बिरेनदर जी ।राधे राधे ।आपका प्रेममय स्वागत है ।विषय पर पूज्य क्रिपालु जी का निरुपण सारमय तत्वों से परिपूर्ण है और निरुपण का एक एक शब्द काध्यान पूर्वक चिन्तन करना है और उसका पालन करना है ।शेष फिर कभी। गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे ।
जय गुरुदेव जय गुरुदेव जय गुरुदेव जय गुरुदेव जय गुरुदेव जय गुरुदेव जय गुरुदेव जय गुरुदेव जय गुरुदेव आपके चरणो में कोटि नमन राधे कृष्णा राधे कृष्णा राधे कृष्णा राधे कृष्णा राधे कोटि कोटि नमन राधे कृष्णा
बीरेन्द्र जी ।आपका प्रेममय स्वागत है ।विषय पर पूज्य क्रिपालु जी का निरुपण सारमय तत्वों से परिपूर्ण है और निरुपण का एक एक शब्द काध्यान पूर्वक चिन्तन करना है और भक्ति के लिए दिशानिर्देश है उसका पालन करना है ।विषय के मूल में मन है । मन से हरी गुरु का चिन्तन करना है और भक्ति के लिए दिशानिर्देश है उसका पालन करना है ।मन और इन्द्रियों पर नियंत्रण करने की जरुरत है। सत्संग की जरुरत है। कभी कभी पूज्य क्रिपालु जी के मनगढ के भक्ति धाम मन्दिर भी जाना फलदायक है। शेष फिर कभी। गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे ।
PARNAM Mere Mata Pita ji Shree Satguru Sunder Ram Ji Udasin Matt Tapprian Amar Singh wale District Ropar pb Ganesh Ji Hanuman Ji Sant Hari Das Ji Maharaj Baba Shri Chander ji Maharaj Saint Kirpalu Ji Maharaj Sab Santan Ji Radhe Krishna Ji Parkirti Ji ko pranam Sab Ki Jai Ho Ji Maharaj ji
जय हो जय हो जय हो जय हो जय हो जय हो जय हो जय श्री सदगुरु भगवान ke चरण कमल में कोटि कोटि प्रणाम प्रभु अधम जीव है प्रभु आप ही मेरे हो प्रभु हम भी आप ही के हैं प्रभु आपके तो अनंत भक्त संत हैं प्रभु मेरा तो एक आप ही है प्रभु
श्री गणेशाय नमः माता सरस्वती नमः श्री लक्ष्मी नारायण दादा दादी सरकार नमः श्री राधे श्याम भगवान नमः श्री सीताराम हनुमान नमः श्री रूकमणि माता नमः श्री मीरा माता नमः श्री राधा माता नमो श्री सीता माता नमस्ते शेरावाली मैया नमः श्री महादेवा भुवनेश्वरी माता नमः श्री काली माता नमः श्री सुदामा जी नमः श्री भक्त माता शबरी नमः श्री राधे राधे हर हर महादेव मेरे प्रभु श्री राम
विशाल नन्दा जी। आपका प्रेममय स्वागत है ।विषय के मूल में भक्त की भक्ति है जिसके अधीन है आनन्द स्वरूप भगवान गोविंद ।मै आत्मा अंश है परमात्मा गोविंद का और वे हमारे अनशी है। अंश का अनशी मे मिलन स्वाभाविक है ।हमको केवल मन से गोविंद का चिन्तन करना है। इधर भगवान का क्षेत्र और दूसरा मायिक जगत।। जीतना मन ंभगवान मे लगता जाएगा ऊसी अनुपात में मायिक जगत से कम होता जाए गा। शेष फिर कभी ।गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे ।
@@vishalnanda8994 आपने मैं को याद किया। धन्यवाद। विषय के सन्दर्भ मे मनसे अपने गोविंद का चिन्तन। चिन्तन से ही अटैचमेंट होता है और अटैचमेंट ही भक्ति का सारतत्व है। विषय के मूल में भक्त की भक्ति है जिसके अधीन है आनन्द स्वरूप भगवान गोविंद जो हमारे अंशी है औरहम उनके अंश है। अंश का अंशी में मिलना स्वाभाविक है। अतः भगवत प्राप्ति। ही हमारा लक्ष्य है। विषय पर पूज्य क्रिपालु जी का निरुपण सारमय तत्वों से परिपूर्ण है और निरुपण का एक एक शब्द काध्यान पूर्वक चिन्तन करना है और उसका पालन करना है ।शेष फिर कभी। गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे ।पुनह धन्यवाद।
Hae mere govind mere mann budhi aur antahkaran ko shudhtam karane ki krapa kardo maen aapke charano ki sharan hun jai shri radhe Krishna ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ 😂😂😂😂😂😂
गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।विषय पर पूज्य क्रिपालु जी के निरुपण का एक एक शब्द काध्यान पूर्वक चिन्तन करना है ।निरुपण हमारे लिए लिए दशा और दिशा का निर्देशन है। हमे अभ्यास करने की जरुरत है। भगवत भक्ति ही एकमात्र विकल्प है। भक्ति से ही भगवत क्रिपा की प्राप्ति होती है और क्रिपा ही मन के नियन्त्रण का एक मात्र साधन है। पूज्य क्रिपालु जी का निरुपण सारमय तत्वों से परिपूर्ण है और निरुपण का एक एक शब्द काध्यान पूर्वक चिन्तन करना है है।शेष फिर कभी। गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम।राधे राधे राधे श्री राधे ।
श्री महाराजजी की कुछ महत्वपूर्ण प्रवचनों की श्रृंखला...... पारमार्थिक स्वार्थ। कृपालु जी महाराज श्याम मोहि देहु प्रेम निस्काम। कृपालु जी महाराज दिव्य स्वार्थ। कृपालु जी महाराज एक काम की बात सुनो मन। कृपालु जी महाराज मन तेरो सांचों यार व्रजराज कुमार। कृपालु जी महाराज तजो रे मन छनभंगुर वैराग। कृपालु जी महाराज ब्रह्म जीव माया। कृपालु जी महाराज मैं कौन मेरा कौन। कृपालु जी महाराज भागवत रहस्य : रास पंचाध्यायी। कृपालु जी महाराज गुरु तत्व। कृपालु जी महाराज भगवान से प्रेम कैसे हो (प्रवचन)। कृपालु जी महाराज नारद भक्ति दर्शन। कृपालु जी महाराज राम नौमी प्रवचन। कृपालु जी महाराज श्री कृष्ण द्वादशी। कृपालु जी महाराज उधो तुम नहीं जानत ज्ञान। कृपाली जी महाराज संसार के प्रति व्यवहार और भगवान..... के प्रति प्रेम कैसे करें। कृपालु जी महाराज गोपी प्रेम। कृपालु जी महाराज अरे मन उभय रूप जग जान। कृपालु जी महाराज सुनहु सादक प्यारे। कृपालु जी महाराज साधना करू प्यारे। कृपालु जी महाराज कृष्ण तत्व। कृपालु जी महाराज राधा तत्व। कृपालु जी महाराज साधक सावधानी। कृपालु जी महाराज श्याम ! अब तुमहिं मान लो हार। कृपालु जी महाराज उधो कहियो हरि समुझाय। कृपालु जी महाराज गोपी उद्धव संवाद। कृपालु जी महाराज सुमिरन करले मना..... छिन छिन राधा रमना। कृपालु जी महाराज सुमिरन करले मना..... राधा अरु राधा रमना। कृपालु जी महाराज संसार और वैराग्य। कृपालु जी महाराज सोच मन श्याम मिलन की बात। कृपालु जी महाराज गाबो सब हिल मिल राधे। कृपालु जी महाराज रूप ध्यान विज्ञान। कृपालु जी महाराज सेवक सेव्य सिद्धांत। कृपालु जी महाराज अनुराग वैराग्य रहस्य। कृपालु जी महाराज कर्मयोग कर्मसंन्यास। कृपालु जी महाराज सखी ये कैसो है ब्रज धाम। कृपालु जी महाराज वास्तविक भक्ति। कृपालु जी महाराज गुरु महिमा। कृपालु जी महाराज shrey ka swaroop kripalu ji maharaj प्राणधन! जीवन कुंज बिहारी। कृपालु जी महाराज महापुरुष तत्त्व। कृपालु जी महाराज Bhakti shatak Kripalu ji Maharaj गुरु पूर्णिमा प्रवचन १९८१ कृपालु जी महाराज Shri Krishna bhakati - kripalu Ji Maharaj भगवत् तत्त्व। कृपालु जी महाराज लक्ष्य प्राप्ति का मार्ग। कृपालु जी महाराज जीवात्मा। कृपालु जी महाराज राधा गोविंद गीत। कृपालु जी महाराज श्यामा श्याम गीत। कृपालु जी महाराज
सुनील जी। आपका प्रेममय स्वागत है ।विषय पर पूज्य क्रिपालु जी का निरुपण सारमय तत्वों से परिपूर्ण है और निरुपण का एक एक शब्द काध्यान पूर्वक चिन्तन करना है और भक्ति के लिए दिशानिर्देश है उसका पालन करना है ।जन्म के समय रोना साथ मे था तो अब म्रत्यु के समय हसते हुए जाना हैं और यह तभी संभव है जब हमारे मन का अटैचमेंट हमारे अनशी गोविंद मे होगा ।और यही हमारे जीवन की गुणवत्ता और सार्थकता होगी। शेष फिर कभी। गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे ।पूज्य क्रिपामय क्रिपालु जी का सन्देश प्रवचन के प्रस्तुति करण के माध्यम से मिलता रहता हैऔर वह हमारे लिए कितना कल्याणकारी है इसकी कोई सीमा नहीं है। शेष फिर कभी। गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे ।
गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे राधे ।विषय पर पूज्य क्रिपालु जी का निरुपण सारमय तत्वों से परिपूर्ण है और निरुपण का एक एक शब्द काध्यान पूर्वक चिन्तन करना है और भक्ति के लिए दिशानिर्देश है उसका पालन करना है ।शेष फिर कभी। गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।
Radhe Krishna 🌹 radhe Krishna 🌹 radhe Krishna 🌹 radhe Krishna 🌹 radhe Krishna 🌹 radhe krishna
Prabhuji ke sree charano me ananth pranam 🙏🙏🙏
Guru charan kamal balihaar🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
बिरेनदर जी ।राधे राधे ।आपका प्रेममय स्वागत है ।विषय पर पूज्य क्रिपालु जी का निरुपण सारमय तत्वों से परिपूर्ण है और निरुपण का एक एक शब्द काध्यान पूर्वक चिन्तन करना है और उसका पालन करना है ।शेष फिर कभी। गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे ।
Sadguru kripalu Sharanam
Radhey Radhey 😢❤
Radhe Radhe ❤️ mahaprabhu ji ke charn Kamal main koti koti pranam ♥️🙏🙏🌸
जय श्री राधे राधे ❤❤❤🎉🎉🎉 कृपालु जी महाराज की जय हो
Radhe Radhe 🙏
राधे राधे 🙏 जय श्री कृष्णा 🙏 सत्य सनातन धर्म की जय हो, कृपालु धाम की जय हो 🙏🙏🙏
जय गुरुदेव जय गुरुदेव जय गुरुदेव जय गुरुदेव जय गुरुदेव जय गुरुदेव जय गुरुदेव जय गुरुदेव जय गुरुदेव आपके चरणो में कोटि नमन राधे कृष्णा राधे कृष्णा राधे कृष्णा राधे कृष्णा राधे कोटि कोटि नमन राधे कृष्णा
Pranam gurudev
Jay shree radhe shyam
Radhe Radhe Krishna
Guru mero kripalu subhaag hamaro🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
बीरेन्द्र जी ।आपका प्रेममय स्वागत है ।विषय पर पूज्य क्रिपालु जी का निरुपण सारमय तत्वों से परिपूर्ण है और निरुपण का एक एक शब्द काध्यान पूर्वक चिन्तन करना है और भक्ति के लिए दिशानिर्देश है उसका पालन करना है ।विषय के मूल में मन है । मन से हरी गुरु का चिन्तन करना है और भक्ति के लिए दिशानिर्देश है उसका पालन करना है ।मन और इन्द्रियों पर नियंत्रण करने की जरुरत है। सत्संग की जरुरत है। कभी कभी पूज्य क्रिपालु जी के मनगढ के भक्ति धाम मन्दिर भी जाना फलदायक है। शेष फिर कभी। गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे ।
Ram Ram Ram Ram Ram Ram ♈🎉❤ Ram
जय श्री राधे राधे ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
परम श्रद्धेय गुरुदेव को कोटि कोटि चरण स्पर्श जय श्री राधे कृष्णा
Mere pyare pyare Maharajji ki jay ❤❤❤❤❤❤❤
Radhey radhey radhey radhey radhey radhey radhey radhey radhey radhey radhey radhey radhey radhey radhey
Jai Ho mere annadata Kripalu Krishna sharanam mama❤❤❤❤❤❤
राधे राधे महाराजजी 🙏🪔🙏💐🌹💐🌈🌈
Maharaj ji ki jay ho 🙏👍👌
जय हो मेरे गुरु वर के जय हो मेरे गुरु वर के जय हो मेरे गुरु स्द्गुरु भगवान के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम प्रभु
कृपालु प्यारे ❤
PARNAM Mere Mata Pita ji Shree Satguru Sunder Ram Ji Udasin Matt Tapprian Amar Singh wale District Ropar pb Ganesh Ji Hanuman Ji Sant Hari Das Ji Maharaj Baba Shri Chander ji Maharaj Saint Kirpalu Ji Maharaj Sab Santan Ji Radhe Krishna Ji Parkirti Ji ko pranam Sab Ki Jai Ho Ji Maharaj ji
RADHE RADHE PRAN PRIYA PYARE PYARE MAHARAJJI❤❤❤❤❤❤❤
जय हो जय हो जय हो जय हो जय हो जय हो जय हो जय श्री सदगुरु भगवान ke चरण कमल में कोटि कोटि प्रणाम प्रभु अधम जीव है प्रभु आप ही मेरे हो प्रभु हम भी आप ही के हैं प्रभु आपके तो अनंत भक्त संत हैं प्रभु मेरा तो एक आप ही है प्रभु
श्री गणेशाय नमः माता सरस्वती नमः श्री लक्ष्मी नारायण दादा दादी सरकार नमः श्री राधे श्याम भगवान नमः श्री सीताराम हनुमान नमः श्री रूकमणि माता नमः श्री मीरा माता नमः श्री राधा माता नमो श्री सीता माता नमस्ते शेरावाली मैया नमः श्री महादेवा भुवनेश्वरी माता नमः श्री काली माता नमः श्री सुदामा जी नमः श्री भक्त माता शबरी नमः श्री राधे राधे हर हर महादेव मेरे प्रभु श्री राम
Prabhu hamari mata jee par ek kripa kar dijiye , prabhu unkee copd aur chronic constipation beemari theek kar dijiye .
Radhe Radhe 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Radhe Radhe
विशाल नन्दा जी। आपका प्रेममय स्वागत है ।विषय के मूल में भक्त की भक्ति है जिसके अधीन है आनन्द स्वरूप भगवान गोविंद ।मै आत्मा अंश है परमात्मा गोविंद का और वे हमारे अनशी है। अंश का अनशी मे मिलन स्वाभाविक है ।हमको केवल मन से गोविंद का चिन्तन करना है। इधर भगवान का क्षेत्र और दूसरा मायिक जगत।। जीतना मन ंभगवान मे लगता जाएगा ऊसी अनुपात में मायिक जगत से कम होता जाए गा। शेष फिर कभी ।गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे ।
@@Jawaharlal-zg4oj boht boht dhanyawad jawaharlal ji
Radha Vallabh Shri harivansh
Radhe Radhe
@@vishalnanda8994 आपने मैं को याद किया। धन्यवाद। विषय के सन्दर्भ मे मनसे अपने गोविंद का चिन्तन। चिन्तन से ही अटैचमेंट होता है और अटैचमेंट ही भक्ति का सारतत्व है। विषय के मूल में भक्त की भक्ति है जिसके अधीन है आनन्द स्वरूप भगवान गोविंद जो हमारे अंशी है औरहम उनके अंश है। अंश का अंशी में मिलना स्वाभाविक है। अतः भगवत प्राप्ति। ही हमारा लक्ष्य है। विषय पर पूज्य क्रिपालु जी का निरुपण सारमय तत्वों से परिपूर्ण है और निरुपण का एक एक शब्द काध्यान पूर्वक चिन्तन करना है और उसका पालन करना है ।शेष फिर कभी। गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे ।पुनह धन्यवाद।
Radhey 🙏
ରାଧେ ରାଧେ ଗୁରୁ ଦେବ କୋଟି କୋଟି ଚରଣରେ ପ୍ରଣାମ
Hae mere govind mere mann budhi aur antahkaran ko shudhtam karane ki krapa kardo maen aapke charano ki sharan hun jai shri radhe Krishna ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ 😂😂😂😂😂😂
Hare Krishan Krishan sum surya maya andhakar jaha krishan waha Nahi maya ka adhikar
गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।विषय पर पूज्य क्रिपालु जी के निरुपण का एक एक शब्द काध्यान पूर्वक चिन्तन करना है ।निरुपण हमारे लिए लिए दशा और दिशा का निर्देशन है। हमे अभ्यास करने की जरुरत है। भगवत भक्ति ही एकमात्र विकल्प है। भक्ति से ही भगवत क्रिपा की प्राप्ति होती है और क्रिपा ही मन के नियन्त्रण का एक मात्र साधन है। पूज्य क्रिपालु जी का निरुपण सारमय तत्वों से परिपूर्ण है और निरुपण का एक एक शब्द काध्यान पूर्वक चिन्तन करना है है।शेष फिर कभी। गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम।राधे राधे राधे श्री राधे ।
જય માતાજી
श्री महाराजजी की कुछ महत्वपूर्ण प्रवचनों की श्रृंखला......
पारमार्थिक स्वार्थ। कृपालु जी महाराज
श्याम मोहि देहु प्रेम निस्काम। कृपालु जी महाराज
दिव्य स्वार्थ। कृपालु जी महाराज
एक काम की बात सुनो मन। कृपालु जी महाराज
मन तेरो सांचों यार व्रजराज कुमार। कृपालु जी महाराज
तजो रे मन छनभंगुर वैराग। कृपालु जी महाराज
ब्रह्म जीव माया। कृपालु जी महाराज
मैं कौन मेरा कौन। कृपालु जी महाराज
भागवत रहस्य : रास पंचाध्यायी। कृपालु जी महाराज
गुरु तत्व। कृपालु जी महाराज
भगवान से प्रेम कैसे हो (प्रवचन)। कृपालु जी महाराज
नारद भक्ति दर्शन। कृपालु जी महाराज
राम नौमी प्रवचन। कृपालु जी महाराज
श्री कृष्ण द्वादशी। कृपालु जी महाराज
उधो तुम नहीं जानत ज्ञान। कृपाली जी महाराज
संसार के प्रति व्यवहार और भगवान.....
के प्रति प्रेम कैसे करें। कृपालु जी महाराज
गोपी प्रेम। कृपालु जी महाराज
अरे मन उभय रूप जग जान। कृपालु जी महाराज
सुनहु सादक प्यारे। कृपालु जी महाराज
साधना करू प्यारे। कृपालु जी महाराज
कृष्ण तत्व। कृपालु जी महाराज
राधा तत्व। कृपालु जी महाराज
साधक सावधानी। कृपालु जी महाराज
श्याम ! अब तुमहिं मान लो हार। कृपालु जी महाराज
उधो कहियो हरि समुझाय। कृपालु जी महाराज
गोपी उद्धव संवाद। कृपालु जी महाराज
सुमिरन करले मना.....
छिन छिन राधा रमना। कृपालु जी महाराज
सुमिरन करले मना.....
राधा अरु राधा रमना। कृपालु जी महाराज
संसार और वैराग्य। कृपालु जी महाराज
सोच मन श्याम मिलन की बात। कृपालु जी महाराज
गाबो सब हिल मिल राधे। कृपालु जी महाराज
रूप ध्यान विज्ञान। कृपालु जी महाराज
सेवक सेव्य सिद्धांत। कृपालु जी महाराज
अनुराग वैराग्य रहस्य। कृपालु जी महाराज
कर्मयोग कर्मसंन्यास। कृपालु जी महाराज
सखी ये कैसो है ब्रज धाम। कृपालु जी महाराज
वास्तविक भक्ति। कृपालु जी महाराज
गुरु महिमा। कृपालु जी महाराज
shrey ka swaroop kripalu ji maharaj
प्राणधन! जीवन कुंज बिहारी। कृपालु जी महाराज
महापुरुष तत्त्व। कृपालु जी महाराज
Bhakti shatak Kripalu ji Maharaj
गुरु पूर्णिमा प्रवचन १९८१ कृपालु जी महाराज
Shri Krishna bhakati - kripalu Ji Maharaj
भगवत् तत्त्व। कृपालु जी महाराज
लक्ष्य प्राप्ति का मार्ग। कृपालु जी महाराज
जीवात्मा। कृपालु जी महाराज
राधा गोविंद गीत। कृपालु जी महाराज
श्यामा श्याम गीत। कृपालु जी महाराज
❤❤❤❤🙏🙏🙏🙇🙇🙇
आदरणीया कृपया तत्व ज्ञान के बारे मे बताइये कृपा होगी
Maa 😂ab muchhh par kripa kar do
Radhe Radhe gurudev kripalu jee maharaj .
सुनील जी। आपका प्रेममय स्वागत है ।विषय पर पूज्य क्रिपालु जी का निरुपण सारमय तत्वों से परिपूर्ण है और निरुपण का एक एक शब्द काध्यान पूर्वक चिन्तन करना है और भक्ति के लिए दिशानिर्देश है उसका पालन करना है ।जन्म के समय रोना साथ मे था तो अब म्रत्यु के समय हसते हुए जाना हैं और यह तभी संभव है जब हमारे मन का अटैचमेंट हमारे अनशी गोविंद मे होगा ।और यही हमारे जीवन की गुणवत्ता और सार्थकता होगी। शेष फिर कभी। गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे ।पूज्य क्रिपामय क्रिपालु जी का सन्देश प्रवचन के प्रस्तुति करण के माध्यम से मिलता रहता हैऔर वह हमारे लिए कितना कल्याणकारी है इसकी कोई सीमा नहीं है। शेष फिर कभी। गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे ।
Sadguru kripalu Sharanam mama
Radhe Radhe 🙏🌷
🙏🌹🙏🌹🙏
Radhe radhe
गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे राधे ।विषय पर पूज्य क्रिपालु जी का निरुपण सारमय तत्वों से परिपूर्ण है और निरुपण का एक एक शब्द काध्यान पूर्वक चिन्तन करना है और भक्ति के लिए दिशानिर्देश है उसका पालन करना है ।शेष फिर कभी। गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।
Radhe Radhe didiji JaiGurudev Ji Jai hoo jai hoo jai hoo
Hare krishna
आभार गुरु जी राधे राधे कृष्णा कृष्णा
राधे राधे
Ram ram ji dhanyabad ji
राधे राधे
Radhey Radhey Maharaj Ji
Radhe Radhe
Radhe radhe
Radhe Radhe Shri Maharaj ji ki jai
राधे कृष्णा राधे कृष्णा,,,🙏🙏
Radhe Radhe
राधे राधे🙏🙏🙏🙏
Radhe Radhe
Radhe Radhe
Radhe Radhe
Radhe Radhe