते आचार्य जी

  • @dineshmaurya1472
    @dineshmaurya1472 4 หลายเดือนก่อน

    Ati sunder

  • @indravarma9047
    @indravarma9047 ปีที่แล้ว

    Swamiji imagine prashnon ka Talaash Khoj rahi thi un Uttaran ko Sun kar samajh kar bada Anand aaya aapka bahut bahut dhanyavad

  • @ramnarayanswami1566
    @ramnarayanswami1566 11 หลายเดือนก่อน +6

    आत्मा आंखों के बीच के स्थान भ्रकुट्टी मैं रहती है🙏

    • @SatyamevJayate-m7b
      @SatyamevJayate-m7b 8 หลายเดือนก่อน

      ATMA EK WAHEM HAI
      CHETNA RAHETI HAI

  • @girishchandra3836
    @girishchandra3836 ปีที่แล้ว +1

    आचार्य जी, नमन है. आपके विचारों को सुना. परमात्मा पूरे ब्रम्हाण्ड में व्याप्त है, कोई जगह खाली नहीं है, कहीं पर परमात्मा का अभाव नहीं है. परमात्मा सर्वत्र है. आत्मा शरीर में है. यदि हिर्दय में स्थित है तो पूरे शरीर में नहीं है, वहाँ उसका अभाव हो जायेगा. आत्मा सीमित है शरीर में है. परमात्मा असीमित है, विराट है. दोनों एक ही हैँ. यदि रसगुल्ला का उदाहरण लें तो एक बड़े से पात्र में चीनी का सीरा है, वह पूरा भरा है, उसमें रसगुल्ला है. यानि एक शरीर. अब रसगुल्ला के अन्दर सीरा है. जो अन्दर है वही सीरा बाहर बहुत ज़्यादा है. किसी भी काल में आत्मा का अभाव नहीं होता. तत्वचिंतामड़ी में दिया है कि आत्मा का आवागमन नहीं हो सकता, असम्भव है. आत्मा अजर, अमर, अविनाशी है, अचल है, अडोल है. परमात्मा निराकार है, पूरे ब्रम्हाण्ड में व्याप्त है. यही निराकार पूरे शरीर में व्याप्त है. रोम रोम में बसा है. कृपया स्पष्ट करियेगा. धन्यवाद.

    • @styerkergaming9345
      @styerkergaming9345 ปีที่แล้ว

      .

    • @SandeepSingh-jammu.
      @SandeepSingh-jammu. ปีที่แล้ว

      Yes sir aapki gyaan bilkul thik hai ...thanks..

    • @SudhirYadav-c3s
      @SudhirYadav-c3s 25 วันที่ผ่านมา

      Atma na ta nirakar na sakar hai na janam leti hai aur na Marti hai ,janam maran me to jeev phasa hua hai likin janam maran jeev ka nahi sharir ka hota hai jeev to in avshatauo ko mahsoos karta hai kyuki wah phasa hua hai man aur sharir ke bandhan me.av es video me ye mahasay bata rahe hai ki jeevatma mathe ke beech bhrakuti per hai to phir man ka vaas kaha per hai

  • @parbhakarprasad153
    @parbhakarprasad153 ปีที่แล้ว

    आत्मनो मध्यमपरिमाणत्वे घटादिवदनित्यत्वापत्ति:,अणुपरिमाणत्वे तु गङ्गायाम् निमग्नस्य समग्रशरीरेशैत्याद्यानन्दानुपपत्ति:,व्यापकत्वे च शरीरान्तरेपि सुखाद्यपलब्धि: स्यादिति सर्वथापि दोषग्रस्तत्वात् ऋषिदयानन्दीयं मतं सर्वथाप्यवैदिकत्वं सिद्ध्यति

  • @Manishkori777
    @Manishkori777 11 หลายเดือนก่อน

    Excellent

  • @omkarlodhi2879
    @omkarlodhi2879 ปีที่แล้ว +1

    श्री आचार्य जी को नमस्ते सादर प्रणाम

    • @InderSingh-vg4zi
      @InderSingh-vg4zi ปีที่แล้ว +1

      बुकुट्टी between eyes प्राण योगाभ्यास स्थल?

  • @dadansingh7577
    @dadansingh7577 6 หลายเดือนก่อน

    Thanks

  • @bhaskarsuryawanshi4660
    @bhaskarsuryawanshi4660 ปีที่แล้ว +3

    शरीर नहीं तो आत्मा कहाॅं जीव नहीं तो सृष्टी कहाॅं , जीव ही शिव का साक्षात्कार करना आत्मा की आवाज परमात्मा होने का दर्शन हैं !

  • @ushamalik6229
    @ushamalik6229 ปีที่แล้ว +1

    आचार्य जी सादर धन्यवाद शुभकामनाएं आयुष्मान भव ओ३म् 🙏🏼🚩

  • @handmadeinstrument4660
    @handmadeinstrument4660 ปีที่แล้ว

    Bhut ashay sthit ka matalab

  • @lekhraj5192
    @lekhraj5192 9 หลายเดือนก่อน

    Nice expression 🙏🙏🙏

  • @binodkumardehury3525
    @binodkumardehury3525 ปีที่แล้ว +1

    Achary Ankit Pravakarji Sadare Namaste (Binod Kumar Dehury Odisha)

  • @sudeshdabasdahiya3482
    @sudeshdabasdahiya3482 ปีที่แล้ว +2

    Dhanywad achary ji bohot achha samjhaya aapne 🙏

  • @બાબુભાઇરાજપૂત
    @બાબુભાઇરાજપૂત 11 หลายเดือนก่อน

    જયશ્રીગુરુદેવ

  • @pushpabenpatel8151
    @pushpabenpatel8151 ปีที่แล้ว +1

    Aatamakianbutimakyhothi

  • @janaknimavat2988
    @janaknimavat2988 ปีที่แล้ว

    सर्वस्य चाहम् हृदि संनि विष्टो
    गीता अध्याय-15 श्लोक_15
    जिस तरह बिजली का पावर स्टेशन होता है उसी तरह आत्मा हृदय मे रहता ह पावर स्टेशन थे बिजली सभी जगह प्रसारित होती है वैसे आत्मा की शक्ति शरीर मे प्रसारित होती है
    ऐसा मेरा मन्तव्य है

    • @BajrangiPal-us6gm
      @BajrangiPal-us6gm หลายเดือนก่อน

      यह उदाहरण सटीक है जिस तरह बिजली का पावर स्टेशन होता है इस तरह आत्मा हृदय में होता है और वैसे आत्मा की शक्ति शरीर में प्रसारित होते रहते हैं जिस भाई ने उदाहरण दिया बिजली का यह एक सटीक है।

  • @yogendramishra-iw2so
    @yogendramishra-iw2so ปีที่แล้ว

    Jai.ho

  • @Arya-Premchand.Pandey
    @Arya-Premchand.Pandey ปีที่แล้ว

    🌷🙏🙏🌷

  • @sanjivkumarbhadauriya7341
    @sanjivkumarbhadauriya7341 ปีที่แล้ว

    🌺🌺🍀🙏🙏🙏🍀🌺🌺

  • @AnilkumarYadav-kb8ov
    @AnilkumarYadav-kb8ov ปีที่แล้ว

    अच्छे कर्म के अनुसार जिस प्रकार कोई कार्य करते हैं , ऊर्जा के रूप में जो निकलती है , ,बपचन में ही अनाज के शक्ति हर मानव में बैठा देते हैं जो शरीर में ही रहते हैं !

  • @mshankarprasaddora9832
    @mshankarprasaddora9832 ปีที่แล้ว +1

    Nice explanation. Thanks.

  • @anirudhprasad6890
    @anirudhprasad6890 ปีที่แล้ว

    Correct explanation

  • @valaram3270
    @valaram3270 ปีที่แล้ว

    बौतब

  • @rameshwarduttarya3838
    @rameshwarduttarya3838 ปีที่แล้ว

    Dhanya aapke is gyan dene ke liye Rameshwar😊

  • @NarendraSharma-yb8fg
    @NarendraSharma-yb8fg 11 หลายเดือนก่อน

    आदरणीय अंकित जी ,
    सादर नमस्ते ।
    आपके एक प्रवचन की टिप्पणी में मैंने आपसे अनुरोध किया था कि आत्मा एक पुल्लिंग शब्द है परन्तु आपकी वाणी में इसे स्त्रीलिंग के रूप में प्रयोग किया जा रहा है ।
    आज के आपके प्रवचन में आत्मा शब्द को पुल्लिंग रूप में उच्चारित किया जा रहा है सुनकर बहुत अच्छा लगा । बहुत बहुत धन्यवाद ।
    फिर भी कहीं-कहीं स्त्रीलिंग के रूप में भी प्रयुक्त हो रहा है ।
    कृपया इस ओर ध्यान दीजिएगा आप जैसे विद्वान् व्यक्ति के श्रीमुख से आत्मा शब्द का उच्चारण पुल्लिंग रूप में ही
    शोभा देता है ।

  • @GodsMysteryZone_ZenBuddy
    @GodsMysteryZone_ZenBuddy 11 หลายเดือนก่อน

    Wow nice

  • @ashokmajethia7413
    @ashokmajethia7413 ปีที่แล้ว

    Jay Shree Krishna and good thanks 🙏🙏

  • @bhaskarsuryawanshi4660
    @bhaskarsuryawanshi4660 ปีที่แล้ว +1

    समस्त प्राणीयों की जन्म से लेकर मृत्यु तक तीनों अवस्था में परिवर्तन के साथ आत्मा का संबंध युग निर्माण में जीवन का प्रमाण परमात्मा की सृजन शक्ती का ज्ञान है !

  • @jaggaiah3229
    @jaggaiah3229 ปีที่แล้ว

    👉 👉 👉 🕉 🛐 👌 🕉 🛐 👌 🕉🛐 👌 🕉 🛐 👌

  • @shyamlalarya7668
    @shyamlalarya7668 ปีที่แล้ว +3

    You are a good orater thanx for soul existance in our body

    • @shivendrabahadursingh6911
      @shivendrabahadursingh6911 ปีที่แล้ว +1

      सादर प्रणाम,महाराज जि कुछ ध्यान योग के बारे सटीक जानकारी देने की कृपा करें।कोई कहता है। भृकुटि में,कोई हृदय में,कोई नाभि में।कोई सहस्त्रार में।आप करते होंगे।प्राप्त भी किया होगा,कृपया जरूर बताएं।बड़ी कृपा होगी।

  • @richagera4170
    @richagera4170 ปีที่แล้ว +1

    🙏🏻

  • @RamChandra-vv9xe
    @RamChandra-vv9xe ปีที่แล้ว

    Tatha Ishtar byaptam Algol Bramande
    Tatha Iswar swaroop atma
    Sampurna sharire
    L

  • @ajaysinghbisht6699
    @ajaysinghbisht6699 ปีที่แล้ว

    Nice🙏🏻🙏🏻

  • @hemaramola4837
    @hemaramola4837 ปีที่แล้ว +2

    आत्मा आनंदमय कोस मे है जो तरंगो के रूप मे विद्यमान है। जब हम गुरुचक्रा मे द्रष्टा भाव से शिव और शक्ती के मिलने के समय आनंदमय कोस का ऐक्टीव होने और धारापर्वाह का साक्षात्कार होता है।

  • @mahakaL_ki_cHeLLi
    @mahakaL_ki_cHeLLi ปีที่แล้ว

    Waah 🥰
    Jai bhoLe ...≤3

  • @manishajadhav4006
    @manishajadhav4006 ปีที่แล้ว +4

    🌺🌸Very nicely explained.🌸🌺

  • @mainpalsingh7170
    @mainpalsingh7170 ปีที่แล้ว

    आपको सादर नमस्ते जी

  • @manoharkumarpradhan3822
    @manoharkumarpradhan3822 ปีที่แล้ว +2

    आत्मा शरीरका पवित्र स्थान पर विराजमान होने के कारण भृकुटीके बीचमे आत्माका निवास स्थान है।

  • @chaudharyjitendrasingh293
    @chaudharyjitendrasingh293 ปีที่แล้ว

    अति सुन्दर

  • @pushpabhati415
    @pushpabhati415 ปีที่แล้ว +4

    🌹🙏 बहुत ही सुन्दर व्याख्या की है
    यह अनुभव करने पर ही समझ में आता है, और मैं इन सभी चारों अवस्था को अनुभव करती हुं

  • @bhaskarsuryawanshi4660
    @bhaskarsuryawanshi4660 ปีที่แล้ว

    प्राण आत्मा का सारथी है तो मन विचारों का वाहक होने के कारण गति शक्ती का प्रमाण है और आत्मा प्राण तृप्ती के साथ स्थिरता प्राप्त होते मानव जीवन में जन्म और मृत्यु के साथ जीवन का प्रमाण है !

  • @PreetiGupta-wj7lk
    @PreetiGupta-wj7lk ปีที่แล้ว +1

    🙏🙏

  • @krishanagnihotri5620
    @krishanagnihotri5620 ปีที่แล้ว

    ।।ओ३म्।। नमस्ते आचार्य जी।।

  • @kiranprasad4331
    @kiranprasad4331 ปีที่แล้ว

    बहुत सुंदर व्याख्या आपने की है🙏 यह जानना सबको अनिवार्य है । मैं आध्यात्म से जुड़ी तो स्वर्वेद ग्रन्थ के अध्ययन से अनेकानेक विषयों की जानकारी मिली जो सदगुरु सदाफल देव जी 17 वर्षों की साधना द्वारा अनुभव परक वाणी है ।🧘

    • @shriram-mr5mj
      @shriram-mr5mj ปีที่แล้ว

      Kindly share your thoughts with us

    • @shriram-mr5mj
      @shriram-mr5mj ปีที่แล้ว

      Behan kiran prasadji.... Kindly share your thoughts with us...

  • @rajeshshukla93
    @rajeshshukla93 ปีที่แล้ว

    Very nice.

  • @bhaskarsuryawanshi4660
    @bhaskarsuryawanshi4660 ปีที่แล้ว +1

    पंच तत्व जीव रूपें
    ब्रह्म रूपें सृष्टी दर्शना
    आत्मा रूपें परमेश्वरा

  • @babagaming8801
    @babagaming8801 ปีที่แล้ว +1

    अधूरा ज्ञान विष से भी ज्यादा भयंकर होता है। आप को खुद नहीं पता आत्मा कहां रहती है।

    • @Prahari
      @Prahari  ปีที่แล้ว

      आप बता दीजिये।
      पूरा ज्ञान तो किसी को नहीं होता

  • @pravinbhuva9096
    @pravinbhuva9096 11 หลายเดือนก่อน

    Soul is a Suxma particle of cosmic energy it's location is our brain. One of the most bright neurons in our brain is a soul or Aatmaa. It is work like a battery and its light runs through our astral body. Astral body charge by soul. Astral body change its Svarup after death but soul or battery remain same. This is Sanatan satya .

  • @PhulgenBaidh-gu5yy
    @PhulgenBaidh-gu5yy 11 หลายเดือนก่อน

    जहां कोई नहीं पहुंचा है वहां आपके आचार्य जी पहुंच चुके हैं पहली बात की आत्मा तो हम लोग देखे नहीं लेकिन आपका आचार्य जी देखें हम लोग तो वह जगह देख नहीं की आत्मा कहां रहती है आपका आचार्य जी उसे आत्मा तक टहल के आए हैं वहां घूमने गए थे आप लोगों ने इसी आधार पर अनहोनी को होनी बना दिया की पांचो तत्व के संयोग से सब कुछ हो रहा है जब ए पांचो टूट जाएंगे तब मृत्यु हो जाएगी पांचो तत्व जो है पूरे शरीर के सर्वांग में रहता है जिस अंग से हवा कम हुई वहां लगवा जो भी तत्व काम हुआ इस तत्व के अभाव में वह रोग पैदा हो जाता है

  • @RamnevasGurjar-of2ie
    @RamnevasGurjar-of2ie ปีที่แล้ว

    आनंद ही आत्मा है आत्मा शरीर में किसी एक स्थान पर नहीं रहती शतक चिंतन घनानंद राशि

  • @RoshanLal-fo1lw
    @RoshanLal-fo1lw ปีที่แล้ว

    At.

  • @prakashrokade6042
    @prakashrokade6042 ปีที่แล้ว +1

    अतिसुदंर

  • @sarvjitsondhi1072
    @sarvjitsondhi1072 ปีที่แล้ว

    V good

  • @rajendrathakre2589
    @rajendrathakre2589 ปีที่แล้ว

    अंतःकरण वृत्ति जब आखो मे होती है तब जाग्रत अवस्ता होती है ।

  • @manasighosh5008
    @manasighosh5008 ปีที่แล้ว

    Hruday ka ghar hey .

  • @Dr.Rajeev-2786
    @Dr.Rajeev-2786 ปีที่แล้ว +1

    Namaste acharya ji

  • @PrabhakarSharma-qg4ov
    @PrabhakarSharma-qg4ov ปีที่แล้ว +2

    🌞🕉️🌻🚩🙏🙏🙏

  • @Nareshkumar_1974
    @Nareshkumar_1974 ปีที่แล้ว +1

    🚩जय भारत।

  • @NiluKt
    @NiluKt ปีที่แล้ว

    Aatmaka asthan pbitra hirday hi hai jubkoiacha yahsashota hai ek hul calhoti hai....stay......

  • @bhaskarsuryawanshi4660
    @bhaskarsuryawanshi4660 ปีที่แล้ว +7

    स्वर्गलोक , भू लोक , पाताल लोक जीव सृष्टी के साथ आत्मा और परमात्मा की सृजन शक्ती का प्रमाण है !

  • @shripalchauhan8562
    @shripalchauhan8562 ปีที่แล้ว

    परमादरणीय सप्रेम सादर वंदना।
    क्या जाग्रत, स्वप्न, सुषुप्ति , तुरिया तथा तुरीयातीत ये पांच अवस्थाएं मन की है या आत्मा की है?
    क्या ईश्वर भी जाग्रत, स्वप्न, सुषुप्ति अवस्था ओं से प्रतिबंधित है?
    क्या आपके शरीर में उपस्थित आत्मा कभी सोती है, या जागती है या स्वप्न देखती है?फिर इन अवस्थाओं का वर्णन करने वाला कौन ?
    आपके अनुसार जब आत्मा गहरी सुषुप्तावस्था में होती है तब यह कौन कह रहा है कि आज मुझे बहुत गहरी नींद आयी।गहरी नींद की अवस्था में जाग्रत रहने वाली सत्य चेतन सत्ता ही इस गहरी नींद की अवस्था को जान रही होती है। आत्मा कभी भी नहीं सोती है। आत्मा प्रतिक्षण प्रतिपल शरीर की अवस्था के अनुसार निरन्तर जाग्रति की दशा में रहती है।कृपया आप आत्मा की इस
    स्थिति को स्पष्ट करने की कृपा करे।
    क्या आपके अपने शरीर में रहने वाली आत्मा ने अपनी स्वयं की सुषुप्ति की दशा का अनुभव किया है? देखिये शास्त्री साहब जी शास्त्रीय ज्ञान लिखा पढी का ज्ञान बिल्कुल अलग है और उधार का ज्ञान है। परन्तु आत्मा/जीवात्मा/जीव किसी भी शरीर में रहते हुए कभीभी सोती/सोता नही है।
    यह बात आपकी सत्य है कि समस्त शरीर धारियों के शरीरों मे आत्मा /जीवात्मा/जीव हृदय में रहती/रहती है।
    आत्मा केवल मानव शरीर में है अन्य शरीरों में जीवात्मा या जीव है। परन्तु जीव जीवात्मा आत्मा ये तीन एक ही सत्य चेतन सत्ता है।मानव देह मे आत्मा अधिक जाग्रति की स्थिति में है इसलिए आत्मा है।मानव‌देह के अतिरिक्त अन्य शरीरों में यह अज्ञानता वस जीव या जीवात्मा है।
    सप्रेम सादर नमस्कार जी।

  • @yogendramishra-iw2so
    @yogendramishra-iw2so ปีที่แล้ว

    Soti.hai

  • @sarojsaini7074
    @sarojsaini7074 ปีที่แล้ว

    I am svm sidh divy dirsti sye purn

  • @vasanthosangadi2896
    @vasanthosangadi2896 ปีที่แล้ว +5

    Very very interestingly presented. ❤❤❤

  • @nirmalagarwal1515
    @nirmalagarwal1515 ปีที่แล้ว

    Namaskar Acharya ji

  • @sumanpanwar6529
    @sumanpanwar6529 ปีที่แล้ว

    🙏🙏🙏👌👌👌👏👏👏👏👏👏👏👏👏🙏🙏🙏

  • @motreedjaram9934
    @motreedjaram9934 ปีที่แล้ว

    Ram Ram Jie
    Aatma behoshi kaha rahti hai

  • @LalaramYadav-cq8rw
    @LalaramYadav-cq8rw ปีที่แล้ว

    सच्ची बात कभी उलझी हुई नहीं होती,,यह उलझी बात इसलिए लगती है कि आत्मा हैं ही नहीं इसलिए आत्मा का विषय उलझा ही रहेगा आगे भी,,बस आप लोग शब्दों कि बाज़ी गरी करते रहो भोले भाले लोगों को सुनाते रहो और खुद भी बेवकूफ बने रहो ।

  • @jaminikantadash1208
    @jaminikantadash1208 ปีที่แล้ว

    Jab ankhon me atma rahta he aur us waqt kisika gala kat jae to jhat se jib ki mrutu nehi ho jati uska dhad kuch der Tak chal prachal hone ke baad sthir hoti he ,iska matlab atma har samay hud dese tisthati yani rahta he ..

  • @hridaynathlad5014
    @hridaynathlad5014 ปีที่แล้ว +1

    Beautiful, easy and clear
    explained. Thanks

  • @vdsharma3156
    @vdsharma3156 ปีที่แล้ว +1

    ।।राम।।
    आत्मा और परमात्माँ मे क्या भेद है ।
    जानते हो।
    पोथी पढ पढ जग मुआ पंडित भया न कोय।ढाई अक्षर प्रेम का पढे सो पंडित होय।

  • @vinodsadh4054
    @vinodsadh4054 ปีที่แล้ว +1

    जय दुःख में होता है तब उसकी अवस्था को बताया जाय कृपया।

  • @bhaskarsuryawanshi4660
    @bhaskarsuryawanshi4660 ปีที่แล้ว +1

    निंद्रा अवस्था और निंद्रा खुलना ब्रह्म मुहूर्त का साक्षात्कार आत्मा के साथ परमात्मा शक्ती का ज्ञान है !

  • @sarojsaini7074
    @sarojsaini7074 ปีที่แล้ว

    Mainye daikha h atma ko

  • @amritaahlawat4205
    @amritaahlawat4205 ปีที่แล้ว

    Namaste ji 🙏

  • @shiv_prajapati_2008
    @shiv_prajapati_2008 ปีที่แล้ว +1

    Maine to pada hai ki atma to a hal hoti hai

    • @shiv_prajapati_2008
      @shiv_prajapati_2008 ปีที่แล้ว

      Ekam nityam Vimal Aslam sarvadhi Sakshi Gautam bhavathitam Telugu item sadgurum Namami