जैविक खेती और प्रकृति को बनाने वाले सभी 108 अणु और 108 जीवाणु का भंडार पंचगव्य आप भी बनाना सीखें
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- เผยแพร่เมื่อ 1 เม.ย. 2024
- प्रकृति को बनाने वाले सभी अणु और जीवाणु का भंडार पंचगव्य आप भी बनाना सीखें
बनाने के लिए
गाय का गोबर ताजा 5 किलो
आधा किलो गाय का घी
दूध तीन लीटर गर्म करके ठंडा किया हुआ
पानी वाले नारियल 15
दही 3 लीटर
शहद ढाई सौ ग्राम
गुड़ ढाई सौ ग्राम
पक्का केला एक दर्जन
10 लीटर गोमूत्र
इन सामग्री से प्रकृति को बनाने वाले सभी 108 अणु और सभी 108 जीवाणु के पुनर्स्थापना की कल्पना कर सकते हैं तो लिए किसान भाइयों बहुत सरल तरीके से हम पंचगव्य बनाते हैं
अगर नियमित पंचगांव भूमि में 2 वर्ष तक दिया जाए तो भारत की कोई भी जमीन उपजाऊ हो सकती है
एडवांस जीवामृत बनाने की संपूर्ण विधि बायो फर्टिलाइजर वेस्ट से बेस्ट बनाकर ही सनातन कृषि से जीवन का आनंद और संपूर्ण स्वाद लीजिए
सर्वोतम सनातन कृषि ग्राम SSKG
पंचगव्या
सोमवार 1 अप्रैल 2024 चैत्र कर्षण सप्तमी
अमृतकाल शाम 4:44 पीएम से 6:21 पीएम
यानी शाम पांच से छह बजे तक रहेगा
पंचगव्य समग्री
सभी सामग्री शुद्ध भारतीय देसी गाय का होना जरूरी है
1/
गोबर ताजा 5 kg
घी देसी 500 ग्राम
दोनो को साफ सूखे हाथो से आराम से मिलना है और छाया में रखना है चार दिन रोजाना मिलना है
2/
दही बीना पानी का 2 kg
पक्का केला 1 दर्जन
शहद 250 ग्राम देसी
गुड़ 250 ग्राम
दही में अच्छे से केले को मिलना है फिर शहद मिलाकर गुड को भी अच्छे से मिला दे छाया र्मे रखें रोजाना चार दिन तक एक लकड़ी ली डंडी से हिलाना है
3/
दूध 3 लीटर बीना पानी गर्म कर ठंडा किया हुवा
नारियल पानी वाले 16 नारियल
दुध र्मे एक नारियल का पानी मिलाकर छाया रहे
4/
गौमूत्र 10 लीटर
गौमूत्र को धूप में रखें चार दिन तक
अब एक 50 किलो का खली ड्रम लेकर
ऊपर के सभी घोल एक से चार तक सभी मिलाकार अच्छे से हिलाकर छाया में रखना है
अब रोजाना 15 दिन तक इस घोल में एक नारियल का पानी मिलाकर डंडी से अच्छे से हिलाकर रखना है
रोजाना नारियल पानी मिलाकर घुमाने से बदबू कम आएगी और कीड़े नही होंगे
Bhot bdia ❤
Ram ram
सीताराम 🙏🙏
ताजा गोबर वह भी सुखा?
Tara chand lutera he