Kaali Deewar | Ahmad Faraz | Nazm | Kavita Pe Charcha | Hindi Gharana

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  • เผยแพร่เมื่อ 2 ธ.ค. 2024
  • In this episode of Kavita pe Charcha, we delve into the profound and politically-charged nazm 'Kaali Deewar' by the renowned Urdu poet Ahmad Faraz. Through a thoughtful narration and analysis, we unpack the hidden meanings and social commentary woven into Faraz's powerful verses. Exploring themes of oppression, resistance, and the human condition, this episode offers listeners a deeper understanding of Faraz's artistic brilliance and the enduring relevance of his work.
    Hosts: Gourav and Aditya
    Producer & Editor: Gourav Garg
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    इस कविता पे चर्चा के एपिसोड में, हम प्रसिद्ध उर्दू कवि अहमद फ़राज़ के गहन और राजनीतिक रूप से लदे नज़्म 'कालीदीवार' में गोता लगाते हैं। एक सोचपूर्ण वर्णन और विश्लेषण के माध्यम से, हम फ़राज़ के शक्तिशाली पंक्तियों में छिपे छुपे अर्थों और सामाजिक टिप्पणियों को खोलते हैं। दमन, प्रतिरोध और मानव स्थिति के थीमों का अन्वेषण करते हुए, यह एपिसोड श्रोताओं को फ़राज़ की कलात्मक प्रतिभा और उनके कार्य की अमर प्रासंगिकता को गहराई से समझने का अवसर प्रदान करता है।

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