देश गुलाम किसके कारण हुआ ? || By स्वामी सच्चिदानंद जी महाराज
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- เผยแพร่เมื่อ 12 พ.ค. 2024
- स्वामी सच्चिदानंद जी महाराज
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देश मनुस्मृति के कारण गुलाम हुए देश में सिर्फ क्षत्रिय को लड़ने का अधिकार था जो कि ब्राह्मण की देन है।
सादर नमस्ते स्वामीजी स्वामी जी मैं आपको हृदय सेनमन करता हूं और आपका हर एक वीडियो मैंने देखा है और सुना भी आपका हर वीडियो में हिंदुओं को जगाने की प्रेरणा कर रहे हो लेकिन हिंदू पाखंड और अंधविश्वास से बाहर निकलना नहीं चाहता और अंदर ही धसता चला जा रहा है मुझे बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि आज हिंदुओं को ज्ञान की जरूरत नहीं है बल्कि जूते कीजरूरत है
इस इतिहास को हर स्कूल कॉलेजों में पढ़ना चाहिए।
भारत की गुलामी के मुख्य जिम्मेदार लोग बृम्हण और क्षत्रिय है जिनके हाथ मे देश की वागडोर थी। लेकिन जिम्मेदारी लेने की जगह दूसरो को वरगला रहे है।
MAANSIK APANG LAGTE HO
GULAAMI KA KAARAN, US SAMAY BHI JAICHAND JAISE LOGG HAMHARE BEECH THEY,
AUR AAJ BHI TUMHARE JAISE LOGG HAMHARE BEECH MAI HAI,
AB SAMJHA, GULAAMI KA KAARAN.
Tere purvaj jab kis bil mein chup gaye the re what's up University ke professor..... Bewakoofon jaisi baatein karne lage ...
महर्षि दयानंद सरस्वती जी को कोटि कोटि प्रणाम।
श्रद्धेय स्वामी जी,सादर प्रणाम 🌹🌹🌹🌹🌹☂️
स्वामी जी आज अपने मेरी आंखे खोल दी बहुत बहुत बधाई हो
स्वामी सच्चिदानंद जी महाराज को सादर नमस्ते
ओइम् स्वामी जी नमस्ते भारत माता की जय वैदिक धर्म की जय आर्य समाज अमर रहे ।
शत् शत् बंदन अभिनंदन स्वामी आर्य समाज से
नमस्ते स्वामीजी
जब हम पर बाहर से हमला होता था तब हमरे जवान लोग लड़ने के बजाए मंदिर में घुस जाते थे और मूर्ति पूजा शुरू कर देते थे | उनको लगता था की अब इस मूर्ति से कोई शक्ति बाहर निकलेगी और दुश्मन को मार देगी |
विश्व के सभी धर्म-सम्प्रदाय का ईश्वर अलग-अलग कैसे हो सकता है ?
Swami ji ko kotti kotti naman
Sadar namaste swamiji 🙏🙏
Ham apke sath hain
सादर नमन🙏स्वामी जी
Jay shree Krishna
श्री मान स्वामी जी बिल्कुल सत्य कहा है ❤
Mharajj ne jankari di usako sat sat naman aap amar rahe
आज भी हमारे भारत देश के अंदर पाखण्डी धर्म गुरु है।जिसके कारण भारत की बहु बेटी सुरक्षित नहीं है। मुस्लिम धर्म के लोग दूसरे धर्म की बहु बेटी का सम्मान आज भी नहीं करते हैं। जय भारत
Swamiji KO koti koti pranam
प्रणाम
Jati or dharm ke karan desh gulam guva
जी स्वामी जी प्रणाम❤❤❤ ।
हम अपनी
1 )#अकर्मण्यता
2 ) #कायरता
3 ) #भ्रष्टाचार
4 ) #ईच्छाशक्ति_कमी
को जी #दुर #करो मुर्खता अहंकार को बड़ाने को भी नही कह रहे । प्रकृति का हि संतुलन हि खराब करे ।
#मालिक हमे #सद्बुद्धि दे ।
#हरिॐ
es itihas ko har bhartiyo. ko sunana chahiye, jay hind.
We welcome.🙏🙏🙏🙏🙏
Joy shree ram 🚩🚩🚩🙏
सत्य वचन
❤❤❤❤❤🎉🎉
Sahi baat hei
🕉🕉🕉👌👌👌🙏🙏🚩🚩🇮🇳🇮🇳🇮🇳
सच और संत
जातिवाद कै कारण और धर्म के कारण देश गुलाम हुए थे।
देश गुलाम जयचंदो के कारण हुआ था
देश गुलाम मनुस्मृति के कारण हुआ तभी तो घटिया पुस्तक को जलाया गया था। भारतीय संविधान उत्तम है क्योंकि, संविधान ने देश की और देश गुलाम नहीं हुआ। जय संविधान
एकदम सही👍👍, जय श्रीराम🙏🙏
जागो हिन्दुओं जागो कुंभकर्ण भी जग गया था समय की मांग है अवसर मिलता चूको मत
Guru ji mujh jaise napunshak hindu kahi phir na gulam bana de. Aur usi rah par hai bhi
पूज्य स्वामी दयानंद सरस्वती जी महाराज ने शनिवार 4 जुलाई सन 1875 को पुणे में व्याख्यान देते हुए हिंदू शब्द का अर्थ काला, काफिर, चोर किया है।अतः हमारा नाम हिंदू नहीं है हम केवल आर्य हैं और स्वामी जी से भी निवेदन है कि वह आर्य शब्द का ही प्रयोग करें ।
धन्यवाद ।
यशपाल शास्त्री
संस्थापक
सौ गाँवों का एक समाज।
बम्बा कोठी आर्य समाज।।
Des Adolf Hitler ne Azad krwaya.
Aggar world war2 Main England kamzor Na hota India ajj bhi gulam hota !!!
सम्राट अशोक के कार्यकाल के बाद लड़ाई में क्या रखा है सिर्फ बर्बादी यह हिंदुओं मे भ्रम फैलाया गया है आज भी हिंदुओं में यह धारणा मौजूद है
Bharat me gulami ka karn aariyon ka aagman
Swamiji, you and Arya Samaj are fitting for nation, struggling against hypocracy, superstitions, and social evels. Bit on the other hand some selfish Ponga panthi are strong enjough to counter you espcially Sankaracharyas.
Gulam aap log hai jatibad
दायर पर चढाई 712मे की थी
712मेनही 742मेचढाईकीथी
क्योंकि धन ही मंदिरों में जमा था और आप उसीका समर्थन कर रहे है गद्दारों को गद्दार कौम कहने में दर्द हो रहा है
Mohd Gauri bhi khatm kar dia Gaya tha
Svamiji aap pravchan to thika kar rahehai le kin Aaj to pakhand ke khilaf aavajuthana chahiya
सबसे बडी गलती सम्राट अशोक मौर्य जी कि गलती जो उसने कलिंग युद्ध के बाद अब कभी मै हथियार नही उठाऊगां.तथा बौध धर्म अपनाया .
दुसरी बात पुष्यमित्र शृगं को अपना सेनापति बनाकर .
वरना किसी की मजाल थी भारत पर आंख उठाने कि हिम्मत नहीं कर सकता .
आज भी वही हो रहा है
देश मे मंदिरों को दिया जा रहा है . लोगों को अहिंसा का पाठ पढाया जा रहा है ,पाखण्ड को प्राथमिकता दि जा रही है .
स्वामी जी अगर आप समाज को सुधारना चाहते हैं तो भारत का सच्चा इतिहास लोगों को बताएं। पहले यह बताए कि समाज में ऊँच-नीच, भेदभाव कैसे आया। दलित और शूद्र, बृहमण और छत्री किसने बनाया। शूद्रों के कमर में झाड़ू और गले में हानडी किसने लटकाया। शूद्रों की इज्जत, आबरु के साथ खेलवाड़ किसने किया। भारत के मूलनिवासी (हड़पपा, मोहनजुदाड़ु)को बर्बाद किन लोगों ने किया।
वेद, उपनिषद और गीता में जहां एक ओर केवल एक ईश्वर की शिक्षा मिलती है तो दूसरी ओर करोड़ों देवी-देवता और भगवान की पूजा कैसे शुरु हुई।!!????।जिस मोहम्मद बिन कासिम का उल्लेख किया वह तो बहू-बेटियों और महिलाओ की ओर निगाह उठाकर भी नही देखते थे।!!??
बाबा जी गुलामी कारण सबसे पहले तो हमारे देश मे, जात पात उच नीच हम हिंदुओ को हिंदू मानने के लिए तैयार नहीं है,, जब हम हिंदू जात पात के नाम बट जायेंगे तो तीसरा फायदा तो उठायेगा ही ना
पढ़े लिखे लोग ही अधिक पाखंड में फंसे हुए हैं
2000 किलो मीटर देश के जमीन पर कब्जा जमा लिया है चीन के दवारा, मोदी जी देश के प्रधान मंत्री जी क्या चीन के कबजे से मुक्त कराने का काम नहीं किया गया का कारण क्या है?
हिंदुओं एकजुट हो। भारत को सुरक्षित करें
Hindu ke karan bharat barbad huva
HAM GULAM KYO HUE .ALLAH KE NAME PAR SARE EKTTHA HOTE HSI YE KYA HAI ,PAKAND NSHI HAI
मूलशंकर तिवारी ने खुद को हिंदू नहीं कहा आप क्यों कह रहे है
फिर पंडित ब्राह्मणों को भी गद्दार बताओ आप इस पर तो कौम को गद्दार नहीं बताएंगे आप
Aap ruk lije or safal banaye hindu Hindi me mat lariye laraye.joy srirama joy sri krishna.
आप बात को छुपा क्यों रहे हैं सबसे पहले 4000 साल पहले पहले आक्रांत का ब्राह्मण ही आए थे जो आज तक यहां से नहीं गए हैं इसी का कारण है कि आज भी देश
Bechare hinduon ko galat itihaas mat batao
महाराज तो फिर आप अब भी इतने पाखंड पुजारी है अभीबी अंध विश्वास फैला रहे है जैसे बागेश्वर बाबा उसका खुलकर विरोध क्यों नही करते हो
Desh ko gulam bramhano ne banaya ye swami ji ko itihas malum nahi hai ye jhuth bol rha hai
श्री मान स्वामी सच्चिदानंद जी अंधविश्वास पाखंड का विरोध करते हुए उसी का जड़ का गुणगान कर रहे हो कहां से आया अंधविश्वास पाखंड सारे आम जनता को बेवकूफ बना रहे हो जिस वेद पुराण गीता रामायण महाभारत में वर्णित बुराई है उसको छिपाए फिर रहे हो बड़ा बुद्धिमान व्यक्ति हो।कबीले तारीफ है आपका ज्ञान का ।जय सतनाम छत्तीसगढ़।
श्रीमान जी आप सच्चाईबता दो
श्रीमान जी गुलामी का कारण आप जैसे लोग भी थे
महाभारत कुरुक्षेत्र में श्री कृष्ण और अर्जुन के प्रश्नोत्तर संवाद को द्विव्य दृष्टि से देखा और सुना जिसे अंधे धृतराष्ट्र को घर बैठे ज्यों का त्यों सुनाया वही प्रसंग श्री मद्भभागवतगीता के रूप में प्रसिद्ध हुआ। संजय कोई धर्म गुरु या भगवान् नहीं थे क्या आजकल के धर्म गुरु और जो तत्व दृष्टा ज्ञानी परमात्मा बन रहे हैं संजय का मुकाबला कर पायेंगे? वेदों में कोई मनुष्य के भगवान् होने का प्रमाण नहीं फिर भी वेदों को बदनाम करने में लगे हैं। वर्ण कोई जाती नहीं है लेकिन अविद्या ग्रस्त लोगों ने जातिवाद और ऊंच नीच का समाज बना दिया है जो वेद विरुद्ध है जैसे शरीर में चारौं अंगौ महत्व है वैसे ही चारौं वर्णौं का महत्व है जो एक परिवार में भी हो सकतें है।। आशा है आप सत्य का ग्रहण और असत्य का त्याग करेंगे। धन्यवाद।। आर्य पुत्र।।
Batao sachchai kya h hamara Apne hi apno ka virodh karte hai
आप भी सच्चाई बता सकते हो,,,, माफ करना भाई जी पर ज्यादातर लोगोको,, खास कर हिंदुओ को अपने ही धर्म में खामियां दिखती है, पर दूसरे धर्मो पर उंगली करने पर डर लगता हैं जी
देश मनुवादियों की मनुस्मृति के कानून और अंधविश्वास के कारण।
अच्छा जब तेरे को कुछ मालूम नहीं तो आके क्यों बोलता हैँ।
Desh gulam bhagvan aur unke nalayak bhakto k karan hua
Baidik kal kavi nehi tha kebal sammyak parampara (boudh parampara )ko khatam kar ke baidik or brambhon dharm khara kiya (Euroshia) brambhon. Brambhon muslim ka relative dost , Mansingh (brambhon) Mughal samrat ke sath baibahik relative banai rakha .Baidik or brambhon dharm banane wale brambhon ka satru muslim nehi mulbasi .
मुगलों का एजेंट तुम लोग
देश मनुस्मृति के कारण गुलाम हुए देश में सिर्फ क्षत्रिय को लड़ने का अधिकार था जो कि ब्राह्मण की देन है।
देश मनुस्मृति के कारण गुलाम हुए देश में सिर्फ क्षत्रिय को लड़ने का अधिकार था जो कि ब्राह्मण की देन है।
देश मनुस्मृति के कारण गुलाम हुए देश में सिर्फ क्षत्रिय को लड़ने का अधिकार था जो कि ब्राह्मण की देन है।
देश मनुस्मृति के कारण गुलाम हुए देश में सिर्फ क्षत्रिय को लड़ने का अधिकार था जो कि ब्राह्मण की देन है।