भागवत पुराण |श्रीमद्भागवत( Bhagwat Puran, Srimadbhagwat): परिचय(Introduction) व महत्त्व (Importance)
ฝัง
- เผยแพร่เมื่อ 15 ก.ย. 2024
- 18 पुराणों में भागवत पुराण या श्रीमद्भगवत या भागवतम 5 वें क्रम पर है।इसके रचयिता वेद व्यास जी माने जाते हैं। इसमें संस्कृत भाषा में 18000 श्लोक,12 स्कंध और 335 अध्याय हैं। इस ग्रन्थ की विषयवस्तु मुख्य रूप से कृष्ण भक्ति है। यह एक वैष्णव पुराण है। हिंदुओं का यह अटूट विश्वास और श्रद्धा है कि कलियुग में सभी के उद्धार के लिए योगेश्वर श्रीकृष्ण अपने पूर्ण रूप में इसी ग्रंथ में समाहित हैं या मौजूद हैं। इस प्रकार यह पावन ग्रन्थ भगवान श्रीकृष्ण का साक्षात् एक साहित्यिक रूप है।
Bahut hi sundar prastuti 🙏
Bahut aacha sir🎉
The best memorable speech
समाज को अपनी संस्कृति और इतिहास के बारे में सही व संतुलित जानकारी देने के प्रयास में आप सभी के सकारात्मक दृष्टिकोण की अपेक्षा है। साधुवाद।
Very nice explanation 👌
Keep watching