मसिहा प्रभु येशुवा कब आयेंगे? अभी इस्राइल में जो युद्ध चालू है उसमे जब इस्राइल के द्वारा लेबनोन का नाश होगा तब प्रभु येशुवा का आगमन होगा! (यशया 10:34, 11:1 से 9) और आज सच में लेबनोन के साथ हि इस्राइल का युद्ध चालू है! तो तैयार हो जावो परमेश्वर यहोवा कें पुत्र प्रभु येशुवा कें स्वागत के लिये! आमीन 💕
मत्ती 27:7-10 का वर्णन एक महत्वपूर्ण और गहन विषय को छूता है। यह येशु के पकड़वाने के लिए यहूदा इस्करियोती द्वारा लिए गए 30 चांदी के सिक्कों और उनके बाद की घटनाओं से संबंधित है। (मत्ती 27:7-10): "तब उन्होंने सलाह करके उस रुपये से कुम्हार का खेत खरीदा ताकि परदेशियों के गाड़ने के लिये कबरिस्तान हो। इसलिये वह खेत आज तक खून का खेत कहलाता है। तब वह पूरा हुआ जो यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता के द्वारा कहा गया था: उन्होंने उस की क़ीमत के लिये चांदी के तीस टुकड़े लिये, जो इस्राएलियों में से कई एक की ओर से ठहराई गई थी। और उन्होंने उस रुपये से कुम्हार का खेत खरीदा, जैसा प्रभु ने मुझे आज्ञा दी थी।" येशु को पकड़वाने के लिए यहूदा की गद्दारी: यहूदा ने मुख्य याजकों से 30 चांदी के सिक्कों में येशु को पकड़वाने की सहमति की। लेकिन बाद में, उसे इस कार्य पर पछतावा हुआ और उसने वह पैसे वापस लौटा दिए। खून का खेत (Field of Blood): जब यहूदा ने पैसे मंदिर में फेंक दिए, तो मुख्य याजकों ने उस पैसे को उठाकर कुम्हार का खेत खरीद लिया। उन्होंने इसे "खून का खेत" कहा, क्योंकि वह पैसे खून के बदले दिए गए थे। यह खेत परदेशियों के दफनाने के लिए उपयोग किया जाने लगा। भविष्यवाणी की पूर्ति: मत्ती ने इस घटना को यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता की भविष्यवाणी के रूप में देखा। यह ज़कर्याह 11:12-13 और यिर्मयाह की शिक्षाओं के मेल से जुड़ी है। इसने मसीहा के खारिज किए जाने और मूल्य के प्रतीक (30 चांदी के सिक्के) को प्रकट किया। आध्यात्मिक शिक्षा: यह घटना पाप के घातक परिणामों को दर्शाती है। यहूदा का पश्चाताप सच्चा नहीं था, और उसने आत्महत्या कर ली। लेकिन येशु का बलिदान पाप के लिए उद्धार का मार्ग प्रदान करता है। आपके सवाल का उत्तर: यह घटना हमें यह सिखाती है कि: धन या लालच हमें खतरनाक जगह पर ले जा सकता है। केवल सच्चा पश्चाताप और येशु में विश्वास ही हमें पाप से छुटकारा दिला सकता है। बाइबल की भविष्यवाणियां येशु के जीवन और उनकी सेवकाई में पूरी हुईं।
बाइबल के नए नियम के अनुसार, मसीही विश्वासियों के लिए सभी प्रकार के खाने शुद्ध हैं। पुराने नियम में, यहूदियों के लिए कुछ भोजन नियम बनाए गए थे, जिनमें सूअर का मांस अशुद्ध माना गया था (लैव्यव्यवस्था 11:7-8)। लेकिन जब यीशु मसीह ने नए वाचा (New Covenant) को स्थापित किया, तो उन्होंने इन पुराने धार्मिक नियमों को पूरा कर दिया और उनके माध्यम से सभी खाद्य पदार्थों को शुद्ध करार दिया। उदाहरण के लिए: मरकुस 7:18-19 में, यीशु कहते हैं: "जो चीज़ मनुष्य के भीतर से बाहर नहीं, बल्कि भीतर जाती है, वह उसे अशुद्ध नहीं कर सकती।" इस प्रकार, उन्होंने सभी भोजन को शुद्ध घोषित किया। इसके अलावा, प्रेरितों के काम 10:10-15 में, पतरस को एक दर्शन में यह दिखाया गया कि परमेश्वर ने सभी खाने की चीज़ों को शुद्ध कर दिया है। इस दर्शन में पतरस को सभी प्रकार के जानवरों को खाने की अनुमति दी गई। तो क्या मसीही सूअर का मांस खा सकते हैं? हाँ, नए नियम के अनुसार सूअर का मांस खाना पाप नहीं है। यह प्रत्येक व्यक्ति की व्यक्तिगत पसंद और विवेक पर निर्भर करता है। लेकिन यह भी ध्यान रखना चाहिए कि किसी का आचरण दूसरे के विश्वास को ठेस न पहुंचाए (1 कुरिन्थियों 8:9-13)। मसीही जीवन का केंद्र यह नहीं है कि क्या खाया जाए, बल्कि यह है कि हम अपने जीवन में परमेश्वर की महिमा कैसे करें और दूसरों के साथ प्रेमपूर्वक व्यवहार करें।
इस्लाम में सुअर का मांस खाना हराम (निषिद्ध) है, और यह कुरान में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है (सूरत अल-बकरा 2:173, सूरत अल-मायदा 5:3)। यह नियम मुस्लिम समुदाय में पवित्रता और आज्ञाकारिता का हिस्सा है। ईसाई धर्म में सुअर का मांस खाने का दृष्टिकोण थोड़ा अलग है। पुराने नियम में (लैव्यवस्था 11:7-8), यहूदियों के लिए सुअर को अपवित्र जानवर माना गया था। लेकिन नए नियम में, विशेष रूप से प्रेरितों के काम (अध्याय 10) में, यह बताया गया है कि यीशु मसीह के बलिदान ने ऐसे खाद्य प्रतिबंधों को समाप्त कर दिया है। इसलिए अधिकांश ईसाई इसे खाने की अनुमति मानते हैं, लेकिन यह व्यक्तिगत विश्वास और परंपराओं पर निर्भर करता है।
KHUDA WIND YASU MACHI aap ko or Barkat De AMEN SUM AMEN ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
मसिहा प्रभु येशुवा कब आयेंगे? अभी इस्राइल में जो युद्ध चालू है उसमे जब इस्राइल के द्वारा लेबनोन का नाश होगा तब प्रभु येशुवा का आगमन होगा! (यशया 10:34, 11:1 से 9) और आज सच में लेबनोन के साथ हि इस्राइल का युद्ध चालू है! तो तैयार हो जावो परमेश्वर यहोवा कें पुत्र प्रभु येशुवा कें स्वागत के लिये! आमीन 💕
Amen ✝️🛐🤍
@@vikramjadhav9102 🛐🛐✝️✝️✝️❤️
Praise the Lord Prabhu Yeshu ki mahima ho Prabhu Yahova ki Baddai ho God Bless you Amen
@@RaviKumar-t7l4e ❤️❤️❤️
Jai Masih ki pastor ji yes Amen 🙏🙏
Beautiful sharing 👏🏻💛💛💛 thank you very much brother 🙏🏻🙌🏻💛🙌🏻💛
Praise the Lord at every where.
❤God❤bless🙏❤you
🌱 Nice Teaching 🌱
Preayes The Lord
Yeshu mashi ki mahima ho Hallelujah Hallelujah Hallelujah
Amen
Press the lord❤❤❤❤🎉🎉🎉
amen
Amen,halaluiya❤jesas
Amin haleluyah
Parise the Lord
Praise the lord 🙏
❤❤❤❤❤
Hallelujah
Thank you so much sir
Ameen❤❤❤❤❤❤❤❤haleluya
So nice
❤
Apne harek kamse yeshuki kamko bada kare
Jai masih ki
Sir mati 27 ki 7 se 10 tak ke bare me bataye
Me ye bahut jagah se pusha hu magar koi nahi bata raha
Jo bhi ho reply jaroor karna ❤❤
मत्ती 27:7-10 का वर्णन एक महत्वपूर्ण और गहन विषय को छूता है। यह येशु के पकड़वाने के लिए यहूदा इस्करियोती द्वारा लिए गए 30 चांदी के सिक्कों और उनके बाद की घटनाओं से संबंधित है।
(मत्ती 27:7-10):
"तब उन्होंने सलाह करके उस रुपये से कुम्हार का खेत खरीदा ताकि परदेशियों के गाड़ने के लिये कबरिस्तान हो। इसलिये वह खेत आज तक खून का खेत कहलाता है। तब वह पूरा हुआ जो यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता के द्वारा कहा गया था: उन्होंने उस की क़ीमत के लिये चांदी के तीस टुकड़े लिये, जो इस्राएलियों में से कई एक की ओर से ठहराई गई थी। और उन्होंने उस रुपये से कुम्हार का खेत खरीदा, जैसा प्रभु ने मुझे आज्ञा दी थी।"
येशु को पकड़वाने के लिए यहूदा की गद्दारी:
यहूदा ने मुख्य याजकों से 30 चांदी के सिक्कों में येशु को पकड़वाने की सहमति की। लेकिन बाद में, उसे इस कार्य पर पछतावा हुआ और उसने वह पैसे वापस लौटा दिए।
खून का खेत (Field of Blood):
जब यहूदा ने पैसे मंदिर में फेंक दिए, तो मुख्य याजकों ने उस पैसे को उठाकर कुम्हार का खेत खरीद लिया। उन्होंने इसे "खून का खेत" कहा, क्योंकि वह पैसे खून के बदले दिए गए थे। यह खेत परदेशियों के दफनाने के लिए उपयोग किया जाने लगा।
भविष्यवाणी की पूर्ति:
मत्ती ने इस घटना को यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता की भविष्यवाणी के रूप में देखा। यह ज़कर्याह 11:12-13 और यिर्मयाह की शिक्षाओं के मेल से जुड़ी है। इसने मसीहा के खारिज किए जाने और मूल्य के प्रतीक (30 चांदी के सिक्के) को प्रकट किया।
आध्यात्मिक शिक्षा:
यह घटना पाप के घातक परिणामों को दर्शाती है। यहूदा का पश्चाताप सच्चा नहीं था, और उसने आत्महत्या कर ली। लेकिन येशु का बलिदान पाप के लिए उद्धार का मार्ग प्रदान करता है।
आपके सवाल का उत्तर:
यह घटना हमें यह सिखाती है कि:
धन या लालच हमें खतरनाक जगह पर ले जा सकता है।
केवल सच्चा पश्चाताप और येशु में विश्वास ही हमें पाप से छुटकारा दिला सकता है।
बाइबल की भविष्यवाणियां येशु के जीवन और उनकी सेवकाई में पूरी हुईं।
❤हलेलुया❤प्रम्❤प्रभुके❤महिमा❤रहे❤अौर❤प्रभुने❤हाम❤सबके❤अार्षिस्❤दिया❤जाये❤❤❤अामेन❤❤❤अामेन❤❤❤अामेन❤❤❤जयमशिहा🙏🙏🙏❤️❤️❤️🌹🌹🌹🇳🇵🇳🇵🇳🇵🇳🇵
Singar lipstick aur hantho mein godna Aaj masihi followers prachalan bahut Hai es bare mein sandesh banten Ameen
They was water 💦 demon
Prabh ne kaha meri banai Hui koi bhi chij asudh nahi hai yesu ke sab se bade birodhi yohidi hai
Bahut se masih suar palan aur meat bhi khate hain kya ye sahi hai , kripya batayen
बाइबल के नए नियम के अनुसार, मसीही विश्वासियों के लिए सभी प्रकार के खाने शुद्ध हैं। पुराने नियम में, यहूदियों के लिए कुछ भोजन नियम बनाए गए थे, जिनमें सूअर का मांस अशुद्ध माना गया था (लैव्यव्यवस्था 11:7-8)। लेकिन जब यीशु मसीह ने नए वाचा (New Covenant) को स्थापित किया, तो उन्होंने इन पुराने धार्मिक नियमों को पूरा कर दिया और उनके माध्यम से सभी खाद्य पदार्थों को शुद्ध करार दिया।
उदाहरण के लिए:
मरकुस 7:18-19 में, यीशु कहते हैं:
"जो चीज़ मनुष्य के भीतर से बाहर नहीं, बल्कि भीतर जाती है, वह उसे अशुद्ध नहीं कर सकती।"
इस प्रकार, उन्होंने सभी भोजन को शुद्ध घोषित किया।
इसके अलावा, प्रेरितों के काम 10:10-15 में, पतरस को एक दर्शन में यह दिखाया गया कि परमेश्वर ने सभी खाने की चीज़ों को शुद्ध कर दिया है। इस दर्शन में पतरस को सभी प्रकार के जानवरों को खाने की अनुमति दी गई।
तो क्या मसीही सूअर का मांस खा सकते हैं?
हाँ, नए नियम के अनुसार सूअर का मांस खाना पाप नहीं है। यह प्रत्येक व्यक्ति की व्यक्तिगत पसंद और विवेक पर निर्भर करता है। लेकिन यह भी ध्यान रखना चाहिए कि किसी का आचरण दूसरे के विश्वास को ठेस न पहुंचाए (1 कुरिन्थियों 8:9-13)।
मसीही जीवन का केंद्र यह नहीं है कि क्या खाया जाए, बल्कि यह है कि हम अपने जीवन में परमेश्वर की महिमा कैसे करें और दूसरों के साथ प्रेमपूर्वक व्यवहार करें।
Amen❤❤❤❤
मे मुस्लिम हूं हम सुअर नहीं खाते हैं
@@Olivia.784 आप मुस्लिम यहुदियों को भाई मानते हो क्या
@@Olivia.784 इब्राहीम के कितने बेटे थे
इस्लाम में सुअर का मांस खाना हराम (निषिद्ध) है, और यह कुरान में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है (सूरत अल-बकरा 2:173, सूरत अल-मायदा 5:3)। यह नियम मुस्लिम समुदाय में पवित्रता और आज्ञाकारिता का हिस्सा है।
ईसाई धर्म में सुअर का मांस खाने का दृष्टिकोण थोड़ा अलग है। पुराने नियम में (लैव्यवस्था 11:7-8), यहूदियों के लिए सुअर को अपवित्र जानवर माना गया था। लेकिन नए नियम में, विशेष रूप से प्रेरितों के काम (अध्याय 10) में, यह बताया गया है कि यीशु मसीह के बलिदान ने ऐसे खाद्य प्रतिबंधों को समाप्त कर दिया है। इसलिए अधिकांश ईसाई इसे खाने की अनुमति मानते हैं, लेकिन यह व्यक्तिगत विश्वास और परंपराओं पर निर्भर करता है।
@@jesuscallingmee हम मुस्लिम ईसाई यहूदियों भाइयों को भाई मानते हैं
Amen