2014 मे नकली गाँधी को पूरा विश्वास था कांग्रेस केंद्र मे नहीं आयेगी तब इन्होने पाकिस्तान के इसारे पर वक्फ बोर्ड को ऐसी शक्ति दी जिस जमीन पर ऊँगली रखे वो आपकी ताकि घुसपैठियों को बसाया जा सके
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जजों को शर्म नहीं आई इतने दिन में फैसला दिया।वो भी सिर्फ उम्रकैद दस साल में छूट जायेंगे।और इस सब को देखते हुए भी लोग कांग्रेस को वोट दे रहे हैं।हम आत्मा मर चुकी है।कुछ नहीं हो सकता।देश का बेडा गर्क होगा।अभी कुछ दिन पहले मोदी जी स्वतंत्रता दिवस के झंडे लगवा रहे थे।क्या ये होती है स्वतंत्रता।बहुत बहुत धन्यावाद हमारे देश के महान कर्णधारों का।
सुप्रीम कोठा आज भी कांग्रेस का गुलाम है अन्यथा इतने जघन्य अपराध की सजा सिर्फ उम्रकैद😡😡 यह तब तक नहीं बदलेगा जब तक देश अय्याश नेता के वंशजों से मुक्त नहीं होगा।
कांग्रेस का शर्मनाक चेहरा,लोग फिर भी वोट देते हैं निश्चित ही उन वोटरों का जमीर भी मर चुका है सब कांग्रेस के जमाने में लूट खसोट मचाये थे कोई पूछने वाला नहीं वही अभी भी चाहते हैं इसी उम्मीद में कांग्रेस को वोट देते हैं
शर्मा जी, आपका कथन बिल्कुल सही है लेकिन विडंबना और दर्द तो यही है कि हमें शत्रु बोध नहीं है और उसका मुख्य कारण जो मै समझता हूं वह यह कि जो हमें ७० वर्षों में सेकुलरिज्म का चूर्ण चटाया गया है और गलत इतिहास पढ़ाया गया है वह हमारे अन्तर्मन में अन्दर तक बैठ गया है। उस पर भी हम जातियों में बंटे हुए हैं और तथाकथित सेकुलर राजनीतिक दल इसी खाईं को चौड़ा कर रहे हैं जिससे उनकी राजनीति चमकती रहे और सत्ता की मलाई उड़ाते रहें।यदि हिन्दू समाज जागृत होकर एक नहीं हुआ तो देश और हिन्दू समाज का भविष्य बहुत बुरा होगा।
हमेशा की तरह निर्भिक और दबंग पत्रकारिता। इन ख़ादिमों ने शतप्रतिशत हिन्दु लड़कियों को ही निशाना बनाया था परन्तु आश्चर्य देखीये आज भी इन ख़ादिमों की दरगाह पर जाने मे हिन्दुओं का प्रतिशत ज़्यादा है !
इस विषय पर किसी मीडिया चैनल की हिम्मत नहीं हुई कि डिबेट कर ले ओर न्याय व्यवस्था पर सवाल उठाएं कि 32 साल में फैसला किया ओर वह भी फांसी न देकर उम्र कैद हाइकोर्ट ओर सुप्रीम कोठा मे सुनवाई में 20 साल ओर लग जाएंगे
बहुत सी बच्चियों ने आत्महत्या कर ली थी इतने जघन्य अपराध में लिप्त मुसलमानों को फांसी से कम सजा देना अन्याय है, एकमात्र फांसी की सजा ही न्याय है, क्रिमिनल मुसलमान है इसलिए इन्हें सुप्रीम कोर्ट ने कठोर सजा नहीं दी, सुप्रीम कोर्ट हमेशा हिंदुओं के साथ अन्याय करता रहा है
अमिताभ जी ने अजमेर फाइल्स के दुष्कर्म का सच बहुत शालीनता से बयान किया है जिसमे उनकी आन्तरिक पीडा की झलक मिलती है हिन्दू ऐसे हजारों कुक्रृत्यों को हमेशा इस सब्र के साथ सहता चला आ रहा है कि शासन प्रशासन या ईश्वर इसे करेगा वह भूल गया कि जब ईश्वर ने हाथ पैर दिमाग सब कुछ मुझे दे रखा है तो इनका उपयोग करने क्या वह आयेगा कहते हैं गुस्सा उसी का तेज होता है जिसने सब्र अधिक किया हो अति शांत समुद्र मे जब ज्वार भाटा आता है तब असंख्य बेचारे निर्दोश प्राणी भी नष्ट हो जाते हैं प्रिय अमिताभ तुम चैनेल के माध्यम से प्रशासन व जनता को इसी तरह से चेताओ ताकि हिन्दू रूपी समुद्र की प्रतिक्रिया से आने बाले जल जले के अनर्थ से बचा जा सके अन्यथा सनातनी हिन्दू अब शान्त नहीं रह पायेगा और इसे ईश्वर द्वारा प्रदत्त कर्म मानकर मैदान मे उतरने को मजबूर हो जायेगा. 🙏🙏
सबसे बड़ा दुखद ये है की 20-30 साल बाद निर्णय आया है ,वोट बैंक के चक्कर में देश के साथ हर कुकर्म किया है काग्रेस ने , भला हो एक पत्रकार का जिसके कारण आज 20- 30 साल बाद सजा हो रही है
आज़ादी के समय से कांग्रेस का संरक्षण रहा है वर्ग विशेष पर, इनके हर एक अपराध पर कांग्रेस का समर्थन रहा है आज भी कांग्रेस की सरकार होती तो इनको सज़ा नही मिलती ।
राजनीति का दबाव हमारे देश में न्याय को किस सीमा तक तहस-नहस कर सकता है इसका यह घटना एक बहुत छोटा सा उदाहरण है । हमारे देश में इससे भी बड़े कयी कांड किए गये हैं जिनसे न केवल देश के भविष्य बल्कि पूरी पीढ़ी तबाह करने का दुस्साहस राजनीतिक दल और राजनेताओं के सहयोग से किया गया है ।
अभी तक इस दुष्कांड से अनजान रहा, इसलिए अत्यधिक शर्मिन्दा हूँ। सुनकर रूह तक कांप रही है । इतने घिनौने/दुर्दान्त कृत्य वाले मामले में इतनी आसान सज़ा भी संतुष्टि नहीं दे सकती, मरहम नही लगा सकती;निन्दा के योग्य है।
अपनी लड़ाई ख़ुद लड़नी होगी। हां आज अभी हिंदू कुछ हद तक ही जागा है ।अभी भी टमाटर प्याज़ पेट्रोल में फंसा है। अधनिदे मे ऊंघ रहा है। जब तक चैतन्य नहीं होगा तब तक बात बनने वाली नही है।
अजमेर के जघन्य बरबर अत्याचार और ताकत के बल पर हिन्दू बच्चियों से किया गया बलात्कार, की घटना को कोर्ट ने 34 वर्ष लटकाये रखा क्या इसको लेकर कोर्ट इसका निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर नहीं किया जाना था और अपराधियों को फांसी की सजा नहीं दी जानी चाहिए थी ।लगता है कि कोर्ट भी सडी गली मानसिकता का आदी हो चुका है धन्यवाद् ।
हिन्दू मुस्लिम से ऊपर यह कांड सरकार और न्यायपालिका की नपुंसकता का सटीक उदाहरण है....अपना हित साधने के लिए राजनैतिक दल कैसे जनसाधारण की इज्जत से खिलवाड़ करते है।
🚩जनकल्याण ही सबसे बड़ा कल्याण है l भारत में हिन्दू विरोधी महाठगबंधन कि पार्टियों के मुस्लिम प्रेमी वोटर देश में आगजनी, पत्थरबाजी, चाकूबाजी, बंदूकबाजी एवं लड़कियों के साथ में रेपबाजी खाने कि चीजों में थूकबाजी किस कानून के आधार पर करते हैं पूछता है भारत ? बिना नोटिस के तो सब गलत है l सौ बात कि एक बात जैसी समस्या वैसा समाधान, बनो इन्सान, मत करो किसी का अपमान, अन्यथा हो जायेगा काम तमाम l अन्याय, अत्याचार और अपराध करने वाले 👉दुष्ट जितने गुनहगार होते हैं, हर समय उनके साथ खड़े रहने वाले सबसे ज्यादा गुनहगार होते हैं l राष्ट्रहित में वोट देने वालों का महाकल्याण हो l निजीहित में वोट देने वाला का समूल नास हो l सभ्य समाज सबका 🙏सम्मान🙏 करता है अन्याय का नहीं l
32,, सजा मिली है,, नवीन को सजा देने से फायदा क्या इनकी उम्र निकल गई पूरा ऐश आराम से,, इनको 1 साल के अंदर अंदर सजा मिलना चाहिए था लेकिन 32 साल लगा दी ,कैसा कानूनहै यह
इस विभत्स काण्ड पर संयमित रूप से अपने उद्गार प्रकट करने के लिए, परम सम्माननीय अमिताभ जी को नमन। 26 वर्ष पूर्व अजमेर में पदस्थापना के दौरान इस कांड की बहुत दबी जुबान में चर्चा सुनी थी। अधिक विस्तार से कोई भी बात करने से डरता था। कुछ संभ्रांत परिवारों की बच्चियों के इस प्रकरण में पीड़ित होने की बातें भी सुनीं थीं। अपनी क्षमता के लिए, अपने ऊपर भी लज्जा आती है। जिस पत्रकार ने इसका भांडा फोड़, मैं उसे नमन करता हूं। महा मतलबी/स्वार्थी हैं वे हिंदू लोग जिन्हें अपने देवी देवताओं पर विश्वास नहीं, एक मुस्लिम बर्बर/दुराचारी की दरगाह से मनोकामनाएं पूरी होने का भ्रम है। और हां उन्हें भी किसी पाखंडी हिंदू ने ही, वहां चादर चढ़ाने के लिए बहकाया होगा।
इतनी सारी बच्चियों के साथ बलात्कार हुआ तब किसी पिता ने शस्त्र उठाकर बलात्कारी को उसके कूकर्म की सजा क्यों नहीं दी?? सुना है कि कुछ पिता आईपीएस अधिकारी थे तो उनकी पिस्तौल उनके कमर सज्जा की वस्तु थी।
सबसे पहले हिन्दुयो मे जो अन्धविश्वास जमी हुई है कि मजार या दरगाह मे जाने से मनोकामना पुरी होती है , उसे मन से हटाये। दोषी है सनातनी हिन्दु समाज इसके लिये।
उम्र कैद क्यों फांसी क्यों नहीं ? इस देश के न्यायाधीश ,अधिवक्ता और नेता क्या खेल खेल रहे हैं l तीनों न्यायालय,नेता , आरक्षि अधिकारी समाज को शर्म नहीं आई I इस देश के नेता देश को कहा लेकर जा रहे हैं I
सुप्रीम कोर्ट क्यों नहीं स्वम संज्ञान लेकर फैसला सुनाता, अभी तक कोर्ट सो रहा था, सरकार भी क्यों हिंदुओं की चिंता नहीं करती, जय श्रीराम, वंदे मातरम्, जय हिंद का कानून
हिंदू भी क्यों जाते है मुस्लिम धर्मस्थलो पर ?क्या हमारे देवता कम है?और हमारे देवता जो प्रॉब्लेम नही छुडा पाते है वो ये लोग छुडा पायेंगे?मूर्ख हम है ,वो नही
मैं भी हिन्दू हूं पर हमारे समाज जैसा समाज दूसरा नहीं है। जिनके बहुसंख्यक होते हुए कश्मीर, केरल, अजमेर और न जाने कितनी घटनाएं हैं। अपनी महिलाओं की लुटती अस्मत पर चुप्पी साधने वाले समाज का अस्तित्व ही घृणित है । 😢
कांग्रेस कभी भी शांतिदूतों के खिलाफ कुछ भी नही कह सकती। दुर्भाग्य है, इस पर भी जो हिन्दू उस मजार पर जाकर जियारत करते हैं। यही तो गज़वा ए हिंद का अल्टीमेट मकसद है।
जब pistol जैसे हथियार आसानीसे नही मिलते थे उस वक्त भी चाफेकर बंधु, भगत सिंह आदी ने बदला लिया! फिर आजके जमाने मे ajmer केहिन्दू समाज ने ये दोनों को 3 दशक जिंदा कैसे रहने दिया?
जय हिन्द जय भारत सर जी आप को जयजय सियाराम जय हो जिनका घर हो अयोध्या जैसा उनकी होत बड़ाई देर है अंधेरे नहीं हमेशा सत्य कि बिजय होती है होती रहे गी मानिनये श्री योगी आदित्यनाथ जी कि सरकार में मिट्टी में मिलाने का काम हमारी यूपी योगी आदित्यनाथ जी कि सरकार करे गी करतीं रहें गी
BJP नहीं . हिंदू सो रहा है. इसी केस उल्टा कर देखो? आगा ये दोषी हिंदू होते और लड़कियाँ मुस्लिम होती? तो सेंकड़ो हिंदू घर , दुकान फूंक दिये होते जो हिंदू लड़कियों के साथ किया जाता वो अलग. और तो और आज भी हिंदू अपनी फ़ेमली को साथ रोज़ दरगाह जातें हैं. हिंदू बेशर्म है. BJP को दोष देने से पहले अपना चेहरा आईने में देखो🙏
जब तक ये भारत मे रहेंगे तब तक हिंदू को खतरा है मुस्लिम मुक्त भारत होना अति आवश्यक है 57 देश मुस्लिम राष्ट्र है ।। हिन्दी के लिए सिर्फ भारत है
2014 मे नकली गाँधी को पूरा विश्वास था कांग्रेस केंद्र मे नहीं आयेगी तब इन्होने पाकिस्तान के इसारे पर वक्फ बोर्ड को ऐसी शक्ति दी जिस जमीन पर ऊँगली रखे वो आपकी ताकि घुसपैठियों को बसाया जा सके
Yeh toh kewal 1947 mein hi ho sakata tha pad GANDHI/NEHRU DOKHA kar gai
JAI HIND
To jo:cang UPA ne sajish se 125''act:akt snsohdn kr Act me lawgu kr diya Aaj bih targwtd Hindu hi Act FNd siculr Act mainorti wakpf
"&1991:&35akt: Tax 🎪 pr' BJP Mon
सिर्फ मुस्लिमों से ही खतरा नहीं है इनको समर्थन देने वाले सेक्युलर हिंदू से भी खतरा है
आरक्षण के जरिये जातिवाद का जहर हिन्दुओं में भरा गया है,जो हमे एक नही होने देता है।एक या दो पीढ़ी और फिर शरिया लगनी ही है।
32 साल बाद फैसला आने को फैसला कहना न्यायोचित नहीं है। उन पीड़ित महिलाओं का पुनः दर्द कुरेदना जैसा है, यह हिन्दू धर्म एवं हिदुस्तान का दुर्भाग्य है। 😢😢
DARD KOH mARAHAM LAGA, JAKHM KOH DAVA MILI, JAI SAVIDHANFASI HONA THA
Sab congress ka khel tha
Ae koi kalank nahi jo coganres kenam naho
100/ parsent sahi 🙏
Modiji ab hai na,,ek ek krke hi nyaye karege na
भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करना अति आवश्यक है,और भारत की हिंदू शासक की आवश्यकता है,जो खुलकर हिंदुओं के समर्थन में और जेहादियों के विरोध में काम करे।
अकेले मोदी जी क्या करें हिंदू साथ नहीं देता उनका।
अब तो लगता है की अदालतें भी इन जेहादियों के समर्थन में काम करती है।वरना ऐसे केसों में फांसी से कम की सजा नही होनी चाहिए
इतनी सालों के बाद् फैसला आना हमारे न्याय व्यवस्था पर सवालिया निशान है।
Nyaypalika bhi jemme war hai
Esa mat bolo Bhai. Varna bhimte chhati pitne lag jayenge ki samvidhan khatre me aa gaya
जजों को शर्म नहीं आई इतने दिन में फैसला दिया।वो भी सिर्फ उम्रकैद दस साल में छूट जायेंगे।और इस सब को देखते हुए भी लोग कांग्रेस को वोट दे रहे हैं।हम आत्मा मर चुकी है।कुछ नहीं हो सकता।देश का बेडा गर्क होगा।अभी कुछ दिन पहले मोदी जी स्वतंत्रता दिवस के झंडे लगवा रहे थे।क्या ये होती है स्वतंत्रता।बहुत बहुत धन्यावाद हमारे देश के महान कर्णधारों का।
कारण वही कांग्रेस राज था
कांग्रेस के राज में ज्यूडिशियरी भी दबाव में काम करते थे।
Rahul Gandhi kahan hai andha Ho Gaya dikh nahin raha hai jati jati karte ghoom ghoom raha hai
Yogi ji hi Inka sahi ilaz kar sakte hain
सुप्रीम कोठा आज भी कांग्रेस का गुलाम है अन्यथा इतने जघन्य अपराध की सजा सिर्फ उम्रकैद😡😡 यह तब तक नहीं बदलेगा जब तक देश अय्याश नेता के वंशजों से मुक्त नहीं होगा।
कांग्रेस का शर्मनाक चेहरा,लोग फिर भी वोट देते हैं निश्चित ही उन वोटरों का जमीर भी मर चुका है सब कांग्रेस के जमाने में लूट खसोट मचाये थे कोई पूछने वाला नहीं वही अभी भी चाहते हैं इसी उम्मीद में कांग्रेस को वोट देते हैं
सर पर टोकरियां रखकर जाते फिल्मी भांड भी अब दिखाई नहीं देते..
दरगाह के पूर्वज (मोइनुद्दीन चिश्ती आदि) ने भी पृथ्वीराज चौहान की पत्नी के साथ साथ लाखों हिन्दू महिलाओं के साथ भी यही अत्याचार किया था
हिन्दू लोग भी वहां जाकर अपना माथा पटकते है।
शर्मा जी, आपका कथन बिल्कुल सही है लेकिन विडंबना और दर्द तो यही है कि हमें शत्रु बोध नहीं है और उसका मुख्य कारण जो मै समझता हूं वह यह कि जो हमें ७० वर्षों में सेकुलरिज्म का चूर्ण चटाया गया है और गलत इतिहास पढ़ाया गया है वह हमारे अन्तर्मन में अन्दर तक बैठ गया है। उस पर भी हम जातियों में बंटे हुए हैं और तथाकथित सेकुलर राजनीतिक दल इसी खाईं को चौड़ा कर रहे हैं जिससे उनकी राजनीति चमकती रहे और सत्ता की मलाई उड़ाते रहें।यदि हिन्दू समाज जागृत होकर एक नहीं हुआ तो देश और हिन्दू समाज का भविष्य बहुत बुरा होगा।
फिर भी जयचंद बनकर हिन्दू दरगाह पर माथा टेकने आते हैं और चादरें चढ़ाते हैं
Dargaah ish desh par kalank hai😢
FIR tumne badla liya uska
हमेशा की तरह निर्भिक और दबंग पत्रकारिता।
इन ख़ादिमों ने शतप्रतिशत हिन्दु लड़कियों को ही निशाना बनाया था परन्तु
आश्चर्य देखीये आज भी इन ख़ादिमों की दरगाह पर जाने मे हिन्दुओं का प्रतिशत ज़्यादा है !
1947 se aaj tak desh ki har problem ki vajah CONGRESS Party aur iske leaders hai aur ye abhi bhi ye baj nahi aa rahe h
इस विषय पर किसी मीडिया चैनल की हिम्मत नहीं हुई कि डिबेट कर ले ओर न्याय व्यवस्था पर सवाल उठाएं कि 32 साल में फैसला किया ओर वह भी फांसी न देकर उम्र कैद हाइकोर्ट ओर सुप्रीम कोठा मे सुनवाई में 20 साल ओर लग जाएंगे
मैं कोर्ट के फैसले का विरोध करता हूं । कुछ लोग फैसला देते हैं तो इन मुस्लिमों में उनको दामाद नजर आते हैं फाँसी क्यों नहीं हुई
सैकड़ों वर्षो के मुगलिया बर्बरता की ऐसी ही पृष्ठभूमि है अजमेर
तत्कालीन cong govt ने कोर्ट में ये बोला था की इस केस को चलाने से सांप्रदायिक तनाव होगा और पैरवी नहीं की तो मामला दब गया था। इसलिए देरी हुई। 😢😮😢😮😢😮
इस देश मे गरीब को इंसाफ मिलना मुश्किल है।पूरे देश से प्रतिभा पलायन हो रहा है उनके ज्ञान का उपयोग दूसरे कंट्री कर रहे है
बहुत सी बच्चियों ने आत्महत्या कर ली थी इतने जघन्य अपराध में लिप्त मुसलमानों को फांसी से कम सजा देना अन्याय है, एकमात्र फांसी की सजा ही न्याय है, क्रिमिनल मुसलमान है इसलिए इन्हें सुप्रीम कोर्ट ने कठोर सजा नहीं दी, सुप्रीम कोर्ट हमेशा हिंदुओं के साथ अन्याय करता रहा है
😮वाह रे भारत के कानून... और पिछली सरकारें....😢
अमिताभ जी ये भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा है
क्या इस केस के आधार पर इस दरगाह पर बुलडोज़र नहीं चलना चाहिए था?
Buldozor chalna chayea.
काश योगी आदित्यनाथ जी उस समय यहां के मुख्यमंत्री होते
अमिताभ जी ने अजमेर फाइल्स के दुष्कर्म का सच बहुत शालीनता से बयान किया है जिसमे उनकी आन्तरिक पीडा की झलक मिलती है हिन्दू ऐसे हजारों कुक्रृत्यों को हमेशा इस सब्र के साथ सहता चला आ रहा है कि शासन प्रशासन या ईश्वर इसे करेगा वह भूल गया कि जब ईश्वर ने हाथ पैर दिमाग सब कुछ मुझे दे रखा है तो इनका उपयोग करने क्या वह आयेगा कहते हैं गुस्सा उसी का तेज होता है जिसने सब्र अधिक किया हो अति शांत समुद्र मे जब ज्वार भाटा आता है तब असंख्य बेचारे निर्दोश प्राणी भी नष्ट हो जाते हैं प्रिय अमिताभ तुम चैनेल के माध्यम से प्रशासन व जनता को इसी तरह से चेताओ ताकि हिन्दू रूपी समुद्र की प्रतिक्रिया से आने बाले जल जले के अनर्थ से बचा जा सके अन्यथा सनातनी हिन्दू अब शान्त नहीं रह पायेगा और इसे ईश्वर द्वारा प्रदत्त कर्म मानकर मैदान मे उतरने को मजबूर हो जायेगा. 🙏🙏
अति उत्तम विवेचना।❤❤❤❤❤❤
३५ साल बाद ये कैसा न्याय या अन्याय , आज तो न्यायालय का न्याय नहीं अन्याय हुवा ,
सबसे बड़ा दुखद ये है की 20-30 साल बाद निर्णय आया है ,वोट बैंक के चक्कर में देश के साथ हर कुकर्म किया है काग्रेस ने ,
भला हो एक पत्रकार का जिसके कारण आज 20- 30 साल बाद सजा हो रही है
Abhi to lower court se hi aaya , baki to baki hi hain
लेकिन उस पत्रकार की भी जघन्य हत्या हुई थी
@@satyanarayansharma3741 ji sahi kaha aapne
बीच चौराहे पर फांसी होनी चाहिए, उम्रकैद बहुत छोटी सजा है इस तरह के विभत्स कृत्य के लिए...😡😡😡
आज़ादी के समय से कांग्रेस का संरक्षण रहा है वर्ग विशेष पर, इनके हर एक अपराध पर कांग्रेस का समर्थन रहा है आज भी कांग्रेस की सरकार होती तो इनको सज़ा नही मिलती ।
अजमेर में दरगाह को बुल्डोजर कब चलेगा
Public par depend hai agar hindu chahta to 92 me hi khandhar ho chuka hota
अभी सही बात कहू तो कही मुख्यमंत्री की हिंमत मोदी के वजह मिली और बेधडक कारवाई कर रहेहै.सलाम ईन सबको.
शर्म आती है ऐसे कानून पर
राजनीति का दबाव हमारे देश में न्याय को किस सीमा तक तहस-नहस कर सकता है इसका यह घटना एक बहुत छोटा सा उदाहरण है ।
हमारे देश में इससे भी बड़े कयी कांड किए गये हैं जिनसे न केवल देश के भविष्य बल्कि पूरी पीढ़ी तबाह करने का दुस्साहस राजनीतिक दल और राजनेताओं के सहयोग से किया गया है ।
अभी तक इस दुष्कांड से अनजान रहा, इसलिए अत्यधिक शर्मिन्दा हूँ। सुनकर रूह तक कांप रही है । इतने घिनौने/दुर्दान्त कृत्य वाले मामले में इतनी आसान सज़ा भी संतुष्टि नहीं दे सकती, मरहम नही लगा सकती;निन्दा के योग्य है।
10 साल में पीढ़ी बदल जाती है। आज जिसे भारत और बिहार ऐसा ही लगता है, उन्हें 20 या 30 साल की स्थिति कहानी सी लगेगी।
32 साल में फैसला आ रहा है इसलिए ही आज दंड बुलडोजर चलवा कर तुरंत दिया जा रहा है या गाड़ी पलट दी जा रही है।
ईन दरींदों को फांसी ना देकर उम्रकैद की सजा देकर न्यायालय ने बचाव ही कीया ,
बहुत ही अफसोसजनक।
भारत में इस कांड की वो चर्चा नहीं हुई और दर्जनों अपराधी बच कर निकल गये।।
लानत लानत ओर लानत ऐसी न्यायव्यवस्था पर। की। 32 साल लगा दिया। शर्म
वो समय था जब लोगों ने अजमेर से अपने बेटों के लिए लड़कियां लेना भी बंद कर दिया था 😢
अपनी लड़ाई ख़ुद लड़नी होगी। हां आज अभी हिंदू कुछ हद तक ही जागा है ।अभी भी टमाटर प्याज़ पेट्रोल में फंसा है। अधनिदे मे ऊंघ रहा है। जब तक चैतन्य नहीं होगा तब तक बात बनने वाली नही है।
लानत है ऐसी सरकार को. जो किसी ब्यक्ति बिशेष के इतने दबाव में कार्य करे.
भगवान आदि विश्वेश्वर महादेव आप सब सनातन धर्मी भक्तों की रक्षा करें...... हर हर महादेव.......=🙏🙏🙏🙏
आदरणीय योगी जी जैसा नेता चाहिए
अजमेर के जघन्य बरबर अत्याचार और ताकत के बल पर हिन्दू बच्चियों से किया गया बलात्कार, की घटना को कोर्ट ने 34 वर्ष लटकाये रखा क्या इसको लेकर कोर्ट इसका निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर नहीं किया जाना था और अपराधियों को फांसी की सजा नहीं दी जानी चाहिए थी ।लगता है कि कोर्ट भी सडी गली मानसिकता का आदी हो चुका है धन्यवाद् ।
अमिताव जी दुःख है तो बस बात का की आज भी भारत के भारतीय समाज समझ नहीं रहा और कोई दुःख नहीं
तो फिर अजमेर की दरगाह को बंध क्यों न किया जाए. कब तक मुस्लिम वोटों के लिए हिन्दुओ पे जुल्म होता रहेगा
Congress ne is desh ka beda gark kar diya
हिन्दुस्तान में कॉंग्रेस राज्य में जितना शोषण और नाइंसाफी हिन्दुओं के साथ हुई उसकी कोई मिसाल ही नहीं है worldwide....
हिन्दू मुस्लिम से ऊपर यह कांड सरकार और न्यायपालिका की नपुंसकता का सटीक उदाहरण है....अपना हित साधने के लिए राजनैतिक दल कैसे जनसाधारण की इज्जत से खिलवाड़ करते है।
🚩जनकल्याण ही सबसे बड़ा कल्याण है l
भारत में हिन्दू विरोधी महाठगबंधन कि पार्टियों के मुस्लिम प्रेमी वोटर देश में आगजनी, पत्थरबाजी, चाकूबाजी, बंदूकबाजी एवं लड़कियों के साथ में रेपबाजी खाने कि चीजों में थूकबाजी किस कानून के आधार पर करते हैं पूछता है भारत ? बिना नोटिस के तो सब गलत है l
सौ बात कि एक बात जैसी समस्या वैसा समाधान, बनो इन्सान, मत करो किसी का अपमान, अन्यथा हो जायेगा काम तमाम l
अन्याय, अत्याचार और अपराध करने वाले 👉दुष्ट जितने गुनहगार होते हैं, हर समय उनके साथ खड़े रहने वाले सबसे ज्यादा गुनहगार होते हैं l
राष्ट्रहित में वोट देने वालों का महाकल्याण हो l
निजीहित में वोट देने वाला का समूल नास हो l
सभ्य समाज सबका 🙏सम्मान🙏 करता है अन्याय का नहीं l
आदरणीय अमिताभ जी सादर जय भारत 🕉️🇮🇳🙏
32,, सजा मिली है,, नवीन को सजा देने से फायदा क्या इनकी उम्र निकल गई पूरा ऐश आराम से,, इनको 1 साल के अंदर अंदर सजा मिलना चाहिए था लेकिन 32 साल लगा दी ,कैसा कानूनहै यह
यही तो इस्लाम की ख़ूबसूरती है
शर्म आनी चाहिए उस न्यायालय को जिसने 32 साल बाद फैसला सुनाया और वह भी फांसी के बजाय उम्र कैद का यह जाति हिंदुस्तान के लिएखतरा है
अब उम्र होली जब क्या उम्र कैद अब तो फांसी की सजा होनी थी क्या निर्णय है
यह उम्र कैद का फैसला सुनाने वाले जज पर थूकने का मन होता है आम जनता का जिन्होंने फांसी के बदले उम्र कैद की सजा दी
थू थू थू
जागो हिन्दू जागो 🙏🌹💐🚩🚩🚩🚩🚩🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
जागो भारत जागो
इस विभत्स काण्ड पर संयमित रूप से अपने उद्गार प्रकट करने के लिए, परम सम्माननीय अमिताभ जी को नमन।
26 वर्ष पूर्व अजमेर में पदस्थापना के दौरान इस कांड की बहुत दबी जुबान में चर्चा सुनी थी। अधिक विस्तार से कोई भी बात करने से डरता था। कुछ संभ्रांत परिवारों की बच्चियों के इस प्रकरण में पीड़ित होने की बातें भी सुनीं थीं। अपनी क्षमता के लिए, अपने ऊपर भी लज्जा आती है। जिस पत्रकार ने इसका भांडा फोड़, मैं उसे नमन करता हूं।
महा मतलबी/स्वार्थी हैं वे हिंदू लोग जिन्हें अपने देवी देवताओं पर विश्वास नहीं, एक मुस्लिम बर्बर/दुराचारी की दरगाह से मनोकामनाएं पूरी होने का भ्रम है। और हां उन्हें भी किसी पाखंडी हिंदू ने ही, वहां चादर चढ़ाने के लिए बहकाया होगा।
न्याय देने में 32 साल लग जाते हैं तो अदालते बंद कर दो
इतनी सारी बच्चियों के साथ बलात्कार हुआ तब किसी पिता ने शस्त्र उठाकर बलात्कारी को उसके कूकर्म की सजा क्यों नहीं दी?? सुना है कि कुछ पिता आईपीएस अधिकारी थे तो उनकी पिस्तौल उनके कमर सज्जा की वस्तु थी।
दरगाह के खादिम है तो क्या इस प्रकार के दुराचार का लाईसेंस मिल गया?
32 साल बाद फैसला???
मतलब दोषियों को बचने का खूब मौका दिया गया।।
जिस पत्रकार ने खुलासा किया उसकी निर्ममता से हत्या कर दी गई और बाद में उस पत्रकार के बेटे ने उस का बदला लिया
पत्रकार की हत्या नहीं हुई थी
अब तक की सभी सरकारे अवशर वाद का शिकार है धन्यवाद ।
KATHMULLO KI DARGAHA KEH HAJAM KHADIM KI bat KAR,
JAI SANATA, JAI RAMRAAJ
इसमें सिर्फ फांसी होनी चाहिए थी इसके अतिरिक्त कुछ नहीं
Very nice fact full informative excellent discussion 👍
ठीक सर जी आप को माफ़ कर ना जी जब-तक सूरज चांद रहेगा तब तक मानिनये श्री योगी आदित्यनाथ जी का नाम रहेगा धन्यवाद सर जी आप
सबसे पहले हिन्दुयो मे जो अन्धविश्वास जमी हुई है कि मजार या दरगाह मे जाने से मनोकामना पुरी होती है , उसे मन से हटाये। दोषी है सनातनी हिन्दु समाज इसके लिये।
उसे समय शासन किसका था उसे समय कौन मुख्यमंत्री था
कांग्रेस केंद्र में भी और राजस्थान में भी कांग्रेस
ये तो अकल्पनीय है। आज इतने सालों बाद तो इस कांड के बारे में अधिकतर लोगों को पता चला होगा।😡😡😡😡
ये आजीवन जेल का फैसला ग़लत है इन सभी को आजीवन रोटी खिलाने से क्या फायदा है फांसी शीघ्र देनी चाहिए
उम्र कैद क्यों फांसी क्यों नहीं ? इस देश के न्यायाधीश ,अधिवक्ता और नेता क्या खेल खेल रहे हैं l तीनों न्यायालय,नेता , आरक्षि अधिकारी समाज को शर्म नहीं आई I इस देश के नेता देश को कहा लेकर जा रहे हैं I
इस अपराध पर सजा देने की इच्छा शक्ति भी तो नहीं थी । सच में बहुत बुरा हुआ था।
मदरसे बंद करो सभी समस्या की जड़ मदरसे ही है
Ajmer File Film Banney Chahiye.??? 🤔🤔🤔
सुप्रीम कोर्ट क्यों नहीं स्वम संज्ञान लेकर फैसला सुनाता, अभी तक कोर्ट सो रहा था, सरकार भी क्यों हिंदुओं की चिंता नहीं करती,
जय श्रीराम, वंदे मातरम्, जय हिंद का कानून
योगी जी होते तो सारे खादिम एनकाउंटर में निपट जाते।
Ram Ram sir
Agnihotri G aapko namaskar 👏
Dil dahal gaya aaj ye khabar sunkar
Very good jankari super Amitabh Bhai kaleja fat gaya man vichlit ho gaya Ram Ram ji
Phir bhi Hindu Congress ko vote karte hai. Yahi is desh ka durbhagya hai
इन दरगाहो को बन्द किया जाना चाहिए
60-70 % लोगों को तो मालूम भी नहीं
भारत के संविधान से उपर थे एक दरगाह के खादिम???
Good Anylisis on Ajmer Files
सरकार में बैठे लोग स्वम ही गलत होंगे
Congress desh ke liye khatra hai
Right sir
हिंदू भी क्यों जाते है मुस्लिम धर्मस्थलो पर ?क्या हमारे देवता कम है?और हमारे देवता जो प्रॉब्लेम नही छुडा पाते है वो ये लोग छुडा पायेंगे?मूर्ख हम है ,वो नही
Justice delayed is Justice denied
मैं भी हिन्दू हूं पर हमारे समाज जैसा समाज दूसरा नहीं है। जिनके बहुसंख्यक होते हुए कश्मीर, केरल, अजमेर और न जाने कितनी घटनाएं हैं। अपनी महिलाओं की लुटती अस्मत पर चुप्पी साधने वाले समाज का अस्तित्व ही घृणित है । 😢
कांग्रेस कभी भी शांतिदूतों के खिलाफ कुछ भी नही कह सकती।
दुर्भाग्य है, इस पर भी जो हिन्दू उस मजार पर जाकर जियारत करते हैं।
यही तो गज़वा ए हिंद का अल्टीमेट मकसद है।
जब pistol जैसे हथियार आसानीसे नही मिलते थे उस वक्त भी चाफेकर बंधु, भगत सिंह आदी ने बदला लिया! फिर आजके जमाने मे ajmer केहिन्दू समाज ने ये दोनों को 3 दशक जिंदा कैसे रहने दिया?
32 साल बाद भी फांसी नहीं हुयी
Sailut Sir for right Analysis
Aap aapki patrkarita badi sarahniy hai
*हरे कृष्णा जी*
🙏
जय हिन्द जय भारत सर जी आप को जयजय सियाराम जय हो जिनका घर हो अयोध्या जैसा उनकी होत बड़ाई देर है अंधेरे नहीं हमेशा सत्य कि बिजय होती है होती रहे गी मानिनये श्री योगी आदित्यनाथ जी कि सरकार में मिट्टी में मिलाने का काम हमारी यूपी योगी आदित्यनाथ जी कि सरकार करे गी करतीं रहें गी
वाह क्या चौंतीस साल बाद की घटना पर आपकी नजर पड़ी । क्या पत्रकारिता है आज़ तक के पत्रकार जीवन में।
धन्य प्रभु रक्षा करना इन मीडिया वालों से।
Kya gadha h re tooo
जय श्री राम।जय जय श्री राम अमिताभ जी...
जो हिंदू दुर्गा पर माथा टेकने जाते हैं उन्होंने सोचना चाहिए जो हिंदू बेटियों की इज्जतलूटी गई वह वही दरगाह वाले थे
Should BJP not carry out a campaign against Congress on Ajmer Kand....are they waiting for orders from somewhere....Shameless
BJP नहीं . हिंदू सो रहा है. इसी केस उल्टा कर देखो? आगा ये दोषी हिंदू होते और लड़कियाँ मुस्लिम होती? तो सेंकड़ो हिंदू घर , दुकान फूंक दिये होते जो हिंदू लड़कियों के साथ किया जाता वो अलग. और तो और आज भी हिंदू अपनी फ़ेमली को साथ रोज़ दरगाह जातें हैं. हिंदू बेशर्म है. BJP को दोष देने से पहले अपना चेहरा आईने में देखो🙏
कांग्रेस के नेताओं का असली चेहरा यही है
अग्निहोत्री जी क्या हमारे न्यायाधीशों को हमारी पंचायती न्याय व्यवस्था से कुछ सीखना चाहिए। ताकि न्याय मिलने में 35से40 साल ना लगे।