आचार्य प्रशांत से समझें गीता, लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita-course?cmId=m00037 ✨ हर महीने 30 लाइव सत्र ✨ 15,000+ गीता छात्रों की कम्युनिटी ✨ पिछले 200+ घंटों के सत्रों की रिकॉर्डिंग - निशुल्क ✨ आचार्य प्रशांत से पूछें अपने सवाल
ऐसा ज्ञान जो ज्ञानी होने से भी ऊपर की स्थिति में पहुंचा दे , यह है अध्यात्म की ऊंची अवस्था । यह है मुक्ति , मोक्ष , चेतना की परम अवस्था यानी निस्काम चेतना जिसमे ज्ञान को भी भोगने की अवस्था से उपर की अवस्था ।
जाने वे कैसे लोग हैं जो आचार्य जी जैसे क्रिस्टल क्लियर यथार्थ को समझने और उसी सप्षता से समझाने वाली चेतना का भी विरोध करते जा रहे हैं , क्या ऐसी चेतना कोई ऐसा काम कर भी सकती है जो अपना या दूसरों का कोई अहित करने का सोच भी सकता हो ।
rajoguni jeb bharta he stovuni gyan se man bharta he dono skam karm ker rhe he adhyatm me akhri bat nishkam ho jana he wo atmgyani he jisme gyani hi mit gya
चालू नेता लोग ऐसे ही गुनाह कर रहे हैं जिसकी कोई सजा ही नहीं , तभी तो ओ बड़े से बड़ा कुकर्म करते रहते हैं बाहर दहाड़ कर भाषण देते हैं मानों ये purety फैलाने को ही पैदा हुए हैं एक से बड़े एक लोमडे उससे भी स्वक्ष उनकी बातें उनकी ड्रेस ।
१. वेदांत है, दुख के उपचार के लिए। दुख कर्ता को होता है। २. अध्यात्म का लक्ष्य- दुख से मुक्ति। ३. शुभता- जो दुख से मुक्त कर दे, वो शुभ। ४. जो ढर्रों पर चलेगा, वो गुलाम बनेगा। ५. जीवन मुक्त, तनाव मुक्त रहता है। ६. तमसा- असली(सत्य) चीज चाहिए, बिना दाम चुकाये। ७. रजस- जरा सा आत्म-अनुभव शुरू हुआ। ८. सतो गुण- जो ज्ञान का भोग करे। ९. सकामी दो तरह के होते है- रजो गुणी और सतो गुणी। १०. Being a child is saintly, being childish is foolish. ११. निष्कामता- आत्मज्ञान में, ज्ञानी मिट जाता है। 🙏🏻🪔
आचार्य प्रशांत से समझें गीता,
लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita-course?cmId=m00037
✨ हर महीने 30 लाइव सत्र
✨ 15,000+ गीता छात्रों की कम्युनिटी
✨ पिछले 200+ घंटों के सत्रों की रिकॉर्डिंग - निशुल्क
✨ आचार्य प्रशांत से पूछें अपने सवाल
Guru ji parnam aapko Mera
Aacharya ka bhajan Satyam Shivam Sundaram
I am thankful to listen to this wisdom from Acharya jee🙏
Guru ji parnam aapoko
परम परम परम
Namaste🙏 Acharya ji
परम परम परम सोचकर कि उसने किया ,........kuch nahi kiya shirf prakriti hi karti hai jo kuch bhi hota hai ।
Acharya ji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Grahan Geeta gyan ko Sadar Naman sar Jay Shri Krishna
गहन गीता को नमन
❤
Ha sir Sahi baat bole hai good morning 🌄🌄🌄🌄🌄❤❤❤❤❤❤❤🙏🙏🙏🙏🙏👍👍👍👍👍👍👌👌👌👌👌👌👌🤞🤞🤞🤞😌😌😌😌😌
Pranaam achary ji❤
Pranam guruvar!
आचार्य जी कितनी मेहनत करते हैं हम जैसे मूर्ख को समझने के लिए
Truth. Very deep insites
Namaskar aachaya ji 🙏🙏💐💐🌺🌺♥️
🙏
Thanks!
जय जय श्री राम जय श्री आचार्य प्रशांत जैसा बहादुर गुरु चाहिए हमें सुधारने और संवारने के लिए 💪🙏👍🏹
ऐसा ज्ञान जो ज्ञानी होने से भी ऊपर की स्थिति में पहुंचा दे , यह है अध्यात्म की ऊंची अवस्था । यह है मुक्ति , मोक्ष , चेतना की परम अवस्था यानी निस्काम चेतना जिसमे ज्ञान को भी भोगने की अवस्था से उपर की अवस्था ।
जाने वे कैसे लोग हैं जो आचार्य जी जैसे क्रिस्टल क्लियर यथार्थ को समझने और उसी सप्षता से समझाने वाली चेतना का भी विरोध करते जा रहे हैं , क्या ऐसी चेतना कोई ऐसा काम कर भी सकती है जो अपना या दूसरों का कोई अहित करने का सोच भी सकता हो ।
जय गुरु ❤❤❤
❤❤❤❤❤❤❤❤
🙏🙏🙏🙏🙏
🙏lacture👌
❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉
Jo dukh se mukti de vo subh
Acharya ji pranam.apke satro SE bahut upyogita aai he jiwan me
🕉️🙏
Guru jee parnaaam 🙏🙏🙏
वाह कितनी गहरी बात कही, और बाबाओं की बातों में इतनी गहराई कहाँ
अगर श्री कृष्ण आज होते तो ऐसे ही समझाते । कोटिकोटि प्रणाम आचार्यजी
Aacharya ji parnam
Parnam acharya ji 🙏dukh se mukti hi akmatro lakhsay
विज्ञान हमारी चेतना को जागृत रखता है
Dhanyavaad sir
आचार्य जी को कोटि कोटि नमन 🙏🏼
जो दुख से मुक्ति दे वो subh❤🙏
Aj ye video dekh k lag rha h ,mi dukh se mukt ho gya hu syd.❤
Namaskar guru ji
कोटि कोटि नमन गुरु जी❤❤❤❤❤❤
rajoguni jeb bharta he stovuni gyan se man bharta he dono skam karm ker rhe he adhyatm me akhri bat nishkam ho jana he wo atmgyani he jisme gyani hi mit gya
चालू नेता लोग ऐसे ही गुनाह कर रहे हैं जिसकी कोई सजा ही नहीं , तभी तो ओ बड़े से बड़ा कुकर्म करते रहते हैं बाहर दहाड़ कर भाषण देते हैं मानों ये purety फैलाने को ही पैदा हुए हैं एक से बड़े एक लोमडे उससे भी स्वक्ष उनकी बातें उनकी ड्रेस ।
१. वेदांत है, दुख के उपचार के लिए। दुख कर्ता को होता है।
२. अध्यात्म का लक्ष्य- दुख से मुक्ति।
३. शुभता- जो दुख से मुक्त कर दे, वो शुभ।
४. जो ढर्रों पर चलेगा, वो गुलाम बनेगा।
५. जीवन मुक्त, तनाव मुक्त रहता है।
६. तमसा- असली(सत्य) चीज चाहिए, बिना दाम चुकाये।
७. रजस- जरा सा आत्म-अनुभव शुरू हुआ।
८. सतो गुण- जो ज्ञान का भोग करे।
९. सकामी दो तरह के होते है- रजो गुणी और सतो गुणी।
१०. Being a child is saintly, being childish is foolish.
११. निष्कामता- आत्मज्ञान में, ज्ञानी मिट जाता है। 🙏🏻🪔
Sir आपसे beda ज्ञानी नही देखा ❤
Aap, Samy, jayada, lete, Hai,
जो धर्रों पर चलेगा ओ गुलाम बनेगा , इसका मतलब दाएं चलो बाएं चलो वाले ढ 26:11 र्रों की बात नहीं की जा रही ।
🙏
🙏🙏🙏🙏🙏
❤❤❤❤❤
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
❤❤❤
❤❤❤