बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो. जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो. जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं अब यह समय तो कभी बदलेगा नहीं ब्रह्मा हो गए हो तुम, मुबारक हो ब्रह्मा होने पर
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो. जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं Read more
पेले सब जाएंगे कांग्रेस सपाई आपिये और TMC जैसों ने इन कटुओ को सर पर चढ़ा दिया है माफिया बना दिया पुलिस सेना आर्मी के साथ हम हिन्दुओ को भी उठना चाहिए वरना जिस दिन ये पावर फूल हुए फिर हम सब इनके लिए काफिर ही है क्या दलित क्या हिन्दू सिक्ख क्रिस्टियन यहूदी
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो. जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
अगर उनके परिवार की महिलाएं उनको गलत रास्ते पर जाने से बचा,,रोक सकतीं,,, तों,,,, वालिया लुटेरे के बदले परम आदरणीय पुज्य, रामायण के महाकवि वाल्मीकि रूषि महाराज जैसे बन सकते थे!!!!! खुदा भगवान किसी भी वक़्त किसि भी पौशाक रूपमे आसक्ते है उन्हे पहचान ने केलिए द्रष्टि होनी चाहिए जागो भारत वासीयी अपनी भावि पेढीयो को जंगल राज से बचा लो वरना तड़प तड़प कर मर जाना पड़ेगा ईन्शाअल्ला खुदा हाफ़िज़ हर-हर महादेव हर हर महादेव हर जय जगत!!!!!!
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो. जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
Public ko jutte Marne chahiye Umesh ji ka video dikhau Usse kuran hadish ka shikchha bol raha hai Jo khaye cow ( gou) ka mansh wo na hoye kabhi hindu ka dost
जैसी करनी वैसी भरनी अतीक की बहना 😁😁😁 जायेगे तो सब के सब 😁😁अतीक भी 😁असरफ भी 😁उमर भी 😁असद भी 😁सब के सब 😁आज रोना आ रहा है 😁उमेश और वो पुलिस वालो का अपना परिवार नही था 😁
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो. जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं Read more
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो. जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो. जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो. जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो. जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं Read more
जब पहले आपके पति गुंडागर्दी करते थे तब उसको समझा क्यों नहीं तब तो आप ही का राज था लेकिन आपको मालूम है अब रामराज चल रहा है रामराज में ऑन द सपोर्ट फैसला होता है ना तारीख ना सुनाई बुलडोजर तो चलेगा
Police walo ki family ko etni trp nhi milegi, har koi apna ullu sidha krne me lga h, sabko naam pysa chahiye, kisike dard se matlab nhi media ko, jha trp wha ye,
दूसरो लोगो को मारे तब नहीं पता था वो भी किसी का भाई किसी का पति किसी का बेटा है उनके मां बाप पर क्या बीती होगी जब खुद का नंबर आया तो मौत से दर लगने लगा कर्मा का फल तो मिलेगा ही
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो. जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
जो भाषण करे इनको भी जेल में डालना चाहिए अपने भाई का बड़ा याद आ रहा है किसी का सिंदूर और किसी का पति नहीं आता रहा था आज अपने भाई को गोली मारते हुए देखे गए
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो. जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो. जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
मुझे ये नु समझ आता की ये मीडिया वाले किस तरह की trp के लिए गुंडों के फॅमिली से बातचीत करते रहते और इनके दुख दर्द को दिखाते रहते है... जो इन लोगो के रिस्तेदारो ने उमेश पाल को मारा उसकी फॅमिली नही थी क्या ❓ हद है मीडिया वालो same on you 🙅🏻♂️
Media walo ko achhe question lekr puchhne chahiye ink nahi sunne chahiye .kyu Marra Umesh ji 2 gurd raju ji jishan ur v Jo pidit family hai unk bare mei puchho..sare videos dikhau ki baat krte pesab kr de ye .camera k samne
सच कहें लेकिन आप जितना भी रो नहीं जितना भी गड़बड़ा ले आपकी बातों पर यकीन नहीं होता कि आप सच बोल सकते हैं या सच्चे भी हो सकते हैं आपके ऊपर से पूरा का पूरा विश्वास उठ चुका है आप कभी कभी कभी कभी कभी कभी कभी कभी कभी भी जीवन में सच नहीं बोल सकते हैं
क्या क्या दिन देखने पड़ रहें हैं र बाबा कभी गरीब मजलूम बेसहारा परिवार रोता था आज इनको बिलबिलाते हुए देखकर तरस आता है कि क्यूं नहीं अपने पतियों को समझाई समय रहते उनको सुधारी होती तो आज बिलखना नहीं पड़ता इतना भी पैसा और पावर का गलत प्रयोग नहीं करना चाहिए 🙄
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो. जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो. जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
अन्याय जब तुम्हारे परिवार कर रहा था तब तुमलोगो का जमीर नही जगा , कितने गरीब को रुलाया है अब उसकी हाय लग गया है तुम्हारे परिवार को एक भी नही बचेगा ,गरीब की हाय तो लोहे को भी गला देती है तो तुम या हम्हारा परिवार क्या चीज है।जिंगदी मे कभी भी गरीब का हाय मत लेना कोई भी नही तो खुद अपनी बर्बादी लिख डालोगे
यार ये तीनो कितनी भोली हैं बेचारी। भारत सरकार को इनको भोलेपन के लिए भारत रत्न देना चाहिए । ये तो इतने शरीफ लोग हैं की पाद आता है तो उसको भी रोक लेते हैं की कहीं ध्वनि प्रदूषण और वायु प्रदूषण न हो जाए । बहुत ही शरीफ महिला हैं ये हद है यार इस कॉम को बनाने वाले को शर्म लज्जा नहीं आई क्या । सुअर बना दिए इनको इंसान की जगह
मत सता गरीब को ये रोदेगा सुन लिया जब इसके मालिक ने जड़ से खोदेगा, वहीं समय आया है भगवान के घर देर भले ही अंधेर नहीं संस्कार नहीं दिया शरारत में सहयोग करने वाले माता पिता दुश्मन होते हैं जय श्रीराम जय श्रीराम सत्य सनातन संस्कृति अति सुन्दर
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो. जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो. जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
जैसा कर्म वैसा ही फल।
दूसरों का खून बहाने वाले आज़ खुद का खून बहने का डर======अच्छा लगा योगी जी का दण्ड।।
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो.
जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी
कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत
यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
पहले औरों को रूलाते थे आज खुद रो रहे हैं
है न समय का परिबतन
AncounterKaro sida
Fir wo roynge jo dusre ko rula rhe hai fir se parivartan hoga
😊
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो.
जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी
कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत
यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
अब यह समय तो कभी बदलेगा नहीं ब्रह्मा हो गए हो तुम, मुबारक हो ब्रह्मा होने पर
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो.
जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी
कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत
यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
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योगी है तो मुमकिन है ❣️✌️
पेले सब जाएंगे
कांग्रेस सपाई आपिये और TMC जैसों ने इन कटुओ को सर पर चढ़ा दिया है माफिया बना दिया पुलिस सेना आर्मी के साथ हम हिन्दुओ को भी उठना चाहिए
वरना जिस दिन ये पावर फूल हुए फिर हम सब इनके लिए काफिर ही है क्या दलित क्या हिन्दू सिक्ख क्रिस्टियन यहूदी
Time 1 sa nhi rehta
@@trutr2530 rhta h hmesha aise hi rhega ab
@@trutr2530 hahaha jyada bolega to tera bhi encounter ho jayega chup chaap rhh aggr up m rhna h to jai shree ram bol lawde
@@trutr2530 nahi bilkul tume kaha pata tha yogi ayega
बहोत दिलं की सुकून मिल रहा
मै महाराष्ट्र से महेश चव्हाणके बोल रहा हु योगी महाराज मै आपका भक्त है मै भगवान येहि प्रथना करता हु आप जैसे PM महाराष्ट्र होना जरुरि है
अब रोना आ रहा है दूसरे कितने को रुलाया है आप के भाई ने
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो.
जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी
कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत
यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
Umesh pal ki family ko inshaaf mil na chaiye....
अगर उनके परिवार की महिलाएं उनको गलत रास्ते पर जाने से बचा,,रोक सकतीं,,, तों,,,, वालिया लुटेरे के बदले परम आदरणीय पुज्य, रामायण के महाकवि वाल्मीकि रूषि महाराज जैसे बन सकते थे!!!!! खुदा भगवान किसी भी वक़्त किसि भी पौशाक रूपमे आसक्ते है उन्हे पहचान ने केलिए द्रष्टि होनी चाहिए जागो भारत वासीयी अपनी भावि पेढीयो को जंगल राज से बचा लो वरना तड़प तड़प कर मर जाना पड़ेगा ईन्शाअल्ला खुदा हाफ़िज़ हर-हर महादेव हर हर महादेव हर जय जगत!!!!!!
Bilkul sahi aamitab ne hi kiya h
पता नहीं कितनी औरतों का सिंदूर mit गया तब तुम लोग क्यों नहीं समझा रहे आज खुद पर pada तो कितना दर्द हो रहा है
सही कहा 👌👌
Right kaha
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो.
जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी
कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत
यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
0 theek Karega marega to theek hoga
Public ko jutte Marne chahiye Umesh ji ka video dikhau Usse kuran hadish ka shikchha bol raha hai Jo khaye cow ( gou) ka mansh wo na hoye kabhi hindu ka dost
जैसी करनी वैसी भरनी अतीक की बहना 😁😁😁
जायेगे तो सब के सब 😁😁अतीक भी 😁असरफ भी 😁उमर भी 😁असद भी 😁सब के सब 😁आज रोना आ रहा है 😁उमेश और वो पुलिस वालो का अपना परिवार नही था 😁
महाराज जी की जय हो।
Mahant Yogi Adityanath ji ko saadar dandwat pranam 🙏
दूसरो को तडपाने वाले को खुद तडपते देख दिल को सुकून मिला।
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो.
जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी
कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत
यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
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Bhut achha lga abhi ur achha lge jb Pura family ka khandan ka safaya ho Jaye.wo v incounter se
सड़े हुए समाज के नाली के कीड़े गुफा की नजायज पैदाइश नफरती चिंटू तुझे तड़पाया या तेरी मां बहन बेटियों किसी तड़पाया तू देख के आया है गुफा की पैदाइश
Jio beta Amitabh Yash jite raho aur UP Police ka hausla buland rahe.
दूसरे का परिवार परिवार नहीं होता है। आपका ही सिर्फ परिवार हैं
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो.
जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी
कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत
यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
दुनिया की सबसे शरीफ महिलाएं 😅
Ha gande logon se inki shaadi ho gayi hai. Encounter ke baad in bewa shahzadiyon ki shaadi sharfjazadon se Kara Deni chahiye.
Ye sarif nahi he randiya he .
,, sahi h aankaotar oanli
😂
Sahi pakde hai
डर का माहोल है।
यह दर अच्छा है।
इनकाउंटर तो होना चाहिए तभी इनको पता चलेगा कि दर्द खोने का क्या होता है
👍👍👍👍👍👍
👍👍👍👍
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो.
जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी
कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत
यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
Yogi ji ne bahut acha kiya 👌🙏yogi ji ki jai ho
Man liya bhai, Ashraf ki wife bahot Beautiful he.
ये हत्यारे और माफिया है। इन्होंने लोगों की हत्याएं की है और उन्हें डराकर लूटा है। इन सभी का encounter होना ही चाहिए। दूसरा कोई इलाज नहीं।
Sahi hai
Mukut jee apne sahi kaha miti me mila do yogi jee
Mukut ji bilkul shi kha
Brijesh Singh ka encounter kb hoga
@@studywithkhana जब अतीक और अंसारी का होगा तब।
ये भी ख़तरनाक है पहले लोग रोते थे अब तुम लोग रोते रहो जय हो योगी बाबा की 🙏🙏
हम तो टीवी इसीलिए देख रहे हैं कि अतीक अहमद के दोनों लड़कों के एनकाउंटर की न्यूज़ फ्लैश हुई कि नहीं
🤣🤣😂😂
वही तो भाई अतिकवा के परिवार में अभी किसी का एनकाउंटर नही हु़वा तो कैसे मान लिया जाय की गुंडों को सजा मिल गई
Mai bhi
atik ke kishi bhi parivar ke ak sadasya ka bhi ankunter ho to dill ko shukun miley
हाहाहाहाहा
बहुत बहुत बधाई एवं धन्यवाद आपने सही लिखा है
Bahat achi Baat Hai.... Feeling so happy to see this interview
मुख्य आरोपी का इनकाउंटर कब होगा 😡😡😡😡😡😡
Jite Ji paint me pesab karehe bhai sabar karo bhai
Hogya aaj kam tamam
Only encounter is justice. कानून से ये लोग बच जाते हैं।
Bate bahut achi kr rhi he padi he 10th classe
Bahut sundar ho raha hai very good 👍👍👍👍
गाड़ी पलटेगी ही पलटेगी साफ झूठ बोल रही है अतीक की बहन झूठी कहानी है
Atiq kee behen sachhi nahin ho sakti!
बाबाजी गुड न्यूज सुनाओ आतिक और उसके दोनो बेटो का इनकाउंटर वाली हेडलाइन देखना चाहता हूं बस
गलत लोग जो दूसरों के परिवार उजाड़ते है उन्हें भी चैन से जीने का अधिकार नहीं है
Main Aapki baat Se. Sehmat hun
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो.
जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी
कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत
यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
जय हो योगी महाराज
हर कहानी का अंत होता है एक दिन 🙏🏻
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो.
जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी
कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत
यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
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बहुत बढ़िया, ये लोग घुटनों पर आएं, ये है पावर हमारे योगी जी की
ये डर बहुत् जरुरी है हर अपराधी मैं
Bete sabar karle dunia dekhengi ab ....time ll tell you all, what have they done with them....
कमाल है पहले माफिया रुलाते थे आज माफिया के परिवार रो रहे 😂 लेकिन हम तो हंस रहे हैं
Hahahaha 😂😂😂😂😂
Hahahahahaha😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
😀😀😃😃🙏🙏🚩
Bilkul sahi kaha aapne bhaiya jai shri ram jai ho bulldozer🚜🚜🚜🚜🚜🚜🚜 baba jindabad
Hahahah......
Prasason ne bohut he aach chha Kiya hai
जब पहले आपके पति गुंडागर्दी करते थे तब उसको समझा क्यों नहीं तब तो आप ही का राज था लेकिन आपको मालूम है अब रामराज चल रहा है रामराज में ऑन द सपोर्ट फैसला होता है ना तारीख ना सुनाई बुलडोजर तो चलेगा
मीडिया को ऐसे लोगों का इंटरव्यू दिखाना ही नही चाहिए दो पुलिस वाले और उमेश पाल मार दिए गए क्या उनकी फैमिली नही है क्या उनके घर में मातम नहीं है ।
Bhai ye mulla hai isiliye inako trp chahiye na
Dekho inko kitna Dar lag raha hai ab maut se
Police walo ki family ko etni trp nhi milegi, har koi apna ullu sidha krne me lga h, sabko naam pysa chahiye, kisike dard se matlab nhi media ko, jha trp wha ye,
@@abuzaid1336 सच्चाई कहने के लिए आप को सलाम सर
@@abuzaid1336 police ko trp ka achar dalna he uthao or thok do Chun ke gundo ko bas
दूसरो लोगो को मारे तब नहीं पता था वो भी किसी का भाई किसी का पति किसी का बेटा है उनके मां बाप पर क्या बीती होगी जब खुद का नंबर आया तो मौत से दर लगने लगा कर्मा का फल तो मिलेगा ही
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो.
जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी
कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत
यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
योगी जी नेक काम में देरी ना करे ।।
Jai Ho boldojar baba
मोदीजी और योगीजी आपको मेरा नमन जय हिंद जय भारत जय महाराष्ट्र हर हर महादेव
उसके यहां देर हैं अंधेर नहीं यह फिर एक बार साबित हो गया। जयहिंद
जो भाषण करे इनको भी जेल में डालना चाहिए अपने भाई का बड़ा याद आ रहा है किसी का सिंदूर और किसी का पति नहीं आता रहा था आज अपने भाई को गोली मारते हुए देखे गए
इसका मतलब है की नंदी से भी ये 5 करोड़ रंगदारी वसूलना चाहती है
🤣
Right
बिल्कुल सही😂😂
😄😄😄sahi pakrey h
यमराज जी अतीक अहमद और उसके सहयोगी का बहुत बेसब्री से इंतजार कर रहे है योगी जी से अनुरोध है कि इनकी मुलाकात यमराज जी से जल्दी से जल्दी कराई जाए
Kara di mulakaat
डर को डर से डर लग रहा है वाह योगी जी सत सत नमन आपको
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो.
जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी
कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत
यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
अरे तुम्हारे भाई को जन्नत मिलेगा खुश हो जाओ
यह चीज आपको अपने भाई को समझाना चाहिए था
उमेश पाल के भी मां बहन पत्नी सब है
भैया कितना भी इंटरव्यू ले लो योगी जी ने एनकाउंटर का तो मन बना ही दिया है
Hahaha
staya vachan
जुबान बता रही है इनकी ये कट्टर गुंडई की पक्षधर है
उठा लिया ??
आम लोग कहते है पकड़ लिया गिरफ्तार कर लिया लेकिन ये कह रही है उठा लिया
सोचिए 🤔🤔😡
bilkul sahi
Bilkul sahi kaha aapne bhai sahab
Sahi pakde ho
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो.
जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी
कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत
यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
Yoji ji super
Yogi j ko bahut bahut dhanyawad
मुझे ये नु समझ आता की ये मीडिया वाले किस तरह की trp के लिए गुंडों के फॅमिली से बातचीत करते रहते और इनके दुख दर्द को दिखाते रहते है... जो इन लोगो के रिस्तेदारो ने उमेश पाल को मारा उसकी फॅमिली नही थी क्या ❓ हद है मीडिया वालो same on you 🙅🏻♂️
Bilkul sahi Kaha
Right
Bilkul sahi hai bhai
Media walo ko achhe question lekr puchhne chahiye ink nahi sunne chahiye .kyu Marra Umesh ji 2 gurd raju ji jishan ur v Jo pidit family hai unk bare mei puchho..sare videos dikhau ki baat krte pesab kr de ye .camera k samne
Abhi rukja mafia bhai ki behan abhi bohut Rona hai 🤣🤣🤣🤣ab phat gye inki 🔥🔥🔥🔥
सच कहें लेकिन आप जितना भी रो नहीं जितना भी गड़बड़ा ले आपकी बातों पर यकीन नहीं होता कि आप सच बोल सकते हैं या सच्चे भी हो सकते हैं आपके ऊपर से पूरा का पूरा विश्वास उठ चुका है आप कभी कभी कभी कभी कभी कभी कभी कभी कभी भी जीवन में सच नहीं बोल सकते हैं
पहले आपने घबराना नही है। 😀😀😀
क्या क्या दिन देखने पड़ रहें हैं र बाबा
कभी गरीब मजलूम बेसहारा परिवार रोता था
आज इनको बिलबिलाते हुए देखकर तरस आता है कि क्यूं नहीं अपने पतियों को समझाई
समय रहते उनको सुधारी होती तो
आज बिलखना नहीं पड़ता
इतना भी पैसा और पावर का गलत प्रयोग नहीं करना चाहिए 🙄
Sahi kaha behan😊😊
हाय
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो.
जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी
कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत
यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
अतीक को अतीक जी क्यों बोल रहा है भाई
ग़रीबों को लुट रहे थे तब, मज़ा आ रहा था, अब दर्द होता है करेगा वह,भरेगा,
Sahi to kaha tha inhone
एक समय पे ये महिलाएं दुसरो के परिवार वालों के मारने पर खुशियां मनाते थे ।।। आज खुद का परिवार की हालत देख रोना आ रहा ।।। Karma is awesome 🙏🙏
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो.
जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी
कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत
यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
Kitne Jor Jor se Ro Rahi hai bichari😭😭..
Thanx crime kal tak walo....
शरीफ लोगो का एनकाउंटर होकर रहेगा 😂😂😂
अन्याय जब तुम्हारे परिवार कर रहा था तब तुमलोगो का जमीर नही जगा , कितने गरीब को रुलाया है अब उसकी हाय लग गया है तुम्हारे परिवार को एक भी नही बचेगा ,गरीब की हाय तो लोहे को भी गला देती है तो तुम या हम्हारा परिवार क्या चीज है।जिंगदी मे कभी भी गरीब का हाय मत लेना कोई भी नही तो खुद अपनी बर्बादी लिख डालोगे
Right bat hai
इनके हीरो लोगो ने भी लोगो को इतना रुलाया है डराया है इनको भी तो पता चले की डर और दुख क्या होता है 🙏
अतीक अहमद और इनके सभी परिवार और सभी गुर्गों का इनकाउंटर होगा
जय हो
Pata nahi kitni bahno ko inhone rulaya hai.
अच्छा लगा सुनकर बहुत ही बढींया
कोई भी व्यक्ति अगर रास्ते ग़लत चुनोगे तो नतीजा भी ग़लत ही मीलेगा
Happy to see the fear of law and agencies in criminals.
Matlab tumne Apraadhi kiya hai toh tmhara baap dada bhi Apraadhi honge kya ?
This has happened in the state, since independence, only after yogiji took over.
Ab see de
@@venkatramannarayanan915 BB😮i😢
@@venkatramannarayanan915 ute h 😮
Tension mat lijiye, Yogi ji sab kuch thik kar denge😂😂🔥
Yogi ji sab sahi kar dege tension mat lo
humbay
Right sahi aur saaf dono kar denge🤣🤣
😂😂😂
यार ये तीनो कितनी भोली हैं बेचारी।
भारत सरकार को इनको भोलेपन के लिए भारत रत्न देना चाहिए ।
ये तो इतने शरीफ लोग हैं की पाद आता है तो उसको भी रोक लेते हैं की कहीं ध्वनि प्रदूषण और वायु प्रदूषण न हो जाए ।
बहुत ही शरीफ महिला हैं ये
हद है यार इस कॉम को बनाने वाले को शर्म लज्जा नहीं आई क्या । सुअर बना दिए इनको इंसान की जगह
Bhai family ho to aisi....😊
जैसी करणी वैसी भरणी. मौत का डर लग रहा है . जय योगी जी 🚩
Madar chod tumlog bhakate ho public ko
in Logo ko dekh kar ,hasi aarhi hai🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣
Insab ko rote dekh mere dil ko bahut sukun mil raha kisiko na chhoda jaye sabka ancounter ho atik ka bhi ancounter kiya jaye
Amitabh sir sahi bol hai.. Aap
अति का एनकाउंटर होना चाहिए अब्बा का एनकाउंटर होना चाहिए
मत सता गरीब को ये रोदेगा सुन लिया जब इसके मालिक ने जड़ से खोदेगा, वहीं समय आया है भगवान के घर देर भले ही अंधेर नहीं संस्कार नहीं दिया शरारत में सहयोग करने वाले माता पिता दुश्मन होते हैं जय श्रीराम जय श्रीराम सत्य सनातन संस्कृति अति सुन्दर
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो.
जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी
कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत
यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
वाह क्या खूब लिखा हैभाई
@@poonammeena4189 thank you
ये भाई समझ नहीं आया किसके लिए लिखा है भाई
@@poonammeena4189 जो बेवजह बेकसूर लोगों को सताएं उनके लिए लिखा गया है ये दोहा जय श्रीराम
Mohtrma aapki bhi km glti nhi hai aap bhi 50paida to kr dete ho par shi sanskar nhi dete ab ro rhi ho
ऐसा तो नही ये tv वाला भी माफिया की तरफ से ही हो। सवाल तो ऐसे ही पूछ रहा है
गलत काम का परिणाम गलत होता है इसलिए गलत काम न करे
आगे से भी सुधर जाओ
Mujhe aapki baat samajh mein aati hai aur aapki baat mujhe bahut acchi Lagti Hai Jay Hind Vande Mataram
Achi baat
अपराधियों का एक ही इलाज सीधा ठोको
कोई स्थान नहीं हत्यारे के परिवार को पहले अपने भाइयों को समझाना चाह खुशियां मना दे दीजिए दूसरे बच्चे मरने पर अब खुद के ऊपर आई देख लो
Good ,Action taken by Yogiji..and Up police , Bande Mataram.
बिलकुल इनकॉन्ट होना चाहिए
कोई लेना देना नहीं है मोहतरमा तो तुम क्यों प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हों
Hum ko bahut sukun Mila,
एकाउंटर होना ही चहिये जनता के माग पे सरकार को चलना चाहिए
बताया तो ऐसे जा रहा है जैसे मानो कि यूपी की प्रत्येक परिवार की जमीनी उसने कब जा कर ली हूं प्रत्येक परिवार के किसी ने किसी सदस्य की हत्या कर दी हो इतना बड़ा माफिया जैसे बताया जा रहा है यह बताओ लखीमपुर खीरी में जो सात सरदारों के ऊपर थार गाड़ी से दिनदहाड़े चढ़ा दी थी और मौत हो गई थी वह माफिया नहीं था कुलदीप सिंह सेंगर जो भाजपा विधायक बलात्कार में पूरे परिवार की हत्या करवा दी वह आप लोगों को नहीं दिखाई देता है आंखों पर से हिन्दू मुस्लिम का चश्मा हटा कर भी देख लिया करो.
जब गुजरात में बिलकीस बानो के साथ बलात्कार किये थे और परिवार के कई सदस्यों के हत्या कर दिए थे उसकी तीन साल के मासूम बच्ची का सर दीवाल में लड़ाकर मार दिया था वो सब नहीं दिखाई देता है और हद तो तब हुई जब उन बलात्कारियो , हत्यारो को आज़ादी का अमृत महोतसव के नाम पर रिहा कर दिया जाता है तब वो जो आज हसी और खुशी मना रहे है तब बोलती नहीं निकली थी अगर माफिया पर कानूनन कार्यवाही हो तो ज़्यादा सही है नहीं तो बताओ की कब लखीमपुर केस में एनकाउंटर होगा या उन्हे भी अमृत पिलाया जाएगा ये सब जो हो रहा है लोगो ने धर्म के नाम पर दूसरे लोगो से सिर्फ नफरत ही करते है हम लोग कानून का राज़ चाहते है न के गुंडा राज़ या रामराज के नाम पर रावण से भी बदतर जंगलराज नहीं चाहिए अरे महात्मा गाँधी को गोली मारने वालो को भी कानून के तहत ही सजा मिली थी उसका एनकाउंटर नहीं हुना था 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी को गोली मारा उसको 8 नवम्बर 1949 को सजा सुनायी गयी और 15 नवम्बर को फांसी हुई ऐसे हर केस में हो सकता है पर कातिलों से कानून के उम्मीद हमें नहीं है, आप लोगो के कारण ही जो अच्छे लोग है उन्हें भी शक के नजर से देखा जाता है असलयित तो ये है की आज जितने लोग खुशी मना रहे है अगर सीधे तौर पर अतीक़ अहमद ने इनका कुछ नुकसान नहीं किया है तो ये सब नाथूराम गोडसे के ही नाजायज औलादे है क्यों की नाथूराम भी 10 क्लास में ही पढाई छोड़ कर भागा और गाँधी की हत्या की थी अतीक अहमद के हत्या करने वालो की भी पढाई बस वैसी ही है , सुभास चंद्र बोस ने उन्ही गाँधी को राष्ट्पिता कहा था क्यों की उन्होंने I C S की परीक्षा पास थी
कानून व्य्वस्था के मांग कीजिए और नफरत किये बिना जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलिए जय हिन्द जय भारत
यश्या नारीस्या पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इस प्रकार से किसी नारी पर हो रहे जुल्म और सितम के लिए उस पर हंसना यह किसी भी प्रकार से ना ही सभ्य समाज के लिए अच्छा है और वही हिंदू धर्म के हिसाब से सही है इसलिए ऐसा करने वाले लोग राक्षसी प्रवृति के हैं धर्म के नाम पर अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं मारकाट हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं
Waha Yogi ji wah 👍👍👏👏👏
Inko bhi jail me dalo
Inki bhabhi ke bhari spotters hain ...chinta na kr behen jld hi niptoge sare ...
Jai SHIYARAM ❤
योगी महाराज ज़िंदाबाद ✌️💐💐
जब जब धरती पर अत्याचार बढ़ता है, तब तब देव धरती पर जरूर आते हैं,,,,इनका वध ही किया जाना चाहिए
दूसरों को मारने में बडा मजा आता है अपने पर आयी तो डर रहे हैं