| श्वेताश्वतर उपनिषद् | Shvetashvatar Upanishad | Part-6 | षष्ठ अध्याय | UGC | Sanskrit |

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  • เผยแพร่เมื่อ 29 พ.ย. 2024

ความคิดเห็น • 14

  • @shivanshshukla8509
    @shivanshshukla8509 19 วันที่ผ่านมา

    Thank you 10 Subscribers You Tube Family

  • @MadhuDubey-j2u
    @MadhuDubey-j2u 22 วันที่ผ่านมา

    🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @jarekrishnat-3228
    @jarekrishnat-3228 24 วันที่ผ่านมา

    Pranam gurujiiii

  • @SUBEDISURAJ123
    @SUBEDISURAJ123 17 วันที่ผ่านมา

    प्रणामा: आचार्या:🙏 यदि भवत: समयं सम्भवति चेत् सिद्धांत कौमुद्या: संज्ञा प्रकरणस्य द्वित्त्रान् vdo निर्माणं करोतु इति मम हार्दिक अनुरोध:🙏🙏🙏

  • @anviDixit-ks7mc
    @anviDixit-ks7mc 24 วันที่ผ่านมา

    Sir अध्याय २का ४मंत्र पुनः समझा दीजिए

  • @Sheetal_Kumari
    @Sheetal_Kumari 23 วันที่ผ่านมา

    Sir aapke aap mainsaari video nhi khul rhi hain

  • @girishdwivedi4247
    @girishdwivedi4247 23 วันที่ผ่านมา

    Prabhu ji dashkumaar charit ka koun se patra ka oshth kata hua tha pls uttar den.

  • @naveenkailashikant549
    @naveenkailashikant549 9 วันที่ผ่านมา

    Sir i buy the course of your from the classplus of assistant professor we didn't get the org code can you please share.

  • @Sheetal_Kumari
    @Sheetal_Kumari 23 วันที่ผ่านมา

    Sir aap batayen ki kya kiya jaaye

  • @girishdwivedi4247
    @girishdwivedi4247 23 วันที่ผ่านมา

    कलनः ल्युट् प्रत्यय से बना है प्रभु जी किंतु यह तो नपुंसकलिंग होता है फिर कलन: कैसे हुआ ।कृपया समाधान करें

  • @girishdwivedi4247
    @girishdwivedi4247 22 วันที่ผ่านมา

    I have no other medium to contact you and also i know you r very busy so Pls help me out .

    • @-Saralsanskritvyakaran
      @-Saralsanskritvyakaran  22 วันที่ผ่านมา +1

      आप अपनी पूरी बात किसी भी वीडियो के डिस्क्रिप्शन में दिए हुए ईमेल पर भेज सकते हैं यदि आपकी बातों में उचित कारण दिखा तो मैं अपनी तरफ से ही आपको संपर्क करूंगा।

  • @UddhavVats
    @UddhavVats 4 วันที่ผ่านมา

    हां बहुत बड़ी प्रशन है और लोगों द्वारा फैलाई गई आडंबर है की पत्थर पर राम नाम लिखा गया था मैं तो साफ कहता हूं की पत्थर पर राम नाम नहीं लिखा गया था अगर आपको प्रमाण चाहिए तो मैं शास्त्र संगत प्रमाण दे सकता हूं रामचरितमानस में जामवान जी कहते है कि नाथ नाम तब सेतु नर चढ़ी भवसागर तरहिं और शायद यही वह पंक्ति है जिससे लोगों ने यह आडंबर फैलया कि नाथ नाम तब सेतू का अर्थ है कि जिस सेतू पर राम जी का नाम हो मगर इसका यह अर्थ नहीं है बाल्की वहां जामवान जी कहते हैं नाथ नाम तब सेतू नर चढी भवसागर तरहिं की है प्रभु सबसे बड़ा सेतू तो आपका नाम है जिसका आश्रय लेकर मनुष्य संसार रूपी सागर से पर हो सकते हैं ।और वहां जामवान जी राम नाम का प्रभाव के विषय में प्रभु श्री राम से वार्ता करते हैं और कुछ मुर्ख लोगों ने इस बात को राम सेतु के बात से जोड़ दिया और अगर हम समान्यतः भी देखें तो कोई भी ऐसा सेतू जैसे की गांधीसेतु उसका नाम तो जरूर गांधी सेतू है लेकिन उस सेतू के ऊपर गांधी सेतु नहीं लिखा है ज्यादा से ज्यादा कहीं भी एक बोर्ड लगा होता है और उस पर उस रोड या सेतु का नाम लिखा होता है न कि उस सेतु या रोड पर उस रोड या सेतु का नाम लिखा होता है और वाल्मीकि रामायण में भी कहीं भी इस बात का वर्णन नहीं है की राम सेतु पर राम जी का नाम लिखा गया था यह सब मुर्खो और अंधविश्वासीयों का फैलावा है । और इससे ज्यादा बात हम कमेंट बॉक्स में नहीं बता सकते हैं ।