क्या कविता है सत्य कहूँ तो पूरे जीवन की कहानी एक बार रीवाइंड हो गयी। दिल, दिमाग़ तथा पूरे शरीर में एक भूचाल सा आगया।। नमन है ऐसी लेखनी और सोचनी को।। आज मुझे एह साबित हो गया है कि जो भूकम्प परमाणु बम नहीं ला सकता है वह एक कविता कर सकती है।। 🙏🏻🙏🏻🌹🌹👌🏻👌🏻
असलियत में तो गाँव में कुछ नहीं रखा,इर्ष्या,द्वेष इतना बढ़ गया है कि समझदार व्यक्ति गाँव में ना ही रहे ।वैसे भी शिखा,स्वास्थ्य और रोजगारों की बहुत कमी है ।अब न तो पहले जैसी चौपाल हैं ना प्रेम ।सब अकेले हैं गाँव में भी,मोबाइल युग में ।
Rula deti ho bahan❤ pta nhi kitni bar sun chuka hu Man bojhil to ho jata h fir bhi bharta nhi Jb bhi dikh Jaye tumhara ye kavi sammelan sochte hai chlo thoda ro le 😢
जीवन के सातवें दशक की यात्रा समाप्ति की ओर है, आपकी कविता समाप्त होते होते मैं ने अपना बचपन माता ,पिता भाई ,बहिन गांव के खेत खलिहान, वृक्ष, सखा संगी सब एक बारगी मेरी आंखों में तैर गए जब तक आपकी कविता चली तब तक मेरी आंखों में फिल्म चलती रही। वही तो कविता होती है जो जगती आंखों में यथार्थ की फसल पैदा कर देती है। बधाई
इस बच्ची ने गांव के लिए जो गाकर बताया है, वह तो अभी कुछ वर्षों पहले का दृश्य है। हमने तो सन् १९५५ से गाँव में रहते हुए जो देखा है, वैसे वातावरण की तो आज कल्पना भी नहीं कर सकते।1955
बहन वास्तव में बचपन याद आ गया जी चाहता है सब छोड़कर वापस गांव की गलियों में निकल जाऊं जहां बचपन गुजारा है लेकिन अब गांव भी तो नहीं है वास्तव मेंआंखें भीग गई आपकी कविता सुनकर
अगर आप मजबूत हैं कर्मयोगी हैं तो गाँव मे प्यार भी मिलेगा और व्यापार भी रही बात शहर की तो खूब रहना चाहिए पूरे सन्तुलन के साथ गांव से समर्पक के साथ गाँव ना छोड़ने के नाम पर घर से बाहर काम के लिए ही नहीं निकलना और ज्ञान से बंचित रह जाना कहीं से भी ठीक नहीं व्यक्ति के विकास सम्रद्धि बड़ा कोई स्थान नहीं जहाँ रोटी नहीं सम्मान नहीं वहाँ अपनत्व की भावना ढकोसला और शोषण है
बहुत सुंदर बहन गांव में क्या रखा😢😢😢 गांव में सब कुछ परंतु एक चीज नहीं है वो रोजगार कुछ लोग अब कहे ge की है काम पर यार अगर होता तो कोई शहर नही आता ये जो बहन कह रही देहली में रहते इस कारण यही होंगा की इनके पापा काम देहली में करते होंगे इस लिए देहली में रहते है😢😢😢 में भी बाहर रहता काम के कारण लेकिन जब भी गांव जाता हूं आने का मन नहीं करता है पर काम के कारण आने परता 😢😢😢😢😢
Ab to Ganv Ganv na rahe ... Bahut chal prapanch kapat ho gya hai , isse acha sukun se khin apartment leke society me rho... Vese kavita bhut achi hai .. purane din yad aagye
बहुत ही सुन्दर कविता👌....सच मे गाँव की बात निराली...
इस कबिता को भारत के हर विद्या लय में सुनाया जाता तो शायद बच्चो का सुधार होगा ❤
Very nice kavi n kavi sammelan thanks 🙏 jai hind
क्या कविता है सत्य कहूँ तो पूरे जीवन की कहानी एक बार रीवाइंड हो गयी। दिल, दिमाग़ तथा पूरे शरीर में एक भूचाल सा आगया।। नमन है ऐसी लेखनी और सोचनी को।।
आज मुझे एह साबित हो गया है कि जो भूकम्प परमाणु बम नहीं ला सकता है वह एक कविता कर सकती है।। 🙏🏻🙏🏻🌹🌹👌🏻👌🏻
अति सुन्दर... शब्द नहीं आपके लिए... हमेशा ऐसे ही सुन्दर गाते रहे आप.... God bless you
अति सुन्दर कविता इसे स्कूलों में पाठयक्रम में सामिल किया जय और वैशाली जी को सरकार कि तरफ से पुरस्कृत किया जाय
आप की इन पंक्तियों ने मेरा दिल छू लिया है बहुत बहुत धन्यवाद
असलियत में तो गाँव में कुछ नहीं रखा,इर्ष्या,द्वेष इतना बढ़ गया है कि समझदार व्यक्ति गाँव में ना ही रहे ।वैसे भी शिखा,स्वास्थ्य और रोजगारों की बहुत कमी है ।अब न तो पहले जैसी चौपाल हैं ना प्रेम ।सब अकेले हैं गाँव में भी,मोबाइल युग में ।
Rula deti ho bahan❤ pta nhi kitni bar sun chuka hu
Man bojhil to ho jata h fir bhi bharta nhi
Jb bhi dikh Jaye tumhara ye kavi sammelan sochte hai chlo thoda ro le 😢
जीवन के सातवें दशक की यात्रा समाप्ति की ओर है, आपकी कविता समाप्त होते होते मैं ने अपना बचपन माता ,पिता भाई ,बहिन गांव के खेत खलिहान, वृक्ष, सखा संगी सब एक बारगी मेरी आंखों में तैर गए जब तक आपकी कविता चली तब तक मेरी आंखों में फिल्म चलती रही।
वही तो कविता होती है जो जगती आंखों में यथार्थ की फसल पैदा कर देती है।
बधाई
अत्यन्त ही मार्मिक गीत हैं अपना बचपन वापस लौटा दिया है कुछ पल के लिए ही सही
सदैव ऐसे ही गाती रहो बिटिया 💕💕
सच मे आपने तो कमाल ही कर दिया असली दिनचर्या और रिश्तों का महत्व बताया बहुत खूब🌹💐
बहुत सुंदर बिटिया।इसे विधालय के पाठ्य पुस्तक में शामिल किया जाना चाहिए।
आंखो से आंसू निकाल दिया बहन आपने ये कविता सुना कर
Mai na jane kitni baar yai video dekh chuki hu pr kitni bhi baar dekh lo dubra sunne ka man krta hi hai😅😌😇
बहुत ही सुंदर दिल को छूने वाली रचना
अब गांव पहले जैसे नहीं रहे, आज गांवों में नफरत और जलन है, शहरों में किसी से प्रेम नहीं है तो किसी को किसी से जलन भी नहीं है।
Realy sahi kha
गजब खूबसूरत कविता है उसे जादा खूबसूरत आवाज है आप का🎉❤
Mera ganv to aj bhi bhot accha h
बहुत सुन्दर कविता है पुराने दिन याद आ जाते हैं
वाह वाह 👏👏 मनु आप खुश रहिए 🙌 बहुत सुंदर रचना है 🎉
वास्तव में जो सकून और मजा गांव में है ओ कहीं नहीं है।
Super sister. ham bhi gav se hai pahle sa pyar ab gav me bhi nahi rha apne bachpan ke din bahut yad aate hai
बहुत खूब..... जिज्जी 🎇🎆🎇🎇🎇🎇
Ooo kya mention kiya hai sabhi chijo ko, thanks sister ❤❤
Sach me beta kitna roya hu aapki ye kabita sun ke bar bar❤❤❤❤
Lekin. Aaj kal. Gaon. Me. Jalan. Aur. Ershya. Aur. Nafrat. Hai. Bhai. Yahi. Gaon. Ki. Hakikat. Hai. Bhai
बहुत सुंदर बहना
इस बिटिया ने गद गद कर दिया मन को।
बहुत सुन्दर प्रस्तुति है 💐🙏
Mai 17 saal ki hu aur higher studies ke liye gharse bahar 2 saal se akeli reh rahi hu ye sunkar mujhe apne ghar ki yaad aati hai😢
Vah beta sandar jandar❤
गांव की सचित्र झांकी प्रस्तुत कर दी है l कुशल शब्दकार ही बिटिया
Bahut sunder bahan har bar rula deti ho
Aisa lag raha hai ye kavita kabhi khtm hi na ho sunte hi jaye❤️
इस बच्ची ने गांव के लिए जो गाकर बताया है, वह तो अभी कुछ वर्षों पहले का दृश्य है। हमने तो सन् १९५५ से गाँव में रहते हुए जो देखा है, वैसे वातावरण की तो आज कल्पना भी नहीं कर सकते।1955
जो गांव नहीं जानता वह हिंदुस्तान नहीं जानता है। 👍🙏
बहन वास्तव में बचपन याद आ गया जी चाहता है सब छोड़कर वापस गांव की गलियों में निकल जाऊं जहां बचपन गुजारा है लेकिन अब गांव भी तो नहीं है वास्तव मेंआंखें भीग गई आपकी कविता सुनकर
Bahut bhadhiya gaya aapne Bahin ji
इस बिटीया की कविता ने तो बचपन की याद दिला दी। शाम वाली कविता हू-ब-हू मेरे साथ बितता प्रतित हो रहा है।
शाबाश लाडो बिटिया
Ati sundar ap ne sab kuchh yad dila diya
आंखों में आंसू आ गए मैम आपने इतना अच्छा गया ,बहुत खूब लिखा है आपने ❤
बहुत 2धन्यबाद गांव तथा बचपनका मार्मिक चित्रण करने केलिए, श्रोता भी अपनैबचपन मैं घूमने लगजाता है
बहुत सुंदर रचना। बचपन की यादें ताजा हो गई।
ग्रामीण जीवन की सच्ची झलकी।
Bhut hi. Sunder❤❤❤❤❤❤❤
Main aaj bhi apna gaon ko yaad karti hoon
Vo kandeel jalana
Vo Chachi bhabhi
Vo dadi ki kahani raat me
😊😊😊❤❤❤❤🥺🥺🥺😭😭😭😭😭
Bahut achhi kavita.❤❤
Nice sister 😊😊
Aj tak ki sabse khubsurat kabita pranam hai apko❤🙏🙏
Bahut hi badhiya , ek naya or hridaya sparsi kavita ❤❤❤
Bahut Sundar Kavita
अगर आप मजबूत हैं कर्मयोगी हैं तो गाँव मे प्यार भी मिलेगा और व्यापार भी रही बात शहर की तो खूब रहना चाहिए पूरे सन्तुलन के साथ गांव से समर्पक के साथ गाँव ना छोड़ने के नाम पर घर से बाहर काम के लिए ही नहीं निकलना और ज्ञान से बंचित रह जाना कहीं से भी ठीक नहीं व्यक्ति के विकास सम्रद्धि बड़ा कोई स्थान नहीं जहाँ रोटी नहीं सम्मान नहीं वहाँ अपनत्व की भावना ढकोसला और शोषण है
Mashallah Rona agaya bhain Allah ap ko kamyab kare mere dua h
बहुत ही सुन्दर पंक्तियां....🎉🎉
Bat. To. Sahi. Hai. Bhai
Ro Diya dadi aur dada ka yaadein aa gyi
Sach me bahna
Is geet ko sunkar gaun jaane ka man karne laga hai
Ati sundar meri bahan
Sach me Dil ko chhu gya,,, aapne to gaanv me Ghar me hi pahucha diya❤❤
बहुत सुन्दर प्रस्तुति ❤
Gaon ka sajiv chitaran kar diya manu ji god bless you
निशब्द हु
मैं नमन है आप को बहन 🙏
बहुत सुंदर अभिव्यक्ति
🎉😢😢😊❤
Well composed & picturization of village life
जय श्री राम
Dil ko ghu lene wali Kavita 🎉
Gajab
Kavita Sunkar Bachpan Yad aa gya Aankho me Anshu aa gye
जबाब ही नही इस कविता का
Dil se🌹💐✍️🌹. Dhniavdh🇮🇳👈
Aap bhale to jag bhala
Aap ek achche vyakti hai to gaon me sab achcha hai
Gaon me log maryada me rahte hai
Bahut Sundar bahut Sundar bachpana Yad a Gaya
अच्छी कविता के लिए धन्यवाद
Bitiya ki awaaz atyant meethi surili hai hamara bhavishya Mangal mein ho
Ati sundar 🎉🎉🎉❤❤❤❤
हिंदी है, हम ।
वतन है हिंदुस्ता हमारा ।
Atyant sarahaniya
बहुत सुंदर बहन गांव में क्या रखा😢😢😢
गांव में सब कुछ परंतु एक चीज नहीं है वो रोजगार कुछ लोग
अब कहे ge की है काम पर यार अगर होता तो कोई शहर नही आता ये जो बहन कह रही देहली में रहते इस कारण यही होंगा की इनके पापा काम देहली में करते होंगे इस लिए देहली में रहते है😢😢😢
में भी बाहर रहता काम के कारण लेकिन जब भी गांव जाता हूं आने का मन नहीं करता है पर काम के कारण आने परता 😢😢😢😢😢
Wow nice 👏 👌 song 🎵
बहुत सुन्दर
GR8 sundar bhaw . MANU 👍🙌
Bhaut sunder
Speechless❤
Bahut acha laga
वाह ❤
Aaj jab mene ye geet suna to Mera bachpan mujhe yad aaya
Aankho se aansu aa gya
Bahut sunder hum aaj bhi aise hi rahate hai meri 2bitiya hai gav me bahut mast mere sath rahati hai
Ati uttam perstuti.
❤❤
Very nice ❤
Gonw me hi jannat h
Bhut sunder didi
Jai Ho sister nikhil jain RSS kar karata Katra ward dharam jagran samati
Very nice
Nice sister
Ab to Ganv Ganv na rahe ... Bahut chal prapanch kapat ho gya hai , isse acha sukun se khin apartment leke society me rho...
Vese kavita bhut achi hai .. purane din yad aagye
🙂❤️