"हास्य कवि" रामलखन सिंह मह्गना रीवा

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  • เผยแพร่เมื่อ 21 ก.ย. 2024
  • इस कविता मे मह्गना जी के द्वारा हास्य व हास्य के माध्यम से समाज की बुराइयों को भी दूर करने का भरपूर प्रयाश किया गया है,मह्गना जी ने अपनी कविताओ के माध्यम से समाज की बुराइयों को हास्य के माध्यम से दूर करने का प्रयास किया है !!!!

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