अम्बे तू है जगदम्बे काली | Ambe Tu Hai Jagdambe Kali | काली माँ की आरती | Kali Maa Ki Aarti

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  • เผยแพร่เมื่อ 30 พ.ย. 2024
  • अम्बे तू है जगदम्बे काली | Ambe Tu Hai Jagdambe Kali | काली माँ की आरती | Kali Maa Ki Aarti
    #माताआरती #BhaktiBhajan
    #AmbeTuHaiJagdambeKali
    Lyrics :
    अम्बे तू है जगदम्बे काली,
    जय दुर्गे खप्पर वाली,
    तेर ही गुण गायें भारती,
    ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती ।
    माता तेरे भक्त जानो पर भीड़ पड़ी है भारी,
    दानव दल पर टूट पड़ो माँ कर के सिंह सवारी ।
    सो सो सिंघो से बलशाली,
    अष्ट भुजाओं वाली,
    दुखिओं के दुखड़े निवारती ।
    औ मैया हम सब उतारे तेरी आरती।
    अम्बे तू है जगदम्बे काली,
    जय दुर्गे खप्पर वाली,
    तेर ही गुण गायें भारती,
    ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती ।
    माँ बेटे की है इस जग में बड़ा ही निर्मल नाता,
    पूत कपूत सुने है पर ना माता सुनी कुमाता ।
    सबपे करुणा दर्शाने वाली,
    अमृत बरसाने वाली,
    दुखिओं के दुखड़े निवारती ।
    माता तेरे भक्त जानो पर भीड़ पड़ी है भारी,
    दानव दल पर टूट पड़ो माँ कर के सिंह सवारी ।
    सो सो सिंघो से बलशाली,
    अष्ट भुजाओं वाली,
    दुखिओं के दुखड़े निवारती ।
    औ मैया हम सब उतारे तेरी आरती।
    अम्बे तू है जगदम्बे काली,
    जय दुर्गे खप्पर वाली,
    तेर ही गुण गायें भारती,
    ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती ।
    नहीं मांगते धन और दौलत ना चांदी ना सोना,
    हम तो मांगे माँ तेरे मन में एक छोटा सा कोना ।
    सब की बिगड़ी बनाने वाली,
    लाज बचाने वाली,
    सतिओं के सत को सवारती ।
    माता तेरे भक्त जानो पर भीड़ पड़ी है भारी,
    दानव दल पर टूट पड़ो माँ कर के सिंह सवारी ।
    सो सो सिंघो से बलशाली,
    अष्ट भुजाओं वाली,
    दुखिओं के दुखड़े निवारती ।
    औ मैया हम सब उतारे तेरी आरती।
    अम्बे तू है जगदम्बे काली,
    जय दुर्गे खप्पर वाली,
    तेर ही गुण गायें भारती,
    ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती ।

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