सृष्टि रचना से पहले जीव आत्मा कहां रहती थी? जीव आत्मा का वास्तविक रूप क्या है? Nitindas ji Maharaj

แชร์
ฝัง
  • เผยแพร่เมื่อ 6 ก.ย. 2024
  • सृष्टि रचना से पहले जीव आत्मा कहां रहती थी? जीव आत्मा का वास्तविक रूप क्या है? Nitindas ji Maharaj#moolgyan #satguru #subscribe #satnarayan #ramcharan #nitindassatsang #rammandir #kabirgyan #gururavidas #satkabir #vani #newbhajan #granthsahib #jivatma #satsangigyan #satguru #like #shere #videoviral #nitindas #gurbani

ความคิดเห็น • 32

  • @RajeshThakur-ku3dd
    @RajeshThakur-ku3dd หลายเดือนก่อน +1

    Saheb bandgi sat nam
    .
    .

  • @dhirenderkumar2159
    @dhirenderkumar2159 หลายเดือนก่อน +1

    Sahib bandgi satnaam guruver

  • @user-ry1kx1nn4e
    @user-ry1kx1nn4e หลายเดือนก่อน +2

    Guru ji aap sbse alg baat krte h

  • @user-xv3ys4dr3p
    @user-xv3ys4dr3p หลายเดือนก่อน +2

    🌹🌹✋️🌹🌹जय सतनाम ll बहुत खुशी की बात है कि आप मूल ज्ञान को अच्छे से समझ रहे हैं ll मालिक ऐसे ही आपका विवेक बढाता रहे ll मूल ज्ञान प्रचार में अपना योगदान दें ll सत्संग को अपने जानकार लोगों में तथा दूसरे ग्रुप्स में भी send करें ll

  • @can8716
    @can8716 หลายเดือนก่อน +2

    Satnam saheb bandagi guru ji

  • @shamdhiman8717
    @shamdhiman8717 หลายเดือนก่อน +2

    ਦਾੜ੍ਹੀ ਵੱਡੀ ਸਿਰ ਦੇ ਵਾਲ ਦਿਸਦੇ ਨਹੀ ਅੱਖਾਂ ਤੋਂ ਅਮਲੀ ਲਗਦਾ

  • @Vijay_pal_Singh734
    @Vijay_pal_Singh734 หลายเดือนก่อน +1

    मेरी भगतों से विनती है कि आप अपने इन महाराज जी से ये पूछो कि कबीर साहेब और कृष्ण जी महाराज ने कौन सी बीजक मूल और गीता पढ़ी थी जिसे पड़कर दुनिया को ज्ञान दिया। कबीर तो अनपढ़ थे।

    • @Moolgyankabirsahab
      @Moolgyankabirsahab  หลายเดือนก่อน

      RAM PAL SE PUCH LIYA AAP NE UNHHONE JO BTAYA SHI NHI BTAYA KYA

    • @kirtisiwach4316
      @kirtisiwach4316 หลายเดือนก่อน

      😢

    • @Moolgyankabirsahab
      @Moolgyankabirsahab  หลายเดือนก่อน

      Aap apne manter gyani se hi puch lo , Vo aksro ko jayda janta ko dete hai murh bnane ke liye Unhoe bht logo ko pagal kr rekha hai khud aaram se jail rest kr rhe hai

  • @kuradass775
    @kuradass775 หลายเดือนก่อน

    बिना प्रमाण का ज्ञान है। क्योंकि पूर्ण ज्ञान नहीं है।

    • @pankajKumar-ej4mf
      @pankajKumar-ej4mf หลายเดือนก่อน

      Apke samjh nahi aa raha hai abhi

    • @Moolgyankabirsahab
      @Moolgyankabirsahab  หลายเดือนก่อน

      मोको कहां ढूँढ़े रे बन्दे
      मैं तो तेरे पास में
      ना तीरथ में ना मूरत में
      ना एकान्त निवास में
      ना मंदिर में ना मस्जिद में
      ना काबे कैलास में
      मैं तो तेरे पास में बन्दे
      मैं तो तेरे पास में
      ना मैं जप में ना मैं तप में
      ना मैं बरत उपास में
      ना मैं किरिया करम में रहता
      नहीं जोग सन्यास में
      नहीं प्राण में नहीं पिंड में
      ना ब्रह्याण्ड आकाश में
      ना मैं प्रकृति प्रवार गुफा में
      नहीं स्वांसों की स्वांस में
      खोजि होए तुरत मिल जाऊं
      इक पल की तलाश में
      कहत कबीर सुनो भई साधो
      मैं तो हूं विश्वास में. Ye btao kabir shab kta bta rhe hai

    • @Moolgyankabirsahab
      @Moolgyankabirsahab  หลายเดือนก่อน

      मोको कहां ढूँढ़े रे बन्दे
      मैं तो तेरे पास में
      ना तीरथ में ना मूरत में
      ना एकान्त निवास में
      ना मंदिर में ना मस्जिद में
      ना काबे कैलास में
      मैं तो तेरे पास में बन्दे
      मैं तो तेरे पास में
      ना मैं जप में ना मैं तप में
      ना मैं बरत उपास में
      ना मैं किरिया करम में रहता
      नहीं जोग सन्यास में
      नहीं प्राण में नहीं पिंड में
      ना ब्रह्याण्ड आकाश में
      ना मैं प्रकृति प्रवार गुफा में
      नहीं स्वांसों की स्वांस में
      खोजि होए तुरत मिल जाऊं
      इक पल की तलाश में
      कहत कबीर सुनो भई साधो
      मैं तो हूं विश्वास में. Tum logo ki smj me aa gya hoga to btao kabir sahab kya bta rhe hai ye mat bolna kabir sahab ne nhi likhi bani smje

    • @Moolgyankabirsahab
      @Moolgyankabirsahab  หลายเดือนก่อน +1

      इसे सुनें
      तंत्र मंत्र सब झूठ है, मत भरमो जग कोय । सार शब्द जाने बिना, कागा हँस ना होय ।। ye bhi bta apne guru se bhi puch lena usko bhi nhi pta eska

    • @Moolgyankabirsahab
      @Moolgyankabirsahab  หลายเดือนก่อน

      इसे सुनें
      तंत्र मंत्र सब झूठ है, मत भरमो जग कोय । सार शब्द जाने बिना, कागा हँस ना होय ।। lo bhai ye 2 bani hai sahib ki btao chlo kya bol rhi hai

  • @UdayKumar-dn3zh
    @UdayKumar-dn3zh หลายเดือนก่อน

    Saheb Bandagi saheb jib pahla dichh liya.or.tisra dichh se pahle.maut ho gaya to kiya.ho ga saheb Daya kar ke Bata Dijiye

  • @Vijay_pal_Singh734
    @Vijay_pal_Singh734 หลายเดือนก่อน

    Ram रहीम और आसाराम बनना चाहते हैं आधुनिक अधकचरे गुरू।

    • @Moolgyankabirsahab
      @Moolgyankabirsahab  หลายเดือนก่อน

      Tum logo ko kuch pta to hai nhi om shom ret ret ke bhudi khrab ho gye hai jail me jao us se pucho nakli gyan liya jis se

    • @Moolgyankabirsahab
      @Moolgyankabirsahab  หลายเดือนก่อน

      Tumhara guru bhi esi line me hai 2 ke sath 3 number eni ka number aata hai ,apne hato aap hi kutwa rhe hai sath me guru ki bhi

    • @Moolgyankabirsahab
      @Moolgyankabirsahab  หลายเดือนก่อน

      Kisi se bhi puch lo Google pe bhi enke sath ek name or aata hai 3 vala aap ko to pta hai name kyun nhi likha

  • @Vijay_pal_Singh734
    @Vijay_pal_Singh734 หลายเดือนก่อน

    तुम कुछ भी नहीं जानते। ये इस बात का प्रमाण है कि कि थोथा चना बाजे घना। कबीर साहेब ने कहा है कि बड़े बड़ाई ना करे। बड़े ना बोले बोल। हीरा मुख से ना कहे लाख टके मेरा मोल।तुम इससे ज्यादा नहीं।

    • @Moolgyankabirsahab
      @Moolgyankabirsahab  หลายเดือนก่อน

      इसे सुनें
      तंत्र मंत्र सब झूठ है, मत भरमो जग कोय । सार शब्द जाने बिना, कागा हँस ना होय ।। tum log ek bhi vani ka answer nhi de sakte bas pde hai manter jaapp kr kr ke bhudi ktm ho gye hai ,ratamar ki halt yhi hoti hai

    • @Moolgyankabirsahab
      @Moolgyankabirsahab  หลายเดือนก่อน

      रागु गउड़ी पूरबी बावन अखरी कबीर जीउ की
      ੴ सतिनामु करता पुरखु गुरप्रसादि ॥
      बावन अछर लोक त्रै सभु कछु इन ही माहि ॥ ए अखर खिरि जाहिगे ओइ अखर इन महि नाहि ॥१॥
      पद्अर्थ: बावन = 52, बावन। अखरी = अक्षरों वाली। बावन अखरी = बावन अक्षरों वाली वाणी। अक्षर = अक्षर। लोक त्रै = तीन लोकों में, सारे जगत में (वरते जा रहे हैं)। सभु कछु = (जगत का) सारा वरतारा। इन ही माहि = इन (बावन अक्षरों) में ही। ए अखर = ये बावन अक्षर (जिस से जगत का वरतारा निभ रहा है)। खिरि जाहिगे = नाश हो जाएंगे। ओइ अखर = वह अक्षर (जो ‘अनुभव’ अवस्था बयान कर सकें, जो परमात्मा के मिलाप की अवस्था बता सकें)।1।
      अर्थ: बावन अक्षर (भाव, लिपियों के अक्षर) सारे जगत में (प्रयोग किए जा रहे हैं), जगत का सारा कामकाज इन (लिपियों के) अक्षरों से चल रहा है। पर ये अक्षर नाश हो जाएंगे (भाव, जैसे जगत नाशवान है, जगत में बरती जाने वाली हरेक चीज भी नाशवान है, और बोलियों, भाषाओं में बरते जाने वाले अक्षर भी नाशवान हैं)। अकाल-पुरख से मिलाप जिस शकल में अनुभव होता है, उसके बयान करने के लिए कोई अक्षर ऐसे नहीं हैं जो इन अक्षरों में आ सकें।1।
      भाव: जगत के मेल मिलाप के बरतारे को तो अक्षरों के माध्यम से बयान किया जा सकता है, पर अकाल पुरख का मिलाप वर्णन से परे है।
      जहा बोल तह अछर आवा ॥ जह अबोल तह मनु न रहावा ॥ बोल अबोल मधि है सोई ॥ जस ओहु है तस लखै न कोई ॥२॥
      पद्अर्थ: आवा = आते हैं, बरते जाते हैं। जहा बोल = जहाँ वचन हैं, जो अवस्था बयान की जा सकती है। तह = उस अवस्था में। अबोल = (अ+बोल) वह अवस्था जो बयान नहीं हो सकती। न रहावा = नहीं रहता, हस्ती मिट जाती है। मधि = में। सोई = वही अकाल पुरख। जस = जैसा। तस = तैसा। लखै = बयान करता है। ओहु = परमात्मा।2।
      अर्थ: जो वरतारा बयान किया जा सकता है, अक्षर (केवल) वहीं (ही) बरते जाते हैं; जो अवस्था बयान से परे है (भाव, जब अकाल-पुरख में लीनता होती है) वहाँ (बयान करने वाला) मन (खुद ही) नहीं रह जाता। जहाँ अक्षर प्रयोग किए जा सकते हैं (भाव, जो अवस्था बयान की जा सकती है) और जिस हालत का बयान नहीं हो सकता (भाव, परमात्मा में लीनता की अवस्था) - इन (दोनों) जगह परमात्मा खुद ही है और जैसा वह (परमात्मा) है वैसा (हू-ब-हू) कोई बयान नहीं कर सकता।2। puch ke btana bani kya bol rhi hai aawaj bhar nhi aaye gi apne guru se pucho pta nhi usko bhi samje

  • @jodhaakbar926
    @jodhaakbar926 หลายเดือนก่อน

    Tu bta phir kaha rehta hai,jis thali me khate ho , usi me shed krdiya apne , Krishna ka khate ho ,aur usi ki burai krte ho 😠😠😠😠

  • @balbirsinghtomar6533
    @balbirsinghtomar6533 หลายเดือนก่อน

    साहेब पहले तो आप आत्म को अचल बता रहे थे। अब आप परमात्मा को अचल बताने लगे तो साहेब भरमाऊ दस। पहले ये निर्णय करो की आत्मा अचल है की परमात्मा अचल है

    • @Moolgyankabirsahab
      @Moolgyankabirsahab  หลายเดือนก่อน

      Dono achl hai Bhai tumhare samje me problem hai to साहिब क्या kre

    • @balbirsinghtomar6533
      @balbirsinghtomar6533 หลายเดือนก่อน

      @@Moolgyankabirsahab साहेब भारमाऊ दास जी कबीर साहेब बोलते है आत्मा पिंड ब्रह्मांड में यानी आत्मा पिंड माने शरीर और ब्राह्मण माने आकाश में है तो आत्मा अचल कैसे है ज्ञान अर्जित करो। अब आप ये ही बता दो आत्मा कितनी है और परमात्मा कितनी है क्योंकि मेरी समझ मे नही आया आपकी तो आया। यही से आपके ज्ञान का पता लग जाएग

  • @Vijay_pal_Singh734
    @Vijay_pal_Singh734 หลายเดือนก่อน

    आप इनसे कहो महाराज जी। कोरे कागज़ पर कुछ बोल कर दिखाओ। आत्मा कोरे कागज़ की तरह है। भोले भाले लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं।

    • @Moolgyankabirsahab
      @Moolgyankabirsahab  หลายเดือนก่อน

      APNE US NAKLI SE PUCHO JIS KA GYAN VANI SE NHI MATCH HOTA PAR MURHKHO KI DUNYA HAI ,OM SHOM SATKABIR ME 52 AKSRO ME PARMATMA DHUNDWA DEA OR LGE HAI MALA LE KE RATNE, ABHI TO STARTING HAI AAGE AAGE DEKHO KESE NAKLI MAAL KTM HOGA