आज आर्य समाज की बाग डोर ऐसे पाखंडियों के हाथ ,आप लोग भी इसे सुने | |

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  • เผยแพร่เมื่อ 26 ธ.ค. 2024

ความคิดเห็น • 13

  • @Ravindra-d8j
    @Ravindra-d8j 20 ชั่วโมงที่ผ่านมา +1

    पण्डित जी। !
    सादर प्रणाम !

  • @umang4746
    @umang4746 23 ชั่วโมงที่ผ่านมา +2

    Ji namaste guru ji sahi kaha aapne 🙏🙏🌹🌹

  • @AshoKumar-dk1cb
    @AshoKumar-dk1cb 19 ชั่วโมงที่ผ่านมา +1

    नमस्ते ❤❤ ए

  • @lalitlodhaa3304
    @lalitlodhaa3304 วันที่ผ่านมา +1

    पन्डितजी 🙏🏼 चरण-स्पर्श 🙏🏼

  • @rameshsoni5418
    @rameshsoni5418 วันที่ผ่านมา

    Namaste pandit ji

  • @rangeelarasool1676
    @rangeelarasool1676 21 ชั่วโมงที่ผ่านมา

    इसमें kaun सा पाखंड था । महेन्द्रपाल Arya..?

    • @Vedon_ki_or_lauto
      @Vedon_ki_or_lauto 21 ชั่วโมงที่ผ่านมา

      साइड में मंडप लगा है जब कि वैदिक परंपरा में मंडप का कोई स्थान नही है

    • @JitendraMishra-o3v
      @JitendraMishra-o3v 15 ชั่วโมงที่ผ่านมา

      आर्य समाजी नही है

  • @sureshruparel8433
    @sureshruparel8433 วันที่ผ่านมา

    Aap khud kaa kartwya kiyaa jao unka karm phaal unko hisaab denaa hogaa

  • @धर्म्मभक्त
    @धर्म्मभक्त 23 ชั่วโมงที่ผ่านมา

    क्या आप को यज्ञ अर्थात् श्रेष्ठ कर्म्म करतै हुवै जन पाखण्डी प्रतीत होय रहै हैं। यदि यह सत्य हैं तो आप महान् वैदिक भारतीय संस्कृति के विषय में ज्ञान प्राप्त क्यों नहीं कर रहै हैं।

    • @Vedon_ki_or_lauto
      @Vedon_ki_or_lauto 21 ชั่วโมงที่ผ่านมา

      यज्ञ करना श्रेष्ठ कर्म है लेकिन जो साइड में मंडप लगा है जो कि सिर्फ और सिर्फ पाखंड है मंडप वैदिक परंपरा का हिस्सा नही हैं

    • @JitendraMishra-o3v
      @JitendraMishra-o3v 15 ชั่วโมงที่ผ่านมา

      आर्य समाजी नही है ये