आपका भी मन अशान्त रहता है? || आचार्य प्रशांत, वेदांत महोत्सव (2022)
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- เผยแพร่เมื่อ 9 พ.ย. 2022
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⚡ आचार्य प्रशांत कौन हैं?
अध्यात्म की दृष्टि कहेगी कि आचार्य प्रशांत वेदांत मर्मज्ञ हैं, जिन्होंने जनसामान्य में भगवद्गीता, उपनिषदों ऋषियों की बोधवाणी को पुनर्जीवित किया है। उनकी वाणी में आकाश मुखरित होता है।
और सर्वसामान्य की दृष्टि कहेगी कि आचार्य प्रशांत प्रकृति और पशुओं की रक्षा हेतु सक्रिय, युवाओं में प्रकाश तथा ऊर्जा के संचारक, तथा प्रत्येक जीव की भौतिक स्वतंत्रता व आत्यंतिक मुक्ति के लिए संघर्षरत एक ज़मीनी संघर्षकर्ता हैं।
संक्षेप में कहें तो,
आचार्य प्रशांत उस बिंदु का नाम हैं जहाँ धरती आकाश से मिलती है!
आइ.आइ.टी. दिल्ली एवं आइ.आइ.एम अहमदाबाद से शिक्षाप्राप्त आचार्य प्रशांत, एक पूर्व सिविल सेवा अधिकारी भी रह चुके हैं।
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#acharyaprashant #mind #restlessness
वीडियो जानकारी: 23.09.2022, वेदांत महोत्सव, ग्रेटर नॉएडा
प्रसंग:
~ मन इतना अशांत क्यों रहता है?
~ मन को शांत कैसे करें?
~ मन को हल्का कैसे करें?
संगीत: मिलिंद दाते
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😌आभार नमन वंदन आचार्य जी🙏
शत शत नमन मेरे कृष्ण स्वरूप आचार्य जी। आपके विचार मुझमे शक्ति,स्फूर्तियुक्त स्वयं को जानने केलिए महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करते है।मेरी आयु52 वर्ष है।लेकिन अब स्वयं को 25 वर्ष की स्फूर्ति महसूस करती हूं। आस-पास काफी विरोधाभास मिलता है।लेकिन इसमे जीना सीख लिया ,गीता के तत्व को समझने लगी हूं, लेकिन अभी काफी कुछ सीखना है।मन के सुकून बाहरी तत्वो मे नही वरन अंदर है। मौन अच्छा लगने लगा है।🙂🙏
विमल, कंचन, प्रकाशित वचन 💫
💖🙏🏼
आचार्य जी मैं कुछ दिनो से बहुत परेशान था । लेकिन आपकी बातों को सुन कर मुझे शांति मिली।
I want to serve in your institution Acharya ji becz my transcendental willing that get the opportunity to me for serve as well 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
आचार्य जी जैसा कोई नहीं, आज के समय में 🙏
Satya vachan
Bilkul sahi. Ishwar ki krupa he ki hame Acharyaji mile. Jivan badal raha he.🙏🙏🙏
Shi kha
आपको देखता और सुनता हू तो रोज अपने आप को दुत्कारता हूं सही कहते है आप , आपको सुनूंगा तो वैसा नही रह पाओगे जैसा जीवन जी रहे थे। क्या करू?
Suniye inhe Or बदलाव laiye apne अन्दर
Right
आप जो मिल गए हो,,,तो लगता है कि जहां मिल गया,,, सत सत नमन आचार्य जी
Thanks
इतनी शुद्ध व्यक्तब कहीं और नहीं मिल सकता है
नमन आचार्य जी 🙏🙏🙏
हम लोग मिडिल क्लास वाले और अन्य वर्ग के लोग कुछ भी खरीदकर लाते वो अपने जीवन में व्यर्थ के बराबर है लेकिन हम खुद को दुसरो की नजरों में और चीजों को आस पड़ोस में दिखाने के लिए लाते हैं जिससे हम कुछ अलग दिख सके - आचार्य प्रशांत
सबको स्वतंत्रता प्रिय हैं एक इन्सान हीं हैं जो स्वेच्छा से गुलाम बनता हैं
- सत्य वचन आचार्य प्रशांत
"जीवन व्यर्थ गंवाने के लिए नहीं है। जो रिश्ता आपको रोशनी देता है; उसे बहुत-बहुत सहेज कर रखिए। अगर वो बार-बार टूटता भी है; तब भी उसे बार-बार जोड़ कर रखिए।" -आचार्य जी🙏
टूटे सुजन मनाइए, जौ टूटे सौ बार।
रहिमन फिरि फिरि पोहिए, टूटे मुक्ताहार॥
आचार्य जी को सुनते सुनते अब "कृष्ण" याद आने लगें हैं , सच में आज तक इतनी खुशी कभी नहीं मिली , आचार्य जी को तह दिल से धन्यवाद और बहुत सारा प्यार ♥️
प्रणाम 🙏🙏
* मन को शांति चाहिए । मन का मूलतह एक ही उद्देश्य होता है ,शांति।
*मन में जो चल रहा है ,उससे बहुत समज्जय होना भी नही चाहिए ।
शांत होने के लिए हम संसार का सहयोग लेते है ।
शांत होने के लिए सामग्री इक्कठी कर लेते है ।
ये सब हमारे चुनाव है । मान्यता ,संबध , संसाधन ,
जीवन में जो भी सामग्री है यदि वह बोध, मुक्ति की ओर नहीं ले जा रही तो उसी क्षण उसे विष के समान त्याग देने में भलाई है।
Sat pratisat sach , hum bhut bhagyashali hain Jo acharya g ki baat samajh kar jeevan me utar rhe hain ,Hume Or logon ko v jaagruk krna hai ...
Waheguru ji waheguru ji waheguru ji waheguru ji waheguru ji waheguru ji waheguru ji waheguru ji waheguru ji waheguru ji waheguru ji waheguru ji waheguru ji
शत शत नमन आचार्य जी 🙏🙏
4 साल से आचार्य जी को सुन रहीं हूं, inn 4 सालो में जीवन ke अनेक उतार chadaw se से निकल पाई जिसमें आपके videos द्वारा मिले मार्गदर्शन से bht सहयोग मिला, मानसिक अशांति को दूर करने में सहायता मिली। lekin जीवन की समस्याएं तो खत्म नहीं होंगी but लगातर जीवन se लड़ने ka हौसला मिलता rha h पर कभी-कभी जीवन से खीज और उबन होने lgti h ,क्योंकि कुछ bhi सार्थक krne ko nhi h , or chahe bhi krna tou nhi kr skte प्रस्थिति ऐसी h , aise pariwar समाज से hu jaha रिस्तों की कोई izzat नहीं ,बाप bete ki nhi sunta beta baap की nhi ,pura बचपन or abb jwani yhi sbb dekhte देखते ख़त्म हो गया। अब लगता h संसार hi व्यर्थ h mere liye क्योंकि आधी जिंदगी व्यर्थ हो गयी। iksha मृत्यु का प्रावधान होता भारत में तो मैं खुशी खुशी स्वीकार कर लेती। मार्गदर्शन करें 🙏🙏
सत्य! सत्य !सत्य !
सत्य के अतिरिक्त कुछ भी नहीं.
One of the best videos.🙏🏼🙏🏼🙏🏼
न उगला जाएं न उबला जाएं एसी चीज़ें लोग जीवन में इकट्ठी कर रखते हैं
- सत्य वचन आचार्य प्रशांत
शत शत नमन आचार्य जी🙏🙏🙏
सर मेरे पास कोई शब्द नहीं आपके लिए बस इतना कहूंगा कि लोगों को आपको जानना ही होगा आपको जरा भी समझता है कोई वो तो संभल गया है लेकिन मुझे तो दया उन लोगों पर आती है जो आपको समझते नहीं सुनते नही जानते नहीं।।
प्रणाम गुरुजी
सर मैं आपके इन हीरे से भी ज्यादा मूल्यवान शब्दों का कर्ज नहीं चुका पाऊंगा ।।
आपको कोटि कोटि हार्दिक आभार आचार्य जी।।🙏🙏
एक दिन आपसे जरूर मिलूंगा गुरुजी 😊
मन निर्मल करने की राह दिखा दी। धन्यवाद प्रभुजी🙏🙏
चीज़ें उसकी सेवा के लिए होती हैं वो व्यक्ति चीजों की सेवा के लिए नहीं होता ये होशियार मन की निशानी है।
-आचार्य प्रशांत
ऐसे खरा सत्य कहते पहले किसी को नही सुना। ❣️🙏😇 कोटी कोटी प्रणाम आचार्य आज।
हम आपके सरल भाव के मुरीद है🙋♂️
आचार्य जी आपको सुनकर मन का सारा क्लेश दूर हो जाता है🙏🙏
मन की पूरी सामग्री में वो चीज नही है, जो आपको शांति दे पाए।🌿❤🍁
रहिमन फिर फिर जोड़िए टूटे मुक्ता हार, आज आपकी बात से बड़ी स्पष्टता हुई
From nepal💯💗
भाग्यशाली है वह जो आचार्य जी को सुनते हैं आचार्य जी बहुत बड़े महान अधिकारी है
Love you sir... I am your big fan
Acharya ji, I am following you since last 4 years, thank you very much for changing my life completely.
परम ज्ञानी, समाज सुधारक आचार्य प्रशांत को मेरा प्रणाम 🙏🙏
🙏🏻🙏🏻
Thanks for your continued teaching.
आचार्य जी का एक एक शब्द महत्वपूर्ण,अमूल्य है।
🙏आभार, नमन सुप्रभात आचार्य जी🙏
Pranam ji.
आचार्य जी आपने मेरे जीवन में बहुत बड़ा बदलाव ला दिया है शत् शत् नमन 🙏🙇
धन्य धन्य।
समाज के इस कटु यथार्थ पर इतना व्यंग्यात्मक प्रहार कबीर साहब के बाद केवल और केवल आचार्य प्रशांत जी ही कर सकते हैं और कोई नहीं 🙏🙏 शत शत नमन आचार्य जी को कोटि कोटि नमन इनके माता पिता को जिन्होंने आचार्य जी जैसे युगपुरुष इस समाज को दिया 🙏🙏🙏
Clap...Clap...Clap
Real life Avenger Acharya Prashant
चरण स्पर्श, आचार्य जी...🙏🏻🙇🏻
🙏acharya ji
Amazing explanation. Thankyou so much Acharya ji.🙏🏽🙏🏽🙏🏽
*मन के धागे में, जो मोती रखने* *लायक हैं, उन्हें बार-बार जोड़िए।*
*और जो कंकड़, पत्थर समान हैं,* *उनको न जोड़े खुद से, और जो* *जुड़े हैं, उनको अपने से ही दूर करें,* *छोड़ें, त्यागें।* 🔥🔥🙏🙏
टूटे सुजन मनाइए, जौ टूटे सौ बार।
रहिमन फिरि फिरि पोहिए, टूटे मुक्ताहार॥
जिंदगी में अगर मौका मिला तो जरूर मिलने आयूंगा । दिल से प्रणाम आचार्य जी
मौका ही मौका है। जाइए। हर जगह करते रहते हैं वो सत्र।
कोटि कोटि नमन आचार्य जी !🥺🙏🙏 इतने सरल तरीके से आपने मन की वास्तविक दशा का प्रतीकात्मक रूप से ऐसा सजीव चित्रण कर दिया ,
कोई बुधपुरुष ही ऐसा कर सकता है आज मुझे साक्षी भाव होने का अर्थ भी ठीक से समझ आ गया इससे पहले इतनी किताबें पोस्ट और न जाने कितने विडियोज सुने हैं पर समझ नही आया था आज आया !
Sir,Dil Khus ho gaya❤
भगवान श्री के चरणों में मेरा कोटि कोटि प्रणाम l
Jai Ho Gurudev
Pranam acharyaji love you 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻💝
Jindegi badal Dene Bala baat ❤
Aapke vichar bilkul saty he man ko shanti milti he
शत् शत् नमन आचार्य जी 🙏🙏🙏❤️
कोटी कोटी नमन आचार्य जी 🙏👏
कोटि कोटि नमस्कार 🙏
आचार्य जी आपको धन्यवाद करने के लिए शब्द नही है बस आप ही जिसने मेरे जीवन से अंधकार दूर करने का मार्गदर्शन किया और कर रहे है ।
धन्यवाद ❤️
Love you acharya ji
सादर अभिवादन आचार्य जी 🙏
चरण स्पर्श आचार्य जी🙏🙏🙏❤️❤️❤️
संसार और संसार की सामग्री ही मुक्ति का उपकरण और मार्ग भी हो सकती है।
लेकिन आपको बहुत सार केंद्रित होना पड़ेगा।
-आचार्य प्रशांत
Jay ho
चमत्कार हुआ। , आचार्य जी हंसे आज ।😂❤️🙏🏻
Good morning 🌄 acharyaji
धन्यवाद आचार्य जी।।❤❤
बहुत खूब कहा आपने आचार्य जी 💐🙏
शत शत नमन आचार्य श्रेष्ठ 👃👃
प्रणाम आचार्य जी,,कितना सत्य बोलते हो आप।
जिसको तुम ने बांध लिया,
उसके तुम गुलाम हो गए।
आप को सत सत नमन प्रणाम आचार्य जी ❤❤🙏🙏
🙏🙏 आप तो मेरे जीवन को लगातार ही परिवर्तित करते जा रहे हैं।
आपका धन्यवाद।
Namskar gurudev ji 🙏🙏🙏
He is the most influential person in the mid of 21$t century
धन्यवाद आचार्य जी 🙏🙂
Acharya ji always speaks truth
Ye baat to ek daam sahi h humko asliyat m jo chaye usko hum late nhi h apne pass faltu ka jyda rakhte h phir man kha se sant hoga.
Aacharay ji pranam, or sabhi swamseviyo ko bhi pranam 🙏🙏🙏🙏
Pranam Acharya ji 🙏🙏🙏🙏
एक सही, साफ़ और ऊँचा लक्ष्य बनाओ,
और उसको पाने के लिए
रुपया, पैसा, रिसोर्सेज़ जो भी चाहिए
उतने ज़रूर इकट्ठा करो, कमाओ!
लेकिन अपने भोगने के लिए कमाना
इसमें कोई मज़ा नहीं आने वाला है,
आप चाहो तो प्रयोग करके देख सकते हो!😍😘😍
Prashant Sir 🙏
Pranam Acharya Ji
Pranam Guruji 🙏🙏🙏
👑👑👑👑👑👑👑👑👑
नमन आचार्य जी 🌺🙏
वाह गुरूजी.....🌹☺️अति सुंदर उदाहरण से समझया आपने
संसार में चाहिए होता है विवेक
🔥🔥🔥
🙏आचार्य जी प्रणाम 🙏❤️❤️❤️
Ram 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤🙏
शत शत नमन गुरूजी ❤️🙏
Jay shree krishna
Aacharya ji 👍 😊
॥ जय माँ - जय माँ 🙏🕉️॥
Pranam guruver 🙏 ❤️ 💐
सार - सरलता के अभाव में मन अशांत रहता है।
आचार्य जी❤🌟
Aap bahut sahi bolte ho
Thank you आचार्य जी 🙏🙏👍🏻👍🏻
शत,शत नमन आचार्य जी के श्री चरणों में।झूठ और फरेब का आवरण आपके प्रवचनों से एक पल को तो हट जाता है लेकिन फिर वहीं सांसारिक विलासता में मन लग जाता है।आप जैसे महापुरुषों की कृपा मिल जाए तब ही हम जैसे सांसारिक लोगो का जीवन सुधार सकता है।
Naman gurudev
Very nice guru ji bht he sundar session h very nice guru ji..🌹🌹🙏🙏🙏
Pranam acharya ji 🙏🙏
Prnaam achry ji
शत शत नमन आचार्य श्री।
🙏❤️🙏
Hindustan dhanya hogya aise acharya ko paake. Hamko hmare guru mil gaye ♥️🙏🏻,ab jeevan thoda saral jaega.