रस्सी जल गई पर बल नहीं गए, नया विवाह | Naya Vivah - A Story by Munshi Premchand
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- เผยแพร่เมื่อ 6 ก.ย. 2024
- 'नया विवाह' कहानी में भी प्रौढ़ डांगामल युवती आशा से विवाह करता है। उसे आभूषणों एवं वस्त्रों द्वारा अपनी ओर आकर्षित करना चाहता है, पर सफल नहीं हो पाता। अनमेल विवाह की ही परिणति है कि आशा जैसी युवती बूढ़े पति की अपेक्षा हमउम्र नौकर के प्रति आकर्षित होती है। प्रेमचंद ने यहां स्त्री मनोविज्ञान पर प्रकाश डाला है।
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