आपके प्रयास सराहनीय हैं ठाकुर जी परन्तु जैसा खाओगे अन्न वैसा होगा मन यह विचार अधूरा है 35 साल पहले सब कुछ ऑर्गेनिक ही था लेकिन समस्याएं तब भी थी आजादी से पहले भी समस्याएं थी हम विदेशियों के गुलाम थे हजारों वर्षों से ऑर्गेनिक अन्न खा कर भी दुनिया में बहुत से लोग मासूम जानवरों को मांस खा रहे हैं लोगों को मार रहे हैं अच्छे विचार के द्वारा ही मन को परिवर्तित किया जा सकता है हां ऑर्गेनिक खाकर शारीरिक रोगों में कमी जरूर की जा सकती है
ठाकुर साहब बहुत ही बढ़िया तरीके से समझाया धन्यवाद 🙏
Thanks sir
Bahut badhia
Sir apka or subhash palekar ji ka natural farming ke vichar bhahut milte hai.. aap bhaut achha kam kar rahe ho...!!!
ठाकुर साहब ने उन्हीं से सीखा हैं।
Thakur Sahab hum aapki bat se sahmat hai lekin hamara bajat ek sal ka bhi nahi nahi hai bahut samsya hai.
bhout acchi jankari
धन्यवाद ठाकुर साहब
Bahut achi jankari di hai tau ji
🙏ਬਹੁਤ ਵਧੀਆ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦਿੱਤੀ ਜੀ 👍
Thank you sir ji
ठाकुर साहब बडी महीनता से समझाते हैं 🙏
awesome lecture..🙏🚩
आप आर्य विचार धरा के व्यक्ति है
आपके प्रयास सराहनीय हैं ठाकुर जी परन्तु जैसा खाओगे अन्न वैसा होगा मन यह विचार अधूरा है 35 साल पहले सब कुछ ऑर्गेनिक ही था लेकिन समस्याएं तब भी थी आजादी से पहले भी समस्याएं थी हम विदेशियों के गुलाम थे हजारों वर्षों से ऑर्गेनिक अन्न खा कर भी दुनिया में बहुत से लोग मासूम जानवरों को मांस खा रहे हैं लोगों को मार रहे हैं अच्छे विचार के द्वारा ही मन को परिवर्तित किया जा सकता है हां ऑर्गेनिक खाकर शारीरिक रोगों में कमी जरूर की जा सकती है
धन्यवाद आर्य जी
एक विशेष परिप्रेक्ष्य में बात कही जा रही थी, इसलिए उसी दृष्टि से कही गयी। फिर भी आपका विचार प्रशंसनीय है।
Gajab 👌👌👍👍
Thakur sab. Prakruti kitni bhi samjalo. Kishan k halat bahetar hone wali nahi hai. Rate badhane ki bat karo
आपको अनेको बार धन्यवाद
🙏🏻🙏🏻 बोहत सही बात कही।
Bhot acchi lagi
👍
Namskar Thokar ji
Good
Thakur Sahab hum aapki bat se sahmat hai lekin hamara bajat ek sal ka bhi nahi nahi hai bahut samsya hai.