मध्य लय: दीपक हम पथ राखी जो वीपद नीवारी जन करतार काजी जो द्रुत: (१) रब तू ही तेरो नाम करतार (२) डम डम डमरू बाजे नाचत सांब भोले देखत सब ही गण गाये डमरू ओंकार केहत नाद सुनत महादेव मगन होत सोहम बली निकस जात अनंत आनंद अपार देसी पंडित बोडस वीपद : विपदा संकट Million salutes , pranipat to late Pandit Bodas 🙏🙏💐
One of the most soulful Desi presentation.. extremely devotional
मध्य लय: दीपक हम पथ राखी जो
वीपद नीवारी
जन करतार काजी जो
द्रुत: (१) रब तू ही
तेरो नाम करतार
(२) डम डम डमरू बाजे
नाचत सांब भोले
देखत सब ही गण गाये
डमरू ओंकार केहत
नाद सुनत महादेव
मगन होत सोहम
बली निकस जात
अनंत आनंद अपार
देसी पंडित बोडस
वीपद : विपदा संकट
Million salutes , pranipat to late Pandit Bodas 🙏🙏💐
Mesmerizing... I went back to the previous generation of ustads... Kedar ji is no less.. My heart felt namaskar...
इस सङ्गीत का स्रोत केवल नादसाधना नहीं बल्कि नादब्रह्मोपासना ही है -- ऐसा लगता है / इस प्रकार का सङ्गीत सदापी अमर रहे -- ऐसी है प्रार्थना / Dhanyavaad!
Waah!
Thank you, Spandana.music. There is total "soukhyam" in Kedarji's music...
Mahadevan Parameswaran ji; thanks.
Pt. Katti's accompaniment is beautiful.
Wonderful presentation! Powerful, effortless singing.
Jay Naik thanks
🙏