पुंसवन संस्कार,गर्भ संस्कार, (Punswan Sanskar)...

แชร์
ฝัง
  • เผยแพร่เมื่อ 10 ก.ย. 2024
  • पुंसवन संस्कार(Punswan Sanskar) , दिव्य आत्माओं के गर्भ में आमंत्रण का संस्कार(गायत्री परिवार). पुंसवन संस्कार गर्भ धारण के समय होने बाला संस्कार है जो गर्भ धारण के 3 माह के अंदर किया जाना चाहिए।
    पुंसवन संस्कार क्या है?
    कब करना है?
    कैसे करना है?
    क्या महत्व है?
    वैज्ञानिक और आध्यात्मिक तौर से बताया गया है?
    ‪@digitalgayatripariwarsagar_gps‬
    #gayatripariwar #awgp #gayatrimantra #pragya_geet
    Punswan Sanskar
    एक संस्कारवान स्वस्थ शिशु के लिए माता पिता को जो तैयारिया करनी है, ईश्वर से जो प्रार्थना करनी है वह पुंसवन संस्कार (गोद भराई) गर्भावस्था की अवधि के दौरान किया जाता है, जिससे उसके उज्ज्वल भविष्य के लिए दैवीय सुरक्षा का आशीर्वाद प्राप्त होता है। संस्कार आमतौर पर तब किया जाता है जब बच्चा भ्रूण के रूप में होता है - मां के गर्भ में तीन महीने का। हालांकि, यह तीन महीने के बाद भी किया जा सकता है। यज्ञ की यज्ञ-अग्नि में अभिमंत्रित एक विशिष्ट जड़ी-बूटी को भ्रूण तक पहुंचाने के लिए मां को दिया जाता है। यज्ञ के दौरान मंत्रोच्चार के साथ किया जाने वाला यह विशेष 'उपचार' बच्चे के स्थूल (भौतिक), सूक्ष्म (मानसिक) और सूक्ष्म ( चेतन ) शरीर के स्वास्थ्य और विकास को मजबूत करता है।
    पुंसवन संस्कार (गोद भराई) पर किए गए प्रयोगों से चौंकाने वाले परिणाम सामने आए हैं: जिन माताओं का गर्भपात होने का खतरा था या जिनके पहले के मुद्दे चयापचय प्रणाली की कमियों या जन्म के बाद से कुछ आनुवंशिक विकारों के अधीन थे, उन्होंने इस संस्कार के बाद स्वस्थ बच्चों को जन्म दिया है। अब शोधकर्ताओं द्वारा यह स्वीकार कर लिया गया है कि यज्ञ के प्राण आवेशित वाष्प के तहत संसाधित चारू या पुरोदाश ( जड़ी-बूटी की तैयारी ) सेलुलर और आणविक (आनुवंशिक सहित ) प्रणालियों को प्रभावित करती है।
    #gayatripariwarsagar_gps
    🙏गायत्री शक्ति पीठ, सागर 🙏
    #Gayatri
    #gayatripariwar
    #gayatrimantra
    #gayatripariwar #gayatripariwarsagar_gps
    Punsvan Sanshkar ,
    Punsavan Sanskar
    by Gayatri Pariwar

ความคิดเห็น • 8