Rahul Gandhi अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं ? सत्ता पक्ष के आरोप पर Rajeev Ranjan का विश्लेषण क्या ?

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  • เผยแพร่เมื่อ 7 ก.ย. 2024
  • #rahulgandhi #congress #bjp #news24
    क्या Rahul Gandhi अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं ? सत्ता पक्ष के आरोप पर Rajeev Ranjan का विश्लेषण क्या ?
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ความคิดเห็น • 1.4K

  • @parasmal5211
    @parasmal5211 หลายเดือนก่อน +629

    राहुल गाधी जी अपने भाषण मे गरीब, दलित मुस्लिम, किसान, मजदूर की बात कि बहुत अच्छा है

    • @middleclassstory6221
      @middleclassstory6221 หลายเดือนก่อน +23

      Bhai middle class ki bhi baat hui… jo ajj tak godi sarkar kabhi bhi nahi kiya…

    • @ashishthakur740
      @ashishthakur740 หลายเดือนก่อน

      Rahul Gandhi pagla jaise kar rahe hain. Grihyudhha karwana chahkar aag main jhokne ki kosis hain firoz khan ka pota.

    • @mcvana11
      @mcvana11 หลายเดือนก่อน +5

      जाती की बात की 😂😂 अपनी जाती नहीं बताये😂😂😂

    • @ajay_57
      @ajay_57 หลายเดือนก่อน +12

      @@mcvana11राहुल अब st sc के मसीहा है अब बोल संघी बामन

    • @pankajaswal5682
      @pankajaswal5682 หลายเดือนก่อน +1

      Rahul ek joker hai ......

  • @V25995
    @V25995 หลายเดือนก่อน +27

    गर्दा उड़ा दिया 😂😂😂 वर्षों से गहरी नींद में सोए हुए और उम्मीद छोड़ चुके गरीब वर्ग में एक नया जोश जिसने डाला है वो हमारा हीरो है

    • @r19662008
      @r19662008 หลายเดือนก่อน

      नींद तो कई बार तोड़ी गई किंतु मजा तो जागेगा वही पाएगा जैसे लालू और मुलायम

  • @YashPatel-sl7bw
    @YashPatel-sl7bw หลายเดือนก่อน +307

    राहुल गांधी नेता नही वो जो बोलते है आम आदमी की तरह बोलते है बीजेपी को यही चुभता है😠❌

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 หลายเดือนก่อน +2

      आदरणीय !
      जाति या धर्म व्यवस्था पर चर्चा करते समय कई बार आदरणीय नेहरूजी या गांधीजी या लोहियाजी या अंबेडकरजी या सावरकरजी जैसे महान व्यक्तित्वों का नाम लिया जाता है। और उनके विचारों को किसी बात को सिद्ध करने के लिए कहा जाता है। दुर्भाग्य से, ये सभी महान व्यक्ति पूरी तरह से सही नहीं थे। कुछ कम सही या अधिक सही हो सकते हैं। लेकिन कोई भी पूरी तरह से सही नहीं है। वे उस समय की परिस्थितियों के सीमित दायरे में सही हो सकते हैं।
      हालाँकि 70-75 साल बाद, हम एक राष्ट्र के रूप में विशेष रूप से हिंदू धर्म के संबंध में सत्य को खोजने में विफल रहे हैं। 1947 में, नेहरूजी के नेतृत्व में उस समय की हिंदू पार्टी ने डॉ. अंबेडकर के दर्शन के साथ एक पवित्र समझौते के साथ इस मुद्दे को सुलझाया। समझौता प्रणाली के लिए उच्च स्तर की समझ की आवश्यकता होती है। इस गुण को हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों ने पोषित किया था और इसलिए हमने 'अहिंसक सत्याग्रह' नामक बहुत ही अभिनव उपकरण के साथ अपनी स्वतंत्रता अर्जित की।
      समय के साथ, समझ का स्तर कम होता गया। 2015 से, हम इस मोर्चे पर सबसे खराब स्थिति में हैं। सत्य की जगह बेशर्म झूठ ने ले ली है। यह राजनीतिक नेताओं की रातों-रात बदली हुई विचारधाराओं के माध्यम से प्रतिबिम्बित हो रहा है। राजनीति हमेशा सामाजिक जीवन की दिशा तय करती है। हास्यास्पद राजनीति ने हमारे राष्ट्र के सामाजिक जीवन और संस्थाओं को बर्बाद कर दिया है।
      हालाँकि, चीजों को ठीक करना संभव है। इसके लिए जाति और धर्म व्यवस्था से संबंधित सभी पुराने विवादों का संतोषजनक समाधान आवश्यक है। मैंने इस उद्देश्य के लिए चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। लेकिन इसके लिए सरकारी सहायता की आवश्यकता है। और सरकार 2015 से मेरी मदद नहीं कर रही है। 2015 में, मैंने इस समाधान को प्राप्त किया। सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को अनदेखा कर दिया है और इसलिए राष्ट्र लगभग सभी क्षेत्रों में किसी न किसी तरह की मूर्खता का सामना कर रहा है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे इतिहास, जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा का समर्थन करें। कुछ शरारती लोग भोजन, आश्रय और कपड़े जैसे बुनियादी विषयों पर बात करके ध्यान भटकाने की कोशिश करेंगे। मैं ऐसी बुनियादी भौतिक आवश्यकताओं के महत्व को समझता हूं। लेकिन मनुष्य इन मुद्दों से हर समय जूझता रहा है। और भविष्य में भी। तो इस स्तर पर हम जानवरों के बराबर हो जाएँगे।
      एक अच्छी शासन व्यवस्था एक सच्चे साक्षर समाज की ज़रूरत है। और जाति/धर्म के संबंध में लगातार विवाद हमारी बौद्धिक दिवालियेपन को दर्शाते हैं।
      और इसलिए विवादों का स्थायी समाधान ज़रूरी है।
      अवधूत जोशी

    • @Harishchandra-ki-aulad
      @Harishchandra-ki-aulad หลายเดือนก่อน

      💯

    • @RajKumarTibrewala-hl8ex
      @RajKumarTibrewala-hl8ex หลายเดือนก่อน

      RG bewakuf ki tarah bolta hai

    • @Harishchandra-ki-aulad
      @Harishchandra-ki-aulad หลายเดือนก่อน

      @@RajKumarTibrewala-hl8ex wah beta ! aam aadmi jaise bole toh bewakoof

  • @anandsharma475
    @anandsharma475 หลายเดือนก่อน +167

    राहुल गांधी जी ने जो भी बोला उससे 100% सहमत हूं

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 หลายเดือนก่อน

      आदरणीय !
      जाति या धर्म व्यवस्था पर चर्चा करते समय कई बार आदरणीय नेहरूजी या गांधीजी या लोहियाजी या अंबेडकरजी या सावरकरजी जैसे महान व्यक्तित्वों का नाम लिया जाता है। और उनके विचारों को किसी बात को सिद्ध करने के लिए कहा जाता है। दुर्भाग्य से, ये सभी महान व्यक्ति पूरी तरह से सही नहीं थे। कुछ कम सही या अधिक सही हो सकते हैं। लेकिन कोई भी पूरी तरह से सही नहीं है। वे उस समय की परिस्थितियों के सीमित दायरे में सही हो सकते हैं।
      हालाँकि 70-75 साल बाद, हम एक राष्ट्र के रूप में विशेष रूप से हिंदू धर्म के संबंध में सत्य को खोजने में विफल रहे हैं। 1947 में, नेहरूजी के नेतृत्व में उस समय की हिंदू पार्टी ने डॉ. अंबेडकर के दर्शन के साथ एक पवित्र समझौते के साथ इस मुद्दे को सुलझाया। समझौता प्रणाली के लिए उच्च स्तर की समझ की आवश्यकता होती है। इस गुण को हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों ने पोषित किया था और इसलिए हमने 'अहिंसक सत्याग्रह' नामक बहुत ही अभिनव उपकरण के साथ अपनी स्वतंत्रता अर्जित की।
      समय के साथ, समझ का स्तर कम होता गया। 2015 से, हम इस मोर्चे पर सबसे खराब स्थिति में हैं। सत्य की जगह बेशर्म झूठ ने ले ली है। यह राजनीतिक नेताओं की रातों-रात बदली हुई विचारधाराओं के माध्यम से प्रतिबिम्बित हो रहा है। राजनीति हमेशा सामाजिक जीवन की दिशा तय करती है। हास्यास्पद राजनीति ने हमारे राष्ट्र के सामाजिक जीवन और संस्थाओं को बर्बाद कर दिया है।
      हालाँकि, चीजों को ठीक करना संभव है। इसके लिए जाति और धर्म व्यवस्था से संबंधित सभी पुराने विवादों का संतोषजनक समाधान आवश्यक है। मैंने इस उद्देश्य के लिए चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। लेकिन इसके लिए सरकारी सहायता की आवश्यकता है। और सरकार 2015 से मेरी मदद नहीं कर रही है। 2015 में, मैंने इस समाधान को प्राप्त किया। सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को अनदेखा कर दिया है और इसलिए राष्ट्र लगभग सभी क्षेत्रों में किसी न किसी तरह की मूर्खता का सामना कर रहा है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे इतिहास, जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा का समर्थन करें। कुछ शरारती लोग भोजन, आश्रय और कपड़े जैसे बुनियादी विषयों पर बात करके ध्यान भटकाने की कोशिश करेंगे। मैं ऐसी बुनियादी भौतिक आवश्यकताओं के महत्व को समझता हूं। लेकिन मनुष्य इन मुद्दों से हर समय जूझता रहा है। और भविष्य में भी। तो इस स्तर पर हम जानवरों के बराबर हो जाएँगे।
      एक अच्छी शासन व्यवस्था एक सच्चे साक्षर समाज की ज़रूरत है। और जाति/धर्म के संबंध में लगातार विवाद हमारी बौद्धिक दिवालियेपन को दर्शाते हैं।
      और इसलिए विवादों का स्थायी समाधान ज़रूरी है।
      अवधूत जोशी

    • @r19662008
      @r19662008 หลายเดือนก่อน

      पप्पू की बाते पप्पूओ को ही समझ मे आती है

    • @anandsharma475
      @anandsharma475 หลายเดือนก่อน

      @@r19662008 बुड्ढे बैल को क्या लोड़ा समझ आएगी

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 หลายเดือนก่อน

      @@r19662008
      आप सही कह रहे हैं। उचित समझ के लिए बुद्धि के स्तर का मिलान होना ज़रूरी है। अगर यह बिल्कुल समान नहीं है, तो कोई बड़ा अंतर नहीं होना चाहिए। अगर आपको समझने में समस्या है, तो मैं आपकी मदद कर सकता हूँ। मुझे पूरा भरोसा है कि मैं आपकी मदद ज़रूर कर सकता हूँ। कृपया वह बात पूछें जो आपको समझ में नहीं आई।

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 หลายเดือนก่อน

      @@r19662008
      मैं आपकी मदद कर सकता हूँ। कृपया वह बात बताएँ जो आप नहीं समझ पाए। हालाँकि मैं पप्पू नहीं हूँ, लेकिन मैं हर तरह की जानकारी समझ सकता हूँ। चाहे वह सबसे खराब हो या सबसे अच्छी..............बशर्ते कि उसे सही तरीके से बताया जाए।

  • @mdmeena5117
    @mdmeena5117 หลายเดือนก่อน +194

    जनता के मुद्दे उठाना कोई पद का दुरुपयोग नहीं है, जनता संसद में सभी को देख रही है

    • @mcvana11
      @mcvana11 หลายเดือนก่อน

      जुठ बोलके भाग जावो 😂😂 राहुल कौन जाती के 😂😂 बॉयकॉट वीर😂😂

    • @ayush6sept09
      @ayush6sept09 หลายเดือนก่อน

      Soros Macaulay all ideas incorporated in Rahul kotrochi's speech

    • @sumantadatta5240
      @sumantadatta5240 หลายเดือนก่อน

      ​@@ayush6sept09Why your Papa runs to Italy without any reason? He can't even speak in any other language. Worthless liar.

    • @lrtechnical6409
      @lrtechnical6409 หลายเดือนก่อน

      समझदार लोग और अच्छी किताबे मूर्खो और अंधभग्तो को कभी समझ में नही आहेगी

  • @bikramrawat9511
    @bikramrawat9511 หลายเดือนก่อน +29

    जहां गरीबों, अग्नि बीर, किसानों की बात होगी, वहां पर सत्ता पक्ष के लोगों को उलूल-जूलूल बात ही लगेगी।

  • @HiJi-h9s
    @HiJi-h9s หลายเดือนก่อน +361

    राहुल गांधी बहुत बहुत अच्छे नेता हैं सभी की आवाज है इंडिया गठबंधन राहुल गांधी जिंदाबाद ❤❤❤❤❤❤❤

    • @Interworld606
      @Interworld606 หลายเดือนก่อน +3

      😂😂

    • @hindustani323
      @hindustani323 หลายเดือนก่อน

      George soros aur china ke paise se chalne wale log ho tum...bharat ke khilaf paiso ke liye bike huye ho...

    • @hindustani323
      @hindustani323 หลายเดือนก่อน +1

      rajeev ranjan bechara rahul ko bahut bachane ki koshish kar raha hai

    • @hindustani323
      @hindustani323 หลายเดือนก่อน

      aur pooja kitni khush hai ki rahul gandhi kitna khatarnak bola...uddand aur badtameej hai wo...khair rajya saabha ki seat ko safe rakhna hai bews 24 ne😂😂😂😂

    • @salamulhaquekhan2151
      @salamulhaquekhan2151 หลายเดือนก่อน +1

      🎉 ft hu hu hu
      Bu​@@Interworld606

  • @vilasjoshi9776
    @vilasjoshi9776 หลายเดือนก่อน +26

    हम भी पूछते हैं क्या ओम बिर्ला और धनखड अपने पद का दुरुपयोग कर रहे? जवाब तो देना ही पडेगा.

    • @shriramanshrivastava8121
      @shriramanshrivastava8121 หลายเดือนก่อน

      इस पर अवश्य ध्यान दिया जाना चाहिए कि क्या ? दुरूपयोग ही नहीं अपने इन उच्च पदों की गरिमा को तार तार कर रहे हैं , अपने पद को प्रधानमंत्री के चाटुकारों में शामिल कर उसे अपने पद की प्रतिष्ठा के प्रतिकूल अत्यन्त बौना बना रहे हैं ? क्या इनकी कार्य प्रणाली में वांछित निष्पक्षता नज़र आती है ?

    • @pintudobwal7395
      @pintudobwal7395 หลายเดือนก่อน

      Apne shi bat pakdi ..in logo se bada Besharam insan ni h jo ese pad pr bthe hai aur neutral ni h

    • @user-my5hb4hf9n
      @user-my5hb4hf9n หลายเดือนก่อน

      हमारे भारत की राजनीति की हालत यह है कि कोई भी गरीबों की आवाज उठाने का प्रयास करता है तो उसे देशद्रोही कहा जाता है गोली मारो की बातें की जाती है शर्म करो शर्म

  • @PalPoco-gb9ot
    @PalPoco-gb9ot หลายเดือนก่อน +156

    राहुल गाँधी जी हमेशा सच को सच्चाई से रखते हैं। देश का युवा आज राहुल गाँधी जी पर भरोसा कर रहा है।

  • @Jmm7014
    @Jmm7014 หลายเดือนก่อน +10

    पहली बार कोई आम आदमी की बात करने बाला बब्बर शेर मिला है भक्तों को आग लग गई ।

  • @roopramkarwasara5101
    @roopramkarwasara5101 หลายเดือนก่อน +215

    जब BJP के नेता सदन में कुछ कहे तो सब ठीक है राहुल गांधी जब जानता कि आवाज़ उठाते है तो ग़लत है BJP और मीडिया के पेट में दर्द हो जाता है क्यों क्या जनता की आवाज़ उठाना नहीं चाहिए

    • @GautamKumar-dz2ir
      @GautamKumar-dz2ir หลายเดือนก่อน +3

      Ye gondi media hai bhai. Janta sab kuch samjhti hai.

    • @AshwaniKumar-js5nv
      @AshwaniKumar-js5nv หลายเดือนก่อน

      Salary ka chakar hai

    • @sunitasingh-lt1fl
      @sunitasingh-lt1fl หลายเดือนก่อน

      क्या सदन में गाली देना जायज है या उस पर कार्रवाई की गई

    • @nasirhussain1556
      @nasirhussain1556 หลายเดือนก่อน

      ​@@mnc392 चोरी कर के और पैसों के दम पर मोदी p.m बना है।ये बात पूरा देश जनता है

    • @nashimarashaikh6739
      @nashimarashaikh6739 หลายเดือนก่อน

      ​@@sunitasingh-lt1fltub om birla ko nahi dikhta.

  • @zankhnasangharajaka9227
    @zankhnasangharajaka9227 หลายเดือนก่อน +7

    संसद मे आम जनता की आवाज बनी राहुल गांधी जी आवाज❤

  • @Deshbhakt.253
    @Deshbhakt.253 หลายเดือนก่อน +216

    Rahul Gandhi ji jo kar rahe hai
    Sahi kar rahe hai

  • @AmitPatel-js1lo
    @AmitPatel-js1lo หลายเดือนก่อน +8

    राहुल गांधी जो भी बोल रहे हैं सही बोल रहे हैं इसमें भारतीय जनता पार्टी के लोगों को मिर्ची लगी तो मैं क्या करूं 😅😢😅

  • @SUSHILMISHRA1442
    @SUSHILMISHRA1442 หลายเดือนก่อน +109

    *स्वर्णो को जातीय जनगणना से डरने की कोई जरुरत नही है,*
    *बल्की स्वर्णो को खुलकर जातीय जनगणना का समर्थन करना चाहिए इसी मे स्वर्ण समाज की भलाई है।।*

    • @vishushekhawat2959
      @vishushekhawat2959 หลายเดือนก่อน

      Rahul Gandhi Opposition me h tab maang utha rha h .....jis din Rahul Gandhi PM ban gya us din jati jangangaa se 100% mna karega......itne saal congress party ki sarkar thi to kyu nhi karvayai jati jangangaa.....Pappu khan & family desh ko lutne walo me se h

    • @jayatewari1272
      @jayatewari1272 หลายเดือนก่อน

      देखिए सवर्ण क्यों मना करेंगे जातिगत जनगणना।जाति के उत्पत्ति के जनक नेता हैं। लेकिन यह तो हर समाज में करनी होगी संविधान हैं ना वह एक समाज से भेदभाव करेगा तो फिर संविधान कैसे माना जाएगा।

    • @SUSHILMISHRA1442
      @SUSHILMISHRA1442 หลายเดือนก่อน +3

      @@jayatewari1272 जब इतना सह चुके हो तो एक बार जातीय जनगणना का समर्थन करके देख लिया जाये शायद कुछ निष्कर्ष निकल ही जाये।

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 หลายเดือนก่อน +1

      आदरणीय !
      जाति या धर्म व्यवस्था पर चर्चा करते समय कई बार आदरणीय नेहरूजी या गांधीजी या लोहियाजी या अंबेडकरजी या सावरकरजी जैसे महान व्यक्तित्वों का नाम लिया जाता है। और उनके विचारों को किसी बात को सिद्ध करने के लिए कहा जाता है। दुर्भाग्य से, ये सभी महान व्यक्ति पूरी तरह से सही नहीं थे। कुछ कम सही या अधिक सही हो सकते हैं। लेकिन कोई भी पूरी तरह से सही नहीं है। वे उस समय की परिस्थितियों के सीमित दायरे में सही हो सकते हैं।
      हालाँकि 70-75 साल बाद, हम एक राष्ट्र के रूप में विशेष रूप से हिंदू धर्म के संबंध में सत्य को खोजने में विफल रहे हैं। 1947 में, नेहरूजी के नेतृत्व में उस समय की हिंदू पार्टी ने डॉ. अंबेडकर के दर्शन के साथ एक पवित्र समझौते के साथ इस मुद्दे को सुलझाया। समझौता प्रणाली के लिए उच्च स्तर की समझ की आवश्यकता होती है। इस गुण को हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों ने पोषित किया था और इसलिए हमने 'अहिंसक सत्याग्रह' नामक बहुत ही अभिनव उपकरण के साथ अपनी स्वतंत्रता अर्जित की।
      समय के साथ, समझ का स्तर कम होता गया। 2015 से, हम इस मोर्चे पर सबसे खराब स्थिति में हैं। सत्य की जगह बेशर्म झूठ ने ले ली है। यह राजनीतिक नेताओं की रातों-रात बदली हुई विचारधाराओं के माध्यम से प्रतिबिम्बित हो रहा है। राजनीति हमेशा सामाजिक जीवन की दिशा तय करती है। हास्यास्पद राजनीति ने हमारे राष्ट्र के सामाजिक जीवन और संस्थाओं को बर्बाद कर दिया है।
      हालाँकि, चीजों को ठीक करना संभव है। इसके लिए जाति और धर्म व्यवस्था से संबंधित सभी पुराने विवादों का संतोषजनक समाधान आवश्यक है। मैंने इस उद्देश्य के लिए चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। लेकिन इसके लिए सरकारी सहायता की आवश्यकता है। और सरकार 2015 से मेरी मदद नहीं कर रही है। 2015 में, मैंने इस समाधान को प्राप्त किया। सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को अनदेखा कर दिया है और इसलिए राष्ट्र लगभग सभी क्षेत्रों में किसी न किसी तरह की मूर्खता का सामना कर रहा है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे इतिहास, जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा का समर्थन करें। कुछ शरारती लोग भोजन, आश्रय और कपड़े जैसे बुनियादी विषयों पर बात करके ध्यान भटकाने की कोशिश करेंगे। मैं ऐसी बुनियादी भौतिक आवश्यकताओं के महत्व को समझता हूं। लेकिन मनुष्य इन मुद्दों से हर समय जूझता रहा है। और भविष्य में भी। तो इस स्तर पर हम जानवरों के बराबर हो जाएँगे।
      एक अच्छी शासन व्यवस्था एक सच्चे साक्षर समाज की ज़रूरत है। और जाति/धर्म के संबंध में लगातार विवाद हमारी बौद्धिक दिवालियेपन को दर्शाते हैं।
      और इसलिए विवादों का स्थायी समाधान ज़रूरी है।
      अवधूत जोशी

    • @jayatewari1272
      @jayatewari1272 หลายเดือนก่อน

      @@SUSHILMISHRA1442 हां समझ में आयेगा कि संविधान कितनी समानता रखता है जातिगत भेद-भाव हर समाज में है ।

  • @Premkumar-du2zu
    @Premkumar-du2zu หลายเดือนก่อน +8

    राजीव रंजन जी आप ये बताए कि अगर देश की संपति अदानी, आंबनी को दिया जाएं गा तो नाम इन्ही लोगों का लिया जाएगा

  • @pawanparkash4190
    @pawanparkash4190 หลายเดือนก่อน +520

    राजीव रंजन जी मोदी का भाषण कितना गरिमा पूर्ण होता है। बहुजन समाज खुश हैं राहुल गांधी के भाषण से

    • @shikexempt143
      @shikexempt143 หลายเดือนก่อน +17

      Right

    • @dawatezaika5544
      @dawatezaika5544 หลายเดือนก่อน

      ​@@shikexempt143Qw …

    • @user-gf2dx2md8x
      @user-gf2dx2md8x หลายเดือนก่อน +9

      Brahman rahul gandhi zindabad jindabad

    • @letseducate3527
      @letseducate3527 หลายเดือนก่อน +2

      Bar girl ka beta ka iq dekho 😂

    • @HimanshuGupta-eg8uf
      @HimanshuGupta-eg8uf หลายเดือนก่อน +1

      Bahut jaldi hi Jane ki

  • @vickyyadav9860
    @vickyyadav9860 หลายเดือนก่อน +20

    मोदी तुम संघर्ष करो हम युवा राहुल गांधी जी के साथ हैं राहुल गांधी जिंदाबाद ❤❤

    • @vickyyadav9860
      @vickyyadav9860 หลายเดือนก่อน +1

      @@mnc392 ऊ तो अंधभक्त और मोदी को ही पता चलता होगा किधर दे किधर नहीं लास्ट में डोनो तरफ दिया 😂😂😂

    • @vickyyadav9860
      @vickyyadav9860 หลายเดือนก่อน

      @@mnc392 to भाई एस बार थोड़ा बोलो ना पहले की तरह चिल्लाने के लिए पूरी बीजेपी को सुना है डर से जुमलेबाज संसद भी नहीं जा रहा है, थोड़ा पता लगाओ जिंदा है युवा की दुश्मन बुड्ढा गैंग😂😂😂😂

    • @vickyyadav9860
      @vickyyadav9860 หลายเดือนก่อน

      @@mnc392 😂😂😂 देखा लोकतंत्र मोदी भी रोया और योगी भी

    • @vickyyadav9860
      @vickyyadav9860 หลายเดือนก่อน

      @@mnc392 हा ऊ संसद में पता चल गया है अंडर से फटा पड़ा है और ऊपर से मुस्कुरा रहा है बोलो नीतीश कुमार को पैसे दे और कुछ नहीं और यूपी का क्या हाल है 😂😂🤣

  • @whitepaper4990
    @whitepaper4990 หลายเดือนก่อน +173

    Rahul Gandhi Jindabad

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 หลายเดือนก่อน +1

      आदरणीय !
      जाति या धर्म व्यवस्था पर चर्चा करते समय कई बार आदरणीय नेहरूजी या गांधीजी या लोहियाजी या अंबेडकरजी या सावरकरजी जैसे महान व्यक्तित्वों का नाम लिया जाता है। और उनके विचारों को किसी बात को सिद्ध करने के लिए कहा जाता है। दुर्भाग्य से, ये सभी महान व्यक्ति पूरी तरह से सही नहीं थे। कुछ कम सही या अधिक सही हो सकते हैं। लेकिन कोई भी पूरी तरह से सही नहीं है। वे उस समय की परिस्थितियों के सीमित दायरे में सही हो सकते हैं।
      हालाँकि 70-75 साल बाद, हम एक राष्ट्र के रूप में विशेष रूप से हिंदू धर्म के संबंध में सत्य को खोजने में विफल रहे हैं। 1947 में, नेहरूजी के नेतृत्व में उस समय की हिंदू पार्टी ने डॉ. अंबेडकर के दर्शन के साथ एक पवित्र समझौते के साथ इस मुद्दे को सुलझाया। समझौता प्रणाली के लिए उच्च स्तर की समझ की आवश्यकता होती है। इस गुण को हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों ने पोषित किया था और इसलिए हमने 'अहिंसक सत्याग्रह' नामक बहुत ही अभिनव उपकरण के साथ अपनी स्वतंत्रता अर्जित की।
      समय के साथ, समझ का स्तर कम होता गया। 2015 से, हम इस मोर्चे पर सबसे खराब स्थिति में हैं। सत्य की जगह बेशर्म झूठ ने ले ली है। यह राजनीतिक नेताओं की रातों-रात बदली हुई विचारधाराओं के माध्यम से प्रतिबिम्बित हो रहा है। राजनीति हमेशा सामाजिक जीवन की दिशा तय करती है। हास्यास्पद राजनीति ने हमारे राष्ट्र के सामाजिक जीवन और संस्थाओं को बर्बाद कर दिया है।
      हालाँकि, चीजों को ठीक करना संभव है। इसके लिए जाति और धर्म व्यवस्था से संबंधित सभी पुराने विवादों का संतोषजनक समाधान आवश्यक है। मैंने इस उद्देश्य के लिए चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। लेकिन इसके लिए सरकारी सहायता की आवश्यकता है। और सरकार 2015 से मेरी मदद नहीं कर रही है। 2015 में, मैंने इस समाधान को प्राप्त किया। सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को अनदेखा कर दिया है और इसलिए राष्ट्र लगभग सभी क्षेत्रों में किसी न किसी तरह की मूर्खता का सामना कर रहा है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे इतिहास, जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा का समर्थन करें। कुछ शरारती लोग भोजन, आश्रय और कपड़े जैसे बुनियादी विषयों पर बात करके ध्यान भटकाने की कोशिश करेंगे। मैं ऐसी बुनियादी भौतिक आवश्यकताओं के महत्व को समझता हूं। लेकिन मनुष्य इन मुद्दों से हर समय जूझता रहा है। और भविष्य में भी। तो इस स्तर पर हम जानवरों के बराबर हो जाएँगे।
      एक अच्छी शासन व्यवस्था एक सच्चे साक्षर समाज की ज़रूरत है। और जाति/धर्म के संबंध में लगातार विवाद हमारी बौद्धिक दिवालियेपन को दर्शाते हैं।
      और इसलिए विवादों का स्थायी समाधान ज़रूरी है।
      अवधूत जोशी

    • @NeutralSay
      @NeutralSay หลายเดือนก่อน

      दीदे फूट गये हैं तेरे|

  • @rameshvajpayee3363
    @rameshvajpayee3363 หลายเดือนก่อน +28

    राहुल गांधी देश की बुलंद आवाज़ है आप हम तुम्हारे साथ है जय हिन्द जय भारत जय संविधान

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 หลายเดือนก่อน

      आदरणीय !
      जाति या धर्म व्यवस्था पर चर्चा करते समय कई बार आदरणीय नेहरूजी या गांधीजी या लोहियाजी या अंबेडकरजी या सावरकरजी जैसे महान व्यक्तित्वों का नाम लिया जाता है। और उनके विचारों को किसी बात को सिद्ध करने के लिए कहा जाता है। दुर्भाग्य से, ये सभी महान व्यक्ति पूरी तरह से सही नहीं थे। कुछ कम सही या अधिक सही हो सकते हैं। लेकिन कोई भी पूरी तरह से सही नहीं है। वे उस समय की परिस्थितियों के सीमित दायरे में सही हो सकते हैं।
      हालाँकि 70-75 साल बाद, हम एक राष्ट्र के रूप में विशेष रूप से हिंदू धर्म के संबंध में सत्य को खोजने में विफल रहे हैं। 1947 में, नेहरूजी के नेतृत्व में उस समय की हिंदू पार्टी ने डॉ. अंबेडकर के दर्शन के साथ एक पवित्र समझौते के साथ इस मुद्दे को सुलझाया। समझौता प्रणाली के लिए उच्च स्तर की समझ की आवश्यकता होती है। इस गुण को हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों ने पोषित किया था और इसलिए हमने 'अहिंसक सत्याग्रह' नामक बहुत ही अभिनव उपकरण के साथ अपनी स्वतंत्रता अर्जित की।
      समय के साथ, समझ का स्तर कम होता गया। 2015 से, हम इस मोर्चे पर सबसे खराब स्थिति में हैं। सत्य की जगह बेशर्म झूठ ने ले ली है। यह राजनीतिक नेताओं की रातों-रात बदली हुई विचारधाराओं के माध्यम से प्रतिबिम्बित हो रहा है। राजनीति हमेशा सामाजिक जीवन की दिशा तय करती है। हास्यास्पद राजनीति ने हमारे राष्ट्र के सामाजिक जीवन और संस्थाओं को बर्बाद कर दिया है।
      हालाँकि, चीजों को ठीक करना संभव है। इसके लिए जाति और धर्म व्यवस्था से संबंधित सभी पुराने विवादों का संतोषजनक समाधान आवश्यक है। मैंने इस उद्देश्य के लिए चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। लेकिन इसके लिए सरकारी सहायता की आवश्यकता है। और सरकार 2015 से मेरी मदद नहीं कर रही है। 2015 में, मैंने इस समाधान को प्राप्त किया। सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को अनदेखा कर दिया है और इसलिए राष्ट्र लगभग सभी क्षेत्रों में किसी न किसी तरह की मूर्खता का सामना कर रहा है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे इतिहास, जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा का समर्थन करें। कुछ शरारती लोग भोजन, आश्रय और कपड़े जैसे बुनियादी विषयों पर बात करके ध्यान भटकाने की कोशिश करेंगे। मैं ऐसी बुनियादी भौतिक आवश्यकताओं के महत्व को समझता हूं। लेकिन मनुष्य इन मुद्दों से हर समय जूझता रहा है। और भविष्य में भी। तो इस स्तर पर हम जानवरों के बराबर हो जाएँगे।
      एक अच्छी शासन व्यवस्था एक सच्चे साक्षर समाज की ज़रूरत है। और जाति/धर्म के संबंध में लगातार विवाद हमारी बौद्धिक दिवालियेपन को दर्शाते हैं।
      और इसलिए विवादों का स्थायी समाधान ज़रूरी है।
      अवधूत जोशी

  • @narananainaranabhai8514
    @narananainaranabhai8514 หลายเดือนก่อน +72

    राहुल गांधी किसानों का दर्द जानता है हमेशा अच्छी बात करते हैं किसानों के लिए

    • @TheShandilyas
      @TheShandilyas หลายเดือนก่อน +2

      हाँ किसान का बेटा है ना, जीवन भर ग्रामीण इलाको में ग़रीबी में रहा है, इसलिए समझता है कि ग़रीबी क्या होती है

    • @r19662008
      @r19662008 หลายเดือนก่อน

      ​@@TheShandilyas😅😅😅

  • @ratnbishnoi390
    @ratnbishnoi390 หลายเดือนก่อน +10

    लगता है मोदी जी ने मीडिया का बजट दो गुना कर दिया है, राहुल गांधी जी में मेक मीन, कमियां, और भाषा इत्यादि कमी बता कर बदनाम करने का ठेका दिया गया है।

  • @captainshamsher2201
    @captainshamsher2201 หลายเดือนก่อน +41

    राहुल गांधी जिंदाबाद एक पढ़े लिखे युवा नेता

    • @r19662008
      @r19662008 หลายเดือนก่อน

      आक्सफोर्ड रिटर्न उनके सामने कोई नही।गधा

  • @user-xm7bl4uj1s
    @user-xm7bl4uj1s หลายเดือนก่อน +7

    जनता की मेहनत का पैसा जिसे मुफ्त का माल समझकर वित्तमंत्री और उसके साथी चाट रहे हैं गरीबों का खून चूस रहे हैं हाय लगेगी गरीबों की जै जै जनता

  • @sunnygeorgek6780
    @sunnygeorgek6780 หลายเดือนก่อน +120

    Rahul gandhi jindabad

  • @shivattri3897
    @shivattri3897 หลายเดือนก่อน +5

    सत्य तो सत्य होता है

  • @sobanbistbistsoban5176
    @sobanbistbistsoban5176 หลายเดือนก่อน +527

    राहुल गरीब। बेरोजगार मंहगाई से जूझ रहे भारतीय जनता की आवाज उठा रहे है?

    • @vishushekhawat2959
      @vishushekhawat2959 หลายเดือนก่อน

      Pappu Khan jesa fragi aadmi koi nhi h ....Uski Itly wali maa se pucho 5000 crore ki propey kha se aayi

    • @SatyendraSingh-gn4oq
      @SatyendraSingh-gn4oq หลายเดือนก่อน +6

      😊😊😊😊😊😊😊😊

    • @pankajaswal5682
      @pankajaswal5682 หลายเดือนก่อน

      70sal km PD gye the Congress ko

    • @alexanderfleming7906
      @alexanderfleming7906 หลายเดือนก่อน

      ​@@pankajaswal5682Andh bhokt yehi keh sakte hai, Abe gadha bjp ne apna 2000ka note ko bhi chala nehi paya , jante ho ki nehi 😂😂😂😂

    • @BRS-j5b
      @BRS-j5b หลายเดือนก่อน +2

      ​@@pankajaswal5682Tum jaise Modi jee ka Pagol andhabhakt ko kya samoj mein aa raha hai 😮

  • @user-dn9zm3cc7o
    @user-dn9zm3cc7o หลายเดือนก่อน +2

    राहुल गाँधी जी जो भी बोलते है वो जनता के लिए ही बोलते है राहुल गांधी जी सब सच बोलते है राहुल गांधी जी बहुत अच्छे नेता है राहुल गांधी जी जिंदाबाद जिंदाबाद❤❤❤❤❤❤

  • @mukeshrawatkgh.5109
    @mukeshrawatkgh.5109 หลายเดือนก่อน +133

    ऐसी बहस करना ही महा मूर्खता है कि राहुल पद का दुरूयोग कर रहे है अरे मोदी और बीजेपी ने तो राहुल गांधी की मां तक को नहीं बख्शा है

    • @pravinkumaryati8965
      @pravinkumaryati8965 หลายเดือนก่อน +4

      अंध भक्त यहां भी आयेंगे

    • @pravinkumaryati8965
      @pravinkumaryati8965 หลายเดือนก่อน +2

      @@mnc392 अंध भक्तों की भीड़ लगी हुई हैं अपने पापा को अच्छा दिखाने की

    • @user-pb8rg7ys9k
      @user-pb8rg7ys9k หลายเดือนก่อน

      Ryt

    • @Harishchandra-ki-aulad
      @Harishchandra-ki-aulad หลายเดือนก่อน

      किसान के मा तक को नही बक्षा

    • @Harishchandra-ki-aulad
      @Harishchandra-ki-aulad หลายเดือนก่อน +1

      ​@@mnc392
      लेकिन रोते तो मोदीची नजर आ रहे है... अभी ये मत कहना के मगरमच्छ के आसू है 😂

  • @asadtalukdar4653
    @asadtalukdar4653 หลายเดือนก่อน +12

    Rahul Gandhi next pm ❤❤❤

  • @bittukumar1864
    @bittukumar1864 หลายเดือนก่อน +52

    राहुल गांधी आम आदमी की आवाज है
    निर्मला ताई की अब बुरे दिन आने वाले हैं

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 หลายเดือนก่อน

      आदरणीय !
      जाति या धर्म व्यवस्था पर चर्चा करते समय कई बार आदरणीय नेहरूजी या गांधीजी या लोहियाजी या अंबेडकरजी या सावरकरजी जैसे महान व्यक्तित्वों का नाम लिया जाता है। और उनके विचारों को किसी बात को सिद्ध करने के लिए कहा जाता है। दुर्भाग्य से, ये सभी महान व्यक्ति पूरी तरह से सही नहीं थे। कुछ कम सही या अधिक सही हो सकते हैं। लेकिन कोई भी पूरी तरह से सही नहीं है। वे उस समय की परिस्थितियों के सीमित दायरे में सही हो सकते हैं।
      हालाँकि 70-75 साल बाद, हम एक राष्ट्र के रूप में विशेष रूप से हिंदू धर्म के संबंध में सत्य को खोजने में विफल रहे हैं। 1947 में, नेहरूजी के नेतृत्व में उस समय की हिंदू पार्टी ने डॉ. अंबेडकर के दर्शन के साथ एक पवित्र समझौते के साथ इस मुद्दे को सुलझाया। समझौता प्रणाली के लिए उच्च स्तर की समझ की आवश्यकता होती है। इस गुण को हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों ने पोषित किया था और इसलिए हमने 'अहिंसक सत्याग्रह' नामक बहुत ही अभिनव उपकरण के साथ अपनी स्वतंत्रता अर्जित की।
      समय के साथ, समझ का स्तर कम होता गया। 2015 से, हम इस मोर्चे पर सबसे खराब स्थिति में हैं। सत्य की जगह बेशर्म झूठ ने ले ली है। यह राजनीतिक नेताओं की रातों-रात बदली हुई विचारधाराओं के माध्यम से प्रतिबिम्बित हो रहा है। राजनीति हमेशा सामाजिक जीवन की दिशा तय करती है। हास्यास्पद राजनीति ने हमारे राष्ट्र के सामाजिक जीवन और संस्थाओं को बर्बाद कर दिया है।
      हालाँकि, चीजों को ठीक करना संभव है। इसके लिए जाति और धर्म व्यवस्था से संबंधित सभी पुराने विवादों का संतोषजनक समाधान आवश्यक है। मैंने इस उद्देश्य के लिए चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। लेकिन इसके लिए सरकारी सहायता की आवश्यकता है। और सरकार 2015 से मेरी मदद नहीं कर रही है। 2015 में, मैंने इस समाधान को प्राप्त किया। सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को अनदेखा कर दिया है और इसलिए राष्ट्र लगभग सभी क्षेत्रों में किसी न किसी तरह की मूर्खता का सामना कर रहा है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे इतिहास, जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा का समर्थन करें। कुछ शरारती लोग भोजन, आश्रय और कपड़े जैसे बुनियादी विषयों पर बात करके ध्यान भटकाने की कोशिश करेंगे। मैं ऐसी बुनियादी भौतिक आवश्यकताओं के महत्व को समझता हूं। लेकिन मनुष्य इन मुद्दों से हर समय जूझता रहा है। और भविष्य में भी। तो इस स्तर पर हम जानवरों के बराबर हो जाएँगे।
      एक अच्छी शासन व्यवस्था एक सच्चे साक्षर समाज की ज़रूरत है। और जाति/धर्म के संबंध में लगातार विवाद हमारी बौद्धिक दिवालियेपन को दर्शाते हैं।
      और इसलिए विवादों का स्थायी समाधान ज़रूरी है।
      अवधूत जोशी

  • @satyamdatta1171
    @satyamdatta1171 หลายเดือนก่อน +1

    दलितों युवाओं किसानों पिछड़ों मजदूरों की असली और सच्ची आवाज है राहुल गांधी । हम बेहद खुश है राहुल गांधी के भाषण से 🔥

  • @anilpashine9216
    @anilpashine9216 หลายเดือนก่อน +42

    मोदी जी का भाषण बे सिर पैर का, छलावा, जूमलेबजी के अलवा कुछ नही। उन्होंने विपक्ष को जानी दुश्मन समझा ऐसा भारत के इतिहास में कभी नहीं हुआ।
    अब खम्याजा तो भुगतना पड़ता है।

    • @sudeshkumari7260
      @sudeshkumari7260 หลายเดือนก่อน

      सत्ता पक्ष ने पहली बार lop ko देखा इससे पहले मोदी 56इंच की छाती दिखाता था अब मोदी की फूक निकली पड़ी इसलिए बीजेपी को राहुल एक आंख nhi भाता पनौती अब बंदा हुआ

    • @user-eu9yz3tv2w
      @user-eu9yz3tv2w หลายเดือนก่อน

      Baad main agar opposition nda join karke toh jigri dost ban jaate hai😂

  • @KrishnaSingh-lj6zp
    @KrishnaSingh-lj6zp หลายเดือนก่อน +4

    राहुल गांधी देश की आधी देश की आवाज सुनाई तूफानी दहाड़ ऊड़ाई मोदी के तोते।।

  • @T2H99
    @T2H99 หลายเดือนก่อน +54

    Rahul Gandhi is next prime minister of India

  • @MZSCoding
    @MZSCoding หลายเดือนก่อน +4

    राजीव आज आप का विश्लेषण डरा हुआ, सहमा हुआ लगा, डरने की कोई जरूरत नहीं है अब तो राजा आपहिच हो चुका है

  • @anthonysamara8582
    @anthonysamara8582 หลายเดือนก่อน +39

    गरीबों का नेता मोहब्बत का बादशाह राहुल ❤

  • @virenderchoudhary7947
    @virenderchoudhary7947 หลายเดือนก่อน +42

    राजीव जी जब मोदी जी नेहरू ,इंद्रा ग़ांधी,राजीव गांधी का नाम लेते है तो स्पीकर उन्हें क्यो नही रोकते

    • @status_adda_vt
      @status_adda_vt หลายเดือนก่อน

      राहुल गाँधी भी ले उनका नाम, उनको कब रोकते है

  • @MOHD-ww3sm
    @MOHD-ww3sm หลายเดือนก่อน +1

    राजीव जी हमेशा बहुत अच्छी बात करते हैं लेकिन आज इन्होंने बिल्कुल एक पक्षी बात की है बिल्कुल बीजेपी वाली बात की है जिसमें कोई सच्चाई नहीं है अगर ऐसा देखा जाए तो फिर सभी के बारे में ऐसा सोचा जाएगा

  • @Deshbhakt.253
    @Deshbhakt.253 หลายเดือนก่อน +100

    Rahul Gandhi ji desh ke muddo ke sath khade hai

  • @MOHD-ww3sm
    @MOHD-ww3sm หลายเดือนก่อน +1

    कोई आदमी 50 साल पहले आपातकालीन की बात करता है कोई किसी जात बिरादरी की बात करते हैं कोई मंगलसूत्र की कोई पता नहीं किस चीज की और आपको सिर्फ इतनी बात पर दर्दहो गया

  • @rajendrasinghyadav3901
    @rajendrasinghyadav3901 หลายเดือนก่อน +68

    राजीव रंजन जी
    आज स्पीकर ने कहा कि जो लोग सदन में नही है उसके बारे में बात नही कर सकते हैं , पर प्रधानमंत्री जी हमेसा नेहरू जी पर कटाक्ष करते रहते है पर,स्पीकरने कभी भी मोदी जी को नही रोकते जबकि नेहरू तो सदन में नही हैं.

    • @HimanshuGupta-eg8uf
      @HimanshuGupta-eg8uf หลายเดือนก่อน +5

      In sahngio ko nahru bahut yad atte hi

    • @sumitraarya4893
      @sumitraarya4893 หลายเดือนก่อน +2

      Wo to duniya mai bhi nahi hai

    • @DinanathSahu-jg7pi
      @DinanathSahu-jg7pi หลายเดือนก่อน

      Rahulji Speaking For General Public. He is doing the duty of Lop ,

  • @veerendrajhariya1563
    @veerendrajhariya1563 หลายเดือนก่อน +6

    राहुलजी जिंदाबाद... शानदार स्पीच थी..
    राहुलजी जिंदाबाद... शानदार स्पीच थी..

  • @PushpaDevi-cz6qu
    @PushpaDevi-cz6qu หลายเดือนก่อน +80

    मोदी जी और अमित शाह जी अपने पद के दुरुपयोग किए कि‌ सदुपयोग किए देशवासियों वोट सभी सम्पत्ति बेचने के लिए नहीं दिए थे मोदी जी नेहरू जी को गालियां देते थे तब ठीक था

    • @status_adda_vt
      @status_adda_vt หลายเดือนก่อน

      कौनसी संपत्ति बेचीं है??

    • @bhattisistergncp2505
      @bhattisistergncp2505 หลายเดือนก่อน

      ​अपने देश की सम्पति समझ नहीं आती??

    • @status_adda_vt
      @status_adda_vt หลายเดือนก่อน

      @@bhattisistergncp2505 अपने देश की कौन सी संपत्ति
      पूरा डिटेल तो दीजिये बिक्री के कागज होंगे ना आपके पास,, दिखाओ

    • @shivar2270
      @shivar2270 หลายเดือนก่อน

      ​@@status_adda_vt murkho ki tarah baat krte ho.....PSU bech di tum news nahi padhte kya

    • @alamali8490
      @alamali8490 หลายเดือนก่อน

      रेल।बेंचा।अडानी।को।बिजली।तेरे।घर।में।नही।है।क्या अंध भक्त बिल।निकालनें।अंध भक्त। तेरे।घर।कौन।आता।प्राईवेट।लङके।आते।है।हवाईअड्डा। कौन।चला।रहा।है।बीएस.एन.एल।को।कमज़ोर। करके।जियो।को।बढ़ावा।दिया।है।लेकिन। अंध भक्त। महा।मूर्ख।

  • @anoopmeena4070
    @anoopmeena4070 หลายเดือนก่อน +2

    वित्त मंत्री को tax कम करने की बात कहते है तो उसका जवाब होता है कि कम tax देना है तो कमाई कम करो। और ५ kg ration भी मुफ्त पाओ।

  • @ramjeet2802
    @ramjeet2802 หลายเดือนก่อน +2

    आखिरकार जब अग्नि वीर योजना इतनी अच्छी है तो सत्ता पक्ष के नेता अपने लड़कों को इसमें शामिल क्यों नहीं भेजते।

  • @diwakarwankhede235
    @diwakarwankhede235 หลายเดือนก่อน +30

    गरीब, आम जनता की बात करना बीजेपी को अच्छा नहीं लगता, वोट लेना
    अच्छा लगता है। राहुल जी विरोध करते
    है, तो बीजेपी नेता को गलत लगता है

  • @prakashjain2281
    @prakashjain2281 หลายเดือนก่อน +3

    विपक्ष का नेता संसद में ऐसा क्या बोला कि टाइटल ये हो रहा है कि राहुलजी पद का दुरूपयोग कर रहे है

  • @user-ed7el5jt4q
    @user-ed7el5jt4q หลายเดือนก่อน +20

    पिछले 10साल से सुन रहे थे अब सुनो और सुनना सीखो

  • @rekhakumar1441
    @rekhakumar1441 หลายเดือนก่อน +1

    Rahul Gandhi ji lives in the hearts of millions of people.
    Rahul Gandhi ji Zindabad. ❤❤❤❤❤

  • @OmPrakash-ls6nj
    @OmPrakash-ls6nj หลายเดือนก่อน +23

    यह डीबेट चलाना कि "राहुल गाँधी अपने पद का दुरूपयोग कर रहे हैं।" यह सरासर गलत है। ऐसे डीबेट से उन्हें कमतर किये जाने का प्रयास है।

  • @rajivsharma5648
    @rajivsharma5648 หลายเดือนก่อน +2

    राजीव रंजन जी कहा फंसे आज भी रेल घटना हुई हैं
    कम से कम 50 लोगों के मरने की खबर हैं
    किस किस सरकार की बात करेंगे
    हर जगह बुरा हाल हैं
    देश के IAS भी कमाल हैं

  • @Ravikumarydv452
    @Ravikumarydv452 หลายเดือนก่อน +35

    जब महामानव जी मोदी जी सदन के अंदर ड्रामा करना शोले फिल्म का नाम लेना की शोले की मौसी और अंगुली दिखाकर कैसे डाला जा रहा है कैसे निकाला जा रहा है। मंगल शुत्र , मटन, भैंस 😅😅😅

  • @ManishMeena-hb8bb
    @ManishMeena-hb8bb หลายเดือนก่อน +2

    राहुल गांधी अपने पद का सदुपयोग कर रहे हैं और देश की आवाज उठा रहे हैं और देश का नेक्स्ट पीएम बनाया जाय

  • @vinaykumaryadav405
    @vinaykumaryadav405 หลายเดือนก่อน +58

    Rahul Gandhi zee lao desh bachao Bhai log

  • @V25995
    @V25995 หลายเดือนก่อน +2

    जो देश की असली तस्वीर दिखाता है उसे गाली खानी ही पड़ती है लेकिन जिसका इरादा पक्का हो गया हो वही तो असली हीरो बनकर निकलता है।

  • @sanjaykutamta
    @sanjaykutamta หลายเดือนก่อน +17

    बिल्कुल बजट एक महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है राहुल गांधी ने बेहतरीन प्रश्न उठाए हैं बजट बनाने वाले अधिकारी भी समावेशी होनी चाहिए

  • @joshijaat-kj7mz
    @joshijaat-kj7mz หลายเดือนก่อน +1

    राहुल आम जनता किसान युवाओ के मुद्दे उठा रहे है जो बिल्कुल सही है

  • @shersingh3373
    @shersingh3373 หลายเดือนก่อน +21

    राहुल गांधी सही बोल रहे है।

  • @mansingh6033
    @mansingh6033 หลายเดือนก่อน +3

    राजीव जी आप ये बताएं कि क्या बजट बनाना जनरल कैटेगरी वाले का ही काम है क्या। क्या sc st obc में योग्यता नहीं होती क्या

  • @giving.pradeep
    @giving.pradeep หลายเดือนก่อน +16

    सच हमेशा कड़वा होता है l इतिहास की ग़लतियों की सीख ही बदलाव की शुरूआत हैं l 🌻🙏

  • @assingh5376
    @assingh5376 หลายเดือนก่อน +1

    आज देश को की जननायक मिला है जो संसद में आम आदमी के हकों की बात उठाता है,,,राहुल गांधी जी ठीक कर रहे हैं।

  • @cjsspall4671
    @cjsspall4671 หลายเดือนก่อน +13

    Rahul is right.. Small businesses are closed... For example kiryana general stores.

  • @NeutralSay
    @NeutralSay หลายเดือนก่อน

    भारतीय इतिहास के सर्वश्रेष्ठ प्रवक्ताओं में से एक | मैं उसे बहुत पसंद करता हूं, मेरी भावना को व्यक्त करने के लिए कोई शब्द नहीं है।

  • @vinaykumaryadav405
    @vinaykumaryadav405 หลายเดือนก่อน +46

    Next pm Rahul Gandhi zee

  • @rekhakumar1441
    @rekhakumar1441 หลายเดือนก่อน +1

    We like Rahul Gandhi ji's speech.
    Rahul Gandhi ji's never speak lies.
    He is voice of the people.

  • @vinaykumaryadav405
    @vinaykumaryadav405 หลายเดือนก่อน +43

    Gandhi zee is great man

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 หลายเดือนก่อน

      आदरणीय !
      जाति या धर्म व्यवस्था पर चर्चा करते समय कई बार आदरणीय नेहरूजी या गांधीजी या लोहियाजी या अंबेडकरजी या सावरकरजी जैसे महान व्यक्तित्वों का नाम लिया जाता है। और उनके विचारों को किसी बात को सिद्ध करने के लिए कहा जाता है। दुर्भाग्य से, ये सभी महान व्यक्ति पूरी तरह से सही नहीं थे। कुछ कम सही या अधिक सही हो सकते हैं। लेकिन कोई भी पूरी तरह से सही नहीं है। वे उस समय की परिस्थितियों के सीमित दायरे में सही हो सकते हैं।
      हालाँकि 70-75 साल बाद, हम एक राष्ट्र के रूप में विशेष रूप से हिंदू धर्म के संबंध में सत्य को खोजने में विफल रहे हैं। 1947 में, नेहरूजी के नेतृत्व में उस समय की हिंदू पार्टी ने डॉ. अंबेडकर के दर्शन के साथ एक पवित्र समझौते के साथ इस मुद्दे को सुलझाया। समझौता प्रणाली के लिए उच्च स्तर की समझ की आवश्यकता होती है। इस गुण को हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों ने पोषित किया था और इसलिए हमने 'अहिंसक सत्याग्रह' नामक बहुत ही अभिनव उपकरण के साथ अपनी स्वतंत्रता अर्जित की।
      समय के साथ, समझ का स्तर कम होता गया। 2015 से, हम इस मोर्चे पर सबसे खराब स्थिति में हैं। सत्य की जगह बेशर्म झूठ ने ले ली है। यह राजनीतिक नेताओं की रातों-रात बदली हुई विचारधाराओं के माध्यम से प्रतिबिम्बित हो रहा है। राजनीति हमेशा सामाजिक जीवन की दिशा तय करती है। हास्यास्पद राजनीति ने हमारे राष्ट्र के सामाजिक जीवन और संस्थाओं को बर्बाद कर दिया है।
      हालाँकि, चीजों को ठीक करना संभव है। इसके लिए जाति और धर्म व्यवस्था से संबंधित सभी पुराने विवादों का संतोषजनक समाधान आवश्यक है। मैंने इस उद्देश्य के लिए चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। लेकिन इसके लिए सरकारी सहायता की आवश्यकता है। और सरकार 2015 से मेरी मदद नहीं कर रही है। 2015 में, मैंने इस समाधान को प्राप्त किया। सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को अनदेखा कर दिया है और इसलिए राष्ट्र लगभग सभी क्षेत्रों में किसी न किसी तरह की मूर्खता का सामना कर रहा है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे इतिहास, जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा का समर्थन करें। कुछ शरारती लोग भोजन, आश्रय और कपड़े जैसे बुनियादी विषयों पर बात करके ध्यान भटकाने की कोशिश करेंगे। मैं ऐसी बुनियादी भौतिक आवश्यकताओं के महत्व को समझता हूं। लेकिन मनुष्य इन मुद्दों से हर समय जूझता रहा है। और भविष्य में भी। तो इस स्तर पर हम जानवरों के बराबर हो जाएँगे।
      एक अच्छी शासन व्यवस्था एक सच्चे साक्षर समाज की ज़रूरत है। और जाति/धर्म के संबंध में लगातार विवाद हमारी बौद्धिक दिवालियेपन को दर्शाते हैं।
      और इसलिए विवादों का स्थायी समाधान ज़रूरी है।
      अवधूत जोशी

  • @ratnbishnoi390
    @ratnbishnoi390 หลายเดือนก่อน +3

    लगता है न्युज 24 गोदी मीडिया का हिस्सा बन गया है, क्या हेडिंग लगाई है, मानना पड़ेगा हमेशा ऐसी हेडिंग सोच समझ कर लगाई गई है

  • @upendrasingh5752
    @upendrasingh5752 หลายเดือนก่อน +39

    राजीव रंजन रिपोर्टर को अपना काम तो ढंग से करना आता नही है, ये क्या बताएगा जो भाजपा को यूपी में 70 सीट दे रहा था 😂

    • @MolanashabadRazanaeemiofficial
      @MolanashabadRazanaeemiofficial หลายเดือนก่อน +3

      Sahi bat hai

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 หลายเดือนก่อน

      आदरणीय !
      जाति या धर्म व्यवस्था पर चर्चा करते समय कई बार आदरणीय नेहरूजी या गांधीजी या लोहियाजी या अंबेडकरजी या सावरकरजी जैसे महान व्यक्तित्वों का नाम लिया जाता है। और उनके विचारों को किसी बात को सिद्ध करने के लिए कहा जाता है। दुर्भाग्य से, ये सभी महान व्यक्ति पूरी तरह से सही नहीं थे। कुछ कम सही या अधिक सही हो सकते हैं। लेकिन कोई भी पूरी तरह से सही नहीं है। वे उस समय की परिस्थितियों के सीमित दायरे में सही हो सकते हैं।
      हालाँकि 70-75 साल बाद, हम एक राष्ट्र के रूप में विशेष रूप से हिंदू धर्म के संबंध में सत्य को खोजने में विफल रहे हैं। 1947 में, नेहरूजी के नेतृत्व में उस समय की हिंदू पार्टी ने डॉ. अंबेडकर के दर्शन के साथ एक पवित्र समझौते के साथ इस मुद्दे को सुलझाया। समझौता प्रणाली के लिए उच्च स्तर की समझ की आवश्यकता होती है। इस गुण को हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों ने पोषित किया था और इसलिए हमने 'अहिंसक सत्याग्रह' नामक बहुत ही अभिनव उपकरण के साथ अपनी स्वतंत्रता अर्जित की।
      समय के साथ, समझ का स्तर कम होता गया। 2015 से, हम इस मोर्चे पर सबसे खराब स्थिति में हैं। सत्य की जगह बेशर्म झूठ ने ले ली है। यह राजनीतिक नेताओं की रातों-रात बदली हुई विचारधाराओं के माध्यम से प्रतिबिम्बित हो रहा है। राजनीति हमेशा सामाजिक जीवन की दिशा तय करती है। हास्यास्पद राजनीति ने हमारे राष्ट्र के सामाजिक जीवन और संस्थाओं को बर्बाद कर दिया है।
      हालाँकि, चीजों को ठीक करना संभव है। इसके लिए जाति और धर्म व्यवस्था से संबंधित सभी पुराने विवादों का संतोषजनक समाधान आवश्यक है। मैंने इस उद्देश्य के लिए चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। लेकिन इसके लिए सरकारी सहायता की आवश्यकता है। और सरकार 2015 से मेरी मदद नहीं कर रही है। 2015 में, मैंने इस समाधान को प्राप्त किया। सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को अनदेखा कर दिया है और इसलिए राष्ट्र लगभग सभी क्षेत्रों में किसी न किसी तरह की मूर्खता का सामना कर रहा है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे इतिहास, जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा का समर्थन करें। कुछ शरारती लोग भोजन, आश्रय और कपड़े जैसे बुनियादी विषयों पर बात करके ध्यान भटकाने की कोशिश करेंगे। मैं ऐसी बुनियादी भौतिक आवश्यकताओं के महत्व को समझता हूं। लेकिन मनुष्य इन मुद्दों से हर समय जूझता रहा है। और भविष्य में भी। तो इस स्तर पर हम जानवरों के बराबर हो जाएँगे।
      एक अच्छी शासन व्यवस्था एक सच्चे साक्षर समाज की ज़रूरत है। और जाति/धर्म के संबंध में लगातार विवाद हमारी बौद्धिक दिवालियेपन को दर्शाते हैं।
      और इसलिए विवादों का स्थायी समाधान ज़रूरी है।
      अवधूत जोशी

    • @maanbora269
      @maanbora269 หลายเดือนก่อน

      सही बात

    • @Pramodkumar-hy4ru
      @Pramodkumar-hy4ru หลายเดือนก่อน

      Right

    • @Dhan_Dhan_Sadguru
      @Dhan_Dhan_Sadguru หลายเดือนก่อน +2

      ​@@avadhutjoshi796 इतनी लंबी पोस्ट देखकर ही पढ़ने का मन नहीं करता 🥱

  • @rajendraentertainment6574
    @rajendraentertainment6574 หลายเดือนก่อน +1

    बहुत बढ़िया राहुल गांधी का भाषण है।दस साल में क्या हुआ सबको मालूम है। कमजोर पर बल दीखा रहे थे।पावर फूल है अभी।

  • @vapproduction1961
    @vapproduction1961 หลายเดือนก่อน +20

    नहीं सोई हुई सरकार को जगा रहे हैं

  • @bmppingua3716
    @bmppingua3716 หลายเดือนก่อน

    अगर बजट इतना महत्वपूर्ण है तो बाकी वर्ग के लोग क्यों नहीं होना चाहिए, राजीव जी इस बात पर आप थोड़ा सोचे ?

  • @tapeshbhati6952
    @tapeshbhati6952 หลายเดือนก่อน +41

    Rahul is in full form

  • @draverbalg
    @draverbalg หลายเดือนก่อน

    राजीव भाई मै आपका फैन हूं राहुल गांधी जी ने कहा एक दम सही कहा

  • @oooooo9501
    @oooooo9501 หลายเดือนก่อน +1

    प्रधान मन्त्री जी के भाषणों में कौन सी नैतिकता दिखती है ? वह तो अपने भाषणों में सारी मर्यादाएं लांघ जाते हैं।

  • @whitepaper4990
    @whitepaper4990 หลายเดือนก่อน +31

    Rahul Gandhi Jindabad sir

  • @dbguha
    @dbguha หลายเดือนก่อน

    सुन्दर विश्लेषण किया राजीव रंजन जी आपने।

  • @arvindkpadda1854
    @arvindkpadda1854 หลายเดือนก่อน +35

    Rahul👍

  • @AminaKhan-hr5mn
    @AminaKhan-hr5mn หลายเดือนก่อน +1

    राहुल गांधी हमेशा गरीब पिछड़े दलित आदिवासीयों के हित की बात करते है

  • @kcjohn5905
    @kcjohn5905 หลายเดือนก่อน +14

    एक कहावत हे, जब अंकूर न मिले तो खठ्ठा हे। यही हाल हे, राहुलगांधी के सवालो का जवाब नही दे पा रहे हे। राहुल गाँधी पढे लिखे हे। समझदार हे।
    कोई समझे या न समझे देश की जनता समझ रही हे।
    राहुल जी पर जनता का विश्वास पूरा हे।

  • @rajesh104521
    @rajesh104521 หลายเดือนก่อน

    जी नहीं सदुपयोग कर रहे है जनता की आवाज उठा रहे है जो इंडिया की सच्चाई है

  • @Gyanchandyadav-x6j
    @Gyanchandyadav-x6j หลายเดือนก่อน +14

    बहुजन समाज को अधिकार कब मिलेगा

  • @vijayamark9902
    @vijayamark9902 หลายเดือนก่อน +1

    Rahul Gandhi is a true leader, who speaks from his heart! We the people connect to him whole heartedly!❤❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉 His speeches are very truthful & just, without hurting anyone! Thank you Rahul for your feeling for the people of India!❤❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉😅😅😅😅😅😅😅

  • @ashokswami8142
    @ashokswami8142 หลายเดือนก่อน +14

    श्री राजीव रंजन जी वास्तविक में सत्य है की भारत मे आम मनुष्य का ब्यापार खत्म हो गया है। आमदनी नही है। भाजपा सरकार को नही समझ मे आएगी।

    • @status_adda_vt
      @status_adda_vt หลายเดือนก่อน

      हा, कांग्रेस दुकान दुकान कस्टमर लेके घूमेगी

  • @vijaisrivastava6818
    @vijaisrivastava6818 หลายเดือนก่อน +1

    Rahul ji Nice. and decent ...speech speech

  • @whitepaper4990
    @whitepaper4990 หลายเดือนก่อน +37

    Rahul Gandhi right 👍👍

    • @status_adda_vt
      @status_adda_vt หลายเดือนก่อน

      क्यों ऐसा क्या करेंगे आपके राहुल जी

    • @SanjeevKumar-it2ek
      @SanjeevKumar-it2ek หลายเดือนก่อน

      ​@@status_adda_vtजो 10साल से जनता आस लगाए बैठी थी

    • @status_adda_vt
      @status_adda_vt หลายเดือนก่อน

      @@SanjeevKumar-it2ek क्या, हिन्दू हिंसक, मंदिर के फैसलों पर रोक कश्मीर का चौथा टुकड़ा, या और कुछ....?
      Note-- राहुल पर जितने लोग का आस है ना उससे 4 गुना ज्यादा मोदीजी पर विश्वास है, इसलिए वो pm है

  • @akhileshlakhera9193
    @akhileshlakhera9193 หลายเดือนก่อน

    राहुल गाँधी बिल्कुल सही बोल रहे है। राहुल गाँधी देश का भविष्य के युवा नेता है।

  • @thedominoescubeschannel1981
    @thedominoescubeschannel1981 หลายเดือนก่อน

    पिछले दस सालो के हैं ये सवाल जो होने नहीं दिये अब वे उठाए जा रहे है तो जवाब नहीं दे पाने कि झल्लाहट है ।

  • @ChaganSagathiya
    @ChaganSagathiya หลายเดือนก่อน +7

    Shi bat he rahul Gandhi jindabad

  • @pushpendrakumarsharma12
    @pushpendrakumarsharma12 หลายเดือนก่อน

    वा रंजन साहाब वा ! आप भी . सत्ता के आगे आप भी । सत्ता बदलती है ।ध्यान रखना । क्या आपको समजता नही । आपको सब समजता है ।

  • @madanmorgaonkar1907
    @madanmorgaonkar1907 หลายเดือนก่อน +6

    १००% सहमत.....❤❤❤

  • @RandhirKumar-zl8jc
    @RandhirKumar-zl8jc หลายเดือนก่อน +1

    राजीव हेड लाइन लिखा है राहुल गांधी पद का दुरुपयोग कर रहे हैं,।ऐसा कभी तुम लिखा प्रधानमंत्री पद का दुरुपयोग किया है पुरा देश देख है कि तरह नरेंद्र मोदी पद का दुरुपयोग किया है? ईडी सीबीआई इनकम का कैसे दुरुपयोग नरेन्द्र मोदी किया है पुरा देश देखा है?

  • @balvantjat3672
    @balvantjat3672 หลายเดือนก่อน +30

    मोदी जिस प्रकार घटिया भाषा का प्रयोग करते हे उससे तो ये अच्छा हे नैतिकता केवल विपक्ष के हिस्से में ही आती हे

  • @Wevocal744
    @Wevocal744 หลายเดือนก่อน

    राहुल पद का दुरुप्रयोग कर रहे हैं तो pm को बोले वो विपक्ष मैं बैठ कर सदुपयोग कैसे करते हैं देश को बताइए।

  • @mohammadarshad2088
    @mohammadarshad2088 หลายเดือนก่อน +33

    Shi bole RahulGhandi

  • @cedvxiiz
    @cedvxiiz หลายเดือนก่อน

    Voice of the voiceless people jannayak Rahul Gandhi zindabaad

  • @bhaskaraj8277
    @bhaskaraj8277 หลายเดือนก่อน +5

    हम राहुल गांधी के भाषण को अलग करके नहीं देख सकते। हमें यह भी देखना होगा कि दूसरे नेता संसद में कैसे बोलते हैं । उदाहरण के लिए, मोदी जी ने भी अपने भाषण में राहुल गांधी को "बाल बुद्धि" कहा - क्या यह प्रधान मंत्री पद की गरिमा के अनुरूप था? पीएम के सबसे गरिमामय पद पर रहते हुए भी, मोदी जी ने हमेशा दूसरे नेताओं का उपहास उड़ाया है।
    बीजेपी नेताओं ने सोनिया गांधी पर अभद्र टिप्पणी की है ।
    तो, राहुल गांधी अब खुद को राजनेताओं द्वारा बोलने की वर्तमान संस्कृति में ढाल रहे हैं, जो संस्कृति भाजपा नेताओं द्वारा ही शुरू की गई है।

  • @istiyaq13
    @istiyaq13 หลายเดือนก่อน +1

    Rahul Gandhi jindabad Akhilesh Yadav jindabad India ka gana jindabad

  • @nesaransari3658
    @nesaransari3658 หลายเดือนก่อน +18

    Rahul Gandhi zindabad ♥️🌹

  • @shikexempt143
    @shikexempt143 หลายเดือนก่อน +10

    Modiji Nehru aur neta ka naam lete hain.