सुग्रीव, बालि आदि का जो चित्र हम देखते हैं उसमें उनकी पूंछ दिखाई देती हैं, परन्तु उनकी स्त्रियों के कोई पूंछ नहीं होती? नर-मादा का ऐसा भेद संसार में किसी भी वर्ग में देखने को नहीं मिलता। इसलिए यह स्पष्ट होता हैं की हनुमान आदि के पूंछ होना केवल एक चित्रकार की कल्पना मात्र हैं। किष्किन्धा कांड (3/28-32) में जब श्री रामचंद्र जी महाराज की पहली बार ऋष्यमूक पर्वत पर हनुमान से भेंट हुई तब दोनों में परस्पर बातचीत के पश्चात रामचंद्र जी लक्ष्मण से बोले न अन् ऋग्वेद विनीतस्य न अ यजुर्वेद धारिणः | न अ-साम वेद विदुषः शक्यम् एवम् विभाषितुम् || ४-३-२८ “ऋग्वेद के अध्ययन से अनभिज्ञ और यजुर्वेद का जिसको बोध नहीं हैं तथा जिसने सामवेद का अध्ययन नहीं किया है, वह व्यक्ति इस प्रकार परिष्कृत बातें नहीं कर सकता। निश्चय ही इन्होनें सम्पूर्ण व्याकरण का अनेक बार अभ्यास किया हैं, क्यूंकि इतने समय तक बोलने में इन्होनें किसी भी अशुद्ध शब्द का उच्चारण नहीं किया हैं। संस्कार संपन्न, शास्त्रीय पद्यति से उच्चारण की हुई इनकी वाणी ह्रदय को हर्षित कर देती हैं”। सुंदर कांड (30/18,20) में जब हनुमान अशोक वाटिका में राक्षसियों के बीच में बैठी हुई सीता जी को अपना परिचय देने से पहले हनुमान जी सोचते हैं “यदि द्विजाति (ब्राह्मण-क्षत्रिय-वैश्य) के समान परिमार्जित संस्कृत भाषा का प्रयोग करूँगा तो सीता मुझे रावण समझकर भय से संत्रस्त हो जाएगी। मेरे इस वनवासी रूप को देखकर तथा नागरिक संस्कृत को सुनकर पहले ही राक्षसों से डरी हुई यह सीता और भयभीत हो जाएगी। मुझको कामरूपी रावण समझकर भयातुर विशालाक्षी सीता कोलाहल आरंभ कर देगी। इसलिए मैं सामान्य नागरिक के समान परिमार्जित भाषा का प्रयोग करूँगा।” इस प्रमाणों से यह सिद्ध होता हैं की हनुमान जी चारों वेद ,व्याकरण और संस्कृत सहित अनेक भाषायों के ज्ञाता भी थे। हनुमान जी के अतिरिक्त अन्य वानर जैसे की बालि पुत्र अंगद का भी वर्णन वाल्मीकि रामायण में संसार के श्रेष्ठ महापुरुष के रूप में किष्किन्धा कांड 54/2 में हुआ हैं
I'm not in banaras now... this video was shot in may...
ॐ श्री बम बटुक भैरवाय नमः🙏
महादेव 🙏🙏🙏🙏🙏
Hamara kul devta ha batku bharv ji
भाई तुम बटुक भैरव को दूध चढ़ाते हो?
Jai ho mere baba mere kashi ke kotwal baba kal bhairav nath ji maharaj ki jai
Har Har Mahadev 🙏 ( 17/07/23 ) Mon
ॐ बटुक भैरवाय नमः
I have seen the temple a few years ago with a hondol bhootom
Jai ho🙏
Jaiiiiiiiiiiii ahankarrrrrrrrrrrr
हे बाबा काशी में बुला लो🙏🙏 मुझे आपनी भक्ति का वरदान दो मेरी नौकरी आपने पास लगा दो
Jai batuk baba ki
❤
Om hrim bam batukay namah.
Har Har MAHADEV Har Har MAHADEV
🙏
Jai baba batuk bhairav bhagwan ki
,🙏🙏
Jai batuk bhairav baba ki jai🙏🙏🙏
हर हर महादेव
Batuk. Bairav. Hi. Shive. Hai. Inki. Lilla. Bahut. Adbhoot. Hai. Main. Inka. Bhagat. Hoon. Inko. Sat. Sat. Prannam.
Varanasi station se kaise jaye
Pranam didi . Thank you jai maa tara 🙏
जय शंकर
Jai 🙏 🙏 🙏 🙏 🙏 🙏 🙏 🙏 🙏 batukbhairav ji
बाबा बटुक भैरवनाथ की जय
Jai 🙏 🙏 batukbhairav
Jay ho mere baba kaalbherav ki Jay
Jai batuk nath
Namaste
Thanks for the information.
Will you please give me address to reach this temple?
Jai baba 🙏 batukbhairabh
जय बटुकनाथ
Jai shree bhairavnath ki jai...🌻🌻🌻🌼🌼🌼🌹🌹🌹🌺🌺🌺🌻🌻🌻🙏🙏🙏
Jai batuk bhairav apka darsan krke pavitr hua
जय हो अद्भुत । ॐ बं बटुकाय नमः।
विडियो अच्छी हुई है। मे भी वटुक भैरव जी का भक्त हु। जय बाबा भैरव नाथ।
Jai guru bamdev 🙏
Jai ho Shree Batuk Bhairav Baba ki🙏🙏
Jai batuk bharav 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Ye to prerna dayak he 🙏⚘🙏🌹🙏🌹⚘🙏🙏🌹⚘🙏🌹jai ho bherv baba ki oor aap ke swan satye ke parman he ye be mishal ye jai sankar ki 🙏🌹
Har Har Mahadevji
अति मनोरम दर्शन बाबा बटुक भैरव के। हर हर महादेव सम्भु 🙏🙏
हर बार महादेव
Didi ye mandir 24 hours open rhta hau kya mujhe jana tha
जय बटुक भैरव
Har har mahadav
jai mahakal🙏🙏🙏
महाकाल
बनारस मैं ये मंदिर कहा पर है?, कृपया बताए।
Har har mahadev
Kamaccha pe h kasi raj apartment ke bagal me se rasta gya hai...
Siya sharan आप बनारस में ही रहते हैं या कहीं और !!!
@@Boombholedigitaal ji ha mai banars me hi raheta hu...
Boom Bhole Digitaal जी हम चौकाघाट ढेलवारिया, वाराणसी में रहते है पर ये मंदिर अभी तक नही आये , इसलिए पूछा था।
Har Har Mahadev
Jai bhairav Baba Thank you so much ma'am Baba sada aapko Saab sukh de .🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌻🌻🌻🌻
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏bam battukay namah
Bhagbaan sri Batuk Bhairav ki jaay
🔱🔔🌺🌼🌸JAI SHREE BATUK BHAIRAV🌸🌼🌺🔔🔱
जय हो बाबा बटुक नाथ की । वाराणसी जैसे पवित्र जगह को हमारा कोटि कोटि प्रणाम🙏 बहुत अच्छी वीडियो है दीदी जी।
Jay Kal bhaivrav baba
जय भैरवबाबा जी🙏🙏🙏🙏जय बाबा भोलेनाथ जी🙏🙏🙏🙏
Om namah shivay
Ma'am aap Banaras aaye hai
नही। मई में शूट किया था।।
स्वानों के बारे में क्या बताया आपने?
💀☠️💀☠️💀☠️💀☠️💀☠️💀
Om hrim vam vatukaya apaduddaranaya kuru kuru vatukaya vam hrim om
Di where are you
*Aakhir kaar aap aahi gyi thanks*
Har Har Mahadev🚩🚩🚩
Aap ma'am next month aane wale hai?
December
Mala acchi dikh Rahi hai ...kiski hai?
HAR HAR MAAHAADEV !!!
Bam.bam.
Jaya Kashi Biswonath...Jaya Bhairavnath
🙏🙏🙏🙏💐💐💐💐💐
Okay ma'am
💞🙏💕
shiv ji ka bal roop shivgorakshnath
kalbhiravnath ka bal roop he batuk bhiravnath
Om bhairway namha🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌺🌺🌷🌷
🙏Har Har Mahadev Smbhu🙏
Jai BaBa ki
सुग्रीव, बालि आदि का जो चित्र हम देखते हैं उसमें उनकी पूंछ दिखाई देती हैं, परन्तु उनकी स्त्रियों के कोई पूंछ नहीं होती?
नर-मादा का ऐसा भेद संसार में किसी भी वर्ग में देखने को नहीं मिलता। इसलिए यह स्पष्ट होता हैं की हनुमान आदि के पूंछ होना केवल एक चित्रकार की कल्पना मात्र हैं।
किष्किन्धा कांड (3/28-32) में जब श्री रामचंद्र जी महाराज की पहली बार ऋष्यमूक पर्वत पर हनुमान से भेंट हुई तब दोनों में परस्पर बातचीत के पश्चात रामचंद्र जी लक्ष्मण से बोले
न अन् ऋग्वेद विनीतस्य न अ यजुर्वेद धारिणः |
न अ-साम वेद विदुषः शक्यम् एवम् विभाषितुम् || ४-३-२८
“ऋग्वेद के अध्ययन से अनभिज्ञ और यजुर्वेद का जिसको बोध नहीं हैं तथा जिसने सामवेद का अध्ययन नहीं किया है, वह व्यक्ति इस प्रकार परिष्कृत बातें नहीं कर सकता। निश्चय ही इन्होनें सम्पूर्ण व्याकरण का अनेक बार अभ्यास किया हैं, क्यूंकि इतने समय तक बोलने में इन्होनें किसी भी अशुद्ध शब्द का उच्चारण नहीं किया हैं। संस्कार संपन्न, शास्त्रीय पद्यति से उच्चारण की हुई इनकी वाणी ह्रदय को हर्षित कर देती हैं”।
सुंदर कांड (30/18,20) में जब हनुमान अशोक वाटिका में राक्षसियों के बीच में बैठी हुई सीता जी को अपना परिचय देने से पहले हनुमान जी सोचते हैं
“यदि द्विजाति (ब्राह्मण-क्षत्रिय-वैश्य) के समान परिमार्जित संस्कृत भाषा का प्रयोग करूँगा तो सीता मुझे रावण समझकर भय से संत्रस्त हो जाएगी। मेरे इस वनवासी रूप को देखकर तथा नागरिक संस्कृत को सुनकर पहले ही राक्षसों से डरी हुई यह सीता और भयभीत हो जाएगी। मुझको कामरूपी रावण समझकर भयातुर विशालाक्षी सीता कोलाहल आरंभ कर देगी। इसलिए मैं सामान्य नागरिक के समान परिमार्जित भाषा का प्रयोग करूँगा।”
इस प्रमाणों से यह सिद्ध होता हैं की हनुमान जी चारों वेद ,व्याकरण और संस्कृत सहित अनेक भाषायों के ज्ञाता भी थे।
हनुमान जी के अतिरिक्त अन्य वानर जैसे की बालि पुत्र अंगद का भी वर्णन वाल्मीकि रामायण में संसार के श्रेष्ठ महापुरुष के रूप में किष्किन्धा कांड 54/2 में हुआ हैं
Aap log kashi main mandir kaa jagh pata you NAHI daalte hai
I love dogs . Batuk bhairav ji ki savari
🙏🙏🙏🙏
Jay baba bhairavnath
har har mahadev
Jay baba batuk bhairav
🙏🙏🙏
Har har mahadev
Jai 🙏 🙏 baba batukbhairav ji
Har Har Mahadev
Jay ho mere baba batukhbherav ki jay
Har har mahadev
Har har mahadev