अकबर री नौरोज प्रथा अर देवी श्री राजल बाई
ฝัง
- เผยแพร่เมื่อ 22 ก.ค. 2023
- अकबर री नौरोज प्रथा अर देवी श्री राजल बाई
(ऐतिहासिक राजस्थानी बातपोश)
लेखक एवं स्वर: दीपसिंह भाटी 'दीप'
Subscribe for such more Rajasthani Videos!
ऐह्ड़ा और एतिहासिक वीडियोस देखण सारूं इण चैनल नै सब्सक्राइब करजो सा.
Follow Us on :
Instagram: / dingalrasawal
Facebook: / dingalrasawal
Twitter: / dingalrasawal
Subscribe: / @dingalrasawal
Shorts Channel: / @dingalshorts
Our Published Books-
1. Batan Ra Gaighatt - dingalrasawal.org/products/brg
2. Marudhara Ra Mahapurush - dingalrasawal.org/products/mrm
3. Sooran Pooran Ri Shourya Gathawan (1) - dingalrasawal.org/products/sp1
4. Sooran Pooran Ri Shourya Gathawan (2) -
dingalrasawal.org/products/sp2
5. Palpalti Prem Kathawan - dingalrasawal.org/products/ppk
6. Dingal Ro Danako - dingalrasawal.org/products/drd
7. Dingal Rasawal Kavya Sangrah - dingalrasawal.org/products/drks
To Buy Offline, send a whatsapp message to 9460221222
डाक से पुस्तकें मँगवाने के लिए 9460221222 पर व्हाट्सप्प मैसेज करें।
जय श्री राजल देवी मां।
जय माता जी
आपके कहने का मतलब एक मेवाङ को छोड़कर बाकि रियासते हरम की मेहरबानी से आबाद थी। वामपंथी घणई धुङ ऊङाई है थो भले क्यों टिकीया हो दो टका कमावण सारू।
थू है थारी कमांई ने थू हैं थारी जिन्दगी नो ।
Mere pass Akela ka video hai Marwar junction ke pass sila gaon ka aap detail mein banaya hai aap kahe to aapki sandal per bhej deta hun
।। जय मातेश्वरी मां राजल ।।
धर मृगपति को रूप,भूप री लाज बचाई है।चारण संगतियों हमेस अधर्म,अन्याय, दुराचार ने जङामूल सूं खतम कर मिनख पणे रो आदर्श थापण कर समाज में मारग दरसावण रा मूंगमोला कारज कर राह बतावता रेयी है।आपरो घणे मान आभार सा।
जय श्री कृष्णा जय राजस्थान री संस्कृति
जय हो सा बहुत सुंदर मां इच्छा करणी री सा
बहुत ही सुंदर कविता समझाने के बहुत रास्ते है पर विस्तार पूर्वक जिस तरह भाटी साहब सुनाते हैं धन्य है
माँ भवानी का आशीर्वाद आप पर बना रहे
शुभाशीष 😊
घणा घणा रंग सा आपने हुकुम।
हलचल पृथ्वी में हुवे, जलथल ओथल जंग।
पीथळ ऱी सुणी प्रार्थना, राजलबाई रंग।।
बहुतसुनदरदुआ
वा दीपसा अमर व्है जाऔ
रिदु राजल किरपा आप पर हमेस बणी रैवै। मातेसरी सब मंगळ करै। बौत बढिया बधावणजोग सरावणजोग अंजसजोग काम
दिल्ली नगर हिंदुआं, त्रय त्रय हुआ त्रम्भाल।
नव रोजो छूटो नरां, निर्भय हुआ नियाल।।
🔱
ये बात आप ने एक बार पहले भी बताई
बहुत अच्छी जानकारी
जय हो
मां राजल और मां वरवडी और उनके भक्त राजवंश मेवाड़ को भूलना मत। अकबर के पापों का अंत करने वाली मां राजल और महाराणा हमीर को आपघात से बचाने+उनकी सहायता करने+उनको वापस अपना राज्य दिलवाने वाली मेरी मां वरवडी;
नवलाख लोवडि़याल से बढ़कर कुछ नहीं है।
कित बीकानों आगरो, कित चिडीयालो देश।
पीथळ हंदो साद सुने, आई पधारो ऐथ।।
कीथ दिल्ली कीथ आगरो
कीथ चराड़वो नेश
पृथ्वीराज री पुकार सुन
मां राजल आया ठेठ ।
जय मायड़ भाषारी, जय राजल माँ री 🙏🚩
Jai maa rajbai maa 🙏🚩
जय मां राजल 🙏
वाह् दीप सा अमर व्हे जावो वाह खमा खमा
केवे अबखी री वेळा पृथ्वी राज जी एक गीत सूं माता जी ने अरज करी के उण गीत रो एक अंश ........
सेवग साहळ सुणो संचाळी, ताय मिळो मुझ एकण ताळी ।
पीथळ पाहर काछ पचाळी, धाईयो चारण धावळयाळी।।
राजल मा हिंदू री लाज बचाई धनय है माँ जुग जुग री विनती है
जय श्री राजल देवी मां
जय श्री सा
जय माँ राजल🙏🙏
Jai maaa rajal🙇♂️
🙏🏻🚩Jay maa rajal 🙏🏻🚩
जय मां राजल बाई अधभुध बखाण दिप सा 🙏🙏🙏🙏
जय हो
श्री राजल मां री जय हो।
मां राजल बाईसा री अमर गौरव गाथा सुण र घणो गरब हुयो।
वाह वाह भाटी दीपसिंह जी,
घणी ठावकी प्रस्तुति सारु घणा घणा रंग अर साधुवाद सा।
थां चोराड़ी चारणी, म्हूं छतरी राठौड़।
नौरोजां नारी चढे, कुळ नै लागै कोड़।।
घणेमान आभार हुकुम।
2:26
राजल धर मृगपति को रुप भूप री लाज बचाई है ।।
बहुत अच्छी कहानी बताई जी जय मां शैरोवाली
Har har mahadev sa 🙏🙏
जय मां राजल
जय हो सा
राजल माता द्वारा अकबर से नवरोजा छुडवाना
नवरोजा प्रथा को श्री करणी माता के पूर्णांवतार राजल माता ने अपने दैविक शक्ति द्वारा समाप्त किया था और अकबर के इस लम्पट आचारण से राजपूताने को मुक्ति दिलवाई। जिसकी पुष्टि स्वंय पृथ्वीराज के सोरठे, दयालदास की ख्यात २ पृ १३४-३५,वाचा चारणों के रावल की बही,मुंशी देवी प्रसाद के ग्रंथ राज रसनामृत,डा लुइजिपिओ तैसिस्तोरि,रावत सारस्वत, राजवी अमरसिंह आदि के ग्रंथों से व सैकडों डिंगल रचना से इसकी पुष्टि होती है।
पृथ्वीराज राठौठ बीकानेर के राव कल्याणमल का पुत्र थे जो उच्चे दर्जे का भक्त कवि था ।अकबर के दरबार में रायसिंह व पृथ्वीराज राठौड दोनो को उचित स्थान था।पृथ्वीराज राठौड महाराणा प्रताप का मौसेरा भाई थे। रायसिंह को अकबर ने सौराष्ट्र प्रान्त का प्रशासक नियुक्त किया था एक बार पृथ्वीराज सौराष्ट्र जा रहा था तब रास्ते में चराडवा गांव में उसका घोडा मर गया तभी वहा से गुजर रही दस वर्षीय बालिका चारण देवी राजल माता ने चमत्कारी ढंग से मृत घोडे को पुन:जीवित कर दिया।पृथ्वीराज देवी अवतार राजल माता को प्रणाम करके भविष्य में होने वाले संकट में मदद करने का वचन मांगा।राजल माता ने कहा जब भी तुम्हें संकट आये मुझे याद करना मै तुम्हारी मदद करूंगी।
पृथ्वीराज का विवाह जैसलमेर के हरराज भाटी की पुत्री छोटी पुत्री चम्पा कुंवरि के साथ हुआ था ।हरराज भाटी की बडी पुत्री नाथी बाई का विवाह अकबर के साथ हुआ।अकबर ने अपनी रानी नाथीबाई से चम्पा कुंवरि के रूप सौन्दर्य की बात सुनने पर वह उसे प्राप्त करने के लिए लालाहित हो उठा।उसने षंडयंत्रपूर्वक नवरोज के त्योहार में चम्पाकुंवरि को बुलवाने का आदेश दिया।पृथ्वीराज उसके आचरण से वाकिब था अकबर ने छलबल से उसका डोला अपने महल में बुला दिया।पृथ्वीराज अकबर की मनोइच्छा को भांप गया और उसने इस संकट की घडी में राजल माता को याद किया और अपने ऊपर आये संकट को निवारण करने की प्रार्थना की।
पृथ्वीराज का कहा सोरठा इस प्रकार है।
बाई सांभल बोल ,
कमधां कुल मेटण कलंक।
करजे साचो कोल,
ददरैरे दीधो जिको।
पृथ्वीराज की पुकार सुनके देवी राजल माता आगरा में प्रकट हो गये ।अकबर ने जैसे ही डोले की कनात हटाई तभी राजल माता सिंह रूप में प्रकट होकर अकबर का कंठ पकड लिया।तभी अकबर ने अपने प्राणों की भीख मांग दी और राजल माता को कहा कि मै आपकी गाय हूं मुझे माफ कर दो ।तब राजल माता ने उसे भविष्य में अपने आचरण को सुधारते हुए नवरोज प्रथा को बंद करने के वचन देने पर अकबर के प्राण बख्शे। राजल माता के नवरोज छुडवाने पर ओंकारसिंहजी लखावत द्वारा लिखित पुस्तक को पढकर अपने भ्रम को दूर करे।
पृथ्वी राज राठौड़ (बीकानेर) कृत राजल स्तुति
सारा सगतियां सरे , राजल थांरो राज ।
पीथल करे प्रार्थना , राजबाई महाराज ।।
राजल राजल रटता. पीथल करे पुकार ।
विखमी पुल आ वरणी , वेग कराओ वार ।।
तु चौराडी चारणी , हुं क्षत्री राठौड ।
नवरोजे नारी चढे , कुल ने लागै कोड ।।
गजराज धायो गोविंद ,द्रोपद जदुराज ।
हुं तनां धावां हमे , राजबाई महाराज ।।
धेनां छोडी धावती , वाडे वाछडियाह ।
उदाई डग आछटे , चीला डग चढियाह ।।
आयो बीकाणो आगरो , पीथल ना पायोह ।
वले पीयाणो वहंता , दिल्ली दिस धायोह ।।
केथ अकबर रो केलपुर , केथ चोराडो देस ।
आई आवो उंतावला , सुण पीथल संदेस ।।
नवरात्री मेले निरख , निरखी सब नरीह ।
चंपा कंवरी केथ चले , पिथे पूकारीह ।।
पग सामटे पग डहे ,वाहण विकरालीह ।
भटियाणी भेला हुआ , राजल रखवालीह ।।
राजबाई रथ मो रमे , भमे शाही गरम ।
भमे अकबर रा भोगना , नम नम होवे नरम ।।
अकबर छोडी उण दिन , नवरोजे री नीत ।
राजबाई रै सरणे , पीथल रहे नचीत ।।
हल चल प्रथ्वी पर होवे , जल थल अथल जंग ।
पीथल री सुण प्रार्थना , राजबाई जबरंग ।।
बीकानेर की संस्थापिका देवी करणीजी वि स १५९५ चैत सुदी नवमी को ज्योतिर्लीन हो गये। इनके ज्योतिर्लीन के ठीक दस मास पश्चात् यानि वि स १५९५ को माघ मास के शुक्ल पक्ष में सौराष्ट्र प्रान्त के ध्रांगध्रा तालुका के चराडवा गांव में वाचा शाखा के चारण उदयराज के घर राजबाई माता का जन्म हुआ। ये राजबाई राजल माता के नाम से करणी जी के पूर्णांवतार के रूप में जानी जाती है ।
जय श्री राजल बाई सही कहा है आप हुक्म
Jai ho param shakti maa
गांव चरावड़ा नहीं चराड़वा हैं
और ये कच्छ में नहीं बल्कि कच्छ और काठियावाड़ के बीच में झालावाड़ में है।
🙏🙏 शानदार, शिक्षाप्रद,सराहनीय ✌️🙏
Jai Shree maa ko namha
वाह सा
बहुत अच्छा लगा आप कि प्रस्तुती
आभार हुकुम
धन्य हो कविराज आप पर मुझे गर्व हे
🚩🚩🚩
जय राजल माता 15:14
जय श्री राजल माताजी 🔱🔱🔱
. Jay Shri Rajal maa Devi
Jai shree rajal baaisa mharaj ki
🎉🎉
🙏Jai Ma Rajal Ma 🙏
Wah wah bhabha hukum
❤
जय श्री राजल मां
बहुत बहुत सुंदर रचना ❤
❤
❤
बहुत बहुत आभार हुकुम
Bahut sundar jankari hukum
🙏
Jay maa karani ji❤
Bhati sa ek dhoneri momaji ri katha par episode banavo ni hukum
Jay shree Radhe.. Jay maa Rajal ☺
जय हो
जय मां राजल उदाई
जय राजल उदाई !
Jai jai aai rajal
Jai shree rajaldevi devi ma
Jay ma karani
Jay maa.rajal
Jay ma bhavani ki jay ho
Jai ma rajal
जय मां राजल माता री
वाह दीप सा धन्य हो आप 🙏🙏
खम्मा घणी हुकुम
श्री राजल बाई
Jai maa rajal
जय राजल मां
जय हो मां
बहुत अच्छी जानकारी दी हुकूम
मगर ईणरे सागे पुरी जानकारी दिया करो
आप कने अगर "पूरी जानकारी" व्हे तो भेज दो : feedback.dryt@gmail.com
जानकारी पूरी इज ही।
जय माता जी
राजल धर मृग पति को रूप भूप की लाज बचाई हे 🙏🏻🚩जय हो आई श्री राजल की 🙏🏻🚩
Jai maan karni
Jay ho राजल देवी की
कवि राज मेने जहा तक पढ़ा है और सुना है की ददरेवा के ऊपर चौहान राज करते थे
ये पर्थविराज राठौड़ नही सुना
मेरा ये कैंप्यूजन दूर करने का कष्ट करावे
जे मां करणी
जे मां सरस्वती
ये पृथ्वीराज राठौड़ बीकानेर के थे
जय आईमाता री सा
🔱🔱
जय माँ राजल 🙏🚩🚩
🙏🙏🙏🙏
JAI MAA KARNI
जय राजल उदानी
जय राजदेव🙏🙏
Waha sa Hukum
❤🎉❤🙏🙏
🙏🏻
Jalore sery mandir padharo or santinathji ki bhi vedio bnao hukamशानतीनाथजी जालौर अखाडा
જય માં રાજબાઇ 🙏🏻ગુજરાત માં
હાજરા હજૂર છે
आदरणीय सम्माननीय बाबोसा दिप सिंह जी राय साहब भंवर सिंह जी मोकल भाटी ठी.सोठिया(MP) के बारे में आप के माध्यम से बताओ 🙏
सेठ भंवरसिंह जी मोकल भाटी वाकई एक बहु आयामी व्यक्ति माने जाते हैं। मैं इतिहास पता करता हूं 🎉
माँ❤ 🚩🙏
जय हो
Jai maa rajal👏👏👏
Jay maa karni ri sa 🙏
जय माताजी हुकुम
Jai Bhavani 🙏🙏
🕉🚩🔱🙏
कविराज आपसे निवेदन है कि राम भक्त श्री श्रीयादे माता के जीवनी पर आधारित कथा बनाएं।
जय राजल शक्ती ,धर्म रक्षक देवी ।। कविराज, को ज्ये माताजी री सा
🚩🔱
जय मां आवड़ 🚩
जय मां करणी 🚩
जय मां राजल🚩
❤❤🙏🙏
Har har mahadev
જય માં રાજલ ઉદાની
जय मां राजल आपके चरणों में मेरा नमस्कार स्वीकार करो ❤❤❤
🙏🏽🚩
जय माँ करणी
Jay,matani
Jai rajal maa🙏
🔱🚩
जय माँ भवानी🔱🔱 🚩🚩🙏
जय माताजी
❤❤❤
Bhati saab ,,, gala bhomiya ji khata pr banao
हुकम कृपया करके 3 शक्तियां बहने राठौड़ भाडली दुर्गा बाईसा ,पूजा बाईसा , कंचन बाईसा के बारे में बताए मैने उनका बस नाम सुना है..
हुकूम कभी ओड राजपूत का वास्तविक इतिहास की भी जानकारी दें।
जय श्री राजल देवी मां ❤❤
राजल माता जी का मंदिर कहा पर है सा हुक्म
Gadhwara pali, Rajasthan
जय माँ करणी
हुक्म बाबे ओम पुरी री बात सुनाओ हुक्म
Thanks asking kTha she naynaba rathod
घणी खम्मा कविराज जय हो मां जगदम्बे मैया बहुत ही अच्छे से समझा ते है पर एक अरज करूं हु आज काल जो महिलाओं ने भुत सडियो है वि मांथै ही विडियो बणाऔ सा जो कि आप ये एक नि चार चार अबोध बच्चे को जन्म देकर पर पुरुष के साथ भाग जाना या आत्म हत्या जड़ा काम कर रही है और की समझाइश पुरुष ने कहो कि विवाह के बाद उपना कर्तव्य सही करें
वीडियो बणायोड़ो है बाई जी
🙏🙇🙇🙇🙇🙇🙇🙇🙏🚩🚩🚩🚩
जोधपुर जिले की ओसियां तहसील पंडित जी की ढाणी से 7 किमी दूर उत्तर पश्चिम दिशा में गाला भोमिया जी का स्थान है जो पदासला भोमिया जी के नाम से प्रसिद्ध है इनका इतिहास गुमनाम है भाटी साहब से अनुरोध है कि आपने बहुत से वीडियो बनाए हैं परंतु पदासला भोमिया जी का इतिहास प्रकाश में लाने का ऐतिहासिक वीडियो बनावे