🙏🏻🌹☘️ साहिब जी 🙏🏻🌹☘️ चरण में रखना, शरण में रखना, हरदम तेरी लगन में रखना, सुख के उजाले हों, दुःख के अंधेरे, जो भी हो हरदम, मगन में रखना, सासों की माला सिमरन के मोती, मन नहीं भटके, जतन में रखना, पलकें जो मूदूं, तेरे दर्शन,हरदम इसी तड़पन में रखना। 🙏🏻🌹☘️ साहिब बंदगी मेरे परम् पिता साहिब जी 🙏🏻🌹☘️🙏🏻🌹☘️🙏🏻
हाथ जोड़ विनती करूं , सतगुरू कृपा निधान। सुंदर स्वस्थ सेहत रहे मुख पर मधुर मुस्कान। मेरे ह्रदय सिंहासन पर रहो, सदा शोभायमान। आठों प्रहर करती रहूं श्री सतगुरू का ध्यान 🙏🌹🙏 साहिब बंदगी मेरे परमपिता साहिब जी आपके पावन चरणों में अनंत कोटि कोटि बंदगी 🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌲🌸🌿🌺🌳🏵️🌴🌷🍀🌻🪴🍏🍉🥥🍈🍍🥝🍑🥭💙💖💜💝💚👏👏👏👏👏
साहिब बन्दगी साहिब जी, सदा सर्वदा कृपा कर सुरती देना साहिब जी, सदा सर्वदा कृपा कर सात नियम में बाँधे रखना साहिब जी, सदा सर्वदा कृपा रखना साहिब जी।।।।।।
बहुत ही कम लोग अपने- अपने गुरु की परीक्षा करने मे सफल होते होंगे कि क्या उनका गुरु हमारे प्राचीन शास्त्रों में वर्णित गुरु शब्द की परिभाषा पर खरा उतरता भी है या नहीं. गुरु कैसा हो] उपनिषदों मे इस बारे मे स्पष्ट करते हुए कहा गया है कि : निवर्तयत्यन्यजनं प्रमादतः, स्वयं च निष्पापपथे प्रवर्तते । गुणाति तत्त्वं हितमिच्छुरंगिनाम्, शिवार्थिनां यः स गुरु र्निगद्यते ॥ जो दूसरों को प्रमाद करने से रोकते हैं, स्वयं निष्पाप रास्ते पर चलते हैं, जनहित और दीन दुखीओं के कल्याण की कामना का तत्व बोध करते-करातें हैं तथा निस्वार्थ भाव से अपने शिष्य के जीवन को कल्याण पथ पर अग्रसर करतें हैं उन्हें गुरु कहते हैं| अब जरा थोडा विचार करें कि हम जिसे गुरु मानकर अपना सर्वस्व उसके चरणों मे न्यौछावर करने जा रहे हैं क्या वो गुरु उपनिषदों की कसौटी पर खरा उतरता है या वो गुरु नीचे दिए गये उदाहरण से मेल खाता है यदि हां तो वो सच्चा गुरु है अन्यथा निश्चय जानिए कि वो सच्चा गुरु नहीं वरन कोई पाखंडी है' "उन्नीसवीं शताब्दी का मध्यकाल. मथुरा मे यमुना नदी के किनारे एक प्रज्ञाचक्षु दंडी स्वामी का आश्रम था. उस दिन आश्रम के विद्यार्थिओं का दीक्षांत दिवस था.sa सभी विद्यार्थिओं को अपने गुरु को अपनी सामर्थ्य के अनुसार गुरु दक्षिणा देनी थी और अपने गुरु से आशीर्वाद प्राप्त कर अपने-अपने घरों को प्रस्थान करना था. अधिकांश विद्यार्थी सम्पन्न घरों से आए हुए थे. उन्होनें अपनी क्षमता के अनुसार गुरु को वस्त्र] गौ और धन-धान्य आदि भेंट कर आशीर्वाद लिया और अपने-अपने घरों को प्रस्थान करने लगे. एक युवा विद्यार्थी भी उनमे शामिल था लेकिन गुरु को देने के लिये उसके पास कुछ भी नहीं था. उसने सोचा कि गुरुजी को लौंग बहुत ही पसंद है. यही सोचकर उसने अंजली भर लौंग लिए और उन्हें गुरुजी के चरणों में भेंट कर गुरुजी के चरण स्पर्श किए तो गुरु ने कहा कि वत्स गुरुदक्षिणा मे क्या लाए हो ? लौंग लाया हूं गुरुदेव. उसने विनम्र भाव से उत्तर दिया. गुरु के नेत्रों से आंसू छलक आए तो शिष्य ने कहा कि मुझसे कोई भूल हो गई है क्या गुरुदेव ? तब गुरु ने कहा कि वत्स मैं तुमसे यह गुरुदक्षिणा स्वीकार नहीं कर सकता. मुझे गुरुदक्षिणा मे तुमसे कुछ् और ही चाहिए.शिष्य ने सिर झुकाकर निवेदन किया कि गुरुदेव आप आज्ञा दीजिए. यह तन-मन मैं आपकी आज्ञा पालन के लिए समर्पित करता हूं. तब गुरुजी ने व्यथित ह्रदय से कहा कि. " इस देश मे चहूं ओर धर्म के नाम पर पाखंड और अंधविश्वास का जाल फैला हुआ है. भोली भाली जनता अपनी अज्ञानता के अंधकार मे सत्य के प्रकाश का इंतजार कर रही है. देश मे विदेशी आक्रांताओं का शासन है. देश का क्षत्रिय वर्ग निस्तेज होकर भोग विलास मे डूबा हुआ है और ब्राहम्ण वर्ग अपनी स्वार्थ सिद्धी के लिए धर्म के नाम पर पाखंड और अंधविश्वास को बढावा दे रहा है. मेरा आदेश है कि तुम जाओ और देश की जनता को प्राचीन भारतीय ज्ञान से परिचित कराओ. वैदिक ज्ञान का प्रकाश फैलाकर इस देश की जनता के दिलों मे छाए हुए अज्ञान के अंधकार को मिटाओ जिससे इस देश के निवासिओं का आत्म गौरव पुन: जागे और ये लोग स्वतंत्रता और स्वराज के बारे मे विचार करें और धर्म के नाम पर फैले हुए पाखंड और अंधविश्वास से मुक्ति पा सकें" यह बताना प्रसंगानुकूल होगा कि जिस गुरु और शिष्य के मध्य यह वार्तालाप हुआ वे गुरु थे प्रज्ञाचक्षु दंडी स्वामी विरजानंदजी सरस्वती और उनके शिष्य थे स्वामी दयानंद सरस्वती जिन्होनें अपना सम्पूर्ण जीवन गुरु की आज्ञा पालन मे लगा दिया. हमारा इतिहास इस बात का साक्षी है कि हमारे देश मे महर्षि दयानंद सरस्वती के समकक्ष वेदों का विद्वान, क्रांतिकारी समाज सुधारक और प्रखर राष्ट्रवादी संन्यासी उनके पश्चात अब तक कोई पैदा नहीं हुआ.
Cut isliya kiya jata hai qunki bich main sahib ji ne pani pina hota hai ya kisi ko koi kaam btana hota hai... Isliya cut kara jata hai.. Taki sunna wala ko disturbance na ho.... Aap asharam jakar pta ker sakte hain ki cut q kara jata hai.... Sahib bandgi...
👃❤️🌺ਧੰਨ ਧੰਨ ਮੇਰੇ ਸਤਿਗੁਰੂ ਸਾਹਿਬ ਜੀ 🌹🙌🌷 ਸਾਹਿਬ ਬੰਦਗੀ ਜੀ 💝🌷🙏
🌹🙏 ਸ੍ਰੀ ਸਤਿਗੁਰੂ ਦੇਵ ਕੀ ਜੈ।🙏🌹🙏 ਸਾਹਿਬ ਬੰਦਗੀ ਸਾਹਿਬ ਜੀ।🙏🌹
Sahib bandagi Sahib Ji dasanudash Ko apne charno mein rakhna aapko koti koti dandavat pranaam 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Sahib bandgi sahib ji koti koti naman sahib ji ❤❤
Satgurudev ki jai ❤🙏🏼💐💐💐💐
Sahib bandgi sahib ji ❤🙏🏼💐💐💐💐
Sahib bandgi Sahib ji 💞🙏🌍🔐✨😌
Sahib ki chano mi koti koti naman app kia Raghu Nanda Sahib bandgi
Saheb bandagi saheb ji
साहिब जी आप सत्य है नाम भी सत्य है रीना को भी सत्य बना देना प्रभु जैसी आप की कृपा है प्रभु
Sahibji sahib bandgi💐🌺🌺🌺🌺🌺🌺♥️🙏
Sadgurudev ki jai 🙏🏼🙏🏼🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺♥️♥️♥️♥️♥️🙏🏼💐💐💐💐💐🌺🌺🌺🌺♥️
Sahibbandgi.sahibji❤❤❤
Satgurudev ki jay
Sahib Bandagi Sahib ji Apke charno me koti koti parnam 🙏🙏🙏🙏🙏
Sahib Bandagi Sahib ji Apke charno me koti koti Naman 🙏🙏🙏🙏🙏
Sahib bandgi sahib ji ke charno main koti koti parnam
सतगुरु देव की जय
साहिब सत्य बन्दगी
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🧘♂️Sahib ji Sahib bandgi satgurudev ji sadar charan bandgi gurudev ji ❤️❤️❤️👣❤️❤️❤️🙏🙏🙏
Sahib Bandgi Shri Satguru Dev Sahib ji 🌹🌹🙏🙏🌹🌹🙏🙏🌹🌹🙏🙏 sat sat Naman koti koti Bandgi Sahib Ji 🙏🙏🌹🌹🙏
Sahib ji kotti 2 naman mere parmeshwar datta mere malik mere pritama Sahib Bandgi
Sahib bandgi sahib ji🙏🙏🙏
🙏🏻🌹☘️ साहिब जी 🙏🏻🌹☘️ चरण में रखना, शरण में रखना, हरदम तेरी लगन में रखना, सुख के उजाले हों, दुःख के अंधेरे, जो भी हो हरदम, मगन में रखना, सासों की माला सिमरन के मोती, मन नहीं भटके, जतन में रखना, पलकें जो मूदूं, तेरे दर्शन,हरदम इसी तड़पन में रखना। 🙏🏻🌹☘️ साहिब बंदगी मेरे परम् पिता साहिब जी 🙏🏻🌹☘️🙏🏻🌹☘️🙏🏻
Sahib bandgi sahib GURUDEV ji
हाथ जोड़ विनती करूं , सतगुरू कृपा निधान। सुंदर स्वस्थ सेहत रहे मुख पर मधुर मुस्कान। मेरे ह्रदय सिंहासन पर रहो, सदा शोभायमान। आठों प्रहर करती रहूं श्री सतगुरू का ध्यान 🙏🌹🙏 साहिब बंदगी मेरे परमपिता साहिब जी आपके पावन चरणों में अनंत कोटि कोटि बंदगी 🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌲🌸🌿🌺🌳🏵️🌴🌷🍀🌻🪴🍏🍉🥥🍈🍍🥝🍑🥭💙💖💜💝💚👏👏👏👏👏
मन, बचन, कर्म से अनंत कोटि ब्रह्माण्ड नायक परम पूज्य संत सदगुरु साहिब जी के कमलवत् चरणों में कोटि-कोटि नमन 🙏🙏🌷🌷🙏🙏🌷🌷🙏🙏
Sahib Bandgi sahib ji
Sahib bandgi Sahib Ji 🙏🙏🙏🙏
🌹🙏 ਸਾਹਿਬ ਬੰਦਗੀ ਸਾਹਿਬ ਜੀ। ਕਿਰਪਾ ਕਰੋ ਸਾਹਿਬ ਜੀ।🙏🌹🌹🙏 ਸਾਹਿਬ ਬੰਦਗੀ ਸਾਹਿਬ ਜੀ। ਕਿਰਪਾ ਕਰੋ ਸਾਹਿਬ ਜੀ।🙏🌹
Sahib bandgi mere pyare sahib jee 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Sahib bandagi...sahib ji
Shri Satguru Dev ki Jai Sahib ji🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹
Sahib Bandagi Sahib ji Apke Charno main koti koti parnam 🌹🌹🙏🙏🙏🌹🙏🙏🙏🌹🌹
Sant Satguru kirpa ji 🌷🙏💐
Sahib ji kripa krna...🙏🙏🙏
Sahib Bandgi 🙏🙏
Sahib bandgi sahib ji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Sahib satya bandgi Ji
Nic
साहिब बन्दगी साहिब जी 🙏🙏🙏
सतनाम साहिब बंदगी सदगुरु कबीर साहेब जी परमात्मा ईश्वर प्रभु भाग्य विधाता को मेरा प्रणाम 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌷🌷🙏🙏🙏🙏🙏🙏 सप्रेम साहिब बंदगी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏 श्री मधु परमहंस साहिब जी कृपा सिंधु कृपा दृष्टि करिए दया करो 😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌷🌷
Shree Sahib Sarnam Charnam Sapariwaar Shree Sadgurudev Ji❤❤❤
साहिब बन्दगी साहिब जी, सदा सर्वदा कृपा कर सुरती देना साहिब जी, सदा सर्वदा कृपा कर सात नियम में बाँधे रखना साहिब जी, सदा सर्वदा कृपा रखना साहिब जी।।।।।।
बहुत ही कम लोग अपने- अपने गुरु की परीक्षा करने मे सफल होते होंगे कि क्या उनका गुरु हमारे प्राचीन शास्त्रों में वर्णित गुरु शब्द की परिभाषा पर खरा उतरता भी है या नहीं.
गुरु कैसा हो] उपनिषदों मे इस बारे मे स्पष्ट करते हुए कहा गया है कि :
निवर्तयत्यन्यजनं प्रमादतः, स्वयं च निष्पापपथे प्रवर्तते ।
गुणाति तत्त्वं हितमिच्छुरंगिनाम्, शिवार्थिनां यः स गुरु र्निगद्यते ॥
जो दूसरों को प्रमाद करने से रोकते हैं, स्वयं निष्पाप रास्ते पर चलते हैं, जनहित और दीन दुखीओं के कल्याण की कामना का तत्व बोध करते-करातें हैं तथा निस्वार्थ भाव से अपने शिष्य के जीवन को कल्याण पथ पर अग्रसर करतें हैं उन्हें गुरु कहते हैं|
अब जरा थोडा विचार करें कि हम जिसे गुरु मानकर अपना सर्वस्व उसके चरणों मे न्यौछावर करने जा रहे हैं क्या वो गुरु उपनिषदों की कसौटी पर खरा उतरता है या वो गुरु नीचे दिए गये उदाहरण से मेल खाता है यदि हां तो वो सच्चा गुरु है अन्यथा निश्चय जानिए कि वो सच्चा गुरु नहीं वरन कोई पाखंडी है'
"उन्नीसवीं शताब्दी का मध्यकाल. मथुरा मे यमुना नदी के किनारे एक प्रज्ञाचक्षु दंडी स्वामी का आश्रम था. उस दिन आश्रम के विद्यार्थिओं का दीक्षांत दिवस था.sa सभी विद्यार्थिओं को अपने गुरु को अपनी सामर्थ्य के अनुसार गुरु दक्षिणा देनी थी और अपने गुरु से आशीर्वाद प्राप्त कर अपने-अपने घरों को प्रस्थान करना था. अधिकांश विद्यार्थी सम्पन्न घरों से आए हुए थे. उन्होनें अपनी क्षमता के अनुसार गुरु को वस्त्र] गौ और धन-धान्य आदि भेंट कर आशीर्वाद लिया और अपने-अपने घरों को प्रस्थान करने लगे. एक युवा विद्यार्थी भी उनमे शामिल था लेकिन गुरु को देने के लिये उसके पास कुछ भी नहीं था. उसने सोचा कि गुरुजी को लौंग बहुत ही पसंद है. यही सोचकर उसने अंजली भर लौंग लिए और उन्हें गुरुजी के चरणों में भेंट कर गुरुजी के चरण स्पर्श किए तो गुरु ने कहा कि वत्स गुरुदक्षिणा मे क्या लाए हो ? लौंग लाया हूं गुरुदेव. उसने विनम्र भाव से उत्तर दिया. गुरु के नेत्रों से आंसू छलक आए तो शिष्य ने कहा कि मुझसे कोई भूल हो गई है क्या गुरुदेव ? तब गुरु ने कहा कि वत्स मैं तुमसे यह गुरुदक्षिणा स्वीकार नहीं कर सकता. मुझे गुरुदक्षिणा मे तुमसे कुछ् और ही चाहिए.शिष्य ने सिर झुकाकर निवेदन किया कि गुरुदेव आप आज्ञा दीजिए. यह तन-मन मैं आपकी आज्ञा पालन के लिए समर्पित करता हूं. तब गुरुजी ने व्यथित ह्रदय से कहा कि.
" इस देश मे चहूं ओर धर्म के नाम पर पाखंड और अंधविश्वास का जाल फैला हुआ है. भोली भाली जनता अपनी अज्ञानता के अंधकार मे सत्य के प्रकाश का इंतजार कर रही है. देश मे विदेशी आक्रांताओं का शासन है. देश का क्षत्रिय वर्ग निस्तेज होकर भोग विलास मे डूबा हुआ है और ब्राहम्ण वर्ग अपनी स्वार्थ सिद्धी के लिए धर्म के नाम पर पाखंड और अंधविश्वास को बढावा दे रहा है. मेरा आदेश है कि तुम जाओ और देश की जनता को प्राचीन भारतीय ज्ञान से परिचित कराओ. वैदिक ज्ञान का प्रकाश फैलाकर इस देश की जनता के दिलों मे छाए हुए अज्ञान के अंधकार को मिटाओ जिससे इस देश के निवासिओं का आत्म गौरव पुन: जागे और ये लोग स्वतंत्रता और स्वराज के बारे मे विचार करें और धर्म के नाम पर फैले हुए पाखंड और अंधविश्वास से मुक्ति पा सकें"
यह बताना प्रसंगानुकूल होगा कि जिस गुरु और शिष्य के मध्य यह वार्तालाप हुआ वे गुरु थे प्रज्ञाचक्षु दंडी स्वामी विरजानंदजी सरस्वती और उनके शिष्य थे स्वामी दयानंद सरस्वती जिन्होनें अपना सम्पूर्ण जीवन गुरु की आज्ञा पालन मे लगा दिया. हमारा इतिहास इस बात का साक्षी है कि हमारे देश मे महर्षि दयानंद सरस्वती के समकक्ष वेदों का विद्वान, क्रांतिकारी समाज सुधारक और प्रखर राष्ट्रवादी संन्यासी उनके पश्चात अब तक कोई पैदा नहीं हुआ.
मेरे सद्गुरु मुझे बस यही भीख दो, मैं तड़पता रहूं बस तुम्हारे लिए ।🙏🙏🌷🌷🙏🙏
Jai guru dev sahib bandgi sahib ji 🙏
Mera aapki kripase sab kam ho raha hai
Sahib bandgi ji
Sadguru dev ki jai.. Sahib bandgi Sahib ji🌹🌹🌹🌹🌹
Shri satguru dav ki jai
Satgurudev ki jai
Sahib Bandagi Sahib ji 🌹🙏🙏🌹
Jai Satguru Sahib Ji Ki.🙏
Sahib bandgi guru ji 🙏🙏🌺🌺🙏🙏🌺🌺🙏🙏🌺🌺🙏🙏🌺🌺🙏🙏🌺🌺🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🌺🌺🙏🙏🌺🌺🙏🙏🌺🌺🙏🙏🌺🌺🙏🙏🌺🌺🙏🙏🌺🌺🙏🙏🌺🌺
Sadguru dev ki jay
Prem Se Bolo Shree Sadgurudev Ki Jai❤❤❤
Sahib bandgii Sahib ji kripa karo guru ji
Sahib bandgi all of you
sahib Bandgi satguru dev ki jay
Jai Satguru Sahib
shahib Bandagi
Madan, Paswan
Guruji dhyanrakhna sahibbandgi sahibji.
🙏🙏 Sahib Bandagi Sahib ji 🙏🙏
सद्गुरु अपनी निगाह और पनाह में रखना 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
❤साहिब बंदगी गुरुदेव 🙏🏻🌹🪔
Sahib Bandgi SAHIB JI❤❤❤❤
हे गुरु वर कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏
Shaib hamara Dayal bhai. Chaal hamari hans bannai. Satyà Naam sae Kaal hatyae.
sahib Bandgi sahib ji 🙏🏻🙏🏻
Sahib bandigi 🌹💐🌕🌈⭐🙏
🙏🙏 Sahib Ji Sahib bandagi 🙏🙏
Kirpa karo maher karo guruji 😢😢😢😢🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹
Sahib bandgi ji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
❤❤❤❤❤ sahib ❤❤❤❤ bandagi ❤❤❤❤❤❤
Sahib-bandgi
sahib bandgi
@@chemconduct Sachin bandgi
Sahib bandgi sahib ji....
This video is edited
Sahibbandgi ji
Sahib bngi sahib ji
Sab kuch acha hai bs guru g ko btana chahiye satsang mein ki 3 month pehle kuch esi vesi chiz nahi khani hai
Sahib Bandgi parampita ji
sahib bandgi sahib ji
Shree Sahib Sarnam Charnam Sapriwaar Shree Sadgurudev Ji❤❤❤❤️❤️🪷🙏❤️🩹❤️🙏🏼💯🙏🏼
Sahib bandgi parmpita 🙏🙏🙏
❤❤❤❤❤❤SAHIB BANDGI SAHIB JI❤❤❤❤❤❤❤SURTI DENA❤❤❤❤❤❤DHARISTI RAKHANA❤❤❤❤❤KIRPA KARNA❤❤❤❤❤❤SAHIB JI❤❤❤❤❤
Mere Sahib ji🌹 ki ky shaan hai.. Roshan j Sakal Jahan hain
Very nice 👍 preaching
Shaib bhandghi guru ji kirpa karna
Sahib bandagi !
🙏🏻 SAHIB BANDAGI SAHIB 🙏
🙏🙏
साहिब बंदगी साहिब जी
Sahib bandgi
Jai Ho Baba
Sahib bandgi Parampita
SAHIB bandgi SAHIB Ji
AAP bich main se cut na kare
Cut isliya kiya jata hai qunki bich main sahib ji ne pani pina hota hai ya kisi ko koi kaam btana hota hai... Isliya cut kara jata hai.. Taki sunna wala ko disturbance na ho.... Aap asharam jakar pta ker sakte hain ki cut q kara jata hai.... Sahib bandgi...
Mera krta mera sahib ji
❤😊❤😊❤
❤❤
Shahib bandagi
Me madu saheb ji milnachahta hu
Shahid bandgi
Jai Satguru Sahib Ji Ki.🙏
Sahib bandgi
Sahib Bandgi Shri Satguru Dev Sahib ji 🌹🌹🙏🙏🌹🌹🙏🙏🌹🌹🙏🙏 sat sat Naman koti koti Naman Sahib Ji 🙏🙏🌹🌹