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पहले बार आप काे चेहरे देखते हुए मुझे शिव के याद आयी थी,आज उसका कारण भी मिला, हम अब तक पुराणे कथा मे खाे गयी थी, ये हमारे सौभाग्य की बात है, आप से जुडने से हमारा अंधकार मिटा🙏🙏🙏
प्रणाम आचार्यजी, कोटि कोटि प्रणाम आपके श्रीचरणोंमें कलम का दृष्टांत अत्यंत मर्मस्पर्शी लगा। भजनकी एक पंक्ति भीतर कौंध गई तेरे चरणों मे आहुति देकर, हर घड़ी कितनी खूबसूरत है आनन्द व मुक्ति एक है।सत्य है।❤हार्दिक आभार आपका।
सादर प्रेम सभी रिसोर्स और सभी साधन जो मिला हुआ है और जो आगे मिलने वाला है जयादे से ज्यादे इसका खर्च करना ही जीवन से मुक्ति के लिए मार्ग दर्शन के लिए बहुत बहुत प्रेम
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जीवन के महत्वपूर्ण प्रश्नों के समाधान हेतु: solutions.acharyaprashant.org
गुरुजी आपको हमारी उमर लग जाए आप स्वस्थ रहें और हमे अपने ज्ञान से रोशन करते रहे मार्गदर्शन करते रहे
हम अपनी ही मुक्ति के खिलाफ बाधा बनते हैं। हम अपने ही हित के खिलाफ खड़े हैं।
संत परमार्थ के कारण जीते हैं। हम कितनी बेहोशी में जी रहे हैं। यह जानने का महत्वपूर्ण वीडियो है।
मुक्ति ब्यक्तिगत तो होती नही ।मुक्ति सदैव समष्ष्टि की होती है ।ब्यक्तित्व से तो मुक्ति चाहिए होती है 🌻🌻।
आचार्य श्री
जीवन इसलिए नहीं है कि सुख भोगो। जीवन सुख के लिए नहीं है मुक्ति के लिए है। शरीर इसलिए है कि मुक्ति के यज्ञ में आहूति बना दो।
पहले बार आप काे चेहरे देखते हुए मुझे शिव के याद आयी थी,आज उसका कारण भी मिला, हम अब तक पुराणे कथा मे खाे गयी थी, ये हमारे सौभाग्य की बात है, आप से जुडने से हमारा अंधकार मिटा🙏🙏🙏
शरीर की हैसियत मुक्ति के सामने कुछ भी नहीं है। जीवन मुक्ति को पाने के लिए है। जीवन को मुक्ति के यज्ञ में जला देना है।
मैं भी आपके मिशन में शामिल हो चुका हूं आचार्य जी। झूठ को उखाड़ फेंकना है बस।
आज के सबसे बड़े दार्शनिक विद्वान गुरु मार्गदर्शक है आचार्य जी
प्रणाम आचार्यजी, कोटि कोटि प्रणाम आपके श्रीचरणोंमें कलम का दृष्टांत अत्यंत मर्मस्पर्शी लगा।
भजनकी एक पंक्ति भीतर कौंध गई
तेरे चरणों मे आहुति देकर, हर घड़ी कितनी खूबसूरत है आनन्द व मुक्ति एक है।सत्य है।❤हार्दिक आभार आपका।
दुख की बात है कि हम अपनी मुक्ति के खिलाफ बाधा बनते है।
जीवन की सार्थकता इसमें है कि जीवन से मुक्ति मिल जाए - आचार्य जी
महाशिवरात्रि है मेरा काम है तुम्हें जगाए रखना 🙏👍
मुक्ति से बढकर कुछ नहीं।Millions of thanx respected Aacharya ji 😊
जिंदगी बढ़ी मूल्यवान चीज है। इसे ऐसे ही मत गंवाओं।
मुक्ति की जगह जीवन का लक्ष्य सुख बना लिया है। यही जीवन दर्शन की मूल भूल हो रही है।
मुक्ति और आनंद एक हैं। शरीर, मन बुध्दि संसाधन हैं। इन्हें मुक्ति के लिए उपयोग करना है।
आपके विडियोज से मन साफ हो जाता है मन में पड़ा कूड़ा कचरा साफ हो जाता है।
शिव प्रकाशरूपी है। ध्यान अपने ऊपर दे।
शरीर एक उद्देश्य के लिए मिला है। क्या करेंगे शरीर का जब उद्देश्य पूरा ही न हो।
Love you Acharyaji 🙏
मुक्ति उच्चतम है। मुक्ति की खातिर शरीर की बलि देनी पड़े तो भी ठीक है।
जीवन की सार्थकता इसमें है कि मुक्त हो जाये।
हम सब स्वास्थ्य के ऊपर कुछ न कुछ रखते है। बस बात यह कि क्या ऊपर रखते है।
जो असली चीज है उसको कल पर नहीं डाला जा सकता 🙏👍
सादर प्रेम
सभी रिसोर्स और सभी साधन जो मिला हुआ है और जो आगे मिलने वाला है जयादे से ज्यादे इसका खर्च करना ही जीवन से मुक्ति के लिए
मार्ग दर्शन के लिए बहुत बहुत प्रेम
janamdin ki hardik badhaee Guruvar !
घडी की टिक टिक बंद हो जाये उससे पहले मुक्त हो जाओ।
🙏
अपनी मुक्ति के खिलाफ मैं ही बाधा दे रहा हूं।
happy birthday sir
मुक्ति की दिशा मे चलो तो सही तब पता चलेगा कि जिंदगी कितना अमृत बरसा सकती है।
Special thanks
Naman Acharya ji. ...
Guru ji pranam
शरीर एक उद्देश्य के लिए मिला है। शरीर रख कर क्या करेंगे जब उद्देश्य पूरा नहीं हो पाया।
जय श्री राम, प्रणाम आचार्य जी।
जीवन में श्रेय चाहिए, प्रेय नहीं।
❤
Pranam Acharya Ji
⭐⭐⭐⭐⭐ nice acharya ji
❤❤❤❤❤❤
मुक्ति,🤔🙏
🙏 acharya ji.
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤❤
🙏🙇🙏🙇
🙏🙏🙏🙏🙏
Short 22:11 to 23:58
🙏🏵️🙏
🙏 Short 27:00 to 28:10
🌄🙏
Naman bhagwan Naman
🥺🥺🥺🤔👌🙏
Guru ji pranam
Acharya Ji Pranam
❤
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Pranam Acharyaji
❤😊
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