Doob gaye hum pani men I Lajawab Shayari I Sukhan Rubaru - Qatar Mushaira 2024 I Anjuman Qatar

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  • เผยแพร่เมื่อ 6 ม.ค. 2025

ความคิดเห็น • 9

  • @QuoteRings
    @QuoteRings 3 วันที่ผ่านมา +2

    Behtreen shayri ❤️

  • @clghoyal
    @clghoyal 2 วันที่ผ่านมา

    Kya kahne aalam saab .... waaaa ❤️❤️❤️

  • @jawedjahadpoetry1267
    @jawedjahadpoetry1267 3 วันที่ผ่านมา +2

    Bahut khoob🎉

  • @imkaransahar
    @imkaransahar วันที่ผ่านมา

    Waah waah waah waah waah waah

  • @manjulata7
    @manjulata7 4 วันที่ผ่านมา +1

    बेहतरीन मुशायरा 💗

  • @bksooddhiri5872
    @bksooddhiri5872 วันที่ผ่านมา

    आलम जी क्या कहने वाह वाह

  • @sikandarkhan6402
    @sikandarkhan6402 3 วันที่ผ่านมา

    Wah kiya baat hai🌹

  • @seematabassumshayara1081
    @seematabassumshayara1081 3 วันที่ผ่านมา +3

    WOW ✌VERY TRUE AND BEAUTIFUL

  • @ansaririyaz8370
    @ansaririyaz8370 วันที่ผ่านมา

    तुझे क्या पता ये दर्द ए जुदाई क्या चीज है.
    कोई अपना बिछड़ा होता, तो एहसास होता ||
    गम नहीं होता उनको किसी का आशियाना तबाह करके.
    कभी अपना घर टूटा होता, तो एहसास होता ||
    दरख़्त से तोड़कर फल तुम खुश होते हो यहां.
    शीशे सा कभी खुद टूटे होते, तो एहसास होता ||
    जेहन की जीत को तू जीत कहता है मगर.
    तू जीत कर हारा होता,तो एहसास होता ||
    बड़ी तकलीफ से एक झोपड़ी बनाते हैं मां-बाप
    अगर तू भी किसी का बाप होता, तो एहसास होता ||
    मेरे आंसुओं को देखकर यूँ उदास मत हो " रियाज़ " किसी मजलूम का कभी अश्क पोछा होता, तो एहसास होता||