नजर के सामने हरदम हमारा यार रहे। महफिल ए समा आस्ताना ए खिज्र मुरशिद नगर केलाबाड़ी दुर्ग छत्तीसगढ़

แชร์
ฝัง
  • เผยแพร่เมื่อ 28 ส.ค. 2024
  • नज़र के सामने मेरा सनम है। महफिल ए समा आस्ताना ए खिज्र
    हजरत किबला ख्वाजा जलालुद्दीन खिज्र रूमी र. अ.
    मुरशिद नगर केलाबाड़ी दुर्ग छत्तीसगढ़
    Silsila e roomvi

ความคิดเห็น • 2