बापूजी गिरी,, राम चन्द् का जन्म गायकी वजह से हुआ वे गाये अपना पेट भरने केलिए शहर शहरके गली गली के कचरेके ढेरों मे मुंह डालत मजबुरन फिरत है कथा बाद गिरी,, लाखों भक्तों को हररोज मिष्ठान खिलाते हैं और बहार हजारों गायों को पेटभरनेके जूठा खिलाते हैं,, है,,न,,,, यह,, हिंसक सनातन संस्कृति के,भक्षक,, नास्तिक,,!!!!!और, भक्तों तालीया सजाते हैं,,!!!!!!!???❤❤😂❤😂😂 हाहाहाहाहा यह गायों का तीव्रतम खौफनाक करुण स्वर में रूदन कल्पांत चिखे सीसकीया निकलता, मोदी बापूजी भागवत बापूजी कथाकारों एन्ड उसकी कमडलीके सभी सदस्यों को,,श्राप, बद्दुआएं हैं,, फिर भी पेट का पानी तक नहीं हीलता है,,और, करोड़ों भक्तों को, जंगल राज में, ले जाते हैं,,❤😂😂भुतकाल में बादशाहों भी गायों के पंचगव्यों का अमुल्य जीवनलक्षी उपयोगिता समझ कर वीआईपी सुविधाएं उपलब्ध करवाते थे,, दिल्ली विश्वविद्यालय के सुप्रसिद्ध वैज्ञानिकों डॉ मालवीया डॉ बजाजजी डॉ अह्बाहम विजय राज ने अपनी संशोधन रीपोर्ट में कहा कि गायों की बेफाम बदहालत करने से ओझन परत में तीन करोड़ स्क्वेयर किलोमीटर का लम्बा चौड़ा छेद होल होगया है और अगर गाय ईसी तरह दिन-रात मरती रही तो तो तो,,२०२६,,तक तापमान इतना बढ़ेगा कि कोई भी जीव जन्तु वनस्पति मानव एक मिनट भी गर्मी सह नहीं पाएगा और प्रलय जैसी स्थिति धरती पर चारों ओर देखने को हम सब मजबुर हो जायेंगे,, हाहाहाहाहा,, यह है,, विश्व प्रसिद्ध लोकप्रिय नेता मोदीजी,, भागवत बापूजी कथाकारों एन्ड उसकी कमडलीके सभी सदस्यों को की हिंसक नास्तिक सरकार,,वे, सभी को साथ लेकर डुबेंगे,,,,❤😂😂😂,
Jay shree ram
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बापूजी गिरी,, राम चन्द् का जन्म गायकी वजह से हुआ वे गाये अपना पेट भरने केलिए शहर शहरके गली गली के कचरेके ढेरों मे मुंह डालत मजबुरन फिरत है कथा बाद गिरी,, लाखों भक्तों को हररोज मिष्ठान खिलाते हैं और बहार हजारों गायों को पेटभरनेके जूठा खिलाते हैं,, है,,न,,,, यह,, हिंसक सनातन संस्कृति के,भक्षक,, नास्तिक,,!!!!!और, भक्तों तालीया सजाते हैं,,!!!!!!!???❤❤😂❤😂😂 हाहाहाहाहा यह गायों का तीव्रतम खौफनाक करुण स्वर में रूदन कल्पांत चिखे सीसकीया निकलता, मोदी बापूजी भागवत बापूजी कथाकारों एन्ड उसकी कमडलीके सभी सदस्यों को,,श्राप, बद्दुआएं हैं,, फिर भी पेट का पानी तक नहीं हीलता है,,और, करोड़ों भक्तों को, जंगल राज में, ले जाते हैं,,❤😂😂भुतकाल में बादशाहों भी गायों के पंचगव्यों का अमुल्य जीवनलक्षी उपयोगिता समझ कर वीआईपी सुविधाएं उपलब्ध करवाते थे,, दिल्ली विश्वविद्यालय के सुप्रसिद्ध वैज्ञानिकों डॉ मालवीया डॉ बजाजजी डॉ अह्बाहम विजय राज ने अपनी संशोधन रीपोर्ट में कहा कि गायों की बेफाम बदहालत करने से ओझन परत में तीन करोड़ स्क्वेयर किलोमीटर का लम्बा चौड़ा छेद होल होगया है और अगर गाय ईसी तरह दिन-रात मरती रही तो तो तो,,२०२६,,तक तापमान इतना बढ़ेगा कि कोई भी जीव जन्तु वनस्पति मानव एक मिनट भी गर्मी सह नहीं पाएगा और प्रलय जैसी स्थिति धरती पर चारों ओर देखने को हम सब मजबुर हो जायेंगे,, हाहाहाहाहा,, यह है,, विश्व प्रसिद्ध लोकप्रिय नेता मोदीजी,, भागवत बापूजी कथाकारों एन्ड उसकी कमडलीके सभी सदस्यों को की हिंसक नास्तिक सरकार,,वे, सभी को साथ लेकर डुबेंगे,,,,❤😂😂😂,