रामसेवक बाबू का फैसला अपने बड़े बेटे के लिए बिलकुल सही था क्योंकि उसने माता-पिता को बहुत सताया । अतः जो बेटा माँ-बाप की सेवा नहीं कर सकता उसे कुछ भी पाने का अधिकार नहीं है
आजकल कुछ लोग दामाद से रुपया लेकर दामाद को खरीद लेते हैं पहले लोग दामाद को पैसा देकर खरीद लिया करते थे। इसलिए दामाद और पुत्री को मां बाप की सेवा कहां करने देंगे
Sahi tha
बहुत ही अच्छी कहानी है ❤
रामसेवक बाबू का फैसला अपने बड़े बेटे के लिए बिलकुल सही था क्योंकि उसने माता-पिता को बहुत सताया । अतः जो बेटा माँ-बाप की सेवा नहीं कर सकता उसे कुछ भी पाने का अधिकार नहीं है
Sahi tha
P00pm
Bilkul thik kia😊
sahi tha. unhe aisi hi saza milani chahiye
Very nice story
Very nice🎉
फैसला सही था । कहानी बहुत अच्छी लगी ।
, PE pool 0
Nice 🎉🎉🎉😂😂❤❤❤🎉🎉🎉🎉
आजकल कुछ लोग दामाद से रुपया लेकर दामाद को खरीद लेते हैं पहले लोग दामाद को पैसा देकर खरीद लिया करते थे।
इसलिए दामाद और पुत्री को मां बाप की सेवा कहां करने देंगे
बड़े बेटे के प्रति सही फैसला था
Sahi
जो भी व्यक्ति अपने बुजुर्ग ओ काअपमान करते हैं उन्हें सजा मिलनी चाहिए
Sahi kiya
Bahut sunder
Jo bhi vyakti Apne bujurgon ke sath Aisa karta hai use Saja Milani
She