वास्तव में यहां के लोगों की बातों को सरकार को सुनना चाहिए। बेचारे लोग जाएं तो जाएं कहां निर्दोष व्यक्तियों को मारकर के , सरकार वह वह न करें कृपया। विनती है सरकार से जनता के साथ हितैसी बन कर रहे
फायरिंग जब होती हैं तो ग्रामीण किया जवानों को भी डर लगती हैं, जब डर लगती है मौत सामने होती है तो समझ नहीं आता क्या करे ,पर इस तरह निर्दोष लोग मारे जा रहें है ओर पुछताछ के लिए टाइम भी नही होती ,,
अब धीरे धीरे ये खेल मेरे को समझ मे आ गया गांव वालों को मजबूर करेंगे घर छोड़ने को मुठभेड़ का बहाना बना कर सभी ग्रामीण जब घर छोड़ देंगे तो फिर सरकार द्वारा खदान खोल दिया जाएगा
तिवारी जी आपकी निष्पक्ष पत्रकारिता को सलाम करता हूं।आप जैसे इंसान से ही आदिवासी भाईयों एवं बहनों को न्याय मिल सकता है और पुलिसिया गुंडागर्दी पर रोक लग सकती है।मै भी घोर नक्सल प्रभावित इलाकों से आता हूं जहां नक्सली लोग अब नहीं है मै अपने इलाके में ऐसी घटनाओं को होते देखा हूं। पुलिस दबंगों के इसारे पर गरिबों को ज्यादा परेशान करती है जबकि माओवादी गांव के किसी भी मामले को जन अदालत लगाकर उचित न्याय करने का काम करते थे।
मुठभेड़ जंगल में होती है,,गांव वाले के कथन के अनुसार पुलिस को डर के मुठभेड़ वाले जगह में छिपने भागते हैं,, अजीब दास्तान हैं,, जब फायरिंग होता है तो क्यू डर के भागते हैं।। वो भी फायरिंग वाले रेंज में।।।
श्रीमान आपकी पत्रकारिता बहुत ही अच्छी है आपसे निवेदन है कि आप वहॉं की सरकार एवं वहॉं के प्रशासन से यह सवाल करे कि बस्तर क्षेत्र के आदिवासी व उस क्षेत्र के माओवादी में किया फर्क है और किया समानता है l और उस क्षेत्र के समस्त माओवादियों की लिस्ट सार्वजनिक की जाए जिससे कोई बेकसूर न मारा जाए l
कितनी बड़ी दुःख की बात है जो चाहे आदीवासियों पर निशाना लगा रहे हैं घर में खाने का ना भी रहे खुशी से रहेंगे लेकिन पुलिस और नक्सलियों के कारण डर के वजह से जंगल मे बागना पढ़ रहा है
कब तक ऐसे अत्याचार होता रहेगा आदिवासियों का ,आदिवासियों का नेता लोग इसके लिए कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाए जाते है ,आदिवासियों समाज नेता और कार्यकर्ता के लोगो को ध्यान क्यों नहीं जाता है,बाकी दूसरे समाज में कितना एकजुट होते है ,उनका एक बाका भी नही बिगाड़ सकता ,आदिवासी समाज इतना बिखरा हुआ है ,आदिवासियों नेता ही इस तरह से कार्य करते है उन्हे तो सिर्फ अपना जेब भरने से फुर्सत नही है ,,
तिवारी जी इनकी जिंदगी भी संघर्ष भरी है कुछ आदिवासी संगठन मे मिल जाते डर या अपनी मर्जी से फोर्स वाले भी कुछ आम लोगो को मुठभेड़ के लपेटे मे निर्दोष लोगो को भी ठोक देते है
बहुत दुखद परिस्थितियां हैं , यहां के ग्रामीण पिस रहे हैं लेकिन यह भी सत्य है कि एक पढ़ा लिखा सिविल इंजीनियर ओसामा बिन लादेन बन सकता है तो फुटबॉल खिलाडी की बहन..............
अंदरूनी इलाके वाले गांव में क्या ग्राम कोटवार सरपंच नहींरहते कम से कम ग्रामीणों का आईडेंटिफाई फोर्स आने के टाइम देते तो निर्दोष आदिवासी नहीं मरती और जंगल जाए या कहीं भीजाए अपने पास आधार कार्ड निर्वाचन कार्ड पहचान के तौर पर रखेरहते कम से कम जान तो कृपया मेरी बातों पर टिप्पणी करें विकास सर जीबजती😂 क्या ऐसा नहीं होसकता बहुत दुखपहुंच मुझे न निर्दोष लोगों को सजा मिल रही है
Mam sab koi sab kuch jante hai, yeh sab jameen jal k liye ho raha hai. Jitna kharcha sarkar force me kar rahi hai uske 1 /4th main KV school, army school or army hospitals khul jayenge toh Sara problem solve. Desh ko badiya khiladi or army officers bhi mil jayenge.
विकास भाई आप हमेशा रिपोर्टिंग के दौरन लोगो से पूछताछ करते हैं लेकिन आपसब ग्रामीणों के लिए मध्यम रस्ता निकाल सकते हैं,मैं विश्वनाथ कोल्हान खबर से।कुछ कीजिए, आनायास ही निर्दोष मारे जा रहे हैं
Jitne bhi jila ke aadiwashi bhai ho sabko ek mitting karna chahiye ye hamre ek ek aadiwashi bhai behano ki jindagi ke ka sawal hai naito ye force bahut hi nirdai log hai hamre bhai bahno mar dali gi sewa johar 🙏
Johar dada .. ❤ Se aabhar aapka .. Hame Jamin se jude khabro ko dikhate hai ... Kavi dada Mera gaon me v Aisa hua karta ta sab gaon se bhag jate te ...
Vikash bhaiya, kuch toh karna chahiye ish gaon walon ke liye. Jo ki kamse kam naxal or police se safe reh sake. Ish report ko dekh ke bohut bura laga. Naxal or police ke bich jish tarah gaon wale faase huye yeh bohut dukhad hai
Chaye koi bhi sarkar aaye aadiwasi man ka yahi hi hal hoga hamesha.tiwari sir aapke aapke reporting ke bad bhi aaj aadiwasi ka aawaj aage nhi ja Raha hai
Force kiske adesh par kam karte hai. Wo bata rahe hai ke force unko faltu main marte hai, bastar talkies k mahine bhar purane vidio dekho kaise gharo main goliya dhase hai or har age or mahila, purush bujurg ko mara gaya tha, ek mahila ko goli l'âge forcé ne accept bhi kiya par na he hospital le gaye n'a ilaj na hi koi muwavja. Sedhe death
तिवारी जी आपको तहेदिल से धन्यवाद देता हूँ, 0.ग्राउंड रिपोर्ट तक गये और कई अलग-अलग जगह मे जा चुके हो ग्राउंड रिपोर्ट दे चुके हो, आप तो इतनी बारीकियों को जाँच परख कर जो गलत है सो गलत और जो सही है वो सही दिखाते हो फिर कहाँ चुक होता हैं, सर न्याय करने मे क्या शासन - प्रशासन सो रहा है क्या?
kya grih mantri in Manvati ko wapas zindagi de dega??? nirdosh janata ko markar kaun sa desh ka bhala kar rahe hain desh ke ke grih mantri ko jawab dena hoga....upar wala in nirdoshon ka nuksan karne ka hisab lega.
भाई साहब हम लोगो को एक बात समझ मे नही आता पुलिस और नक्शलीयों के बिच मुठभेड़ होती है और दोनो पक्ष से मारे जाते है फिर उसमें से एक दो को हर बार ग्रामीण बताया जाता है उस बिच में हर बार ग्रामिण क्यू फस जाता है
पांच जो नक्सली बताया जा रहा है ओ भी हमारे समझ से ग्रामीन इस लिए की उनसे एक भी आधुनकि हथियार नही मिला है और बरामद हथियार दिन भर मुटभेड़ कैसे यह जांच का बिसयहै
ए लोग बहत मासूम है देख कर बहुत दुख लगता है, ए लोग सेही लोग को चुन कर अपनी परिसानी सरकार को दिखाने चाहिए लेकिन ए लोग नक्सल दादा से मिल झूल कर रहते हैं इसलिए ab lagta hai Chhattisgarh mein naxalvaad ka Khel khatam tata bye bye 😂😂😂
फायरिंग कभी सीमित जगह पर नहीं होती, फायरिंग के चपेट में एक पुरे गांव आती हैं, ,ओर गांव के लोग घर में सोये नही रहते ,किसी न. किसी काम से जगंल जाए होते है, ,भाई कमेंट करते हो तो तोडा उन आदिवासीयों के बारे में भी सोचा करो ,,नही तो कभी बस्तर आकर देखलो ,कैसे होती हैं जिंदगी
Agar ap education bolna cahte ho toh sahi baat hai. Jitna kharcha sarkar force me kar rahi hai uske 1/4 main KV school, army school or army hospitals khul jayenge toh Sara problem solve ho jayega. Desh ko badiya khiladi mil jayenge army officer bhi mil jayenge. Force or naxaliyo ka koi kam nahi rah jayega...
अरे तिवारी महराज आप फेमस हो गए हो आपके विडिओ को पूरा cg / देश के लोग देखते है बहुत सारे बस्तर को जानते ही नहीं और जो बस्तर को जानते है और नक्सली प्रभाव वाले गांव के है वो जरूर जानते है की उनके गांव में कौन नक्सली संगठन में काम करता है पर वो बोलते नहीं मरना थोड़ी है उनसे बैर लेकर । में भी आपका हर विडिओ देखता हु और बार बार बोलता हु आपको नक्सली के गांव के सगठन को जानना चाहिए फिर बात करे। या आप जानबूझ कर innore करते हो । कुछ बाते में आपको बताता हु इस विडिओ से ही जुड़ा है 1. जिसे वो लड़का अपनी सगी बहन बता रहा है ऐसे ही एक कथित भाई नारायणपुर आया था जिसने बताया की नक्सली उसे अपने साथ लेकर गए थे 2. नक्सली police आने पर सभी को जंगल में भाग जाने की हिदायत पहले से देकर रखते है जो नहीं गया उसे police से मिले हो कहकर जान तक ले लेते है 3. जरा कल्पना और विचार करे सिर्फ वही लड़की क्यूं भागी वो भी वार जोन में बाकी गांव वाले क्यू नहीं गए 4. वो लड़का बोल रहा है की गांव से 2 किमी दूर मुठभेड़ हुआ इतनी दूर से वो कैसे बोल सकता है की उसे पुलिस ने मारा हद ये है कि 2 किमी से उसे अपनी बहन की आवाज भी आ रही है 5 जब सगा भाई था तो उसे बॉडी लेने जाना था वो तो बस सिखलाई अनुसार आपका वेट कर रहा था । एक आपका दर्शक बोल रहा है की बाकी 5 भी ग्रामीण है गजब है भारत सरकार से प्रतिबंधित आतंकवादी cpi माओवादी ग्रुप के लगता है सुप्रीम कोर्ट है जो बोल दिया वही सही है आप लोग भी ऐसी ही रिपोर्ट का इंतजार करते है । 6. ये आप भी अच्छी तरह जानते है हर गांव में नक्सली आदमी रहते है जो आप लोगो को इंटरव्यू देने तैयार रहते है सिखलाए मुताबिक 7. आपको पता है फोर्स कितनी दूरी तक की आने जाने में लगभग 50 किमी0 8. गोबेल, टेकनेट, रखवाया में पिछले 4/5 साल से फोर्स नहीं गया था ये वो जगह है जहा नक्सली राज चलता है 9. Rekhawaya में नक्सली 15 को गिरफ्तार का इल्जाम लगाए आप जेल में जाकर पूछिए we क्या करते थे । Tekmeta में कथित ग्रामीण आपको नहीं बताए की वे देशी बंदूक रखे थे । आप सिर्फ वही बोलते, दिखाते है जो वे बोलते है । ऐसा लगता है आप लोग सिर्फ फोर्स का गलती निकलने में लगे रहते हो। 10 पिछले दिनों कई घटना हुई जिसे आम नागरिक नक्सली द्वारा लगाए ied विस्फोट में मारे गए या गंभीर घायल हुए तब आप, w आदरणीय लोग क्यू नहीं गए ??
हाहाहा आप खाना वाना खाये या आज पूरा समय कमेंट लिखने में ही बीता दिए। जितना सवाल आपने उठाया आपकी जगह से वो भी सही है। असल मे दिक्कत ये है संजय जी कि पुलिस को नक्सलियों के अलावा भी जो ग्रामीण होते हैं वो भी नक्सली ही लगते हैं और नक्सलियों को भी जागरूक ग्रामीण पुलिस के मुखबिर ही लगते हैं। आपने बहुत लंबा कमेंट किया उसके लिए धन्यवाद। कभी मुलाकात होगी तो चाय पर लंबी चर्चा करेंगे
What u said is correct I have only one question when firing is going on why this people go in jungle they know firing is going on so stay inside ur houses..... Abhe tak kiyu police na ghar ke ander kisiko nahi Mara jab yea log Jan bujkar jungle firing Mara jata ha....fir police pa blame dalta ha
Tum bhi Narayanapur K kisi naxal Village me Days k liye jao , To Tum Bade Cader ka Naxali ban kar hi Niklega , Tum kiya jante ho Bastar k Aadiwasi ki life k bare me, Police ka kiya Kam tha Us village me Jane ka , आज तो Aadiwasi k Sath koi bhi Sath nhi de Raha jaise Tum bhi Ho Usme
dikh sab Raha h sabko lekin koi kuchh bolega nahi sachhai sab pata h kya ho Raha h bastar me lekin koi awaj uthayega usko naxal hi bolenge log itna nafrat ho gya h logo ko Tribal log se
Bahi Apne ssamaj main sabhi logo ko education lene ko bolo cahe bujurg ho ya jawan, logo ko sanjhao bhle he fail ho bar bar koshish karo, hindi /English, jitne bhasha sikh sake sikhe, sanvidhan main mêle Apne adhikaro ko batao. Nahi toh hum ese he Barbad ho jayenge. Sabhi adivasi ek dusre ka sath do cahe hasdeo ho y'a bastar
यैसा कब तक चलेगा अत्याचार आदि वासियों के साथ ,साय सरकार जागो,आदिवाशी जागो अब तो,जागो
बहुत ही दुःखद खबर है आदिवासी मूलवासी समाज के लिए पर जायें तो जाये कहां।😢😢😢😢😢
वास्तव में यहां के लोगों की बातों को सरकार को सुनना चाहिए। बेचारे लोग जाएं तो जाएं कहां निर्दोष व्यक्तियों को मारकर के , सरकार वह वह न करें कृपया। विनती है सरकार से जनता के साथ हितैसी बन कर रहे
फायरिंग जब होती हैं तो ग्रामीण किया जवानों को भी डर लगती हैं, जब डर लगती है मौत सामने होती है तो समझ नहीं आता क्या करे ,पर इस तरह निर्दोष लोग मारे जा रहें है ओर पुछताछ के लिए टाइम भी नही होती ,,
तिवारीजी आपको भी एक बार काउंटर मे साथ जाना चाहिए! हकीकत देश आपकी आँखो से देखना चाहती है!सरकार से अनुरोध है आपको DRG सैनिक के साथ भेजे!
जी जरूर। मैं भी देखना चाहता हूँ वाकई
बहुत अच्छी बात कही अपने..👌
ये चीज होना ही चाहिए.. तब 100℅ सच पता लागेगा..
भोले भाले आदिवासी परिवार को माओवाद के आड़ में जान ले रही है दुखद घटना
नक्सली हमेशा से ऐसे गांव वालो को बीच में घसीटते है।
force wale bich me la rhe h sb gaav walo ko
अब धीरे धीरे ये खेल मेरे को समझ मे आ गया गांव वालों को मजबूर करेंगे घर छोड़ने को मुठभेड़ का बहाना बना कर सभी ग्रामीण जब घर छोड़ देंगे तो फिर सरकार द्वारा खदान खोल दिया जाएगा
Aap sahi bol rahe hay mere bhai
बहुत कठिन जिंदगी है , साला आगे कुवां पीछे खाई
इनकी इस्थिति संगदिग्ध है ।
Teri paidayish sandigdh hain.
क्या संदिग्ध लग रहा है
इनकी स्थिति ना ये नक्सलीयो की तरफ है ना हि जवान की तरफ।
तिवारी जी आपकी निष्पक्ष पत्रकारिता को सलाम करता हूं।आप जैसे इंसान से ही आदिवासी भाईयों एवं बहनों को न्याय मिल सकता है और पुलिसिया गुंडागर्दी पर रोक लग सकती है।मै भी घोर नक्सल प्रभावित इलाकों से आता हूं जहां नक्सली लोग अब नहीं है मै अपने इलाके में ऐसी घटनाओं को होते देखा हूं। पुलिस दबंगों के इसारे पर गरिबों को ज्यादा परेशान करती है जबकि माओवादी गांव के किसी भी मामले को जन अदालत लगाकर उचित न्याय करने का काम करते थे।
Tu bhi naxsali hai
सही बात कही है आपने सर
मुठभेड़ जंगल में होती है,,गांव वाले के कथन के अनुसार पुलिस को डर के मुठभेड़ वाले जगह में छिपने भागते हैं,, अजीब दास्तान हैं,, जब फायरिंग होता है तो क्यू डर के भागते हैं।। वो भी फायरिंग वाले रेंज में।।।
बंदूक देखकर ही डर लगने लगता है कभी सामना किया है
@@shobhittarme4930ha kiye hai samna
SOCHO
श्रीमान आपकी पत्रकारिता बहुत ही अच्छी है
आपसे निवेदन है कि आप वहॉं की सरकार एवं वहॉं के प्रशासन से यह सवाल करे कि बस्तर क्षेत्र के आदिवासी व उस क्षेत्र के माओवादी में किया फर्क है और किया समानता है l
और उस क्षेत्र के समस्त माओवादियों की लिस्ट सार्वजनिक की जाए जिससे कोई बेकसूर न मारा जाए l
सर मै भी पहले ये सवाल कर चुका हू
हमेशा आरोप पुलिस वालों पर ही क्यू लगाया जाता है नक्शलीयों ने भी तो 76 पुलिस जवानो को मारे थे पुलिस वाले भी अपने ही भाई है उनका भी परिवार है
जय आदिवासी जय बिरसा मुंडा 🙏🙏🙏
Sewa Johar ...🙏🙏 Jai Aadivasi
मेरा गांव में भी ऐसे ही घटना होता था कभी नक्सली बता कर गांव के लोगों को पुलिस बेबुनियाद आरोप लगा कर मरता था गांव के लोग पुलिस को देखते ही भागते थे।
Kon sa gaav hai bhai
कितनी बड़ी दुःख की बात है जो चाहे आदीवासियों पर निशाना लगा रहे हैं घर में खाने का ना भी रहे खुशी से रहेंगे लेकिन पुलिस और नक्सलियों के कारण डर के वजह से जंगल मे बागना पढ़ रहा है
कब तक ऐसे अत्याचार होता रहेगा आदिवासियों का ,आदिवासियों का नेता लोग इसके लिए कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाए जाते है ,आदिवासियों समाज नेता और कार्यकर्ता के लोगो को ध्यान क्यों नहीं जाता है,बाकी दूसरे समाज में कितना एकजुट होते है ,उनका एक बाका भी नही बिगाड़ सकता ,आदिवासी समाज इतना बिखरा हुआ है ,आदिवासियों नेता ही इस तरह से कार्य करते है उन्हे तो सिर्फ अपना जेब भरने से फुर्सत नही है ,,
Bhai abhi delisting ka rally bolenge toh bade bhid jama ho jayege na he hasdeo k liye ayenge na he en logo k liye.
तिवारी जी इनकी जिंदगी भी संघर्ष भरी है कुछ आदिवासी संगठन मे मिल जाते डर या अपनी मर्जी से फोर्स वाले भी कुछ आम लोगो को मुठभेड़ के लपेटे मे निर्दोष लोगो को भी ठोक देते है
ये सब मजबूर है , पर इन पर विश्वाश नहीं हो रहा है ।
Apke vishwas ki koi awasakta nhi .......
आप एक सप्ताह इस गांव में रहकर देखे।
Urban naxal @@Rajuueikey
@@pardeeptanwar4981mai to idhar se hi hoon Bhaiya
Bhai aap sahi ho sakte ho ,
Par ye ye naxalite hathiyar utha kar sasan se lad nhi sakte.
Bahut hi bekar lagta hai jab ham apne hi aadmi ko bhi nahi bacha sakte...............
आदिवासी कहा जाये ज़िदगी जीने के लिए संघर्ष ज़िन्दगी बचाने के लिए संघर्ष
बहुत दुखद 😢। आदिवासी दोनों ओर से बेरहमी से मारे जा रहे हैं।
बहुत दुखद परिस्थितियां हैं , यहां के ग्रामीण पिस रहे हैं लेकिन यह भी सत्य है कि एक पढ़ा लिखा सिविल इंजीनियर ओसामा बिन लादेन बन सकता है तो फुटबॉल खिलाडी की बहन..............
बात सही सरकार को लाभ उठाना सहे
Johar jai jharkhand ye galat ho raha hai aadiwasiyo ke sath
बहुत सुन्दर पत्रकारिता भाई
अंदरूनी इलाके वाले गांव में क्या ग्राम कोटवार सरपंच नहींरहते कम से कम ग्रामीणों का आईडेंटिफाई फोर्स आने के टाइम देते तो निर्दोष आदिवासी नहीं मरती और जंगल जाए या कहीं भीजाए अपने पास आधार कार्ड निर्वाचन कार्ड पहचान के तौर पर रखेरहते कम से कम जान तो कृपया मेरी बातों पर टिप्पणी करें विकास सर जीबजती😂 क्या ऐसा नहीं होसकता बहुत दुखपहुंच मुझे न निर्दोष लोगों को सजा मिल रही है
Mam sab koi sab kuch jante hai, yeh sab jameen jal k liye ho raha hai. Jitna kharcha sarkar force me kar rahi hai uske 1 /4th main KV school, army school or army hospitals khul jayenge toh Sara problem solve. Desh ko badiya khiladi or army officers bhi mil jayenge.
Tiwari ji❤ AAP patrakaro ko kuch karna chahiye
विकास भाई आप हमेशा रिपोर्टिंग के दौरन लोगो से पूछताछ करते हैं लेकिन आपसब ग्रामीणों के लिए मध्यम रस्ता निकाल सकते हैं,मैं विश्वनाथ कोल्हान खबर से।कुछ कीजिए, आनायास ही निर्दोष मारे जा रहे हैं
Hi Vikas... I am from Telangana Hyderabad. I followed by ur channel from past 1 year. Yours and Mukesh reporting is very good...🎉
Thank you so much 🙂
Mere sabhi gov ke aadiwashi bhaiyo ko ekatrit hone ko hai
Baut dukht bat hia ye sir ye bat Intarnesharnusw tak jana jahiye
Jitne bhi jila ke aadiwashi bhai ho sabko ek mitting karna chahiye ye hamre ek ek aadiwashi bhai behano ki jindagi ke ka sawal hai naito ye force bahut hi nirdai log hai hamre bhai bahno mar dali gi sewa johar 🙏
बहुत दुःखत घटना है
Johar dada ..
❤ Se aabhar aapka ..
Hame Jamin se jude khabro ko dikhate hai ...
Kavi dada Mera gaon me v Aisa hua karta ta sab gaon se bhag jate te ...
Vikash bhaiya, kuch toh karna chahiye ish gaon walon ke liye. Jo ki kamse kam naxal or police se safe reh sake. Ish report ko dekh ke bohut bura laga. Naxal or police ke bich jish tarah gaon wale faase huye yeh bohut dukhad hai
Sir aapka deemag lajabab❤
सुरक्षा कर्मी भी बंदूक के बल से आमजनता डर रह है,नाक्सली भी बंदूक के बल से आमजानता डर से मर रहे हैं 😂😂
Bikashji bahut achcha bishai par aapne reporting Kiya. sarkar aur jagruk hona prega aur police bale cr v request hai please aise bhole adivasi k raksha kare 🎉
woi log bhakshak h
ऊपर वाला सब को देखा है
बहुत कठिन jingi आगे कुआं पीछे खाई 😢😂😂😂
Maharaj ji Pranam
Chaye koi bhi sarkar aaye aadiwasi man ka yahi hi hal hoga hamesha.tiwari sir aapke aapke reporting ke bad bhi aaj aadiwasi ka aawaj aage nhi ja Raha hai
Sarkar sahar banane ki or agrsar hai..kon samjhega aadiwasion ka dard
Supreme Court must be take action this is our India we are staying in democracy
पुलिस या फोर्स को देख कर अपने घर से मत भागना ये आपके सहायता के लिए आते हैं.
Bastar talkies k mahine bhar purane vidios dekh lo bhai sanjh jaoge Kyo bhagte hai, or wo log bata bhi rahe hai kyou bhag rahe hai...
धीरे धीरे पूरा आदीवासी ही समाप्त हो जाहि आइसे लगत हे😢
Yahe toh plan hai. Ek jut raho, educated bano, chae fail ho ho kar par padhi na chodo. Jo jyada age k hai unko bhi padte rahana chaiye.
Police ko jharu aur gaywale ya naxali gandgi ko gandgi samjha ja raha hai kya😂
Sukhlal vapas aana chahiye
निर्दोष की जान किसी भी कीमत पर नहीं जाना चाहिए। बस्तर तो आने वाले दिनों में कब्रगाह बनेगा आदिवासीयों का । बस्तर में अब मणिपुर रिपीट हो रहा है ।
Nice reporting 👍
Thank you kindly
Omg😢😢😢😢
कभी नहीं भागना चाहिए पुलिस के सामने लोकतंत्र जिंदा है आप घर में रहें आप के साथ आदिवासी समाj hai sarkar bhi aap shat hai
Force kiske adesh par kam karte hai. Wo bata rahe hai ke force unko faltu main marte hai, bastar talkies k mahine bhar purane vidio dekho kaise gharo main goliya dhase hai or har age or mahila, purush bujurg ko mara gaya tha, ek mahila ko goli l'âge forcé ne accept bhi kiya par na he hospital le gaye n'a ilaj na hi koi muwavja. Sedhe death
Tiwari Sahab ab to aap baat samajh Gaye honge❤
तिवारी जी आपको तहेदिल से धन्यवाद देता हूँ, 0.ग्राउंड रिपोर्ट तक गये और कई अलग-अलग जगह मे जा चुके हो ग्राउंड रिपोर्ट दे चुके हो, आप तो इतनी बारीकियों को जाँच परख कर जो गलत है सो गलत और जो सही है वो सही दिखाते हो फिर कहाँ चुक होता हैं, सर न्याय करने मे क्या शासन - प्रशासन सो रहा है क्या?
Govt do this
Wo sab Jawan nhi hai sab janawar hai 😢😢😢
kya grih mantri in Manvati ko wapas zindagi de dega??? nirdosh janata ko markar kaun sa desh ka bhala kar rahe hain desh ke ke grih mantri ko jawab dena hoga....upar wala in nirdoshon ka nuksan karne ka hisab lega.
भाई साहब हम लोगो को एक बात समझ मे नही आता पुलिस और नक्शलीयों के बिच मुठभेड़ होती है और दोनो पक्ष से मारे जाते है फिर उसमें से एक दो को हर बार ग्रामीण बताया जाता है उस बिच में हर बार ग्रामिण क्यू फस जाता है
Sir ji koi nahi sunega
बेगुनाहों को क्यो मार दिया जाता है मानवता कहा गया
तिवारी जी इतना सब दिखा रहे हो परिणाम कुछ तो दिखाई नहीं दिया। आप तो पास रहते हो कम से कम आप खून खौलना चाहिए न।
NIA JINDABAD
Bhagne ka jarurat nahi hai,
Agar Nirdosh hai, toh Bagne ka jarurat nahi hai
समझ नहीं आवत हैं, ये का होवत हैं, इन भोले aadiwasi🎂भाई बहनो के साथ 🙏🙏🙏
Mukhymantry se bat narna chahiye yah sawal bilkul sahi hai naksalli ke sath janta bhi dar se pashe hai
Sahi dada
Naxal kaise fal fool raha hai koi videshi hai nahi.
पांच जो नक्सली बताया जा रहा है ओ भी हमारे समझ से ग्रामीन इस लिए की उनसे एक भी आधुनकि हथियार नही मिला है और बरामद हथियार दिन भर मुटभेड़ कैसे यह जांच का बिसयहै
Dueri video b dekh le bo karuts tumhare chacha ne chalaye the lohe bale
Bhai sahab ko Puri jankari kab Kaun naxali banaa iski bhi jaanch honi chahie Tiwari Sahab❤
ये सब कब रुकेगा पता नहीं
पिछले बार भी सेम जानकारी मिली थी
पुलिस और मावादी दोनो को भगाओं बस्तर से कयों की दोनो के बीच मे हम आदिवासी क्यों पिसे
इन दोनो के चकर मे
👍
ए लोग बहत मासूम है देख कर बहुत दुख लगता है, ए लोग सेही लोग को चुन कर अपनी परिसानी सरकार को दिखाने चाहिए लेकिन ए लोग नक्सल दादा से मिल झूल कर रहते हैं इसलिए ab lagta hai Chhattisgarh mein naxalvaad ka Khel khatam tata bye bye 😂😂😂
Sir Aap mera comments ko dekh rahe hai to Aap mera kanfuchan ko dur kare 🙏🙏har bar jaha mawadi ke sath mut ved me gaon wale kaha se Aah jate hai
Har kone kone CCTV lagwane chahiye sarkar ko
Ye पाखण्ड और प्रमोशन का खेल है
भाई जब नक्सली नही है तो जहाँ फायरिंग हो रहा था उस बीच मे जाने की क्या जरूरत अजीब बात है
फायरिंग कभी सीमित जगह पर नहीं होती, फायरिंग के चपेट में एक पुरे गांव आती हैं, ,ओर गांव के लोग घर में सोये नही रहते ,किसी न. किसी काम से जगंल जाए होते है, ,भाई कमेंट करते हो तो तोडा उन आदिवासीयों के बारे में भी सोचा करो ,,नही तो कभी बस्तर आकर देखलो ,कैसे होती हैं जिंदगी
यही तो कारण है
भाई आपको पता क्यों नहीं है? हमारे बस्तर के हो क्या?
डर uneducated hai to लगेगा की नहीं भाई
Bhiya bhut sahi awaz utha rahe hai
Gribo ko presan krna bhut taklif hota hai dekh to
Jis ka dill PE bitha us se pucho 😢
Bahut dukhad h sir bastar k adhikatar incounter farji h waha k neta aur police milkar bastar k bhole bhale logo ko naxali batakar mar rahe h 😢
Sir police armry wale aise karenge to ye bechare logo ka aur kya rasta hai ,, vaise me ye sab to nakshal sangathan me to shamil honge hi
Sarkar unko padha rahi hai . national level ka football player bana diya ..unke pas mobile hai ..matlab sarkar kam to kar rahi hai..
Yahe report bhai apke ache lagte hi paji
छत्तीसगढ़ राज्य का मुखिया ही माननीय श्री विष्णुदेव आदिवासी के नाम पर कलंक है 😢😢
आप कांग्रेश पार्टी वाले हो
But kam Accha kr rhe hai keep it up
Isliye sikha jaruri hai❤❤❤
Agar ap education bolna cahte ho toh sahi baat hai. Jitna kharcha sarkar force me kar rahi hai uske 1/4 main KV school, army school or army hospitals khul jayenge toh Sara problem solve ho jayega. Desh ko badiya khiladi mil jayenge army officer bhi mil jayenge. Force or naxaliyo ka koi kam nahi rah jayega...
polic or naksali ki ladai me hamare aadiwasi bhaiyo ko beinteha dard se gujarna pad raha hai
Hello patarkar sar Akanam
अरे तिवारी महराज आप फेमस हो गए हो आपके विडिओ को पूरा cg / देश के लोग देखते है बहुत सारे बस्तर को जानते ही नहीं और जो बस्तर को जानते है और नक्सली प्रभाव वाले गांव के है वो जरूर जानते है की उनके गांव में कौन नक्सली संगठन में काम करता है पर वो बोलते नहीं मरना थोड़ी है उनसे बैर लेकर । में भी आपका हर विडिओ देखता हु और बार बार बोलता हु आपको नक्सली के गांव के सगठन को जानना चाहिए फिर बात करे। या आप जानबूझ कर innore करते हो । कुछ बाते में आपको बताता हु इस विडिओ से ही जुड़ा है 1. जिसे वो लड़का अपनी सगी बहन बता रहा है ऐसे ही एक कथित भाई नारायणपुर आया था जिसने बताया की नक्सली उसे अपने साथ लेकर गए थे 2. नक्सली police आने पर सभी को जंगल में भाग जाने की हिदायत पहले से देकर रखते है जो नहीं गया उसे police से मिले हो कहकर जान तक ले लेते है 3. जरा कल्पना और विचार करे सिर्फ वही लड़की क्यूं भागी वो भी वार जोन में बाकी गांव वाले क्यू नहीं गए 4. वो लड़का बोल रहा है की गांव से 2 किमी दूर मुठभेड़ हुआ इतनी दूर से वो कैसे बोल सकता है की उसे पुलिस ने मारा हद ये है कि 2 किमी से उसे अपनी बहन की आवाज भी आ रही है 5 जब सगा भाई था तो उसे बॉडी लेने जाना था वो तो बस सिखलाई अनुसार आपका वेट कर रहा था । एक आपका दर्शक बोल रहा है की बाकी 5 भी ग्रामीण है गजब है भारत सरकार से प्रतिबंधित आतंकवादी cpi माओवादी ग्रुप के लगता है सुप्रीम कोर्ट है जो बोल दिया वही सही है आप लोग भी ऐसी ही रिपोर्ट का इंतजार करते है । 6. ये आप भी अच्छी तरह जानते है हर गांव में नक्सली आदमी रहते है जो आप लोगो को इंटरव्यू देने तैयार रहते है सिखलाए मुताबिक 7. आपको पता है फोर्स कितनी दूरी तक की आने जाने में लगभग 50 किमी0 8. गोबेल, टेकनेट, रखवाया में पिछले 4/5 साल से फोर्स नहीं गया था ये वो जगह है जहा नक्सली राज चलता है 9. Rekhawaya में नक्सली 15 को गिरफ्तार का इल्जाम लगाए आप जेल में जाकर पूछिए we क्या करते थे । Tekmeta में कथित ग्रामीण आपको नहीं बताए की वे देशी बंदूक रखे थे । आप सिर्फ वही बोलते, दिखाते है जो वे बोलते है । ऐसा लगता है आप लोग सिर्फ फोर्स का गलती निकलने में लगे रहते हो। 10 पिछले दिनों कई घटना हुई जिसे आम नागरिक नक्सली द्वारा लगाए ied विस्फोट में मारे गए या गंभीर घायल हुए तब आप, w आदरणीय लोग क्यू नहीं गए ??
हाहाहा आप खाना वाना खाये या आज पूरा समय कमेंट लिखने में ही बीता दिए। जितना सवाल आपने उठाया आपकी जगह से वो भी सही है। असल मे दिक्कत ये है संजय जी कि पुलिस को नक्सलियों के अलावा भी जो ग्रामीण होते हैं वो भी नक्सली ही लगते हैं और नक्सलियों को भी जागरूक ग्रामीण पुलिस के मुखबिर ही लगते हैं। आपने बहुत लंबा कमेंट किया उसके लिए धन्यवाद। कभी मुलाकात होगी तो चाय पर लंबी चर्चा करेंगे
What u said is correct I have only one question when firing is going on why this people go in jungle they know firing is going on so stay inside ur houses.....
Abhe tak kiyu police na ghar ke ander kisiko nahi Mara jab yea log Jan bujkar jungle firing Mara jata ha....fir police pa blame dalta ha
Tum bhi Narayanapur K kisi naxal Village me Days k liye jao , To Tum Bade Cader ka Naxali ban kar hi Niklega , Tum kiya jante ho Bastar k Aadiwasi ki life k bare me, Police ka kiya Kam tha Us village me Jane ka , आज तो Aadiwasi k Sath koi bhi Sath nhi de Raha jaise Tum bhi Ho Usme
Nice comment+analysis bro,tiwari ji ne hal hi me cg ke ek mantri job par aise jawab deke nikal gaye
dikh sab Raha h sabko lekin koi kuchh bolega nahi sachhai sab pata h kya ho Raha h bastar me lekin koi awaj uthayega usko naxal hi bolenge log itna nafrat ho gya h logo ko Tribal log se
बोहोत ही दुखद बात है यहां की सरकार ही दिवालिया है जो आदीवासी है और आदीवासियों की दुःख दर्द नहीं समझ सके ।।
सबसे बडी़ दुख तो नक्शली राज है
Boht bura hal ha paji en logo ka
ऐ तो बहुत गलत बात है भाई किसी लड़की का कपडा उतार कर दूसरा कपडा बदलना
tum the waha ....jb nahi the to itna sure kaise ho
हिंदी में लिखो जी
हमे पता है जी कैन कैसा हम जानते हैं फिर भी हम सवाल कर रहे हैं
@@spidyjohnson6298na he tum the.
Bahi Apne ssamaj main sabhi logo ko education lene ko bolo cahe bujurg ho ya jawan, logo ko sanjhao bhle he fail ho bar bar koshish karo, hindi /English, jitne bhasha sikh sake sikhe, sanvidhan main mêle Apne adhikaro ko batao. Nahi toh hum ese he Barbad ho jayenge. Sabhi adivasi ek dusre ka sath do cahe hasdeo ho y'a bastar
Police se ek bar baat kijiye ki q krte h aisa in logo ke sath
जांच का विषय बनता है
आदिवासी समाज को आगे आना चाहिए
क्या कोई कार्यवाही होगी?
😢😢😢😢
Is sare jatano par sitting judge se enquiry karvana padega
Khel wala kit hota to uspe no. Likha hota bhai saab ham bhi vest zone and national player the university time me