राम भालु कपि कटुक बटोरा। सेतु हेतु श्रमु कीन्ह न थोरा॥ नामु लेत भवसिन्धु सुखाहीं। करहु बिचारु सुजन मन माहीं॥(२) भावार्थ:- श्रीरामजी को तो भालू और बंदरों की सेना को एकत्र करने में और समुद्र पर पुल बाँधने के लिए बहुत परिश्रम करना पड़ा था, लेकिन नाम लेने मात्र से संसार समुद्र ही सूख जाता है, सज्जन मनुष्यों मन में विचार तो करो।(२)
परम पूजनीये राधागोविंद महाराज की जय🙇♂️🌼🌺🌺🌺🌻🥀🥀
हरे कृष्ण जय श्रील गुरु महाराज जी के पावन चरण कमल मे अनंत कोटि प्रणाम 🙏🥀🌹🥀🙏
हरे कृष्ण प्रभुजी सादर प्रणाम 🙏🏼🌷🙏🏼। सद गुरु देव महाराज जी के चरण कमल में मेरा कोटी कोटी प्रणाम है 🙏🏼🌷🙏🏼🌷🙏🏼
पूज्य गुरुदेव महाराज आपको कोटि कोटि नमन । जय श्रील प्रभुपाद जी । हरे कृष्णा ।🙏🙏🙏
Jai 🌹🌹🙏🙏
Hare krishn 🙏🙏🙏🌹🌹
Hare krishna
Hare Krishna 🙏🙇
Hare Krishna Hari bol 🙏
हरे कृष्णा दंडवत महाराज
Hare krishna prabhuji 🙏🙏🙏
राग। और द्वेष से ही प्रेरित होकर मनुष्य कर्म करता है।
Hare Krishna 🙏
Hare Krishna
ईश संग=ईश भजन
भजन में सर्वश्रेष्ठ है नामजप
Jai mahraraj
राम भालु कपि कटुक बटोरा। सेतु हेतु श्रमु कीन्ह न थोरा॥
नामु लेत भवसिन्धु सुखाहीं। करहु बिचारु सुजन मन माहीं॥(२)
भावार्थ:- श्रीरामजी को तो भालू और बंदरों की सेना को एकत्र करने में और समुद्र पर पुल बाँधने के लिए बहुत परिश्रम करना पड़ा था, लेकिन नाम लेने मात्र से संसार समुद्र ही सूख जाता है, सज्जन मनुष्यों मन में विचार तो करो।(२)
संस्कार=चिन्ह
Hare krishna
Hare krishna
Hare krishna
Hare krishna
Hare krishna
Hare krishna