सोयाबीन के सबसे खतरनाक कीट चक्रभृंग (गर्डल बिटल ) का नियंत्रण कैसे करे ? || control of girdle beetle

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  • เผยแพร่เมื่อ 2 ส.ค. 2021
  • नमस्कार किसान भाईयो
    हमारे TH-cam चैनल " आई सी ए आर - भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान इंदौर " में आपका स्वागत है, जो सोयाबीन उत्पादकों की समस्याओं को हल करने और उत्पादकता के स्तर को बढ़ाने में सक्षम नई और बेहतर तकनीकों और प्रथाओं के विकास और प्रसार के लिए समर्पित है। यहां, हम अपने विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों को ला रहे हैं जिनके पास सोयाबीन की फसल पर काम करने का समृद्ध अनुभव है।
    " सोयाबीन के सबसे खतरनाक कीट चक्रभृंग (गर्डल बिटल ) का नियंत्रण कैसे करे ? || control of girdle beetle "
    Hello Farmers,
    Welcome to our TH-cam channel "ICAR - INDIAN INSTITUTE OF SOYBEAN RESEARCH INDORE" dedicated for development and dissemination of new and improved technologies and practices which are able to solve the problems of soybean growers and increase the productivity levels. Here, we are brining our experts and scientists who are having rich experience of working on soybean crop.
    " control of girdle beetle "
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    Email ID :- icariisrindore@gmail.com
    Address :- Indian Institute of Soybean Research, Khandwa Road Indore 452001 (Madhya Pradesh) India
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    सलाह
    :- चक्र भृंग के साथ साथ पत्ती खाने वाली इल्लियों के एक साथ नियंत्रण हेतु पूर्वमिश्रित कीटनाशक नोवाल्युरौन + इन्डोक्साकार्ब (850 मिली/है) या बीटासायफ्लुथ्रिन + इमिडाक्लोप्रिड (350 मिली/है) या थायमिथोक्सम़ + लैम्बडा सायहेलोथ्रिन (125 मिली./है) का छिडकाव करें.
    :- चक्र भृंग के नियंत्रण हेतु थायक्लोप्रिड 21.7 एस.सी. 750 मिली/हे या प्रोफेनोफॉस 50 ई.सी. (1250 मि.ली./है) या पूर्वमिश्रित बीटासायफ्लुथ्रिन + इमिडाक्लोप्रिड (350 मिली./ है.) या थायमिथोक्सम़ + लैम्बडा सायहेलोथ्रिन (125 मिली./है.) या इमामेक्टीन बेन्जोएट (425 मिली/ है.) का छिड़काव करें।
    :- सोयाबीन की जैविक फसल में तम्बाखू की इल्ली एवं चने की इल्ली के प्रबंधन के लिए बाजार में उपलब्ध कीट-विशेष फिरोमोन ट्रैप्स लगाये एवं वायरस आधारित एन.पी.वी. (250 एल.ई./हेक्टे.) का छिडकाव करें.
    :- अपने खेत में पक्षियों की बैठने हेतु “ T ” आकार के बर्ड-पर्चेस लगाये . व सफ़ेद मक्खी के नियंत्रण हेतु विभिन्न स्थानों पर पीला स्टिकी ट्रैप लगाएं.
    परिकल्पना, विडियोग्राफी, निर्देशन
    डॉ. बी.यू. दुपारे प्रधान वैज्ञानिक (कृषि विस्तार)
    विशेष आभार डॉ. अमरनाथ शर्मा प्रधान वैज्ञानिक, सेवा निवृत्त (कीट विज्ञान)
    संपादन डॉ. बी.यू. दुपारे प्रधान वैज्ञानिक (कृषि विस्तार) एवं गणेश कुमार बड़ोले (युवा प्रोफेशनल)
    भा.कृ.अनु.प. - .भारतीय सोयाबीन अनुसन्धान संस्थान, खंडवा रोड, इंदौर-452001, मध्य प्रदेश, भारत भा.कृ.अनु.प. - .भारतीय सोयाबीन अनुसन्धान संस्थान, खंडवा रोड, इंदौर-452001, मध्यप्रदेश, भारत
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