हाईकोर्ट की ईसाई स्कूलों अस्पतालों पर बड़ी स्ट्राइक

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  • เผยแพร่เมื่อ 10 ก.ย. 2024
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ความคิดเห็น • 825

  • @namdevmulay1080
    @namdevmulay1080 6 หลายเดือนก่อน +41

    One of the best judgment of honorable judges .
    We welcome this decision 😀

    • @singingowldhimantgandhi3703
      @singingowldhimantgandhi3703 6 หลายเดือนก่อน +1

      यह जजमेंट सेंस सुप्रीम कोर्ट में क्यूं अमली नही होती है।

  • @sanjayjha966
    @sanjayjha966 6 หลายเดือนก่อน +110

    यै बहुत महत्वपूर्ण कदम उठाए हाईकोर्ट नै ईससै श्रेष्ठ भारत गौरवान्वित होगा 🙏🚩

    • @anjubain5876
      @anjubain5876 6 หลายเดือนก่อน +4

      सुप्रीम कोर्ट में तो वही लोग बैठे हैं हाई कोर्ट तो थोड़ी बहुत हिम्मत दिखाकर काम करता ही है ज्ञानवापी पर भी हाई कोर्ट कम कर रहा है सुप्रीम कोर्ट में बैठे लोग स्टे दे देते हैं

    • @m3korg352
      @m3korg352 6 หลายเดือนก่อน

      OBC
      SC, ST
      1. अंग्रेजो ने 1795 में अधिनयम 11 द्वारा शुद्रों को भी सम्पत्ति रखने का कानून बनाया।
      2. 1773 में ईस्ट इंडिया कम्पनी ने रेगुलेटिग एक्ट पास किया जिसमें न्याय व्यवस्था समानता पर आधारित थी , 6 मई 1775 को इसी कानून द्वारा बंगाल के सामन्त ब्राह्मण नन्द कुमार देव को फांसी हुई थी ।
      3. 1804 अधिनियम 3 द्वारा कन्या भ्रूण हत्या पर रोक अंग्रेजों ने लगाई (लडकियों के पैदा होते ही तालु में अफीम चिपकाकर, माँ के स्तन पर धतूरे का लेप लगाकर, एवम गढ्ढा बनाकर उसमें दूध भरकर डुबो कर मारा जाता था।)
      4. 1813 में ब्रिटिश सरकार ने कानून बनाकर शिक्षा ग्रहण करने का सभी जातियों और धर्मों के लोगों को अधिकार दिया ।
      5. 1813 में ने दास प्रथा का अंत कानून बनाकर किया ।
      6. 1817 में समान नागरिक संहिता कानून बनाया (1817 के पहले सजा का प्रावधान वर्ण के आधार पर था । ब्राह्मण को कोई सजा नही होती थी और शुद्र को कठोर दंड दिया जाता था। अंग्रेजो ने सजा का प्रावधान समान कर दिया।)
      7. 1819 में अधिनियम 7 द्वारा ब्राह्मणों द्वारा शुद्र स्त्रियों के शुद्धिकरण पर रोक लगाई। (शुद्रों की शादी होने पर दुल्हन को अपने दूल्हे के घर न जाकर कम से कम तीन रात ब्राह्मण के घर शारीरिक सेवा देनी पड़ती थी।)
      8. 1830 नरबलि प्रथा पर रोक ( देवी -देवता को प्रसन्न करने के लिए ब्राह्मण शुद्रों, स्त्री व पुरुष दोनों को मन्दिर में सिर पटक पटक कर चढ़ा देता था।)
      9. 1833 अधिनियम 87 द्वारा सरकारी सेवा में भेद भाव पर रोक अर्थात योग्यता ही सेवा का आधार स्वीकार किया गया तथा कम्पनी के अधीन किसी भारतीय नागरिक को जन्म स्थान, धर्म, जाति या रंग के आधार पर पद से वंचित नही रखा जा सकता है।
      10. 1834 में पहला भारतीय विधि आयोग का गठन हुआ। कानून बनाने की व्यवस्था जाति, वर्ण, धर्म और क्षेत्र की भावना से ऊपर उठकर करना आयोग का प्रमुख उद्देश्य था।
      11. 1835 प्रथम पुत्र को गंगा दान पर रोक लगाए।
      (ब्राह्मणों ने नियम बनाया की शुद्रों के घर यदि पहला बच्चा लड़का पैदा हो तो उसे गंगा में फेंक देना चाहिये। पहला पुत्र ह्रष्ट-पुष्ट एवं स्वस्थ पैदा होता है। यह बच्चा ब्राह्मणों से लड़ न पाए इसलिए पैदा होते ही गंगा को दान करवा देते थे।)
      12. 7 मार्च 1835 को लार्ड मैकाले ने शिक्षा नीति राज्य का विषय बनाया और उच्च शिक्षा को अंग्रेजी भाषा का माध्यम बनाया गया।
      13. 1835 को कानून बनाकर अंग्रेजों ने शुद्रों को कुर्सी पर बैठने का अधिकार दिया।
      14. दिसम्बर 1829 के नियम 17 द्वारा विधवाओं को जलाना अवैध घोषित कर सती प्रथा का अंत किया।
      15. देवदासी प्रथा पर रोक लगाई। ब्राह्मणों के कहने से शुद्र अपनी लडकियों को मन्दिर की सेवा के लिए दान देते थे। मन्दिर के पुजारी उनका शारीरिक शोषण करते थे।बच्चा पैदा होने पर उसे फेंक देते थे और उस बच्चे को हरिजन नाम देते थे।
      1921 को जातिवार जनगणना के आंकड़े के अनुसार अकेले मद्रास में कुल जनसंख्या 4 करोड़ 23 लाख थी जिसमें 2 लाख देवदासियां मन्दिरों में पड़ी थी।
      यह प्रथा अभी भी दक्षिण भारत के मन्दिरो में चलरही है।
      16. 1837 अधिनियम द्वारा ठगी प्रथा का अंत किया।
      17. 1849 में कलकत्ता में एक बालिका विद्यालय जे ई डी बेटन ने स्थापित किया।

  • @jagdishjagdish2997
    @jagdishjagdish2997 6 หลายเดือนก่อน +81

    हिन्दुओं के लिए कही भी जगह ही नहीं है दसवें दर्जे का नागरिक हैं हिन्दू जहा से मिट गया वहा भी हिन्दू ही बहुसंख्यक है कैसे

    • @abinashchandra6202
      @abinashchandra6202 6 หลายเดือนก่อน +2

      Sahi bataya आपने

    • @AshishSingh_94
      @AshishSingh_94 5 หลายเดือนก่อน

      Hindu me jb tak caste rhegi tb tk yhi rhega

  • @sohailanzar4595
    @sohailanzar4595 6 หลายเดือนก่อน +39

    भारत के लोगों को जीने का अधिकार मनुवादी ताकत के खात्मे के बाद ही होपाया
    इन सस्थानों का भारत के लोगों पर बड़ा एहसान है

    • @jyotsanadwivedi6783
      @jyotsanadwivedi6783 6 หลายเดือนก่อน +1

      मनुवादी ताकते जब तक थी तब तक भारत सोने की चिड़िया थी
      और आज इन संस्थानों ने तुम्हे राइस बैग कन्वर्टेड (भीखमंगा ) बना दिया 😂

  • @dineshpandey5894
    @dineshpandey5894 6 หลายเดือนก่อน +57

    भारत सरकार को अंग्रेजो के बनाए हूए कनुन
    मे परिवर्तन कर बदलाव लाने की जरूरत है,
    आज के भारत को सशक्त कानून चाहिए,
    जो समय सीमा मे पुरे हो, और डीजीटल हो--!!!

  • @nitishekka9860
    @nitishekka9860 6 หลายเดือนก่อน +36

    सभी लोगों का एक ही काम है, जमीन के लिए लड़ना और आखिर में उस में समा जाना। कोई मतलब नहीं
    सत्य को जानो और सत्य तुम्हें स्वतंत्र करेगा

    • @Pump510
      @Pump510 6 หลายเดือนก่อน +1

      Amen!

    • @ExChristian-dy5lu
      @ExChristian-dy5lu 5 หลายเดือนก่อน

      Satya Ko Maine Jaan Liya hai Bible ek chor luteron ka sanvidhan hai aur kuchh nahin

  • @vishalmoses6774
    @vishalmoses6774 6 หลายเดือนก่อน +136

    चाहे पुरा संसार क्रिस्चियन की खिलाफ हो जाये तो भी केवल अंत में वही लोग बचे रहेंगे

    • @devraj6445
      @devraj6445 6 หลายเดือนก่อน +8

      Praise The Lord brother. God bless you.

    • @rajnisolomon8538
      @rajnisolomon8538 6 หลายเดือนก่อน +6

      Jay masih ki

    • @bhuneshwaripeter9669
      @bhuneshwaripeter9669 6 หลายเดือนก่อน +3

      Hallelujah 🙏🏼

    • @sandhyajaison2010
      @sandhyajaison2010 6 หลายเดือนก่อน +4

      Yes aameen ....

    • @sharadpathre2621
      @sharadpathre2621 6 หลายเดือนก่อน +2

      Yes ! Amen Praise the Lord

  • @HINDUSTANI10001
    @HINDUSTANI10001 6 หลายเดือนก่อน +88

    One Nation, One Law, One Education, One curriculum, One BOARD. JAGO Janta Janardan Jago Hind.

    • @jaybhavani8416
      @jaybhavani8416 6 หลายเดือนก่อน +4

      Nation First ! or
      Truth First !
      Satyamev Jayate |
      Sanatan Vedic Hindu Dharma | First !
      😊❤😊

    • @puredesi6278
      @puredesi6278 6 หลายเดือนก่อน

      ​@@jaybhavani8416
      ED, CBI, election commission, SBI , सब को खतम कर सकते है तो ,
      स्कूल कॉलेज , यूनिवर्सिटी, मेडिकल कॉलेज, JNU, खतम हो रहे है तो अच्छे इंग्लिश कियू खतम नही हो सकते , ,

  • @user-ov2ig3hb2u
    @user-ov2ig3hb2u 6 หลายเดือนก่อน +10

    भारत देश मे सभी धर्म स्थल का जमीन का जांच होना चाहिए जितने भी धर्म स्थाल् सरकारी जमीन पर है उसे हटवाया जाए

  • @fantasyoffernandiz781
    @fantasyoffernandiz781 6 หลายเดือนก่อน +16

    इन जनाब ने जो कहा इनके सारी बातों से इत्तेफ़ाक नहीं रखता इन्होंने कहा सभी स्कूल और चर्च सरकारी ज़मीन पर है ऐसा नहीं जो स्वाधीनता से पहले रहा हो वो हो सकता है पर अब के वक्त में जो भी बने हैं बकायदा ज़मीन खरीद कर बनाया गया है और हां रही बात कोर्ट के जजमेंट की तो मेरा मानना है जिसमे लोगों का भला हो और संविधान के अंतर्गत हो वो पालन करना चाहिए। अब रही बात ये जनाब जिस तरह पुरानी बातों को पेश किया है उससे गलत मैसेज जाता है लोगों में याद रखना चाहिए कि जिस समय देश में ना सड़को की सुविधा थी ना लाइट की दूर दराज जंगलों में जा कर तमाम परेशानियां उठा कर लोगों को शिक्षा और स्वास्थ्य का सेवा दिया मिशनरी ने यहां तक कि आज तक भी सरकार की नजरों से वंचित जगह पर मिशनरी काम करते हैं ।

    • @judedias4819
      @judedias4819 6 หลายเดือนก่อน

      One of their great grand parents survived and had good education and food

    • @user-sv8gn5kb4o
      @user-sv8gn5kb4o 5 หลายเดือนก่อน

      मिशनरी और मैकाले ने ही देश को गुलाम बनाया था जिनसे देश को आजाद कराने के लिए ही स्वतंत्रता आंदोलन हुआ था

    • @merymurmu5261
      @merymurmu5261 5 หลายเดือนก่อน

      Sahi kaha aapne

  • @prithvisingh2033
    @prithvisingh2033 6 หลายเดือนก่อน +137

    कहते हैं जवाहरलाल नेहरू बहुत उदार नीति और विस्तृत विचारधारा के थे ! लेकिन यदि उनकी नीति की गहराई से अध्ययन करें, तो ऐसा लगता है कि वह उनका नीति वीति तो छोड़िये, उनका मुख्य उद्देश्य यह था, कि हिन्दू हितों को कुचल कर देश को कैसे फिर से मुगलों और ईसाइयों को सौंपा जाये | और आगे चलकर कांग्रेस ने और देश में कैसे राज किया जाये अन्य कांग्रेस से उपजी पार्टियों में एक स्पर्धा सी हो गई कि हिन्दू हितों को कौन अधिक कुचल सकता है, जिससे कि वे सत्ता में आ सकें ! आज जिस तरह से हिन्दू अपने ही देश में ठगा हुआ महसूस कर रहा है | साफ - साफ नजर आ रहा है | अपने ही देश में हिन्दू बाहुल्य होते हुए भी कयी क्षेत्रों में अल्पसंख्यक हो गया , जिसके कारण कहीं से हिन्दू पलायन करता आ रहा है , कहीं मारा जा रहा है और पिट रहा है तो कहीं हिन्दू महिलाओं के साथ बलात्कार हो रहें हैं | समय रहते हिन्दू ने कांग्रेस और उसके सहयोगी पार्टियों को सत्ता से बाहर नहीं रखा तो ईश्वर ही जाने क्या होगा |

    • @vinodsolanki3476
      @vinodsolanki3476 6 หลายเดือนก่อน +4

      👍👍👍👍👍

    • @user-iw9xn1im9e
      @user-iw9xn1im9e 6 หลายเดือนก่อน +1

      उदारता के नाम पर साले ने सारे हिंदु विरोधी को सुरक्षा देकर हिंदुओ के उपर आवारा कुत्तो की तरह छोड दिया था जिसकी सजा हम लोग आज भी भुगत रहे है

    • @drawingtips598
      @drawingtips598 6 หลายเดือนก่อน

      Ye jo secularism ka kida hai na uska samapti hona bahut hi jaruri hai. Sabse jyada Gandgi secularism faila rahe hai.

    • @sangitadagar1381
      @sangitadagar1381 6 หลายเดือนก่อน +1

      Absolutely true 💯

    • @bhuneshwaripeter9669
      @bhuneshwaripeter9669 6 หลายเดือนก่อน +8

      Hindu Muslim koi nahi bhai sabse pahle to hum sab insaan h or bhartiya nagreek h agr Hindu Muslim issai krne ke bajay hum sab ek dusre ko insaan samjhe to koi kisi ka kuchh nahi bigad sakega

  • @emanuelministry8299
    @emanuelministry8299 6 หลายเดือนก่อน +87

    सबसे ज्यादा अस्पताल और स्कूलों के द्वारा ही भारत शिक्षित हुई

    • @sensen3484
      @sensen3484 6 หลายเดือนก่อน

      Tum jaisi gawad bolegi ye bat .

    • @jaihindbharat00
      @jaihindbharat00 6 หลายเดือนก่อน

      अंग्रेजी पढ़ कर सबको जाहिल बना दिया।

    • @savitamurray5927
      @savitamurray5927 6 หลายเดือนก่อน +3

      ​@@jaihindbharat00train bhi mat baithna unlogo ne he banai h😂

  • @anjankrishnaprasad2989
    @anjankrishnaprasad2989 6 หลายเดือนก่อน +119

    जमीन सरकार की है तो सरकारी आदेश इन पर लागू होता है।पर अब सुप्रीम कोर्ट का प्रावधान बाकी है उस पर ईसाई जजों का क्या न्याय होगा पता नहीं!! भारत के हर मुख्य शहरों में यह एक बड़े भू भाग पर कब्जा कर बैठे हैं ।

    • @pksharma6956
      @pksharma6956 6 หลายเดือนก่อน

      सुप्रीम कोर्ट स्टे लगा देगी बेफिक्र रहिये,

    • @diptiprajapati4963
      @diptiprajapati4963 6 หลายเดือนก่อน

      ​@@pksharma6956 Bilkul! Kyonki system enka hai!

    • @jitendrapol4728
      @jitendrapol4728 6 หลายเดือนก่อน

      सही है।

    • @m3korg352
      @m3korg352 6 หลายเดือนก่อน

      OBC
      SC, ST
      1. अंग्रेजो ने 1795 में अधिनयम 11 द्वारा शुद्रों को भी सम्पत्ति रखने का कानून बनाया।
      2. 1773 में ईस्ट इंडिया कम्पनी ने रेगुलेटिग एक्ट पास किया जिसमें न्याय व्यवस्था समानता पर आधारित थी , 6 मई 1775 को इसी कानून द्वारा बंगाल के सामन्त ब्राह्मण नन्द कुमार देव को फांसी हुई थी ।
      3. 1804 अधिनियम 3 द्वारा कन्या भ्रूण हत्या पर रोक अंग्रेजों ने लगाई (लडकियों के पैदा होते ही तालु में अफीम चिपकाकर, माँ के स्तन पर धतूरे का लेप लगाकर, एवम गढ्ढा बनाकर उसमें दूध भरकर डुबो कर मारा जाता था।)
      4. 1813 में ब्रिटिश सरकार ने कानून बनाकर शिक्षा ग्रहण करने का सभी जातियों और धर्मों के लोगों को अधिकार दिया ।
      5. 1813 में ने दास प्रथा का अंत कानून बनाकर किया ।
      6. 1817 में समान नागरिक संहिता कानून बनाया (1817 के पहले सजा का प्रावधान वर्ण के आधार पर था । ब्राह्मण को कोई सजा नही होती थी और शुद्र को कठोर दंड दिया जाता था। अंग्रेजो ने सजा का प्रावधान समान कर दिया।)
      7. 1819 में अधिनियम 7 द्वारा ब्राह्मणों द्वारा शुद्र स्त्रियों के शुद्धिकरण पर रोक लगाई। (शुद्रों की शादी होने पर दुल्हन को अपने दूल्हे के घर न जाकर कम से कम तीन रात ब्राह्मण के घर शारीरिक सेवा देनी पड़ती थी।)
      8. 1830 नरबलि प्रथा पर रोक ( देवी -देवता को प्रसन्न करने के लिए ब्राह्मण शुद्रों, स्त्री व पुरुष दोनों को मन्दिर में सिर पटक पटक कर चढ़ा देता था।)
      9. 1833 अधिनियम 87 द्वारा सरकारी सेवा में भेद भाव पर रोक अर्थात योग्यता ही सेवा का आधार स्वीकार किया गया तथा कम्पनी के अधीन किसी भारतीय नागरिक को जन्म स्थान, धर्म, जाति या रंग के आधार पर पद से वंचित नही रखा जा सकता है।
      10. 1834 में पहला भारतीय विधि आयोग का गठन हुआ। कानून बनाने की व्यवस्था जाति, वर्ण, धर्म और क्षेत्र की भावना से ऊपर उठकर करना आयोग का प्रमुख उद्देश्य था।
      11. 1835 प्रथम पुत्र को गंगा दान पर रोक लगाए।
      (ब्राह्मणों ने नियम बनाया की शुद्रों के घर यदि पहला बच्चा लड़का पैदा हो तो उसे गंगा में फेंक देना चाहिये। पहला पुत्र ह्रष्ट-पुष्ट एवं स्वस्थ पैदा होता है। यह बच्चा ब्राह्मणों से लड़ न पाए इसलिए पैदा होते ही गंगा को दान करवा देते थे।)
      12. 7 मार्च 1835 को लार्ड मैकाले ने शिक्षा नीति राज्य का विषय बनाया और उच्च शिक्षा को अंग्रेजी भाषा का माध्यम बनाया गया।
      13. 1835 को कानून बनाकर अंग्रेजों ने शुद्रों को कुर्सी पर बैठने का अधिकार दिया।
      14. दिसम्बर 1829 के नियम 17 द्वारा विधवाओं को जलाना अवैध घोषित कर सती प्रथा का अंत किया।
      15. देवदासी प्रथा पर रोक लगाई। ब्राह्मणों के कहने से शुद्र अपनी लडकियों को मन्दिर की सेवा के लिए दान देते थे। मन्दिर के पुजारी उनका शारीरिक शोषण करते थे।बच्चा पैदा होने पर उसे फेंक देते थे और उस बच्चे को हरिजन नाम देते थे।
      1921 को जातिवार जनगणना के आंकड़े के अनुसार अकेले मद्रास में कुल जनसंख्या 4 करोड़ 23 लाख थी जिसमें 2 लाख देवदासियां मन्दिरों में पड़ी थी।
      यह प्रथा अभी भी दक्षिण भारत के मन्दिरो में चलरही है।
      16. 1837 अधिनियम द्वारा ठगी प्रथा का अंत किया।
      17. 1849 में कलकत्ता में एक बालिका विद्यालय जे ई डी बेटन ने स्थापित किया।

  • @ssamantaray3216
    @ssamantaray3216 6 หลายเดือนก่อน +57

    इन सारे अव्यवस्था कांग्रेस सरकार की देख रेख में हुआ है। धर्म निरपेक्ष के नाम पर ये सब खेला हो रहा था। राष्ट्रवादी बीजेपी सरकार आने के बाद ये सब पर नयालय के नजर में आने लगा है।

  • @robarttirkey5227
    @robarttirkey5227 6 หลายเดือนก่อน +66

    मिसनरियो ने लोगों को शिक्षा दिया तो क्या गलत है आपलोग तो लोगों को अशिक्षित रखना चाहते थे.

    • @ExChristian-dy5lu
      @ExChristian-dy5lu 5 หลายเดือนก่อน +2

      Tharki bhai itna hi Vishwas hai yashu ka uperTo har Sunday ko Church mein jakar kyon rote Ho hamare upar atyachar ho rahe hai 😂😂😂

    • @Vidrohi358
      @Vidrohi358 5 หลายเดือนก่อน

      @@ExChristian-dy5lu kyuki tera jo baap paida bhi nahi hua use bharat me 🤣🤣🤣5 baap se paida kiya ja raha hai or uske baad bhi dharm khatre me hai , 🤣

    • @exmuslimhulhul
      @exmuslimhulhul 5 หลายเดือนก่อน

      Rice bag

    • @omprakash2689
      @omprakash2689 4 หลายเดือนก่อน

      Dharam change ka kaam karte hai missionery.

    • @bholakumarsahu8940
      @bholakumarsahu8940 2 หลายเดือนก่อน

      तब एक धर्म निरपेक्ष लोकत्रन्त्र देश में मन्दिरो मठो पर राज्य सरकार कुडली मारकर क्यो बैठी है उसको भी तत्काल प्रभाव से आजाद करना चाहिए ताकि गरीबी को शिक्षा इलाज भोजन फ्री मे दे सके

  • @user-jw4ln8ux9e
    @user-jw4ln8ux9e 6 หลายเดือนก่อน +19

    चर्च के जितने भी स्कूल है उन सभी मै सभी धर्म के लोग टीचर है उन सभी को pention दी जाती है किया सरकार उनको पेंशन देगी

  • @Hindukush9
    @Hindukush9 6 หลายเดือนก่อน +128

    कोन चाहता है, ये सब इसाई कानुन 📕हटाये जाय ❓
    ये कानून 📚 बदलने के लिये BJP को ४००+ 🗳️ भारी बहुमत मे मतदान करे, छुट्टी न मनाये 🖨️🚩

    • @savitapandey294
      @savitapandey294 6 หลายเดือนก่อน +6

      You are right sir.

    • @jitendrapol4728
      @jitendrapol4728 6 หลายเดือนก่อน +7

      विदेशी पंथ का भारत मे अस्तित्व जरूरी नही।

    • @induhans4441
      @induhans4441 6 หลายเดือนก่อน +3

      👍👍

    • @Vidrohi358
      @Vidrohi358 6 หลายเดือนก่อน

      😂😂😂😂😂😂😂

    • @Vidrohi358
      @Vidrohi358 6 หลายเดือนก่อน +2

      Vaise janakari ke liye bata du ki isayi ke kuch vanshaj braman bhi hai jo khud ko hindu me mila ke sare uche pado pe baithe hai

  • @pramodkumarsrivastava4845
    @pramodkumarsrivastava4845 5 หลายเดือนก่อน

    मिशनरीज के नियंत्रण में चर्च,स्कूल,अस्पताल और अन्य संस्थाएं ,देश के संविधान,नियम,कानून से अलग क्यों ? उनकी मनमानी पर अंकुश लगाना चाहिए ।

  • @sudhirparsai4397
    @sudhirparsai4397 6 หลายเดือนก่อน +10

    नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमि....

  • @d.c.shrivastava7004
    @d.c.shrivastava7004 6 หลายเดือนก่อน +27

    अब भारत सरकार को अंग्रेजो के बनाए गए कानूनों में संशोधन विधेयक पारित किया जन जरूरी है ।
    क्या भारत सरकार ऐसा करने में सक्षम हो पाएगी ?

    • @m3korg352
      @m3korg352 6 หลายเดือนก่อน

      OBC
      SC, ST
      1. अंग्रेजो ने 1795 में अधिनयम 11 द्वारा शुद्रों को भी सम्पत्ति रखने का कानून बनाया।
      2. 1773 में ईस्ट इंडिया कम्पनी ने रेगुलेटिग एक्ट पास किया जिसमें न्याय व्यवस्था समानता पर आधारित थी , 6 मई 1775 को इसी कानून द्वारा बंगाल के सामन्त ब्राह्मण नन्द कुमार देव को फांसी हुई थी ।
      3. 1804 अधिनियम 3 द्वारा कन्या भ्रूण हत्या पर रोक अंग्रेजों ने लगाई (लडकियों के पैदा होते ही तालु में अफीम चिपकाकर, माँ के स्तन पर धतूरे का लेप लगाकर, एवम गढ्ढा बनाकर उसमें दूध भरकर डुबो कर मारा जाता था।)
      4. 1813 में ब्रिटिश सरकार ने कानून बनाकर शिक्षा ग्रहण करने का सभी जातियों और धर्मों के लोगों को अधिकार दिया ।
      5. 1813 में ने दास प्रथा का अंत कानून बनाकर किया ।
      6. 1817 में समान नागरिक संहिता कानून बनाया (1817 के पहले सजा का प्रावधान वर्ण के आधार पर था । ब्राह्मण को कोई सजा नही होती थी और शुद्र को कठोर दंड दिया जाता था। अंग्रेजो ने सजा का प्रावधान समान कर दिया।)
      7. 1819 में अधिनियम 7 द्वारा ब्राह्मणों द्वारा शुद्र स्त्रियों के शुद्धिकरण पर रोक लगाई। (शुद्रों की शादी होने पर दुल्हन को अपने दूल्हे के घर न जाकर कम से कम तीन रात ब्राह्मण के घर शारीरिक सेवा देनी पड़ती थी।)
      8. 1830 नरबलि प्रथा पर रोक ( देवी -देवता को प्रसन्न करने के लिए ब्राह्मण शुद्रों, स्त्री व पुरुष दोनों को मन्दिर में सिर पटक पटक कर चढ़ा देता था।)
      9. 1833 अधिनियम 87 द्वारा सरकारी सेवा में भेद भाव पर रोक अर्थात योग्यता ही सेवा का आधार स्वीकार किया गया तथा कम्पनी के अधीन किसी भारतीय नागरिक को जन्म स्थान, धर्म, जाति या रंग के आधार पर पद से वंचित नही रखा जा सकता है।
      10. 1834 में पहला भारतीय विधि आयोग का गठन हुआ। कानून बनाने की व्यवस्था जाति, वर्ण, धर्म और क्षेत्र की भावना से ऊपर उठकर करना आयोग का प्रमुख उद्देश्य था।
      11. 1835 प्रथम पुत्र को गंगा दान पर रोक लगाए।
      (ब्राह्मणों ने नियम बनाया की शुद्रों के घर यदि पहला बच्चा लड़का पैदा हो तो उसे गंगा में फेंक देना चाहिये। पहला पुत्र ह्रष्ट-पुष्ट एवं स्वस्थ पैदा होता है। यह बच्चा ब्राह्मणों से लड़ न पाए इसलिए पैदा होते ही गंगा को दान करवा देते थे।)
      12. 7 मार्च 1835 को लार्ड मैकाले ने शिक्षा नीति राज्य का विषय बनाया और उच्च शिक्षा को अंग्रेजी भाषा का माध्यम बनाया गया।
      13. 1835 को कानून बनाकर अंग्रेजों ने शुद्रों को कुर्सी पर बैठने का अधिकार दिया।
      14. दिसम्बर 1829 के नियम 17 द्वारा विधवाओं को जलाना अवैध घोषित कर सती प्रथा का अंत किया।
      15. देवदासी प्रथा पर रोक लगाई। ब्राह्मणों के कहने से शुद्र अपनी लडकियों को मन्दिर की सेवा के लिए दान देते थे। मन्दिर के पुजारी उनका शारीरिक शोषण करते थे।बच्चा पैदा होने पर उसे फेंक देते थे और उस बच्चे को हरिजन नाम देते थे।
      1921 को जातिवार जनगणना के आंकड़े के अनुसार अकेले मद्रास में कुल जनसंख्या 4 करोड़ 23 लाख थी जिसमें 2 लाख देवदासियां मन्दिरों में पड़ी थी।
      यह प्रथा अभी भी दक्षिण भारत के मन्दिरो में चलरही है।
      16. 1837 अधिनियम द्वारा ठगी प्रथा का अंत किया।
      17. 1849 में कलकत्ता में एक बालिका विद्यालय जे ई डी बेटन ने स्थापित किया।

  • @ShambhunathRShukla
    @ShambhunathRShukla 6 หลายเดือนก่อน +8

    आजादी के ७५ वें साल मे यह एक नेक कार्य हुआ, अब भारत सरकार के अधीन आया, अब तक पराया बना रहा।

    • @m3korg352
      @m3korg352 6 หลายเดือนก่อน

      OBC
      SC, ST
      1. अंग्रेजो ने 1795 में अधिनयम 11 द्वारा शुद्रों को भी सम्पत्ति रखने का कानून बनाया।
      2. 1773 में ईस्ट इंडिया कम्पनी ने रेगुलेटिग एक्ट पास किया जिसमें न्याय व्यवस्था समानता पर आधारित थी , 6 मई 1775 को इसी कानून द्वारा बंगाल के सामन्त ब्राह्मण नन्द कुमार देव को फांसी हुई थी ।
      3. 1804 अधिनियम 3 द्वारा कन्या भ्रूण हत्या पर रोक अंग्रेजों ने लगाई (लडकियों के पैदा होते ही तालु में अफीम चिपकाकर, माँ के स्तन पर धतूरे का लेप लगाकर, एवम गढ्ढा बनाकर उसमें दूध भरकर डुबो कर मारा जाता था।)
      4. 1813 में ब्रिटिश सरकार ने कानून बनाकर शिक्षा ग्रहण करने का सभी जातियों और धर्मों के लोगों को अधिकार दिया ।
      5. 1813 में ने दास प्रथा का अंत कानून बनाकर किया ।
      6. 1817 में समान नागरिक संहिता कानून बनाया (1817 के पहले सजा का प्रावधान वर्ण के आधार पर था । ब्राह्मण को कोई सजा नही होती थी और शुद्र को कठोर दंड दिया जाता था। अंग्रेजो ने सजा का प्रावधान समान कर दिया।)
      7. 1819 में अधिनियम 7 द्वारा ब्राह्मणों द्वारा शुद्र स्त्रियों के शुद्धिकरण पर रोक लगाई। (शुद्रों की शादी होने पर दुल्हन को अपने दूल्हे के घर न जाकर कम से कम तीन रात ब्राह्मण के घर शारीरिक सेवा देनी पड़ती थी।)
      8. 1830 नरबलि प्रथा पर रोक ( देवी -देवता को प्रसन्न करने के लिए ब्राह्मण शुद्रों, स्त्री व पुरुष दोनों को मन्दिर में सिर पटक पटक कर चढ़ा देता था।)
      9. 1833 अधिनियम 87 द्वारा सरकारी सेवा में भेद भाव पर रोक अर्थात योग्यता ही सेवा का आधार स्वीकार किया गया तथा कम्पनी के अधीन किसी भारतीय नागरिक को जन्म स्थान, धर्म, जाति या रंग के आधार पर पद से वंचित नही रखा जा सकता है।
      10. 1834 में पहला भारतीय विधि आयोग का गठन हुआ। कानून बनाने की व्यवस्था जाति, वर्ण, धर्म और क्षेत्र की भावना से ऊपर उठकर करना आयोग का प्रमुख उद्देश्य था।
      11. 1835 प्रथम पुत्र को गंगा दान पर रोक लगाए।
      (ब्राह्मणों ने नियम बनाया की शुद्रों के घर यदि पहला बच्चा लड़का पैदा हो तो उसे गंगा में फेंक देना चाहिये। पहला पुत्र ह्रष्ट-पुष्ट एवं स्वस्थ पैदा होता है। यह बच्चा ब्राह्मणों से लड़ न पाए इसलिए पैदा होते ही गंगा को दान करवा देते थे।)
      12. 7 मार्च 1835 को लार्ड मैकाले ने शिक्षा नीति राज्य का विषय बनाया और उच्च शिक्षा को अंग्रेजी भाषा का माध्यम बनाया गया।
      13. 1835 को कानून बनाकर अंग्रेजों ने शुद्रों को कुर्सी पर बैठने का अधिकार दिया।
      14. दिसम्बर 1829 के नियम 17 द्वारा विधवाओं को जलाना अवैध घोषित कर सती प्रथा का अंत किया।
      15. देवदासी प्रथा पर रोक लगाई। ब्राह्मणों के कहने से शुद्र अपनी लडकियों को मन्दिर की सेवा के लिए दान देते थे। मन्दिर के पुजारी उनका शारीरिक शोषण करते थे।बच्चा पैदा होने पर उसे फेंक देते थे और उस बच्चे को हरिजन नाम देते थे।
      1921 को जातिवार जनगणना के आंकड़े के अनुसार अकेले मद्रास में कुल जनसंख्या 4 करोड़ 23 लाख थी जिसमें 2 लाख देवदासियां मन्दिरों में पड़ी थी।
      यह प्रथा अभी भी दक्षिण भारत के मन्दिरो में चलरही है।
      16. 1837 अधिनियम द्वारा ठगी प्रथा का अंत किया।
      17. 1849 में कलकत्ता में एक बालिका विद्यालय जे ई डी बेटन ने स्थापित किया।

  • @MamtaGupta-qi7st
    @MamtaGupta-qi7st 6 หลายเดือนก่อน +99

    वक्फ और ईसाइयों की सारी संपत्ति भारत सरकार को अधिग्रहित कर लेनी चाहिए

    • @pankajekka3509
      @pankajekka3509 6 หลายเดือนก่อน

      Ye nafrat bhi kr ke dekh lo.jab European countries bhi aisa krne lagi na to do char hindu rastra jo h waha ja kr hinduwo ko rahna hoga.lekin Europe me sab Educated log rahte h.

    • @josephkumar8423
      @josephkumar8423 6 หลายเดือนก่อน

      Go & admission in school

    • @abhinavxaxa3430
      @abhinavxaxa3430 5 หลายเดือนก่อน

      जितना भी नफरत कर लो। कोई फर्क नहीं पड़ता । आज आप ईसाइयों का स्कूल या फिर अस्पताल में जाएं, सबसे ज्यादा कर्मचारी हिंदू भाई बहन लोग हैं।

  • @doctorsureshjain8987
    @doctorsureshjain8987 6 หลายเดือนก่อน +69

    चर्च और मस्जिदों को सरकार अपने अधिकार में कर लें।

    • @ps.manojkumaryadav9210
      @ps.manojkumaryadav9210 6 หลายเดือนก่อน

      तुम जैसे लोग देश तोड़ने वाले लोग हो ...

    • @robinmasseyin
      @robinmasseyin 6 หลายเดือนก่อน +5

      मंदिरो मे जो करोड़ों अरबों खरबों रुपए का चंदा इक्कठा किए गए है उनका पैसा आरबीआई द्वारा कब वसूला जा रहा है

    • @nirandakerketta6319
      @nirandakerketta6319 6 หลายเดือนก่อน +2

      Temple ko v Sarkar apne Adhikar me le. Dharmik Swatantrata ka Adhikar.

    • @m3korg352
      @m3korg352 6 หลายเดือนก่อน

      OBC
      SC, ST
      1. अंग्रेजो ने 1795 में अधिनयम 11 द्वारा शुद्रों को भी सम्पत्ति रखने का कानून बनाया।
      2. 1773 में ईस्ट इंडिया कम्पनी ने रेगुलेटिग एक्ट पास किया जिसमें न्याय व्यवस्था समानता पर आधारित थी , 6 मई 1775 को इसी कानून द्वारा बंगाल के सामन्त ब्राह्मण नन्द कुमार देव को फांसी हुई थी ।
      3. 1804 अधिनियम 3 द्वारा कन्या भ्रूण हत्या पर रोक अंग्रेजों ने लगाई (लडकियों के पैदा होते ही तालु में अफीम चिपकाकर, माँ के स्तन पर धतूरे का लेप लगाकर, एवम गढ्ढा बनाकर उसमें दूध भरकर डुबो कर मारा जाता था।)
      4. 1813 में ब्रिटिश सरकार ने कानून बनाकर शिक्षा ग्रहण करने का सभी जातियों और धर्मों के लोगों को अधिकार दिया ।
      5. 1813 में ने दास प्रथा का अंत कानून बनाकर किया ।
      6. 1817 में समान नागरिक संहिता कानून बनाया (1817 के पहले सजा का प्रावधान वर्ण के आधार पर था । ब्राह्मण को कोई सजा नही होती थी और शुद्र को कठोर दंड दिया जाता था। अंग्रेजो ने सजा का प्रावधान समान कर दिया।)
      7. 1819 में अधिनियम 7 द्वारा ब्राह्मणों द्वारा शुद्र स्त्रियों के शुद्धिकरण पर रोक लगाई। (शुद्रों की शादी होने पर दुल्हन को अपने दूल्हे के घर न जाकर कम से कम तीन रात ब्राह्मण के घर शारीरिक सेवा देनी पड़ती थी।)
      8. 1830 नरबलि प्रथा पर रोक ( देवी -देवता को प्रसन्न करने के लिए ब्राह्मण शुद्रों, स्त्री व पुरुष दोनों को मन्दिर में सिर पटक पटक कर चढ़ा देता था।)
      9. 1833 अधिनियम 87 द्वारा सरकारी सेवा में भेद भाव पर रोक अर्थात योग्यता ही सेवा का आधार स्वीकार किया गया तथा कम्पनी के अधीन किसी भारतीय नागरिक को जन्म स्थान, धर्म, जाति या रंग के आधार पर पद से वंचित नही रखा जा सकता है।
      10. 1834 में पहला भारतीय विधि आयोग का गठन हुआ। कानून बनाने की व्यवस्था जाति, वर्ण, धर्म और क्षेत्र की भावना से ऊपर उठकर करना आयोग का प्रमुख उद्देश्य था।
      11. 1835 प्रथम पुत्र को गंगा दान पर रोक लगाए।
      (ब्राह्मणों ने नियम बनाया की शुद्रों के घर यदि पहला बच्चा लड़का पैदा हो तो उसे गंगा में फेंक देना चाहिये। पहला पुत्र ह्रष्ट-पुष्ट एवं स्वस्थ पैदा होता है। यह बच्चा ब्राह्मणों से लड़ न पाए इसलिए पैदा होते ही गंगा को दान करवा देते थे।)
      12. 7 मार्च 1835 को लार्ड मैकाले ने शिक्षा नीति राज्य का विषय बनाया और उच्च शिक्षा को अंग्रेजी भाषा का माध्यम बनाया गया।
      13. 1835 को कानून बनाकर अंग्रेजों ने शुद्रों को कुर्सी पर बैठने का अधिकार दिया।
      14. दिसम्बर 1829 के नियम 17 द्वारा विधवाओं को जलाना अवैध घोषित कर सती प्रथा का अंत किया।
      15. देवदासी प्रथा पर रोक लगाई। ब्राह्मणों के कहने से शुद्र अपनी लडकियों को मन्दिर की सेवा के लिए दान देते थे। मन्दिर के पुजारी उनका शारीरिक शोषण करते थे।बच्चा पैदा होने पर उसे फेंक देते थे और उस बच्चे को हरिजन नाम देते थे।
      1921 को जातिवार जनगणना के आंकड़े के अनुसार अकेले मद्रास में कुल जनसंख्या 4 करोड़ 23 लाख थी जिसमें 2 लाख देवदासियां मन्दिरों में पड़ी थी।
      यह प्रथा अभी भी दक्षिण भारत के मन्दिरो में चलरही है।
      16. 1837 अधिनियम द्वारा ठगी प्रथा का अंत किया।
      17. 1849 में कलकत्ता में एक बालिका विद्यालय जे ई डी बेटन ने स्थापित किया।

  • @shailendrachauhan3804
    @shailendrachauhan3804 6 หลายเดือนก่อน +47

    क्या सरकार ये सब खत्म नही कर सकती है।

    • @sachair2701
      @sachair2701 6 หลายเดือนก่อน

      it comes under state list n the state governments in all southern states are anti hindu

    • @puredesi6278
      @puredesi6278 6 หลายเดือนก่อน

      ED, CBI, election commission, SBI , सब को खतम कर सकते है तो ,
      स्कूल कॉलेज , यूनिवर्सिटी, मेडिकल कॉलेज, JNU, खतम हो रहे है तो अच्छे इंग्लिश कियू खतम नही हो सकते , ,

  • @VedPrakash-xz9yv
    @VedPrakash-xz9yv 6 หลายเดือนก่อน +98

    मिशनरियो को लीज पर दिए गए सभी जमीन वापस लिया जाए। भारत कोई धर्मशाला नही है।

    • @urmilalondhay9575
      @urmilalondhay9575 6 หลายเดือนก่อน

      Correct India is not dharmashala. Christian's have given more to the country than what country has given to Christians

    • @jyotibhengra91
      @jyotibhengra91 6 หลายเดือนก่อน +9

      ST, SC, OBC, मिनोरिटि भारत के मुलवासि, भारत इनकी है, और बाबा साहेब अंबेडकर के संबिधान से देश चलता है तो कोई कितना भौके कोई मतलब नहीं, आज भी बिदेशी ब्राह्मण देश मे हैं सब गये तो ये भी जायेंगे बहुत जल्द

    • @rajkumarmanjhi8855
      @rajkumarmanjhi8855 6 หลายเดือนก่อน +4

      Ghuh khane bale gade

    • @MurlidharSingh-r9e
      @MurlidharSingh-r9e 6 หลายเดือนก่อน +6

      ईसाई स्कुल और उसके अविष्कार का समान इस्तेमाल करना बंद करो

    • @pankajekka3509
      @pankajekka3509 6 หลายเดือนก่อน

      European countries jaha educated log rahte h.jaha hinduwo ko badi shanti se rakha jata h.waha hinduwo ke sath aisa kiya jai to kya hoga?

  • @dhanibaghel4705
    @dhanibaghel4705 6 หลายเดือนก่อน +6

    Memorable and appreciable decision given by Madras High court on Christians missionaries

  • @arjunmalhotra1518
    @arjunmalhotra1518 6 หลายเดือนก่อน +56

    देश मैं ईसाईयों के पास हर शहर के मध्य भाग कि जमीन हैं . जीस पर चर्च या इंग्लिश स्कूल है.

    • @BrijeshKumar-ng2jt
      @BrijeshKumar-ng2jt 6 หลายเดือนก่อน +5

      Yes😊 you are right 👍

    • @rkatakwargems3976
      @rkatakwargems3976 6 หลายเดือนก่อน +2

      झूठा कहीं का.

    • @m3korg352
      @m3korg352 6 หลายเดือนก่อน

      OBC
      SC, ST
      1. अंग्रेजो ने 1795 में अधिनयम 11 द्वारा शुद्रों को भी सम्पत्ति रखने का कानून बनाया।
      2. 1773 में ईस्ट इंडिया कम्पनी ने रेगुलेटिग एक्ट पास किया जिसमें न्याय व्यवस्था समानता पर आधारित थी , 6 मई 1775 को इसी कानून द्वारा बंगाल के सामन्त ब्राह्मण नन्द कुमार देव को फांसी हुई थी ।
      3. 1804 अधिनियम 3 द्वारा कन्या भ्रूण हत्या पर रोक अंग्रेजों ने लगाई (लडकियों के पैदा होते ही तालु में अफीम चिपकाकर, माँ के स्तन पर धतूरे का लेप लगाकर, एवम गढ्ढा बनाकर उसमें दूध भरकर डुबो कर मारा जाता था।)
      4. 1813 में ब्रिटिश सरकार ने कानून बनाकर शिक्षा ग्रहण करने का सभी जातियों और धर्मों के लोगों को अधिकार दिया ।
      5. 1813 में ने दास प्रथा का अंत कानून बनाकर किया ।
      6. 1817 में समान नागरिक संहिता कानून बनाया (1817 के पहले सजा का प्रावधान वर्ण के आधार पर था । ब्राह्मण को कोई सजा नही होती थी और शुद्र को कठोर दंड दिया जाता था। अंग्रेजो ने सजा का प्रावधान समान कर दिया।)
      7. 1819 में अधिनियम 7 द्वारा ब्राह्मणों द्वारा शुद्र स्त्रियों के शुद्धिकरण पर रोक लगाई। (शुद्रों की शादी होने पर दुल्हन को अपने दूल्हे के घर न जाकर कम से कम तीन रात ब्राह्मण के घर शारीरिक सेवा देनी पड़ती थी।)
      8. 1830 नरबलि प्रथा पर रोक ( देवी -देवता को प्रसन्न करने के लिए ब्राह्मण शुद्रों, स्त्री व पुरुष दोनों को मन्दिर में सिर पटक पटक कर चढ़ा देता था।)
      9. 1833 अधिनियम 87 द्वारा सरकारी सेवा में भेद भाव पर रोक अर्थात योग्यता ही सेवा का आधार स्वीकार किया गया तथा कम्पनी के अधीन किसी भारतीय नागरिक को जन्म स्थान, धर्म, जाति या रंग के आधार पर पद से वंचित नही रखा जा सकता है।
      10. 1834 में पहला भारतीय विधि आयोग का गठन हुआ। कानून बनाने की व्यवस्था जाति, वर्ण, धर्म और क्षेत्र की भावना से ऊपर उठकर करना आयोग का प्रमुख उद्देश्य था।
      11. 1835 प्रथम पुत्र को गंगा दान पर रोक लगाए।
      (ब्राह्मणों ने नियम बनाया की शुद्रों के घर यदि पहला बच्चा लड़का पैदा हो तो उसे गंगा में फेंक देना चाहिये। पहला पुत्र ह्रष्ट-पुष्ट एवं स्वस्थ पैदा होता है। यह बच्चा ब्राह्मणों से लड़ न पाए इसलिए पैदा होते ही गंगा को दान करवा देते थे।)
      12. 7 मार्च 1835 को लार्ड मैकाले ने शिक्षा नीति राज्य का विषय बनाया और उच्च शिक्षा को अंग्रेजी भाषा का माध्यम बनाया गया।
      13. 1835 को कानून बनाकर अंग्रेजों ने शुद्रों को कुर्सी पर बैठने का अधिकार दिया।
      14. दिसम्बर 1829 के नियम 17 द्वारा विधवाओं को जलाना अवैध घोषित कर सती प्रथा का अंत किया।
      15. देवदासी प्रथा पर रोक लगाई। ब्राह्मणों के कहने से शुद्र अपनी लडकियों को मन्दिर की सेवा के लिए दान देते थे। मन्दिर के पुजारी उनका शारीरिक शोषण करते थे।बच्चा पैदा होने पर उसे फेंक देते थे और उस बच्चे को हरिजन नाम देते थे।
      1921 को जातिवार जनगणना के आंकड़े के अनुसार अकेले मद्रास में कुल जनसंख्या 4 करोड़ 23 लाख थी जिसमें 2 लाख देवदासियां मन्दिरों में पड़ी थी।
      यह प्रथा अभी भी दक्षिण भारत के मन्दिरो में चलरही है।
      16. 1837 अधिनियम द्वारा ठगी प्रथा का अंत किया।
      17. 1849 में कलकत्ता में एक बालिका विद्यालय जे ई डी बेटन ने स्थापित किया।

  • @emanuelministry8299
    @emanuelministry8299 6 หลายเดือนก่อน +74

    शिक्षा भारत में नहीं थी अस्पताल भारत में नहीं थी इन्होंने शिक्षित कि हमारे भारत देश को

    • @rekha_rawat62
      @rekha_rawat62 6 หลายเดือนก่อน

      ईसाईयों ने भारत के गुरुकुल को खत्म कर Macaulay शिक्षा को लागू किया और भारत का सत्यानाश किया l सब लूट कर इंग्लैंड ले गए l हिस्ट्री padho.

    • @rajeshchauhan188
      @rajeshchauhan188 6 หลายเดือนก่อน +3

      किसने शिक्षित किया मिया ,यहां का एक नाई भी वैद था ,ये था हिंदुस्तान । शिक्षा के लिए गुरुकुल थे । स्कूल तो अब नाम दिया गया । वह लोग तो उस समय चुटर में भी पानी नही लगते थे।

    • @yunusjames4839
      @yunusjames4839 6 หลายเดือนก่อน

      Tou school college's medical's college kiyu bejhtey hai
      Salo anpad logon eak din jaroor aeyga jab Congress aaygi tab tak andhbhakt maze marlo

    • @Nishit_Alby_Alfredo
      @Nishit_Alby_Alfredo 6 หลายเดือนก่อน +1

      ​@@rajeshchauhan188 गुरुकुल और चिकित्सालय केवल ब्राह्मणों और क्षत्रियों के लिए थे, लेकिन अंग्रेजों ने सभी भारतीयों को शिक्षा दी और सबको सेहत सुविधाएं दी! और भारत में सड़कें, रेलगाड़ियाँ, रेल पटरियाँ, कारें, बसें, स्कूल, कॉलेज, शहर, अस्पताल,कारखाने, बिजली, टेलीफोन, डाकघर, जल प्रणाली, सीवरेज प्रणाली, शौचालय प्रणाली, रेडियो प्रणाली और हवाई जहाज भी स्थापित किए।

    • @Nishit_Alby_Alfredo
      @Nishit_Alby_Alfredo 6 หลายเดือนก่อน +4

      ​@@rajeshchauhan188 bharat mein gurukul mein sirf brahmans aur kshatriya padh sakte the par angrezo ne sabko padhaya aur angrezo ne bharat mein schools,colleges,factories, sewerage system,rail tracks,trains,latrine system,post offices,telephones, electricity,roads,buses,cars,cycles,water system,bulbs,tubes,pankhe,hospitals, airoplanes ko sathapit kiya jiske kaaran aaj hum itne khushhaal hain!

  • @premsingh7963
    @premsingh7963 6 หลายเดือนก่อน +11

    Vande mataram jai hind sir ji

  • @ShashiKumarShukla-bb1eg
    @ShashiKumarShukla-bb1eg 6 หลายเดือนก่อน +29

    इस्लामिक,,,,, ईसाइयत,,,,,,,,,, से सम्पूर्ण भारत भूमि को सुरक्षित संरक्षित विकसित मजबूत रखने के लिए जाति भाषा ऊंच-नीचजैसी, असाध्य बिमारियों को दूर भगाएं,,,, भारत की भूमि बचाएं

    • @Anand.1
      @Anand.1 6 หลายเดือนก่อน

      फिर तो दलित के बेटे की बारात ब्राम्हण के घर जायेगी।मुंगेरीलाल न बनों।😂

    • @pankajekka3509
      @pankajekka3509 6 หลายเดือนก่อน +3

      European countries jaha educated log rahte h.jaha hinduwo ko badi shanti se rakha jata h.waha hinduwo ke sath aisa kiya jai to kya hoga.

    • @sandhyajaison2010
      @sandhyajaison2010 6 หลายเดือนก่อน +2

      Isai nhi hote to tum log nange ghoom rahe hote aaj ....aaj no lite jal rahi he tumare ghar me vo isaiyo ki den he jo mobile hath me rakh ke gyan de rahe ho vo bhi isaiyo ki meharbani he.😂😂😂😂😂

    • @rkatakwargems3976
      @rkatakwargems3976 6 หลายเดือนก่อน +4

      तेरे भाई बहन जो ईसाई ओर मुस्लिम देश में नौकरी कर रहे हैं. उनको अपने पास बुलाकर पालन पोषण कर. 😂😂

    • @mbisurajbasumatary5810
      @mbisurajbasumatary5810 6 หลายเดือนก่อน

      Christian ne school na banate toh AJ bhi ap jahil nanga ghanta lekar ghumta .😅

  • @zachariasminj1652
    @zachariasminj1652 6 หลายเดือนก่อน +16

    विकास की बातों से ध्यान भटका कर धर्म की राजनीति हो रही है। जनता ये सब जानती है।

  • @ramtrivedi4575
    @ramtrivedi4575 5 หลายเดือนก่อน

    Thanks dube sir ji aapka Kalyan ho.hinduo ko jagate rahe.

  • @raghudesh706
    @raghudesh706 6 หลายเดือนก่อน +11

    It's superb the way you explain these difficult laws and matters....to lay man like us❤❤ Love the way developments taking place in correcting the past mistakes

  • @user-zp2ft4bx6h
    @user-zp2ft4bx6h 6 หลายเดือนก่อน +7

    *माननीय मद्रास हाई कोर्ट ने जो कहा बहुत बहुत राष्ट्रवाद और शुभकनाएं देता हूं पूरे देश में भी ऐसा ही कदम उठाया जाना चाहिए*
    ईसाइयों के पास भारत सरकार की जितनी भी भूमि है चाहे चर्च बने हो स्कूलें बनी हो अथवा चिकत्सालय बने हो सभी वो सभी भारत सरकार की है उनसे हर्जाना वसूला जाना चाहिए तथा स्कूलों में भारतीय शिक्षा पद्धति लागू होनी चाहिए

  • @mamtachhetri8414
    @mamtachhetri8414 6 หลายเดือนก่อน +15

    जीतने भी christian School,Hospital से शिक्षा प्राप्त कि और बीमार से अच्छे हुवा बुद्धिमान डक्टर,इन्जिनियर,मन्त्री,सरकार,बढ़े बड़े अहोदाके लोग हैं न ये सब खुदाबन यीशु मसीह के आगे कुछ नहीं है ना कि बड़े बड़े प्रपोटी,महल ,हीरा मोती,सोनाचांदी कुछ नही है लेखीन अपना अनदरका बिश्वासको ईश्वर मायने रखते

  • @kakarajeshjoshi7051
    @kakarajeshjoshi7051 6 หลายเดือนก่อน +6

    High Court Ka Good Job But Supreme Court Should Be Dismantled COLLEGIUM ROTTEN SYSTEM

  • @ManishChandra-gm6zl
    @ManishChandra-gm6zl 2 หลายเดือนก่อน

    Ban and Boycott Criestion Meshenry in Bharat.Boycott Church Criestion Meshenry Convent school and Hospital.

  • @virendrasingh7458
    @virendrasingh7458 6 หลายเดือนก่อน +11

    जागो भारत जागो, सच्चाई को जानो।
    जय हिंद, जय भारत।
    जय सनातन।

  • @Bharat.2234
    @Bharat.2234 5 หลายเดือนก่อน +13

    Election आ रहा है अब ये लोग धर्म का सहारा लेंगे, मंदिर, मस्जिद, चर्च , हिंदु,मुस्लिम, बालाकोट,उरी,राम मंदिर,
    ऐसे विषयों पर ध्यान केंद्रित करेंगे
    बेरोजगारी, महंगाई,किसान आत्माहत्या, बलात्कार, पेट्रोल, डिजेल, डूबती हुई अर्थव्यस्था, इन बातों का जिक्र तक नहीं करेंगे

    • @ExChristian-dy5lu
      @ExChristian-dy5lu 5 หลายเดือนก่อน +1

      Beta Dharm ke naam per To hamara Desh but chuka hai yah to Khali election ho rahe hai

  • @BuddyCutting
    @BuddyCutting 6 หลายเดือนก่อน +6

    क्या ईसाई आए या अंग्रेज आए भारत पर कबज़ा करने, पहले इतिहास पढें

  • @purushottamsenghani6668
    @purushottamsenghani6668 6 หลายเดือนก่อน +9

    કોંગસ ના સમય નુ ભારત "" બોડી બામણી નુ ખેતર ""...

  • @anilkumarsharma2037
    @anilkumarsharma2037 6 หลายเดือนก่อน +28

    सर यह बताइए की साड़ी प्रॉपर्टी संपत्ति ईसाई और मुस्लिम के पास है तो हिंदुओं के पास क्या बाबाजी का ठुल्लू और इसके पूर्व में सरकार ने क्या करती रही हैं

    • @yugalkishor4714
      @yugalkishor4714 6 หลายเดือนก่อน +4

      हिंदू हिंदू लड़ता रहा कभी जाती कभी आरक्सन कभी उच् कभी निच् और कुछ नही किया व् मुफ्त जहा मिला उसे मतदान कर दिया बस यही किया हिंदू ने जय भारत माँ जय सनातन

    • @robinmasseyin
      @robinmasseyin 6 หลายเดือนก่อน +1

      Agreed with you bro

  • @selinachauhan2652
    @selinachauhan2652 6 หลายเดือนก่อน +8

    शांतिदूत और प्रेमदुत् से भारत को कब मुक्ति मिलेगी 🐷🐷🐷🐷🐷🐷🐷🐷🐷🐷🐷🐷🐷🐷🐷

    • @sandhyajaison2010
      @sandhyajaison2010 6 หลายเดือนก่อน

      Nhi milegi mukti to anpadho gawaro or nafrati logo se chahiye.

  • @Humanonly.
    @Humanonly. 6 หลายเดือนก่อน +53

    पुरे देश में चर्च स्कूल अस्पताल अच्छी शिक्षा चिकित्सा केनाम पे करोड़ो हिन्दुओं क़ो ईसाई बना चूका

    • @SUNITASHARMA-yp3br
      @SUNITASHARMA-yp3br 6 หลายเดือนก่อน +1

      There is indirect conversion by converting minds

    • @jyotibhengra91
      @jyotibhengra91 6 หลายเดือนก่อน

      सुप्रीम कोट ने बताया है हिंदू नाम का कोई धर्म है ही नहीं, तो किसने किस हिंदू को ईसाई बनाया? और भारत के ST,, SC, OBC, मैनोरिटि हिंदू नहीं हैं, तो कुछ जाहिल गुंडे जो ब्राह्मणवाद से ग्रसित हैं, गोबर मूत्र का सेवन करते हैं उनको कोई बात कयेसे समझ आयेगी, इनको तो स्वास्थ, सिकछा, से कोई मतलब नहीं, जो धर्म है नहीं उसी के प्रचार मे जितना अधर्म करना है करते रहते हैं, इनकी DNA, मे यही है , ये भारत देश, st, SC, OBC, का है, और बाबा साहेब अंबेडकर के संबिधान से बड़ा कोई नहीं, जय भीम जय संबिधान जय मूलनिवासी ब्राह्मण बिदेशी

    • @AmarjeetSingh-vi8sq
      @AmarjeetSingh-vi8sq 6 หลายเดือนก่อน

      Tumhare bche vhin study karte hai

    • @pankajekka3509
      @pankajekka3509 6 หลายเดือนก่อน +5

      To phir aachi shikcha mat lo ya phir gurukul khol lo.videshi english science band kra do.aur kewal sanskrit ki shikcha do.

    • @inamullahkhan5184
      @inamullahkhan5184 6 หลายเดือนก่อน

      Aap ne hinduo ko esai banney se roka Kuan nahi?.

  • @RajKumar-uv9fg
    @RajKumar-uv9fg 2 หลายเดือนก่อน

    कोर्ट ने सही निर्णय दिया है ।

  • @rubentigga2724
    @rubentigga2724 6 หลายเดือนก่อน +4

    मंदिर के बाजू में स्कूल और अस्पताल क्यों नहीं खोला गया। क्योंकि इनमें सेवा भाव नहीं है

    • @ExChristian-dy5lu
      @ExChristian-dy5lu 5 หลายเดือนก่อน

      Kitne Church khole Hain kya itne school khole Hain bakchodi mat karo bhai Bible ek chor le tore ka sanvidhan hai aur kuchh nhi

    • @peterchoranth4434
      @peterchoranth4434 5 หลายเดือนก่อน

      कमजोर की शिक्षा और ईलाज से ईर्षया की घिनौना बू आ रही है।

  • @virendraprakash5468
    @virendraprakash5468 6 หลายเดือนก่อน +33

    पूरे देश में जिन बुद्ध स्थलों पर ब्राह्मण/हिंदुओं ने कब्जा किया हुआ है उसे बौद्धों को लौटाया जाय।सारे देश में जो अनेकों हिंदू मंदिर/पूजा स्थल अवैध कब्जा कर बनाए गाएं हैं इनको भी हटाया जाय।

    • @Yarik-gm9we
      @Yarik-gm9we 6 หลายเดือนก่อน +1

      Bilkul shahe bola ✝️✝️✝️✝️✝️

    • @jaihindbharat00
      @jaihindbharat00 6 หลายเดือนก่อน

      हे तथाकथित बौद्ध/अंबेडकर वादी! हिन्दू,बुद्ध,जैन,सिक्ख,आर्य समाजी सब एक ही पिता के पांच पुत्र हैं।

  • @DanialGershom-vj2qk
    @DanialGershom-vj2qk 6 หลายเดือนก่อน +3

    आप गलात जाणकारी दे रहे
    भाई यो इलेक्शन करिब है ऐसे भडकाऊ भाशन कर ने वाले बहोत आयगे
    इन्को इसी कामका पगार मिलता है
    जय मसी की

  • @manoharjadhav8639
    @manoharjadhav8639 6 หลายเดือนก่อน +3

    अगर ये स्कुल या अस्पताल सरकारी जमीनों पर हैं, तों भारत सरकार ने उन सभी संस्थानों कों अपने कब्जे में लेना चाहिए।
    उसी तरह से वक्फ बोर्ड की सारी जमीनें भी भारत सरकार ने अपने कब्जे में लेने की जरूरत है।

  • @ushamalik6229
    @ushamalik6229 6 หลายเดือนก่อน +1

    हार्दिक धन्यवाद शुभकामनाएं आयुष्मान भव ओ३म् 🚩 कृण्वन्तो विश्वामार्यम । चरैवेति चरैवेति …… । जय आर्य जय आर्यावर्त भरतखण्ड । वन्देमातरम् वन्देमातरम् वन्देमातरम् …… 🇮🇳

  • @kavitasingh-hc4tc
    @kavitasingh-hc4tc 6 หลายเดือนก่อน +13

    अभी भी भारत में ऐसे ऐसे वाहियात कानून चल रहे हैं जिनको बहुत पहले सुधरना या खत्म हो जाना चाहिए था.अभी शत्रु सम्पत्ति की भारत सरकार कस्टोडियन है मालिक नहीं.अभी ऐसे ही सन 54 के कानून के आधार पर स्वामी रामदेव जी को कोर्ट ने डांटा.ये कानून भी आज की सा इं स के खिलाफ है.

  • @kreter_9912
    @kreter_9912 6 หลายเดือนก่อน +11

    सारे ईसाई स्कूलों, और अस्पतालों को सरकार अपने नियंत्रण में करना चाहिए।
    अपने ही देश में सरकार का नियंत्रण नहीं हैं ये मिशनरी देश विरोधी काम करते हैं।

    • @savitamurray5927
      @savitamurray5927 6 หลายเดือนก่อน +1

      Aur jitne bhi isai musalmano ne jo kuch bhi tumhe diya hai wo unko le lena chahiye train se lekar bijli tak 😂😂😂😂😂

  • @ridanghotel
    @ridanghotel 6 หลายเดือนก่อน +1

    भारत की आज़ादी की कई दशकों बाद आज मद्रास हाईकोर्ट ने एक अचछा ऐतिहासिक फैसला दिया है कि देश में सभी ईसाई स्कूलों -अस्पतालों पर रिट ओफ मेंडामस, सूचना का अधिकार और PIL लागू होगा, इस हेतु साधुवाद

  • @EgbertJonkman
    @EgbertJonkman 6 หลายเดือนก่อน +7

    A very analytical video. Keep on this good work and fight against injustice. Jai Aryavarta. Namaskar.

  • @krushnanathPawal-tu2tn
    @krushnanathPawal-tu2tn 6 หลายเดือนก่อน +3

    Bahut hi mahattavpurn polkhol sabhi desh vaasiyonke liye.

  • @ramkumarsharma4296
    @ramkumarsharma4296 6 หลายเดือนก่อน +1

    जय श्री राम जयहिन्द वन्दे-मातरम दुबे जी नमस्कार सदावत्सले मातृ भूमैः

  • @jamesrajeshsen6649
    @jamesrajeshsen6649 6 หลายเดือนก่อน +6

    एक कहावत है मरता कया नही करता । किसी के आस्था को ठेस पहुंचाने वाला नियम को संभालो। सुप्रीम कोट ऐसा कोई कानून नही ला येगा। कोई ब्राह्मण ही होगा।

  • @dsberwal350
    @dsberwal350 6 หลายเดือนก่อน +5

    जयहिंद सर जी

  • @emanuelministry8299
    @emanuelministry8299 6 หลายเดือนก่อน +6

    शिक्षा प्रथम है

  • @narayanjoshi9346
    @narayanjoshi9346 6 หลายเดือนก่อน +16

    सभी कान्वेंट स्कूल, ईसाई धर्म प्रचार करनेवालों को पालती है और इसीलिए जबरन डोनेशन चार्ज करती हैं, बच्चों को जबरन ईसाई धर्म की प्रार्थना करवाती हैं

    • @bhuneshwaripeter9669
      @bhuneshwaripeter9669 6 หลายเดือนก่อน +3

      Bhai to Hindu school mein bhi to 1 2 ghante ki jo mantra pdai jate h prathna ke naam pe issay Muslim bachho se uska kya

  • @pshindigamer2268
    @pshindigamer2268 6 หลายเดือนก่อน +10

    Welcome back sir ji

  • @vinodpande9935
    @vinodpande9935 6 หลายเดือนก่อน +8

    It's unfortunate that the charity work done by the Hindu organisation will never find a column to write your religion in hospital or school(any special privileges to hindu ). Just its to different if you go to Christians or Missouri run hospital or school (special previlage to Christians ).

  • @santoshpatidar1814
    @santoshpatidar1814 6 หลายเดือนก่อน +31

    चर्चा का भारत में जो ज़मीन पर कब्ज़ा है, उसे सरकार वापस ले

    • @rameshkamble6848
      @rameshkamble6848 6 หลายเดือนก่อน +2

      हिंदु मंदीर जमिन पे कब्जा नही हे

  • @trekmanager3557
    @trekmanager3557 6 หลายเดือนก่อน +12

    सीधी बात है, पहले मुगलिया फिर अंग्रेजों का बोल बाला था। यकीनन उन्हीं दोनों को सबसे ज्यादा नाजायज फ़ायदा भी मिला।

  • @ajeetpaul4377
    @ajeetpaul4377 6 หลายเดือนก่อน +5

    अंग्रेजो की वजह से ही भारत के लोगो को हफ्ते में एक दिन की छुट्टी मिलने लगी थी। अगर अंग्रेज ना आते तो अभी तक भी सातों दिन काम करना पड़ता। कुछ तो एहसान मान लो

  • @sanjayrajak1487
    @sanjayrajak1487 4 หลายเดือนก่อน

    जिन्हे चाटने की आदत है वो सुवर ही कहे जायेगे ।बाकी सनातन तो सत्य ही है और सृष्टि के अंत होने तक वो सत्य सनातन संस्कृति ही रहने वाली है ।
    बाकी जो अपने बाप दादा के इतिहास से अनिभ्य है । वो पिता जी माता जी के बजाय मोम डेड बोल बोलकर कर अपने आप को अतिआधुनिक समझते रहे।और मामी और डेड कहते रहे और उसके अनुसार ही आचरण करते रहे ।किंतु ये उसी तरह है । जैस की मां और पिता के स्थान पर मॉम और डेड समझना और उसी अनुरूप व्यवहार करना ।😊
    और

  • @EducationalBhart
    @EducationalBhart 6 หลายเดือนก่อน +2

    एक कानून सरलता से बनाया जा सकता है कि 50% से अधिक सँख्या वाले छात्रों के स्कूलों/कॉलेजों को ही अल्पसंख्यक का दर्जा होगा।।

  • @525lalit
    @525lalit 6 หลายเดือนก่อน +4

    High time this is enforced to make such institutions accountable to Govt of India.

  • @nishachiragdin2724
    @nishachiragdin2724 6 หลายเดือนก่อน +3

    Kafi knowledge hai issayiyon ki ....shayad khud bhi kisi Christian school me parhe honge

  • @sursingvasava6203
    @sursingvasava6203 5 หลายเดือนก่อน

    देखाे. साहब. जहा. मनवता. है वह कीश्रन है. हमे. मनुवाद नही. चाहीए
    हमभी एक जमाने मै. राजा के साचा. दक्ष के. वसजहे. भील राजा. पुरे भारत के मालिक. आदीवासी भागवत. शात. हीे जा

  • @SanataniHinduBharatiya
    @SanataniHinduBharatiya 6 หลายเดือนก่อน +4

    महत्वपूर्ण जानकारी के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।

  • @krishnamaji9769
    @krishnamaji9769 6 หลายเดือนก่อน +44

    धर्मान्तरण को रोकना है तो जो भी ईसाईयों के अधिन हैं और सरकारी जमीन पर है सब सरकार ने अपने कब्जे में ले लेना चाहिए

    • @robinmasseyin
      @robinmasseyin 6 หลายเดือนก่อน

      येसु मसीह ने कोई भी धर्म की स्थापना नही करी है

    • @krishnamaji9769
      @krishnamaji9769 6 หลายเดือนก่อน

      @@robinmasseyin उसी के नाम पर जगह जगह क्रास लटकाए है जंगल में क्रास लटकाए हुए हैं एक तरह से यह भी जमीन घोटाले हैं

    • @Anand.1
      @Anand.1 6 หลายเดือนก่อน

      रोमी इतिहास में ईसाइयों को सबसे ज्यादा सताया गया जिंदा जलाया गया पर वहां आज सबसे ज्यादा ईसाई हैं।

    • @shaileshjengathe2606
      @shaileshjengathe2606 6 หลายเดือนก่อน +1

      ईसाईयत अंग्रेज़ आने से भारत में नहीं आयी। बल्कि
      2000 हजार साल पहिले ही आया था।

  • @snvvishwanathamprasantm7867
    @snvvishwanathamprasantm7867 6 หลายเดือนก่อน +8

    Absolutely bitterness truths.

  • @dkjaiswal8748
    @dkjaiswal8748 6 หลายเดือนก่อน +3

    देश के लिए इतने गंभीर विषय पर‌ वीडियो लाने के लिए आपका हार्दिक स्वागत। मुझे इस विषय पर एक वीडियो की बहुत अधिक प्रतीक्षा थी। आपने न केवल इसकी पेचीदगियां समझाईं बल्कि यह खुशखबरी भी सुना दी कि मद्रास फुल‌ बेंच ने इस पर क्रिश्चियन स्कूल, हस्पताल और चर्च की संपत्ति को भारत सरकार की संपत्ति घोषित कर दिया। यह बड़ी ही खुशी की बात है। चूंकि यह खबर कोर्ट के फैसले पर निर्भर करती थी, इसलिए मैं इस मामले में बहुत अधिक आशावान नहीं था। क्योंकि कुछ दिन पहले ही एनेमी प्रोपर्टी एक्ट के ऊपर सुप्रीम कोर्ट के एक बहुत ही निराशाजनक फैसले में कहा गया था कि भारत सरकार ऐनेमी प्रोपर्टी का केवल कस्टोडियन ही होगा, मालिक नहीं बन सकता। इस निर्णय से यह बात साबित हो जाती है कि कोर्ट में माननीय जज साहब पक्के सेकुलर हैं। इन्हें देश या देश के लोगों की फीलिंग की कोई चिंता नहीं है। परन्तु सरप्राइज़! एक तो अच्छी खबर हमें कोर्ट ने सुना ही दी। आपको इसके लिए हार्दिक शुभकामनाएं।🙏

  • @user-nb5xd7ee3j
    @user-nb5xd7ee3j 3 หลายเดือนก่อน

    Ban and Boycott Church Creationen Meshenery in Bharat.Boycot church Criestion Meshenery School and Hospital.

  • @jesusgiveyounewlife9118
    @jesusgiveyounewlife9118 5 หลายเดือนก่อน

    Hallelujah praise the lord prabhu aapko sat budhi aapko yeshu pre ke bare me jaanne ko mile ek marg ek satya ek hi me jeevan yeshu..god bls u

  • @prabhudayalhoro8080
    @prabhudayalhoro8080 5 หลายเดือนก่อน

    Hame hamesha yaad rakhna chahiye ki kisi ki upar virodh nahi karna chahiye quki unka v ek na ek din hisab jarur hoga.

  • @sushilabarjo5399
    @sushilabarjo5399 6 หลายเดือนก่อน +2

    Jab apne bachcho ko achchi Education deni ho to christion schools ka dhyan hi sabse pahle aata hai kyo??

  • @PRADIPDEY1
    @PRADIPDEY1 6 หลายเดือนก่อน +3

    It's very important Analysis

  • @nirupamsoren6737
    @nirupamsoren6737 5 หลายเดือนก่อน

    हमें उन सभी स्थानों को भी चिन्हित करना चाहिए जो बुद्ध की धार्मिक स्थलों को ब्राह्मण/हिंदुओं ने कब्जा कर लिया है, साथ ही सरकारी जमीनों पर कब्जा करके अपने धर्म स्थलों को बनाया है या अपने समाज के लिए इस्तेमाल कर रहा है, हमें जागने की आवश्यकता है और बीजेपी की भावना को समझना होगा, ये सिर्फ मुस्लिम समाज, ईसाई समाज, बौद्ध समाज, शिख समाज जैन समाज, के लिए ही नहीं है ये मूल हिन्दू समाज के लिए भी एक खतरनाक, खोपनाख साजिश रचने की पहचान है सुरूवात है, भारत या हिन्दुस्तान के लोगों में जो कुछ भी रहा है सब कुछ शांत रहा करता था, आपके विचार को बदल कर अपने ब्राह्मण वादी, राजतंत्र को स्थापित करके देश की सुन्दरता को बर्बाद करने का मूल उद्देश्य है जो एक दिन, चाहे मूल सनातन हिन्दू धर्म संस्कृति, मुस्लिम धर्म संस्कृति या ईसाई धर्म संस्कृति, बौद्ध धर्म संस्कृति, जैन धर्म संस्कृति या किसी के लिए शताव की शुरूवात है, जो अभी समझने का समय है, चुनाव में शामिल जुमला सभी के लिए खतरनाक हो सकता है, जो 4 साल के बाद 1 साल में बीजेपी सरकार का ढेर सारे जुमला प्रकट किया गया है। बाद में वही दशा जो 9 साल शासन में मिला है, अगर फिर 5 साल बीजेपी शासन का समर्थन करते हो तो 9 साल से भी अधिक शताए जाओगे और फिर 4 साल बाद 1 साल में जुमला आयेगा और आप पर कर्ज, लोन, का भार देकर गढ्ढा में रहोगे, न अस्पताल, न स्कूल, न बिकास, न उच्च नीच की भावना, न शांति, न भाई भाई कि विचार, न महिलाओं का अत्याचार, न महिलाओं को सुरक्षित महसूस होगा, न युवाओं को रोजगार अधिक मिलेगा, अच्छा वक्त है परिवर्तन और बदलने का प्रयास कीजिए और, किसी पार्टी के हित में वोट न देकर सच्चाई से अवगत होकर एक ऐसा पार्टी को वोट या समर्थन दे जो कुछ ठीक था 70 साल तक उसको लाने का प्रयास कीजिए, अभी वो समय है। धन्यवाद

  • @mamtaranisrivastava8080
    @mamtaranisrivastava8080 5 หลายเดือนก่อน

    Bahut badhiya decision

  • @kusumdubey8767
    @kusumdubey8767 6 หลายเดือนก่อน +18

    भारत सरकार इन प्रॉपर्टीज को अपने कब्जे में ले और उसपर सरकारी स्कूल सरकारी हॉस्पिटल चलाए । अंग्रेज चले गए मुसलमान चले गए उनके कब्जे अभी बन हुए हैं देश की संपदा पर यह बहुत शर्मनाक है

    • @aarvisati9061
      @aarvisati9061 6 หลายเดือนก่อน

      मुसलमान कहां चले गए, पाकिस्तान बना लेकिन बीस प्रतिशत मुसलमान ही गये।

    • @m3korg352
      @m3korg352 6 หลายเดือนก่อน

      OBC
      SC, ST
      1. अंग्रेजो ने 1795 में अधिनयम 11 द्वारा शुद्रों को भी सम्पत्ति रखने का कानून बनाया।
      2. 1773 में ईस्ट इंडिया कम्पनी ने रेगुलेटिग एक्ट पास किया जिसमें न्याय व्यवस्था समानता पर आधारित थी , 6 मई 1775 को इसी कानून द्वारा बंगाल के सामन्त ब्राह्मण नन्द कुमार देव को फांसी हुई थी ।
      3. 1804 अधिनियम 3 द्वारा कन्या भ्रूण हत्या पर रोक अंग्रेजों ने लगाई (लडकियों के पैदा होते ही तालु में अफीम चिपकाकर, माँ के स्तन पर धतूरे का लेप लगाकर, एवम गढ्ढा बनाकर उसमें दूध भरकर डुबो कर मारा जाता था।)
      4. 1813 में ब्रिटिश सरकार ने कानून बनाकर शिक्षा ग्रहण करने का सभी जातियों और धर्मों के लोगों को अधिकार दिया ।
      5. 1813 में ने दास प्रथा का अंत कानून बनाकर किया ।
      6. 1817 में समान नागरिक संहिता कानून बनाया (1817 के पहले सजा का प्रावधान वर्ण के आधार पर था । ब्राह्मण को कोई सजा नही होती थी और शुद्र को कठोर दंड दिया जाता था। अंग्रेजो ने सजा का प्रावधान समान कर दिया।)
      7. 1819 में अधिनियम 7 द्वारा ब्राह्मणों द्वारा शुद्र स्त्रियों के शुद्धिकरण पर रोक लगाई। (शुद्रों की शादी होने पर दुल्हन को अपने दूल्हे के घर न जाकर कम से कम तीन रात ब्राह्मण के घर शारीरिक सेवा देनी पड़ती थी।)
      8. 1830 नरबलि प्रथा पर रोक ( देवी -देवता को प्रसन्न करने के लिए ब्राह्मण शुद्रों, स्त्री व पुरुष दोनों को मन्दिर में सिर पटक पटक कर चढ़ा देता था।)
      9. 1833 अधिनियम 87 द्वारा सरकारी सेवा में भेद भाव पर रोक अर्थात योग्यता ही सेवा का आधार स्वीकार किया गया तथा कम्पनी के अधीन किसी भारतीय नागरिक को जन्म स्थान, धर्म, जाति या रंग के आधार पर पद से वंचित नही रखा जा सकता है।
      10. 1834 में पहला भारतीय विधि आयोग का गठन हुआ। कानून बनाने की व्यवस्था जाति, वर्ण, धर्म और क्षेत्र की भावना से ऊपर उठकर करना आयोग का प्रमुख उद्देश्य था।
      11. 1835 प्रथम पुत्र को गंगा दान पर रोक लगाए।
      (ब्राह्मणों ने नियम बनाया की शुद्रों के घर यदि पहला बच्चा लड़का पैदा हो तो उसे गंगा में फेंक देना चाहिये। पहला पुत्र ह्रष्ट-पुष्ट एवं स्वस्थ पैदा होता है। यह बच्चा ब्राह्मणों से लड़ न पाए इसलिए पैदा होते ही गंगा को दान करवा देते थे।)
      12. 7 मार्च 1835 को लार्ड मैकाले ने शिक्षा नीति राज्य का विषय बनाया और उच्च शिक्षा को अंग्रेजी भाषा का माध्यम बनाया गया।
      13. 1835 को कानून बनाकर अंग्रेजों ने शुद्रों को कुर्सी पर बैठने का अधिकार दिया।
      14. दिसम्बर 1829 के नियम 17 द्वारा विधवाओं को जलाना अवैध घोषित कर सती प्रथा का अंत किया।
      15. देवदासी प्रथा पर रोक लगाई। ब्राह्मणों के कहने से शुद्र अपनी लडकियों को मन्दिर की सेवा के लिए दान देते थे। मन्दिर के पुजारी उनका शारीरिक शोषण करते थे।बच्चा पैदा होने पर उसे फेंक देते थे और उस बच्चे को हरिजन नाम देते थे।
      1921 को जातिवार जनगणना के आंकड़े के अनुसार अकेले मद्रास में कुल जनसंख्या 4 करोड़ 23 लाख थी जिसमें 2 लाख देवदासियां मन्दिरों में पड़ी थी।
      यह प्रथा अभी भी दक्षिण भारत के मन्दिरो में चलरही है।
      16. 1837 अधिनियम द्वारा ठगी प्रथा का अंत किया।
      17. 1849 में कलकत्ता में एक बालिका विद्यालय जे ई डी बेटन ने स्थापित किया।

  • @jamesrajeshsen6649
    @jamesrajeshsen6649 6 หลายเดือนก่อน +12

    दुनिया मे ईसाई यो की संख्या सबसे अधीक है। याद रखना। फिर बाहर हवाई जहाज से इसाई और मुस्लिम देश जाना मुश्किल न हो जाए।

  • @sandeepsoni9562
    @sandeepsoni9562 6 หลายเดือนก่อน +2

    एक नजर में तो यह निर्णय न्यायसम्मत लगता है। मगर सरकारी संस्थानों की तरह परमादेश जारी करना इन्हें समानान्तर सरकार की श्रेणी में लाना तो नहीं कहलायेगा। कृपया इस पर भी प्रकाश डालें।

  • @banmalikashyap5482
    @banmalikashyap5482 5 หลายเดือนก่อน +2

    भारत मे धर्म के नाम पर स्कुल,
    कालेज ,हास्पिटल
    चलाने वाले संस्थानों को बंद होना चाहिए।जय श्री राम।

  • @deepakmane6116
    @deepakmane6116 4 หลายเดือนก่อน

    शिक्षा निती मै धर्म निती किस लिए चाहिए इनको

  • @user-io8oy9yr7k
    @user-io8oy9yr7k 6 หลายเดือนก่อน +5

    The Collegium will ensure that this capable judge will be deprived of ascending to become the CJ. Hope Modi ji will do something to sabotage any such possible move.

    • @atulkumra3015
      @atulkumra3015 6 หลายเดือนก่อน

      Bechara judge ,SC ko naraaz:) kar diya ,uski promotion to gayee..

  • @user-nb5xd7ee3j
    @user-nb5xd7ee3j 3 หลายเดือนก่อน

    Ban and Boycott Criestiom Meshenery in Bharat.Boyvot Church Creationen Meshenery School and Hospital.

  • @vprakash2433
    @vprakash2433 6 หลายเดือนก่อน +7

    स्वागत योग्य निर्णय है । अल्पसंख्यक संस्थान के नाम पर इनकी मनमानी की खबरें आती रहती है। दिल्ली का St. Stephen की ईसाई रिज़र्वेशन पोलिसी सबको पता है जबकि सरकार के पैसों से चलता है। समय आ गया है सरकारें इन संस्थानों पर ध्यान दें व आवश्यक सुधार करें। वर्तमान व्यवस्था का दुरुपयोग धर्मांतरण के लिए भी किया जा रहा है।

  • @sanjaytopno1648
    @sanjaytopno1648 6 หลายเดือนก่อน

    पर भाई साहब ये स्कूल और अस्पताल कहीं से कोई चंदा तो ले नहीं रहे हैं आपके आकाओं जैसे
    तो क्या जरूरत पड़ी स्वस्थ और शिक्षा को बाधित करने का सरकारी स्कूल भी बंद करोगे और अब मिशन स्कूल भी तो किधर ले जा रहे देश को
    ...🤔

  • @rk.sharmasharma8158
    @rk.sharmasharma8158 6 หลายเดือนก่อน +10

    बहुत अच्छा डिसीजन....यहां हर ऐरा गैरा देश को चूना लगा रहा है...

  • @ishwerkhare6281
    @ishwerkhare6281 5 หลายเดือนก่อน

    इन लोगो का रोजी रोटी इन्ही धर्म के नाम से चलता है यदि ये ऐसे काम नही करेंगे तो इनको कैसे खाना मिलेगा धर्म ही इनका कहना है

  • @pradyumnabarve3651
    @pradyumnabarve3651 6 หลายเดือนก่อน +4

    आप को अपना सुप्रीम कोर्ट मे कैसे लोग बैठ है मालुंम है ना ??

  • @satishkerketta01
    @satishkerketta01 6 หลายเดือนก่อน +5

    BJP वाले विकास के नाम पर वोट तो ले लिया पर जब सरकार बनी तो आम आदमी के विकास,स्वाथ्य और शिक्षा छोड़ कर धर्म के नाम पर ध्यान भटकने, भड़काने में लगी है।

  • @SHASTRICBVIKAL
    @SHASTRICBVIKAL 6 หลายเดือนก่อน +11

    * वीडियो बनाने वाले ईमानदार और निष्पक्ष नहीं, ये स्वयं इसमें समाहित लगते हैं, पूर्वाग्रह से ग्रसित हैं l
    हिन्दू धर्म के करोड़ों स्कूल और प्रतिष्ठान इसी पद्द्ति पर आधारित हैं l यह ऐक पक्षीय कार्यवाही है *😭

  • @manishlal3957
    @manishlal3957 6 หลายเดือนก่อน

    आर्य हिन्दुस्तान पर कब्जा करना चाहते है

  • @chandrashekharholla787
    @chandrashekharholla787 6 หลายเดือนก่อน +2

    Wonderful. Dhanyavadagalu for the detailed analysis. A very good decision. Namaskaram.

    • @raomaruthy484
      @raomaruthy484 6 หลายเดือนก่อน

      One more big blunder by Nehru.

  • @shrikantshringarputale5152
    @shrikantshringarputale5152 6 หลายเดือนก่อน +1

    Many sincere thanks Dubeyji for bringing this judgment to every Indian's knowledge. It will have Far Reaching Consequences.

  • @jamesrajeshsen6649
    @jamesrajeshsen6649 6 หลายเดือนก่อน +3

    ईसायो का बाल बाका नही कर सकोगे सभी इसाई भारत के ही है। फिर तो 40 ईसाई देश चुप नही बैठेगा। वहा भी दुसरे धर्म के लोग है वहा की सरकार जितना भी RSS BJP का धन वहा जमा है और प्रोपटी है सब वहा कब्जा करेगा। पुरे दुनिया मे यही होगा। International Court फिर कयो है।

  • @georgejamesjames5028
    @georgejamesjames5028 6 หลายเดือนก่อน +4

    End days are coming only pray and fasting is needed