गुरुदेव के चरणो मैं मेरा और मेरे परिवार का कोटी कोटी कोटी नमोस्तु नमोस्तु नमोस्तु महाराज जी, महावीर रमेशजी जैन वरखेडकर जिंतुर निवासी जिल्हा परभणी महाराष्ट्र से, 👏👏👏
महाराज श्री जी ने मकान मसान महल मंदिर आदि मां शब्दों का प्रयोगकिया जिस घर में साधु के चरण नहीं पड़ते वह घर मकान मसान शमशान के समानहै जिस घर में साधु के चरण पड़ जाते हैं तो वह मकान भी महल मंदिर बन जाता है
महाराज श्री जी ने म शब्द से मकान मसान महल मंदिर मुनि आदि के उदाहरण दिए हैं और मुनि शब्द की व्याख्या करते हुए कहा ज्ञान रूपी अग्नि जिनके घाट में विद्यमान है ऐसे मुनि महाराज श्मशान में साधना करके तुम्हारे घर पहुंच जाएं तो घर महल मकान नाहोकर के मंदिर बन जाता है जो अभी तक मसान के समान माना जाता था ऐसे मकान मसान महल इन तीनों को मंदिर कारूप मुनि महाराज के द्वारा ही प्रदान किया जाता है। मैं अनन्या जैन
महाराज श्री जी ने म शब्द से मकान मसान महल मंदिर मुनि आदि के उदाहरण दिए हैं और मुनि शब्द की व्याख्या करते हुए कहा ज्ञान रूपी अग्नि जिनके घाट में विद्यमान है ऐसे मुनि महाराज श्मशान में साधना करके तुम्हारे घर पहुंच जाएं तो घर महल मकान नाहोकर के मंदिर बन जाता है जो अभी तक मसान के समान माना जाता था ऐसे मकान मसान महल इन तीनों को मंदिर कारूप मुनि महाराज के द्वारा ही प्रदान किया जाता है। मंजू फट्टा Mungaoli
महाराज जी ने मकान मसान महल मंदिर आदि मां शब्दों का प्रयोग किया था जिस घर में साधु के चरण पढ़ते हैं तो वह घर भी मंदिर बन जाता है और जहां साधु के चरण नहीं पड़ते तो वह घर भी शमशान के समान होता है मां से मुनि शब्द को लेकर महाराज श्री ने आज अपने प्रवचन में बतायाथा श्रीमती साक्षी जैन मुंगावली
नमोस्तू गुरूवर जी 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
गुरुदेव के चरणो मैं मेरा और मेरे परिवार का कोटी कोटी कोटी नमोस्तु नमोस्तु नमोस्तु महाराज जी, महावीर रमेशजी जैन वरखेडकर जिंतुर निवासी जिल्हा परभणी महाराष्ट्र से, 👏👏👏
महाराज श्री जी ने मकान मसान महल मंदिर आदि मां शब्दों का प्रयोगकिया जिस घर में साधु के चरण नहीं पड़ते वह घर मकान मसान शमशान के समानहै जिस घर में साधु के चरण पड़ जाते हैं तो वह मकान भी महल मंदिर बन जाता है
महाराज श्री जी ने म शब्द से मकान मसान महल मंदिर मुनि आदि के उदाहरण दिए हैं और मुनि शब्द की व्याख्या करते हुए कहा ज्ञान रूपी अग्नि जिनके घाट में विद्यमान है ऐसे मुनि महाराज श्मशान में साधना करके तुम्हारे घर पहुंच जाएं तो घर महल मकान नाहोकर के मंदिर बन जाता है जो अभी तक मसान के समान माना जाता था ऐसे मकान मसान महल इन तीनों को मंदिर कारूप मुनि महाराज के द्वारा ही प्रदान किया जाता है। मैं अनन्या जैन
NAMOSTU NAMOSTU ĢÙŔUĎEV JAI HO 🙏🙏🙏
महाराज श्री जी ने म शब्द से मकान मसान महल मंदिर मुनि आदि के उदाहरण दिए हैं और मुनि शब्द की व्याख्या करते हुए कहा ज्ञान रूपी अग्नि जिनके घाट में विद्यमान है ऐसे मुनि महाराज श्मशान में साधना करके तुम्हारे घर पहुंच जाएं तो घर महल मकान नाहोकर के मंदिर बन जाता है जो अभी तक मसान के समान माना जाता था ऐसे मकान मसान महल इन तीनों को मंदिर कारूप मुनि महाराज के द्वारा ही प्रदान किया जाता है।
मंजू फट्टा Mungaoli
महाराज जी ने मकान मसान महल मंदिर आदि मां शब्दों का प्रयोग किया था जिस घर में साधु के चरण पढ़ते हैं तो वह घर भी मंदिर बन जाता है और जहां साधु के चरण नहीं पड़ते तो वह घर भी शमशान के समान होता है मां से मुनि शब्द को लेकर महाराज श्री ने आज अपने प्रवचन में बतायाथा श्रीमती साक्षी जैन मुंगावली
Mantra. Ka. Roop. Bhi. Unhi ko. Pradan kiya jata hi Jinka Prarambh
Maa. Yani Muni se. Hota hi. Pratibha. Bajaj.