@@nishantdimri2232 मान्यवर, यदि आप उन गलतियों को रेखांकित करें तो मैं भी अपने पाठ को सुधारने की कोशिश करूँगा। मुझे लगता है कि संपुट का प्रयोग करने के कारण हमें गलतियाँ लग रहीं है।
@@dr.rajeevkumar8622 6:46 विप्रेण हर्षोतये नहीं, "विप्रेण हरतोषये" होना चाहिए.... अर्थात् विप्रो द्वारा भगवान शंकर को प्रसन्न करना, हर्षोतये का कोई अर्थ मेरे विचार में नहीं बनता है। और साथ में "तेषाम् शम्भू प्रसीदते" न कि "तेषा शम्भू प्रसीदते" (तद् शब्द रूप, षष्ठी विभक्ति, बहुवचन)।
@@nishantdimri2232 मित्रवर, आपके संस्कृत ज्ञान को मैं श्रद्धा पूर्वक नमन करता हूँ। मैथिली बिटिया को उच्चारण की शुद्धता पर ध्यान देना चाहिए। हालांकि मैं भी नित्य श्रीरुद्राष्टकम का पाठ करता हूँ, आपके सुझावानुसार, मैं भी उच्चारण की शुद्धता का विशेष ध्यान रखूंगा।
@@dr.rajeevkumar8622 बिल्कुल, उच्चारण का बहुत बड़ा स्थान है संस्कृत में, एक विसर्ग और हलंत से अर्थ बदल सकता है यदि आप सही सही पढ़ना चाहते हैं, तो प्रयास कीजिएगा, गीताप्रेस गोरखपुर की रामचरितमानस के उत्तरकांड से रुद्राष्टक पढ़ने का, उसमें त्रुटियां नहीं मिलेंगी
मैथली जी आपको सरस्वती जी ऐसे ही सनातन संस्कृति की अलख जगाने की शक्ति दे,, हम डेली 1hrs aapki भजन कीर्तन कार्यक्रम को सुनते हैं। Hey bhagwan बहन दीर्घायु हो
श्री गुरुवे नमः ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय
नमामीशमीशान निर्वाणरूपं विभुं व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपम् । निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं चिदाकाशमाकाशवासं भजेहम् || 1 || I bow to you the Lord, who is present as the Ishana (a Shiva’s form), and whose form is present in Nirvana state The one who is present everywhere, the supreme being, present in the form of Vedas. O the truthful one, beyond the gunas, beyond the thoughts or changes (vikalpas) and beyond any movements The divine form who abodes in the sky, I worship you (God Shiva). || 1 || निराकारमोङ्करमूलं तुरीयं गिराज्ञानगोतीतमीशं गिरीशम् । करालं महाकालकालं कृपालं गुणागारसंसारपारं नतोहम् I bow to you, who is formless, the source of Omkara and the pure consciousness Who is beyond speech, knowledge, and senses, The Lord of Mountains Who is fearsome (to the wicked), the Mahakala, who is beyond the time and the compassionate The adobe of virtues, who helps me to cross the samsara, I bow to you, Lord Shiva || 2 || तुषाराद्रिसंकाशगौरं गभिरं मनोभूतकोटिप्रभाश्री शरीरम् । स्फुरन्मौलिकल्लोलिनी चारुगङ्गा लसद्भालबालेन्दु कण्ठे भुजङ्गा || 3 || I bow to you, who is white, resembling the snow mountain and whose being is very deep Who is present in all the beings, whose body is auspicious and radiant Whose head bears the streams of Ganga The forehead, adorned with a crescent moon, and the neck with a snake || 3 || चलत्कुण्डलं भ्रूसुनेत्रं विशालं प्रसन्नाननं नीलकण्ठं दयालम् । मृगाधीशचर्माम्बरं मुण्डमालं प्रियं शङ्करं सर्वनाथं भजामि || 4 || The one who is adorned with hanging earrings, whose eyes are large and pleasant Who has a cheerful face and a blue throat, O the merciful one Who wears the skin of animals as his clothes and a garland of skulls O the beloved Lord Shankara, the Lord of all beings, I bow to you || 4 || प्रचण्डं प्रकृष्टं प्रगल्भं परेशं अखण्डं अजं भानुकोटिप्रकाशं । त्र्यःशूलनिर्मूलनं शूलपाणिं भजेहं भवानीपतिं भावगम्यम् || 5 || Who is terrible, extraordinary, courageous, and the supreme controller O the one who filled up the entire cosmos, I worship you the Lord who shines like millions of suns Who removes the threefold sufferings, holding a trident in hands I bow to you, whose abode can be attained by single thought (with devotion) O the Lord of goddess Bhavani || 5 || कलातीतकल्याण कल्पान्तकारी सदा सज्जनानन्ददाता पुरारी । चिदानन्दसंदोह मोहापहारी प्रसीद प्रसीद प्रभो मन्मथारी || 6 || The one who is beyond the elemental aspects, who is auspicious in nature, who brings an end to the Kalpa You, the one who always brings happiness to the good people, The destroyer of Tripura Who is always happy immersed in eternal bliss and the remover of wrong thoughts or intensions Be pleased, pleased O the God who killed the God of Love Manmadha || 6 || न यावद् उमानाथपादारविन्दं भजन्तीह लोके परे वा नराणाम् । न तावत्सुखं शान्ति सन्तापनाशं प्रसीद प्रभो सर्वभूताधिवासं || 7 || As long as the lotus feet of the Goddess Uma’s Lord… are not worshipped by the beings in this world They can’t experience the happiness, peace, or the end to their sufferings Be pleased, O the Lord who resides in all the beings || 7 || न जानामि योगं जपं नैव पूजां नतोहं सदा सर्वदा शम्भुतुभ्यम् । जराजन्मदुःखौघ तातप्यमानं प्रभो पाहि आपन्नमामीश शंभो || 8 || O, my Lord, I don’t know yagna, the Japa, or the puja’s O God I always bow before you at every moment Please help me to uplift from the sorrows of birth and old age, miserable I am by the sufferings My Lord is pleased, Protect me from the state of pain, O Lord Shambhu || 8 || रूद्राष्टकं इदं प्रोक्तं विप्रेण हर्षोतये ये पठन्ति नरा भक्तयां तेषां शंभो प्रसीदति।। ॥ इति श्रीगोस्वामितुलसीदासकृतं श्रीरुद्राष्टकं सम्पूर्णम् ॥ This Rudrashtakam composed by the poet is to please the Lord Hara Lord Shambhu will be pleased if the devotee recites Rudrashtakam ॥ Thus ends the Rudrastakam composed by Shri Goswami Tulasidas. ॥ *Source of translation is the website of Bhakti Nidhi
भगवान आपको युग युग जीवित रखे खुश रखे भगवान आपकी हर मनोकामना पूरी करें आपका परिवार जुग जुग जिए खुश रहे आप सदा खुश रहो भगवान आपकी हर इच्छा मनोकामना पूरी करें आप सदा खुश रहो आपका परिवार हमेशा खुश भगवान आपको सदा खुश रखे आपका परिवार सदा खुश रहे जुग जुग जियो भगवान आपकी हर मनोकामना पूरी करें Jai Mata di I love you I love you Jai mata di I love you I love you Jai mata di I love you Jai mata di I love you I love you Jai Mata di
कितना ही सफल होना संसार में, ईश्वर का भजन कीर्तन और संस्कार मत छोड़ना बच्चो। दुर्लभ ही मिलते हैं आजकल तुम्हारे जैसे। बहुत बहुत आशीर्वाद। जुग जुग जियो बच्चो। तुम्हारे माता पिता को भी अभिनंदन
अच्छि धुन बनायी है, ऐसे स्तोत्र और भी बनाते रहिये , जो की अभी के २०/२५ साल के विद्यार्थींओ को सुनना अनिवार्य हो जाए. अपनी संस्कृती का ज्ञान सबको होना चाहिये. श्री शंभवे नमः
राम राम । बहुत अच्छे बहुत सुन्दर । बेटा, तुमने शिव रूदाषटकम लयपूरण हृदय से स्तुति कर मन भावबिभोर कर दिया ।बर्तमान समय मे कन्याओ मे यह भाव अद्भुत है ।यह सब बाबा की दया है । बेटा, आगे जीवन मे भी बाबा का ध्यान हृदय मे बनाये रखना । तुम्हारा कल्याण होगा । जय भूतनाथ ।
शिव रूद्राक्षष्टकम को आपने अपनी मधुर आवाज और मधुर संगीत से सभी भक्तों को लाभान्वित किया है तथा आश्चर्यचकित किया है। भगवान शिव शंकर महादेव आप पर सदा आशीर्वाद बरसाऐ।
ॐ नमः शिवाय। सनातन धर्म ही सत्य है। आप सत्य में आनंद रखती है ये सौभाग्य आपका है आप सत्य है सत्य से जुड़ने को आतुर भी। महादेव कृपा करेंगे। ॐ नमः शिवाय। जय श्री राम।
भारतीय संस्कृति जीवन को आदर्श रूप में जीने को प्रेरित करती है।रामायण हमें हर रिश्ते को किस तरह निभाना है, यह सिखाता है। कृष्ण चरित्र गीता हमें अपने किस तरह मुक्ति के उच्च सन्मार्ग पर चलना चाहिए,यह सिखाता है। यथार्थ में हिंदू संस्कृति जोर जबरदस्ती अपनी ओर खींचने का नहीं कहती।बल्कि ह्रदय से आत्मसात किया जाए,यह वही जीवन पद्धति है। हरी ऊं
Why likes are 27k??? Maithili dii is always great but the playing of tabla by Rishav bhaiyaa is marvelous ❤️❤️❤️❤️❤️❤️.... 🙏🙏🙏🙏.... Hare Krishna 🙏🙏... Jai shiv shankar 🙏🙏🙏
बहोत खूब आपने ये स्तुति को निभाया आपकी आवाज तो सुन्दर हे लेकिन ऐसी भाई बहन की जोडी लाजबाब हे। आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई ओर आपके मता पिता को भी👌
Very peaceful soulful ❤️ voice maithili lot's of thank Jay shree Ram Krishna radhe Krishna radhe radhe Jay shree Ram Sia Jay hanuman ji maharaj parvati pati har har Mahadev
Happy Maha Shivaratri ! Har Har Mahadev ! Jai Thulsidas ! Jai Rudrashtakam ! Jai Hamaree Maha Rani's Parivaar . Parivaar of the century and the World's Biggest Donor of Bagawan Nam. Crores of Namaste.
शिव की महिमा अपरम्पार, शिव करते सब जन का उद्धार। उनकी कृपा आप पर सदा बनी रहे। महाशिवरात्रि का पर्व आपके जीवन में सकारात्मकता और ढेरों खुशियां लाएं। महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं !!
Maithli ❤ आपकी आवाज़ में रुद्राअष्टकम को सुनकर ह्रदय में आनंद की अनुभूति होती है बहुत बहुत साधुवाद आप ऐसे ही अपनी आवाज की रोशनी बनाए रखे परम पिता परमेश्वर की कृपा बनी रहे ❤❤❤❤
Hat's off to you Maithili.God has given you golden voice. One day you will become great singer of India. Your brother's also become famous. God bless you & ur brothers.
You three are just wondering our soul day by day. Huge respect & blessings to you .. Thank you so much for serving us in this great way.. we are blessed that you give us the opportunity to consume such pure words or Sotram like medicine.. personally I'm very greatful to you dear ❤️..May God always keep your mind peaceful.
ये मेरी favourite lines है,,,, पापा से सीखा था,,,वो रामायण पढ़ते थे,,तो सुनकर और कई बार देखते गाते याद हो गया था,,आज भी गुनगुनाता हूं,,,बेहतरीन लाइने है इसकी❤️✔️🙏🏻
I won't say how big is my Bhakti but i can surely say one thing for sure is that you are a true Bhakt because I could feel it and i had goosebumps, therefore the feeling was surreal! Om Namah Shivay 🙏🕉️
Excellent and heart touching.May Lord Shiva shower flowers of blessing upon Maithili Thakur and her brothers for ever and ever again and again to sing more and more.
I am not aware of your singing, but your beautiful soul is what motivates me to listen to you, and you remind me of three vibrant and energetic Indian women from whom I learned business and public relations.. Rachel/ Carla, Anastasia/ Delhi Ashrat/ Hyderabad. Thank you
नमामीशमीशान निर्वाणरूपं। विंभुं ब्यापकं ब्रह्म वेदस्वरूपं।
निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरींह। चिदाकाशमाकाशवासं भजेऽहं।।
निराकारमोंकारमूलं तुरीयं। गिरा ग्यान गोतीतमीशं गिरीशं।।
करालं महाकाल कालं कृपालं। गुणागार संसारपारं नतोऽहं।।
तुषाराद्रि संकाश गौरं गभीरं। मनोभूत कोटि प्रभा श्री शरीरं।।
स्फुरन्मौलि कल्लोलिनी चारु गंगा। लसद्भालबालेन्दु कंठे भुजंगा।।
चलत्कुंडलं भ्रू सुनेत्रं विशालं। प्रसन्नाननं नीलकंठं दयालं।।
मृगाधीशचर्माम्बरं मुण्डमालं। प्रियं शंकरं सर्वनाथं भजामि।।
प्रचंडं प्रकृष्टं प्रगल्भं परेशं। अखंडं अजं भानुकोटिप्रकाशं।।
त्रयःशूल निर्मूलनं शूलपाणिं। भजेऽहं भवानीपतिं भावगम्यं।।
कलातीत कल्याण कल्पान्तकारी। सदा सज्जनान्ददाता पुरारी।।
चिदानंदसंदोह मोहापहारी। प्रसीद प्रसीद प्रभो मन्मथारी।।
न यावद् उमानाथ पादारविन्दं। भजंतीह लोके परे वा नराणां।।
न तावत्सुखं शान्ति सन्तापनाशं। प्रसीद प्रभो सर्वभूताधिवासं।।
न जानामि योगं जपं नैव पूजां। नतोऽहं सदा सर्वदा शंभु तुभ्यं।।
जरा जन्म दुःखौघ तातप्यमानं। प्रभो पाहि आपन्नमामीश शंभो।।
श्लोक-रुद्राष्टकमिदं प्रोक्तं विप्रेण हरतोषये।
ये पठन्ति नरा भक्त्या तेषां शम्भुः प्रसीदति।।9।।
अति प्रशंसनीय कार्य,हर हर महादेव, संस्कृत के श्लोक, महादेव वंदना को टाइप करना वह भी पूर्णतया शुद्धता पूर्वक, निस्संदेह स्तुत्य प्रयास है
हर हर महादेव @@nagendraupadhyay4284
🎉🎉🎉🎉
11
Bahan Tum dekhne gayi thi kya@@priya-zj2xx
ऊॅ नमः शिवाय।
नमामीशमीशान निर्वाण रूपं, विभुं व्यापकं ब्रह्म वेदः स्वरूपम् ।
निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं, चिदाकाश माकाशवासं भजेऽहम् ।।
निराकार मोंकार मूलं तुरीयं, गिराज्ञान गोतीतमीशं गिरीशम् ।
करालं महाकाल कालं कृपालुं, गुणागार संसार पारं नतोऽहम् ।
तुषाराद्रि संकाश गौरं गभीरं, मनोभूत कोटि प्रभा श्री शरीरम् ।
स्फुरन्मौलि कल्लोलिनी चारू गंगा, लसद्भाल बालेन्दु कण्ठे भुजंगा ।।
चलत्कुण्डलं शुभ्र नेत्रं विशालं, प्रसन्नाननं नीलकण्ठं दयालम् ।
मृगाधीश चर्माम्बरं मुण्डमालं, प्रिय शंकरं सर्वनाथं भजामि ।।
प्रचण्डं प्रकष्टं प्रगल्भं परेशं, अखण्डं अजं भानु कोटि प्रकाशम् ।
त्रयशूल निर्मूलनं शूल पाणिं, भजेऽहं भवानीपतिं भाव गम्यम् ।।
कलातीत कल्याण कल्पान्तकारी, सदा सच्चिनान्द दाता पुरारी ।
चिदानन्द सन्दोह मोहापहारी, प्रसीद प्रसीद प्रभो मन्मथारी ।।
न यावद् उमानाथ पादारविन्दं, भजन्तीह लोके परे वा नराणाम् ।
न तावद् सुखं शांति सन्ताप नाशं, प्रसीद प्रभो सर्वं भूताधि वासं ।।
न जानामि योगं जपं नैव पूजा, न तोऽहम् सदा सर्वदा शम्भू तुभ्यम् ।
जरा जन्म दुःखौघ तातप्यमानं, प्रभोपाहि आपन्नामामीश शम्भो ।।
रूद्राष्टकं इदं प्रोक्तं विप्रेण हर्षोतये
ये पठन्ति नरा भक्तयां तेषां शंभो प्रसीदति ।।
।। इति श्रीगोस्वामितुलसीदासकृतं श्रीरुद्राष्टकं सम्पूर्णम् ।।
6
❣️💖✨thanku
Text helps me to sing properly
Har har Mahadev
@@santoshpaswan6098 राइट
साक्षात् मां सरस्वती की कृपा है मैथिली बेटी आप पर ।
धन्य है आपके माता पिता जिन्होंने सद्गुण सम्पन्न ऐसे रत्नो को जन्म दिया
जयहो
हर हर महादेव
To
हर हर महादेव 🙏👌👌😘😘
Hbhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhbbnmm
. Kkkkkkkkkkkkm
TV
नमः पार्वती पतेह हर हर महादेव
मैथिली बिटिया, श्री रूद्राष्टकम मेरे प्रिय स्तोत्रो में से एक है। आपके मुख से यह और भी कर्ण प्रिय हो गया है। बहुत ही सुन्दर गायन किया है।
पर उन्होंने १-२ गलतियां की हैं
@@nishantdimri2232 मान्यवर, यदि आप उन गलतियों को रेखांकित करें तो मैं भी अपने पाठ को सुधारने की कोशिश करूँगा।
मुझे लगता है कि संपुट का प्रयोग करने के कारण हमें गलतियाँ लग रहीं है।
@@dr.rajeevkumar8622 6:46 विप्रेण हर्षोतये नहीं, "विप्रेण हरतोषये" होना चाहिए.... अर्थात् विप्रो द्वारा भगवान शंकर को प्रसन्न करना, हर्षोतये का कोई अर्थ मेरे विचार में नहीं बनता है। और साथ में "तेषाम् शम्भू प्रसीदते" न कि "तेषा शम्भू प्रसीदते" (तद् शब्द रूप, षष्ठी विभक्ति, बहुवचन)।
@@nishantdimri2232 मित्रवर, आपके संस्कृत ज्ञान को मैं श्रद्धा पूर्वक नमन करता हूँ।
मैथिली बिटिया को उच्चारण की शुद्धता पर ध्यान देना चाहिए।
हालांकि मैं भी नित्य श्रीरुद्राष्टकम का पाठ करता हूँ, आपके सुझावानुसार, मैं भी उच्चारण की शुद्धता का विशेष ध्यान रखूंगा।
@@dr.rajeevkumar8622 बिल्कुल, उच्चारण का बहुत बड़ा स्थान है संस्कृत में, एक विसर्ग और हलंत से अर्थ बदल सकता है
यदि आप सही सही पढ़ना चाहते हैं, तो प्रयास कीजिएगा, गीताप्रेस गोरखपुर की रामचरितमानस के उत्तरकांड से रुद्राष्टक पढ़ने का, उसमें त्रुटियां नहीं मिलेंगी
शुद्धतम उच्चारण में सुर में पिरोया गया यह स्तोत्र बहुत-बहुत मनभावन है। मैथिली जी को नव वर्ष की ढेर सारी शुभकामनाएं।
प्रिय छोटी बहन मैथिली भगवान भोलेनाथ अपनी कृपादृष्टि सदैव आप पर बनाए रखें, शुभाशीष...
हर हर महादेव
धन्य है आपके माता पिता जिन्होंने सद्गुण सम्पन्न ऐसे रत्नो को जन्म दिया -- हर हर महादेव
Lyrics -
श्रीरुद्राष्टकं ( तुलसीदास )
नमामीशमीशान निर्वाणरूपं विभुं व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपम् ।
निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं चिदाकाशमाकाशवासं भजेऽहम् ॥ १॥
निराकारमोंकारमूलं तुरीयं गिरा ज्ञान गोतीतमीशं गिरीशम् ।
करालं महाकाल कालं कृपालं गुणागार संसारपारं नतोऽहम् ॥ २॥
तुषाराद्रि संकाश गौरं गभीरं मनोभूत कोटिप्रभा श्री शरीरम् ।
स्फुरन्मौलि कल्लोलिनी चारु गङ्गा लसद्भालबालेन्दु कण्ठे भुजङ्गा ॥ ३॥
चलत्कुण्डलं भ्रू सुनेत्रं विशालं प्रसन्नाननं नीलकण्ठं दयालम् ।
मृगाधीशचर्माम्बरं मुण्डमालं प्रियं शंकरं सर्वनाथं भजामि ॥ ४॥
प्रचण्डं प्रकृष्टं प्रगल्भं परेशं अखण्डं अजं भानुकोटिप्रकाशम् ।
त्रयः शूल निर्मूलनं शूलपाणिं भजेऽहं भवानीपतिं भावगम्यम् ॥ ५॥
कलातीत कल्याण कल्पान्तकारी सदा सज्जनानन्ददाता पुरारी ।
चिदानन्द संदोह मोहापहारी प्रसीद प्रसीद प्रभो मन्मथारी ॥ ६॥
न यावद् उमानाथपादारविन्दं भजन्तीह लोके परे वा नराणाम् ।
न तावत्सुखं शान्ति सन्तापनाशं प्रसीद प्रभो सर्वभूताधिवासम् ॥ ७॥
न जानामि योगं जपं नैव पूजां नतोऽहं सदा सर्वदा शम्भु तुभ्यम् ।
जरा जन्म दुःखौघ तातप्यमानं प्रभो पाहि आपन्नमामीश शम्भो ॥ ८॥
रुद्राष्टकमिदं प्रोक्तं विप्रेण हरतोषये ।
ये पठन्ति नरा भक्त्या तेषां शम्भुः प्रसीदति ॥
॥ इति श्रीगोस्वामितुलसीदासकृतं श्रीरुद्राष्टकं सम्पूर्णम् ॥
Nice🙏👍
👍👍🙏
Thanx for the translation
Shiva bless u
J
ॐ नमः शिवाय।❤❤
श्री महाकाल आमच्या परिवारा वरचे सर्व संकट दूर कर हीच मनोभावे प्रार्थना.
मैथली जी आपको सरस्वती जी ऐसे ही सनातन संस्कृति की अलख जगाने की शक्ति दे,, हम डेली 1hrs aapki भजन कीर्तन कार्यक्रम को सुनते हैं। Hey bhagwan बहन दीर्घायु हो
श्री शिव रूद्राष्टकम
नमामीशमीशान निर्वाण रूपं, विभुं व्यापकं ब्रह्म वेदः स्वरूपम् ।
निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं, चिदाकाश माकाशवासं भजेऽहम् ॥
निराकार मोंकार मूलं तुरीयं, गिराज्ञान गोतीतमीशं गिरीशम् ।
करालं महाकाल कालं कृपालुं, गुणागार संसार पारं नतोऽहम् ॥
तुषाराद्रि संकाश गौरं गभीरं, मनोभूत कोटि प्रभा श्री शरीरम् ।
स्फुरन्मौलि कल्लोलिनी चारू गंगा, लसद्भाल बालेन्दु कण्ठे भुजंगा॥
चलत्कुण्डलं शुभ्र नेत्रं विशालं, प्रसन्नाननं नीलकण्ठं दयालम् ।
मृगाधीश चर्माम्बरं मुण्डमालं, प्रिय शंकरं सर्वनाथं भजामि ॥
प्रचण्डं प्रकष्टं प्रगल्भं परेशं, अखण्डं अजं भानु कोटि प्रकाशम् ।
त्रयशूल निर्मूलनं शूल पाणिं, भजेऽहं भवानीपतिं भाव गम्यम् ॥
कलातीत कल्याण कल्पान्तकारी, सदा सच्चिनान्द दाता पुरारी।
चिदानन्द सन्दोह मोहापहारी, प्रसीद प्रसीद प्रभो मन्मथारी ॥
न यावद् उमानाथ पादारविन्दं, भजन्तीह लोके परे वा नराणाम् ।
न तावद् सुखं शांति सन्ताप नाशं, प्रसीद प्रभो सर्वं भूताधि वासं ॥
न जानामि योगं जपं नैव पूजा, न तोऽहम् सदा सर्वदा शम्भू तुभ्यम् ।
जरा जन्म दुःखौघ तातप्यमानं, प्रभोपाहि आपन्नामामीश शम्भो ॥
रूद्राष्टकं इदं प्रोक्तं विप्रेण हर्षोतये
ये पठन्ति नरा भक्तयां तेषां शंभो प्रसीदति।।
॥ इति श्रीगोस्वामितुलसीदासकृतं श्रीरुद्राष्टकं सम्पूर्णम् ॥> >
Beautiful ❤️❤️
Om namah shivaya 🙏Har Har Mahadev 🌿 🌺 🙏
Thank u❤️❤️❤️❤️
Thanks a lot.
Thank you so much
Thank you so much 🌻
भूत भावन बाबा भोलेनाथ के श्री चरणों में कोटि कोटि नमन , बिटिया पर मां सरस्वती जी की कृपा सदैव बनी रहे
P
बहुत अच्छा गाई हो मैथिली बेटा।
माँ सरस्वती की कृपा हमेशा बनी रहे।
श्री गुरुवे नमः ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय
नमामीशमीशान निर्वाणरूपं विभुं व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपम् ।
निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं चिदाकाशमाकाशवासं भजेहम् || 1 ||
I bow to you the Lord, who is present as the Ishana (a Shiva’s form), and whose form is present in Nirvana state
The one who is present everywhere, the supreme being, present in the form of Vedas.
O the truthful one, beyond the gunas, beyond the thoughts or changes (vikalpas) and beyond any movements
The divine form who abodes in the sky, I worship you (God Shiva). || 1 ||
निराकारमोङ्करमूलं तुरीयं गिराज्ञानगोतीतमीशं गिरीशम् ।
करालं महाकालकालं कृपालं गुणागारसंसारपारं नतोहम्
I bow to you, who is formless, the source of Omkara and the pure consciousness
Who is beyond speech, knowledge, and senses, The Lord of Mountains
Who is fearsome (to the wicked), the Mahakala, who is beyond the time and the compassionate
The adobe of virtues, who helps me to cross the samsara, I bow to you, Lord Shiva || 2 ||
तुषाराद्रिसंकाशगौरं गभिरं मनोभूतकोटिप्रभाश्री शरीरम् ।
स्फुरन्मौलिकल्लोलिनी चारुगङ्गा लसद्भालबालेन्दु कण्ठे भुजङ्गा || 3 ||
I bow to you, who is white, resembling the snow mountain and whose being is very deep
Who is present in all the beings, whose body is auspicious and radiant
Whose head bears the streams of Ganga
The forehead, adorned with a crescent moon, and the neck with a snake || 3 ||
चलत्कुण्डलं भ्रूसुनेत्रं विशालं प्रसन्नाननं नीलकण्ठं दयालम् ।
मृगाधीशचर्माम्बरं मुण्डमालं प्रियं शङ्करं सर्वनाथं भजामि || 4 ||
The one who is adorned with hanging earrings, whose eyes are large and pleasant
Who has a cheerful face and a blue throat, O the merciful one
Who wears the skin of animals as his clothes and a garland of skulls
O the beloved Lord Shankara, the Lord of all beings, I bow to you || 4 ||
प्रचण्डं प्रकृष्टं प्रगल्भं परेशं अखण्डं अजं भानुकोटिप्रकाशं ।
त्र्यःशूलनिर्मूलनं शूलपाणिं भजेहं भवानीपतिं भावगम्यम् || 5 ||
Who is terrible, extraordinary, courageous, and the supreme controller
O the one who filled up the entire cosmos, I worship you the Lord who shines like millions of suns
Who removes the threefold sufferings, holding a trident in hands
I bow to you, whose abode can be attained by single thought (with devotion) O the Lord of goddess Bhavani || 5 ||
कलातीतकल्याण कल्पान्तकारी सदा सज्जनानन्ददाता पुरारी ।
चिदानन्दसंदोह मोहापहारी प्रसीद प्रसीद प्रभो मन्मथारी || 6 ||
The one who is beyond the elemental aspects, who is auspicious in nature, who brings an end to the Kalpa
You, the one who always brings happiness to the good people, The destroyer of Tripura
Who is always happy immersed in eternal bliss and the remover of wrong thoughts or intensions
Be pleased, pleased O the God who killed the God of Love Manmadha || 6 ||
न यावद् उमानाथपादारविन्दं भजन्तीह लोके परे वा नराणाम् ।
न तावत्सुखं शान्ति सन्तापनाशं प्रसीद प्रभो सर्वभूताधिवासं || 7 ||
As long as the lotus feet of the Goddess Uma’s Lord…
are not worshipped by the beings in this world
They can’t experience the happiness, peace, or the end to their sufferings
Be pleased, O the Lord who resides in all the beings || 7 ||
न जानामि योगं जपं नैव पूजां नतोहं सदा सर्वदा शम्भुतुभ्यम् ।
जराजन्मदुःखौघ तातप्यमानं प्रभो पाहि आपन्नमामीश शंभो || 8 ||
O, my Lord, I don’t know yagna, the Japa, or the puja’s
O God I always bow before you at every moment
Please help me to uplift from the sorrows of birth and old age, miserable I am by the sufferings
My Lord is pleased, Protect me from the state of pain, O Lord Shambhu || 8 ||
रूद्राष्टकं इदं प्रोक्तं विप्रेण हर्षोतये
ये पठन्ति नरा भक्तयां तेषां शंभो प्रसीदति।।
॥ इति श्रीगोस्वामितुलसीदासकृतं श्रीरुद्राष्टकं सम्पूर्णम् ॥
This Rudrashtakam composed by the poet is to please the Lord Hara
Lord Shambhu will be pleased if the devotee recites Rudrashtakam
॥ Thus ends the Rudrastakam composed by Shri Goswami Tulasidas. ॥
*Source of translation is the website of Bhakti Nidhi
Thank you 🙏
Beautiful. So melodious. Bless you Maithili
Very Very thanks
आपका मधुर स्वर ओर उच्चारण की शुद्धता भगवान भोलेनाथ इसी प्रकार बनाए रखें। नमः शिवाय ।
Lajawab Surat chaal hai
ॐ नमः शिवाय
Pronunciation galat hai kuch
@@singhbhashkar967 sahi bata do bhai..
@@tanph4050 NIRBAN NAHI NIRWAN BUT STILL ITS GOOD
भगवान आपको युग युग जीवित रखे खुश रखे भगवान आपकी हर मनोकामना पूरी करें
आपका परिवार जुग जुग जिए खुश रहे
आप सदा खुश रहो
भगवान आपकी हर इच्छा मनोकामना पूरी करें
आप सदा खुश रहो आपका परिवार हमेशा खुश भगवान आपको सदा खुश रखे आपका परिवार सदा खुश रहे जुग जुग जियो भगवान आपकी हर मनोकामना पूरी करें
Jai Mata di
I love you
I love you
Jai mata di
I love you
I love you
Jai mata di
I love you
Jai mata di
I love you
I love you
Jai Mata di
कितना ही सफल होना संसार में, ईश्वर का भजन कीर्तन और संस्कार मत छोड़ना बच्चो। दुर्लभ ही मिलते हैं आजकल तुम्हारे जैसे। बहुत बहुत आशीर्वाद। जुग जुग जियो बच्चो। तुम्हारे माता पिता को भी अभिनंदन
आनंद आ गया बेटी,जियो हजारों साल,भगवान शिव की कृपा आप पर बनी रहे🕉️🕉️🙏🙏
Congratulations 👏🎉. Very nice and beautiful songs 🙏🙏😍 Delhi
अच्छि धुन बनायी है,
ऐसे स्तोत्र और भी बनाते रहिये ,
जो की अभी के २०/२५ साल के विद्यार्थींओ को सुनना अनिवार्य हो जाए.
अपनी संस्कृती का ज्ञान सबको होना चाहिये.
श्री शंभवे नमः
,Wah kya gala ka swar hai aapki maithili thakur man karta hai ki aapke charno ki dasi ban jaun
वाह! ओंकारजी 🙏🏻
बालिके त्वं धरायां सरस्वती असि तव जिह्वायां साक्षात् माता सरस्वती वसति वा । धन्या त्वं धन्या: तव आचार्य: माता पिता च। त्वां नमाम्यहं तै: सह। अखण्डतया चलतु तव एषा साधना एषा मे कामना । 🙏🙏
ॐ
हर हर महादेव जी 🙏🙏
जानकी वाटिका मन्दिर
लखनऊ वर्तमान
पूजा पाठ
शुभ सोमवार
राम राम । बहुत अच्छे बहुत सुन्दर । बेटा, तुमने शिव रूदाषटकम लयपूरण हृदय से स्तुति कर मन भावबिभोर कर दिया ।बर्तमान समय मे कन्याओ मे यह भाव अद्भुत है ।यह सब बाबा की दया है । बेटा, आगे जीवन मे भी बाबा का ध्यान हृदय मे बनाये रखना । तुम्हारा कल्याण होगा । जय भूतनाथ ।
ॐ नमः पार्वती पतेह हर हर महादेव 🙏🙏🙇🙇
श्री शिवाय नमसतुभयम
बाबा महाकाल आपको और आपसे जुडे प्रत्येक व्यक्ति को स्वस्थ और संपन्न रखे..... 🙏🏻😊
श्लोकों को याद करना एवं शुद्ध उच्चारण करना प्रशंसनीय है। बहुत बहुत साधुवाद
ॐ नमः शिवाय हर हर महादेव 🙏🙏
बिटिया आपके चरणों में कोटि-कोटि नमन करता हूं धन्य है आप आनंद आ गया श्री शिव शंकर जी आपकों निऱोग रखें व दीर्घायु रखे
वाह!! बच्चे धन्य है तुम्हारी वाणी।इतना शुद्ध उच्चारण व माधुर्य का संयोग।धन्य धन्य 🙏🙏🙏🙏🙏
रामायण, उत्तर कांड के इस मनमोहक शिव स्तुति को आपने ह्रदय से गा कर सभी के मन को आन्ननदित कर दिया
Really ❤❤👍👍❤❤🙏🙏
@@mamtamishra1215 Ql
🌸 ॐ नमः शिवाय 🌸
न जानामि योगं जपं नैव पूजां।
नतोऽहं सदा सर्वदा शंभु तुभ्यं॥
जरा जन्म दुःखोद्य तातप्यमानं॥
प्रभो पाहि आपन्नमामीश शंभो॥
{रुद्राष्टकम् ८}
बस मेरा भी यही हाल है
ना जाना मि योगम
जापान नेव पूजा।।।
😅😅😅
Wow super singer ❤
હર હર મહાદેવ હર 🙏
Om namah shivay ❤🙏🔱
आपका शुद्ध उच्चारण एवं आद्यात्मिक स्वर माँ सरस्वती हमेशा बनाये रखें 🙏
Very nice ❤
आप जैसे बच्चे जिस माँ ने जाय हो उस माँ की कोख धन्य हो जाती है हर हर महादेव 🕉🙏
इनके माँ पिता जी को शत शत नमन जिन्होने अच्छे संस्कार दिए।
जै श्री बद्रीविशाल भगवान
मंगलं भगवान विष्णु: मंगल गरुड़ध्वज:।
मंगल पुण्डरी काक्षो मंगलाय तनं हरि:।।
हरहर महादेव बमबम भोलेनाथ
मैथीली ठाकुर !!!
तुम भारत का गौरव है उत्तम प्रस्तुति | जय हो 🙏🏽
शब्दाक्षरों की स्पष्टता प्रशंसनीय और अद्भुत है
देवाधिदेव महादेव की अत्यंत सुंदर वंदना। ओम नमः शिवाय 🙏🙏
Maithili is unmatched. God bless her. Her pronounciation of Sanskrit words is perfect.
श्री गुरुवे नमः ॐ नमः शिवाय
हर हर महादेव पार्वती पतये नमः ॐ नमः शिवाय
शिव रूद्राक्षष्टकम को आपने अपनी मधुर आवाज और मधुर संगीत से सभी भक्तों को लाभान्वित किया है तथा आश्चर्यचकित किया है। भगवान शिव शंकर महादेव आप पर सदा आशीर्वाद बरसाऐ।
मैथिली बहन ईश्वर आपको अपार शक्ति दे। आपकी वाणी में साक्षात सरस्वती विराजती हैं🙏
Very good maithli ji ki GOD blessyou jai Sai Ram
@@geetakaran9309 😢
After this rudrashtakam, eagerly waiting for nirvanashtakam by you maithili...
It would be lovely if you sing it for all of us
हर हर महादेव
Yes that may be a eternal master piece listening and feeling through her soulful voice !!
Har har mahadev 🙏🙏
श्री गुरुवे नमः ॐ नमः शिवाय
हर हर महादेव पार्वती पतये नमः ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय
समस्त संस्कृत प्रेमियों के आशीष आपके साथ हैं मैथिली जी , आपकी यश कीर्ति ऐसे ही बढ़ती रहे
Played this in our temple today after Rudra Abhisek 🙏
Bhakgwan kare oor pragatti kare
बहुत ही मधुर आवाज में और शुद्ध उच्चारण के साथ रुद्राष्टकम स्तोत्र का पाठ सुनकर मन गदगद हो गया जय भोलेनाथ की
I am American 🇺🇸 but I love ❤️ indian culture 🕉 jai shri Ram 🕉🧡
You love it because you know it. I love you because you tried to know it.
Thanks you
ॐ नमः शिवाय। सनातन धर्म ही सत्य है। आप सत्य में आनंद रखती है ये सौभाग्य आपका है आप सत्य है सत्य से जुड़ने को आतुर भी। महादेव कृपा करेंगे। ॐ नमः शिवाय। जय श्री राम।
Your are speak in Hindi
भारतीय संस्कृति जीवन को आदर्श रूप में जीने को प्रेरित करती है।रामायण हमें हर रिश्ते को किस तरह निभाना है, यह सिखाता है।
कृष्ण चरित्र गीता हमें अपने किस तरह मुक्ति के उच्च सन्मार्ग पर चलना चाहिए,यह सिखाता है।
यथार्थ में हिंदू संस्कृति जोर जबरदस्ती अपनी ओर खींचने का नहीं कहती।बल्कि ह्रदय से आत्मसात किया जाए,यह वही जीवन पद्धति है।
हरी ऊं
Why likes are 27k???
Maithili dii is always great but the playing of tabla by Rishav bhaiyaa is marvelous ❤️❤️❤️❤️❤️❤️.... 🙏🙏🙏🙏.... Hare Krishna 🙏🙏... Jai shiv shankar 🙏🙏🙏
मानवीय सतंभ को छू जाने वाले भगवान शिव के मंत्र को सुनकर आत्मा पुष्ट हो जाती है गायन आत्मा को शत कोटि नमन
જય શ્રી સોમનાથ મહાદેવ હર હર મહાદેવ હર 🙏🙏🙏🙏
बहोत खूब आपने ये स्तुति को निभाया आपकी आवाज तो सुन्दर हे लेकिन ऐसी भाई बहन की जोडी लाजबाब हे। आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई ओर आपके मता पिता को भी👌
हर हर महादेव 🙏मैथिली जी आप बिहार की गौरव हैं l
Bhai pure bharat ka hai bhai ye ak ideal hai ham sabke liye
Very peaceful soulful ❤️ voice maithili lot's of thank Jay shree Ram Krishna radhe Krishna radhe radhe Jay shree Ram Sia Jay hanuman ji maharaj parvati pati har har Mahadev
ऊं सर्वसन्तसमाजकोदण्डवतपृणाम
Happy Maha Shivaratri !
Har Har Mahadev !
Jai Thulsidas !
Jai Rudrashtakam !
Jai Hamaree Maha Rani's Parivaar . Parivaar of the century and the World's Biggest Donor of Bagawan Nam. Crores of Namaste.
ॐ नमः पार्वती पतये हर हर महादेव❤️
शिव की महिमा अपरम्पार,
शिव करते सब जन का उद्धार।
उनकी कृपा आप पर सदा बनी रहे। महाशिवरात्रि का पर्व आपके जीवन में सकारात्मकता और ढेरों खुशियां लाएं।
महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं !!
श्री गुरुवे नमः ॐ नमः शिवाय
हर हर महादेव पार्वती पतये नमः
हर हर महादेव जय हो बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति सुन कर मन प्रसन्न हो गया क्या सुमधुर आवाज जैसे मां सरस्वती स्वयं आपके कंठ से गा रही है शुभ आशीर्वाद
लाइक करने के लिए धन्यवाद dear
फिर से धन्यवाद like करने के लिए
God bless you Maithili ji......🙏🙏🥰🥰
Aapne विश्व संस्कृति, धर्म और संस्कार की सम्मान दी 🙏🙏🥰
अद्भुत अद्वितीय मिताली ठाकुर जी हमारे भारत का गौरव हो आप
हर हर महादेव पार्वती पतये नमः
Har har Mahadev 🕉🙏
Ja shiv shambhu
Maithli ❤
आपकी आवाज़ में रुद्राअष्टकम को सुनकर ह्रदय में आनंद की अनुभूति होती है बहुत बहुत साधुवाद आप ऐसे ही अपनी आवाज की रोशनी बनाए रखे परम पिता परमेश्वर की कृपा बनी रहे ❤❤❤❤
बहन जी को जय श्री महाकाल ऐसी अनुपम प्रस्तुति के साथ आपका आशीर्वाद हमेशा हमारे ऊपर बना रहे महाकाल से प्राथना करते हे
जय भोलेनाथ 🙏
भाईयों और बहन की जोड़ी सदा सलामत रहे। युगों-युगों तक ये मधुर वाणी गूंजती रहे।❤💐
Shiva is endless
Shiva is infinity
Shiva is universe🌌
Jal maha kal🔥🔥🔥Om nama shivay.🙏🏻Happy mahasivaratr🌅🔔🚩💐🌿🌺🙏
💝 from Npl.🙏
श्री गुरुवे नमः ॐ नमः शिवाय
आप सभी के श्री चरणों में कोटि-कोटि चरण स्पर्श करता हूं।
जय श्री महाकाल...🙏
बहुत बड़िया... बहिन
True legacy holder of Lata didi... Beautiful... Mesmerizing.... amazing...bhagvan Shiv aap pe Krupa banaye rakhe....
Hat's off to you Maithili.God has given you golden voice. One day you will become great singer of India. Your brother's also become famous. God bless you & ur brothers.
got goosebumps after listening ...
नमः पार्वती पतए हर हर महादेव🙏🙏❤❤
same here 👍
Same here
@@adityakumarprajapati4615 बहुत ही सुन्दर कंठ है❤
वाह वाह अति सुन्दर ... ॐ नमः शिवाये.... हर हर महादेव .....
Bahut sundar 💫💜
Outstanding 😇
HAR HAR MAHA DEV 🔱🙏
जबरदस्त गायन के लिए बहुत-बहुत बधाई और आशीर्वाद ।
You three are just wondering our soul day by day. Huge respect & blessings to you .. Thank you so much for serving us in this great way.. we are blessed that you give us the opportunity to consume such pure words or Sotram like medicine.. personally I'm very greatful to you dear ❤️..May God always keep your mind peaceful.
Jaytisanatandharmh
ये मेरी favourite lines है,,,,
पापा से सीखा था,,,वो रामायण पढ़ते थे,,तो सुनकर और कई बार देखते गाते याद हो गया था,,आज भी गुनगुनाता हूं,,,बेहतरीन लाइने है इसकी❤️✔️🙏🏻
I won't say how big is my Bhakti but i can surely say one thing for sure is that you are a true Bhakt because I could feel it and i had goosebumps, therefore the feeling was surreal!
Om Namah Shivay 🙏🕉️
This rudrashtkam was said by Lord rama jai shri ram har har mahadev 🙏🙏
Ram ji ne kab gaaya
@@managerbhaiya9825 Ram ji Rudrashtak or Ravan Shiv Tandav strotram ke rachiyata hai.
@@mohanansh तुलसीदास ने लिखा है ना भाई 🤔
Brahmin Putra Bhakt ke dwara kahi gyi hai jinhe Lomash Rishi Ne Shrap diya tha Hajaro Janm Nimn Yoni me rhne ka. Baad Shayad yahi Kak Bhusudni hue.
@@ndrprps4281 गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरित मानस महाकाव्य की रचना की है भाई ॥
Excellent and heart touching.May Lord Shiva shower flowers of blessing upon Maithili Thakur and her brothers for ever and ever again and again to sing more and more.
How wonderful & peaceful is this rendition. Your voice is so melodious, listening to this song is so soothing. You kids are blessed.
हर हर महादेव🙏
दया करा गुरुदेव 🙏
मां भवानी की जय मां दुर्गे की जय मां काली की जय🙏
संसार के समस्त देवी देवता की जय🙏
❤️❤️
He shivaji ham par hamesha kripa banaye rakhana aapki Saran me sthan dena🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌷🌷🌷🙏🙏♥️♥️♥️
अद्भुत..अप्रतिम..जय हो..🔥👌👌
Bahut achcha Gaya aapne 🙏🙏 mata saraswati ka aashirwad aapko prapt hota rahe
"सादगी में सुंदरता" ka unique example. 🙏🙏God bless you. HAR HAR MAHADEV 🙏
Bahut sunder Shiv stuti beta
Om Nama shivaaaaayaa 🙏🙏🌸🌺🌺🌼
You have the blessings of Maa Saraswati, Maithili!
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति स्वर कोकिला ब्राह्मण बंशीय मैथिली जी नमन वंदन आप लोगों पर भगवान भोलेनाथ जी की कृपा बनी रहे
घन्यवाद आप तीनों को और पुण्य माता पिताजीयको... God bless You all
Excellent👍 swar dhun
Excellent Hara hara Mahadev
I am not aware of your singing, but your beautiful soul is what motivates me to listen to you, and you remind me of three vibrant and energetic Indian women from whom I learned business and public relations.. Rachel/ Carla, Anastasia/ Delhi Ashrat/ Hyderabad.
Thank you