Fencing wire tightening, easy solution| खेत की तारबंदी करने का देसी जुगाड़
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- เผยแพร่เมื่อ 11 ก.ย. 2024
- सीमेंट के खम्भे, सस्ते होते हैं, लेकिन बहुत ज्यादा अंतर भी नही होता है और सीमेंट के खम्भे टूटते ज्यादा हैं, इनकी उम्र भी लम्बी नही हैं, सीमेंट के खम्भो को भविष्य में उखाड़ कर पुनः उपयोग में नही लाया जा सकता, वो सिर्फ कचरा ही बनते है।
लोहे के खम्भे अच्छे हैं, लेकिन मजबूत लोहा महंगा होता हैं व उनके लिए ईंट या पत्थर व सीमेंट का बेस बनाकर ही खड़ा करना पड़ता है, उनका कंस्ट्रक्शन का खर्चा ज्यादा हैं, इनकी उम्र सीमेंट के खम्भो से ज्यादा हैं, लेकिन पत्थर के खम्भो जितनी नही हैं, आखिर में इनको भी कबाड़ में ही देना पड़ता है।
पत्थर के खम्भे(पट्टियां या छीणे) मेरे हिसाब से सबसे अच्छे हैं, क्योकि कीमत भी ज्यादा महंगी नही है, सीधे मिट्टी खोदकर गाड़ने है व सीमेंट , पत्थर व ईंट का बेस बनाने की जरूरत नही, लेबर खर्च कम आता है, बाद में जब कभी भी, भविष्य में काम मे नही लेना होता है तो, मकान के कंस्ट्रक्शन में उपयोग ले सकते है, उखाड़ने में भी कम खर्च आता हैं व सबसे अच्छी बात की, इनका भाव हमेशा अच्छा मिलता है, बाजार भाव के हिसाब से, नया या पुराने से कोई मतलब नही है, अगर वो खण्डित न हो तो।
8 फीट लम्बी व 4 इंच मोटी के ₹820 जोड़े के हिसाब से यानी ₹410 कि एक व 7 फीट वाली के ₹700 जोड़े के यानी एक के ₹350.
नोट:- वीडियो सिर्फ जानकारी के लिए है, हमारा काम बेचने का नही है व उपरोक्त कीमते समय-समय पर परिवर्तनशील है🙏
#Go_Bharat #GoBharat #Wire_Fencing #Tarbandi #तारबंदी #Fencing_Solution #Fencing_Pole
Sahi bat he bhai aur video bahut acha he sabse badaya Jay go mata
th-cam.com/video/ddrTK8pNrbQ/w-d-xo.html
Nice
वाह सिंह साहब
Future big youtuber one of the nice video
th-cam.com/video/ddrTK8pNrbQ/w-d-xo.html
Super sir tq
बहुत बढ़िया राजस्थानीयो का दिमांग सबसे तेज है
Jorr kaku
ਬਾਈ ਤਾਰ ਕੱਸਣ ਵਾਲਾ ਬਹੁਤ ਵਧੀਆ ਜੁਗਾੜ 👌👌
Very nice.
Please make videoe on making Cement poles for fencing.
जी, प्रयास रहेगा🙏
Bahut acche
धन्यवाद।
Thank,s bhai information ke liye 🙏👌👍
Thanks 🙏
Good
सर मुझे भी तरबनदी करनी है पर उसके लिए ये प्थहर के पोल लगाना चाहता हूं पर कोई इनका डीलर नहीं मिल रहा है ।तो आप कोई संपर्क सूत्र या कोई जरिया बता दो खरीदने का तो सही रहेगा
ये पत्थर जोधपुर का लाल बलुआ पत्थर है, जोधपुर से 40-50 किलोमीटर दूर इसकी खाने हैं, हमारे यहाँ जीस भाव मे पड़ता हैं, वो आप इस वीडियो के अन्य कमेंट्स पर पढे, जो मैंने पूरी डिटेल लिखी है , लेकिन आपके क्षेत्र की दूरी पर निर्भर करता हैं कि, इसकी रेट क्या होगी?
अगर आप राजस्थान से नही है, या जोधपुर से आपकी दूरी ज्यादा है तो, बहुत महंगा पडेगा आपको, ऐसे में आपके लिए, आपके क्षेत्र का कोई स्थानीय पत्थर उपलब्ध हो तो, वो सही रहेगा।
Mere pass mil jayega
Kya yrr tektar se bhi khicha ke fir badha dete he
Kah se ho ji
good
Very nice 👍👍👌 video
🙏
आपके अंदर लोगों का प्रगति कार्य करने के लिए खोज कि रूचि रहती है हमेशा बहुत बहुत धन्यवाद आप के माता पिता धन्य है जो आप गाउ सेवक हैं... जय भवानी माता गाउ माता के कत्ल खाने चलाने वाले का नस कर... M-9910466639
आभार🙏
Konsa gav h aapka
रामपुरा कलाँ, तहसील-रायपुर,जिला-पाली(राजस्थान).
Nice 🙏👌🐂🐄
कितने मीटर या फुट के अंतराल पर बांधने चाहिए जय श्री राम वन्देमातरम।
हमने 10-10 फ़ीट का अंतर रखा, लेकिन 12फ़ीट का भी रख सकते है, लेकिन इससे ज्यादा रखने पर मजबूती नही रहती हैं।
@@GoBharat धन्यवाद श्रीमान जी
जय भैंस माता। जय बकरी माई।
Supb
Bhi ye poll badey majbut lag rahey kon se he ple reply
ये जोधपुर के पत्थर के हैं, लाल बलुआ पत्थर।
@@GoBharat BHI ji 1 pather 8 fit ka kya cost hogi
8 फीट लम्बी व 4 इंच मोटी के ₹820 जोड़े के हिसाब से यानी ₹410 कि एक व 7 फीट वाली के ₹700 जोड़े के यानी एक के ₹350.
विस्तृत जानकारी के लिए, वीडियो के नीचे डिस्क्रिप्शन पढ़े🙏
🙏🙏🙏🙏🙏
Prize of machine
ये तो, कोई भी वेल्डर के पास जाकर, आप खुद बनवा सकते हैं, ज्यादा से ज्यादा 300-400 लगेगा।
सर ये पत्थर के खम्भे कहा से मिलें गे और क्या कीमत पर
ये जोधपुर का लाल बलुआ पत्थर हैं, कीमतें मैंने कमेन्ट में डाल रखी हैं,,जो कि समय- समय पर बदलती रहती हैं और ये वीडियो मैंने सिर्फ जानकारी के लिए ही डाला हैं🙏
8 फीट लम्बी व 4 इंच मोटी के ₹820 जोड़े के हिसाब से यानी ₹410 कि एक व 7 फीट वाली के ₹700 जोड़े के यानी एक के ₹350.
@@GoBharat 10f -rs
👌👌
🙏
पट्टियां क्या रेट से मिल रही है आपके वहां??
8 फीट लम्बी व 4 इंच मोटी के ₹820 जोड़े के हिसाब से यानी ₹410 कि एक व 7 फीट वाली के ₹700 जोड़े के यानी एक के ₹350.
@@GoBharat सीमेंट ,पत्थर एवं लोहे खंबे में क्या प्लस माईनस है
सीमेंट के खम्भे, सस्ते होते हैं, लेकिन बहुत ज्यादा अंतर भी नही होता है और सीमेंट के खम्भे टूटते ज्यादा हैं, इनकी उम्र भी लम्बी नही हैं, सीमेंट के खम्भो को भविष्य में उखाड़ कर पुनः उपयोग में नही लाया जा सकता, वो सिर्फ कचरा ही बनते है।
लोहे के खम्भे अच्छे हैं, लेकिन मजबूत लोहा महंगा होता हैं व उनके लिए ईंट या पत्थर व सीमेंट का बेस बनाकर ही खड़ा करना पड़ता है, उनका कंस्ट्रक्शन का खर्चा ज्यादा हैं, इनकी उम्र सीमेंट के खम्भो से ज्यादा हैं, लेकिन पत्थर के खम्भो जितनी नही हैं, आखिर में इनको भी कबाड़ में ही देना पड़ता है।
पत्थर के खम्भे(पट्टियां या छीणे) मेरे हिसाब से सबसे अच्छे हैं, क्योकि कीमत भी ज्यादा महंगी नही है, सीधे मिट्टी खोदकर गाड़ने है व सीमेंट , पत्थर व ईंट का बेस बनाने की जरूरत नही, लेबर खर्च कम आता है, बाद में जब कभी भी, भविष्य में काम मे नही लेना होता है तो, मकान के कंस्ट्रक्शन में उपयोग ले सकते है, उखाड़ने में भी कम खर्च आता हैं व सबसे अच्छी बात की, इनका भाव हमेशा अच्छा मिलता है, बाजार भाव के हिसाब से, नया या पुराने से कोई मतलब नही है, अगर वो खण्डित न हो तो।
@@GoBharat धन्यवाद मुझे ईनदोर से आगे खंडवा की ओर 100 km पर चाहिए। हमारे श्रेत में नहीं मिलते हैं।
ये आपको बहुत महंगा पड़ेगा, क्योकि जोधपुर से आपकी लोकेशन, 700 किलोमीटर से भी ज्यादा है, तो आपको ट्रक भाड़ा ज्यादा पड़ेगा, बेहतर होगा कि आपके क्षेत्र के आसपास अगर, बलुआ पत्थर या दूसरा कोई सस्ता पत्थर , जो कि थोड़ा हार्ड भी हो, अगर मिल जाये तो सही रहेगा, फिर भी आप मुझसे फोन पर बात करे🙏
यह पत्थर के पोल कितने रुपए में और कहां से लिए प्लीज रिप्लाई
₹410 का एक पड़ा था उस समय, 8 फ़ीट का व जोधपुर पत्थर है।
@@GoBharat thankyou sir
Bhayi saab 8 feet ka 310 rupyo me 200 km tak supply karte hai jodhpur se.....
@@samaykidhara9660 10f-rd
Rs
Nice ji👍👍
Sir g 5years ago i ker leye hue
क्या कहना चाहते है आप? समझ नहीं आया।
आपने 5 साल पहले किया तब वीडियो बना के डालते अब दूसरे इससे सीख सकते हैं और जिसने भी वीडियो बनाया है उनका हौसला अफजाई करें ।
30 kg ke 1 bandal
Kitane miter vaayar hota h
अलग-अलग कम्पनी में फर्क होता है(यानी Tata एवं Jindal, टाटा का वजन में थोड़ा भारी होता है व जिंदल का हल्का), हमनें जिंदल का तार उपयोग में लिया था, जो कि एक बण्डल का वजन लगभग 45 से 50 किलोग्राम तक होता हैं और ये 1000 से 1100 फ़ीट लम्बा होता है।
2 khambho ke bich kitana
Antar hona chahiye
हमने तो 10-10 फीट का रखा, ज्यादा से ज्यादा 12 फ़ीट का रख सकते हैं, लेकिन इससे ज्यादा होने पर, कुछ समय बाद जाली ढीली हो जायेगी व मजबूत नही रहेगी।
Sir side vaala farmer lagaana degaa
अगर, हम अपनी जमीन पर लगाएंगे तो, किसी को क्या आपत्ति होगी?
Hamare mp me150 me melte he kse ko lage to Bata do 9977774283
Bhai saheb taktar se khich Jata engal lagane ka kam hi nahi hai maine 60 biga me kiya hai.ek dam tite
अलग अलग लोगों का अपना अपना तरीका व जुगाड़ है हुक्म🙏
Karigaro ka sampark number bata dijiye
मेरे गांव से ही है।
हमारे पास है
हम इस जुगाड़ को 2010 म करचुके हैं
लेकिन आप २०२० में बता रहे हो, पहिले शेअर करना चाहिए था. धन्यवाद .
Poll keha se laye
Jodhpur Red sand stone.
यह कांटे वाला तार मत बान्धो
Superr
Pol सीमेंट के नही है.
जोधपुर के रेड सेन्ड स्टोन के है।
Thekalelomeratarbandikardo
Esse bhi Acha trika m bta dunga
Isme sasta kya h
तार खींचने का उपकरण।
Pta h 3 year phle
थोडा मराठी बी बोलो
राजस्थान से हु तो, नही आती है🤔
Mpsehu
ये ग़लत है तार को आखीरमे टेक्टर ज्ञे बांधकर खीचौ सारे खंभे का तार एक साथ टाइट हो जाएगा फीर उसे खंभे सै बाधदो हो गया
ट्रेक्टर से एक साथ खिंच तो जायेगा, मगर थोड़ी सी भी, ट्रैक्टर वाले ने असावधानी कर दी तो साथ मे खम्भा खिंच गया तो ,बाहर भी आ सकता है या तिरछा भी हो सकता हैं, तार लम्बा करने के लिए तो ट्रैक्टर का ही इस्तेमाल किया था, लेकिन हर 10 से 15 खम्भे के बीच एक्सट्रा टाइट करना भी जरूरी है, ताकि भविष्य में जाली ढीली नही हो।
Tum jasa ki baaja sa hi to aaj kissn parasan haa
Tarbandikaranihai
वीडियो , सिर्फ जानकारी के लिए है🙏
Jali factory phone n.9636356372
Tikau nabi hai
इससे ज्यादा टिकाऊ व सस्ता ओर कितना चाहिए?
Bhai saab ...aap jai gau mata bhi bol rahe ho gau bhagat bhi bn rahe ho aur gau mata ko bhookh marne ke liye taarbandhi k jugad bhi bta rahe ho...ye double standard kyu
किसान खेती से अन्न व चारा पैदा करता हैं, उससे इंसान व गाय दोनो का पेट भरता हैं, आपके लॉजिक के हिसाब से तो ,किसान खेती करना ही छोड़ दे?
मैं तो खेती की सुरक्षा का तरीका ही बता रहा हु, गाय का गला काटने का थोड़ी बोल रहा हूं भले मिनख, जो डबल स्टैंडर्ड हैं?
अब किसान अपने खेत की रखवाली के लिए बाड़ भी न करें?
@@GoBharat bhai ji..taarbandhi k kaaran pta nahi kitni gaaye bhukhi mr rahi h..gaaye bhukhi na mare is pr aap video bnao..kya koi aisa idea h apke paas jisse gaaye bhukhi bhi na maare aur kisaan ki bhi fasal bach jaye..
भाई जी तारबन्दी की वजह से गाये भूखों नही मरती हैं, क्योकि जब तारबन्दी नही होती थी, तो उससे पहले खेत की मेड़बन्दी व बाड़ होती थी,
कारण तो बहुत सारे हैं, लेकिन मुख्य कारण है, हम इंसानो का लालच, जो गाय का दूध लेने के पश्चात, उसको सड़को पर भूखों मरने के लिए छोड़ देते हैं, हमें तो बस सुबह-शाम दूध चाहिये,
इसके लिए अगर हम अपने आसपास देखेंगे तो, हम या हमारे पड़ोसी या जानने वाले या रिश्तेदार ही होंगे, जो ऐसा करते हैं,
मैं भी ज्यादा बड़ी-बड़ी बातें नही कर सकता, क्योंकि मेरे आसपास भी यह घटित हो रहा हैं,
लोग ऐसा करते हैं तो भी, इसके लिए मैं अपने आप को जिम्मेदार मानता हूँ, क्योंकि मैं अपने हिस्से की जिम्मेदारी कितनी पूरी करता हूं, वो महत्त्वपूर्ण हैं।
फिर भी मेरी कोशिश है कि जो मुझसे बन पड़े, वो करू।
@@GoBharat bhai ji bhagwan ne insaan ko iss prakriti ki rksha krne k liye bnaya tha..but insaan ne ek khatarnaak janwar ka roop le liya h..paisa paisa paisa bs..koi bhukha mare pyasa mare koi matlab nahi h..hai koi jo paisa apne saath lekr gya hai....umeed h ki aap iss dharti k liye kuch achaa krenge...dhanyawad
@@rajeshjakhar91 kar di chutiyapanti tumne kya tumne kabhi kheti kara hai ??
Yadi kiya hota to aisha nahi bolta 👍
👌👌👌