Somnath | सोमनाथ ज्योतिर्लिंग | સોમનાથ મંદિર | Triveni sangam | Bhalka Tirth |

แชร์
ฝัง
  • เผยแพร่เมื่อ 6 ก.ย. 2024
  • सोमनाथ मन्दिर भूमण्डल में दक्षिण एशिया स्थित भारतवर्ष के पश्चिमी छोर पर गुजरात नामक प्रदेश स्थित, अत्यन्त प्राचीन व ऐतिहासिक शिव मन्दिर का नाम है। यह भारतीय इतिहास तथा हिन्दुओं के चुनिन्दा और महत्वपूर्ण मन्दिरों में से एक है। इसे आज भी भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में सर्वप्रथम ज्योतिर्लिंग के रूप में माना व जाना जाता है। गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के वेरावल बन्दरगाह में स्थित इस मन्दिर के बारे में कहा जाता है कि इसका निर्माण स्वयं चन्द्रदेव ने किया था, जिसका उल्लेख ऋग्वेद में स्पष्ट है।
    आगंतुकों के लिए कॉर्निश-शैली क्षेत्र में नवीनीकृत, त्रिवेणी संगम हिरन, कपिला और सरस्वती नदियों के संगम का प्रतीक है, जहां वे पश्चिमी तट पर अरब सागर से मिलते हैं। त्रिवेणी संगम को एक ऐसा स्थान कहा जाता है जहां हिंदू मोक्ष प्राप्त कर सकते हैं या जीवन और मृत्यु के चक्र से मुक्ति पा सकते हैं। आप कई लोगों को सीढ़ियों के पास बैठकर प्रार्थना करते या आध्यात्मिक माहौल का अनुभव करते हुए देख सकते हैं। सीढ़ियों वाले घाटों पर झुंड में आने वाले सैकड़ों सीगल अक्सर इस उत्साह को कम कर देते हैं।
    संक्षिप्त इतिहास: त्रिवेणी संगम का महत्व हजारों साल पहले से है जब हिरन, कपिला और सरस्वती नदियाँ यहाँ मिलती थीं।
    भालका तीर्थ के बारे में मान्यता है कि यहाँ पर विश्राम करते समय भगवान श्री कृष्ण के बाएं पैर में शिकारी ने गलती से बाण मारा था। जिसके पश्चात् उन्होनें पृथ्वी पर अपनी लीला समाप्त करते हुए निजधाम प्रस्थान किया। बाण या तीर को भल्ल भी कहा जाता है, अतः इस तीर्थ स्थल को भालका तीर्थ के नाम से जाना गया है।
    #youtube
    #vlog
    #viral
    #explore
    #somnathmahadev
    #somnath
    #shiv
    #mahadev
    #mahakal
    #bhalkatirth
    #trivenisangam
    #gujrat
    #girgujrat
    #girsomnath
    #girforest
    #girsafari
    #krishna
    #kanha
    #kanhaiya

ความคิดเห็น • 12